मंगलवार, 7 जनवरी 2020

कुर्सी पर बैठे भ्रष्ट अधिकारी नहीं करते हैं काम

भ्रष्ट बिजली विभाग के कर्मचारियों की मनमानी चरम सीमा पर कुर्सी पर बैठकर लोगों को करते हैं परेशान नहीं करते कोई काम


कौशाम्बी। योगी सरकार में बिजली विभाग अधिकारी पूरी तरह से भ्रष्टाचारी पर उतर आये है सिर्फ कुर्सी पर बैठकर वेतन ले रहे हैं और जनता को गुमराह करते हैं  बताना जरूरी होगा कि तिल्हापुर मोड़ के पेरवा पावर हाउस में प्रत्येक बुधवार को बिजली बिल शंसोधन व निस्तारण का उच्च अधिकारियों द्वारा कैंप लगाया जाता है लेकिन महज दिखावा के लिए लगता है कैंप और तो और उच्च अधिकारी कैंप में रहते हैं नदारत जिससे लोगों को काफी यहाँ से वहाँ भटकना पड़ता है  इतना सेम्पल पर्याप्त है कनेक्शन नम्बर 115947 जिसकी खाता सन्ख्या है 731740944519 नाम प्रेम चन्द लोधउर यह व्यक्ति वर्तमान समय झलवा प्रयागराज में रहते हैं और लोधउर का मकान किराये पर दिया है जो कि इनका बिजली बिल नवम्बर 2019 तक जमा था उच्च अधिकारियों की लापरवाही के चलते अचानक बिल  65332 / पैंसठ हजार तीन सौ बत्तीस रुपये की बिल आया अब उपभोक्ता पेरवा पावर हाउस गया और वहाँ पर उच्च अधिकारियों के ना मिलने पर उपभोक्ता सरांय अकिल के पावर हाउस में मौजूद रमेश जो कि बड़े बाबू है और यही  गलत बिल का शंसोधन करते हैं इनको बिल दिया और रमेश बाबू आठ दिन बाद आना कहकर टाल दिया जब एक माह पहले भी यही कहानी हुई थी और फोन भी नहीं उठाते कि लोग कुछ जानकारी ले सके अब उपभोक्ता करे तो क्या करे और कहाँ जाये  इतना ही नहीं इस रमेश बाबू की कुछ नीचे अस्तर के अधिकारी भी फोन करते हैं तो उनका भी फोन नहीं उठाते आखिर क्यों एसे भ्रष्ट अधिकारियों से बिजली उपभोक्ता काफी परेशान है। 


मदन कुमार केशरवानी


आईपीएस शिवदीप ने पकड़ी 12 करोड़ की ड्रग्स

मुंबई। बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे एक बार फिर अपने कार्रवाई को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। लांडे ने मुंबई में ऑटो ड्राइवर बनकर 12 करोड़ रुपए का ड्रग्स पकड़ा हैं। इसको लेकर उनको ऑटो ड्राइवर बनना पड़ा। बताया जा रहा है कि लांडे को जानकारी मिली थी 12 करोड़ रुपए का हेरोइन लेकर तस्कर कही पहुंचाने वाले हैं। इस जानकारी के बाद लांडे ने ऑटो ड्राइवर का वेश बनाया और यह बड़ी कार्रवाई मुंबई के बांद्रा में की. इसका वीडियो वायरल हुआ है। लांडे फिलहाल महाराष्ट्र में डेपुटेशन पर आए हुए हैं। वो इस वक्त मुंबई के एंटी नारकोटिक्स सेल के DCP हैं। सोमवार को ही इनका प्रमोशन हुआ है वह डीआईजी बने हैं। इससे पहले भी रह चुके हैं चर्चा में लांडे इससे पहले भी अपनी कार्रवाई को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। पटना में रहने के दौरान लांडे ने डाकबंगला चौराहे पर वेश बदलकर एक यूपी के इंस्पेक्टर को पकड़ा था। इंस्पेक्टर के बारे में उनको कोई गलत सूचना मिली थी। लेकिन इसको लेकर वह विवादों में आ गए थे। क्योंकि वह इंस्पेक्टर विभागीय काम को लेकर अपना काम कर रहे थे। लेकिन गलत काम जानकर लांडे ने उनको पकड़ा था। इसके अलावे वह अपनी छापेमारी को लेकर भी चर्चा में रह चुके हैं।


डीएम ने तहसील दिवस पर सुनी जन समस्याएं

जिलाधिकारी ने तहसील सदर में सम्पूर्ण समाधान दिवस में सुनी जनता की समस्यायें
समाधान दिवस में आये हुए प्रकरणों को एक सप्ताह के अंदर निस्तारित करने के दिये निर्देश
जनता की शिकायतों को वेवजह लम्बित रखने वाले अधिकारियों पर की जायेगी कार्यवाही-जिलाधिकारी, प्रयागराज
प्रयागराज। जिलाधिकारी प्रयागराज श्री भानुचंद्र गोस्वामी ने तहसील सदर में सम्पूर्ण समाधान दिवस में जनता की समस्याओं को सुना। उन्होंने समाधान दिवस में आये हुए प्रकरणों को एक सप्ताह के अंदर निस्तारित करने के निर्देश दिये। सम्पूर्ण समाधान पर मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रेम रंजन सिंह, अपर जिलाधिकारी (नगर) अशोक कुमार कनौजिया, एस0डी0एम0 सदर सहित सभी सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद थे।
सम्पूर्ण समाधान दिवस पर आयी शिकायतों को गम्भीरता से लेते सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी आवेदन जिस विभाग से सम्बन्धित है, अधिकारी उसे गम्भीरता से ले और समयबद्ध रूप से शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहां कि समाधान दिवस में ज्यादातर शिकायतें लेखपाल एवं कानूनगों के स्तर पर आती है, उन्होंने लेखपाल एवं कानूनगों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि उनसे सम्बन्धित प्रकरणों को जमीनी स्तर पर जाकर निष्पक्ष जांच करते हुए प्रकरणों को निस्तारित किया जाये। प्रकरणों को वेवजह लम्बित न रखा जाय, नही ंतो कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहां कि सरकार के द्वारा दिये निर्देशों का अनुपालन करें तथा लोगो की समस्याओं को निस्तारित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी समाज के अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचे तथा उसे उसका लाभ मिल सके। तहसील समाधान में मुख्य रूप से राजस्व, बिजली, नगर निगम तथा पुलिस से सम्बन्धित 203 मामले सुनवाई के लिए आये, जिनमें राजस्व के 79, पुलिस के 25 एवं अन्य 99  मामले थे। इनमें से कई मामलों का मौके पर ही निस्तारण सुनिश्चित किया गया। बृजेश केसरवानी


साल 2020 में 365 नहीं 366 दिन होगें

साल में 365 दिन होते हैं वहीं इस साल 2020 में कुल 366 दिन होंगे 


नई दिल्ली। वर्ष 2020 एक ‘लीप यीअर’ है यानी जहां आमतौर पर साल में 365 दिन होते हैं वहीं इस साल में कुल 366 दिन होंगे।  हर चौथे साल में फरवरी के महीने में एक दिन और जुड़ जाता है, जिससे 29 दिन हो जाते हैं। इस साल को ‘लीप यीअर’ और इस दिन को ‘लीप डे’ कहते हैं। फरवरी साल का सबसे छोटा महीना है जिसमें केवल 28 दिन होते हैं इसलिए इस ‘लीप डे’ को इस महीने में जोड़ा गया है। 
ऐसा क्यों होता है? 
दरअसल, पृथ्वी को सूर्य का एक पूरा चक्कर लगाने में 365 दिन, 6 घंटे का समय लगता है। तो ये 6 घंटे 4 साल में जुड़कर 24 घंटे बन जाते हैं जिससे 1 ‘लीप डे’ बन जाता है। अगर हम इस अतिरिक्त दिन को हर चौथे साल में नहीं जोड़ते हैं तो हर साल कैलेंडर से 6 घंटे हट जाएंगे और फिर हर 100 साल में कैलेंडर से 24 दिन ही गायब हो जाएंगे। 
कहानी ‘लीप यीअर’ की
‘लीप यीअर’ के पीछे कई सालों पहले की कहानी है। बात लगभग 2000 ईसा पूर्व की है जब इटली पर जूलियस सीजर का राज हुआ करता था। जूलियस सीजर के समय में जो कैलेंडर प्रयोग किया जाता था, उसमें प्रतिवर्ष में 355 दिनों को शामिल किया गया था। लेकिन इससे उन्हें समस्या होती थी क्योंकि उन्हें अतिरिक्त दिनों का हिसाब अलग से जोडऩा पड़ता था जो काफी जटिल हो जाता था। जूलियस सीजर इस समस्या से बहुत परेशान हो गया और उसने अपने ज्योतिषी से ऐसी व्यवस्था करने को कहा जिससे कालक्रम गड़बड़ हुए बगैर ही यह समस्या सुलझ जाए। 
इसके बाद राज्य के ज्योतिष ने एक साल में 365 दिनों को शामिल किया और हर 4 साल में एक दिन जोडऩे का प्रस्ताव जूलियस सीजर के सामने रख दिया। इसके बाद भी इस कालक्रम में कई बदलाव और सुधार किए गए। अंतिम बार यह सुधार करने वाले थे पोप ग्रेगरी 13 जिन्होंने 29 दिनों के साल को ‘लीप यीअर’ का नाम दिया। आज हम जिस ग्रेगेरियन कैलेंडर का अनुसरण करते हैं वह पोप ग्रेगेरी के नाम पर ही रखा गया है।


चीनी से लदा ट्रक हाईवे पुल से नीचे गिरा

चीनी की बोरियों से लदा ट्रक हाईवे पुल से नीचे गिरा, चालक और क्लीनर घायल, पीजीआई रेफर


अमित शर्मा


चंडीगढ़। जीपीएस स्कूल के पास से गुजरते नेशनल हाईवे पुल पर छह जनवरी की रात करीब 11 बजे चीनी से भरा ट्रक पलट गया। इससे ट्रक चालक और क्लीनर दोनों गंभीर घायल हो गए। घायलों का सिविल अस्पताल मंडी गोबिंदगढ़ में इलाज करवाने के बाद डॉक्टरों ने पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया है। हादसा 6 जनवरी रात करीब 11:00 बजे का बताया जा रहा है।


⚠पुलिस अधिकारी गुरभेज सिंह और बुध सिंह ने बताया कि हादसा ड्राइवर की आंख लगने के कारण हुआ है। ट्रक पुल से लुढ़कता हुआ नीचे स्लिप रोड पर आ गिरा जिसमें बड़ी तादाद में चीनी की बोरियां थी। ट्रक मुरादाबाद से कोटकपूरा (पंजाब) जा रहा था। हादसे में घायल हुए क्लीनर की पहचान सतनाम सिंह पुत्र करतार सिंह निवासी शामली (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। चालक की पहचान रणजीत सिंह निवासी तरनतारन गांव बनिया के तौर पर हुई है। दोनों को पीजीआई रेफर किया गया है।


भारत में सिख सुरक्षित नहीं, गहरी चिंता

सिख भारत में सुरक्षित नहीं हैं,टिप्पणी पर गहरी चिंता व्यक्त की:कैप्टन अमरिंदर


अमित शर्मा


चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को अकाल तख्त के जत्थेदार की इस टिप्पणी पर गहरी चिंता व्यक्त की कि सिख भारत में भी सुरक्षित नहीं हैं, और तख्त को केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के साथ सभी संबंधों को तोड़ने के लिए अकालियों पर दबाव बनाने के लिए कहा, जो था देश में अल्पसंख्यकों के बीच सुरक्षा की भावना सुनिश्चित करने में असमर्थ है।
हालांकि वह खुद अकाल तख्त जत्थेदार की इस टिप्पणी से सहमत नहीं थे कि सिख भारत में सुरक्षित नहीं हैं, मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पूर्व को ऐसा लगता है तो उन्हें शिरोमणि अकाली दल (शिअद) से बात करनी चाहिए और उनसे पूछना चाहिए केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को छोड़ने के लिए, जिनमें से वे एक हिस्सा हैं। पाकिस्तान के विपरीत, भारत ने हमेशा एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र होने का गर्व किया था, जिसमें धार्मिक आधार पर कोई भेदभाव नहीं था, कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि सिख समुदाय के बीच कोई भी भावना है कि वे यहां सुरक्षित नहीं थे, गंभीर चिंता का विषय था। अगर सिख इस देश में असुरक्षित महसूस कर रहे थे, जैसा कि अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा था, तो यह केंद्र पर विवाद था जिसे दोष देना था, उन्होंने जोर दिया। यह देखते हुए कि अकालियों ने सिख धर्म, और समुदाय के संरक्षक होने का दावा किया है, उन्हें इस मुद्दे पर एक स्टैंड लेना चाहिए, और एसएडी प्रमुख सुखबीर बादल को अपनी पत्नी, हरसिमरत कौर बादल से केंद्रीय मंत्री के रूप में तुरंत इस्तीफा देने के लिए कहना चाहिए। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि जहां कुछ घटनाएं यहां और वहां सिखों को भारत में सुरक्षित नहीं होने का मामला माना जा सकता है, वहां धारणा वास्तविकता की तरह महत्वपूर्ण थी। उन्होंने कहा कि सिखों ने 1980 के दशक में बहुत अंधेरे दौर से गुजरा था और किसी भी तरह से अंत तक रहने की भावना को महसूस किया था, जो उनके डर की भावना को पुनर्जीवित करेगा, जो समुदाय के हित के साथ-साथ राष्ट्र के लिए हानिकारक होगा। एक सिख प्रभुत्व वाले राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में, उन्होंने खुद हमेशा यह सुनिश्चित किया कि समुदाय के हितों को न केवल पंजाब में बल्कि अन्य राज्यों में भी संरक्षित किया जाए, कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि सिखों के उत्पीड़न के मामलों में अपने व्यक्तिगत हस्तक्षेप को याद करते हुए, जहां भी यह हो सकता है। सीएए के मुद्दे पर शिरोमणि अकाली दल के पाखंड का हवाला देते हुए, कैप्टन अमरिंदर ने अकालियों को भारत में अल्पसंख्यकों से संबंधित मुद्दों पर एक स्पष्ट रुख अपनाने और ऐसे मामलों पर दोहरा खेल खेलने से रोकने के लिए कहा। उन्होंने महसूस किया कि यह समय केंद्र में गठबंधन का हिस्सा नहीं रह सकता है, जो देश में अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहे हैं, और फिर भी इन अति अल्पसंख्यकों के संरक्षक होने का दावा करते हैं, उन्होंने कहा।


रात को जल्दी लेटने पर नहीं आती नींद

 रात को जल्दी सोने की करते हैं कोशिश फिर भी लेट आती है नींद, 


दिनभर में हमारे लिए काम जितना जरूरी है उससे ज्यादा जरूरी है नींद का पूरा होना। हमारी पूरी रूटीन इसी चीज पर निर्भर होती है। हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं की वजह भी नींद का पूरा ना हो पाना ही है। आपके लाइफस्टाइल (Lifestyle) के हिसाब से इसके कारण अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन सुबह के वक्त उठने में दिक्कत की समस्या सभी को फेस करनी पड़ती है। सबसे कॉमन समस्या ये है कि कुछ लोगों को बिस्तर पर जाने के काफी समय बाद भी नींद नहीं आती जिस वजह से वह समय पर उठ भी नहीं पाते हैं। हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आपकी ये समस्या दूर हो जाएगी। रात के वक्त जब आप सोचते हैं कि अब सो जाना चाहिए और वो वक्त जब आप सोने जाते हैं, इन दोनों ही स्थितियों के बीच जो अंतर होता है उसे लेटेंसी कहते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक लेटेंसी का असर हर इंसान पर अलग-अलग होता है। यह उसकी बॉडी, लाइफस्टाइल और जिस वातावरण में वह रहता है, उससे प्रभावित होता है। अगर आपको बिस्तर पर जाने के 5 मिनट के अंदर नींद आ जाती है तो इसका मतलब है कि आप कम नींद लेते हैं और अगर आपको बिस्तर पर जाने से नींद आने के बीच का अंतर 20 या इससे अधिक होता है तो इसका अर्थ है कि आप अपने शरीर की जरूरत से अधिक सोते हैं या आपको अपनी पुअर स्लीप हाइजीन को इंप्रूव करने की जरूरत है।


छापामारी कर तीन लोगों को हिरासत में लिया

चंडीगढ़। विदेश से करोड़ों के लेन-देन के मामले में दिल्ली साइबर क्राइम टीम ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र  में छापेमारी कर तीन लोगों को हिरासत में लिया है। पूरी कार्रवाई को गुप्त तरीके से अंजाम दिया गया था। दिल्ली पुलिस की एक बस ने कुरुक्षेत्र जाकर एक इंटरनेशनल एजेंसी के एजेंट को अपने साथ लिया साथ ही दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया। पुलिस जांच में अभी इस मामले में और भी कई खुलासे हो सकते हैं।


उधर, एक अन्य मामले में हरियाणा पुलिस की एक महिला एएसआई (ASI) को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कुरुक्षेत्र जिला में तैनात महिला एएसआई कैलाश कौर आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थी। उसके विरुद्ध जिला कुरुक्षेत्र में पहले भी कई मामले दर्ज हुए हैं। महिला एएसआई पर थाना पल्लू जिला हनुमानगढ़ राजस्थान में गाड़ी नंबर आरजे-49यूए/1307 इनोवा गाड़ी छीनने का मामला दर्ज है। कुरुक्षेत्र अपराध शाखा एक की मदद से राजस्थान पुलिस ने महिला एएसआई (ASI) कैलाश कौर को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।


मुद्दे पर राजनीति करने को बताया शर्मनाक

भेदभाव के शिकार सिखों का भारत में स्वागत, शर्मनाक राजनीति से बाज आएं अकाली : सीएम कैप्टन
कहा- मुस्लिम और दूसरे धर्मों को सीएए से अलग करना ठीक नहीं।


 
चंडीगढ़। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नागरिकता कानून (CAA) पर बात करते हुए कहा है कि दूसरे देशों में भेदभाव का शिकार हो रहे सिखों का भारत में स्वागत है। उन्होंने अकाली दलों के जरिए पाकिस्तान सिखों और धार्मिक संस्थाओं पर हमले के मुद्दे पर राजनीति करने को शर्मनाक बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह दूसरे देशों में भेदभाव का शिकार हो रहे लोगों को नागरिकता देने के विरुद्ध नहीं है। लेकिन, मुस्लिम और दूसरे धर्मों को सीएए से अलग करना ठीक नहीं है। कैप्टन ने कहा- ‘अकालियों ने पाकिस्तान में सिखों और धार्मिक संस्थाओं पर हमले के मुद्दे पर राजनीति की, जो बेहद शर्मनाक है।’ उन्होंने कहा- ‘अकाली दल पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति की तुलना भारत में लाए गए असंवैधानिक नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) से कर रहा है। खासकर हरसिमरत कौर बादल निंदनीय बयानबाजी से पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हमला कर रही हैं। सिख नौजवान की मौत को कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध सियासी लड़ाई में हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही हैं।


सीएए को लेकर बंगाली भाषा में की गई बुकलेट

कोलकाता। बीजेपी (BJP) द्वारा नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) (CAA) को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए बंगाली भाषा में जारी की गई बुकलेट (Booklet) में लिखा है कि एनआरसी इसके बाद अगला कदम होगा और कोई भी हिंदू डिटेंशन सेंटर  नहीं जाएगा। बतौर बुकलेट, फॉरेनर्स ऐक्ट के चलते असम में 11 लाख हिंदू (Hindu) डिटेंशन सेंटर में हैं और सीएए के तहत वे रिहा हो जाएंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सीएए को प्रश्न एवं उत्तर के प्रारूप में सरलता से स्पष्ट किया गया है, ताकि कानून के संबंध में लोगों के भय को दूर किया जा सके।पुस्तिका में ‘इसके बाद क्या एनआरसी लाया जाएगा? इसकी कितनी जरूरत है? और एनआरसी आने पर क्या असम की तरह हिन्दुओं को निरोध केन्द्र में जाना पड़ेगा? जैसे सवाल हैं।’ इनके जवाब में कहा गया है, ‘हां, इसके बाद एनआरसी होगा। कम से कम ऐसी केन्द्र सरकार की मंशा है।’ पुस्तिका में दावा किया गया कि हिन्दुओं को एनआरसी की वजह से नहीं बल्कि विदेशी कानून की वजह से निरोध केन्द्र जाना पड़ा है। पुस्तिका में कहा, ‘उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार और कांग्रेस द्वारा पारित विदेशी कानून के तहत असम में एनआरसी लागू किया गया। असम में बीजेपी सरकार एनआरसी नहीं लाई। बल्कि उसने तो एनआरसी के खिलाफ अदालत में जाने का निर्णय किया था।’ उसने कहा कि सीएए के लागू होने के बाद असम में निरोध केन्द्र में बंद हिन्दुओं को छोड़ दिया जाएगा।


हादसे में शिकार हुए बच्चे ने खोई यादाश्त

सुंदरनगर। तीन सप्ताह पहले सुंदरनगर के ललित चौक पर बाइक हादसे में घायल हुए बच्चे ने पीजीआई में आंख तो खोल दी थी, लेकिन अपनी याददाशत खो चुका था। अब डॉक्टरों ने उसे घर भेज दिया है। डाक्टरों द्वारा हाथ खड़े करने के बाद अब सुंदरनगर के पुंग में रह रहे प्रवासी परिवार गमगीन हो गया है। हादसे में घायल सन्नी के पिता कश्मीर सिंह ने बताया कि हादसे के बाद उनके बेटे का पीजीआई में इलाज चल रहा था। उन्होंने कहा कि कोमा में रहने के बाद जब उसने आंखें खोली तो वह किसी को भी नहीं पहचान रहा है। पीजीआई के डॉक्टरों ने भी बच्चे को वापस घर तो भेज दिया। मगर वह जी पाएगा कि नहीं वह भी कोई आश्वासन नहीं दिया है।


परिवार बच्चे के हादसे के बाद आर्थिक तौर पर भी टूट गया। हालांकि प्रशासन और लोगों ने मदद तो कि मगर डॉक्टरों के हाथ खड़े करने के बाद परिवार भी बेवस हो गया है। वहीं सब से बड़ी बात है कि आरोपी बाइकर पूरी आजादी के साथ घूम रहा है। जबकि पुलिस अभी तक कोर्ट में चालान तक पेश नहीं कर पाई है। इस बारे में जब एसडीएम सुंदरनगर राहूल चौहान से दूरभाष में माध्यम से बात हुई तो उन्होंने कहा कि परिवार उनके पास आया था। प्रशासन से जो भी मदद होगी वह की जा रही है। इस बारे में एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा से जब दूरभाष के माध्यम से बात हुई तो उन्होंने बताया कि कोर्ट में जल्द ही चालान पेश कर आरोपी पर मुकदमा चलाया जा रहा है। उन्होनें कहा पीड़ित परिवार को नियमानुसार राहत दिलवाई जाएगी।


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...