रविवार, 17 मई 2020

पश्चिम बंगालः 400 नर्सों ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली/कोलकाता। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की चुनौती के बीच पश्चिम बंगाल के अस्पतालों की 400 नर्सें इस्तीफा देकर अपने गृह राज्यों को लौट गई है।यहां रविवार को प्राप्त रिपोर्टो के अनुसार शनिवार को मणिपुर की 185 नर्से अपने गृह प्रदेश लौट गई जबकि ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों की 186 नर्से अपने राज्यों को चली गई है। ये सभी नर्सें कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रही थीं।


नर्सों के सामूहिक इस्तीफे के वास्तविक कारणों को अभी खुलासा नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसके कारणों का पता लगाने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है।


हादसाः परिवार के 4 लोगों की मौत, घायल

बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा ग्रामीण थाना क्षेत्र के अंतर्गत आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज बिजासन घाट पर ऑइल से भरे टैंकर और दुपहिया वाहन में भिड़ंत के चलते पति पत्नी और दो बच्चियों की मृत्यु हो गई तथा उनके दो बच्चों समेत चार लोग घायल हो गए। सेंधवा ग्रामीण थाना के नगर निरीक्षक विश्वदीप सिंह परिहार के अनुसार मंदसौर से लिनसीड ऑइल भरकर तमिलनाडु के उडुपी ले जा रहा टैंकर तकनीकी त्रुटि के चलते मध्यप्रदेश महाराज सीमा पर बीजासन से कुछ दूर राष्ट्रीय राजमार्ग के डिवाइडर से टकराकर दूसरी लेन में जाकर पलट गया, जिसके चलते सामने से आ रहा दुपहिया वाहन पर सवार परिवार उसके नीचे दब गया।


घटना में पति, पत्नी और उनकी 5 व 3 वर्ष की पुत्रियों की मृत्यु हो गई तथा 2 माह का पुत्र व 2 वर्ष की पुत्री घायल हो गए। इसके अलावा टैंकर चालक व सहचालक भी घायल हुआ है। उन्हें घटनास्थल से 18 किलोमीटर दूर सेंधवा स्थित शासकीय सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल हताहतों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। घटना के चलते कुछ देर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन भी बाधित हुआ।


 


महाराष्ट्र गुजरात और तमिलनाडु में बढत

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु में काफी तेजी से पैर पसार रहा है और इन तीनों राज्यों में संक्रमितों की संख्या सर्वाधिक क्रमश: 30706 और 10988 तथा 10585 हो गई है तथा कुल 1834 लोगों की मौत हो चुकी है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 से अब तक 90927 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 2872 लोगों की मौत हुई है। वहीं 34109 लोग इस जानलेवा विषाणु से निजात पाने में कामयाब हुए हैं।


किन रास्तों से गुजरेगा 'अम्फान' तूफान

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती तूफान की चेतावनी दी है। विभाग ने कहा कि अगले 12 घंटों के दौरान बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और पड़ोस में तीव्र चक्रवाती तूफान अम्फान आने की संभावना है ये कल सुबह तक भयानक रूप ले लेगा। बता दें कि ओडिशा में चक्रवाती तूफान की आशंका के मद्देनजर मछुआरों को गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व में कम दबाव वाला क्षेत्र शनिवार की सुबह अधिक दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया और यह ओडिशा के पारादीप से लगभग 1,100 किलोमीटर दूर दक्षिण में केन्द्रित है। इस बीच राज्य सरकार ने 12 तटीय जिलों को सतर्क किया है और जिलाधिकारियों को वहां लोगों को वैकल्पिक स्थानों पर ले जाने के प्रबंध करने के लिए कहा है। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर विश्वास ने बताया कि अधिक दबाव वाला क्षेत्र के शनिवार की शाम तक एक चक्रवाती तूफान में और फिर बाद के 24 घंटे के दौरान भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। शुरूआत में इसके 17 मई तक उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और फिर 18 मई से 20 मई के बीच पश्चिम बंगाल तट पर उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है। विश्वास ने बताया कि इसके प्रभाव से तटीय ओडिशा में 18 मई की शाम को दूरदराज के क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने और 19 मई को कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है 20 मई को उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि मछुआरों को समुद्र में मछली नहीं पकड़ने की सलाह दी गई है।


खीरी में एक दिन में 10 नए संक्रमित

लखीमपुर खीरी। जिले में कोरोना संक्रामितो की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। जिले में रविवार की सुबह कोरोना के 10 केस पॉजिटिव और मिले हैं। कोरोना की जद में आए लोगों में 10 महीने का एक मासूम बालक और 6 साल की एक बच्ची भी शामिल है। इसके अलावा स्क्रीनिंग सेंटर पर मजदूरों की देखरेख कर रहे एक डॉक्टर भी कोरोना पाजिटिव आया है।


जिला प्रशासन के मुताबिक रविवार को 72 सैंपल की रिपोर्ट मिली, जिनमें 62 की रिपोर्ट नेगेटिव और 10 की पॉजिटिव निकली है। अब खीरी जिले में 32 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं जिनमें 5 लोग ठीक हो कर घर जा चुके हैं। लखीमपुर खीरी में फिलहाल 27 केस कोरोना पॉजिटिव हैं, जो आसपास के जिलों में सबसे ज्यादा हैं। रविवार को कोरोना पॉजिटिव मिले लोग जयपुर, मुम्बई, थाणे से लौटे थे।


प्रवासियों के लिए यूपी ने चलाई बसें

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रवासियों को उनके गंतव्य तक ले जाने के लिए बसों की तैनाती शुरू हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि अब कोई प्रवासी मजदूर अपने घरों तक पैदल नहीं जा रहा है।यूपीएसआरटीसी के एमडी राज शेखर ने कहा, “हम जिला मजिस्ट्रेटों के लिखित अनुरोध पर विभिन्न जिलों में जितनी बसों की आवश्यकता होगी ,उतनी बसें भेजेंगे। हमने अपने ड्राइवरों और कंडक्टरों को भी निर्देशित किया है कि प्रवासियों को उनके गंतव्य तक छोड़ने के बाद वापस आते समय, यदि वे अन्य प्रवासियों को पैदल चलते हुए देखते हैं, तो वे उन्हें खाली बसों में सवार करें और उन्हें जिला सीमाओं पर पिकअप प्वाइंट्स तक छोड़ें।”बसों को सभी जिलों की सीमाओं पर पिक-अप पॉइंट पर तैनात किया जाएगा। औरैया सड़क दुर्घटना के बाद शनिवार की सुबह जिसमें 24 प्रवासी मारे गए थे, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया कि किसी भी प्रवासी को पैदल, साइकिल या अनाधिकृत वाहनों पर आवाजाही की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।


मुख्यमंत्री ने शनिवार को आधी रात तक चली सभी जिला मजिस्ट्रेटों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई एक बैठक में कहा कि अगर प्रवासियों को अपने गंतव्य के लिए पैदल जाते हुए पाया गया, तो संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि सभी प्रवासियों को प्रवेश बिंदुओं पर रोक दिया जाना चाहिए, उन्हें वहीं भोजन और पानी दिया जाना चाहिए और फिर उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग की जानी चाहिए। उन्होंने आदेश दिया, “इस प्रक्रिया के बाद, प्रवासियों को बसों में उनके गंतव्यों तक ले जाना चाहिए।” मुख्यमंत्री द्वारा यह निर्देश जारी करने के तुरंत बाद, राज्य की राजधानी के सभी प्रवेश बिंदुओं पर प्रवेश रोक दिया गया है।


इस बीच, लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने कहा, “दो इंस्पेक्टर, आठ सब-इंस्पेक्टर और 30 कांस्टेबल के अलावा पीएसी की एक कंपनी को हर एंट्री प्वाइंट पर तैनात किया जाएगा। प्रवासी कामगारों को पैदल, ऑटो, टेम्पो, साइकिल या ट्रकों परजाने की अनुमति नहीं होगी। उन्हें बसों में उनके गंतव्य तक ले जाया जाएगा।” इसके एक घंटे के भीतर ही लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर वाहनों की लंबी कतार देखी गई। झांसी में उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश सीमा पर रक्सा में रविवार सुबह लगभग 20 किलोमीटर तक यातायात जाम हो गया।


उत्तराखंड में संक्रमितो की संख्या में इजाफा

देहरादून (संवाददाता)। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रविवार को कोरोना का एक और केस सामने आने से खलबली मच गयी है। इसके साथ प्रदेश में कोरोना पीड़ितों का संख्या बढ़कर 92 पहुंच गयी है। जानकारी के अनुसार कल शनिवार को प्रदेश में कोरोना के 9 मामले सामने आये थे। इनमें उधम सिंह नगर के चार मरीज शामिल थे। आज रविवार को ऋषिकेश निवासी 27 वर्षीय युवक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। बताया गया है कि 15 मई को यह युवक महाराष्ट्र से वापस अपने घर लौटा था जिसे स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने होम कोरेंटाइन में रखा था और उसका सेंपल जांच के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा था। युवक के सैंपल की जांच में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब 92 पहुंच चुकी है। इनमे ंसे 54 मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में प्रवासियों की आमद बढ़ने के साथ ही पिछले 1 सप्ताह से कोरोना मरीजों का आंकड़ा तेजी के साथ बढ़ रहा है। जिससे लोगों की चिंता और बढ़ती जा रही है।


ईद मुबारकः ना हाथ मिलाएं, ना गले मिलें

नई दिल्ली। पूरी दुनिया मे इस वक्त कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और इस वायरस की वजह से त्यौहारों की रौनक पूरी तरह से उड़ गई है। लोगों के चेहरों पर उदासी है। 26 मई को पूरी दुनिया मे ईद का त्योहार मनाया जाएगा, लेकिन इस वक्त जो देश के हालात चल रहे हैं, उसे देखा जाए तो लोग इस बार ईद पर गले मिलकर एक दूसरे को त्यौहार की मुबारकबाद नही दे सकेंगे। चीफ इमाम ऑफ इंडिया डॉ. इमाम उमेर अहमद इल्यासी ने बताया कि कोरोना वायरस बीमारी हमेशा तो नहीं आती लेकिन ईद हमेशा आती है। पूरी दुनिया कोरोना वायरस से ग्रस्त है और ईद की खुशी यही है कि हम गले न मिले, और हाथ न मिलाएं।” उन्होंने आगे कहा, ईद पर गले मिलने का मतलब होता है कि अगर आपकी किसी से दुश्मनी या मन मुटाव है तो उनको बुला कर गले मिलें जिससे कि वो मन मुटाव खत्म हो और फिर से दिल मिल सकें। इस वक्त किसी से दुश्मनी निभानी है तो गले मिलना चाहिए, अगर मोहब्बत निभानी है तो दूर रहना चाहिए। अगर आप इस वक्त दूर से ही सलाम करते हो या मुबारकबाद देते हो, तो हम खुद भी बचते और दूसरों को भी बचाते है. ईद जिंदा करने का नाम है, ईद खुशियों का नाम है और हम यही तोहफा दे सकते हैं।”


आपको बता दें की ईद की शुरूआत सुबह दिन की पहली नमाज के साथ होती है। जिसे सलात अल-फज्र भी कहा जाता है. इसके बाद पूरा परिवार कुछ मीठा खाता है। फिर नए कपड़े पहनकर लोग ईद की नमाज पढ़ने के लिये जाते हैं। ईद की नमाज पढ़ने के बाद एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते है। जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने बताया, देश में कोरोना वायरस बढ़ता जा रहा है और यह जरूरी है कि ईद के समय मे एहतियात बरता जाए। ईद पर जैसे लोग गले मिलते उसमें अब हमको एहतियात बरतना होगा। हालात ऐसे चल रहे हैं कि हमें इस वक्त टेलीफोन से ही मुबारकबाद देनी होगी यही तरीका इस वक्त हो सकता है। उन्होंने कहा, जो गाइडलाइन्स मेडीकल एक्सपेर्स और डब्लूएचओ की तरफ से आ रही हैं। हमें उन सभी बातों को अमल करना होगा। हमारे अपनों के लिए, हमारे परिवार के लिए हमारे पड़ोसी और मुल्क में रहने वाले लोगों के लिए. हालातों ने मजबूर कर दिया इस बीमारी की वजह से लोगों में बेरोजगारी हुई है। इससे आज लोग परेशान हैं अपने भविष्य के लिए परेशान है और आज भी लोगों के पास खाने के लिए पैसा नहीं है। ईद का त्योहार सबको साथ लेकर चलने का संदेश देता है। ईद पर हर मुसलमान चाहे वो अमीर हो या गरीब हो सभी एक साथ नमाज पढ़ते हैं और एक दूसरे को गले लगाते हैं। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया ईद पर लोग अपने घरों में सिवाइं और पकवान तो जरूर बनाएं। ईद की खुशी जरूर जाहिर करें लेकिन ना किसी से हाथ मिलाए और ना किसी के गले मिले। हमने अपील भी की है कि जिस तरह घर में लोग अपने बजट बनाते हैं, उस बजट का 50 प्रतिशत गरीब लोगों को दान करें क्योंकि पूरे मुल्क में लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं और लोगों को ईद से पहले फितरा (चैरिटी) भी दे दें जिससे गरीब भी ईद की खुशियां मना सकें और ईद में शामिल हो सकें।


इस्लाम में चैरिटी ईद का एक मुख्य पहलू है. हर मुसलमान को पैसा, खाना और कपड़े के रूप में कुछ न कुछ दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। आगरा जामा मस्जिद के इमाम इरफान उल्हा निजाम ने बताया, खुशी तो रहेगी लेकिन मनाई नहीं जा सकेंगी ईद पर बहुत एतिहात की जरूरत है। ईद उल फितर यानी रोजा तोड़ने की खुशी, जाहिर सी बात है जिस इंसान ने रमजान के महीने में रोजा रखा होगा। उनकी खुशी उतनी ही होगी लेकिन इस बात का गम जरूर रहेगा ईद की नमाज मस्जिदों में नहीं पढ़ पाएंगे।


आतंकी मुठभेड़ में 1 मरा, जवान शहीद

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सेना लगातार आतंकियों के खिलाफ अपना ऑपरेशन चला रही है। एक बार फिर कश्मीर के डोडा में जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। यहां आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया। इस एनकाउंटर में एक जवान शहीद हो गया है। सेना ने हिज्बुल मजाहिद्दीन के कम से कम 2 आतंकियों को घेरा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर लिखा, ‘बीती रात पुलिस के इनपुट के बाद डोडा जिले में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।अब सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर शुरू हो गया है। बता दें कि शनिवार रात सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकियों के होने की सूचना मिली। आनन-फानन में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी करनी शुरू की। वहीं आज यानी कि रविवार सुबह सुरक्षाबलों का आतंकियों से सामना हुआ। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई जारी है। दो से तीन आतंकियों के इस मुठभेड़ में होने की आशंका जताई जा रही है। इस ऑपरेशन को सेना की 10 आरआर, सीआरपीएफ और डोडा पुलिस द्वारा अंजाम दिया जा रहा है।


भूस्खलन की चपेट, 2 की मौत 9 घायल

जम्मू एवं कश्मीर में भूस्खलन की चपेट में आने से 2 की मौत, 9 घायल
जम्मू l एवं कश्मीर के रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आने से 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 9 अन्य दुर्घटना में घायल हो गए। वहीं, हादसे में चार लोग लापता बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस बात की जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के सेरी सेक्टर में हुए एक भारी भूस्खलन ने ऑपरेटरों सहित एक अर्थ-मूविंग मशीन और एक ट्रक को अपनी चपेट में ले लिया।”


कई किलोमीटर अंदर घुसे चीनी हेलिकॉप्टर

नई दिल्ली। भारत की सीमा रेखा पर चीन की कारस्तानी जारी है। अब चीन ने हिमाचल प्रदेश में भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में चीन के साथ लगी सीमा को लांघकर चीन के हेलिकॉप्टर भारत की सीमा में 12 किलोमीटर तक अंदर आ गए। हिमाचल पुलिस के मुताबिक मई के पहले सप्ताह और अप्रैल के आखिरी सप्ताह में चीन के हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में आ घुसे। ये हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा के अंदर 12 किलोमीटर तक आ गए थे। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस बाबत एक अलर्ट मिलिट्री इंटेलिजेंस, आईबी और आईटीबीपी को भेजा है। इसमें हिमाचल प्रदेश पुलिस ने दावा किया है कि पिछले एक से डेढ़ महीने में चीन की सेना ने दो बार लाहौल स्पीति इलाके में घुसपैठ की है। राज्य सरकार के अधिकारियों के मुताबिक चीन के हेलिकॉप्टर लाहौल-स्पीति जिले समदोह पोस्ट से देखे गए थे, ये हेलिकॉप्टर काफी नीचे उड़ान भर रहे थे।


प्रवासी मजदूरों पर रेलवे की बड़ी घोषणा, रेल मंत्री ने किया ये बड़ा ऐलान


रिपोर्ट के मुताबिक पहली बार अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह में चीनी हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में आए, इसके बाद मई के महले सप्ताह में भी ये वाकया दोहराया गया। जब चीन के हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में 12 किलोमीटर अंदर तक आ गए इसके बाद फिर से ये हेलिकॉप्टर तिब्बत की ओर चले गए। लाहौल-स्पीति में चीन की कारस्तानी के बाद बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है। आईटीबीपी के जवान सतर्क हैं और चीन की पोस्ट पर होने वाले हर गतिविधियों पर उनकी नजर है।


बता दें कि लगभग एक सप्ताह पहले सिक्किम में भारत और चीन के सैनिकों के बीच टकराव की खबर आई थी। रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ सिक्किम में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इस दौरान भारतीय और चीनी सेना के जवान आक्रामक हो गए थे जिसमें कुछ को मामूली चोटें आई हैं। हालांकि, बाद में मामले को सुलझा लिया गया था।


भूपेश ने रेलमंत्री पर पर साधा निशाना

रायपुर। लॉक डाउन में दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों की घर वापसी का दौर लगातार जारी है। कुछ लोग सरकार द्वारा संचालित श्रमिक स्पेशल ट्रेन से तो कुछ पैदल और ट्रकों सहित अन्य साधनों से घर वापसी कर रहे हैं। श्रमिकों के लिए ट्रेन की व्यवस्था नहीं किए जाने को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने रेल मंत्री पीयूष गोयल पर निशाना साधा है। सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा है कि पीयूष गोयल ने पहला झूठ यह कहा कि छत्तीसगढ़ अनुमति नहीं दे रहा है। अब उन्होंने पटरी बदल ली और चुनौती दे रहे हैं। हमसे 37 ट्रेनों की सहमति मांगीं थी, हमने दे दी हमारे पास कोई अनुमति लम्बित नहीं है और जिन राज्यों से अनुमति मिल गई वहां से ट्रेनें आ रही हैं। अब जम्मू-कश्मीर से अनुमति मिल नहीं रही है उसमें हम क्या करें बताइए?


वहीं दूसरी ओर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर लिखा है कि प्रवासी मजदूरों को बड़ी राहत पहुंचाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे देश के किसी भी जिले से ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन चलाने को तैयार है। इसके लिये जिला कलेक्टर को फंसे हुए श्रमिकों के नाम, व उनके गंतव्य स्टेशन की लिस्ट तैयार कर राज्य के नोडल ऑफिसर के माध्यम से रेलवे को आवेदन करना होगा। प्रवासी मजदूरों को बड़ी राहत पहुंचाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे देश के किसी भी जिले से ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन चलाने को तैयार है। इसके लिये जिला कलैक्टर को फंसे हुए श्रमिकों के नाम, व उनके गंतव्य स्टेशन की लिस्ट तैयार कर राज्य के नोडल ऑफिसर के माध्यम से रेलवे को आवेदन करना होगा।


लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ पर जोर

नई दिल्‍ली(एजेंसी)। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार सुबह आत्मनिर्भर भारत पैकेज की पांचवीं और अंतिम किश्‍त पेश की। उन्‍होंने कहा कि इस इकनॉमिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ पर जोर दिया गया है। उन्‍होंने आज सात कदमों की घोषणा की। इसमें MNREGA, हेल्‍थ एंड एजुकेशन, बिजनेस, डी-क्रिमिनलाइजेशन ऑफ कम्‍पनीज ऐक्‍ट, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, पब्लिक सेक्‍टर एंटरप्राइजेज, राज्‍य सरकारें और उन्‍हें दिए गए रिसोर्सेज शामिल हैं।


वित्‍त मंत्री की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की बड़ी बातें
मनरेगा का बजट अलॉकेशन 61,500 करोड़ रुपये था। अब घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों को उनके ही राज्‍य में काम मिल सके, इस‍के लिए 40 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्‍त प्रावधान किया गया है।
हेल्‍थ सेक्‍टर में सरकारी खर्च को बढ़ाया जाएगा। हर डिस्ट्रिक्‍ट में इन्‍फेक्शियस डिजीज ब्‍लॉक होगा। ब्‍लॉक लेवल पर पब्लिक हेल्‍थ लैब्‍स सेटअप की जाएंगी।
‘पीएम ई-विद्या प्रोग्राम’ की जल्‍द शुरुआत होगी। एजुकेशन के लिए ‘दीक्षा’ नाम का नया प्‍लैटफॉर्म। हर क्‍लास के लिए टीवी चैनल शुरू होगा। रेडियो, कम्‍युनिटी रेडियो और पॉडकास्‍ट्स का यूज बढ़ेगा। दिव्‍यांग बच्‍चों के लिए नया कंटेंट डेवलप होगा। टॉप 100 यूनिवर्सिटीज को ऑटोमेटिकली ऑनलाइन कोर्सेज शुरू करने की परमिशन मिलेगी।


सरकार ने क्‍या कदम उठाए?
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने क्‍या किया, इसकी जानकारी भी प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में दी गई। वित्‍त मंत्री ने बताया कि 15,000 करोड़ रुपये में से 4,113 करोड़ रुपये राज्‍यों को दिए गए। 3,750 करोड़ से जरूरी उपकरण खरीदे गए। हर हेल्‍थ प्रोफेशनल के लिए 50 लाख रुपये के इंश्‍योरेंस का प्रावधान किया गया। एपिडेमिक ऐक्‍ट में बदलाव कर हेल्‍थ वर्कर्स तक मदद पहुंचाई गई। आज देश में 300 से ज्‍यादा मैनुफैक्‍चरर्स PPE किट्स बना रहे हैं। हमने 51 लाख PPEs, 87 लाख N95 मास्‍क सप्‍लाई किए हैं।



प्रवासी श्रमिकों की पैदल यात्रा पर रोक

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार को हुए भीषण सड़क हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर सभी अधिकारियों से प्रवासी मजदूरों के पैदल चलने पर रोक लगाने को कहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जारी आदेश में स्पष्ट तौर पर सीएम योगी ने कहा कि किसी भी प्रवासी नागरिकों को पैदल, अवैध या असुरक्षित गाड़ियों से यात्रा न करने दिया जाए।


सीएम योगी के निर्देश के बाद गाजीपुर-यूपी बॉर्डर पर कई प्रवासी मजदूर रोक दिए गए हैं। पुलिस उन्हें अपने क्षेत्र में घुसने नहीं दे रही है। इस वजह से बॉर्डर पर काफी भीड़ बढ़ गई है। नाराज फंसे मजदूर बार-बार ट्रैफिक रोकने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें सड़क से हटाया और यातायात व्यवस्था बहाल की। थोड़ी देर में एक बार फिर से सड़क पर गाड़ियां दौड़ने लगीं लेकिन किनारे कई परिवार इकट्ठा हो गए। जो अपने बच्चों के साथ सड़क पर बैठने को मजबूर हैं। घसीटा और उनकी पत्नी सपना दोनों परेशान है। उनका कहना है कि अब रात यहीं गुजारनी होगी।


आजतक से बात करते हुए घसीटा ने कहा, ‘मैं पानीपत में मजदूरी करता था। उसी से अपने परिवार का पेट पालता रहा। लेकिन अब हालत खराब है। हम जैसे कई लोगों के पास अब परिवार के लिए दो वक्त की रोटी के लिए पैसे नहीं है। कुछ दिनों से स्कूल में रह रहा था। लेकिन जब खाने की व्यवस्था भी नहीं हो पाई तो घर के लिए रवाना हो गया। अब यहां से आगे जाने नहीं दिया जा रहा है। रात यहीं गुजारनी होगी। घसीटा के परिवार का कहना है कि वो पिछले छह महीने से काम कर रहे थे। लेकिन जब हालात बदतर हो गए तो उन्हें पैदल चलना पड़ा। एक तरफ सरकार उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं कर पा रही है, साथ ही अब उन्हें वापस घर लौटने भी नहीं दिया जा रहा है। इन जैसे कई परिवार को बॉर्डर पर ही रोक लिया गया है। उनके साथ दो साल का छोटा बच्चा भी है। इसलिए समस्या और भी गंभीर है।


शनिवार को उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सीएम योगी ने औरैया सड़क हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी प्रवासी नागरिक को पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करने दिया जाए।उन्होंने कहा कि प्रवासियों के लिए हर बॉर्डर पर 200 बसें बॉर्डर के जिलों में व्यवस्थित की गई हैं। अब तक यूपी में 449 ट्रेनें आ चुकी हैं। यह पूरे देश में सबसे अधिक संख्या है। इन ट्रेनों से 5 लाख 64 हजार लोग यात्रा कर चुके हैं। शनिवार को ही 75 ट्रेनें आएंगी, 286 और ट्रेनों के संचालन को सहमति दी गई है। अवनीश अवस्थी ने कहा कि अगर पूरी संख्या जोड़ी जाए तो लगभग 9 लाख 50 हाजर लोगों को या तो लाया जा चुका है, या लाने वाले हैं। अन्य प्रदेशों से प्रदेश की सीमा में पैदल, दो पहिया वाहन और ट्रक के जरिए किसी भी प्रवासी व्यक्ति आने की अब इजाजत नहीं होगी। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि प्रवासियों को क्वारनटीन, शेल्टर होम या अन्य जिलों में भेजे जाने के लिए पर्याप्त संख्या में प्राइवेट और स्कूल बसों की व्यस्था कराई जाए। पैदल व्यक्ति अगर किसी प्रकार से जिले में आते हैं तो उन्हें वहीं रोककर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुरूप कार्रवाई की जाए। किसी भी प्रवासी को सड़क या रेलवे लाइन पर न चलने दिया जाए।


प्रवासी श्रमिकों से राहुल की मुलाकात

नई दिल्ली। देशभर में जारी लॉकडाउन की वजह से प्रवासी श्रमिकों को तमाम तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में प्रवासी श्रमिकों से मुलाकात करके उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली। अब राहुल गांधी के प्रवासी मजदूरों से उनके हाल चाल पूछे जाने को लेकर बॉलीवुड एक्टर कमाल आर खान का रिएक्शन आया है। कमाल आर खान ने हाल ही में एक ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।


कमाल आर खान ने राहुल गांधी को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा, “राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी का मजदूरों के साथ बैठना और उनके दर्द को साझा करना बेहद सराहनीय है। वह एक परिवार का दर्द महसूस करते है क्योंकि उनके पास एक परिवार है। कम से कम एक राजनेता है, जो करोड़ों प्रवासी मजदूरों के दर्द को महसूस कर रहा है। धन्यवाद राहुल.” कमाल आर खान के इस ट्वीट पर लोग खूब रिएक्ट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वहीं, कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने शाम के समय सुखेदव विहार इलाके के फ्लाईआवेर के निकट मजदूरों से मुलाकात की और उनसे करीब एक घंटे तक बातचीत की। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी की श्रमिकों के साथ बातचीत के दौरान सामाजिक दूरी का खयाल रखा गया था।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 18, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-281 (साल-01)
2. सोमवार, मई 18, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:45,सूर्यास्त 07:05।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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शनिवार, 16 मई 2020

तेज बढ़ते 'संक्रमण' के लिए सुझाव

नई दिल्ली। भारत में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों पर लगाम लगाने के लिए विशेषज्ञों ने एक सुझाव दिया है। अमेरिका स्थित येल स्कूल ऑफ मेडिसिन सहित विभिन्न संस्थानों के शोधकर्ताओं का कहना है कि भारत जब तक कोरोना का टीका विकसित नहीं हो जाता तब तक रेड लाइट एरिया को बंद करके संक्रमण के 72 फीसद मामलों को रोक सकता है। यही नहीं शोधकर्ताओं का यह भी दावा है कि भारत ऐसा कदम उठाकर महामारी के चरम में पहुंचने में 17 दिन की और देरी कर सकता है।


वैज्ञानिकों का यह भी दावा है कि इस अध्ययन के नतीजों को भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों के साथ साझा भी किया गया है। इसमें वैज्ञानिकों ने सरकारों से अनुशंसा की है कि लॉकडाउन हटाए जाने के बाद भी रेड लाइट इलाकों को बंद रखा जाए। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस पहलकदमी से 45 दिनों में कोरोना संक्रमण के 72 फीसद मामलों में कमी आएगी। अध्ययन में यह भी कहा गया है कि लॉकडाउन के बाद रेड लाइट इलाके को बंद रखा जाता है तो शुरुआती 60 दिनों में कोरोना से होने वाली मौतों में 63 फीसद तक की कमी लाई जा सकती है।


वैज्ञानिकों ने इस अध्‍ययन में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन यानी एनएसीओ का भी हवाला दिया है जिसके मुताबिक, भारत में करीब 6,37,500 यौन कर्मी हैं और करीब पांच लाख ग्राहक हर रोज रेड लाइट इलाकों का रुख करते हैं। शोधकर्ताओं ने आशंका जताई है कि लॉकडाउन के बाद ये इलाके बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने यह भी कहा है कि पांच भारतीय शहरों के रेड लाइट एरिया इस समय रेड जोन में शामिल हैं।


चीन से ₹5 लाख करोड़ लाएगा भारत

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना प्रकोप से त्रस्त, आर्थिक नजरिए से ध्वस्त और अंतर्मन से जले-भुने भारतवासियों के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है कि, चीन से 5 लाख करोड़ रुपए लाएगे। वह बदलते वक्त के लिहाज से एक दूरदर्शितापूर्ण कदम है। साथ ही, जितनी चतुराई से उन्होंने लोकल को वोकल बनकर ग्लोबल बनाने का आह्वान किया है,वह बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की लगभग तीन दशकीय परिलक्षित मानसिकता पर एक मजबूत चोट है। लगे हाथ पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत बनाने के सपने संजोते हुए समाज के सभी संघर्षशील वर्गों को संतुष्ट करने की जो भागीरथ कोशिश की है, उसके गहरे आर्थिक और सियासी निहितार्थों की अनदेखी भी नहीं की जा सकती है।


लावा इंटरनेशनल कंपनी ने फैसला लिया

नई दिल्ली। मोबाइल उपकरण बनाने वाली घरेलू कंपनी लावा इंटरनेशनल ने कहा कि वह चीन से अपना कारोबार समेट कर भारत ला रही है। भारत में हाल में किए गए नीतिगत बदलावों के बाद कंपनी ने यह कदम उठाने का फैसला किया है।


कंपनी ने अपने मोबाइल फोन विकास और विनिर्माण परिचालन को बढ़ाने के लिये अगले पांच साल के दौरान 800 करोड़ रुपये निवेश की योजना बनाई है। लावा इंटरनेशनल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हरी ओम राय ने कहा, उत्पाद डिजाइन के क्षेत्र में चीन में हमारे कम से कम 600 से 650 कर्मचारी है। हमने अब डिजाइनिंग का काम भारत में स्थानांतरित कर दिया है।भारत में हमारी बिक्री जरूरत को स्थानीय कारखाने से पूरा किया जा रहा है। भारत में लॉकडाउन अवधि के दौरान लावा ने अपनी निर्यात मांग को चीन से पूरा किया।


राय ने कहा, मेरा सपना है कि चीन को मोबाइल उपकरण निर्यात किये जायें। भारतीय कंपनियों मोबाइल चार्जर पहले ही चीन को निर्यात कर रही हैं। उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना से हमारी स्थिति में सुधार आयेगा। इसलिये अब पूरा कारोबार भारत से ही किया जायेगा।


गुजारिशः मंदिर-तीर्थ स्थलों को खोल दें

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच शनिवार को अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुजारिश की है कि वे देश के सभी मंदिर और तीर्थ स्थलों को फिर से खोल दें। महासभा ने इसके अलावा कोरोनावायरस को असुर करार देते हुए दावा किया है कि उसे केवल और केवल दैवीय शक्तियां ही मार सकती हैं।


इसी बीच, ने प्रवासी मजदूरों पर एक सेंट्रल ऑनलाइन रेपॉजिट्ररी तैयार किया है, जिसका नाम है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक, इसकी मदद से राज्यों के बाहर आसानी से आवागन संभव हो सकेगा। मंत्रालय ने इस बाबत राज्यों से कहा है कि वे बेहतर सहयोग, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और आवाजाही की निगरानी के लिए एनएमआईएस डैशबोर्ड पर डेटा अपलोड करे।


इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि वे कोरोनावायरस से लड़ाई के बीच अपने दोस्त भारत को वेंटिलेटर पहुंचाएंगे। ट्रंप ने  कहा था कि महामारी के इस मुश्किल दौर में हम प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़े हैं। इस पर अब पीएम ने राष्ट्रपति ट्रंप को शुक्रिया कहा। मोदी ने कहा, “इस महामारी से हम मिलकर लड़ रहे हैं। ऐसे समय में सभी देशों को साथ काम करने और दुनिया को स्वस्थ और कोरोना से स्वतंत्र बनाने की ज्यादा से ज्यादा कोशिश करनी होंगी। भारत-अमेरिका की दोस्ती को और ज्यादा मजबूती मिले।”


वित्तमंत्रीः 163343 करोड़ की 11 घोषणा

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को आर्थिक पैकेज में सारा फोकस कृषि, मछली पालन और डेयरी पर रखा। सरकार ने कुल 1,63,343 करोड़ रुपए की 11 घोषणाएं की हैं।


नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को आर्थिक पैकेज में सारा फोकस कृषि, मछली पालन और डेयरी पर रखा। आज सरकार ने कुल 1,63,343 करोड़ रुपए की 11 घोषणाएं की हैं। यह घोषणाएं इस प्रकार हैं।


1 लाख करोड़ रुपए का फंड बनाया जाएगा, फार्मर प्रोड्यूस ऑर्गनाइजेशन, कोऑपरेटिव,एग्रीगेटर को ये फंड इन्फ्राट्रक्चर सुधारने के लिए दिया जाएगा। इससे किसान के लिए भंडारण में आसानी होगी ,पोस्ट हार्वेस्ट वैल्यू चैन बनेगी, किसान की आय बढ़ेगी। छोटे आकार के फूड इंटरप्राइजेज के लिए 10,000 करोड़ रुपए फंड की व्यवस्था, ऑर्गेनिक प्रोडक्ट हर्बल प्रोडक्ट न्यूट्रिशन प्रोडक्ट के लिए, 2 लाख छोटे आकार के फूड इंटरप्राइजेज को इससे फायदा होगा। अपना प्रोडक्ट एक्सपोर्ट अच्छे से कर पाएंगे ये इंटरप्राइज। इसमें कैटेगरी और महिलाओं पर विशेष फोकस रहेगा। केसर, बांस, मिर्ची, मखाना जैसे फसलों के क्लस्टर में शामिल इसमें,छोटे आकार के फूड इंटरप्राइजेज को इस स्कीम से बहुत फायदा होगा।


मत्स्य संपदा योजना के तहत 55 लाख लोगों को रोज़गार, 1 लाख करोड़ रुपए का एक्सपोर्ट बढ़ेगा। इसमें मछली पालन में लगे किसानों, मछुआरों को फायदा होगा। इसके लिए 20,000 करोड रुपए फंड की व्यवस्था की गई है।नेशनल एनिमल डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के तहत 13,343 करोड़ रुपए दिए जाएंगे, देश में 53 करोड़ एनिमल है। इनकी हंड्रेड परसेंट वैक्सीनेशन होंगी। अब तक डेढ़ करोड़ गाय और भैंसों का वैक्सीनेशन हो चुकी है। सरकार का मकसद फुट एंड माउथ डिजीज को खत्म करना है। इससे डेयरी प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ेगी और किसानों का प्रोडक्ट अच्छा बिकेगे।


करोड रुपए पशुपालन के तहत डेयरी इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने के लिए दिए जाएंगे. निजी भागीदारी करने वालों को भी इससे फायदा होगा। डेयरी इंडस्ट्रियल प्लांट्स को इससे बढ़ावा देंगे, पशुओं के अच्छे चारे का इंतजाम इसके जरिए होगा। हर्बल खेती को बढ़ावा देने के लिए 4000 करोड़ रुपए दिए जाएंगे, 2.25 लाख हेक्टेयर में इस समय हर्बल खेती हो रही है। अगले 2 साल में 10 लाख हेक्टेयर में हर्बल खेती होगी। इससे किसानों की इनकम इससे 5000 करोड़ रुपए बढ़ेगी. मेडिसिनल प्लांट बोर्ड गंगा नदी के आजू-बाजू में हर्बल खेती को बढ़ावा देगा। हर्बल खेती के उत्पादों के लिए रीजनल मंडी तैयार की जाएंगी। मधुमक्खियों को बचाने के विशेष अभियान के जाएगा इसके लिए 500 करोड़ रुपए की व्यवस्था की , इससे 2लाख किसानों को फायदा होगा जो मधुमक्खी पालन में लगे हैं।मधुमक्खी जो वैक्स बनाती हैं वह इंपोर्ट किया जाता है, वह पैदा किया जाएगा यहीं पर। ग्रामीण महिलाओं को इससे जॉब मिलेगा. उपभोक्ताओं को बेहतर शहद मिल पाएगा।


500 करोड़ रुपए की योजना में टमाटर, प्याज और आलू के अलावा दूसरी सब्जियों को भी फायदा होगा। किसानों को ट्रांसपोर्टेशन और स्टोरेज के लिए 50- 50% सब्सिडी मिलेगी। योजना के तहत अब तक केवल टमाटर, प्याज, आलू को ही इस योजना में शामिल किया गया था,अब यह योजना सारी फल और सब्जियों के लिए जाल लागू होगी यानि योजना नाम होगा इसका।


एसेंशियल कमोडिटी एक्ट में बदलाव किया जा रहा है, ताकि किसानों को सही कीमत मिल सके। अनाज, तेल ,तेल बीज दाल प्याज आलू इनको डेरेगुलेटेड किया जाएगा। यानि इनमें स्टॉक लिमिट साधारण स्थिति में नहीं लगाई जाएगी और एसेंशियल कमोडिटी एक्ट केवल विशेष परिस्थितियों में लगाया जाएगा। स्टॉक लिमिट बहुत ही विशेष परिस्थिति में लगाई जाएंगी यह प्राकृतिक आपदाओं के समय होगा।


एग्रीकल्चर मार्केटिंग नियमों में बदलाव किए जाएंगे ताकि किसान अपनी फसल को किसी भी राज्य में बेच सकें।किसानों के पास अब यह चॉइस रहेगी कि वह अपना उत्पाद किसे बेचे, जरूरी नहीं कि वह निर्धारित लाइसेंसी को ही भेजेगा अब। इसके लिए केंद्र सरकार कानून में बदलाव करेगी।


किसान को अपनी फसल को बोने के पहले ही यह पता होगा कि जब फसल आएगी तो यह कितने दाम पर बिक सकेगी, वह अपना दाम पहले ही फिक्स कर ले, इसलिए हम कानूनों में बदलाव करेंगे। इसमें प्रोसेसर एग्रीगेटर लाज रिटेलर और एक्सपोर्टर्स की सहायता भी ली जाएगी। इस फ्रेमवर्क से किसान को एक अश्योर्ड रिटर्न मिलेगा उसकी फसल का कल और परसों भी सरकार घोषणाएं करेगी।


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...