मंगलवार, 1 अक्तूबर 2019

सीएम देवेंद्र को सुप्रीम कोर्ट का झटका

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस को सुप्रीम कोर्ट की ओर से बड़ा झटका चला है। चुनावी हलफनामे में जानकारी छिपाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का फैसला रद्द करते हुए उनके खिलाफ ट्रायल चलाने का आदेश दिया है। उनके खिलाफ मजिस्ट्रेट कोर्ट में ट्रायल चलेगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट को यह तय करना था कि 2014 के चुनावी हलफनामे में आपराधिक केसों की जानकारी छिपाने पर फडणवीस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की इजाजत दी जाए या नहीं।
फडणवीस पर 2014 के चुनावी हलफनामे में दो आपराधिक केसों की जानकारी छिपाने का आरोप है। ये दोनों केस नागपुर के हैं। इनमें एक मानहानि और दूसरा ठगी का है। वकील सतीश उके ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर आरोप लगाया था कि 2014 के चुनाव का नामांकन दाखिल करते समय में फडणवीस ने झूठा हलफनामा दायर किया था। हालांकि इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी और कहा था कि याचिका में तथ्यों की कमी है।


उके ने हाईकोर्ट में नागपुर के ज्यूडि़शियल मजिस्ट्रेट के उस फैसले को चुनौती दी थी जिसमें ऐसी ही याचिका को खारिज कर दिया गया था। याचिकाकर्ता उके ने आरोप लगाया था कि 2009 और 2014 में नागपुर के दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से नामांकन भरते समय फडणवीस ने उनके खिलाफ लंबित दो आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाई थी। याचिकाकर्ता के मुताबिक 1996 और 1998 में फडणवीस के खिलाफ विभिन्न आरोपों में दो मामले दर्ज किए गए थे। यह जनप्रतिनिधि अधिनियम, 1951 की धारा 125-ए का स्पष्ट उल्लंघन है।


रूस से क्या लेंगे या नहीं, स्वतंत्र

वॉशिंगटन। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस से सैन्य समझौता करने पर पहली बार अमेरिका को सीधे जवाब दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के साथ बैठक के बाद उन्होंने कहा कि भारत रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने के लिए स्वतंत्र है। किसी भी देश को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, हम नहीं चाहते कि कोई देश हमें बताए कि रूस से क्या खरीदना है और क्या नहीं।


भारत ने रूस से पिछले साल ही एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने का करार किया है। हालांकि, अमेरिका ने इस पर नाराजगी जताते हुए कई बार भारत पर प्रतिबंध लगाने की धमकी भी दी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए जयशंकर ने कहा, “हम इस बात के पक्षधर रहे हैं कि सैन्य खरीदारी किसी भी देश का अधिकार है। किसी भी चीज को चुनने की आजादी हमारी अपनी है। मुझे लगता है कि यह सभी के हित में है कि वे हमारी स्वायत्तता को पहचानें।


डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन लगातार ही भारत और रूस के बीच सैन्य समझौते पर नाराजगी जताता रहा है। दो महीने पहले जब भारत ने रूस को एडवांस पेमेंट किया, तब भी अमेरिका ने धमकी देते हुए कहा था कि भारत का यह फैसला दोनों देशों के रिश्तों पर गंभीर असर डालेगा। ट्रम्प प्रशासन के अफसर लगातार कहते रहे हैं कि भारत को सैन्य समझौतों के लिए अमेरिका और रूस में से किसी एक को चुनना होगा।


अमेरिका काट्सा कानून के तहत अपने दुश्मन से हथियार खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लगा सकता है। इस लिहाज से भारत भी रूस से हथियार खरीदने के लिए प्रतिबंधों के दायरे में आ सकता है। हाल ही में अमेरिका ने तुर्की पर एस-400 सिस्टम खरीदने के लिए प्रतिबंध लगा दिए थे। साथ ही उसके साथ एफ-35 फाइटर जेट की डील रद्द कर दी थी।


एस-400 मिसाइल सिस्टम, एस-300 का अपडेटेड वर्जन है। यह 400 किलोमीटर के दायरे में आने वाली मिसाइलों और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को भी खत्म कर देगा। एस-400 डिफेंस सिस्टम एक तरह से मिसाइल शील्ड का काम करेगा, जो पाकिस्तान और चीन की एटमी क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइलों से भारत को सुरक्षा देगा। यह सिस्टम एक बार में 72 मिसाइल दाग सकता है। यह सिस्टम अमेरिका के सबसे एडवांस्ड फाइटर जेट एफ-35 को भी गिरा सकता है। वहीं, 36 परमाणु क्षमता वाली मिसाइलों को एकसाथ नष्ट कर सकता है। चीन के बाद इस डिफेंस सिस्टम को खरीदने वाला भारत दूसरा देश है।


भाजपा सबसे बड़ा दल, दो-चार रेप?

नई दिल्ली। रेप को लेकर सोशल मीडिया में मेनका गांधी एक बयान वायरल हो रहा है। जो पूरी तरह भ्रामक है।एक बीजेपी नेता के खिलाफ रेप चार्ज पर असल में मेनका गांधी ने जो कहा था, उसे गलत तरीके से पेश किया गया। वायरल फेसबुक पोस्ट को कौसर सैयद ने 23 सितंबर को शेयर किया था। इस रिपोर्ट को लिखे जाने तक इस फेसबुक पोस्ट को 3100 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका था। ऐसा ही एक और बयान मेनका गांधी के नाम से अप्रैल 2018 में भी वायरल हुआ था।


कीवर्ड्स के आधार खंगालने पर 13 अप्रैल 2018 को प्रकाशित पत्रिका की ये रिपोर्ट सामने आई। इस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के चंदौली में मेनका गांधी से जब कठुआ और उन्नाव की घटनाओं को लेकर पूछा गया था कि क्या इनसे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है? तो उनका जवाब था, बीजेपी 11 करोड़ सदस्यों वाली दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, अगर 1-2 ऐसी घटनाएं हुई हैं तो आप कैसे पूरी पार्टी को दोषी ठहरा सकते हैं? ऐसे में ये निष्कर्ष निकलता है कि मेनका गांधी के असल बयान को वायरल पोस्ट में तोड़मरोड़ कर और गलत तरीके से पेश किया गया। वायरल पोस्ट को लेकर मेनका गांधी के निजी सहायक आनंद चैधरी से संपर्क किया तो उन्होंने वायरल पोस्ट के फर्जी होने की पुष्टि की। चैधरी के मुताबिक मेनका गांधी ने कभी ऐसा बयान नहीं दिया।


दावा-मेनका गांधी ने कहा कि बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टीय अगर 2-4 रेप होते हैं तो क्या बुराई?
निष्कर्ष-मेनका गांधी ने असल में कहा था कि बीजेपी 11 करोड़ सदस्यों वाली दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, अगर 1-2 ऐसी घटनाएं हुई हैं तो आप कैसे पूरी पार्टी को दोषी ठहरा सकते हैं?


खिलाड़ियों की नीलामी 19 दिसंबर को

शैलेश दिक्षित


कोलकाता। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 19 दिसंबर को कोलकाता में होगी। पहली बार नीलामी की प्रक्रिया यहां होगी। खिलाड़ियों की ट्रेडिंग विंडो 14 नवंबर को बंद हो जाएगी। ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक, आठों फ्रैंचाइजियों को ट्रेडिंग विंडो की जानकारी दे दी गई है। इस साल नीलामी के लिए कुल 85 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। ये पिछले साल से 3 करोड़ रुपए ज्यादा है। नीलामी में कितने खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, इसकी जानकारी अभी नहीं दी गई है।


पिछले साल नीलामी के बाद दिल्ली कैपिटल्स के पास सबसे ज्यादा 8.2 करोड़ रुपए बचे थे। वहीं, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खाते में सबसे कम 1.8 करोड़ रुपए ही बचे। इस बार फ्रैंचाइजियों को 3 करोड़ रुपए अतिरिक्त मिलेंगे। पिछले साल मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम फाइनल में पहुंची थी। तब मुंबई जीता था।
इस बार छोटी नीलामी होगी
आईपीएल-2021 के लिए सभी खिलाड़ियों को नीलामी की प्रक्रिया से गुजरनी होगी। ऐसे में इस बार की नीलामी अपेक्षाकृत छोटी होगी। पिछली बार बड़ी नीलामी जनवरी 2018 में हुई थी। तब टीमों को सिर्फ 5 खिलाड़ी रिटेन करने की छूट दी गई थी। दिल्ली के पास सबसे ज्यादा पैसे बचे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि वे इस बड़े खिलाड़ियों पर दांव लगाएंगे। दिल्ली की टीम ट्रेडिंग विंडो में अन्य टीमों के मुकाबले ज्यादा सक्रिय रही। श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली टीम ने वेस्टइंडीज के शेरफेन रदरफोर्ड को मुंबई को दे दिया। उनके स्थान पर स्पिनर मयंक मार्कंडे को अपनी टीम में लिया।


गांगुली ने कहा- अश्विन को अपनी टीम में शामिल करना चाहते हैं
दिल्ली की टीम पंजाब से रविचंद्रन अश्विन को भी अपनी टीम में शामिल करना चाह रही है। अश्विन को पंजाब ने 2018 में 7.6 करोड़ में खरीदा था। उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया था। उन्होंने पिछले साल 15 विकेट लिए थे। टीम के मेंटर सौरव गांगुली भी अश्विन को अपनी टीम में शामिल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'हम पंजाब अश्विन को हमारी टीम में आने देती है, तो हम बहुत खुश होंगे।'


एनआरआई पति के खिलाफ तलाक का मामला

इंदौर। दहेज की मांग पूरी नहीं होने के चलते तीन तलाक दिए जाने का आरोप लगाते हुए यहां 21 वर्षीय महिला ने उसके अनिवासी भारतीय (एनआरआई) पति के खिलाफ नए कानून के तहत मामला दर्ज कराया है। लसूड़िया पुलिस थाने के प्रभारी संतोष दूधी ने सोमवार को बताया कि यह मामला सलीना खान (21) की शिकायत पर जांच के बाद उसके शौहर जीशान फैजल खान और ससुरालियों के खिलाफ रविवार रात दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता महिला का पति अमेरिका के कैलिफॉर्निया में काम करता है। उन्होंने बताया कि सलीना ने निकाह के साल भर बाद अपने शौहर पर आरोप लगाया है कि जब उसे दहेज के रूप में ऑडी कार और 50 लाख रुपये नकद नहीं मिले, तो पहले उसे प्रताड़ित किया गया और बाद में तीन बार तलाक कहकर पत्नी मानने से इनकार कर दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ 'मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम 2019' के साथ ही भारतीय दंड विधान की धारा 498-ए (दहेज प्रताड़ना) और अन्य संबद्ध धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।


दूधी ने कहा कि पुलिस आरोपों की जांच के बाद मामले में उचित कदम उठाएगी। गौरतलब है कि 'मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम 2019' के जरिए एक साथ तीन बार तलाक बोलकर वैवाहिक संबंध खत्म करने की प्रथा पर वैधानिक रोक लगाई गई है। इस कानून में मुजरिम के लिए तीन साल तक के कारावास का प्रावधान है।


एचआईवी संक्रमित 450 बच्चों की अनदेखी

जिले में 20 हजार लोग एचआईवी पाजीटिव, झेलना पड़ता है दुव्र्यवहार
रायपुर। एक ओर जहां लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर इतना ज्यादा चिंतित हैं वहीं दूसरी ओर एच आई वी पाजीटिव को लेकर समाज में हीन भावना है। पीडि़तों को समाज में दोयम दर्जे के रूप में देखा जाता है। सामाजिक स्तर पर पीडि़तों को दुव्र्यवहार झेलना पड़ता है। तमाम सरकारी प्रचार प्रसार जागरूकता के बाद भी लोग जागरूक नहीं हो पाए हैं।
एच आई वी पाजीटिव -असुरक्षित यौन सम्बन्ध, संक्रमित ब्लड, जिसे बिना सोचे समझे जरुरतमंदों को चढ़ा देना भी एचआईवी संक्रमण का प्रमुख कारण है। छत्तीसगढ़ में एक संस्था 2009 से एड्स संक्रमित लोगों को समाज में स्थान दिलाने एवं आत्मविश्वास जगाने सतत प्रयास कर रही है । विहान केयर एंड सपोर्ट सेंटर की स्थापना 2013 से हुई है जो बच्चों के बेहतर जीवन के लिए जागरूक कर रही है । संस्था द्वारा प्रोत्साहित कार्य -इस संस्था में 19हजार एच आई वी पाजीटिव हैं जो एक साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं, घर -घर जाकर 9 महिलाएं कॉउंसलिंग करती है,संस्था 120 बच्चों को पोषक तत्वों के साथ एच आई वी प्रतिरोधक दवाई बच्चों को देती है। पोषक तत्व में आटा, दाल, गुड़, खजूर, सोयाबीन बड़ी संस्था द्वारा दिए जाते हैं। इसके अलावा संस्था प्रमुख रिंकी अरोरा ने दुर्ग और जगदलपुर में एच आई वी पाजीटिव 294 महिलाओं का प्रसव करवाई है, जिसमे से केवल 9 ही बच्चे संक्रमित पाए गए। माता पिता दोनों को एड्स है, तो डॉक्टर की देख रेख बच्चा स्वस्थ पैदा होता है। विहान संस्था के द्वारा लगभग 32 जोड़ों की शादी करवाई है, दोनों एच आई वी पाजीटिव होने के बाद भी आप एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकते हैं। संस्था प्रमुख विहान एड्स केयर एंड सपोर्ट सेंटर की प्रमुख रिंकी अरोरा ने सुझाव दिया कि इस बीमारी का जितनी जल्दी पता चलेगा, यह उतने ही जल्दी ठीक होने की उम्मीद होती है, जनता से रिश्ता अखबार के माध्यम से सन्देश है कि हर लड़के एवं लड़की को शादी के पहले अपना एच आई वी परीक्षण अनिवार्य रूप से करवाना चाहिए। इस बीमारी को मुख्य रूप से 4 स्टेज में बांटा गया है एंटी रेट्रो वाइरल ट्रीटमेंट के द्वारा जांच के तुरंत बाद दवाई चालू हो जाना चाहिए तो इसे कण्ट्रोल किया जा सकता है । जिसे टेस्ट एंड ट्रीट गाइडलाइन कहते हैं इसके बाद जब तक इंसान जिएगा उसकी दवाइयां चलती रहेगी,आम लोगों में एचआइवी 15-25 साल की उम्र में ज्यादा देखा जाता है इसके लिए जागरूक बनना होगा रक्त चढ़ाने से पहले प्रमाणित ब्लड बैंक से ही ब्लड लिया जाना चाहिए, अपने बच्चों से इस मुद्दे पर दोस्त बनकर खुलकर बात करे एवं सेक्स एजुकेशन को बढ़ावा देने में मदद कर, हर इंसान जीने की चाह रखता है । यह कोई छूत की बीमारी नहीं है जो साथ रहने से फैलने वाली नहीं है। कुछ शुरुआती चिन्ह हैं जो दिखाई देने पर तुरंत सम्बंधित डॉक्टर से संपर्क करे -फोड़े फुंसी होने पर, संक्रमण लम्बे समय तक रहने पर, जुखाम डायरिया लम्बे समय तक रहने पर, टी बी हो जाने पर, कोई भी रोग जल्दी से ठीक नहीं होना लक्षण है।


डा.बिजंवार


तीसरे विश्वयुद्ध की आहट (विचार)

पाकिस्तान और भारत, सऊदी अरब और ईरान, अमेरिका, चीन, रूस, इजराइल इत्यादि इत्यादि।। वर्त्तमान में सभी देशों के एक दूसरे से संबंध किसी न किसी विषय को लेकर खराब चल रहे है। हर कोई विवादों को तूल दे रहा है। विवादित विषयों का संभव है की बातचीत से समाधान निकल भी जाए परन्तु अहम् की लड़ाई के चलते कोई भी बातचीत नहीं करना चाह रहा है। कुछ शक्तिशाली, विकसित देश सम्पूर्ण विश्व पर तानाशाही करते है। उनकी तानाशाही किसी से छुपी नहीं है। सभी जानते है की कुछ राष्ट्र अध्यक्षों के भाषण और नीतियां विश्व अशांति की आग में घी का काम कर रही है। जहाँ एक और भारत पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों से परेशान है वहीं चीन भारत के खिलाफ अपने छुपे हुए मंसूबोंके लिए को पाकिस्तान को सहयोग कर पूरा कर रहा है।वर्त्तमान में भारत और पाकिस्तान के रिश्ते युद्ध का संभावनाएं तलाश रहे है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री प्रतिदिन भारत को परमाणु बम युक्त युद्ध की धमकी दे रहे हैं।


कभी नार्थ कोरिया का मिसाईल प्रशिक्षण करना, कभी अमेरिका के द्वारा दूसरे देश का ड्रोन मार गिरना, विश्व शान्ति के भंग होने का कारण बन रहा है।तीसरा विश्व युद्ध मानवता के दरवाजे पर दस्तक दे रहा है।हर रोज एक नई बात को लेकर बढ़ता तनाव, आखिरकार एक दिन तृतीय विश्व युद्ध का रूप ले ही लगा।स्थिति और हालात तो यही कहते हैं।अनुभव में पाया गया है की चीन भारत के शत्रु देशों को यथासंभव अपने लाभ के लिए सहयोग करता है।ठीक इसी तरह सऊदी अरब में तेल के ठिकानों में अमेरिका की बढ़ती रूचि के चलते अमेरिका हर बात में सऊदी अरब का साथ देता रहा है।वर्तमान में ईरान और सऊदी अरब के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण बने हुए है।सऊदी अरब अकेले ईरान से युद्ध में जीत नहीं सकता।


ईरान की तुलना में सऊदी अरब हथियारों की होड़ में बहुत पीछे है।ऐसे में यदि ईरान और सऊदी अरब के मध्य युद्ध होता है तो संभावना बनती रहती है की अमेरिका ही सऊदी अरब की लड़ाई लड़ेगा।इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता की ईरान का साथ भी कुछ देश अवश्य देंगे।चीन सदैव उन देशों का साथ अमेरिका के विरोधी होते है।रूस और चीन के आपसी रिश्ते भी किसी से छुप्पे नहीं है, सीरिया, और इजराइल भी इस युद्ध में कूद सकते है और भी अन्य देश तटस्थ नहीं रह सकते।हालात और परिस्थितियां कुछ यही इशारा करती है।भविष्यवाणियों को और हालिया राजनैतिक दबाव को देखें तो ये कहना मुश्किल नहीं होगा कि युद्ध के हालात बनते जा रहे हैं।वर्तमान में यदि तृतीय विश्व युद्ध शुरू होता है तो यह होने वाला युद्ध विषयों,समस्याओं और समस्याओं या नीतियों जैसे कारणों पर आधारित न होने की जगह यह नाक, अहंकार और वर्चस्व की लड़ाई होगा।सब एक-दूसरे को नीचा दिखाने और स्वयं को शक्तिशाली सिद्ध करने के लिए यह युद्ध मुख्य रूप से कर सकते है।इस बार का युद्ध ज्यादा खतरनाक होगा।कारण ये है कि अब कई देशों के पास न्यूक्लियर हथियार हैं।तृतीय विश्व युद्ध शुरू होने के कारण नहीं हो सकते हैं-


• अपने को क्षेष्ठ साबित करना।


• आतंकबाद का बढ़ता प्रकोप।


• समुद्री सीमा का विस्तार।


• जंगल में एक ही शेरकी दावेदारी बढ़ना।


• जल और कच्चे तेल के लिए।


जैसे अनगिनतकारण हो सकते है…
आज 15000 से अधिक परमाणु बम दुनिया के देशों के पास है जो दुनिया को 300 बार से अधिक नष्ट करने की क्षमता रखते है।इसलिए ये कहना थोड़ा मुश्किल हो जाता है कि तृतीय विश्व युद्ध के बाद कोई देश अपने आप को सुरक्षित रख पायेगा। शीत युद्ध के समय तो गुटनिरपेक्ष की नीति तो भारत जैसे देशों को सुरक्षित रखने में एक हद तक कारगर रहा लेकिन तृतीय विश्व मे कोई देश अपने आप को अलग नही रख सकता कोई आज पूरी दुनिया के देशो का हित एक-दूसरे से दूसरे-तीसरे से जुड़ा है।


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...