बुधवार, 15 जनवरी 2020

भ्रष्टाचार में आरोपी इंस्पेक्टर किया बहाल

जिसे होना था बर्खास्त कर दिया उसे बहाल


माफियाओं से सांठगांठ के आरोप में निलंबित हुए स्पेक्टर को कैसे मिली कोतवाली 


कौशांबी। कोखराज थाना में इंस्पेक्टर रहे, उदयवीर सिंह पर पशु तस्करों से सांठगांठ कर गोवंश की तस्करी कराए जाने का आरोप लगा था जिस पर शिकायत की सत्यता जानने के बाद तत्कालीन एडीजी के निर्देश पर पुलिस कप्तान कौशांबी ने एडीजी के निर्देश पर  कोतवाल उदयवीर सिंह को  कोखराज से निलंबित  कर दिया था, जिसकी अंतिम जांच लंबित थी बाद में उदयवीर सिंह को मंझनपुर कोतवाली का दायित्व सौंप दिया गया उदयवीर सिंह को माफियाओं से सांठगांठ के आरोप में बर्खास्त किया जाना था, लेकिन तत्कालीन पुलिस कप्तान ने कोखराज के निलंबित इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह को क्लीन चिट दे दी, यह बड़ा सवाल है। पशु तस्करों से सांठगांठ का आरोप लगा हो और विभागीय जांच के दौरान आरोपी को निलंबित किया गया हो आरोपों की पुष्टि के लिए जब जांच अधिकारी नियुक्त किया गया तो पहले की गई। कार्यवाही का उन्होंने बिना संज्ञान लिए निलंबित इंस्पेक्टर को कैसे क्लीन चिट दे दी है। यह बड़ा सवाल है और उदयवीर सिंह के निलंबन और पुनः बहाली के प्रकरण की पत्रावली की यदि उच्चाधिकारियों ने जांच कराई तो इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह के साथ-साथ जांच करने वाले अधिकारी पर भी शासन की गाज गिरना तय है, लेकिन क्या योगीराज में मनमानी करने वाले पुलिस अधिकारियों के कार्यों पर निष्पक्ष जांच हो पाएगी। यह व्यवस्था पर बड़ा सवाल है, लेकिन उदय वीर सिंह के मामले में लगे आरोपों की पुनः जांच कराई गई तो जहां इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह पर गाज गिरना तय है, वहीं इन्हें क्लीनचिट देने वाले अधिकारी पर भी गाज गिर सकती है।


सुशील केशरवानी


चील-कौवे की जांच में लगाए सरकारी कर्मचारी

विकास कार्यों को छोड़कर चील कौवों की जांच में लगा दिए गए सरकारी कर्मचारी


योगी सरकार के फरमान पर जिसने आंकड़े जुटाने में की लापरवाही उसे मिलेगा कठोर दण्ड


कौशांबी। उत्तर प्रदेश की भाजपा की योगी सरकार द्वारा नित नए आदेश जारी किए जा रहे हैं। सरकार के आदेशों को लेकर सरकारी नुमाइंदों के साथ-साथ आम जनता भी जहां  परेशान होती दिख रही  है, वही आमजनता को सरकार के निर्णय पर हंसी आ रही है। योगी सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों को चील कौवों चींटी मटा कीड़े मकोड़ो की गिनती करने का आदेश भेजा है, इस आदेश के मुताबिक विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को लगाकर गांव गांव में पक्षियों की प्रजाति और पक्षियों की संख्या का आंकड़ा और कीड़े मकोड़ो की गिनती कर शासन को 1 सप्ताह में आंकड़े भेजना है। इतना ही नहीं कोबरा सर्प नाग चींटी मटा चील कौवा तोता गिलहरी सहित विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों कीड़ो मकोड़ो की गिनती करने का जिम्मा भी शासन ने कर्मचारियों को सौंपा है। सरकार के इस फैसले पर कार्य करना टेढ़ी खीर है। कीड़े मकोड़े बिभिन्न प्रजाति के पक्षियों की गिनती करना सरकारी कर्मचारियों के बस की बात नहीं है। अब बिल में छुपे साँप को बिल से निकाल कर गिनती करने का आदेश सरकार का है, तो उनको बिल से बाहर निकालकर गिनती करने का साहस किस कर्मचारी अधिकारी और नेता में  है, योगी सरकार का निर्देश है। और कर्मचारी अपनी गर्दन बचाने के लिए चींटी मटा कीड़े मकोड़े पक्षियों की गिनती का किसी तरह आंकड़ा बनाकर सरकार को भेजने में जुट गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के इस फरमान से विकास कार्य पूरी तरह से बाधित हो चुका है और योजनाएं जहां की तहां रुक गई है। गांव-गांव नालियां शौचालय निर्माण आवास निर्माण सहित विभिन्न कार्य योजनाओं को रोककर पक्षियों चील कौओं तोता मैना गिलहरी आदि  की जांच कराए जाने आकड़ो जुटाए जाने का क्या मकसद है। और इस पर आंकड़े एकत्र करने के बाद सरकार इन आंकड़ों की आड़ में आम जनता को क्या लाभ दे सकेगी यह भी बड़ा सवाल है लेकिन सरकार का निर्देश है, तो जी हुजूरी कर्मचारियों को करना ही होगा जिस कर्मचारी ने सरकार के इस आदेश की अनदेखी की उसका निलंबित होना भी तय होगा। योगी सरकार के चींटी मटा पक्षियों की गिनती कराए जाने के फैसले और निर्देश पर गांव की जनता को हंसी आ रही है।


सुशील केशरवानी


'लोकतंत्र को खतरा' 'विचार'

हम सब एक स्वस्थ लोकतंत्र की कामना करते हैं और ये ही चाहते हैं कि हमारे देश का लोकतंत्र मजबूत और प्रभावशाली हो और होना भी चाहिए। लेकिन आज जो कुछ भी चल रहा है, क्या वो एक स्वस्थ लोकतंत्र का परिचायक कहा जा सकता है ? लोकतंत्र में सभी को संवैधानिक तरीके से अपनी बात कहने का हक है। लेकिन संवैधानिक तरीका कैसा हो, जब देश में संविधान का ही मजाक बनाया जा रहा हो। लोकतंत्र सही मायनों में उसे कहते हैं जिसके अन्दर की जीवन-शैली तीन स्तम्भों पर निर्भर करती है। जिनमें आजादी, समाज के सभी वर्गों या व्यक्तियों में आर्थिक और सामाजिक स्तर पर बराबरी का हक हो, इसके साथ बन्धुत्व की भावना हो। ये बात साफ हो चुकी कि लोकतंत्र शासक के हाथों की कठपुतली है, वो उसे जिधर नचायेगी, उधर नाचेगी। जिसे नहीं नाचना वहीं शोर तो होना ही है। मैं जब दसवीं क्लास में पढ़ता था, तब भी लोगों के मुह सुना था कि लोकतंत्र खतरे में हैं। सही मायनों में मुझे ये समझ नहीं आया कि लोकतंत्र किससे खतरे में हैं। ये दौर स्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी का था। जिन्हें लोगों ने तानाशाह की संज्ञा दी थी।


सलीम रजा


यूपी के पहले पुलिस-कमिश्नर ने चार्ज लिया

लखनऊ। पहले पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने चार्ज संभाला; बोले- स्मार्ट पुलिसिंग हमारी पहली प्राथमिकता l आईपीएस सुजीत पांडेय ने बुधवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर का पदभार संभाल लिया। उन्हें जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया, पांडेय लखनऊ के पहले पुलिसकमिश्नर हैं।सोमवार को योगी सरकार ने लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की है। सुजीत को लखनऊ,आईपीएस आलोक सिंह को गौतमबुद्धनगर की जिम्मेदारी दी गई है। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय लखनऊ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्यालय में बैठेंगे। पदभार संभालने के बाद पांडेय ने कहा- मैं मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद करना चाहता हूं। उन्होंने मुझ पर भरोसा दिखाया है। मैं और मेरी टीम पूरी ईमानदारी के साथ काम करेगी। बेहतर पुलिसिंग स्मार्ट पुलिसिंग की सेवाएं हमारी प्राथमिकताएं हैं। 24 घंटे किसी न किसी रैंक का अधिकारी यहां मौजूद रहेगा। पब्लिक के साथ मिलकर काम करेंगे। अपराधियों पर जितनी कठोर कार्रवाई हो सकती है करेंगे।महिलाओं से संबंधित अपराधों पर हम और अधिक संवेदनशील होंगे। सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाएं।हम व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए समय-समय पर ट्रेनिंग भी देंगे। पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में थाने से लेकर जोन तक की व्यवस्थाएं नए सिरे से होंगी। डीजीपी ओपी सिंह ने मंगलवार को दोनों जिलों के पुलिस कमिश्ननरों के साथ बैठक की थी और निर्देश दिए थे कि बुधवार तक अपने अफसरों के कार्यक्षेत्रों का बंटवारा कर दें।


ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर डीएम की बैठक

कलेक्ट्रेट के सभागार में जिलाधिकारी के द्वारा जनपद में ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के संबंध में कल की गयी समीक्षा बैठक।


गौतमबुद्धनगर। जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर बीएन सिंह ने कलेक्ट्रेट के सभागार में जनपद में ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन सेे संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए ठोस अपशिष्ट के निपटान में आ रही समस्याओं का अनुश्रवण किया, जिसमें मुख्य समस्या डूब क्षेत्र एवं अनअथाॅराइज्ड काॅलोनी का ठोस अपशिष्ट निस्तारण मानकों के अनुसार नहीं होना पाया गया, जिसका मूल्यांकन अध्ययनों के आधार पर प्रशासनिक तथा तकनीकि दोषों के बारें में समीक्षा करते हुए सुधारात्मक कार्यवाही करतेे हुए सम्बन्धित अधिकारियों/कर्मचारियों को दिशा निर्देश प्रदान कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ठोस अपशिष्ट निपटान के लिए संबंधित अधिकारी के द्वारा जवाबदेही सूचीबद्ध करके ससमय प्रशासन को उपलब्ध करा दी जाये, जिससे संबन्धित विभागों से मुल्यांकन, अध्ययनों व मानकों के अनुसार संस्तुति होने के उपरान्त रिर्पोट शासन को उपलब्ध कराई जा सके और ठोस अपशिष्ट के निपटान में आ रही समस्या का निराकरण हो सके। श्री सिंह के द्वारा दादरी, जेवर, सदर, नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, यमुना प्राधिकरण, रबुपुरा, बिलासपुर, जहाॅगीरपुरी से संबंधित अधिकारियों से ठोस अपशिष्ट के निपटान की जानकारी ली गयी और समस्या का निराकरण के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए। इस महत्वपूर्ण बैठक में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 मुनीन्द्र नाथ उपाध्याय, जिला वन अधिकारी, संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों के द्वारा भाग लिया गया-जिला सूचनाधिकारी गौतमबुद्धनगर।


प्रभारी शिक्षा मंत्री का फूल-मालाओं से स्वागत

अतुल त्यागी जिला प्रभारी
प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुआ
रिंकू सैनी 
हापुड़। प्रभारी शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया फूल मालाओं से जोरदार स्वागत।आपको बता दें पिलखुवा के छिजारसी टोल टैक्स पर प्रभारी शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार संदीप सिंह का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फूल माला उसे जोरदार स्वागत किया इसके अलावा पिलखुवा क्षेत्र में अलग-अलग स्थान पर हापुड़ जाते हुए कई जगह कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत। इसके बाद हापुड़ में डाक बंगला गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं से प्रभारी शिक्षा मंत्री संदीप सिंह कार्यकर्ताओं से मिलकर सुनेंगे समस्याएं उसके बाद जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश राणा वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष यशपाल सिंह सिसोदिया ललित गर्ग मोदी अध्यक्ष नवीन तोमर धौलाना मंडल अध्यक्ष सोनू ठाकुर पिलखुवा नगर अध्यक्ष हरीश अग्रवाल प्रवीण मित्तल सहित काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता रहे मौजूद।


कोहरे में 40 छात्रों सहित, बस पलटी

बड़ा हादसा: धुंध के कारण 40 बच्चों से भरी स्कूल बस पलटी


सुल्तानपुर लोधी। सुल्तानपुर लोधी में धुंध के कारण बच्चों से भरी एक स्कूल बस पलट गई। हादसे के समय बस में 40 से ज्यादा बच्चे सवार थे। जिनमें से कुछ बच्चों को मामूली चोटें आई हैं। गनीमत यह रही कि कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ और बस चालक की समझदारी से सभी बच्चे सुरक्षित बचा लिए गए। जानकारी के अनुसार अकाल एकेडमी स्कूल की बस बच्चे लेकर सुल्तानपुर लोधी जा रही थी। बताया जा रहा है कि बूसोवाल रोड पर आगे से एक ट्रक रोंग साइड पर आ रहा था। ट्रक को अचानक देखते ही बस चालक ने बस सड़क से नीचे उतार दी। चालक की समझदारी से भयानक हादसा होने से तो बच गया, लेकिन बस पलट गई। बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


जागरूकता कार्यक्रम किए गए आयोजित

मनाली और शलीण में बताई सरकारी योजनाएं
 
मनाली। हिमाचल प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से आरंभ किए गए विशेष अभियान के तहत बुधवार को मनाली और शलीण मंे जागरुकता कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
 इन कार्यक्रमों के दौरान सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से संबद्ध अनुषिका कला मंच के लोक कलाकारों ने गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन, आयुष्मान भारत, हिम केयर, सहारा योजना, हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, गुड़िया हेल्पलाइन, शक्ति ऐप, अटल आशीर्वाद योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, आवास योजना और कई अन्य कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
 इन लोक कलाकारों ने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से भी अवगत करवाया तथा अपने आस-पास नशे का कड़ा विरोध करने का संदेश दिया। अनुषिका कला मंच के लीडर सुनील शर्मा, कलाकार वीना, डिंपल, वरुण, दीपक, जीवन, रमेश, आर्यन और रमेश कुमार ने लोकगीतों से लोगों का भरपूर मनोरंजन भी किया। ग्राम पंचायत मनाली में आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के अलावा सचिव कर्म चंद, ग्राम पंचायत शलीण में पंचायत सदस्य युवराज और अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।


बीजेपी का जन-जागरण अभियान संपन्न

नई दिल्ली। सीएए को लेकर बीजेपी का जन जागरण अभियान संपन्न
शिमला-भाजपा जिला शिमला ने बुधवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को लेकर कसुम्पटी ढ़ली और शोघी बाजार में बड़ी रैलियों का आयोजन किया गया । यह बड़ी रैलियां जन जागरण अभियान के तहत निकाली गई जिसमें भाजपा जिला शिमला के सभी नेतागण एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे । इस मौके पर जिला अध्यक्ष रवि मेहता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पूरे देश भर में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को लेकर जन जागरण अभियान चला रही थी जिसका आज समापन कार्यक्रम शिमला जिला के विभिन्न स्थानों पर हुआ जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गांव गांव जाकर आम जनता को इस अधिनियम के बारे में अवगत करवाया सड़कों पर बूथों पर और शहरों में भी एक जागरण को लेकर जनता को इस संशोधन अधिनियम के प्रति बारीकियों में समझाया गया। उन्होंने कहा की बीजेपी ने पत्रक के माध्यम से संगोष्ठियों के माध्यम से जनता जनता तक नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 की वास्तविकता को पहुंचाया।रवि मेहता ने बताया की बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पोस्ट कार्ड द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के प्रति समर्थन पत्र भी भेजे गए। ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर पूरे प्रदेश में 7723 बूथों पर जन जागरण अभियान चलाया। इन रैलियों में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे और भारत के झंडे भी लहराए गए नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के समर्थन के नारे भी लगाए गए।


भारतीय रेलवे ने नई तकनीक की विकसित

ट्रेन में पानी खत्म होने पर खुद डिब्बा ही कर देगा सबको अलर्ट


नई दिल्ली। रेलवे ने ऐसी तकनीक विकसित की है जिसमें कोच खुद बताएगा कि पानी समाप्त होने वाला है और पानी भरने की सुविधा वाले अगले स्टेशन पर प्रभारी तक संदेश पहुँच जाएगा। रेलवे बोर्ड के सदस्य (चल परिसंपत्ति) राजेश अग्रवाल ने बुधवार को बताया कि इस साल के अंत तक सभी यात्री ट्रेनों के कोचों में वाटर सेंसिंग उपकरण लगाया जाएगा। जैसे ही टंकी में पानी आधे से कम रह जाएगा यह सेंसर पानी भरने की सुविधा वाले अगले स्टेशन पर पानी भरने के लिए जिम्मेदार प्रभारी को संदेश भेज देगा। टंकी खाली हो जाने पर उसके खाली होने का संदेश भी जाएगा। अग्रवाल ने बताया कि पिछले साल इस परियोजना की शुरुआत की गई थी और पाँच प्रतिशत से अधिक कोचों में सेंसर लग चुके हैं। इस साल अन्य ट्रेनों में भी सेंसर लगाने का काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि हर ट्रेन के ठहराव के हिसाब से उसमें पानी भरने के लिए नियत स्टेशन अलग-अलग होते हैं। वाटर सेंसिंग उपकरण को पता होता है कि आने वाले किस स्टेशन पर पानी भरा जा सकता है। सिर्फ उसी स्टेशन के प्रभारी के पास पानी भरने का संदेश जाएगा। इसके अलावा आने वाले समय में एसी कोच के अंदर का तापमान एवं आर्द्रता का नियंत्रण भी स्वचालित करने की योजना है जिसकी किसी भी स्थान से निगरानी की जा सकेगी। अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए तौर-तरीके एवं डिजाइनिंग आदि तैयार करने का काम पूरा हो चुका है। अभी एसी कोच में तापमान नियंत्रित करने के लिए कर्मचारी होते हैं। कई बार ऐसा होता है कि ट्रेन शाम के समय एक जगह से चलकर सुबह जब दूसरी जगह पहुँचती है तो मौसम में जमीन आसमान का फर्क होता है। ऐसे में स्वचालित तापमान नियंत्रण प्रणाली से कोच के अंदर का तापमान अपने-आप एक जैसा बना रहेगा। कोच के अंदर लगे सेंसर तापमान के साथ नमी तथा विभिन्न गैसों की मात्रा भी पढ़ सकेंगे और उसके आधार पर यह तय करेंगे कि अंदर कितनी ठंडक या गर्मी की जरूरत है।


इंटरनेट सेवाओ को शुरू करने का किया फैसला

श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर में कार्यरत ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं
जम्मू और कश्मीर- कश्मीर घाटी ने होटल, शैक्षणिक संस्थानों जैसी आवश्यक सेवाओं के लिए ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाओं को शुरू करने का फैसला किया है। जम्मू में 2 जी मोबाइल इंटरनेट सेवा शुरू की जा रही है। जम्मू ब्रॉडबैंड और मोबाइल एसएमएस पहली से शुरू। यह निर्णय जम्मू और कश्मीर के उप राज्यपाल के साथ एक बैठक में लिया गया है।


नाबालिक ताइक्वांडो के साथ कोच ने किया दुष्कर्म

11 साल की नाबालिग ताइक्वांडो प्लेयर के साथ कोच ने किया दुष्कर्म


पंचकूला। 11 साल की नाबालिग ताइक्वांडो प्लेयर के साथ कोच द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया हैं। आरोपी ने नाबालिगा के साथ सिरसा में दुष्कर्म किया था । पंचकूला पुलिस ने नाबालिगा के बयान पर जीरो एफआईआर दर्ज की हैं। महिला थाना पुलिस को सेक्टर-6 स्थित सामान्य अस्पताल से सूचना मिली थी की एक बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस अस्पताल में पहुंची और बच्ची के बयान दर्ज किये। पुलिस जांच अधिकारी ने बतायाकि बच्ची उम्र 11 साल है। पुलिस को बताया वह पहले अपने माता पिता के साथ सिरसा में रहती थी। सिरसा में ही वह एक कॉचिंग सेंटर ताइक्वांडो प्रैक्टिस करती थी। वहीं के कोच ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जिसके बाद बच्ची डर गई और उसने यह बात किसी को नही बताई।


मोदी-योगी की चिट्ठी, 12 हजार घरों से लोटी

मैनपुरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से आयुष्मान के लाभार्थियों को भेजी गई चिट्ठी 12 हजार घरों से लौट गई है। इसकी वजह है चिट्ठी पर जो पते लिखे थे, वहां आयुष्मान योजना के लाभार्थी मिले ही नहीं। बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पत्र वापस लौटने पर स्वास्थ्य विभाग ने लाभार्थी परिवारों की तलाश शुरू कर दी है। सत्यापन की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है। सत्यापन के बाद भी इन परिवारों को योजना का लाभ मिल पाएगा। आयुष्मान भारत के तहत लाभार्थी परिवारों का चयन सोशियो ईकोनॉमिक कास्ट सेंसस 2011 (एसईसीसी) सूची के आधार पर किया गया था। जिले में करीब एक लाख 10 हजार 546 लाभार्थी परिवारों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की ओर से पत्र जारी किए।


तानाजी: रिलीज के बाद, धमाकेदार प्रदर्शन

नई दिल्ली। अजय देवगन और सैफ अली खान की फिल्म ‘तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर’ रिलीज के बाद से ही धमाकेदार प्रदर्शन कर रही है। सोमवार को भी अजय देवगन की फिल्म का जलवा बॉक्स ऑफिस पर कायम रहा तो वहीं मंगलवार को फिल्म के कलेक्शन में भारी उछाल हुआ। बॉक्स ऑफिस इंडिया डॉट कॉम वेबसाइट के मुताबिक अजय देवगन, काजोल और सैफ अली खान की फिल्म ने पांचवें दिन धांसू कमाई करते हुए 16 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है। इस हिसाब से ‘तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर’ ने पांच दिनों में 89 से 90 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है। दीपिका की ‘छपाक’ ने 5वें दिन भी किया धमा


बर्फबारी इलाकों में है 'हिम स्खलन' खतरा

नई दिल्‍ली। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में भीषण बर्फबारी से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कई इलाकों में सड़कें बंद जिससे पर्यटक जहां तहां फंस गए हैं। उत्तराखंड में बर्फबारी के चलते केदारनगरी के सभी निर्माण कार्य रुक गए हैं। मौसम विभाग ने जम्‍मू-कशमीर लद्दाख हिमाचल प्रदेश और उत्‍तराखंड  के कई इलाकों में भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्‍तर भारत में कोहरा भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। दिल्‍ली से होकर आने जाने वाली नार्दर्न रेलवे रिजन की 18 ट्रेंने कोहरे की वजह से देर से चल रही हैं। उत्‍तराखंड प्रसिद्ध तीर्थस्‍थल केदारनाथ में छह से सात फीट बर्फ की चादर पसरी हुई है। पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी दर्ज की गई है। स्‍थानीय मौसम विभाग के मुताबिक इस हफ्ते में शुक्रवार तक सूबे में मौसम में कोई बदलाव नहीं होने वाला है। कश्‍मीर घाटी में जबरदस्त बर्फबारी के बाद मौसम में तो सुधार हुआ है लेकिन लोगों की मुश्किलें बरकरार हैं। वादी के सैकड़ों इलाके अभी भी जिला मुख्यालयों से कटे हुए हैं जबकि अधिकांश इलाकों में बिजली-पानी की आपूर्ति ठप है। मौसम विभाग की मानें तो कल यानी बृहस्‍पतिवार से पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम का मिजाज और तल्‍ख हो जाएगा। आज भी जम्‍मू-कश्‍मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्‍तराखंड के कुछ इलाकों में भारी बर्फबारी दर्ज की जा सकती है। वहीं कई पहाड़ी इलाकों खासकर जम्‍मू-कश्‍मीर के उच्च पवर्तीय इलाकों कुपवाड़ा, गांदरबल, शोपियां, बारामुला, अनंतनाग और बडगाम में हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने इन इलाकों के लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। हिमाचल में बारिश और बर्फबारी के बाद शीतलहर तेज हो गई है। मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्‍काइमेट वेदर के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा के उत्तरी जिलों और हिमाचल प्रदेश में एक दो स्थानों पर बारिश हो सकती है। यही नहीं पूर्वी असम और अरुणाचल प्रदेश में एक-दो जगहों पर हल्की बारिश की संभावना है। वहीं समाचार एजेंसी . ने मौसम विभाग के हवाले से बताया है कि पंजाब में 15 से 17 जनवरी तक जबकि मध्‍य प्रदेश और राजस्‍थान में 15-16 जनवरी को मौसम की बेरुखी देखी जाएगी। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्‍थान और उत्‍तर प्रदेश में कुछ जगहों पर 15 और 16 जनवरी को गरज चमक के साथ बारिश या ओलावृष्‍टि हो सकती है।


देसी-कट्टे से युवक ने कर ली 'आत्महत्या'

ग्वालियर। एक युवक ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली सिर में  गोली लगने से युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस का कहना है, कि देशी कट्टे से युवक ने खुद को गोली मारी है, घटनास्थल से 315 बोर का देसी कट्टा और कारतूस खोखा भी बरामद हुआ है। थाना बहोड़ापुर क्षेत्र के आनंद नगर के रहने वाले 23 वर्षीय अमन सिंह तोमर ने मंगलवार देर शाम अपने घर के कमरे में देशी कट्टे से खुद की गोली मारकर आत्महत्या करली,सूचना मिलने पर थाना बहोड़ापुर पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची।पुलिस को मृतक अमन सिंह तोमर के शव के पास 315 बोर का देसी कट्टा और कारतूस खोखा मिला है पुलिस और मृतक के परिजनों का कहना है। मृतक अमन सिंह  ने आत्महत्याा क्यों की यह अज्ञात बना हुआ है। पुलिस ने मृतक अमन सिंह के शव को पोस्टमार्टम केेेे लिए भिजवा दिया है आत्महत्या केे कारणों की जानकारी जुटा रही।


भाभी से की थी शादी, बांके से काटी गर्दन

बाराबंकी में तीन माह पहले रचाई भाभी से शादी, बांके से गर्दन काट उतारा मौत के घाट


बाराबंकी। बाराबंकी में एक देवर ने पहले अपनी भाभी से विवाह रचाया। तीन माह बीतने के बाद बांके से उसकी गर्दन पर कई वार मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देकर हत्यारोपित खून से लथपथ बांका लेकर भाग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतका के बेटे की तहरीर पर आरोपित पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपित की तलाश की जा रही है। हत्यारोपित बीस साल पहले हुई एक हत्या के मामले में अभियुक्त है, जो एक साल पहले की रिहा हुआ है।मामला कुर्सी थानाक्षेत्र के मदारपुर का है। यहां के निवासी राधा रावत (45) के पति राधे की करीब छह साल पहले मौत हो चुकी है। उसकी सात संतानें हैं, जिसमें से तीन का विवाह हो चुका है। राधा का देवर मोहन 26 जनवरी 2019 को जेल से छूटा। मोहन (48) ने 1999 में जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में एक हत्या कर दी थी, जिसमें उसे अदालत ने सजा सुनाई थी। सजा के दौरान उसकी पत्नी भी चली गई। वापस लौटने के बाद उसने अपनी भाभी राधा से अक्टूबर 2019 में मंदिर में विवाह कर लिया था, लेकिन बच्चों के साथ रहने की इच्छा जताने वाली राधा का मोहन से मनमुटाव होता रहता था। पांच दिन पहले ही राधा चंद कदम की दूरी पर अपने पुराने घर बच्चों के पास आकर रहने लगी थी। पुलिस ने बताया कि 14 जनवरी को करीब साढ़े दस बजे मोहन राधा के घर पहुंचा और उसकी बांके से हत्या कर दी। एसपी और एएसपी आरएस गौतम ने घटना स्थल का जायजा लिया। मृतका के पुत्र पवन की तहरीर पर पुलिस ने मोहन रावत पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है, पर आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि मोहन हत्या का अभियुक्त है, जो एक साल पहले ही रिहा हुआ है। उसने अपनी भाभी राधा से मंदिर में शादी की थी। मनमुटाव के कारण उसने बांके से राधा की हत्या कर दी है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपित की तलाश की जा रही है।मृतका की सबसे बड़ी पुत्री सुमन (30), पुत्र पवन (25), कांति (22) की शादी हो चुकी है। वारदात के समय पवन अपनी पत्नी को मायके भेजने गया और अन्य बच्चे श्रवण (19), सुनील (15), अनामिका (12) और अनूपा (9) स्कूल गए हुए थे। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेजा है।


सिपाहियों का होगा नियुक्त प्राधिकारी डीसीपी

पुलिस आयुक्त प्रणाली को लेकर कुछ अन्य महत्वपूर्ण बिंदु


 पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने से आईपीएस के तौर पर सिपाहियों का नियुक्ति प्राधिकारी डीसीपी होगा।


लखनऊ। अभी तक डीसीपी की जगह एडिशनल एसपी ही होते थे, जो प्रशासनिक अधिकारी नहीं थे, ये केवल रिपोर्टिंग अधिकारी थे। डीसीपी के नियुक्ति प्राधिकारी होने से अनुशासन बढ़ेगा और सभी की जवाबदेही भी बढ़ेगी। यही नहीं इससे डीसीपी अपनी टीम से बेतहर समन्वय स्थापित कर रणनीति बनाकर काम करेगा। एसएसपी को नोएडा और लखनऊ में नीति निर्धारण और फील्ड वर्क दोनों भूमिकाओं का निर्वहन करना होता था, इससे दोनों कार्यों के प्रति न्याय कर पाना बड़ी चुनौती थी। कमिश्नर ऑफ पुलिस का काम बेसिक पुलिसिंग यानी नीति निर्धारण और रणनीति बनाना होगा। उसके पालन, सहयोग या आपरेशन का काम डीसीपी करेंगे। आन्तरिक मामलों को कमिश्नर ऑफ पुलिस देखेगा। वहीं बाह्य मामलों की जिम्मेदारी डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस की होगी। सीपी स्तर पर अनुभवी, वरिष्ठ और परिपक्व अधिकारी होगा, जो क्राइसिस मैनेजमेंट से लेकर सारी चीजों को बेहतर तरीके से संभालेगा। लखनऊ और नोएडा जैसे महानगरों की चुनौतियां बाकी जनपदों से अलग होती है। पुलिस कमिश्नरी लागू होने से स्मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा मिलेगा। कमिश्नरी सिस्टम में बीट पुलिसिंग मॉर्डन पुलिसिंग में तब्दील हो जाएगी। थानों में बीट की संख्या बढ़ेंगी और उनकी कमान सिपाहियों के हाथ में होगी। बीट पुलिसिंग के लिए बने बीट ऐप को चलाने के लिए सिपाहियों को टैबलेट दिए जाएंगे। इसमें वे बीट की प्रमुख लोकेशन मार्क करने के साथ अन्य सूचनाएं भरेंगे। इसके साथ इलाके के हिस्ट्रीशीटर की रिपोर्ट, जेल से छूटने और जेल जाने वालों की रिपोर्ट भी ऐप में अपडेट कर सकेंगे। बीट सिपाही को अपने क्षेत्र के लोगों के पासपोर्ट सत्यापन, चरित्र सत्यापन व शस्त्र लाइसेंस के आवेदन पर रिपोर्ट लगाने समेत अन्य सभी प्रकार के कार्य दिए जाएंगे। पहली बार स्मार्ट एंड सेफ सिटी के रूप में लखनऊ और नोएडा को विकसित करने के तहत महिला सुरक्षा के लिए खासतौर पर महिला एसपी की तैनाती की जा रही है। एसपी लखनऊ व नोएडा से जुड़े महिला अपराधों पर अंकुश लगाने, समय पर विवेचना, चार्जशीट, अभियोजन करवाने का काम देखेंगी। एक महिला एएसपी भी तैनात की जाएंगी। जाहिर है इससे महिलाओं से जुड़े अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगेगा। कमिश्नर प्रणाली से शहरी इलाकों में भी अतिक्रमण पर अंकुश लगेगा। अतिक्रमण अभियान चलाने का आदेश सीधे तौर पर कमिश्नर दे सकता है और नगर निगम को इस पर अमल करना होगा। ट्रैफिक में बाधा बनने वाले अतिक्रमण या सड़क के अवैध कब्जे पुलिस के आदेश पर हटाने ही होंगे। ट्रैफिक नियमों का पालन सख्ती से करवाया जाएगा, क्योंकि बार-बार ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पुलिस ही ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर सकेगी। वहीं CRPC की मजिस्ट्रियल पावर वाली कार्यवाही अब तक जिला प्रशासन के अफसरों के पास थी। वह अब पुलिस कमिश्नर को मिल जाएगी।


योगी वर्षों पुरानी परंपरा का निर्वहन करेंगे

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर पीठाधीश्वर मकर संक्रांति (15 जनवरी) को गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में सदियों पुरानी परंपरा का निर्वहन करेंगे। तड़के तीन बजे मंदिर का कपाट खुलते ही विधिवत पूजन अर्चन के साथ वह बाबा गोरखनाथ पहली खिचड़ी चढ़ाएंगे। साथ ही देश एवं प्रदेश की सुख, समृद्धि और शांति की मन्नत भी मांगेगे। तुरंत बाद नेपाल के राजा की ओर से आयी खिचड़ी चढ़ेगी। इसके बाद तो लाखों की संख्या में आये श्रद्धालु बाबा की जयघोष के साथ खिचड़ी (चावल-दाल) की बरसात ही कर देंगे। इस दिन योगी का पूरा समय श्रद्धालुओं के बीच ही गुजरेगा। इस दौरान हर आने-जाने वाले से प्रसाद के रूप में लइया-तिल लेने का आग्रह किया जाता है और दोपहर बाद हजारों लोगों के साथ सहभोज होता है। उल्लेखनीय है कि गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा सदियों पुरानी है। किदंवतियों के अनुसार त्रेता युग में अवतारी और सिद्ध गुरु गोरक्षनाथ भिक्षाटन के दौरान हिमाचल के कांगड़ा जिले के प्रसिद्ध ज्वाला देवी मंदिर गये। देवी प्रकट हुईं और गुरु गोरक्षनाथ को भोजन का आमंत्रण दिया। वहां के तामसी भोजन को देखकर गोरक्षनाथ ने कहा मैं तो भिक्षाटन से मिले चावल-दाल को ही ग्रहण करता हूं। इस पर देवी ने कहा कि मैं चावल-दाल पकाने के लिए पानी गरम करती हूं। आप भिक्षाटन कर चावल-दाल लाएं।
यहां से हुई खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा गुरु गोरक्षनाथ वहां से भिक्षाटन करते हुए हिमालय की तराई में स्थित गोरखपुर आ गये। वहां उन्होंने राप्ती और रोहिणी नदी के संगम पर एक मनोरम जगह पर अपना अक्षय भिक्षापात्र रखा और साधना में लीन हो गये। इस बीच खिचड़ी का पर्व आया एक तेजस्वी योगी को ध्यानमग्न देखकर लोग उसके भिक्षापात्र में चावल-दाल डालने लगे, पर वह तो अक्षय पात्र था। लिहाजा भरने से रहा। लोग इसे सिद्ध योगी का चमत्कार मानकर अभिभूत हो गये। तबसे गोरखपुर में बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है। 


स्वच्छता के लिए सामूहिक रूप से करें प्रयास

स्वच्छता के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करें – कमिश्नर डॉ. भार्गव


स्वच्छता के लिए कमिश्नर ने किया टीआरएस कॉलेज के विद्यार्थियों को प्रेरित


रीवा। अशोक कुमार भार्गव ने ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय रीवा में नगर पालिक निगम रीवा द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छात्र-छात्राओं को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। उन्होंने रीवा शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण में देश में नम्बर एक पर लाने की अपील की। उन्होंने शहर के नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु स्वच्छता की सवारी को रवाना किया। स्वच्छता की सवारी में लोगों को जागरूक करने के लिए एलईडी के माध्यम से स्वच्छता पर आधारित लघु फिल्में प्रदर्शित की जायेंगी।कार्यक्रम में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में रीवा को देश में नम्बर एक स्थान पर लाने के लिए वोट करने हेतु एप डाउनलोड करने की प्रक्रिया भी समझाई गई।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। तरक्की की अनेकों मिशाइलें हमने कायम की हैं। इतनी तरक्की के बावजूद भी हमें स्वच्छता के प्रति लोगों में चेतना जागृत करने की आवश्यकता पड़ रही है। महात्मा गांधी की अहिंसक क्रांति के माध्यम से हमें आजादी का सूरज देखने को मिला। गांधी जी स्वच्छता के लिए हमेशा प्रयासरत रहे। वे हमेशा अपने भाषणों में स्वच्छता और सफाई अभियान की चर्चा करते थे। जहां गंदगी मिलती थी वहां वे स्वयं सफाई करना प्रारंभ कर देते थे। उन्होंने कहा कि सफाई करने का काम वर्ग विशेष का नहीं है बल्कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है। हमारी संस्कृति में स्वच्छता और पवित्रता को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। हम अपने स्वयं की सफाई पर ध्यान देते हैं लेकिन हमें अपनी स्वच्छता के साथ दूसरे की स्वच्छता पर भी जागरूक रहकर ध्यान देना चाहिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि स्वच्छता अकेले व्यक्ति के वश की बात नहीं है। इसके लिए सामूहिक रूप से प्रयास करने की जरूरत है। जहां स्वच्छता होती है वहां पवित्रता होती है। हम दीपावली पर माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं लेकिन हमें कूड़ा-करकट इकट्ठा करके किसी दूसरे व्यक्ति या पड़ोसी के घर के सामने नहीं फेंकना चाहिए। हमारे देश की गंदगी और अस्वच्छता के प्रति कोई विदेशी व्यक्ति व्यंग्य न करे इसके लिए हमें मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। यदि कहीं गंदगी दिखती है तो उसे दूर करने का प्रयास करें। आसपास का वातावरण स्वच्छ नहीं होगा तो हमारा विकास सही अर्थों में संभव नहीं है। गंदगी की वजह से कई लोग असमय मृत्यु के शिकार हो जाते हैं।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि एक सर्वे के अनुसार हर व्यक्ति 165 किग्रा कचरा प्रतिवर्ष पैदा करता है। इस शहर से सबको आत्मीय लगाव होना चाहिए। यह आपकी जन्मभूमि और कर्मभूमि है। सफाई सिर्फ कानून, जुर्माना, चेतावनी से संभव नहीं है बल्कि आपके अंतस में स्वच्छता के प्रति चेतना से ही संभव है। उन्होंने कहा कि गंदगी के कारण हमारी अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च हो जाता है। जनता की भागीदारी और चेतना से हमारे देश में बदलाव आ रहा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता रखने के लिए स्वयं पहल करना बहुत जरूरी है। कचरा यथा स्थान पर ही डालें। यदि हम सब ठान लें तो रीवा शहर भी देश में नम्बर एक स्थान पर आ सकता है। उन्होंने कहा कि हम सब यह प्रण लें कि स्वच्छता के प्रति कटिबद्ध और समर्पित रहें, न गंदगी फैलायेंगे और न ही फैलाने देंगे। उन्होंने महाविद्यालय परिसर को प्लास्टिक मुक्त घोषित किये जाने पर छात्र-छात्राओं को बधाई दी।
महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. एसपी शुक्ल ने कहा कि स्वच्छता के लिए परिवर्तन लाने का श्रेय महाविद्यालय के छात्रों का भी है। महाविद्यालय के छात्र बहुत पहले से स्वच्छता के लिए अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता बहुत जरूरी है। स्वच्छता और स्वास्थ्य दोनों एक-दूसरे से जुड़े हैं। मानसिक और शारीरिक अनुशासन से स्वस्थ समाज का निर्माण होता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष दिवाकर द्विवेदी ने कहा कि सरकार के द्वारा स्वच्छता के लिए चलाई जा रही मुहिम की दिशा में टीआरएस कालेज अग्रणी भूमिका निभाने के लिए हमेशा तत्पर रहेगा। स्वच्छता हमारे जीवन की आधारभूत जरूरत है। कार्यक्रम में उपायुक्त नगर निगम अरूण मिश्रा, सहायक आयुक्त निधि राजपूत, महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित थे।


डबल शिफ्ट में काम करने का किया विरोध

बैकुंठपुर। जिला अस्पताल में मंगलवार को डॉक्टरों के ओपीडी बहिष्कार का आंशिक असर देखने को मिला। अस्पताल में इमरजेंसी सहित अधिकांश ओपीडी खुली रहीं, हालांकि अंचल से आने वाले मरीजों को सिर्फ विशेषज्ञ की सेवाएं नहीं मिलीं। प्रथम पाली की ओपीडी में 290 मरीजों को इलाज सहित अन्य सुविधाएं मिलीं। छत्तीसगढ़ इनसर्विस डॉक्टर्स एसोसिएशन की रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन में सुबह-शाम ओपीडी खोलने को लेकर विरोध करने का निर्णय लिया गया है। इससे जिला अस्पताल में कुछ डॉक्टर्स ने ओपीडी का बहिष्कार कर दिया। लेकिन कुछ ओपीडी खुली थी और प्रथम पाली में ग्रामीण अंचल से आने वाले 290 मरीजों को चिकित्सकीय लाभ मिला।


हालांकि कुछ मरीज विशेषज्ञ डॉक्टर्स से इलाज कराने काफी देर से इंतजार करते रहे, लेकिन डॉक्टरों के नहीं आने से मायूस होकर अपने-अपने घर लौट गए। वहीं दूसरी ओर एसोसिएशन के आधा दर्जन से अधिक डॉक्टर जिला अस्पताल के सामने ओपीडी का बहिष्कार किया और ड्राइंग सीट में नारे लिखकर विरोध जताया। डॉक्टर्स ने ड्राइंग सीट में ... हम भी इंसान हैं, न समझे शक्तिमान...पूर्ण ओपीडी का बहिष्कार... अनिश्चितकालीन हड़ताल लिखा था। डबल शिफ्ट ओपीडी का डॉक्टरों ने शुरु किया विरोध, लिखा- हम भी हैं इंसान, न समझे हमें शक्तिमान, ये हैं 10 मांगें
एसोसिएशन की यह 10 मांगें हैं।डबल ओपीडी को निरस्त किया जाए, आपातकालीन ड्यूटी रोस्टर की तरह तीन शिफ्ट में ओपीडी प्रारंभ किया जाए, इससे पहले डॉक्टर्स व मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति करनी चाहिए। 
- ओपीडी, इमरजेंसी, पीएमवीआईपी, स्वास्थ्य शिविर में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ की सिर्फ ६ घंटे ड्यूटी लगाई जाए। इसमें रात्रिकालीन ड्यूटी करने वाले छोड़ दिया जाए।



- डॉक्टर्स सहित मेडिकल स्टाफ को अन्य विभाग के सरकारी कर्मचारी की तरह अवकाश की सुविधाएं दी जाए।
- 24 घंटे खुलने वाले अस्पताल में संपूर्ण, त्वरित दवाइयां, उपकरण-यंत्र, लैब टेस्ट, एंबुलेंस की सुविधाएं दी जाए।
-नर्सिंग होम एक्ट के तहत एक दिन में एक शिफ्ट में प्रत्येक वार्ड या 20 मरीजों के बीच एक रेसिडेंट डॉक्टर, एक नर्स, एक वार्ड ब्वाय, एक स्वीपर की नियुक्ति की जाए।



- चिकित्सा अधिकारियों की 794 पद, जिसे ग्रामीण चिकित्सा सहायक के लिए विलोपित किया गया है, उसे पुन: बहाल किया जाए।
-ग्रामीण क्षेत्र में विशेषज्ञ सेवा बढ़ाने के लिए स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षा में एमओ के लिए 50 फीसदी सीट आरक्षित किया जाए।
-चिकित्सा अधिकारी व विशेषज्ञ डॉक्टर्स को तत्काल पदोन्नति दी जाए।



- चिकित्सा अधिकारियों को अव्यवसायिक भत्ता का विकल्प व भत्ता बढ़ाकर बेसिक में 50 फीसदी जोड़ा जाए।
-चिकित्सा अधिकारियों की सेवावधि व वित्तीय लाभ प्रथम नियुक्ति तिथि से गिनती की जाए।



ओपीडी खुलने से डॉक्टरों और मरीजों को हो रही परेशानी
सरकारी अस्पतालों में सुबह-शाम ओपीडी खुलने से डॉक्टर्स सहित मरीजों को परेशानी हो रही है। उसी आदेश का निरस्त कराने सहित अन्य मांगों को लेकर ओपीडी बहिष्कार किया गया है। वहीं शासन स्तर से किसी प्रकार का निर्णय नहीं लेने पर १६ जनवरी से आपातकालीन सेवाएं ठप कर दी जाएंगीं। इससे पहले हमने शाम की ओपीडी का बहिष्कार कर शासन स्तर पर अपनी मांगों को लेकर अवगत कराया था।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...