गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

पेट्रोलियम, गैस-इस्पात मंत्री का भिलाई प्रवास

भिलाई-रायपुर। केन्द्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान आज भिलाई के प्रवास पर रहेंगे। श्री प्रधान के साथ सेल चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी एवं सेल के शीर्ष अधिकारीगण भी भिलाई आ रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान का सेल के निदेशक प्रोजेक्ट्स व बिजनेस प्लानिंग एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता केन्द्रीय मंत्री का स्वागत करेंगे।


भिलाई निवास पहुँचने पर पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को सीआईएसएफ द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जायेगा। इस दौरान इस्पात मंत्री भिलाई निवास परिसर में वृक्षारोपण करेंगे। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भिलाई निवास से संयंत्र भ्रमण के लिए प्रस्थान करेंगे। संयंत्र भ्रमण की कड़ी में सर्वप्रथम मंत्री श्री प्रधान संयंत्र परिसर के अंदर स्थित सेफ्टी एक्सीलेंस सेन्टर से संयंत्र भ्रमण प्रारंभ करेंगे। तत्पश्चात् संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8, स्टील मेल्टिंग शॉप-3, यूनिवर्सल रेल मिल तथा रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल में इस्पात निर्माण प्रौद्योगिकी एवं प्रक्रिया का अवलोकन करेंगे। इसके साथ ही एसएमएस-3 के तीसरे कन्वर्टर का उद्घाटन भी मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान द्वारा किया जायेगा।


संयंत्र भ्रमण के पश्चात् मंत्री इस्पात भवन के सीईओ सभागार में संयंत्र के शीर्ष प्रबंधन की बैठक लेंगे। इस दौरान उनके सम्मुख बीएसपी के ओवरव्यू पर प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा। इसके अलावा धर्मेन्द्र प्रधान सीईओ के लघु सभागार में यूनियन प्रतिनिधियों एवं ऑफि सर एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठक को सम्बोधित करेंगे। इसके बाद सीईओ सभागार में एमएसएमई के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग करेंगे।


2 योनि, दो गर्भाशय, दो गर्भाशय ग्रीवा

मिशीगन। अमेरिका के मिशिगन में रहने वाली 27 वर्षीय बिथैनी मैक्मिलन के शरीर में इस दुर्लभ विकास को देखकर खुद डॉक्टर भी हैरान थे। मेडिकल की भाषा में इसे यूट्रेस डिडेलफिस कहते हैं। यानी किसी भी महिला के शरीर में दो योनियां, दो गर्भाशय और दो गर्भाशय ग्रीवा हो।


बिथैनी ने बताया कि 2018 में उसकी पहला बच्चा मिसकैरेज हो गया था. वह तब और दुखी हो गई जब उसे पता चला कि उसकी इस हालत की वजह से उसके गर्भ में कोई भी बच्चा 6 महीने से ज्यादा विकसित नहीं हो पाएगा। दूसरे बच्चे के गर्भपात का भी डर रहेगा। मिशिगन के प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने वाली बिथैनी ने बताया कि एक दिन में रूटीन चेकअप के लिए अपने गाइनेकोलॉजिस्ट के पास गई तो वो चौंक गईं। उन्होंने मेरे शरीर के कुछ हिस्सों को दो-दो देखा। मैं खुद भी बेहद परेशान थी। क्या मैं बचपन से ही दो योनियों, दो भ्रूण, दो गर्भाशय और 2 गर्भाशय ग्रीवा के साथ पैदा हुई हूं। एक साल बाद पता चला कि मैं फिर से गर्भवती हूं। सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मैंने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया। इस बच्ची का नाम है माईव. अब यह बच्ची 5 महीने की है।


बिथैनी ने बताया कि मैं पूरे गर्भवस्था के दौरान डरी हुई थी कि पता नहीं मेरे इलाके में कोई ऐसा डॉक्टर है जो मेरे दो-दो अंगों के साथ मुझे डिलीवरी करा सके। मुझे यहां के डॉक्टरों पर तब भरोसा हुआ जब मैंने 9 हफ्ते के बाद अपनी बच्ची का हार्टबीट सुना। अब बीथैनी लोगों को अपनी कहानियां सुनाकर अपने दो-दो अंगों को लेकर जागरूक कर रही हैं। साथ ही लोगों को ये भी बता रही हैं कि इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। सामान्य तरीके से जीवन जिया जा सकता है। 
Uterus Didelphys की स्थिति कई बार सामने आ जाती है। लेकिन इससे महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है। इसका इलाज बेहद सामान्य है। इस विशेष परिस्थिति के साथ भी महिलाएं मां बन सकती हैं और अपना सामान्य जीवन जी सकती हैं।


की निर्माता इंजीनियर टेस्लर का निधन

वाशिंगटन। इस दुनिया में जिसने भी कंप्यूटर या स्मार्टफोन यूज किया है उन्होंने कंट्रोल सी (Ctrl+C) और कंट्रोल वी (Ctrl+V) का प्रयोग किया होगा। कंप्यूटर यूज करने के दौरान इन दोनों Key का काफी बार इस्तेमाल होता है। इन दोनों Key का आविष्कार करने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर लॉरी टेस्लर (Larry Tesler) का 74 साल की उम्र में निधन हो गया है।
लॉरी टेस्लर ने 1960 में अमेरिका के सिलिकॉन वैली में कंप्यूटर इंजीनियर के तौर पर काम करना शुरू किया था। उन्होंने अपने काम को सरल बनाने के लिए कंप्यूटर में Ctrl+C और Ctrl+V कमांड का ईजाद किया था।


लॉरी टेस्लर ने करियर के शुरुआती दिनों में काफी वक्त जेरॉक्स (Xerox) कंपनी में बिताया था। जेरॉक्स में रहते हुए लॉरी ने Ctrl+C और Ctrl+V कमांड की खोज की थी। लॉरी के निधन पर जेरॉक्स ने ट्वीट कर उनके खोज की सराहना करते हुए दुख जताया है।


लॉरी टेस्लर का जन्म 1945 में न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। उन्होंने कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की थी। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद लॉरी ने कंप्यूटर यूज को सरल बनाने वाले सिस्टम इंटरफेस डिजाइन में विशेषज्ञता हासिल की थी।


अपने लंबे करियर में लॉरी ने कई टेक फर्म के लिए काम किया। उन्होंने जेरॉक्स पालो अल्टो रिसर्च सेंटर (Parc) में अच्छा खास वक्त बिताने के बाद स्टीव जॉब्स के बुलावा पर Apple ज्वाइन कर लिया था, जहां उन्होंने मुख्य रिसर्चर के तौर पर 17 साल बिताए। Apple छोड़ने के बाद लॉरी ने शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े और कुछ दिन ऐमजॉन और याहू के लिए काम किया।


Ctrl+C और Ctrl+V क्या है?
जब हमें कंप्यूटर या स्मार्टफोन में कोई जानकारी कॉपी करना होता है तो हम उसे सलेक्ट करने के बाद Ctrl के साथ C का कमांड क्लिक करते हैं। इसके बाद इसी जानकारी को कहीं और प्लेस करने के लिए Ctrl के साथ V का कमांड क्लिक किया जाता है। कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर कार्य के दौरान इन दोनों कमांड का अक्सर इस्तेमाल होता है।


मार्च में फंदे पर लटकेगें निर्भया के दोषी

नई दिल्ली। निर्भया के चारों गुनहगारों का डेथ वॉरंट जारी हो चुका है। चारों दोषियों को तीन मार्च को फंदे पर लटका दिया जाएगा। चारों दोषियों में से तीन ने फांसी टालने के लिए सारे कानूनी दांव-पेच आजमा लिए हैं। केवल पवन के पास क्यूरेटिव पिटीशन दायर करने का विकल्प है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि तीन मार्च को सुबह छह बजे चारों दरिंदों को फांसी पर लटका दिया जाएगा। अगर ये चारों फांसी को कुछ दिन टालना चाहते हैं तो इनके पास कानूनी दांव-पेच के अलावा भी विकल्प है।


खुद को चोटिल करके फांसी टाल सकते हैं दोषी
फांसी के फंदे पर लटकाए जाने से पहले किसी भी दोषी का अच्छे से मेडिकल चेकअप किया जाता है। इस बात का ख्याल रखा जाता है कि फंदे पर लटकने से पहले दोषी पूरी तरह से स्वस्थ्य हो। यहां तक की फांसी के तख्त पर ले जाने से तुरंत पहले दोषी का ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान आदि की जांच की जाती है।


अगर दोषी खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उसके स्वस्थ्य होने तक फांसी टल सकती है। साथ वजन कम होने की स्थिति में भी फांसी टल सकती है। निर्भया के दोषी अच्छे से जानते हैं कि अगर वे खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उनकी फांसी कुछ दिनों के लिए टल जाएगी। इसी बात को ध्यान में रखकर दोषी विनय जेल के ग्रिल्स में अपना हाथ फंसाकर फ्रैक्चर करने की भी कोशिश कर चुका है।


उसके वकील एपी सिंह ने कहा कि यह घटना 16 फरवरी को हुई थी और विनय की मां ने उन्हें अगले दिन इसकी जानकारी दी थी। 17 फरवरी को विनय ने अपनी मां को पहचानने से भी इनकार कर दिया था। सिंह ने कहा कि विनय की मानसिक अवस्था ठीक नहीं है और नया डेथ वॉरंट जारी होने के बाद से उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई है।


दीवार पर सिर पटक चुका है विनय
इसके अलावा विनय जेल की दीवार से अपना सिर भी पटक चुका है। हालांकि समय रहते सुरक्षाकर्मियों ने उसे गंभीर रूप से घायल होने से बचा लिया। घटना के बाद चारों दोषियों की सुरक्षा पहले से ज्यादा बढ़ा दी गई है। विनय पहले भी जेल में खुदकुशी की कोशिश कर चुका है।


जेल के जानकार बताते हैं कि फांसी की सजा मुकर्रर होने के बाद दोषियों को कड़ी निगरानी में रखा जाता है। कई बार दोषियों पर नजर रखने के लिए चौबिसों घंटेसुरक्षाकर्मी को तैनात कर दिया जाता है। बैरक में की जाने वाली उसकी सारी हरकतों पर नजर रखी जाती है। हालांकि खुद को चोटिल करके कोई भी दोषी अपनी फांसी को टाल तो सकता है, लेकिन उसे खत्म नहीं कर सकता है।


फांसी से बचने के लिए किसके पास क्या विकल्प
चारों दोषियों में से तीन से फांसी से बचने या उसे टालने के सारे विकल्प आजमा लिए हैं। तीनों दोषियों अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा और मुकेश सिंह की पुनर्विचार याचिका, क्यूरेटिव पिटिशन और दया याचिका खारिज हो चुकी है। केवल पवन ही एक ऐसा दोषी है जिसके पास फांसी टालने के लिए क्यूरेटिव पिटिशन और दया याचिका दाखिल करने का विकल्प है।


विदुर को 40 हजार में बेच दी नाबालिक

बिलासपुर। परिजनों से नाराज होकर घर से भागी एक नाबालिग लड़की को 50 हजार रूपये में बेचकर एक विधूर से शादी कराने का प्रयास करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में बिलासपुर की रक्षा टीम ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें महिलाएं भी शामिल है। 
बिलासपुर पुलिस ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस की रक्षा टीम को जिले के मंगला बस्ती धुरी पारा का एक परिवार द्वारा एक नाबालिग बच्ची को संदेहास्पद तरीके से 18-20 दिन से अपने घर में रखे होने की जानकारी मिली। रक्षा टीम जब उक्त घर पहुंचकर वहां रहने वाले शशि चतुर्वेदी पिता राजाराम चतुर्वेदी जो पेशे से ऑटो चालक से नाबालिग के बारे में पूछताछ की गई तो उसने लड़की को अपनी बहन बताते हुए टीम को गुमराह करने का प्रयास करने लगा। रक्षा टीम ने संदेह के आधार पर इस मामले की जानकारी तत्काल नोडल अधिकारी निमिषा पांडेय एवं उप पुलिस अधीक्षक आईयूसीएडब्ल्यू बिलासपुर को दी।


जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग को आरोपियों के चंगुल से निकालकर बिलासपुर लेकर पहुंची। यहां जब नाबालिग से बातचीत की गई तो उसने पुलिस को जो जानकारी दी उसे सुनने के बाद सभी के होश उड़ गए। पुलिस के अनुसार नाबालिग लड़की कवर्धा जिले के दामापुर की रहने वाली है और 30 जनवरी को माता-पिता से किसी मामूली बात पर विवाद होने के बाद वो घर से भाग कर बिलासपुर आ गई थी। यहां मंगला चौक पर खड़े रहने के दौरान आरोपी आटो चालक उसे बहला-फुसलाकर काम का झांसा देकर अपने घर लेकर आया और यहां 50 हजार रुपए में सौदा कर कथित तौर पर उसकी शादी मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिला के ग्राम बिरमढाना निवासी देव उर्फ देशराज जाटव पिता लाखन सिंह से करवा रहे थे। पुलिस ने इस मामले में शशि चतुर्वेदी पिता राजा राम चतुर्वेदी, देव उर्फ देशराज जाटव निवासी ग्वालियर, राजा राम चतुर्वेदी निवासी मंगला, फुलवती पति मुन्ना राज निवासी जिला ग्वालियर, चंपा बाई सिवारे निवासी छतौना-चकरभाठा, रोला पति करणा राम बंजारे निवासी तेंदूवा थाना कोटा और शालिनी चतुर्वेदी पति शशि चतुर्वेदी निवासी मंगला धुरी पारा को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है। नाबालिग के मिलने की सूचना उसके परिजनों को भेज दी गई है।


दर्दनाकः बस-ट्रक की भिड़ंत में 19 की मौत

चेन्नई। तमिलनाडु में तिरुपुर जिले के अविनाशी शहर में दर्दनाक सड़क हादसा में 19 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में 14 पुरुष और 5 महिला हैं। यहा हादसा केरल राज्य परिवहन की बस और ट्रक के टक्कर होने के कारण हुआ है।


बस कर्नाटक के बेंगलुरु से केरल के एर्नाकुलम जा रही थी। ट्रक कोयम्बटूर-सलेम हाईवे पर विपरीत दिशा से आ रही थी। सुबह 4.30 बजे यह हादसा हुआ। बस में 48 लोग सवार थे। अविनाशी टाउन के उप तहसीलदार ने बताया कि अविनाशी शहर के पास बस और ट्रक की टक्कर में 14 लोगों और 5 महिलाओं सहित 19 लोगों की मौत हो गई। शवों को तिरुपुर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया है।बचावकर्मी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि सीएम पिनाराई विजयन ने पलक्कड़ के जिला कलेक्टर को दुर्घटना के पीड़ितों को जल्द से जल्द चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया है। मृतकों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।तमिलनाडु सरकार और तिरुपुर के जिला कलेक्टर के सहयोग से सभी संभव राहत उपाय किए जाएंगे।केरल के मुख्यमंत्री ने अपने दो मंत्रियों परिवहन मंत्री ए के ससीन्द्रन और कृषि मंत्री वीएस सुनीलकुमार को निर्देश दिया कि वे राहत कार्यों में समन्वय के लिए पड़ोसी राज्य में जाएं। दोनों मंत्री सभी सहायता प्रदान करने और आगे की कार्यवाही में समन्वय के लिए तमिलनाडु के तिरुपुर पहुंचेंगे।


केरल के परिवहन मंत्री ए के ससीन्द्रन ने कहा कि केरल राज्य सड़क परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 21, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-194 (साल-01)
2. शुक्रवार, फरवरी 21, 2020
3. शक-1941,फाल्गुन - कृष्ण पक्ष, तिथि- त्रयोदशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:56,सूर्यास्त 06:06
5. न्‍यूनतम तापमान 14+ डी.सै.,अधिकतम-26+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.:-935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


 


 


बुधवार, 19 फ़रवरी 2020

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नीतू की अध्यात्मिक्ता, होगी डबल पूजा

मुंबई। बॉलीवुड स्टार रणबीर कपूर और आलिया भट्ट इन दिनों अपने काम की वजह से नहीं अपनी रिलेशनशिप को लेकर चर्चा में हैं। हर हफ्ते या महीने उनकी शादी की डेट से जुड़ी खबरें आती रहती हैं। कभी इस कपल की शादी की तारीख होती है तो कभी हनीमून डेस्टिनेशन, हालांकि इस कपल ने अपनी शादी को लेकर कोई बात नहीं की है। अब शादी की खबरों पर आलिया भट्ट ने चुप्पी तोड़ी है। आलिया ने एक चैनल से कहा है कि मीडिया में आ रही शादी की खबरें किसी एंटरटेनमेंट से कम नहीं हैं। ये खबरें उनके लिए सिर्फ एंटरटेनमेंट का सॉर्स हैं। इस इंटरव्यू में आलिया ने उन खबरों को नकार दिया, जिसमें कहा गया था कि उनकी शाही शादी की तैयारियां चल रही हैं और कपूर फैमिली के रिश्तेदारों को न्योता भेज दिया गया है। हालांकि आलिया के इस जवाब पर कुछ लोग सवाल भी उठा रहे हैं। उन्होंने सीधे मना करने के बजाय ‘एंटरटेनमेंटट’ की बात क्यों कही? बता दें कि कुछ दिन पहले ये खबरें भी आई थीं कि ऋषि कपूर और नीतू कपूर शादी की तैयारियों में लगे हैं। वे चाहते हैं कि शादी की रस्में कृष्णाराज प्रोपर्टी में हों तो इसके लिए वहां रेनोवेशन का काम भी करवा रहे हैं। कृष्णाराज प्रॉपर्टी पर रेनोवेशन का काम पूरा होते ही रणबीर और आलिया की शादी की तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी। यह भी कहा गया था कि प्री-वेडिंग और पोस्ट वेडिंग पूजा भी करवाई जाएगी। इसकी वजह नीतू का आध्यात्मिक होना है। वह चाहती हैं कि उनके बेटे की शादी पूरे विधि-विधान से हो।


सहायक प्रजनन को कैबिनेट की मंजूरी

नई दिल्ली। सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिए ‘सहायक प्रजनन तकनीक नियमन विधेयक 2020′ को बुधवार को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के इस आशय के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी । संसद में ‘सरोगेसी नियमन विधेयक 2020′ को पेश करने और ‘चिकित्‍सा गर्भपात संशोधन विधेयक 2020′ को मंजूरी देने के बाद यह अहम कदम उठाया गया है। ये विधायी उपाय महिलाओं के प्रजनन अधिकारों के संरक्षण के लिए ऐतिहासिक कदम हैं। संसद में पारित हो जाने एवं इस विधेयक के कानून का रूप लेने के बाद केन्‍द्र सरकार इस अधिनियम पर अमल की तिथि को अधिसूचित करेगी। इसके बाद राष्‍ट्रीय बोर्ड का गठन किया जाएगा। राष्‍ट्रीय बोर्ड भौतिक अवसंरचना प्रयोगशाला एवं नैदानिक उपकरणों तथा क्लिनिकों एवं बैंकों में रखे जाने वाले विशेषज्ञों के लिए न्‍यूनतम मानक तय करने के लिए आचार संहिता निर्धारित करेगा, जिसका पालन क्लिनिक में काम करने वाले लोगों को करना होगा। केन्‍द्र सरकार द्वारा अधिसूचना जारी करने के तीन महीनों के भीतर राज्‍य एवं केन्‍द्र शासित प्रदेश इसके लिए राज्‍य बोर्डों और राज्‍य प्राधिकरणों का गठन करेंगे। राज्‍य बोर्ड पर संबंधित राज्‍य में क्लिनिकों एवं बैंकों के लिए राष्‍ट्रीय बोर्ड द्वारा निर्धारित नीतियों एवं योजनाओं को लागू करने की जिम्‍मेदारी होगी। विधेयक में केन्‍द्रीय डेटाबेस के रख-रखाव तथा राष्‍ट्रीय बोर्ड के कामकाज में उसकी सहायता के लिए राष्‍ट्रीय रजिस्‍ट्री एवं पंजीकरण प्राधिकरण का भी प्रावधान किया गया है। विधेयक में उन लोगों के लिए कठोर दंड का भी प्रस्‍ताव किया गया है, जो लिंग जांच, मानव भ्रूण अथवा जननकोष की बिक्री का काम करते हैं और इस तरह के गैर-कानूनी कार्यों के लिए एजेंसियां या संगठन चलाते हैं। इस कानून का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यह देश में सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी सेवाओं का नियमन किया जा सकेगा। यह कानून बांझ दंपतियों में सहायक प्रजनन तकनीक (एआरटी) के तहत नैतिक तौर-तरीकों को अपनाए जाने के संबंध में कहीं अधिक भरोसा पैदा करेगा।


दिल्लीः अहमदाबाद में होगा मंच साझा

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे को लेकर भारत में जमकर तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रंप का स्वागत दिल्ली से बाहर गुजरात के अहमदाबाद स्थित करेंगे और दुनिया के सबसे बड़े मोटेरा स्टेडियम में दोनों नेता मंच भी साझा करेंगे। सवाल उठना लाजमी है कि दिल्ली से बाहर क्यों? तय कार्यक्रम के मुताबिक, ट्रंप जब भारत पहुंचेंगे तो हिंदुस्तान में अमेरिका वाले ‘हाउडी मोदी’ वाले कार्यक्रम से भी भव्य आयोजन होगा। उससे भी बड़ा उत्सव होगा और उससे भी बड़ा जनसैलाब उमड़ेगा। यह भी तय है कि दोनों देशों के प्रमुख साथ-साथ चलेंगे और एक ही मंच से बोलेंगे। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि मोदी ने ट्रंप की मेजबानी के लिए अहमदाबाद को ही क्यों चुना? दरअसल, पीएम मोदी ‘अतुल्य भारत’ को दुनिया के सामने लाने की रणनीति के तहत राष्ट्राध्यक्षों की आवभगत दिल्ली के बाहर इसलिए कर रहे हैं, ताकि दुनिया भारत की इन जगहों से वाकिफ हो और पर्यटन के मानचित्र पर ये भी आ सकें। मोदी ने इस कड़ी की शुरुआत जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे का वाराणसी में स्वागत किया था। उसके बाद लगातार विदेशी मेहमानों का स्वागत दिल्ली से बाहर करते रहे हैं। अभी हाल ही में पीएम मोदी ने मुंबई में पुर्तगाल के राष्ट्रपति सूसा का स्वागत किया था, जो भारत-पुर्तगाल बिजनेस समिट में भाग लेने भारत आए थे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के पीएम मोदी के बीच अभी हाल ही में उच्चस्तरीय बैठक तमिलनाडु के महाबलीपुरम में आयोजित की गई थी। इसके बाद महाबलीपुरम विश्व पर्यटन के मानचित्र पर आ गया और वहां विदेशी पर्यटकों की आमद बढ़ गई। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैन्यूल मैक्रों ने भी अपने भारत दौरे के दौरान उत्तर प्रदेश के वाराणसी और मिर्जापुर का दौरा किया था। यूरोपीयीय देशों के कई राष्ट्राध्यक्ष ‘मेक इन इंडिया वीक’ के दौरान मुंबई दौरे पर आए थे, जिनमें फिनलैंड और स्वीडन के प्रधानमंत्री और पोलैंड के उपप्रधानमंत्री शामिल रहे।प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल की भी मेजबानी बंगलुरू में की थी। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने भी उत्तर प्रदेश के नोएडा में विश्व की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति की बेटी इवांका ट्रंप का भी स्वागत दिल्ली से बाहर हैदराबाद में किया गया था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने भारत दौरे के दौरान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, साबरमती आश्रम और मुंबई का दौरा किया था। पिछले साल दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सुक अयोध्या में आयोजित देव दीपावली समारोह में शामिल हुई थीं।


नक्सलियों ने आईईडी बम किया ब्लाट

सुकमा। जिले के ग्राम फूलबगडी-गोलाबेकुर के मध्य रास्ते में जवानों को नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से नक्सलियों ने आईईडी बम प्लांट किया था। जिसे मौके पर सुरक्षित निकालकर निष्क्रिय कर दिया गया है। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सलियों द्वारा लगाया गया 05 किलो का आईईडी बम सीआरपीएफ की सेकेंड़ बटालियन को सर्चिंग के दौरान मिला। जवानों ने इसे सुरक्षित निकालकर निष्क्रिय कर दिया है। सुकमा एसपी शलभ सिन्हा ने इसकी पुष्टि की है।


केजरीवाल की गृहमंत्री से आवास पर बैठक

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात है, जो करीब 20 मिनट तक चली। बाद में केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि मुलाकात में दिल्ली के तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'गृह मंत्री अमित शाह जी से मिला। बहुत ही फलदायी मुलाकात रही। दिल्ली से जुड़े तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई। हम दोनों सहमत हुए कि दिल्ली के विकास के लिए मिलकर काम करेंगे।' बाद में यह पूछे जाने पर कि क्या मुलाकात के दौरान शाहीन बाग के मसले पर भी गृह मंत्री के साथ कोई चर्चा हुई तो केजरीवाल ने साफ कहा कि इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।


चंडीगढ़ प्रशासन नहीं कर पाया कोई फैसला

ट्रिब्यून फ्लाईओवर: प्रशासन नहीं ले पाया कोई फैसला, सांसद का मत- पक्ष में हो रिपोर्ट


आमित शर्मा


चंढीगढ़। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा ट्रिब्यून फ्लाईओवर की जगह अन्य विकल्प तलाशने के आदेश पर चंडीगढ़ प्रशासन अब तक कोई फैसला नहीं ले पाया है। शहरवासियों की तरफ से दिए सभी सुझावों को प्रशासन रद्द कर चुका है, ऐसे में वह हाईकोर्ट को क्या विकल्प दें, इसको लेकर अधिकारी असमंजस की स्थिति में हैं। सांसद किरण खेर का मत है कि प्रशासन फ्लाईओवर के पक्ष में रिपोर्ट दे लेकिन प्रशासक वीपी सिंह बदनौर अभी तक कोई फैसला नहीं ले पाए हैं।12 फरवरी को हाईकोर्ट में हुई सुनवाई में प्रशासन ने रिपोर्ट दाखिल करने के लिए समय की मांग की है। फ्लाईओवर के मुद्दे पर अमर उजाला ने प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों से बात की। अधिकारी भी असमंजस की स्थिति में हैं। उन्हें कोई अन्य विकल्प नहीं सूझ रहा। ऐसे में प्रशासन कोर्ट के सामने कई प्रस्ताव रखने वाला है। सूत्रों के अनुसार, प्रशासन के अधिकारी यह भी सोचकर चल रहे हैं कि रिपोर्ट कुछ भी हो, उसके खिलाफ कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट का रुख जरूर करेंगे। वहां पर केस लटक जाएगा और फिर पूरा प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला जाएगा। ऐसी स्थिति से बचने के लिए यूटी प्रशासन हाईकोर्ट में तीन-चार विकल्प देने की तैयारी कर रहा है। प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वह अपनी रिपोर्ट में यह बताएंगे कि ट्रिब्यून चौक पर सिग्नल फ्री इंटरचेंज का प्रस्ताव सफल नहीं हो पाएगा। इससे एक-दो साल लोगों को कुछ राहत जरूर मिलेगी लेकिन यह पक्का रास्ता नही होगा। कुछ ही सालों बाद वहां फिर से जाम लगने लगेगा। इसलिए वह कोई पक्का रास्ता निकालना होगा। कहा कि, अगर मंजूरी मिलती है तो वह हाईकोर्ट को बताएंगे कि कैसे वह विभिन्न चरणों में फ्लाईओवर का निर्माणकार्य पूरा करेंगे। इसके बाद वह हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार करेंगे। गौरतलब है कि पिछली सुनवाई पर हाईकोर्ट इस फ्लाईओवर के लिए पेड़ों की कटाई करने पर रोक लगा चुका है। सैकड़ों पेड़ों के काटे जाने पर चिंता जताते हुए कहा था कि पर्यावरण एक महत्वपूर्ण मामला है। लिहाजा पहले यहां की ट्रैफिक की समस्या के लिए फ्लाईओवर के अलावा कोई अन्य विकल्प है तो उस पर भी गौर किया जाना बेहद जरूरी है, ताकि इन सैकड़ों पेड़ों को बलि दिए जाने से बचाया जा सके। सांसद का मत, फ्लाईओवर के पक्ष में रिपोर्ट दे प्रशासन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सांसद किरण खेर चाहती हैं कि प्रशासन अपनी रिपोर्ट में साफ कहे कि उन्होंने हर तरह का सर्वे कर लिया है और ट्रिब्यून चौक पर लगने वाले जाम से निपटने के लिए फ्लाईओवर ही एकमात्र रास्ता है। हालांकि अभी तक प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने अपना रुख साफ नहीं किया है। जानकारी के अनुसार इस बारे प्रशासक से भी चर्चा की जाएगी और अगर वह भी फ्लाईओवर के पक्ष में दिखाई देते हैं तो प्रशासन फ्लाईओवर के पक्ष में रिपोर्ट कोर्ट में सौंप सकता है। एडवाइजरी काउंसिल में भी जा सकता है ट्रिब्यून फ्लाईओवर का मुद्दा हाईकोर्ट में ट्रिब्यून फ्लाईओवर को लेकर अगली सुनवाई 26 मार्च को है। ऐसे में ट्रिब्यून फ्लाईओवर का मुद्दा एडवाइजरी काउंसिल में भी जा सकता है। अधिकारी यह भी मानकर चल रहे हैं कि प्रशासक वीपी सिंह बदनौर इस मुद्दे पर आखिरी फैसला लेने के लिए इसे एडवाइजरी काउंसिल में भी भेज सकते हैं। इस काउंसिल में विभिन्न क्षेत्रों के लोग सदस्य हैं। ऐसी स्थिति में प्रशासन रिपोर्ट दाखिल करने के लिए हाईकोर्ट से और भी समय की मांग कर सकता है। बता दें कि 23 दिसंबर को प्रशासन ने यूटी गेस्ट हाउस में जन सुनवाई की थी। इस दौरान 72 लोगों ने लिखित और बोलकर सुझाव दिए जबकि 8 लोगों ने प्रेजेंटेशन के जरिए अपनी बात कही। इसके बाद वित्त सचिव अजॉय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में एक टेक्निकल कमेटी का गठन किया गया, जिसने आठों प्रेजेंटेशन को देखा। कमेटी ने 7 प्रस्तावों को रद्द कर एक तरुण माथुर के सिग्नल फ्री इंटरचेंज को विस्तृत रुप से समझने के लिए अलग से बैठक रखी। बैठक के बाद कमेटी ने उस प्रस्ताव को भी रद्द कर दिया।


अचानक ब्रेक लगाने से तीसरी कार पलटी

कार ने राहगीर को मारी टक्कर, 10 फुट उछला,दूसरी कार की छत पर गिरा, मौत


पंचकूला-शिमला। हाईवे पर मंगलवार रात दिल दहलाने वाला हादसा, अचानक ब्रेक लगाने से तीसरी कार पलटी। हादसे में घायल की मौत, पुलिस मृतक की पहचान में जुटी है, तीनों क्षतिग्रस्त कारों को कब्जे में लिया।करीब 10 फुट उछलकर दूसरी साइड गिरा व्यक्ति, गांव जुलमगढ़ के पास हुआ हादसा। पंचकूला-शिमला हाईवे पर मंगलवार रात गांव जुलमगढ़ के पास सड़क पार कर रहे व्यक्ति को एक कार ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि वह करीब 10 फुट ऊपर उछलकर डिवाइडर पार पिंजौर की तरफ से आ रही हरियाणा नंबर की कार की छत पर जा गिरा और लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। घबराए कार चालक ने तुरंत गाड़ी रोक दी। इसी दौरान पीछे आ रहे वैगनआर कार चालक ने भी तेजी से ब्रेक लगाया तो वैगनआर पलट गई। हादसे में लहूलुहान होकर सड़क पर गिरे व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीनों कार सवार कई लोग घायल हो गए। पुलिस जब तक मौके पर पहुंची घायल अस्पताल रवाना हो गए थे। खबर लिखे जाने तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। शव को मोर्चरी में रखवाकर पुलिस ने क्षतिग्रस्त कारों को कब्जे में लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीद सलाउद्दीन ने बताया कि हादसा उस वक्त हुआ जब एक व्यक्ति सड़क पार कर रहा था। पंचकूला से पिंजौर जा रही एक कार नंबर एचआ49जी-2340 के चालक ने सड़क पार कर रहे व्यक्ति को जोरदार टक्कर मार दी। इससे व्यक्ति करीब 10 फुट ऊपर उछलकर डिवाइडर पार कर दूसरी साइड पिंजौर से पंचकूला की ओर जा रही कार नंबर एचपी17ई-7675 की छत पर जा गिरा। व्यक्ति के अचानक ऊंचाई से कार की छत पर गिरने से एचपी नंबर की कार अचानक रुक गई। इसी बीच कार के पीछे पिंजौर से पंचकूला की ओर आ रही मारुति वैगनआर कार नंबर सीएच04जे-3194 के चालक ने अचानक ब्रेक लगाई तो कार पलट गई। गनीमत रही कि हादसे में वैगनआर कार का चालक और एचपी नंबर की कार के चालक बाल-बाल बच गए। पुलिस ने सभी क्षतिग्रस्त वाहनों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस फिलहाल मृतक की शिनाख्त के प्रयास में जुटी है। इसके अलावा पुलिस उक्त हरियाणा नंबर की कार के आरोपी चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई में जुटी है। लोग लगाते रहे फोन, नहीं लगा पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर  चश्मदीदों ने बताया कि उन्होंने पुलिस को हादसे की सूचना देने और मदद के लिए कई बार पुलिस कंट्रोल रूम को फोन लगाए लेकिन घटनास्थल से कंट्रोल रूम को कोई फोन नहीं लगा। लोगों ने चिंता व्यक्त कर कहा कि इससे पहले भी घटनास्थल के समीप से पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन लगने में परेशानी बनी रही है। यातायात हुआ प्रभावित:
पंचकूला-शिमला हाईवे पर सड़क हादसे के बाद वाहनों की गति धीमी हो गई। कई वाहन चालक मौके पर रुककर घायलों की मदद में जुट गए और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। हालांकि पुलिस जब तक मौके पर पहुंची वहां कोई घायल नहीं मिला। एसएचओ चंडी मंदिर नवीन ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। पुलिस जब तक मौके पर पहुंची, घायल अस्पताल रवाना हो चुके थे। जब पुलिस सेक्टर-6 सिविल अस्पताल पहुंची तो वहां भी कोई घायल नहीं मिला। मामले की जांच की जा रही है।


हिमकेयर के तहत उपचार की सुविधा

पीजीआई चण्डीगढ़ में हिमकेयर योजना के तहत उपचार की सुविधा उपलब्ध


आमित शर्मा


चंडीगढ़। पीजीआई चण्डीगढ़ में हिमाचल प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी हिमकेयर योजना के तहत उपचार की सुविधा उपलब्ध है। यह जानकारी आज यहां जिला विकास समन्वयक एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में प्रदान की गई। बैठक की अध्यक्षता शिमला लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप ने की। बैठक में जानकारी दी गई कि पीजीआई चण्डीगढ़ में हिमकेयर योजना स्वास्थ्य कार्ड से सम्बिन्धित सहायता के लिए सहायता काउंटर स्थापित किया गया है। यहां पर इस कार्य के लिए कर्मी नरेन्द्र से मोबाईल नम्बर 076967-59990 पर सम्पर्क किया जा सकता है। यह सहायता काउंटर पीजीआई चण्डीगढ़ के न्यू ओपीडी एक्सटेंशन ब्लाॅक में स्थापित किया गया है।  
हिमकेयर योजना से प्रदेश के वे सभी नागरिक लाभान्वित हो रहे हैं जो महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना के दायरे से बाहर हैं। इस योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपए तक का निःशुल्क उपचार उपलब्ध है।
बैठक में बताया गया कि हिमकेयर योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया 31 मार्च, 2020 तक पुनः आरम्भ की गई है।


सचिवालय एंट्री मे बनवाने पड़ेंगे पास

राणा ओबराय

सिविल सचिवालय चंडीगढ़ में वीआईपी एंट्री पर मंत्रियों, एमएलए के साथ आये लोगो को भी बनवाना होगा पास

चण्डीगढ़। हरियाणा सिविल सचिवालय चंडीगढ़ में वीआईपी लोगों जैसे मंत्रियों एमएलए एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आए लोगों को सचिवालय में वीआईपी गेट से एंट्री नहीं मिलेगी। सभी वीआईपी के साथ आए लोगों को अब वीआईपी गेट पर पास बनवाना होगा। उक्त जानकारी देते हुए राकेश कुमार ने बताया पहले लोग मंत्रियों, एमएलए और वीआईपी के साथ बिना पास के चले जाते थे। परंतु अब वीआईपी के साथ आये लोगो को एंट्री पास बनवाना अनिवार्य है।


पीएम मोदी ने लिट्टी-चोखा का लिया स्वाद

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित ‘हुनर हाट’ में बुधवार को अचानक पहुंचे। वहां लिट्टी-चोखा खाया एवं कुल्हड़ की चाय पी,जिसका भुगतान उन्होंने खुद किया। सूत्रों के मुताबिक मोदी दिन में करीब डेढ़ बजे इंडिया गेट के निकट राजपथ पर लगे ‘हुनर हाट’ में पहुंचे और वहां लगभग 50 मिनट तक रहे। मोदी ने विभिन्न स्टॉल पर जाकर उत्पादों को देखा और उनके बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री पहली बार किसी हुनर हाट में पहुंचे हैं। सूत्र के अनुसार,‘प्रधानमंत्री का यह दौरा तय नहीं था। वह बुधवार की दोपहर अचानक ही हुनर हाट पहुंचे। इससे वहां सभी लोग हैरान रह गए। उनके पहुंचने की जानकारी पाते ही अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तत्काल वहां पहुंचे और उनकी अगवानी की।’ सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने ‘हुनर हाट’ में मौजूद एक स्टॉल पर रुककर लिट्टी-चोखा खाया,जिसके लिए उन्होंने 120 रुपये का भुगतान किया। इसके साथ ही उन्होंने दो कुल्हड़ चाय भी ली,जिसमें से एक उन्होंने स्वयं ली और दूसरी चाय नकवी को दी। मोदी ने चाय के लिए भी 40 रुपये का भुगतान किया। बता दें कि “कौशल को काम” थीम पर आधारित यह ”हुनर हाट” 13 से 23 फरवरी तक आयोजित किया गया है,जहां देश भर के “हुनर के उस्ताद” दस्तकार, शिल्पकार, खानसामे भाग ले रहे हैं। विदित हो कि अगले “हुनर हाट” का आयोजन रांची में 29 फरवरी से 8 मार्च, 2020 तक होगा। इसके बाद चंडीगढ़ में 13 से 22 मार्च, 2020 तक किया जाएगा।  आने वाले दिनों में “हुनर हाट” का आयोजन गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, भोपाल, नागपुर, रायपुर, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर आदि में किया जाएगा।


अगले 3 साल सभी प्रारूप खेलूंगा: विराट

वेलिंग्टन। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली खुद को तीन मुश्किल वर्षों के लिए तैयार कर रहे हैं। इन तीन वर्षों में वह सभी तीनों प्रारूपों में खेलेंगे। इसके बाद वह अपने वर्कलोड का आकलन करेंगे। कोहली चाहते हैं कि ट्रांजेशन पीरियड सेट हो जाए और उसके बाद वह इस पर विचार करें। दुनिया के चोटी के बल्लेबाज की नजर अगले तीन साल में होने वाले दो टी20 वर्ल्ड कप और एक 50 ओवरों के वर्ल्ड कप पर है। इसके बाद वह तीन में से किन्हीं दो प्रारूपों में खेलने पर विचार कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, मेरी नजर बड़ी तस्वीर पर है। मैं खुद को अगले तीन साल के लिए तैयार कर रहा हूं। उसके बाद शायद मैं अलग बात करूंगा। शुक्रवार से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट सीरीज से पहले प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में थकान और वर्कलोड मैनेजमेंट पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, इस विषय से आप छुप नहीं सकते। करीब 8 साल से मैं साल में लगभग 300 दिन खेल रहा हूं, इसमें सफर और प्रैक्टिस सेशन शामिल हैं। और हर बार उतने ही जोश और जुनून के साथ मैदान पर उतरता हूं। इससे आप पर काफी दबाव पड़ता है। कोहली इस साल 31 वर्ष के हो जाएंगे, उन्होंने माना कि बीच-बीच में ब्रेक लेते रहने से उन्हें फायदा हुआ है। उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि खिलाड़ी हर समय इसी के बारे में सोचते रहते हैं। हम निजी रूप से बीच-बीच में ब्रेक लेते रहते हैं हालांकि कई बार शेड्यूल आपको ऐसा करने की इजाजत नहीं देता। यह उन खिलाडिय़ों के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है जो तीनों प्रारूपों में खेलते हैं। कोहली के लिए यह सिर्फ प्रदर्शन की बात नहीं है लेकिन कप्तानी की भी बात है जिसमें आपको रणनीति बनाने के लिए लगातार दिमाग ऐक्टिव रखना पड़ता है। उन्होंने कहा, कप्तान होना, प्रैक्टिस सेशन में भी वही जोश दिखाना, यह सब आसान नहीं है। इससे आप पर काफी जोर पड़ता है। बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना अच्छा रहता है। उन्होंने कहा, जब मेरा शरीर और दबाव नहीं झेल पाएगा, जब मैं 34 या 35 साल का हो जाऊंगा, तब शायद हम अलग बात करेंगे। अगले दो-तीन साल तक कोई समस्या नहीं है। 2023 विश्व कप तक अपनी मौजूदगी और फॉर्म की अहमियत को कोहली बखूबी समझते हैं। उन्होंने कहा, मैं इसी जज्बे से खेल सकता हूं और समझता हूं कि टीम को अगले दो-तीन साल तक मेरे सहयोग की जरूरत है, तो मैं चाहता हूं कि एक ओर ट्रांजिशन पीरियड से टीम आसानी से गुजर जाए।


कर्ज लेकर खा-खिला सकते हैं पिज्जा-बर्गर

नई दिल्ली। अब आप कर्ज लेकर पिज्जा-बर्गर खा और खिला सकते हैं। ऑनलाइन वित्तीय कंपनियां (फिनटेक) अब ई-कॉमर्स से छोटी-मोटी खरीदारी के साथ एप के जरिए खाना मंगाने के लिए भी तुरंत कर्ज की पेशकश कर रही हैं। इसे कंपनियों ने ‘अभी खर्च करो और बाद में चुकाओज् (बाई नाऊ पे लेटर) नाम दे रखा है।
कंपनियां कर्ज देने से पहले आपके और दोस्तों के सोशल मीडिया प्रोफाइल देखती हैं। मोबाइल या टेलीफोन बिल चुकाने का इतिहास, ऑनलाइन शॉपिंग का तरीका और इंटरनेट पर बिताए जाने वाले वक्त पर भी नजर रखी जाती है। खर्च करने के तरीके को भी देखा जाता है। अगर प्रोफाइल इन बातों के मुताबिक होता है तो पैन और आधार कार्ड अपलोड करते ही कर्ज मिल जाता है।
फिनटेक कंपनियां स्पेंड नाऊ पे लेटर के तहत किसी पर्यटन स्थल पर छुट्टियां बिताने जाने के लिए टिकट और होटल की बुकिंग तक के लिए कर्ज दे रही हैं।


इस पेशकश के जरिए कंपनियां 100 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक की खरीदारी की सुविधा देती हैं। हालांकि, ग्राहकों की वित्तीय स्थिति के मुताबिक कुछ कंपनियां 30 हजार से दो लाख रुपये तक खर्च करने की सीमा देती हैं।
ऑनलाइन खाते से लेनदेन कंपनियां शुरुआत में उन युवाओं को आसानी से कर्ज देती हैं जिन पर पहले से कोई कर्ज नहीं होता है। ये ऑनलाइन खाते खोलती हैं, जो आईडी और पासवर्ड से संचालित होते हैं। आपकी क्रेडिट सीमा के अनुसार उसमें कंपनियां राशि पहले से डाल देती हैं। कंपनियां खर्च राशि पर 36 फीसदी तक ब्याज वसूलती हैं। देरी से बिल चुकाने और अन्य जुर्माने को जोड़ लें तो यह काफी महंगा पड़ता है। कंपनियां 10 रुपये प्रतिदिन से बिल की राशि का 30 फीसदी तक शुल्क वसूलती हैं।


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...