मंगलवार, 12 नवंबर 2019

ऑस्ट्रेलिया मे अग्नि आपातकाल घोषित

कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में सोमवार को अग्नि आपातकाल घोषित कर दिया गया। ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर जंगलों में लगी आग की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत होने और 150 से अधिक घरों के जल के खाक होने के बाद यह घोषणा की गई। न्यू साउथ वेल्स राज्य के आपातकाल सेवा मंत्री डेविड इलियट ने कहा कि स्थानीय निवासी ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं, जो अब तक की सबसे खतरनाक आग में तब्दील हो सकती है।


ऑस्ट्रेलिया के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य न्यू साउथ वेल्स में तेज हवाओं के कारण आग फैल गई। न्यू साउथ वेल्स की नेता ग्‍लैडीस बेरेजिक्लयन ने सिडनी में कहा कि विनाशकारी मौसम का मतलब है कि चीजें तेजी से बदल सकती है। सप्ताहभर के आपातकाल की घोषणा से ग्रामीण अग्निशमन सेवा को किसी भी सरकारी एजेंसी को किसी भी कार्य को करने या करने से रोकने का निर्देश देने का अधिकार मिल जाता है।


तुर्की से बेहद नाराज ट्रंप, दो टूक बात करेंगे

तुर्की से बेहद नाराज, ट्रंप दो टूक करेंगे बात 


न्यूयॉर्क। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस सप्ताह तुर्की के नेता से मुलाकात करेंगे और रूस की रक्षा प्रणाली खरीदने के तुर्की के निर्णय पर उनसे दो टूक बातचीत करेंगे। ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने रविवार को कहा कि रूसी रक्षा प्रणाली एस-400 खरीदने के तुर्की के फैसले से अमेरिका अब भी 'बेहद खफा' है। अमेरिका ने कहा कि यह रक्षा प्रणाली नाटो बलों के अनुकूल नहीं है और इससे एफ-35 लड़ाकू विमान कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है साथ ही यह रूस के खुफिया विभाग को मदद पहुंचा सकता है।


गौरतलब है कि अमेरिका ने जुलाई में तुर्की को एफ-35 कार्यक्रम से बाहर कर दिया था। ओ ब्रायन ने सीबीएस 'फेस द नेशन' में कहा कि अगर तुर्की रूस की रक्षा प्रणाली को नहीं छोड़ता तो उसे अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। ट्रंप का बुधवार को तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के साथ और गुरुवार को नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग के साथ मुलाकात का कार्यक्रम है। ट्रंप और एर्दोआन बुधवार दोपहर एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन करेंगे।


ओ ब्रायन ने कहा कि एस -400 के लिए नाटो में कोई जगह नहीं है। अहम रूसी सैन्य खरीद के लिए नाटो में कोई जगह नहीं है।और जब वह यहां वाशिंगटन में होंगे तो राष्ट्रपति उनसे स्पष्ट तौर पर यह बात कहेंगे। सुरक्षा सलाहकार ने हालांकि कहा कि अमेरिका तुर्की को नाटो में रखने के लिए वह सब कुछ करेगा जो वह कर सकता है। गौरतलब है कि सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के खिलाफ अमेरिका के साथ लड़ाई लड़ रहे कुर्द बलों पर हमले के लिए तुर्की की चौतरफा आलोचना हुई है। वहीं, इन हमलों के पहले अमेरिकी सेनाओं को हटाने के लिए ट्रंप की भी आलोचना हुई है लेकिन ओ ब्रायन ने कहा कि उनके इस कदम ने सीरिया में एर्दोआन के हमले का रास्ता साफ नहीं किया।


सरयू में लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

अयोध्या: लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू में लगाई डुबकी, हेलीकॉप्टर से हुई निगरानी


पवन पाण्डेय
अयोध्या। रामनगरी में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू में स्नान कर पुण्य अर्जित किया। मेला क्षेत्र सहित पूरे जिले का कमिश्नर मनोज मिश्र, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने दोपहर में हवाई निरीक्षण भी किया। 


अयोध्या में राम जन्म भूमि के मालिकाना हक को लेकर सुप्रीम फैसले के मद्देनजर भारी सुरक्षा पाबंदियों में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी आमद से बाजार, घाट और मठ मंदिर गुलजार हैं। मंगलवार को मेले के अंतिम पर्व कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है। दोपहर में हवाई निरीक्षण भी चलता रहा।पूर्णिमा स्नान सोमवार की शाम पूर्णिमा तिथि शुरू होने के साथ ही सुरक्षाबलों तथा अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया।सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा तिथि सायं 4.34 बजे से प्रारम्भ हो चुका है जो मंगलवार को सायं 6.42 बजे समाप्त होगी।तिथि प्रारम्भ होने के बावजूद श्रधालु उदया तिथि में ही स्नान कर रहे। स्नान के बाद नागेश्वरनाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी, मणिरामदास जी की छावनी, कनक भवन, राम जन्मभूमि में दर्शन पूजन कर रहे है। श्रद्धालुओं का जमावड़ा अयोध्या की ओर हर आने वाले रास्तों पर श्रद्धालुओं का रेला ही दिख रहा है। रामनगरी आने वालों की नयाघाट, टेढ़ी बाजार सहित नगर में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों पर सघन जांच व तलाशी हो रही है। पहले के जैसा ही रुट डाइवर्जन से वाहनों को अयोध्या में नही आने दिया जा रहा है। बाईपास, रामसेवकपुरम सहित कई स्थानों पर वाहन स्टैंड बनाया गया है जहां भारी संख्या में वाहन पार्क है।


सात जोन और 23 सेक्टर में विभाजित कर हो रही मेला निगरानी
मेला क्षेत्र को सात जोन में स्नान घाट, नागेश्वर नाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, यातायात, भीड़ जोन तथा गुप्तारघाट और 23 सेक्टर में बांटकर जोनल और सेक्टर प्रभारियों के साथ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में मेले की सुरक्षा व व्यवस्था की निगरानी किया जा रहा है। श्रद्धालु की सुरक्षा में अर्धसैनिक बलों में सीआरपीएफ, आरएएफ़, बीएसएफ को लगाया गया है। साथ में पीएसी, जल पुलिस, महिला पुलिस, घुड़सवार दस्ता समेत विभिन्न दस्तों भी मुस्तैद हैं।


चलती ट्रेन में दिया जुड़वा को तो जन्म

जांजगीर-चाम्पा। साउथ बिहार एक्सप्रेस ट्रेन में सफर के दौरान आज एक महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म  दिया है। जानकारी के अनुसार जांजगीर-चाम्पा जिले में आज दुर्ग से पटना जाने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 13287 प्रतिदिन की तरह अपने निर्धारित समय पर दुर्ग स्टेशन से छूटी। अभी वह अकलतरा स्टेशन पर पंहुची थी कि ट्रेन में अपने पति और एक बच्चे के साथ सवार 36 साल की पूजा को प्रसव पीड़ा प्रारंभ हो गई। आपातकालीन स्थिति में 108 को फोन किया गया। तब तक ट्रेन अकलतरा रेलवे स्टेशन पर रुकी रही। इसी बीच पूजा को ट्रेन से नीचे उतारा गया। वहां उनके साथ ही ट्रेन में सफर कर रही मांढर की स्टाफ  नर्स अनूपा सिंह की सहायता से सुरक्षित प्रसव कराया गया। रेलवे स्टेशन पर ही पूजा ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। इसके बाद अकलतरा से जुड़वा बच्चों और उनकी मां को जिला हॉस्पिटल रेफर किया गया। जच्चा-बच्चा पूर्णत: स्वस्थ बताए जा रहे है।


संगम तट पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़

प्रयागराज। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर गंगा स्नान के उपलक्ष में संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट गई। श्रद्धा-भाव से सभी भक्त गुणों के द्वारा त्रिवेणी के धाम पर स्नान किया गया और उसके पश्चात स्तुति और आरती  की गई। त्रिवेणी के धाम की गौरवमई महिमा देखते ही बनती थी।


गुरु पर्व, देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर आस्था की कुंभ नगरी में मां गंगा के सुरम्य तट पर हरिहर गंगा आरती समिति रामघाट प्रयाग के द्वारा भव्य दीप महोत्सव का आयोजन किया गया।
इस आयोजन के अंतर्गत मां गंगा के पावन तट पर संगीतमय मां गंगा की महाआरती एवं असंख्य दीपों से गंगा के तट को सुसज्जित किया गया। मां गंगा के तट को नयनाभिराम लोगों का आकर्षण का केंद्र बिंदु रहा। दृश्य के माध्यम से ऐसा आभास हुआ की नभ के सितारे जमीन पर आ गए।


बृजेश केसरवानी


सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा दो अहम फैसले

नई दिल्ली। अयोध्या मामले पर पर नौ नवंबर को सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ का फैसला आने के बाद 13 नवंबर का दिन एक बार फिर न्यायिक इतिहास में दर्ज होने जा रहा है। इस दिन एक नहीं बल्कि दो दो महत्वपूर्ण फैसले आने जा रहे हैं।


मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई सुनाएंगे फैसला


सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के अध्यक्ष मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई बुधवार को यह दो जटिल फैसले सुनाने जा रहे हैं। ये निर्णय न्यायाधिकरणों के पुनर्गठन और सूचना के अधिकार अधिनियम (आरटीआई अधिनियम) के तहत भारत के मुख्य न्यायाधीश के कार्यालय को लाने के मामलों में आने जा रहे हैं। मामलों की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश गोगोई की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ ने की और इसमें जस्टिस एनवी रमना, डी वाई चंद्रचूड़, दीपक गुप्ता और संजीव खन्ना शामिल थे।


ये दोनो फैसले रोजर मैथ्यू मामले में वित्त अधिनियम, 2017 के सेक्शन 156 से 189 को चुनौती से संबंधित हैं, जो अधिकरणों की संरचना और पुनर्गठन से संबंधित प्रावधानों में संशोधन करते हैं। इस मामले में विभिन्न मुद्दों पर सुनवाई की गई, इसके अलावा उन पर भी सुनवाई हुई जो सभी न्यायाधिकरणों को विधि और न्याय मंत्रालय के तहत लाते हैं। इसमें न्यायाधिकरणों की एकरूपता, धन विधेयक के रूप में वित्त अधिनियम का पारित होना आदि शामिल था।


सर्वोच्च अदालत 13 नवंबर को इस मामले में फैसला सुनाएगी


इस मामले में वरिष्ठ वकील अरविंद दातार द्वारा वित्त विधेयक और धन विधेयक के बीच अंतर को लेकर तर्क दिया गया था। भारत के अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने इस पहलू का खंडन किया था, उनका तर्क था कि अध्यक्ष के बिल को मनी बिल के रूप में टेबल करने का निर्णय न्यायिक समीक्षा के अधीन नहीं हो सकता है। इसके अलावा जब संसद सत्र चल रहा हो तो संसद में की गई कार्यवाही को विधिक अदालत के समक्ष चुनौती नहीं दी जा सकती। अब सर्वोच्च अदालत कल इस मामले में फैसला सुनाएगी।


दूसरा फैसला जिस मामले पर आने वाला है वह यह सवाल उठाता है कि क्या भारत के मुख्य न्यायाधीश का कार्यालय आरटीआई के दायरे में आता है। यह सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्रीय सूचना आयोग के एक आदेश के खिलाफ दायर की गई अपील पर आधारित है जिसमें कहा गया था कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति से संबंधित जानकारी को आरटीआई अधिनियम के तहत लाया जाना चाहिए।


यह फैसला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस से भारतीय न्यायपालिका में पारदर्शिता के संबंध में भारी प्रभाव पड़ेगा। याचिका में कॉलेजियम के प्रस्तावों और फैसलों के आने के समय पारदर्शिता की अनुपस्थिति को विशेष रूप से रेखांकित किया गया है। फैसला बुधवार 13 नवंबर को दोपहर 2 बजे सुनाया जाना है।


निगम कर्मचारी लगाते हैं कूड़े में आग

क्या नगर निगम के कर्मचारी ही लगाते हैं कूड़े के ढेरों में आग!


निग्रह आर्य


गाजियाबाद। इंदिरापुरम हिंडन बैराज पर लगी कूड़े के ढेर में आग। गाजियाबाद हिंडन बैराज इंदिरापुरम क्षेत्र में नहर के बराबर में प्राइवेट प्रॉपर्टी पर नगर निगम द्वारा दिए गए कूड़ा निस्तारण के टेंडर मालिक प्राइवेट प्रॉपर्टी पर कूड़ा डालते हैं। और वहां पर कुछ बंगालियों द्वारा कूड़े के ढेर से पॉलिथीन को निकालने का कार्य चलता है। जब कूड़े का ढेर ज्यादा मात्रा में हो जाता है, तो उसमें आग लगा दी जाती हैै। यह पहला वाक्य नहीं है जब नगर निगम के प्राइवेट टैंकरों द्वारा कूड़े में आग लगा दी गई है। गाजियाबाद में प्रदूषण दिन पर दिन बढ़ रहा है और नगर निगम गाजियाबाद आंखें मूंदे बैठा है!
जहां एक और  महापौर आशा शर्मा, नगर आयुक्त प्रमोद सिंह और पर्यावरण विभाग के सभी अधिकारी गाजियाबाद में प्रदूषण फैलाने बालों के खिलाफ यह कार्रवाई की वह कार्यवाही की कहते नजर आते हैं। वहीं दूसरी ओर नगर निगम के कर्मचारी स्वयं ही जगह-जगह कूड़े के ढेर में आग लगाते हैं, साथ ही महानगर में प्रदूषण कम  होने का नाम नहीं ले रहा और हम किसानों पर ठीकरा फोड़ते हैं!
कार्यवाही के नाम पर नगर निगम कर्मचारियों पर कोई भी कार्यवाही नहीं होती!


गाजियाबाद में बैडमिंटन चैंपियनशिप संपन्न

गाजियाबाद। महामाया स्टेडियम में आयोजित जिला गाजियाबाद बैडमिंटन चैंपियनशिप, बैडमिंटन एसोसिएशन गाजियाबाद के सचिव श्री नरेंद्र शर्मा द्वारा संपन्न कराई गई ।एवं इसमें जिला क्रीड़ा अधिकारी गदाधर बारीकी व उप क्रीड़ा अधिकारी मधु अवस्थी का विशेष सहयोग रहा। इस प्रतियोगिता में 100 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। सभी कैटेगरी खेली गई। जिसमें दिनांक 10 नवंबर 2019 को मेंस ओपन एवं वेटर्न कैटेगरी के मैच हुए, मेंस ओपन के विजेता शुभम सेंगर एवं अनुज भास्कर उपविजेता रहे। विशाल एंड शिवम पांडये पार्टनर रहे, वरुण पवार एवं उनके पार्टनर गगन पासवान तृतीय स्थान पर रहे। इसके उपरांत वेटर्न्स मुकाबले खेले गए। जिनमें 50 प्लस सुधीर सिंह एवं उनके पार्टनर जितेंद्र चौहान विजेता रहे। 45 प्लस में जितेंद्र चौहान एवं उनके पार्टनर अजय त्यागी उपविजेता रहे। 35 प्लस में नीरज उनके पार्टनर मोनू विजेता रहे तथा वरुण पवार एवं सुनील त्यागी उपविजेता रहे। वही अजय त्यागी एवं उनके पार्टनर दिनेश सिंह तृतीय स्थान पर रहे। सभी मुकाबले बहुत ही संघर्षशील रहे। बहुत नजदीक के परिणाम से हार जीत तय हुई। समापन समारोह पर श्री नरेंद्र शर्मा, गोविंद सिंह, अरविंद चौधरी एवं क्रीड़ा अधिकारी श्री बारीकी उपस्थित रहे। जिनके द्वारा प्रतियोगिता का समापन किया गया।


नानक के सिद्धांत को समझे,आदर्श बनाएं

बिलासपुर। श्री गुरूनानक देव जी ने ऊंच-नीच, छुआछूत, भेदभाव और जातिवाद से ऊपर उठकर मानवता का संदेश दिया है, उसे अमल में लायें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बिलासपुर के गुरूनानक स्कूल परिसर में श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।


मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि समाज में जब कुरीतियां व्याप्त थी, ऐसे समय में गुरूनानक जी का अवतरण हुआ। वे बाल्यकाल से ही चिंतन, मनन करने वाले और मानवता के प्रति अगाद श्रद्धा उनके मन में रही है। छुआछूत को छोड़ सब एक साथ एक ही पंगत में भोजन करें, इसलिये लंगर प्रथा शुरू की। उन्होनें अज्ञानता के खिलाफ संदेश दिया। गुरूनानक देव जी एक मात्र ऐसे संत थे, जिन्होंने काफी लंबी दूरी पद यात्रा की और समानता, भाईचारा और प्रेम का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सब एक ही ईश्वर के संतान हैं, इसमें भेदभाव नहीं होना चाहिये। समाज की समृद्धि, सुख, शांति के बिना संभव नहीं है। गुरू नानक देव जी ने एक सहज, सरल और संगठित समाज की नींव रखी। जिसमें जात-पांत और अमीर-गरीब के भेद को मिटाया। मुख्यमंत्री ने बताया कि करतारपुर की यात्रा के लिये प्रदेश सरकार की तरफ से व्यवस्था की गई है। इच्छुक व्यक्ति इस यात्रा में जा सकते हैं।


मुख्यमंत्री ने बिलासपुर में श्री गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव पर आयोजित शानदार कार्यक्रम के लिये बधाई एवं शुभकामनाएं दी।कार्यक्रम में गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमरजीत सिंह दुआ ने प्रकाश पर्व के संबंध में जानकारी देते हुए गुरू सिंह सभा एवं सिख समाज द्वारा पिछले एक वर्ष में जनकल्याण के लिये आयोजित कार्यक्रम की जानकारी दी।


कार्यक्रम में विधायक शैलेष पाण्डेय एवं श्रीमती रश्मि सिंह, महाधिवक्ता सतीशचन्द्र वर्मा, मोहन मरकाम, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा एवं बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग मौजूद थे।


भाजपा को एलजेपी ने दिया एक और झटका

रांची। महाराष्ट्र के बाद अब भाजपा को झारखंड में बड़ा झटका एनडीए गठबंधन की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने दिया है। सीट बटवारें को लेकर चल रहे विवाद के बाद झारखंड में लोक जनशक्ति पार्टी ने अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। पार्टी अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करके नामों की घोषणा करेंगी। एलजेपी बीजेपी के खिलाफ 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने 11 नवंबर को कहा था कि पार्टी झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने के लिए तैयार है। बीजेपी ने राज्य की अधिकांश सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है,जो लोजपा ने भगवा पार्टी से एनडीए के साथी के रूप में मांगे थे। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव 30 नवंबर से शुरू होने वाले पांच चरणों में होंगे। पासवान ने जोर दिया कि लोजपा इस बार "टोकन" के रूप में दी गई सीटों को स्वीकार नहीं करेगी।


महाराष्ट्र में पार्टियों ने मांगा अलग-अलग समय

महाराष्ट्र। यहां सरकार बनाने को लेकर लगातार राजनीतिक दल अपना हित साधने में लगे हैं। ले​किन फिर भी सरकार नहीं बन पाई है,और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की है। वहीं राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
शिवसेना का कहना है कि उन्हें दावा पेश करने के लिए सिर्फ 24 घंटे का समय दिया गया, जबकि बीजेपी को 48 घंटे का वक्त दिया गया था। शिवसेना ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने सरकार बनाने के अवसर से इनकार करने के लिए बीजेपी के इशारे पर जल्दबाजी में काम किया। बता दें कि इस मामले में जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े की अगुआई वाली पीठ कल सुनवाई कर सकती है।


अब तक क्या हुआ महाराष्ट्र में


राज्‍य में भाजपा 105 विधायकों के साथ सबसे बड़ी विधायक संख्या वाली पार्टी है। लेकिन बीते शनिवार को भाजपा ने सरकार गठन में असमर्थता जाहिर कर दी थी। इसके बाद राज्‍यपाल ने रविवार को 56 विधायकों के साथ शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। लेकिन, पार्टी कांग्रेस और एनसीपी से समर्थन के पत्र उपलब्ध नहीं करा सकी। शिवसेना ने राज्यपाल से और समय मांगा, जिन्होंने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया।


जानकारी के अनुसार एनसीपी ने आज सुबह 11:30 बजे राज्यपाल को एक खत लिखा था, जिसमें दो दिन का समय मांगा था। राज्यपाल ने एनसीपी के पत्र को आधार बना कर गृहमंत्रालय से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की।


ड्रेस कोड जैसी प्रथाओं का किया विरोध

नई दिल्ली। देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि और ड्रेस कोड जैसी पाबंदियों के विरोध में सैकड़ों छात्रों ने सोमवार को विश्वविद्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे छात्र अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की तरफ आगे बढ़ने चाहते थे। लेकिन गेटों पर बैरियर लगा दिए गए हैं। उप राष्ट्रपति वेकैंया नायडू इस स्थान पर दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे हैं।


छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए भारी संख्या में सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। छात्रों की मांग है कि हॉस्टल में कोई सर्विस चार्ज ना लगाया जाए, छात्र हॉस्टल में ड्रेस कोड लागू करने हॉस्टल में आने-जाने के टाइम की पाबंदी को खत्म करने की भी मांग कर रहे हैं।


जेएनयू के सैकड़ों छात्रों ने फ्रीडम स्क्वायर से एआईसीटीई सभागार तक 'बड़े पैमाने पर फीस वृद्धि' के खिलाफ बैनर के साथ मार्च निकाला। एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि हम पिछले 15 दिनों से हम फीस वृद्धि का विरोध कर रहे हैं। कम से कम 40 फीसदी छात्र गरीब परिवार से आते हैं, वो छात्र यहां कैसे पढ़ेंगे? एक अन्य छात्र ने कहा कि विश्वविद्यालय को सब्सिडी दी जाती है ताकि गरीब भी यहां पढ़ सकें. “एक गरीब छात्र यहां कैसे पढ़ सकेगा, अगर छात्रावास की फीस 6 से 7 हजार से अधिक होगी।


छात्रों ने बताया कि सुबह शुरु हुआ यह प्रदर्शन छात्रावास के मैनुअल के विरोध के अलावा पार्थ सारथी रॉक्स में प्रवेश पर प्रशासन की पाबंदी और छात्र संघ के कार्यालय को बंद करने के प्रयास के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों का ही हिस्सा है।


बारिश के दौरान फटे बादल, नदी में पानी का सैलाब

बारिश के दौरान फटे बादल, नदी में पानी का सैलाब  पंकज कपूर  अल्मोड़ा। भारी बारिश के दौरान फटे बादल की वजह से सूखी पड़ी नदी में पानी का सैलाब ...