सोमवार, 27 अप्रैल 2020

वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया

कॉलेज का वार्षिकोत्सव हवन पूजन करके मनाया गया
कोरोनावायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन का किया गया पालन
सुनील पुरी


फतेहपुर। कोरोनावायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन का पालन करते हुए इंटर कॉलेज का वार्षिकोत्सव धूमधाम से नहीं बल्कि सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए हवन पूजन करके मनाया गया और कोरोना वायरस बीमारी से देश और समाज को जल्द दिलाने की प्रार्थना भी की गई।
क्षेत्र के दरवेशाबाद गांव के पास स्थित स्वामी विज्ञानानंद इंटर कॉलेज का वार्षिकोत्सव धूमधाम से नहीं बल्कि कोरोनावायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए हवन पूजन करके मनाया गया इस मौके पर मौजूद संत सोम आनंद महाराज ने ईश्वर से कोरोनावायरस जैसी महामारी को देश और समाज से जल्द मुक्त करने की प्रार्थना भी की उन्होंने कहा कि हवन पूजन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके चलते वायु को शुद्ध किया जा सकता है वातावरण अच्छा हो सकता है और कोरोनावायरस जैसी बीमारी को जल्द समाप्त किया जा सकता है इस मौके पर कालेज के प्रबंधक राजेंद्र कुमार गुप्ता उनकी धर्मपत्नी मीना गुप्ता के अलावा रूपा मौर्या आदि मौजूद रहे।


आंधी-बरसात से फसल हुई बर्बाद

तेज आंधी व झमाझम बारिश से किसानों की फसलें हुई बर्बाद मची तबाही 


संवादाता सुनील पुरी 


फतेहपुर। कोरोनावायरस के चलते किसानों की हालत वैसे ही खराब चल रही है और आज दैवीय आपदा के कारण किसानों की हालत बुरी तरह बेकार हो गई है प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सायं 6:15 बजे के बाद तेज आंधी आने के कारण आम की फसलें करीब 50% बेकार हो गई है आंधी के बाद तेज बारिश होने के कारण किसानों की फसलें खराब हो गई जो गेहूं खेत पर कटा हुआ मड़ाई के लिए पड़ा है एवं जो फसलें कटने के लिए खेत पर खड़ी है दोनों बारिश के कारण गेहूं की फसलें जिसे पैदावार में कमी हो  होने की आशंका है क्योंकि तेज बारिश के कारण गेहूं की फसल कटी पड़ी हुई खेतों में बुरी तरीके से लथपथ गई है जिससे काफी मात्रा में गेहूं की फसलें बर्बाद हो गई है अभी 24 घंटे नहीं बीता था अमौली क्षेत्र में भी काफी मात्रा में बारिश एवं ओले गिरने से किसान बुरी तरीके से बर्बाद हो गया है इस दैवी आपदा के कारण किसान भूखों मरने की कगार पर आ खड़ा हुआ है किसानों के साथ साथ आम लोग भी दैवी आपदा की मार झेलने पर मजबूर नजर आ रहा है ।


वायरसः मौतों के आंकड़ों में गिरावट

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण से जूझ रही दुनिया के लिए रविवार अच्छी खबर लेकर आया। करीब एक महीने के बाद संक्रमण से सबसे बुरी तरह प्रभावित लगभग हर देश में इससे हो रही मौतों में कमी दर्ज की गयी है। कोरोना से हो रहीं मौतों का आंकड़ा रविवार को 5000 से नीचे रहा और दुनिया भर में 3751 मौतें दर्ज की गयीं। इसके बाद अब कुल मौतों का आंकड़ा बढ़कर 2,06,915 हो गया है। संक्रमण के मामलों में भी बीते 3 दिन के मुकाबले कमी आई और करीब 74,000 नए केस सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर अब 29,93,000 से भी ज्यादा हो गए हैं। अमेरिका (US), यूरोप (Europe), एशिया (Asia) और अफ्रीका (Africa) सभी जगह नए मामलों और मौतों में कमी दर्ज की गयी है।


US में लॉकडाउन का उल्लंघन कर हजारों लोग पहुंचे बीच पर

गर्मी बढ़ने के साथ ही हजारों लोग घरों में रहने के आदेशों का उल्लंघन करते हुए दक्षिणी कैलिफोर्निया के समुद्र तटों और नदियों के किनारे उमड़ पड़े। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि घर में ही रहने के आदेश का उल्लंघन करने से कोरोना वायरस फिर से अपना प्रकोप दिखा सकता है। ऑरेंज काउंटी के न्यूपोर्ट समुद्र तट पर हजारों लोग जमा हो गए। स्थानीय निवासियों के मुताबिक सामान्य तौर पर इतनी भीड़ नहीं होती है। वहीं तटरक्षक लोगों को हिदायत दे रहे थे कि अगर वे छह या इससे ज्यादा के समूह में हैं तो एक-दूसरे से दूर-दूर रहें। पड़ोस के हंटिंगटन तट पर भी बड़ी संख्या में लोग जुटे। पार्किंग स्थल बंद होने के बावजूद बड़ी संख्या में लोग यहां पुहंच गए।


जॉर्जिया यूनिवर्सिटी ने खोजी औषधि

राजेंद्र कुमार 
सिरसा/जॉर्जिया। हरियाणा में सिरसा के कस्बा ऐलनाबाद के सब्जी विक्रेता राजकुमार ग्रोवर के पुत्र डा. मुकेश ग्रोवर ने वह कर दिखाया जिससे केवल ऐलनाबाद का नहीं बल्कि पूरे सिरसा, हरियाणा व पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है। डा. मुकेश ग्रोवर ने संयुक्त राज्य अमेरिका के जॉर्जिया राज्य विश्वविद्यालय में कोविड -19 के लिए एक आशाजनक उपचार को खोज निकाला है। 
     कोविड-19 के पहले अमेरिकी मामलों के सामने आने के बाद फरवरी में जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट डा. मुकेश ग्रोवर ने एक शोध शुरु किया था जिसका परिणाम अब जाकर सामने आया है। अपने उच्च-स्तरीय जैव सुरक्षा लैब के परीक्षणों में डा. मुकेश ग्रोवर और उनके सहयोगियों ने औरानाफिन दवा से कोविड-19 के सफल ईलाज का दावा किया है। औरानाफिन दवा के साथ इलाज किए जाने के 48 घंटे बाद ही  संक्रमित कोशिकाओं में कोरोना वायरस की मात्रा 95 प्रतिशत कम हो गई। आपको बता दें कि औरानाफिन एक प्रकार का यौगिक है जिसमें सोना होता है और 1985 से यह जोड़ रोग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा औरानाफिन दवा को पहले से ही अनुमोदित किया गया है। डा. मुकेश ग्रोवर ने बताया कि हम कोविड-19 के उपचार के लिए दवाओं की तलाश कर रहे थे। लेकिन अब जाकर कुछ हल मिला है। उन्होंने अपने शोध को वायरोलॉजी पत्रिका में जारी किया है। इसे अभी तक अन्य वैज्ञानिकों द्वारा वीटो नहीं किया गया है। चिकित्सक तुरंत कोविड-19 के इलाज के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। इसे केवल एक चिकित्सक की देखरेख में लिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि वे अभी भी कोविड-19 के इलाज की अन्य संभावनाओं की तलाश कर रहे है। उन्हें यकीन है कि और भी कई दवाएं प्रभावी हो सकती हैं। हमें बस उनका परीक्षण करना है। आपको बता दें कि डा. मुकेश ग्रोवर शहर के वार्ड 8 निवासी राजकुमार ग्रोवर व सरोज ग्रोवर के सुपुत्र हैं। इन्होंने पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई शहर के नवज्योति स्कूल से की है। जबकि दसवीं कक्षा सर छोटूराम जाट हाई स्कूल से, बारहवीं कक्षा राजकीय नेशनल कॉलज सिरसा से तथा वेटरनरी सर्जन की पढ़ाई नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, मऊ (मध्यप्रदेश) से की थी। वे 2008 में अमेरिका चले गए जहां उन्होने हवाई विश्वविद्यालय से 2012 में अपनी पी.एच.डी. की डिग्री प्राप्त की। अपने कार्य के लिए उन्हें अमेरिका में कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। वे अमेरिका की कई प्रसिद्ध संस्थाओं में भी अपनी सेवाएं दे चुके है। वे अब जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वर्ष 2012 में उनकी शादी कोमल से हुई। उनके 4 वर्षीय पुत्री सान्या भी है। उनके बड़े भाई नरेश ग्रोवर गांव कोटली में जेबीटी अध्यापक के रूप में कार्यरत हैं। डा. मुकेश ग्रोवर की इस उपलब्धि पर शहरवासियों ने भी खुशी व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई प्रेषित की है।


इस मौसम में तरबूज के अनेक फायदे

गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और इस समय भरपूर पानी पीने के साथ साथ ऐसे फलों का सेवन करना भी जरूरी होता है जो शरीर में पानी की कमी को पूरा कर सकें. तरबूज ऐसे फलों का एक बड़ा उदाहरण है. ऊपर से थोड़ा सख्त नजर आने वाला तरबूज अंदर से पानी से भरा होता है. तरबूज खाने से शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचता है. यह न केवल हेल्दी होता है बल्कि शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है. इसके अलावा इसमें अधिक मात्रा में विटामिन ए भी मौजूद होता है जो आंखों के लिए बहुत अच्छा होता है. आइए आपको बताते हैं गर्मियों में तरबूज खाने के फायदों के बारे में.
तरबूज खाने के गजब फायदे


तरबूज में लाइकोपिन नामक तत्व पाया जाता है जो त्वचा की चमक को बरकरार रखता है. तरबूज खाने से स्किन का ग्लो बना रहता है और स्किन इंफेक्शन से भी बचा जा सकता है.
हार्ट संबंधी बीमारियों को रोकने में भी तरबूज एक रामबाण उपाय है. ये दिल संबंधी बीमारियों को दूर रखता है. दरअसल ये कोलस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करता है जिससे इन बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
तरबूज में विटामिन ए की मात्रा बहुत अधिक होती है जिससे आंखों की रोशनी सही बनी रहती है. इसके अलावा तरबूज खाने से इम्यून सिस्टम भी स्ट्रॉन्ग होता है और वायरल बीमारियों से दूर रहा जा सकता है.
तरबूज खाने से दिमाग शांत रहता है और गुस्सा कम आता है. असल में तरबूज की तासीर ठंडी होती है इसलिए ये दिमाग को शांत रखता है. इसके अलावा यह स्ट्रेस व तनाव को भी बॉडी से दूर रखता है.
तरबूज के बीज भी कम उपयोगी नहीं होते हैं. बीजों को पीसकर चेहरे पर लगाने से स्किन पर ग्लो नजर आता है. साथ ही इसका लेप सिरदर्द में भी आराम पहुंचाता है.
तरबूज के नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है. इसके अलावा शरीर में खून की कमी होने पर इसका जूस फायदेमंद साबित होता है.
तरबूज को चेहरे पर रगडऩे से ग्लो तो आता ही हे साथ ही ब्लैकहेड्स भी हट जाते हैं. वहीं झुर्रियों की समस्या भी कम होती है.


ओजोन परत के छेद पर लेयर बना

इस महीने यानी अप्रैल की शुरुआत में भी वैज्ञानिकों को उत्तरी ध्रुव यानी नॉर्थ पोल के ऊपर स्थित ओजोन लेयर में एक 10 लाख वर्ग किमी का छेद दिखा था। यह इतिहास का सबसे बड़ा छेद था। लॉकडाउन की वजह से कम हुए प्रदूषण की वजह से ये छेद भर गया।
धरती के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के ऊपर ओजोन लेयर है। इससे पहले भी लॉकडाउन ने दक्षिणी ध्रुव के ओजोन लेयर के छेद को कम किया था। अप्रैल महीने की शुरुआत में उत्तरी ध्रुव के ओजोन लेयर पर एक बड़ा छेद देखा गया था। वैज्ञानिकों का दावा था कि यह अब तक के इतिहास का सबसे बड़ा छेद है। यह 10 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला था


उत्तरी ध्रुव यानी नॉर्थ पोल यानी धरती का आर्कटिक वाला क्षेत्र. इस क्षेत्र के ऊपर एक ताकतवर पोलर वर्टेक्स बना हुआ था. जो अब खत्म होने के कगार पर है। नॉर्थ पोल के ऊपर बहुत ऊंचाई पर स्थित स्ट्रेटोस्फेयर पर बन रहे बादलों की वजह से ओजोन लेयर पतली हो रही थी।ओजोन लेयर के छेद को कम करने के पीछे मुख्यतः तीन सबसे बड़े कारण थे बादल,क्लोरोफ्लोरोकार्बन्स और हाइड्रोक्लोरोफ्लोरोकार्बन्स. इन तीनों की मात्रा स्ट्रेटोस्फेयर में बढ़ गई थी। इनकी वजह से स्ट्रेटोस्फेयर में जब सूरज की अल्ट्रवायलेट किरणें टकराती हैं तो उनसे क्लोरीन और ब्रोमीन के एटम निकल रहे थे। यही एटम ओजोन लेयर को पतला कर रहे थे। जिसके उसका छेद बड़ा होता जा रहा था। इसमें प्रदूषण औऱ इजाफा करता लेकिन लॉकडाउन में वो हुआ नहीं नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसी स्थिति आमतौर पर दक्षिणी ध्रुव यानी साउथ पोल यानी अंटार्कटिका के ऊपर ओजोन लेयर में देखने को मिलता है। लेकिन इस बार उत्तरी ध्रुव के ऊपर ओजोन लेयर में ऐसा देखने को मिल रहा है।


आपको बता दें कि स्ट्रेटोस्फेयर की परत धरती के ऊपर 10 से लेकर 50 किलोमीटर तक होती है। इसी के बीच में रहती है ओजोन लेयर जो धरती पर मौजूद जीवन को सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाती है।


अजबः 123 जिलों में नहीं है वेंटिलेटर

नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ पूरा देश जंग में जुटा है वहीं देश के कई जिलों में न तो वेंटिलेटर है और न ही ICU बेड। इनमें से कई जिलों में कोरोना संक्रमित मरीज भी पाए गए हैं, ऐसे में सवाल यह उठता है कि हम कोरोना के खिलाफ जंग में कहां हैं ? यह खुलासा रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव द्वारा सभी राज्यों के स्वास्थ सचिवों से की गई वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के दौरान हुई। इसमें UP, MP, बिहार और असम जैसे राज्य हैं जहां कोरोना का संक्रमण ज्यादा है।


सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार पूरे देश में कोरोना मरीजों की संख्या 27892 हो गयी है वहीं कोरोना संक्रमण से मारने वालों की संख्या 872 है, हालांकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी 6185 है। सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में पाए गए हैं जबकि दूसरे नंबर पर गुजरात है जहां कोरोना मरीजों की संख्या 3 हजार से पार कर गई है। वहीं तीसरे नंबर पर दिल्ली है। लेकिन कोरोना से मौतों के मामले में महाराष्ट्र के बाद गुजरात और उसके बाद मध्यप्रदेश का नंबर आता है। इंडियन एक्सप्रेस ने इन आंकड़ों के बारे में बताया है कि कुछ राज्यों में स्वास्थ्य सुविधा किस स्तर पर है।


इसी भयावह स्थिति पर चर्चा के लिए रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के स्वास्थ सचिव से चर्चा की उसमें यह खुलासा हुआ है कि देश के 143 जिले में ICU बीएड भी नहीं है वहीं 123 जिलों में कोई वेंटिलेटर नहीं है। इनमें से 67 जिले में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। अकेले UP में ऐसे 35 जिले हैं जिनमें 20 जिलों में कोरोना का मामला सामने आ चुका है। दूसरे नंबर पर मध्यप्रदेश है जहां


इसके अलावा देश के 123 जिलों में जीरो वेंटीलेटर बेड हैं। इनमें से 39 जिलों में संक्रमण के मामले देखे गए हैं। जिन जिलों में वेंटिलेटर नहीं है ऐसे यूपी में 35 जिले हैं और इनमें से 20 जिलों में कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे जिलों की संख्या बिहार में 28 और असम में 17 है। जिनमें क्रमश: 10 और 3 जिलों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। वहीं UP के 39 जिलों में कोई वेंटिलेटर नहीं है। दूसरे नंबर पर मध्यप्रदेश है जहां 31 जिलों में ICU बेड नहीं है जबकि इनमें से 11 जिलों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। बिहार तीसरे नंबर पर आता है जहां 29 जिलों में ICU बीएड नहीं हैं लेकिन इनमें से 11 जिलों में कोरोना का मामला सामने आ चुका है।


पीएम की मुख्यमंत्रियों से विशेष चर्चा

नई दिल्ली। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक महीने और लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम नवीन पटनायक ने लॉकडाउन को पूरे महीने तक जारी रखने की मांग की है। हालांकि, इस पर पीएम मोदी ने हर राज्य से लॉकडाउन को लेकर प्लान बनाने को कहा है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को लेकर सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बात की। इस दौरान कई मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को बढ़ाने की गुजारिश की, जिसमें ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक शामिल हैं। इसके अलावा कई मुख्यमंत्रियों ने चरणवार तरीके से लॉकडाउन हटाने को कहा। पीएम नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूद ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नबा दास ने कहा कि हमने मांग की है कि लॉकडाउन जारी रहना चाहिए अन्यथा हम ओडिशा में इन चीजों का सामना नहीं कर सकते। लॉकडाउन को एक महीने और रहने दीजिए, फिर, हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने टेस्टिंग, ट्रीटमेंट के हालात की जानकारी दी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की, जिन्होंने समय पर लॉकडाउन लगाया। उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य की स्थिति बताई। ये भी कहा कि यमुनोत्री और गंगोत्री कपाट खोले गए हैं।
उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रोग नियंत्रण की जानकारी दी और पूरे महीने (मई) तक लॉकडाउन की मियाद को बढ़ाने की मांग की। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य की कोरोना अपडेट और किसान मंडियों के व्यवस्थाओं की जानकारी दी। किसी एक ऐप का भी जिक्र किया, जिससे बीस तरह की सेवाएं दी जा रही हैं।
वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोटा और दूसरे राज्यों से छात्रों को बुलाने पर एक नीति की मांग की। नीतिश ने कहा कि जब डिजास्टर कानून में साफ है कि अंतरराज्यीय और अंतरजनपदीय आवाजाही न हो तो भी कुछ राज्य छात्रों को बुला चुके हैं, जबकि हम केंद्र के निर्देश का पालन कर रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की। इस बैठक में पीएम मोदी ने लॉकडाउन खोलने को लेकर चर्चा की और कहा कि इसपर एक नीति तैयार करनी होगी, जिसपर राज्य सरकार को विस्तार से काम करना होगा।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कहा कि राज्य सरकार अपनी नीति तैयार करें और किस तरह लॉकडाउन को खोला जाए. इसमें रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन में राज्य अपने इलाकों में लॉकडाउन को खोला जा सकता है। जिन राज्यों में अधिक केस है, वहां लॉकडाउन जारी रहेगा, जिन राज्यों में केस कम है वहां जिलेवार राहत दी जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था को लेकर टेंशन न लें, हमारी अर्थव्यवस्था अच्छी है। बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के अलग-अलग जिलों को जोन के हिसाब से बांटा है, अभी करीब 170 से अधिक जिले रेड जोन में शामिल हैं। गौरतलब है कि कोरोना वायरस संकट की वजह से देश में 3 मई तक का लॉकडाउन लागू है। इस बीच आगे की रणनीति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की। इसमें कई राज्यों की ओर से लॉकडाउन को आगे बढ़ाने और फेज़ वाइज़ लॉकडाउन हटाने का प्रस्ताव रखा।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्रियों के बीच ये बैठक करीब तीन घंटे तक चली। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि राज्य सरकारों ने अच्छा काम किया है, लॉकडाउन की वजह से हमें लाभ मिला है। इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोटा में फंसे हुए बच्चों का मुद्दा उठाया। नीतीश कुमार ने मांग करते हुए कहा कि बच्चों को लाने के लिए एक नीति बननी चाहिए, कई राज्य लगातार बच्चों को वापस बुला रहे हैं।


गौरतलब है कि बैठक से पहले भी कई राज्य सरकारें इस बात को कह चुकी हैं कि एक दम से लॉकडाउन को हटाना खतरनाक साबित हो सकता है, ऐसे में केंद्र सरकार को लॉकडाउन को लेकर अलग-अलग नीति बनानी चाहिए।


नेता प्रतिपक्ष ने पीएम की तारीफ की

नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी हमेशा से मोदी सरकार के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर नकारात्मक टिप्पणी ही करते रहते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने में मोदी सरकार की तारीफ कर सबको भौचक्का कर दिया है।


अधीर रंजन चौधरी ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मोदी सरकार के उठाए कदमों की तारीफ करते हुए कहा कि भारत एक ऐसी जगह हैं, जहां 130 करोड़ की आबादी बसती है। बावजूद इसके भारत सरकार ने इस खतरनाक वायरस से लड़ने के लिए महान कदम उठाए हैं। यही हम इसी तरह के कदम उठाते रहे तो भारत अनेक देशों को पीछे छोड़ विश्व का नेता बन जाएगा। अधीर रंजन चौधरी का बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस के तमाम नेता केंद्र सरकार के केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते और पेंशनरों के महंगाई राहत को बंद किए जाने के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं।


13 मुख्यमंत्रियों ने कहा बड़े लॉक डाउन

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के साथ वीडियोकांफ्रेंसिंग में आज मेघालय समेत 13 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन-2 को और आगे बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री के साथ वीडियोकांफें्रसिंग में आज दिल्ली के सीएम अरबिंद केजरीवाल भी शामिल हुए। वहीं केरल के मुख्यमंत्री ने लिखित में सुझाव दिए। उनकी जगह केरल के चीफ सिकरेट्री वीसी में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कोरोना संकट पर देशभर के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा कर रहे हैं। हालांकि, इस बैठक में केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन शामिल नहीं हुए हैं। चर्चा के दौरान मेघालय के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से लॉकडाउन को तीन मई के आगे बढ़ाने का सुझाव दिया। कोरोना संक्रमण के चलते जारी लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ यह तीसरी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग है। बैठक में तीन मुद्दों पर चर्चा हो रही है। एक, राज्यों में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति और रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास। दूसरे 20 अप्रैल से गृह मंत्रालय द्वारा प्रदत्त छूटों के क्रियान्वयन पर राज्यों का फीडबैक और तीसरे, तीन मई के बाद की क्या रणनीति हो। हालांकि, इस दौरान राज्यों की तरफ से भी अपने मुद्दे रखे जा सकते हैं। इनमें आर्थिक पैकेज की मांग प्रमुख हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल भी कान्फ्रेंस में शामिल हुए। साथ में स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव, गृह मंत्री  ताम्रध्वज साहू, मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल, पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, मुख्यमंत्री की उप सचिव सुश्री सौम्या चौरसिया इस अवसर पर उपस्थित थीं।


कुलगाम में 4 आतंकियों को मार गिराया

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों ने 4 आतंकवादियों को मार गिराया। पिछले कई दिनों से लगातार आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के गश्ती दल पर हमला बोल दिया था। इसके बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 4 आतंकवादी मार गिराया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर जिले के काजीगुंड इलाके में भारतीय सेना के जवान गश्त पर निकले थे। इस दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के गश्ती दल पर गोलियां चला दीं। इसके बाद सेना ने जवाबी कार्रवाई की और 4 आतंकवादियों को मार गिराया। ऑपरेशन में सेना के एक मेजर के घायल होने की खबर है।


इंडियन आर्मी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, प्रदेश पुलिस के संयुक्त अभियान में आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की गई। इससे पहले कुलगाम जिले में रविवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में भी दो आतंकवादी मारे गए थे। दक्षिण कश्मीर के देवसर क्षेत्र में रविवार की शाम को सुरक्षा बलों के गश्ती दल पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की थी। इसके बाद सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोअर मुंडा इलाके में कुछ आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया।


राजस्थान: 36 नए 2221 हुए संक्रमित

नई दिल्ली। दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना के कहर से लगातार जूझ रही है। चीन से फैले कोरोना वायरस ने भारत समेत दुनिया के कई देशों में हाहाकार मचा दिया है। भारत में भी कोरोना का कहर लगातार बढ़ते जा रहा है। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 27 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं राजस्थान में सोमवार को 36 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 2221 हो गई है। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी है।  राजस्थान में कोरोना से मरने वालों की संख्या 41 हो गई है। रविवार को एक ही दिन में 6 लोगों की मौत हुई। इनमें 2 मृतक जयपुर, सीकर, भरतपुर व जोधपुर के 1-1 एवं आगरा के मूल निवासी एक व्यक्ति की मौत जयपुर के एसएमएस अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हुई। महिला की जोधपुर में मौत हुई। प्रदेश में रविवार को 69 नए केस सामने आए। इस तरह प्रदेश में अब तक 2221 संक्रमित मामले सामने आए हैं।


आयकर के 50 अफसरों पर केंद्रीय जांच

रोनक डे


नई दिल्ली। लॉकडाउन के बीच गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर IRS अधिकारियों द्वारा दिया गया सुझाव उन पर भारी पड़ गया है। केंद्र सरकार को उनका सुझाव रास नहीं आया। रविवार को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि इनकम टैक्स डिपार्टेमेंट के उन 50 आईआरएस अफसरों के खिलाफ जांच शुरू की जा रही है, जिन्होंने कोरोना से जुड़े राहत उपायों के लिए राजस्व जुटाने की एक अवांछित रिपोर्ट तैयार की है। साथ ही इस रिपोर्ट को बिना अनुमति के सार्वजनिक भी कर दिया।


बोर्ड ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए कुछ आईआरएस अधिकारियों के सुझावों के बारे में सोशल मीडिया पर रिपोर्ट प्रसारित हो रही है। ये स्पष्ट किया जाता है कि सीबीडीटी ने आईआरएस एसोसिएशन या इन अधिकारियों से इस तरह की रिपोर्ट तैयार करने के लिए कभी नहीं कहा। इन अधिकारियों की ओर से उनके व्यक्तिगत विचारों और सुझावों को सार्वजनिक करने से पहले कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी, जो कि मौजूदा आचरण नियमों का उल्लंघन है।


इस मामले में आवश्यक पूछताछ शुरू की जा रही है। ये रिपोर्ट किसी भी तरीके से सीबीडीटी और वित्त मंत्रालय के आधिकारिक विचारों को नहीं दर्शाती है। बता दें कि CBDT प्रत्यक्ष टैक्स नीतियों के लिए सर्वोच्च नीति बनाने वाली संस्था है। वहीं, आईआरएस एसोसिएशन ने ट्वीट करके कहा, ’50 युवा आईआरएस अधिकारियों द्वारा नीतिगत उपायों का सुझाव देने वाले (फोर्स) दस्तावेज को सीबीडीटी को विचारा के लिए भेजा गया। ये संपूर्ण आईआरएस या आयकर विभाग के आधिकारिक विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है।


अमीरों से 50 फीसदी टैक्स लेने का दिया गया था सुझाव


बता दें कि देश के 50 आईआरएस अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुझाव भेजकर बताया था कि देश की मौजूदा अर्थव्यवस्था को कैसे पुनर्जीवित किया जा सकता है। इसमें अमीर लोगों से कोविड टैक्स के नाम पर 40 फीसद तक टैक्स लेने का सुझाव दिया गया था।


आईआरएस अधिकारियों की ओर से प्रधानमंत्री को भेजे गए सुझाव में कहा गया था कि जो लोग एक साल में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाते हैं, उनकी टैक्स रेट 40 फीसद तक बढ़ाई जा सकती है। कुछ अन्य सुझाव भी दिए गए हैं, जिनमें संपदा कर (वेल्थ टैक्स) दोबारा शुरू करना, 10 लाख रुपये से ज्यादा कर योग्य कमाई पर 4 फीसद तक कोविड-19 अधिभार (एक बार में लिया जा सकने वाला अधिभार), गरीबों के खाते में एक महीने में 5 हजार रुपये तक डायरेक्ट कैश ट्रांसफर और हेल्थकेयर सेक्टर में कॉरपोरेट व बिजनेस के लिए 3 साल के टैक्स हॉलिडे का ऐलान शामिल था।


प्लाज्मा थेरेपी से ठीक हुआ संक्रमित

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोनावायरस का पहला मरीज जिसे प्लाज्मा थैरेपी दी गई थी, वह अब बिल्कुल ठीक हो चुका है और रविवार को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। 49 वर्षीय यह व्यक्ति 4 अप्रैल को कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया था। सात दिन पहले तक वह साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर था। इस व्यक्ति की मध्यम लक्षणों और रेस्पिरेटरी समस्याओं की हिस्ट्री थी।


4 अप्रैल को उन्हें मैंक्स अस्पताल की ईस्ट विंग में भर्ती कराया गया था, जो कि कोविड-19 मरीजों के लिए ही है। कुछ दिन बाद उनकी तबीयत खराब होने लगी और उन्हें एक्सटर्नल ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी। उनमें टाइप- I रेस्पिरेटरी फेल्यूर के साथ निमोनिया विकसित हुआ, जिसके बाद उन्हें 8 अप्रैल को वेंटिलेटर पर रखा गया। जब मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं दिखा, तो उनके परिवार से अस्पताल से प्लाज्मा थैरेपी करने का आग्रह किया।


परिवार ने ही प्लाज्मा थैरेपी के लिए डोनर को ढूंढा.।डोनर ने अपने प्लाज्मा डोनेट करने से तीन हफ्ते पहले ही कोरोनावायरस से मुक्ति पाई थी। गंभीर रूप से बीमार 49 वर्षीय मरीज को 14 अप्रैल की रात को मानक उपचार प्रोटोकॉल के लिए एक साइड-लाइन के रूप में इलाज के लिए ताजा प्लाज्मा दिया गया था। डॉक्टर्स का मानना है कि कोरोनावायरस से ठीक हुआ एक सिंगल डोनर दो लोगों की जान बचा सकता है, अगर वह 400ml प्लाज्मा डोनेट करे। 200ml प्लाज्मा एक मरीज के लिए काफी होता है।


प्लाज्मा देने के बाद मरीज में सुधार देखने को मिला और फिर उन्हें वेंटिलेटर से 18 अप्रैल को हटा दिया गया। 24 घंटे के अंदर उनमें इतना सुधार था कि उन्हें ओरल फीड कराया जाने लगा। 24 घंटे में दो बार कोरोनावायरस टेस्ट नेगेटिव आने के बाद 20 अप्रैल को उन्हें राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग के साथ रूम में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद अब वो पूरी तरह से ठीक हैं और उन्हें रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। हालांकि सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार उन्हें दो हफ्ते के होम क्वारंटीन पर रहना होगा।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 28, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-261 (साल-01)
2. सोमवार, अप्रैल 28, 2020
3. शक-1943, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- पंचमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:00,सूर्यास्त 06:54।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै.।


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रविवार, 26 अप्रैल 2020

63 वां संस्करण 'मन की बात'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे एक बार फिर रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में देश को संबोधित कर रहे हैं। आज अप्रैल महीने का आखिरी रविवार है। ‘मन की बात’ कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को ही प्रसारित होता है। पीएम मोदी ने कहा कि ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीज़ों ने जिन भावनाओं को जन्म दिया। जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ-न-कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है। हमारे किसान भाई-बहन को ही देखिये – वो इस महामारी के बीच अपने खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस बात की भी चिंता कर रहे हैं कि देश में कोई भूखा ना सोये।


मन की बात में संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चाहे करोड़ों लोगों का गैस सब्सिडी छोड़ना हो, लाखों सीनियर सिटिजन का रेलवे सब्सिडी छोड़ना हो, स्वच्छ भारत अभियान का नेतृत्व लेना हो, टॉयलेट बनाने हो, ऐसी अनगिनत बातें है। इन सारी बातों से पता चलता है कि हम सबको, एक मन, एक मजबूत धागे में पिरो दिया है। एक होकर देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि हर मुश्किल हालात, हर लड़ाई, कुछ-न-कुछ सबक देती है, कुछ-नकुछ सिखा करके जाती है, सीख देती है। सब देशवासियों ने जो संकल्प शक्ति दिखाई है, उससे, भारत में एक नए बदलाव की शुरुआत भी हुई है। हमारे बिजनेस, हमारे दफ्तर, हमारे शिक्षण संस्थान, हमारे मेडिकल सेक्टर, हर कोई, तेजी से नए तकनीकी बदलावों की तरफ बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे देश में गली मोहल्लों में, जगह जगह पर आज लोग एक दूसरे की सहायता के लिए आगे आए हैं। गरीबों के लिए खाने से लेकर राशन की व्यवस्था हो लॉकडाउन का पालन हो, अस्पतालों की व्यवस्था हो, मेडिकल इक्वीपमेंट का देश में निर्माण हो-आज पूरा देश एक लक्ष्य, एक दिशा, साथ साथ चल रहा है।


पीएम मोदी ने कहा कि भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई सही मायने में people driven है। भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जनता लड़ रही है, आप लड़ रहे हैं, जनता के साथ मिलकर शासन, प्रशासन लड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि आज पूरा देश, देश का हर नागरिक, जन-जन इस लड़ाई का सिपाही है और लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है। आज पूरा देश, एक लक्ष्य, एक दिशा के साथ आगे बढ़ रहा है।


पीएम मोदी सुबह 11 बजे ‘मन की बात’ मासिक रेडियो कार्यक्रम के 64वें एडिशन में लोगों के सामने पेश हो रहे हैं। जाहिर है कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है। इस वजह से छोटे दुकानदार, किसान और मजदूर वर्ग के लोगों के सामने जीने-मरने का संकट आ गया है। ऐसे में उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इनसे जुड़े मुद्दे भी उठाएंगे।


शनिवार को पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लोगों से आज के ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनने की अपील की है। उन्होंने लिखा, “इस बार के कार्यक्रम के लिए लोगों की तरफ से ढेर सारे सुझाव मिले हैं।”बता दें, इससे पहले 63वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कोरोना वायरस की वजह से देश के हालात को केंद्र में रखते हुए अपनी बात रखी थी।


826 लोगों की मौत, 26917 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 26,917 हो गई है। इस महामारी से मृतकों की संख्या बढ़कर 826 हो गई है। लेकिन राहत की बात यह है कि कोरोना को लेकर देश में हालात सुधर रहे हैं। हॉटस्पॉट जिलों की संख्या में कमी आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को यह बात कही। डॉ. हर्षवर्धन ने आज दिल्ली में एम्स ट्रॉमा सेंटर का किया दौरा और कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “देश मे कोरोना को लेकर स्थिति में सुधार आ रहा है। हॉटस्पॉट जिले अब गैर-हॉटस्पॉट जिलों में बदल रहे हैं। लाकडॉन-2 को और असरदार बनाने के लिए लोग सामाजिक दूरी बनाए रखने और सरकार के निर्देशों का पालन करें.” हर्षवर्धन ने इस दौरान कोरोना के कुछ मरीजों से मोबाइल पर वीडियो कॉल के जरिये बात की। अस्पताल में मिल रही सुविधाओं को लेकर मरीजों से फीडबैक भी लिया। 
इधर, कैबिनेट सचिव ने आज कोरोना को लेकर राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ वीडियो कनफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक की। बैठक में कैबिनेट सचिव कहा कि उन राज्यों को लाकडाउन और कंटेनमेंट को लेकर दिए दिशा-निर्देशों को और असरदार तरीके से लागू कराने की जरूरत है, जहां कोरोना के काफी मामले सामने आ रहे हैं। कैबिनेट सचिव ने राज्यों को मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने की बात कही। खासकर राज्यों को आइसोलेशन बेड्स, आईसीयू बेड्स और वेन्टीलेटर्स की संख्या बढ़ाने पर जोर देना चाहिए।


कारगर उपाय-क्षमता बढ़ाने की जरूरत

नई दिल्ली। पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह तथा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि कोरोना को हराने के लिए इसकी टेस्टिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और इसे बढ़ा कर प्रति दिन कम से कम एक लाख किया जाना चाहिए।राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि सारे विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि कोरोना को हराने के लिए इसकी टेस्टिंग ही एक मात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि कोरोना को हराना है तो इसकी टेस्टिंग को वर्तमान 40 हजार से बढाकर हर दिन कम से कम एक लाख किया जाना जरूरी है। इसके लिए हमारे पास क्षमता है और प्रधानमंत्री को इस दिशा में तेजी से काम करने की आवश्यकता है।”इससे पहले डॉ. मनमोहन सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा कि कोरोना को हराने में टेस्टिंग ही उपयोगी है इसलिए इसकी क्षमता को बढ़ाना आवश्यक है और पर्याप्त रूप से देश में कोरोना टेस्टिंग की सुविधा विकसित की जानी चाहिए। टेस्टिंग सुविधा नहीं होगी तो कोरोना पर जीत हासिल करना कठिन हो जाएगा।


भारतीय निवेश 177.5 अरब डॉलर हुआ

नई दिल्ली। अमेरिका सरकार की प्रतिभूतियों में भारत का निवेश फरवरी, 2020 में 13 अरब डॉलर बढ़कर 177.5 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। पिछले एक साल यानी फरवरी, 2019 से अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत के निवेश में 33.2 अरब डॉलर का जोरदार इजाफा हुआ है। अमेरिका के वित्त विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार एक माह के दौरान अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत के निवेश में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। भारत पिछले साल नवंबर से अमेरिकी प्रतिभूतियों में अपना निवेश लगातार बढ़ा रहा है। उस समय यह 159.2 अरब डॉलर था। अमेरिकी प्रतिभूतियों में सबसे ज्यादा 1,268 अरब डॉलर का निवेश जापान का है। उसके बाद 1,092 अरब डॉलर के साथ चीन का नंबर आता है। ब्रिटेन 403.2 अरब डॉलर के साथ अच्छे-खासे अंतर से तीसरे स्थान पर है। भारत इस सूची में 13वें स्थान पर है। जनवरी के अंत तक भारत के पास अमेरिका सरकार की 164.3 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां थीं। यह उस समय का उच्चस्तर था। इससे पहले दिसंबर में भारत के पास 162 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां थीं। रिजर्व बैंक इन बांडों की खरीद करता है। अमेरिका का वित्त विभाग विभिन्न देशों की प्रतिभूतियों में हिस्सेदारी के आंकड़े जारी करता है। ब्राजील 285.9 अरब डॉलर के साथ चौथे, आयरलैंड 282.7 अरब डॉलर के साथ पांचवें, लग्जमबर्ग 260.8 अरब डॉलर के साथ छठे, हांगकांग 249.8 अरब डॉलर के साथ सातवें, स्विट्जरलैंड 243.7 अरब डॉलर के साथ आठवें, केमन आइलैंड 219.4 अरब डॉलर के साथ नौवें और ताइवान 201.9 अरब डॉलर के साथ दसवें स्थान पर है। सऊदी अरब इस सूची में 11वें स्थान पर है। उसके पास 184.4 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां हैं।


ठीक होने के बाद 8 को किया डिस्चार्ज

गौतम बुध नगर। जिलाधिकारी के नेतृत्व में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा का करोना को हराने में बड़ा प्रयास वर्तमान तक 31कोरोना  पेशेंट को ठीक कर डिस्चार्ज किया गया आज कोरोना से संक्रमित 8 मरीजों के स्वस्थ होने पर किया गया डिस्चार्ज राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के सभी स्टाफ को जिलाधिकारी ने उनके कार्य की की भूरी भूरी प्रशंसा आज दिनांक 26.04.2020 को जिलाधिकारी सुहास एल वाई व निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता ने राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा में भर्ती कोरोना संक्रमित 8 मरीजों को सफलतापूर्वक उपचार के उपरान्त प्रमाणपत्र व उपहार भेंट कर उनको अस्पताल से डिस्चार्ज किया, जिसमें 82 साल की श्रीमती उर्मिला व 79 साल के श्री गोपाल कपिल जो बी0पी0, हाइपर टेन्शन के मरीज थे और 3 साल के बालक वैदिक के साथ डा0 सहर का 6 दिन के नवजात शिशु भी शामिल है जिनके उपचार का डाक्टरों ने विशेष ध्यान रखा। इसके साथ ही अब तक जिम्स में भर्ती कुल 35 कोविड-19 मरीजों में से 31 मरीजों की उपचार के बाद छुट्टी हो चुकी है। निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता ने बताया कि यह सब संस्थान के नोडल अधिकारी डा0 सौरभ श्रीवास्तव व डा0 रश्मि उपाध्याय व उनकी टीम के उपचार व नर्सिंग स्टाॅफ की कडी मेहनत का फल है कि जिम्स से अब तक 31 मरीज की छुट्टी हो सकी है बाकि अन्य मरीजों की हालत भी स्थिर बनी हुई है तथा आशा है शीघ्र स्वस्थ होने के बाद उनकी भी छुट्टी की जायेगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी  सुहास एल वाई ने संस्थान के निदेशक व उनकी टीम की सराहना की गयी और सभी आभार जताया। डा0 सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि लोगों को कोरोना से घबराना नहीं चाहिये सकारात्मक होकर ही कोरोना को हराया जा सकता है। मुख्य चिकत्सा अधीक्षक डा0 शिखा सेठ ने बताया कि वृद्धों, छोटे बच्चों व पहले से बीमार लोग अपने स्वास्थ का विशेष ध्यान रखें कोई भी परेशानी होने पर तुरन्त चिकित्सक से परामर्श करें तनिक भी देर ना करें। निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता ने बताया कि दिनांक 13 अप्रैल से संस्थान में भी कोविड-19 के नमूनों की जाॅच शुरू कर दी जिसमें संस्थान के अनुभवी संकाय सदस्य डा0 विवेक गुप्ता, डा0 हरमेश मनोचा व डा0 वरूण गोयल लगातार दिन-रात काम कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी डा0 अनुराग ने जानकारी दी अभी संस्थान में एक दिन में लगभग 150 नमूनों की जाॅच की जा रही है जिसकी क्षमता बढाने के प्रयास चल रहें हैं। इस अवसर पर सी0डी0ओ0 अनिल कुमार, प्रभारी सी0एम0ओ0, डा0 सतेन्द्र कुमार, डा0 वनिता लाल, डा0 सुनील दोहरे, डा0 पायल जैन, डा0 विकास शर्मा, डा0 आकाश राजा, डा0 वन्दना आदि उपस्थित रहे। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर।


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...