मैनपुरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से आयुष्मान के लाभार्थियों को भेजी गई चिट्ठी 12 हजार घरों से लौट गई है। इसकी वजह है चिट्ठी पर जो पते लिखे थे, वहां आयुष्मान योजना के लाभार्थी मिले ही नहीं। बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पत्र वापस लौटने पर स्वास्थ्य विभाग ने लाभार्थी परिवारों की तलाश शुरू कर दी है। सत्यापन की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है। सत्यापन के बाद भी इन परिवारों को योजना का लाभ मिल पाएगा। आयुष्मान भारत के तहत लाभार्थी परिवारों का चयन सोशियो ईकोनॉमिक कास्ट सेंसस 2011 (एसईसीसी) सूची के आधार पर किया गया था। जिले में करीब एक लाख 10 हजार 546 लाभार्थी परिवारों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की ओर से पत्र जारी किए।
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