मंगलवार, 29 अक्तूबर 2019

कलश शोभायात्रा में 101 कन्या सामिल

रमेश शंकर झा,
समस्तीपुर। जिले में विभिन्न जगहों पर काली पूजा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समस्तीपुर प्रखंड के हकीमाबाद पंचायत के टारा टोला में नवयुवक काली पूजा समिति की ओर से कलश शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। इस कलश शोभा यात्रा में स्थानीय एक सौ एक कुंवारी कन्याओ सहित बड़ी संख्या में भक्तजन शामिल हुये।इस कलश यात्रा काली पूजा स्थल से निकल कर बूढ़ी गंडक नदी से कलश में जल भरकर परिक्रमा करते हुये वापस पूजा स्थल पहुँचकर स्थापित किया गया।


तदुपरांत काली पूजा समारोह व मेला का विधिवत उद्घाटन स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने फीता काट कर किया। वहीँ कार्यक्रम को उद्घाटन करते हुए स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा की दीपावली तथा काली पूजा के इस पावन व पवित्र पर्व पर हमें यह संकल्प लेना चाहिये कि हम बुराई का परित्याग कर अच्छाई को ग्रहण करेंगे। ऐसा कोई भी कार्य नहीं करेंगे जो दूसरे को बुरा लगे। हम एक-दूसरे के सुख-दु:ख में भागीदारी देगे, प्रेम और मोहब्बत के संदेश को घर-घर पहुंचाकर देश और समाज में सहिष्णुता, एकता और भाईचारे की भावना को विकसित करेंगे। इसी में हमारा, समाज का और देश का व्यापक हित निहित है। इस कार्यक्रम के मौके पर जिला राजद सचिव राकेश यादव, समाजसेवी रामविनोद राय, राम प्रवेश राय, रामकृपाल राय, रंजीत राय, संजय राय सहित इत्यादि लोग उपस्थित थे।


सरकार पर अनोखे राष्ट्रवाद का आरोप

लखनऊ। अनुच्छेद 370 लगभग हटने के बाद से लगातार जम्मू-कश्मीर के हालात का जायजा लेने जा रहे विपक्षी दलों को एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया। वही अब केंद्र सरकार ने पहली बार विदेशी सांसदों को वहां जाने देने की अनुमति दी है। जिसके बाद से मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इसे लेकर मंगलवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और बसपा सुप्रीमो मायावती ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाएं हैं।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज अपने अधिकारिक ट्वीट अकाउंट से ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कह कि 'कश्मीर में यूरोपियन सांसदों को सैर-सपाटा और हस्तक्षेप की इजाजत, लेकिन भारतीय सांसदों और नेताओं को पहुंचते ही हवाई अड्डे से वापस भेजा गया। बड़ा अनोखा राष्ट्रवाद है यह।'


इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ईयू सांसदों को जम्मू-कश्मीर जाने देने और भारतीय सांसदों पर 'बैन' को लेकर सवाल उठाए थे। राहुल ने ट्वीट किया कि 'यूरोप के सांसदों का जम्मू-कश्मीर दौरे के लिए स्वागत है,  लेकिन भारतीय सांसदों पर प्रतिबंध है और एंट्री नहीं है। इसमें कहीं न कहीं कुछ बहुत गलत है।'दूसरी ओर बसपा सुप्रीमो ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बाद वहां की वर्तमान स्थिति के आकलन के लिए यूरोपीय यूनियन के सांसदों को जम्मू-कश्मीर भेजने से पहले भारत सरकार अगर अपने देश के खासकर विपक्षी पार्टियों के सांसदों को वहां जाने की अनुमति दे देती तो यह ज्यादा बेहतर होता।


मालूम हो कि यूरोपीय सांसदों का 23 सदस्यीय दल मंगलवार दोपहर दिल्ली से श्रीनगर पहुंचा। वे श्रीनगर में कई स्थानों पर जाएंगे। दरअसल, यह दुनिया को कश्मीर की सच्चाई से रूबरू कराने की भारत की पहल है, जिसको लेकर पाकिस्तान झूठी खबरें फैला रहा है। यूरोपीय संघ की संसद में भी कश्मीर पर चर्चा हुई थी। ऐसे में वहां के सांसदों के कश्मीर का हाल देखने से दुनिया को सच्चाई पता चलेगी।


बता दें कि कश्‍मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्‍छेद 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद यह किसी विदेशी प्रतिनिधिमंडल की पहली कश्मीर यात्रा है। कश्मीर दौरे पर जाने वाले इस दल के सदस्य और वेल्स से यूरोपियन संसद के सदस्य नाथन गिल ने उम्मीद जताई कि इस दौरे से जमीनी हालत जानने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, 'यह हमारे लिए एक शानदार मौका है जब हम विदेश प्रतिनिधि के तौर पर कश्मीर जाकर हालात का जायजा लेंगे और जमीनी हकीकत को खुद देखेंगे।'


योगी का प्रीपेड मीटर लगाने का निर्णय

लखनऊ। योगी सरकार ने बिजली चोरी रोकने और बकाया वसूलने के लिए अब पूरी तरह से मन बना लिया है। इस संबंध में प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्‍त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राजनेताओं और अधिकारियों के बिजली का बिल चुकाने के मामले में रिकॉर्ड बुहत खराब है, जिसे देखते हुए राज्य में नेताओं और सरकारी अधिकारियों के सरकारी आवास पर प्रीपेड मीटर लगाने का फैसला किया गया है।


उन्होंने बताया कि इसके लिए एक लाख प्रीपेड मीटर के ऑर्डर दे दिए गए हैं। जैसे-जैसे ये मीटर आते जाएंगे, सरकारी आवासों में लगते जाएंगे। सभी प्रतिष्ठित व्यक्तियों से भी अपने यहां प्रीपेड मीटर लगाने की अपील की जाएगी। ऊर्जा मंत्री ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश में सरकारी विभागों और आधिकारिक आवासों पर करीब 13,000 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है। इसकी वसूली के लिए राज्य सरकार ने किस्तों में भुगतान का विकल्प दिया है!


वहीं बिजली चोरी रोकने के प्रयासों का जिक्र करते हुए श्रीकांत शर्मा ने बताया कि प्रदेश में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पांचों डिस्कॉम के तहत 75 थाने खोले जा रहे हैं। इसके लिए सरकार ने 2,050 पदों का सृजन किया है। अब तक 68 थाने खुल चुके हैं। इनमें तैनात पुलिसकर्मियों के लिए वेतन और दूसरे खर्चों का भार पावर कॉरपोरेशन खुद उठाएगा। बिजली विभाग के अधिकारियों से बोले ऊर्जा मंत्री, ईमानदार उपभोक्‍ताओं को न बनाएं बलि का बकरा, अयोध्‍या, मऊ, आजमगढ़-गोरखपुर समेत इन जिलों के लिए दिए खास निर्देश!


उन्होंने यह भी बताया कि इन थानों के लिए 75 निरीक्षक, 375 उपनिरीक्षक, 675 मुख्य आरक्षी, 150 मुख्य आरक्षी कंसोल ऑपरेटर और 675 सिपाहियों के पद मंजूर किए गए हैं। इन थानों में तैनात पुलिसकर्मियों और अन्य कर्मचारियों का काम जिले के हर इलाके में बिजली चोरी को रोकना है।


आतंकी हिट लिस्ट में मोदी और कोहली

नई दिल्ली। देशभर की कई बड़ी हस्तियां आतंकियों के निशाने पर हैं। इसका खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक खुफिया दस्तावेज में हुआ है।  यह लिस्ट ऑल इंडिया लश्कर ए तैयबा ने तैयार की है। इसमें देश की 12 बड़ी हस्तियों के नाम हैं, जिनकी जान को खतरा हो सकता है। सबसे चौंकाने वाला नाम टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का है।' आतंकियों के निशाने पर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और प्रधानमंत्री मोदी का नाम है! ऑल इंडिया लश्कर-ए-तैयबा नाम की आतंकी संगठन देश में बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहा है! इस संगठन के निशाने पर पीएम मोदी और टीम इंडिया कप्तान विराट कोहली के अलावा कई अन्य बड़ी हस्तियां हैं!


लिस्ट में सबसे ऊपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम है। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं। साथ ही जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी आतंकियों के निशाने पर हैं। बता दें, जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने का पूरा काम सत्यपाल मलिक की देखरेख में हुआ है।'


ऑल इंडिया लश्कर-ए-तैयबा नाम के इस संगठन ने एक हिटलिस्ट तैयार की है जो NIA को भेजी गई है. इस लिस्ट में प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, सरसंघ संचालक मोहन भागवत, राष्ट्रपति कोविंद, बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक, बीजेपी महासचिव राममाधव, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवानी और टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का नाम है! इन लोगों को इस आतंकी संगठन ने हिटलिस्ट में रखा है!



शिवसेना ने भाजपा को जमीन दिखाइ

मुंबई। महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे आने के बाद से अब तक 5 दिन बीत चुके हैं, लेकिन सरकार गठन को लेकर अब तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है। चुनाव से पहले गठबंधन में लड़े बीजेपी और शिवसेना नतीजों के बाद सीएम पद को लेकर रस्साकशी में जुटे हैं। इस बीच ढाई-ढाई साल के सीएम के लिए अड़ी शिवसेना ने अपने तेवर और कड़े कर लिए हैं। शिवसेना के सीनियर लीडर संजय राउत ने बीजेपी पर तीखा तंज करते हुए कहा, 'यहां कोई दुष्यंत नहीं है, जिसके पिता जेल में हैं। यहां हम हैं जो धर्म और सत्य की राजनीति करते हैं।'


संजय राउत ने कहा, 'उद्धव ठाकरे जी ने कहा है कि हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं, लेकिन हम उस विकल्प को स्वीकार करने का पाप नहीं करना चाहते हैं! शिवसेना ने हमेशा सच्चाई की राजनीति की है, हम सत्ता के भूखे नहीं हैं!'संजय राउत से जब पूछा गया कि बीजेपी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन के बावजूद सरकार बनाने में समय क्यों लग रहा है, तो उन्होंने कहा कि यहां कोई दुष्यंत नहीं है जिनके पिता जेल में हैं! संजय राउत ने कहा, 'यहां हम हैं जो 'धर्म और सत्य' की राजनीति करते हैं, शरद पवार जिन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया है जो कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे!


संजय राउत ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी व्यक्ति विभिन्न विकल्पों को चुन सकता है! हम गठबंधन की नैतिकता का पालन कर रहे हैं! यदि कोई इसका पालन नहीं करना चाहता है तो राज्य की जनता उन्हें जवाब देगी! हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं, लेकिन हम उसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं! यह पाप है! शिवसेना ने हमेशा सच्ची राजनीति की है! शिवसेना सांसद ने कहा कि हम सत्ता के भूखे नहीं हैं! हम उन पार्टियों के साथ नहीं जा सकते हैं जिन्होंने हमारे खिलाफ चुनाव लड़ाा! यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि कोई हमें सत्ता से दूर रखना चाहता है!


अट्ठारह को कार्यभार संभालेंगे बोबड़े

नई दिल्ली! देश के सर्वोच्च न्यायालय के अगल चीफ जस्टिस अरविंद बोबड़े होंगे। मौजूदा मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। अरविंद बोबड़े 18 नवंबर को मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगे। उनका कार्यकाल 23 अप्रैल 2021 तक होगा। आपको बता दें कि मुख्य न्यायाधीश ने केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिख जस्टिस बोबड़े को अगला मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने का प्रस्ताव रखा था जिसपर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हस्ताक्षर कर दिए हैं।


जस्टिस बोबड़े मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में 1 साल तक चीफ जस्टिस रह चुके हैं। इसके अलावा 12 वर्ष तक बॉम्बे हाइकोर्ट में जज भी रहे हैं। इस दौरान उन्होंने आधार, पर्यावरण और धर्म से जुड़ी कई मामलों में फैसले सुनाया है।


अयोध्या जमीन विवाद मामले की सुनवाई करने वाले पांच जजों की पीठ में जस्टिस बोबड़े भी शामिल हैं। वह आधार के अधिकार पर सुनाए गए तीन बेंच के जजों का  हिस्सा रहे हैं। तीन सदस्यों की इस पीठ में जस्टिस बोबड़े के अलावा जस्टिस चेलमेश्वर और जस्टिस नागप्पन भी थे। इस ऐतिहासिक फैसले में पीठ ने आधार के बिना किसी भी भारतीय को उसके मौलिक अधिकारों से वंचित न किए जाने का फैसला सुनाया।


2016 में दिल्ली-एनसीआर में तीन विद्यार्थियों द्वारा दाखिल की गई याचिका पर भी जस्टिस बोबड़े ने फैसला सुनाया था जिसमें पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की गई थी। इस बेंच में जस्टिस बोबड़े के अलावा जस्टिस टीएस ठाकुर और जस्टिस एके सिकरी भी थे।


यूरोपीय संघ प्रतिनिधि मंडल का दौरा

नई दिल्ली! सोमवार को यूरोपीय संघ (ईयू) का 21 सदस्यीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मुलाकात की!


यह प्रतिनिधिमंडल 29 अक्‍टूबर को कश्‍मीर दौरे पर जा रहा है! आज 11 बजे ये कश्‍मीर पहुंचेगा! आर्टिकल 370 खत्‍म होने के बाद ये ये किसी विदेशी प्रतिनिधिमंडल का पहला दौरा है!


यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब अमेरिका व कई अन्य देशों में कश्मीर को दिए गए विशेष राज्य के दर्जे को समाप्त करने के बाद वहां के हालात पर चिंता जताई जा रही है! यह अनुच्छेद 370 के रद्द होने के बाद किसी विदेशी दल का पहला कश्मीर दौरा होगा! नई दिल्ली स्थित यूरोपीय संघ की शाखा ने कहा है कि 'यह उसका कोई आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल नहीं है!'पीएम मोदी ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात के दौरान पाकिस्तान की तरफ स्पष्ट इशारा करते हुए कहा कि उन देशों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है, जो आतंकवाद को राज्य की नीति के तौर पर इस्तेमाल करते हैं! माना जा रहा है कि मोदी ने यह बात कर टीम के कश्मीर दौरे की 'टोन' तय कर दी है! मोदी ने उम्मीद जताई कि सदस्य क्षेत्र की एक 'बेहतर समझ' और वहां के लिए सरकार की विकास की नीतियों की 'एक स्पष्ट तस्वीर' हासिल कर सकेंगे!


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...