बुधवार, 18 मार्च 2020

एसडीएम की अनूठी एवं कारगर पहल

एसडीएम की अनूठी एवं कारगर पहल 
अकाशुं उपाध्याय 
गाजियाबाद। विश्व के 151 देशों में कोरोना वायरस लोगों के जीवन से खेल रहा है, लोग भयभीत और हताश जीवन जी रहे हैं। वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जिससे बचाव ही एकमात्र सुरक्षा है। कई देशों के विशेषज्ञ इसके उपचार के लिए गहनाध्ययन कर रहे हैं। लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है। कई देशों के हालात चिंताजनक बने हुए हैं। वही हमारे देश में भी वायरस का कम खौफ नहीं है। सार्वजनिक स्थान, स्कूल-कॉलेज, शॉपिंग मॉल और कॉन्प्लेक्स के साथ-साथ राज्यों में सामूहिक अवकाश घोषित किया जा रहा है। इसके विपरीत बचाव को प्राथमिक आधार बनाने वाले उप जिला अधिकारी चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। 
गौरतलब हो गाजियाबाद स्थित तहसील लोनी में कार्यरत उप जिला अधिकारी खालिद अंजुम की पहल को अनूठा बताया जा रहा है। वहीं इसके कारगर होने की बात भी कही जा रही है। उप जिलाधिकारी के आदेश अनुसार तहसील एवं नगर पालिका कार्यालय आने वाले सभी लोग बाहर जूते-चप्पल उतारकर ही कार्यालय में प्रवेश कर रहे हैं। यह तरीका कितना कारगर सिद्ध होगा ? यह तो ठीक-ठीक नहीं कहा जा सकता है। लेकिन यह बात तय है कि संक्रमण का एक कारण गंदगी है। जूते चप्पल ज्यादातर गंदगी के नजदीक रहते हैं। इस सच्चाई से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है। इसे एक बड़ा कारण मानते हुए यह अनूठी पहल की गई है। एसडीएम खालिद अंजुम ने प्रशासनिक कार्रवाई से परहेज करने के बजाय, बचाव के तरीके को प्राथमिकता देना उचित समझा। यह उनकी कर्तव्यनिष्ठा और बुद्धिमता का परिचायक है। जिससे जनता में जागरूकता बनी रहेगी। साथ-साथ उन्होंने क्षेत्र की जनता से अपील भी की है कि अपने घर, व्यवसाय आदि स्थानों पर संक्रमण को रोकने के लिए गंदगी को चिन्हित करें और उसका दायरा सीमित करें।


तीन साल बेमिसाल, रहे सब हलकान

प्रदेश में हावी है अफसरशाही, भाजपा निभा सकती है सिर्फ विपक्ष की भूमिका 


जनप्रतिनिधि एक भी बड़ा काम गिनाएं


रुद्रपुर।  पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तिलकराज बेहड़ ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के तीन साल बेमिसाल नहीं, बल्कि जनता को बेहाल करने वाले तीन साल रहे हैं। जनता इन तीन सालों में हलकान रही है। अपनी खोखली उपलब्धियों का ढिंढोरा पीटने वाले सरकार के प्रतिनिधियों को शर्म आनी चाहिए कि प्रदेश की जनता महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और भ्रष्टाचार आदि मुद्दों पर त्राहि त्राहि कर रही है।


श्री बेहड़ ने पत्रकार वार्ता करके कहा कि भाजपा के राज में प्रदेश के अन्नदाता किसान की हालत बद से बदतर हो चली है। प्रदेश भर में कर्ज के बोझ तले दबे किसान आत्महत्या को मजबूर है। भाजपा ने अपने दृष्टि पत्र में वादा करने के बावजूद किसानों का ऋण माफ नहीं किया। गन्ना किसानों के भुगतान वर्षों बाद भी लंबित हैं। कृषि विकास दर घट कर दो प्रतिशत से भी नीचे आ गई है। श्री बेहड़ ने कहा कि भाजपा ने युवाओं के साथ भी धोखा किया है। युवाओं को भ्रमित कर उनके वोट लेने वाली भाजपा के शासनकाल में बेरोजगारी दर भारत के इतिहास में सबसे भयावह दौर में पहुंच चुकी है। पहाड़ों से पलायन आज भी जारी है, वहीं नोट बंदी और जीएसटी के कारण उद्योग व व्यापार मंद पडऩे के चलते हजारों लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। प्रदेश में विकास की राह देखते जनता की आंखें पथरा गई हैं। समझ नहीं आता के सड़क में गड्ढें हैं या गड्ढों में सड़क।   


श्री बेहड़ ने कहा कि प्रदेश में जीरो टोलरेंस का सरकारी दावा हवा हवाई साबित हुआ है क्योंकि यह सरकार स्वयं भ्रष्टाचार में लिप्त है। एनएच 74 घोटाले में जेल गए अधिकारियों को इसी सरकार ने बहाल किया। प्रदेश में एनआरएचएम घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, सिडकुल घोटाला इस सरकार की असल मंशा साबित करते हैं। प्रदेश में ट्रांसफर को अवैध कमाई का जरिया बना दिया गया है। बौर जलाशय के उच्चीकरण में भी करोड़ों का गोल माल किया गया है। फारेस्ट गार्ड भरती घोटाला, प्रदेश में हावी नकल माफिया, तीन साल में लोकायुक्त न बन पाना यह दिखाता है कि इस सरकार की कथनी और करनी बिलकुल अलग है। इसके अलावा राज्य में अफसरशाही निरंकुश हो चली है। जनता अपने कामों के लिए दर दर भटक रही है और राज्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं।  


श्री बेहड़ ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार व दुष्कर्म के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। खुद भाजपा के संगठन महामंत्री मी टू में लिप्त पाए गए। भाजपा शासनकाल में मातृशक्ति हाशिये पर व महिला सशक्तिकरण का नारा धूल चाट रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था पूर्ण रूप से चौपट हो चुकी है। शिक्षा की बदहाली पर उच्च न्यायालय ने भी राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। शिक्षा सूचकांक के अनुसार अब राज्य दसवें स्थान से फिसल कर देश 14 वें पर आ गया है। राज्य में शिक्षकों की कमी लगातार बनी हुई है। गरीब परिवारों को शिक्षा के अधिकार से वंचित किया जा रहा है और छात्रवृत्ति में भी कमी की जा रही है। सरकार की मंशा इसी से पता लगती है की प्रदेश में शराब सस्ती की गई और मोबाइल वैन चला कर घर घर शराब पहुंचाने का प्रबंध किया गया। कहा जा सकता है के राज्य सरकार भू और खनन माफिया ही नहीं बल्कि शराब माफियाओं के हाथ की भी कठपुतली है। यहीं नहीं बल्कि राज्य सरकार ने रोडवेज किराये तथा बिजली और पानी के दामों में भी बेतहाशा वृद्धि कर गरीब जनता की कमर तोडऩे का काम किया है।  श्री बेहड़ ने कहा कि भाजपा सरकार ने खाद्यान्न में एपील कार्ड धारकों के लिए गेहूं नौ रुपये किलो और चावल 15 रुपये किलो दाम बढऩे के साथ इनकी मात्र भी घटाई और मिट्टी के तेल व राशन की चीनी की आपूर्ति पूरी तरह बंद कर दी। हालत यह है कि डिपो से सस्ता राशन ही गायब है। श्री बेहड़ ने कहा कि लगता है प्रदेश में जिला विकास प्राधिकरणों का गठन जनता को परेशान करने के लिए किया गया है। गरीब व्यक्ति अपने जीवन भर की कमाई से अपने घर का निर्माण करना चाहता है, लेकिन नियमों की जटिलता के कारण यह काम अब उसके लिए असंभव सा हो गया है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जनता का जबरदस्त उत्पीडऩ हो रहा है। यह सभी प्राधिकरण राज्य सरकार की लूट का अड्डा बन चुके हैं।        


श्री बेहड़ ने कहा की सबसे बड़ी विडंबना तो स्वास्थ्य विभाग के साथ है, जिसकी जिम्मेदारी स्वयं मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं। हालात इस कदर खराब हैं कि कई घटनाओं में माताओं बहनों को शौचालय में प्रसव करने को मजबूर होना पड़ा है। समय पर एम्बुलेंस न मिलना, दवाइयों का टोटा, उपचार में देरी, डाक्टरों की कमी अब आम बात हो चली है। पिछले साल स्वास्थ्य क्षेत्र में 2200 करोड़ का बजट होने के बावजूद स्वास्थ्य सेवाओं में रत्ती भर भी सुधार नहीं हुआ है। अटल आयुष्मान योजना की हालात ये है कि निजी अस्पताल इन कार्डों को स्वीकार ही नहीं करते और इस योजना की आड़ में भी कई घोटाले सामने आ चुके हैं। श्री बेहड़ ने कहा कि अब समय आ गया है कि जनविरोधी सरकार के खिलाफ  सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया जाए और इनकी असलियत जनता के सामने लाई जाए।


शाहीन बागः संक्रमण हो जाए, नहीं हटेंगे

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे और दिल्ली सरकार द्वारा दी गई सलाह के बावजूद शाहीन बाग में मंगलवार को करीब 500 से अधिक महिलाएं धरनास्थल पर एक दूसरे से सटकर बैठी हुई नजर आईं। प्रदर्शन स्थल पर मौजूद इन महिलाओं का कहना है कि उनके स्वास्थ्य की जिम्मेदारी सरकार की है। खास बात यह रही कि प्रदर्शन स्थल पर न तो महिलाओं के लिए हाथ धोने की कोई व्यवस्था है न ही इस दौरान किसी ने अपना मुंह ढका है और न ही कोरोना वायरस से बचने का कोई और इंतजाम यहां किया गया है।


प्रदर्शन में मौजूद सोफिया ने कहा, “हमें कोरोना वायरस और सीएए एवं एनआरसी दोनों से ही लड़ना है। इस लड़ाई में हमारे लिए कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक एनआरसी और सीएए है। इसलिए सीएए के खिलाफ हमारी यह लड़ाई लड़ाई जारी रहेगी। बीमार होने के डर से हम अपने आंदोलन को छोड़कर घर नहीं बैठ सकते।”


प्रदर्शन में मौजूद रुखसत ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा, “दिल्ली सरकार ने दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर मोहल्ला क्लीनिक खोले हैं। सरकार को अगर हमारी इतनी ही चिंता है, तो शाहीन बाग में भी धरनास्थल के पास एक मोहल्ला क्लीनिक खोल दे।” कोरोना वायरस को लेकर दी जा रही चेतावनी के बावजूद यहां शाहीनबाग में मंगलवार (17 मार्च) को सैकड़ों प्रदर्शनकारी एक दूसरे से सटकर कर बैठे रहे। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारियों ने बिना साबुन से हाथ धोए दोपहर का भोजन भी यही धरनास्थल पर किया।
54 वर्षीय नूरजहां ने कहा, “अगर सरकार को हमारी इतनी ही चिंता है तो क्यों नहीं कानून को वापस ले लेती है। अगर सीएए का कानून वापस हो जाए, तो हम आज ही इस सड़क को साफ करके अपने घरों को लौट जाएंगे, लेकिन कानून वापस न होने की शक्ल में हम यहां से नहीं हटेंगे, फिर बेशक हम लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण ही क्यों न हो जाए।”
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा, “हमें अपने आंदोलन के लिए सब कुर्बानियां मंजूर हैं। प्रदर्शन के दौरान हमने कई समस्याएं बर्दाश्त की हैं। हमने सर्दी सहन की, अब गर्मी आएगी, हम बर्दाश्त करेंगे। बारिश और सर्द रातों में भी हम यहां डटे रहें। कोरोना वायरस का खतरा भी हमें मंजूर है। तब तक यह लड़ाई मंजूर है, जब तक देश के हुक्मरान हमारी बात नहीं सुनते।”


वारंटी को पकड़ने गई पुलिस, हमला

राजस्थान- वारंटी को पकडऩे गई राजस्थान पुलिस पर वारंटी के परिजनों ने व ग्रामीणों ने किया जानलेवा हमला ।



अलवर। जिले के मांढण थानाधिकारी व हेड कांस्टेबल पर ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से किया हमला। मांढण थाना क्षेत्र के रायसराणा गांव में पंजाब थानाधिकारी पुलिस जाब्ते के साथ वारंटी बदमाश को पकडऩे पहुंची। गांव में पहुंचते ही आरोपी के परिजनों व ग्राम वासियों ने पुलिस पर किया हमला, हमला होते ही पंजाब व राजस्थान पुलिस खेतों के रास्ते होते हुए अपनी जान बचाकर भागी। जानलेवा हमले में मांढण थानाधिकारी विक्रम सिंह और हेड कांस्टेबल अशोक यादव के सिर में आई है चोट आई । जबकि अन्य तीन पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई है । हमले के बाद दोनों को मांढण सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां दोनों के सिर में चोट आई है । पुलिस राज कार्य मे बाधा का मुकदमा करेगी दर्ज ।


एसओ का बुके देकर स्वागत किया

थाना लोनी बॉर्डर के नए प्रभारी का आम आदमी पार्टी की महिलाओं ने किया स्वागत


लोनी। नवनियुक्त थाना प्रभारी लोनी बॉर्डर का प्रभार संभालते ही आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकत्रियों ने बुके देकर उनका स्वागत किया और उम्मीद की क्षेत्र में बढ़ते हुए अपराध पर लगाम लगाने में कामयाब रहेंगे।


आम आदमी पार्टी की जिला उपाध्यक्ष भावना बिष्ट ने लोनी सर्किल स्थित थाना बॉर्डर का ज्ञानेंद्र बौद्ध को चार्ज संभालते ही बुके देकर उनका स्वागत किया और इसी कड़ी में थाना प्रभारी से जिला उपाध्यक्ष ने क्षेत्र के कई ज्वलनशील मुद्दों पर भी बात की। वही नए थाना प्रभारी से उम्मीद जताई है कि क्षेत्र में बढ़ते हुए अपराध को रोकने में नए थाना प्रभारी पूर्ण रूप से कामयाब रहेंगे। ज्यादातर क्षेत्र में महिलाओं से संबंधित समस्याएं सामने रखी और कहा कि थानों चौकीयो के अंदर महिलाओं का सम्मान नहीं होता है। परेशान होकर वह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद के यहां जाकर कई बार न्याय की गुहार भी लगाती है। लेकिन अब हमें नए थाना प्रभारी के आने से यह उम्मीद है कि इस तरह की समस्याओं का निदान थाना लोनी बॉर्डर पर ही हो जाया करेगा। लोगों को गाजियाबाद जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रूपा शेख आम आदमी पार्टी के नगर अध्यक्ष।


वन-विभाग की भूमि पर कब्जा, काटे पेड़

स्कूल प्रबंधन ने वन विभाग की भूमि पर कब्जा कर काटे हजारों पेड़


ब्लूमिंग किड्स पब्लिक स्कूल ने जीडीए की भूमि पर भी किया कब्जा प्रशासन अनभिज्ञ


आठवीं कक्षा की मान्यता होने के बाद भी चलाया जा रहा इंटर तक स्कूल


सचिन विशौरिया


गाजियाबाद। लोनी नगर पालिका क्षेत्र के लाल बाग कॉलोनी में स्थित ब्लूमिंग किड्स पब्लिक स्कूल प्रबंधन ने किया सरकारी भूमि पर कब्जा। वन विभाग की भूमि पर कब्जा करने के बाद हजारों पेड़ों को काटकर बनाया प्लेग्राउंड यहां आपको बता देंगे ब्लूमिंग किड्स पब्लिक स्कूल एक अनौथराइज स्कूल है। जिसकी मान्यता सरकार द्वारा आठवीं तक है और गैरकानूनी तरीके से 12वीं क्लास तक के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। मौके पर भारतीय किसान यूनियन की शिकायत के बाद कानूनगो व पटवारी ने सरकारी भूमि की पैमाइश कर उप जिलाअधिकारी लोनी को जांच सौंपने की बात कही। कॉलोनी वासियों के द्वारा बताया जा रहाा है। किया सुबह स्कू्कूल प्रिंसिपल  को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। लेकिन कुछ सांठगांठ होने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।


विधायक-सांसद पर रेप पीड़िता के आरोप

अकरम


गाजियाबाद। लोनी में पिछले कई सालों रेप पीड़िता इंसाफ के लिए चक्कर काट रही हैं। उन्होंने लोनी विधायक व गाजियाबाद सांसद पर आरोप लगाते हुए बताया कि लोनी नगर पालिका से भाजपा के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा ने उन दोनों को खरीद लिया है। वह लोग उनकी मदद नहीं कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो के अनुसार पीड़ित महिला सरकार से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की नीतियों पर सवाल उठाते हुए नजर आए। वहीं इस मामले में जब बात की गई तो,लोनी विधायक ने बताया कि पीड़ित महिला उनके पास शिकायत लेकर आई थी। लेकिन विधायक ने पीड़ित महिला को कानून का सहारा लेने के लिए कहा उन्होंने बताया कि राजनीतिक स्तर पर या व्यक्तिगत स्तर पर इस मामले में कुछ नहीं हो सकता। क्योंकि यह मामला कोर्ट में चल रहा है तो आप अधिकारियों से ही मदद मांगे। जिसके बाद पीड़िता ने जिलाधिकारी गाजियाबाद को लिखित शिकायतें मामले से अवगत कराया।


यूपीः उपद्रवियों से वसूली के आदेश

लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लखनऊ को ह‍िंसा की आग में झोकने वाले 13 उपद्रवियों से 21.76 लाख रुपये की वसूली के लिए प्रशासन ने आरसी जारी कर दी है। जुर्माना जमा करने के लिए कोर्ट ने तीस दिन का समय दिया था, लेकिन निर्धारित वक्त में किसी ने जमा नहीं किया। 19 दिसंबर को राजधानी में विभिन्न संगठनों द्वारा बुलाए गए प्रदर्शन के दौरान जबर्दस्त ह‍िंसा और उपद्रव के दौरान राजधानी में करीब पांच करोड़ रुपये की संपत्ति को आग के हवाले कर दिया गया था। जांच और पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए साक्ष्यों के आधार पर केवल हसनगंज थाना क्षेत्र के 20 उपद्रवियों को 13 फरवरी को रिकवरी का आदेश जारी हुआ था। इनमें से सात रिकवरी से बरी हो गए थे।


 
उपद्रवियों को तीस दिनों के भीतर संयुक्त या व्यक्तिगत रूप से जुर्माना जमा कराना था।एडीएम ट्रांसगोमती विश्वभूूषण मिश्र के मुताबिक उपद्रवियों से वसूली के लिए आरसी जारी कर दी गयी है। तहसीलदार द्वारा अब डिमांड नोट भेजकर 15 दिन का समय दिया जाएगा। इस दौरान प्रशासन वसूली के लिए घरों के बाहर डुग्गी भी पिटवा सकता है। अगर जुर्माना नहीं भरा तो संपति कुर्क कर जुर्माना वसूला जाएगा।धर्मवीर सिंह,ओसामा सिद्दीकी, मुहम्मद हासिम, मुहम्मद कलीम, मुख्तार अहमद, कलीम अहम, जाकिर, सलमान, मुबीन, वसीम, शाफीकुद्दीन, माहेनूर चौधरी, हफीजुरर्रहमा।जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रकाश के मुताबिक यह आदेश केवल हसनगंज थाना क्षेत्र के लिए है। अभी तीन अन्य थाना क्षेत्रों के कुल 57 उपद्रवियों से वसूली होनी है। अगर बाकियों से समय रहते जुर्माना नहीं जमा किया तो फिर प्रशासन इनकी भी आरसी काटेगा।


पंचायत ने कराई 'भाई-बहन' की शादी

कटिहार। प्रेम-प्रसंग में लोग इतने खो जाते हैं कि अपने रिश्ते का भी ख्याल नहीं रखते हैं ऐसी ही एक घटना सामने आई है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। मामला कटिहार जिले का है, जहां भरी सभा में सबके सामने पंचायत ने भाई-बहन की शादी करा दी। बताया जा रहा है कि दोनों ना सिर्फ रिश्ते में भाई-बहन हैं, बल्कि नाबालिग भी हैं। घटना सामने आने के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। 

घटना कटिहार जिले के हसनगंज थाना इलाके की है। जहां कालीगंज गांव में प्रेम प्रसंग में घर से भागे नाबालिग प्रेमी जोड़े की शादी पंचायत ने करा दी। मुखिया और सरपंच ने पंचायत लगा कर सैकड़ों लोगों के बीच जबरन मांग में सिंदूर डलवाया। इस पूरी घटना का वीडियो सामने आया है। शादी का वीडियो सामने आने पर पुलिस प्रशासन हरकत में आई है।


इस शादी का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक स्थान पर काफी संख्या में जुटी भीड़ नाबालिग जोड़े की जबरन शादी करा रहे हैं। शादी में महिलाएं भी शामिल हैं जो लड़के से जबरन लड़की की मांग भरवा रही हैं और भीड़ के बीच दोनों की शादी करवा रही हैं। लड़के के पिता ने शंकर महतो ने पंचायत के लोगों पर आरोप लगाया है कि जबरन पंचायत से उठा कर शादी कर दी गई है, जबकि रिश्ते में दोनों भाई बहन लगते हैं। शादी का वीडियो सामने आने पर कटिहार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने कहा कि वीडियो के माध्यम से जानकारी हमें भी मिली है। घटना की छानबीन की जा रही है। आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।


अजयदीप चौहान


गांधी मैदान में मांझी दिखाएंगे ताकत

पटना। महागठबंधन में मचे घमासान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी के महत्वपूर्ण नेताओं के साथ आज बैठक की। बैठक में आरजेडी को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेताओं का गुस्सा अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने फूट पड़ा। हम के नेताओं ने मांझी को दो टूक कह दिया कि अब आरजेडी नेताओं की तरफ से की जा रही बयानबाजी काबिले बर्दाश्त नहीं है।


अपनी पार्टी के नेताओं का गुस्सा देखकर भी मांझी ने धैर्य से काम लिया है। जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी के नेताओं को कहा है कि आगामी 10 मई को पटना के गांधी मैदान में आयोजित होने वाले राजनीतिक कार्यकर्ता सम्मेलन की सफलता पर सभी अपना ध्यान लगाएं। पटना के गांधी मैदान में मार्च 10 मई को कार्यकर्ताओं का जुटान कर अपना शक्ति प्रदर्शन करने वाले हैं। आरजेडी की तरफ से की जा रही बयानबाजी को लेकर जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी के नेताओं के सामने यह साफ कर दिया है कि वाह स्वाभिमान से समझौता कर कोई गठबंधन नहीं चलाने वाले।


बिना परीक्षा आठवीं कक्षा तक होगें प्रमोट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने कोरोना वायरस के कारण सभी शैक्षणिक संस्थाओं के साथ ही चल रही परीक्षाओं को बंद कर दिया है। अब सरकार ने निर्णय लिया है कि कक्षा आठवीं तक के छात्रों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा।


शिक्षा विभाग संभाल रहे उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा है कि यह निर्णय स्कूलों को बंद करने के मद्देनजर लिया गया है। शर्मा ने कहा, “छात्रों को उनके पूरे साल के प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट किया जाएगा।”


राज्य सरकार ने 2020 के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं का जांचकार्य भी दो अप्रैल तक रोक दिया है। यह फैसला कोरोना वायरस के डर से शिक्षकों के जांच केंद्रों से दूर रहने के बाद आया है। जाहिर है जांचकार्य में देरी से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के नतीजे भी देरी से आएंगे।


चरण स्पर्श, गर्भगृह में प्रसाद पर रोक

चरण स्पर्श व गर्भगृह में प्रसाद चढ़ाने पर अनिश्चितकालीन पाबन्दी ।
विन्ध्याचल , मीरजापुर । कोरोना वायरस को लेकर जिलाधिकारी  ने विन्ध्य पण्डा समाज के पदाधिकारियों के  साथ बैठक की । विन्ध्याचल स्थित जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल  व पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने  पण्डा समाज के पदाधिकारियों संग बैठक की । बैठक का मुख्य उद्देश्य कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का था । माँ विन्ध्यवासिनी दरबार मे आने वाली दर्शनार्थियों की संभावित भीड़ को लेकर जिलाप्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट रूप से देखी जा रही थी । बैठक में निर्णय लिया गया कि अनिश्चित काल के लिए दर्शनार्थियों को चरण स्पर्श व प्रसाद चढ़ाने पर पूर्ण रूप से पाबन्दी रहेगी । ऐसा निर्णय लेने का प्रमुख कारण दर्शनार्थियों की भीड़ को इकट्ठा न होने देना है । बैठक में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के अलावा नगर मजिस्ट्रेट जगदम्बा सिंह पटेल , पुलिस अधीक्षक नगर प्रकाश स्वरूप पाण्डेय , पण्डा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी , मंत्री भानू पाठक , राजन पाठक , धर्मेद्र पांडेय , कोषाध्यक्ष तेजन गिरी परिषद सदस्य राज मिश्रा व विभूति मिश्रा इत्यादि लोग मौजूद रहे ।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...