बुधवार, 13 नवंबर 2019

साइबेरिया में निकला सबसे कीमती हीरा

साइबेरिया। पूर्वी साइबेरिया में बसा 'मिरनी माइन' दुनिया की सबसे बड़ी हीरे की खदान है, यह मानव द्वारा निर्मित दुनिया का सबसे बड़ा गड्ढा है इसकी गहराई 1722 फीट और 3900 फीट चौड़ाई है।


यहां से बेहिसाब हीरे निकालें गए हैं इस खदान को सोवियत संघ के भू वैज्ञानिकों द्वारा 13 जून, 1955 को खोजा गया था, इस खदान में साल 1957 में काम शुरू किया गया थे।इसे खोदने के लिए कर्मचारियों ने जेट इंजन और डायनामाइट्स का इस्तेमाल किया था, इस खदान से रूस हर साल 10 मिलियन यानी एक करोड़ कैरेट हीरा निकालता था। इसका गड्ढा इतना बड़ा है की इसके ऊपर से गुजरने वाले हेलिकॉप्टर कई बार हवा के दबाव के कारण इसमें समा गए। बाद में इसके ऊपर किसी भी उड़ान को प्रतिबंधित कर दिया गया, साल 2011 में इस खदान को पूरी तरह बंद किया जा चुका है।


भीषण सड़क हादसे में 2 लोगों की मौत

रोहतास। सासाराम-डेहरी थाना अंतर्गत सुआरा मोड़ के समीप अनियंत्रित बोलेरो ने सड़क के किनारे खड़े टैंकर को टक्कर मार दिया। जिसमें 2 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।


जानकारी के मुताबिक झारखंड के रामगढ़ के रहने वाले यह परिवार इलाहाबाद के उत्तर प्रदेश से संगम स्नान करके अपने घर वापस जा रहे थे। लिहाज़ा लौटने के क्रम में ही सुआरा गांव के समीप रात के वक्त सड़क हादसा हो गया। बताते चलें कि रात काफी होने की वजह से ड्राइवर को नींद आने लगी थी। लिहाजा नींद के दौरान ही ड्राइवर ने रोड के किनारे खड़े टैंकर में जाकर टक्कर मार दिया। जिसके बाद बोलेरो में सवार एक ही परिवार के 2 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। इसके अलावा तीन और लोग बुरी तरीके से घायल हो गए। जिसके बाद घायलों का इलाज सासाराम के सदर अस्पताल में किया जा रहा है।


लिहाजा घटना के बाद कोहराम मच गया लोगों ने आनन-फानन में घायलों को सासाराम के सदर अस्पताल इलाज के लिए भर्ती कराया। उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया। मृतक के रिश्तेदार ने बताया कि लौटने के क्रम में ही ड्राइवर के नींद आने की वजह से यह घटना हो गया। सभी परिवार अपने घर झारखंड के रामगढ़ वापस जा रहे थे।


सीजेआई के दफ्तर में आरटीआई लागू

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट एक और बड़ा फैसला लिया, सूचना के अधिकार के तहत आएगा चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया का दफ्तर। कोर्ट ने कहा- CJI का दफ्तर पब्लिक अथॉरिटी है। यदि जनता उसके विषय में किसी प्रकार की जानकारी चाहती है,तो वे उसका संवैधानिक अधिकार भी बनता है। इसी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट का फैसला बरकरार रखा। फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा- सूचना देने से न्यायपालिका की स्वतंत्रता प्रभावित नहीं होती हैं। लेकिन कुछ सूचनाओं की निजता और गोपनीयता का ध्यान रखा जाना चाहिए।


'जाधव' का मामला सिविल कोर्ट में चलेगा

इस्लामाबाद। भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान बड़ा फैसला लेने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, जाधव के मामले को सिविलियन कोर्ट में चलाने के लिए आर्मी एक्ट में बदलाव किया जाएगा। इसके बाद जाधव को अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सिविलियन कोर्ट में अपील करना होगा।


इससे पहले पिछले महीने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के केस में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) ने पाकिस्तान को फटकार लगाई। आईसीजे के अध्यक्ष जज अब्दुलाकावी यूसुफ ने यूएन जनरल असेंबली को जानकारी देते हुए बताया कि कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान ने वियना कन्वेंशन के अनुच्छेद 36 के तहत अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया। पूरे मामले में आवश्यक कार्यवाही भी नहीं की गई।


पासपोर्ट पर पड़ सकता है आतंकवादी साया

ग्वालियर। भारत में बनने वाले पासपोर्टों पर पाकिस्तान और वहां के आतंकियों का साया पड़ सकता है? ग्वालियर के आशीष चतुर्वेदी की मानें तो हमारे देश से भविष्य में जारी होने वाले पासपोर्ट खतरे में पड़ सकते हैं। मालूम हो कि, आशीष चतुर्वेदी वही व्हिसिल ब्लोअर हैं जिन्होंने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार में हुए व्यापम घोटाले को उजागर किया था। आशीष ने अब ई-पासपोर्ट मामले में घोटाले का खुलासा करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाऐ हैं। उनका कहना है कि टेंडर की शर्तों का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान से सम्बन्ध रखने वाली कम्पनी को लाभ पहुंचाया जा रहा है। आशीष ने इसकी शिकायत पीएमओ सहित अन्य जगह की है।


आशीष चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार द्वारा पूरी की गई ई पासपोर्ट टेंडर प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाये है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने ई पासपोर्ट के लिए टेंडर जारी किया था, जिसमें बहुत सारी विदेशी कम्पनियों ने भी हिस्सा लिया। इनमें तीन से चार कम्पनियां अंतिम दौर में पहुंच गईं। जिसमें से फ़्रांस की कम्पनी जिमेल्टो को ये टेंडर दिया जाना लगभग तय है। आशीष का कहना है कि उनको जानकारी लगी कि ये कम्पनी पाकिस्तान से भी सम्बन्ध रखती है जबकि, शर्तों के हिसाब से चीन या पाकिस्तान से किसी भी तरह का सम्बन्ध रखने वाली कोई भी कम्पनी इस टेंडर में शामिल नहीं हो सकेगी। आशीष ने कहा कि जब उन्होंने इससे सम्बंधित दस्तावेज चेक किए तो बात सही निकली। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रक्रिया से जुड़े भारतीय विदेश सेवा और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने इसको नजरंदाज किया। इंटेलिजेंस से कम्पनी का वेरिफिकेशन भी नहीं कराया गया।


आशीष का आरोप है  कि वरिष्ठ अधिकारियों ने पाकिस्तान और आई एस आई से जुड़ी कम्पनी की मदद की और उसे टेंडर प्रक्रिया के अंतिम दौर में पहुंचाया। जिसकी शिकायत उन्होंने पीएमओ, विदेश मंत्रालय, डायरेक्टर सीबीआई , पासपोर्ट एथोरिटी से की है। उन्होंने मांग की है कि इस प्रक्रिया को निरस्त किया जाये और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये।


आरोपों के घेरे में महाराष्ट्र राज्यपाल

मुंबई। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आरोपों में घिरते जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस पीवी सावंत ने उनके फैसले को अवैध, अनुचित और पक्षपातपूर्ण बताया है तो शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया।


महाराष्ट्र में पक्षपात; बीजेपी को 15 दिन का, दूसरे दलों को केवल एक दिन का मौका? 


उधर कांग्रेस ने भी राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की आलोचना करते हुए, कोशयारी पर खुला आरोप लगाया है कि उन्होंने 'न्याय का हनन' किया है और संवैधानिक प्रक्रिया का मजाक बनाया है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पर एनसीपी, शिवसेना और भाजपा को सरकार बनाने, बहुमत साबित करने के लिए 'मनमाने ढंग से' समय देने का आरोप भी लगाया।


महाराष्ट्र में तीसरी बार राष्ट्रपति शासन, शिवसेना सुप्रीम कोर्ट में


रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, “ये बेईमानी से भरा हुआ और राजनीति से प्रेरित है।” उन्होंने ट्वीट किया- “राज्यपाल कोश्यारी ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करके लोकतांत्रिक न्याय का हनन किया है और संवैधानिक प्रक्रिया का मजाक बनाया है”। जबकि दूसरी तरफ कोश्यारी के कार्यालय द्वारा ट्विटर पर जारी किए गए एक बयान में कहा गया- “उन्हें विश्वास है कि संविधान के अनुरूप सरकार का गठन नहीं किया जा सकता है (और इसलिए) आज संविधान के अनुच्छेद 356 के प्रावधानों को लागू करने की रिपोर्ट भेजी है।”


दबिश पर गए दरोगा को दौड़ाकर पीटा

फर्रुखाबाद। जिले के गांव दनियापुर हीरामन में अवैध शस्त्र के मुकदमे में वारंटी को पकड़ने गए दरोगा व सिपाही पर परिजनों व खेत में धान काट रहे ग्रामीणों ने हमला कर दिया। दोनों को दौड़ा-दौड़ाकर बुरी तरह पीटा गया। दरांती से हमले में दरोगा घायल हो गए। सिपाही भी जख्मी हो गया। वारंटी को परिजन पुलिस से छुड़ा ले गए। दरोगा व सिपाही ने किसी तरह भागकर जान बचाई। दोनों का मेडिकल कराया गया। दरोगा की तहरीर पर नौ नामजद व तीन अज्ञात महिलाओं पर जानलेवा हमले समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। नवाबगंज थाने की बबना चौकी के प्रभारी इंचार्ज दरोगा राजेश कुमार सोमवार रात सिपाही बंटू कुमार के साथ आईजी जोन के अभियान के तहत अवैध शस्त्र के मुकदमे में वारंटी अजय पाल निवासी गांव दनियापुर हीरामन की तलाश में गांव पहुंचे।


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...