रविवार, 29 सितंबर 2019

पूर्वांचल वासियों ने सीएम का पुतला फूंका

नई दिल्ली। आज घोंडा विधानसभा में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के द्वारा हमारे लोकप्रिय सांसद व भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी जी एवम पूर्वांचल वासियों के प्रति अभद्र टिप्पणी करने के विरोध में आज केजरीवाल का पुतला दहन पांचवा पुस्ता पर किया गया। जिसका नेतृत्व पूर्व विधायक भीष्म शर्मा ने किया। जिसमें भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एवम पूर्वांचल वासियों ने भाग लिया। जिसमें मुख्य रूप से पूर्व निगम पार्षदा राजकुमारी, निगम प्रत्याशी चौधरी रोहतास पूर्व निगम प्रत्याशी, विनोद जायस पूर्व निगम प्रत्याशी, महेन्द्र पाराशर मण्डल, अध्यक्ष नरेन्द्र बेलवाल डॉ यू के चौधरी, प्रमोद चौधरी, मोहन शर्मा, राज सिँह ,रज्जु बिशन सिंह पाल, अजीत चौधरी ,चौधरी महेंद्र, गजे सिँह, मुन्नीलाल तिवारी ,अरविन्द कश्यप, बलबीर परमार, मनोज राकेश पारचा और सभी सैकड़ो कार्यकर्ता सम्मलित हुए।


शिव सारथी,80 फुट ऊचां प्रवेश द्वार

नैला में इस नवरात्र दिखेगी गुजरात के प्रसिद्ध मॉ अम्बा देवी के मंदिर की झलक, 100 फीट के विशाल रथ पर विराजेगी हीरे-मोतियों व सोने-चांदी से सुसज्जित मॉ अम्बे की प्रतिमा


सारथी के रूप में विराजमान होंगे भगवान शंकर, 100 फीट लंबा और 80 फीट ऊंचा होगा प्रवेश द्वार


जांजगीर-चांपा। सांस्कृतिक नगरी नैला में श्री श्री दुर्गा पूजा उत्सव सेवा समिति द्वारा इस नवरात्र 100 फीट के विशाल रथ पर विराजमान हीरे-मोतियों और सोने-चांदी से सुसज्जित मॉ अम्बे की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। हीरा, मोती और सोना-चांदी जड़ित प्रतिमा जहां मुख्य आकर्षण का केन्द्र होगी। वहीं 100 फीट लंबा और 80 फीट ऊंचा प्रवेश द्वार एवं मुंबई की आकर्षक लाइटिंग चार चांद लगाएगी। सिर्फ इतना ही नहीं, सांस्कृतिक नगरी नैला में इस नवरात्र गुजरात के प्रसिद्ध मॉ अम्बा देवी के मंदिर की झलक दिखेगी। दुर्गा उत्सव को लेकर आयोजन समिति ने जोरशोर से तैयारियां शुरू कर दी है।क्वांर नवरात्रि की शुरूआत 29 सितम्बर से हो रही है। इस दौरान जिलेभर में जहां नौ दिनों तक देवी दुर्गा की आराधना होगी। वहीं नैला स्थित रेलवे स्टेशन के सामने रेलवे परिसर में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित कर दुर्गोत्सव मनाया जाएगा। दरअसल, सांस्कृतिक नगरी नैला में श्री श्री दुर्गा पूजा उत्सव सेवा समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष अलग-अलग रूप में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। पूर्व के वर्षों में यहां शंख, दस और पांच रुपए के सिक्के, चांदी के सिक्के, सोने-चांदी, हीरा-मोती तथा नौरत्नों से जड़ित मां दुर्गा के नौ रूपों वाली भव्य प्रतिमा स्थापित की जा चुकी है।


वर्ष 2017 में आयोजन समिति द्वारा भव्य पंडाल सजाकर सोने-चांदी, हीरा-मोती और 50, 200, 500 एवं 2000 रूपए के नए नोटों से सुसज्जित मां दुर्गा की भव्य एवं विशाल प्रतिमा स्थापित की गई थी। साथ ही श्रीराधाकृष्ण, श्रीगणेश, श्रीनहरियाबाबा, श्रीद्वारिकाधीश, श्रीनाथ, श्रीबांकेबिहारी, श्रीतिरुपति बालाजी, श्रीसीताराम एवं श्रीश्याम प्रभु की भव्य एवं आकर्षक झांकी भी सजाई गई थी, जिसे देखने के लिए प्रदेश ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश, उड़ीसा, बिहार, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, झारखंड सहित अन्य कई राज्यों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे थे।


इसी क्रम में वर्ष 2018 में हीरा, मोती और सोना-चांदी जड़ित विशाल प्रतिमा स्थापित की गई थी। माहिष्मति साम्राज्य के विशाल महल की तरह 125 फीट चौड़ा तथा 100 फीट ऊंचा भव्य पण्डाल सजा था, जो रंगीन रोशनी में आकर्षण का केन्द्र रहा। बता दें कि आयोजन समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष कुछ न कुछ नया करने का प्रयास किया जाता रहा है। इसी कड़ी में इस नवरात्र 100 फीट के विशाल रथ पर हीरे-मोतियों और सोने-चांदी से सुसज्जित मां अम्बे की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की तैयारियां शुरू हो गई है।आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि मां अम्बे के सारथी के रूप में भगवान शंकर विराजमान रहेंगे। वहीं सुख-समृद्धि एवं वैभव का प्रतीक सूरत (गुजरात) स्थित प्रसिद्ध मॉ अम्बा देवी के मंदिर की तर्ज 100 फीट लंबा और 80 फीट ऊंचा भव्य प्रवेश द्वार सजेगा। इसके अलावा मुंबई की आकर्षक लाइटिंग एवं कलकत्ता की सुंदर पुष्प सज्जा भी आकर्षण का केन्द्र होगी।


बिहार में लगातार 24 घंटे आफत की बारिश

पटना। बिहार में पिछले 24 घंटे में केवल पटना में ही 158 मिमी बारिश हुई है, जबकि बेगूसराय में भी 132 मिमी बारिश होने की बात कही गई है। पटना का हालात 1975 जैसा हो गया है। मौसम विभाग का रेड अलर्ट का असर इस कदर होगा, लोगों ने इसकी कल्‍पना नहीं की थी।


आफत की बारिश ने लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया है। पटना झील में तब्‍दील हो गया है। पटना, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, भागलपुर समेत कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में उतर गई है। छपरा जिले के जलालपुर प्रखंड में सोंधी नदी के दबाव से बांध टूटने की खबर है। इससे हजारों एकड़ में लगी फसल जलमग्न हो गई है।पटना समेत कई जिलों में बारिश के साथ आंधी के कारण पेड़ उखड़ गए हैं। हालांकि अभी जान-माल की क्षति का आकलन किया जा रहा है। वहीं सीएम नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक की है। पिछले 24 घंटे से हो रही अनवरत बारिश ने राजधानी पटना को झील बना दिया है। 158 मिमी बारिश सिर्फ पटना में हो चुकी है। घर, दुकान, रेमंड का शोरूम अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे सब जलमग्न हैं। बारिश से रेल, बस और हवाई सेवाएं प्रभावित हुई हैं। गंगा समेत सभी छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। पटना के आसपास के जिलों भोजपुर, वैशाली, सिवान, गोपालगंज, छपरा, जहानाबाद, बक्सर, बिहारशरीफ, शेखपुरा का भी तेज बारिश से हाल बेहाल है। 


भारी बारिश से छपरा जिले के जलालपुर प्रखंड में सोंधी नदी के पानी के दबाव से लंगड़ी बांध टूट गया। इससे हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई। वहीं गोपालगंज में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सिवान में सरयू में पानी काफी बढ़ गया है। बक्सर में गंगा उफान पर हैं।बेगूसराय में 132 एमएम बारिश से दो ट्रेनें रद कर दी गई हैं, जबकि तीन का रूट बदल दिया गया है। वहीं राज्यरानी और कटिहार इंटरसिटी को बरौनी से ही लौटा दिया गया है। बिहारशरीफ में एसपी आवास समेत निचले इलाके के कई घरों में बारिश का पानी घुस गया है। आरा-सासाराम एवं पटना-बक्सर रेलखंड पर जगह-जगह जलजमाव हो गया है, जिससे ट्रेनों का परिचालन बाधित है। वैशाली में हाजीपुर शहर की अधिकतर सड़कें पानी में डूब गईं हैं। जहानाबाद शहर में पानी जमा हो गया है।


नाहिद हसन पर एक और मुकदमा

शामली। पुलिस ने कैराना विधायक नाहिद हसन के खिलाफ गालीगलौज करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। एक महिला की तहरीर पर यह केस दर्ज हुआ है। महिला का आरोप है कि अप्रैल के महीने में विधायक ने उसके पति को जान से मारने की धमकी दी थी। महिला ने एसपी से मिलकर भी शिकायत की थी। गांव खेड़ी खुशनाम निवासी शाहजहां पत्नी उम्मेदराव ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उसके पति की बोलेरो है। 2015 में उसके पति की गाड़ी किराए पर चलाने के लिए भूरा निवासी नवाब ने ली थी। तय हुआ था कि इसके बदले नवाब 15 हजार रुपये महीना और करीब 16 हजार रुपये गाड़ी कि किस्त अदा करेगा। उसके पति ने नवाब से सौदे के अनुसार महीने पर रकम मांगनी शुरू की तो नवाब ने कहा कि वो डेढ़ लाख रुपये एक साथ दे देगा जिससे दूध का काम कर लेना। उसके पति को नवाब पर शक हुआ तो उसने उससे अपनी गाड़ी वापस मांग ली। आरोप है कि नवाब ने गाड़ी वापस देने से मना कर दिया। पीड़िता का आरोप है कि 22 अप्रैल को पता चला कि ये गाड़ी नवाब ने कैराना विधायक नाहिद हसन के सेलर में खड़ी कर रखी है। आरोप है कि जब वो अपने पति के साथ गाड़ी देखने सेलर पर गई, तभी विधायक नाहिद हसन का फोन आया। आरोप है कि विधायक ने फोन पर उसके पति से गालीगलौज की ओर जान से मारने की धमकी दी। उस पर मुकदमे लगवाकर जेल भिजवाने की धमकी भी दी। इसके बाद वे दोनों कैराना कोतवाली पहुंचे, जहां कोतवाली प्रभारी ने उस क्षेत्र के इंचार्ज को उनके साथ विधायक के सेलर पर भेजा। जब वह सेलर पर पहुंचे तो फिर से विधायक नाहिद हसन ने फोन करके गालीगलौज और जान से मारने की धमकी दी, तभी उसके पति को घबराकर दिल का दौरा पड़ गया।


दिल्ली सरकार बेचेगी सस्ती प्याज

केजरीवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना की गाड़ियां


नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को 70 गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिनके जरिए दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों में 23.90 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से प्याज बेचा जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली सचिवालय के बाहर हुआ, जहां खाद्य तथा नागरिक आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन और आम आदमी पार्टी के कई कार्यकर्ता भी मौजूद थे। सरकार राष्ट्रीय राजधानी में 400 राशन की दुकानों पर भी प्याज बेचेगी।


केजरीवाल ने ट्वीट किया, ''दिल्ली सचिवालय से 70 मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, इन्हें 70 विधानसभा क्षेत्रों में 23.90 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से प्याज बेचने के लिए तैनात किया जाएगा। इसके अलावा 400 उचित मूल्य की दुकानों पर भी सस्ती कीमत पर प्याज दिया जा रहा है।''


केजरीवाल ने इस योजना की घोषणा करते हुए कहा कि एक व्यक्ति एक बार में अधिकतम पांच किलो प्याज खरीद सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि खुदरा बाजार में प्याज 60 रुपये से 80 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिल रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि नए कदम से शहर के लोगों को राहत मिलेगी। दिल्ली सरकार अगले पांच दिनों में केंद्र सरकार से एक लाख किलोग्राम प्याज खरीदेगी।


अपेक्षाओं का खुलासा ना करें: कुंभ

राशिफल


मेष-व्यापारिक संदर्भ में आज आपके लिए नए संपर्क बनाने का एक अनुकूल समय है। पूर्व के चले आ रहे प्रेम संबंध और अधिक परिपक्व हो सकते हैं। कुछ जातकों के जीवन में प्रेम आज दस्तक दे सकता है।किसी बात को लेकर पारिवारिक संबंधों में खटास आ सकती है। आप में से कुछ संतान के विकास और खुशी का आनंद लेंगे। बुजुर्गों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।


वृष-आज आप खुश और हंसमुख रहेंगे। आपके पास कई अवसर होंगे और आप वरिष्ठों का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। आपके करियर और वित्तीय स्थिति में भी काफी सुधार होगा। प्रेमियों के लिए सुखद समय रहेगा।आप महत्वपूर्ण लोगों के साथ नए संबंध स्थापित करेंगे। पारिवारिक जीवन खुशहाल और आनंदमय रहेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। निवेश प्रयासों के लिए दिन शुभ है।


मिथुन-वित्तीय परिणाम उम्मीद से कम हो सकते हैं और आपको इससे निपटना होगा। सोच समझकर निवेश करना चाहिए। यदि पैतृक संपत्ति के संबंध में कोई संघर्ष है, तो प्रयास करें और इसे सौहार्दपूर्वक हल करें। काम से संबंधित यात्रा हो सकती है, जिससे नए रास्ते खुलेंगे।कुल मिलाकर आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा, लेकिन अपनी आंखों का विशेष ध्यान रखें। बच्चे बहुत अच्छा करेंगे और वे आपको गर्व का अनभुव कराएंगे। पारिवारिक परिवेश आनंददायक रहेगा।


कर्क-आपकी मां की स्वास्थ्य स्थिति आपको चिंतित रखेगी और आपके बच्चे भी अच्छे स्वास्थ्य में नहीं हो सकते हैं। किन्तु भौतिक समृद्धि की स्थिति बहुत फायदेमंद होगी और विभिन्न स्रोतों से लाभ होगा।कुछ शत्रु मित्र के रूप में आपके पास रह सकते हैं, लेकिन आप उन्हें नियंत्रित करने में सक्षम होंगे। पेशेवर क्षेत्र में प्रशंसा मिलेगी और सामाजिक रूप से अधिक लोकप्रिय हो जाएंगे। आपके पास नए अधिग्रहण हो सकते हैं, जो आपको खुश करेंगे।


सिंह-छात्रों के लिए परीक्षा अब मुश्किल होगी। परिश्रम द्वारा लक्ष्य प्राप्ति कर सकते हैं। आपको अपनी व्यावसायिक परियोजनाओं को नया रूप प्रदान करने में सामान्य से अधिक समय लगाना पड़ सकता है।अपने काम और पारिवारिक संबंधों के बीच किसी भी तरह के मतभेद से बचें, इससे समय और संसाधनों का अपव्यय हो सकता है। प्रेम संबंध मधुर रहेंगे। बच्चों के स्वास्थ्य के मामलों में अतिरिक्त सावधानी बरतें।


कन्या-बदलती परिस्थितियों के कारण आप नई रणनीति बनाएंगे। आपकी छवि में निखार आएगा। भागेदारी में आप में से कुछ नवीन व्यवसाय आरंभ कर सकते हैं।आप में से जो किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से ऋण की तलाश कर रहे हैं, उन्हें सफलता प्राप्त होने की पूर्ण संभावना है। आपका स्वास्थ्य संतोषजनक रहेगा लेकिन पेट से संबंधित बीमारियों के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। प्रियजनों के साथ लंबी दूरी की यात्रा लाभदायक होगी।


तुला-आज आपको विभिन्न स्तरों पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। इस समय शांत और सकारात्मक रहना महत्वपूर्ण है। टकराव से बचें। उचित विचार के बाद वित्तीय निर्णय लें। छात्र सफलता प्राप्त करेंगे।आज आपको पारिवारिक सदस्यों के साथ अच्छा तालमेल बनाएं रखने की आवश्यकता पड़ सकती है। मानसिक अशांति स्वास्थ्य संबंधित विकारों का कारण बन सकती है।


वृश्चिक-यह आपके लिए सौभाग्यशाली अवधि नहीं है। पारिवारिक जीवन में भी भाई-बहनों से विवाद के कारण अस्थिरता हो सकती है। प्रेम संबंध यथावत बने रहेंगे। अपने परिश्रम से आप वरिष्ठों को संतुष्ट कर सकते हैं।यदि आप अपना दृष्टिकोण बदल सकते हैं और ईमानदारी से काम कर सकते हैं तो आपकी लोकप्रियता बढ़ जाएगी। आपको आर्थिक लाभ भी प्राप्त हो सकता है।


धनु-आप सरकार से किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप समय पर अवसर का पूर्ण रूप से उपयोग कर लेते हैं, तो आपका व्यावसायिक जीवन भविष्य में अत्यधिक लाभ प्रदान कर सकता है।जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर भारी खर्च हो सकता है। मंदिर में कुछ दान करने से आर्थिक नुकसान से बचने में मदद मिल सकती है। अपने धन संबंधी मामलों पर ध्यान रखें, अन्यथा कुछ लाभ हानि में परिवर्तित हो सकते हैं।


मकर-आप अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे और पारिवारिक जीवन खुशहाल रहेगा। आय में वृद्धि संभव है। आपके पास नए अधिग्रहण होंगे जो आपकी सामाजिक स्थिति में सुधार करेंगे और आपकी संतुष्टि को बढ़ाएंगे। रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ आपके संबंधों में सुधार होगा।इस अवधि में व्यावसायिक क्षेत्र में चीजें आपके पक्ष में होंगी। अवसर आपके रास्ते में आएंगे और आप विवेकपूर्ण तरीके से उनका समय पर उपयोग करेंगे। सामाजिक रूप से अधिक लोकप्रियता और प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे।


कुंभ-आज का दिन आपके लिए काफी विवादास्पद साबित हो सकता है। अपने वरिष्ठों की उपेक्षा का सामना करना पड़ेगा और सहयोगी आपकी कमजोरियों को भुनाने व खेल बिगाड़ने का काम करेंगे, इसलिए इस चरण में आपको अपने सहकर्मियों के साथ अपनी योजनाओं या अपनी महत्वाकांक्षा का खुलासा या चर्चा नहीं करनी चाहिए। जहां तक संभव हो अपना समय किताबें पढ़ने में बिताएं। पारिवारिक जीवन एवं स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।


मीन-इस अवधि में नियोजित कार्य बहुत अधिक परिणाम नहीं देंगे, किंतु परिणाम सकारात्मक होंगे। आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए दिन शुभ है। नौकरीपेशा जातकों का कार्यस्थल पर किसी बुजुर्ग महिला के साथ झगड़ा भी हो सकता है। पारिवारिक एवं सामाजिक संबंध मजबूत होंगे और आप नए दोस्त भी बनाएंगे। अपरंपरागत खानपान के कारण स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।


भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता

किसी सूचना या विचार को बोलकर, लिखकर या किसी अन्य रूप में बिना किसी रोकटोक के अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता (freedom of expression) कहलाती है। अत: अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की हमेशा कुछ न कुछ सीमा अवश्य होती है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 19(1) के तहत सभी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी गयी है।


अभिव्‍यक्‍ित की स्‍वतंत्रता अपने भावों और विचारों को व्‍यक्‍त करने का एक राजनीतिक अधिकार है। इसके तहत कोई भी व्‍यक्ति न सिर्फ विचारों का प्रचार-प्रसार कर सकता है, बल्कि किसी भी तरह की सूचना का आदान-प्रदान करने का अधिकार रखता है। हालांकि, यह अधिकार सार्वभौमिक नहीं है और इस पर समय-समय पर युक्‍ितयुक्‍त निर्बंधन लगाए जा सकते हैं। राष्‍ट्र-राज्‍य के पास यह अधिकार सुरक्षित होता है कि वह संविधान और कानूनों के तहत अभिव्‍यक्ति की स्‍वतंत्रता को किस हद तक जाकर बाधित करने का अधिकार रखता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में, जैसे- वाह्य या आंतरिक आपातकाल या राष्‍ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर अभिव्‍यक्‍ित की स्‍वंतत्रता सीमित हो जाती है। संयुक्‍त राष्‍ट्र की सार्वभौमिक मानवाधिकारों के घोषणा पत्र में मानवाधिकारों को परिभाषित किया गया है। इसके अनुच्‍छेद 19 में कहा गया है कि किसी भी व्‍यक्ति के पास अभिव्‍यक्ति की स्‍वतंत्रता का अधिकार होगा जिसके तहत वह किसी भी तरह के विचारों और सूचनाओं के आदान-प्रदान को स्‍वतंत्र होगा।


पाला-गर्मी सह नहीं सकता पालक

पालक शीतऋतु की फसल है तथा पाले को सहन कर सकता है, किंतु अधिक गर्मी नहीं सह सकता। जब दिन लंबे तथा रातें छोटी होती हैं, तब इसमें बीज के डंठल निकलने लगते हैं और पौधों का बढ़ना कम हो जाता है।


कई प्रकार की मिट्टियों में पालक सुगमता से उगाया जा सकता है, पर बलुई, दुमट, सादमय दुमट (silty loams) तथा दुमट भूमियों पर अधिक अच्छा उगता है। अम्लता को यह अधिक सहन कर सकता है। यथेष्ट बुद्धि के लिए इसको 6.0 से 7.0 पीएच की आवश्यकता है। पानी के निकास का अच्छा प्रबंध आवश्यक है, अन्यथा पत्तियों में बीमारी लग जाती है। इसमें प्रति एकड़ 75 से 100 पाउंड नाइट्रोजन की आवश्यकत होती है, जो आंशिक रूप से ऐमोनियम्‌ सल्फेट के रूप में, कई बार करके, प्रत्येक कटाई के बाद दी जाती है। अधिक अच्छा होगा कि खाद पहले वाली फसल को दी जाए।


पालक के बीज की बुआई का मुख्य समय वर्षा के बाद है तथा बुआई लगातार नंवबर तक चलती है। छोटे पैमाने से बुआई वर्षा ऋतु में भी ऊँची उठी हुई भूमियों में की जा सकती है। बीज खेत में 6 इंच से 9 इंच की दूरी पर, की गहराई पर तथा बीज से बीज की दूरी पर बोया जाता है। यदि बुआई अधिक घनी है तो पत्तियों में बीमारी लगने का भय रहता है। 100 वर्ग फुट की बुआई करने के लिए लगभग 25 ग्राम बीज की आवश्यकता होगी। पहली कटाई एक माह बाद तथा बाद की कटाइयाँ प्रत्येक तीन सप्ताह बाद की जाती है। प्रत्येक कटाई के बाद खेत के खर पतवार निकालकर, एक मन प्रति एकड़ की दर से ऐमोनियम्‌ सल्फेट डालकर खेत की सिंचाई करनी चाहिए। छिटकावाँ बुआई भी प्राय: प्रचलित है, मगर इस प्रकार में निकाई करना कठिन हो जाता है। पर्वतों पर बुआई फरवरी के अंत से लेकर अप्रैल के अंत तक की जा सकती है। पालक की औसत उपज लगभग 120 मन प्रति एकड़ है।


आयातित (imported) जातियों में, जो वर्ष के केवल ठंडे भाग में ही होती हैं, 'लांग स्टैंडिंग ब्लूम्सडेल' (Long Standing Bloomsdel), वरजीनिया सेवॉय (Virginia Savoy) तथा राउंड लीव्ड डच (Round Leaved Dutch) लोकप्रिय हैं। देशी पालक में 'बैनर्जीज़ जाएंट' (Banerjees giant) तथा 'बनारसी' या 'कटवी पालक' की माँग अत्यधिक है।


असली पालक स्पिनेशिआ ओलरएसिइ (Spinacia oleraceae) कहलाता है तथा कीनोपोडिएसिइ कुल (Chenopodiaceae family) के अंतर्गत आता है। भारत में यह अत्यधिक विस्तार से नहीं बोया जाता। आमतौर पर भारतीय पालक 'वेर वलगैरिस' जाति (Var Vulgaris) के अंतर्गत आते हैं।


परागण प्राय: हवा के द्वारा होता है, अत: पास पास बोई हुई दो जातियाँ, कभी शुद्ध पैदा नहीं होंगी। इसलिए किसी जाति का शुद्ध बीज उपजाने के लिए उस जाति के खेत बिलकुल अलग, कम से कम आधे मील की दूरी पर, होने चाहिए। बीज की अधिक उपज के लिए नवंबर के तीसरे सप्ताह के बाद कटाई बंद कर देनी चाहिए तथा पौधों को बीज बनाने के लिए छोड़ देना चाहिए। बीज को पकने में अधिक समय लगता है। जब बीज पक जाता है तब पौधों को काटकर तथा सुखाकर अन्न की तरह मड़ाई कर लेते हैं।


कागभूषडं-लोमस क्रियाकलाप

गतांक से...
 बेटा मैं बहुत दूर चला आया हूं, वाक्य उच्‍चारण करते-करते विचार-विनिमय यह चल रहा था कि प्रभु का विज्ञान है। यह इतना नितांत है कि मानव इसके ऊपर परंपरागतो से अनुसंधानकर्ता रहा है, अन्वेषण करता रहा है। तो महर्षि लोमश और कागभूषडं जी की चर्चा कर रहा था उनके जीवन की कुछ चर्चा के ऊपर कुछ विचार देने के लिए हम तत्पर थे। तो विचार यह दे रहे थे कि दोनों का अध्ययन प्राण के ऊपर गंभीर होता रहा है । इन्हीं प्राणों को लेकर के, सूर्य-चंद्र को लेकर के, चंद्रमा अमृत को बहाने वाला है। और सूर्यतेज को बहाने वाला है। प्रकाश को देने वाला है। जैसे सूर्य के प्रकाश से उदय होने पर नेत्र प्रकाशित हो जाते हैं। चंद्रमा के उदय होने पर रात्रि उसके गर्भ में प्रवेश कर जाती है। अंधकार चंद्रमा के गर्भ में प्रवेश करके अपनी कांति के द्वारा अमृत की वृष्टि करते रहते हैं। पृथ्वी के गर्भ में शीतलता आती है। कृषि उपजने लगती है, वनस्पति विज्ञान में अमृत का भरण हो जाता है। सूर्य प्रातकाल उदय होकर,उसको उसमें समावेश करा देता है। समावेश करके कृषि और वनस्पति विज्ञान वह स्वयं में सक्रिय बंद करके स्थिर बंद करके अपने कार्यों में रत हो जाता है। अपने गुणों को एक दूसरे के सहायक बना करके यह जगत ऐसी अब हमें दृष्टिपात आता है। जैसे इसमें प्रभु की सर्वत्र मेहती विद्यमान हो रही है। सर्वत्र प्रभु की मेहती दृष्टिपात आ रही है। हे मां, तू कैसी रथ बनी हुई है। इस सर्वत्र ब्रह्मांड को अपने में धारण कर रही है। यह ब्रह्मांड तेरी आनंदमई नौका में विद्यमान हो करके गति कर रहा है। अपने को पार करना चाहता है। तेरे ही आंगन में विद्यमान हो कर के जैसे रथ के बिंदु में भिन्न-भिन्न प्रकार की परमाणु एक ही रथ में विद्यमान है। एक बिंदु रूपी नौका में विधमान है। इसी प्रकार एक रेन केतु परमाणु होता है उस परमाणु को जब इस शरीर को त्याग करके आत्मा जाता है। तो एक रेन केतु और स्वाती प्रमाणु होता है। जो उसके अंतर्गत नाना प्रकार के परमाणु मानव का चित्र बन करके धौ लोक मे रथ हो जाते हैं। यह किस प्रकार का प्रभु का विज्ञान है? कैसी मेरी प्यारी माता है वह वसुंधरा जो हमें अपने में धारण कर रही है। लोक-लोकातंरो को अपने में धारण कर रही है। हम उस ममतामई के गर्भ में जाने के लिए, हम सदैव उत्सुक बने रहते हैं और यह चाहते हैं कि हम उस प्रभु की ममतामई आनंद लोरियो का पान करते हुए इस सागर से पार हो जाए। प्रत्येक मानव परंपरागतो से यही चाहता है। आनंद को प्राप्त करना चाहता है। कोई 'द्रव्‍य आनंदव्‌ हे वाचदेवा:' जितनी मानवीय साधना है, मानवीय द्रव्य है। मंत्र साधना नहीं रहती है मैं कोई विशेष नहीं आया हूं मैं कोई व्‍याख्‍याता नहीं हूं। परंतु तुम्हें एक सूक्ष्म सा परिचय देने चला आता हूं और वह क्या है कि परमात्मा की प्रत्येक यज्ञशाला में विद्यमान है। यह जो जितना संसार है ब्रह्मांड है यह परमपिता परमात्मा की एक अनुपम यज्ञशाला है। यह है कि इसमें प्रत्येक मानव ब्रह्म जगत और अंतर जगत दोनों ही रूपों में बना हुआ है। अग्‍न्‍याधान करता हुआ। अग्नि  के समीप कहता है। 'ब्रह्म अग्निदेवो ब्रहम वाचम्‌ अग्नि' हे अग्नि तू ब्रह्म है, हे अग्नि तू प्रकाश को देने वाली है। हे अग्नि  ज्ञान रूप बनकर के रहती है। हे अग्नि, कहीं तू कास्ठ में रहने वाली है। तेजोमहि बन करके तेरा उधरवा वह मुख रहता है। क्योंकि तेरा शाखा ही उधरवा में है तो इसलिए अग्नि तेरा उधरवा मुंख कहलाता है। हे अग्नि तेरी जिव्‍हाहों में देखो यजमान अपनी यज्ञशाला में विद्यमान हो करके तेरे मुख में कुछ अर्पित करना चाहता है। तेरे मुखारविंद में अर्पित करना चाहता है। क्योंकि तेरा मुंह ही तो है जो इस संसार को तेजोमहि बना रहा है। यजमान कुछ साकल्‍य देना चाहता है। कुछ अभी तेरे में प्रदान करना चाहता है। हे अग्नि तू ही तो इस पृथ्वी के गर्भ में विद्यमान हो करके स्वर्ण इत्यादि धातुओं का निर्माण करती है। हे अग्नि, जब तू उधरवा में अंतरिक्ष में औत प्रॏत होती है। तू वही तो अग्नि है जो परमाणुओं का आदान-प्रदान करके धौ मंडल का निर्माण कर रही है। कहीं धौमंडल का निर्माण, कहीं मानव कृतियों में दिशाओं का निर्माण हो रहा है। कहीं मुनिवर देखो, अंतरिक्ष में मानव के प्रत्येक प्राणी के चित्रों को ले करके उसमें गति कर रही है। प्रत्‍येक प्रणी चित्र शब्दों के साथ में अंतरिक्ष में विद्यमान रहते हैं। हे ब्रह्मा अग्नि, अग्नि जब तुझे कोई जानना चाहता है तो उन चित्रों का दिग्दर्शन करा देती है। जो चित्र देखो प्रत्येक मानव के अंतरिक्ष में विद्यमान रहते हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 30, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-57 (साल-01)
2. सोमवार,30 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,शुक्‍लपक्ष,तिथि दूज,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:14,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


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शनिवार, 28 सितंबर 2019

'शक्ति' स्वरूपा देवी दुर्गा के नौ रूप

नवरात्रि एक हिंदू पर्व है। नवरात्रि एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है 'नौ रातें'। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान, शक्ति देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। दसवाँ दिन दशहरा के नाम से प्रसिद्ध है। नवरात्रि वर्ष में चार बार आता है। पौष, चैत्र,आषाढ,अश्विन प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ रातों में तीन देवियों - महालक्ष्मी, महासरस्वती या सरस्वती और दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा होती है जिन्हें नवदुर्गा कहते हैं। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान, शक्ति देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। दुर्गा का मतलब जीवन के दुख कॊ हटानेवाली होता है। नवरात्रि एक महत्वपूर्ण प्रमुख त्योहार है जिसे पूरे भारत में महान उत्साह के साथ मनाया जाता है।


नौ देवियाँ है :-


शैलपुत्री - इसका अर्थ- पहाड़ों की पुत्री होता है।
ब्रह्मचारिणी - इसका अर्थ- ब्रह्मचारीणी।
चंद्रघंटा - इसका अर्थ- चाँद की तरह चमकने वाली।
कूष्माण्डा - इसका अर्थ- पूरा जगत उनके पैर में है।
स्कंदमाता - इसका अर्थ- कार्तिक स्वामी की माता।
कात्यायनी - इसका अर्थ- कात्यायन आश्रम में जन्मि।
कालरात्रि - इसका अर्थ- काल का नाश करने वली।
महागौरी - इसका अर्थ- सफेद रंग वाली मां।
सिद्धिदात्री - इसका अर्थ- सर्व सिद्धि देने वाली।
शक्ति की उपासना का पर्व शारदीय नवरात्र प्रतिपदा से नवमी तक निश्चित नौ तिथि, नौ नक्षत्र, नौ शक्तियों की नवधा भक्ति के साथ सनातन काल से मनाया जा रहा है। सर्वप्रथम श्रीरामचंद्रजी ने इस शारदीय नवरात्रि पूजा का प्रारंभ समुद्र तट पर किया था और उसके बाद दसवें दिन लंका विजय के लिए प्रस्थान किया और विजय प्राप्त की। तब से असत्य, अधर्म पर सत्य, धर्म की जीत का पर्व दशहरा मनाया जाने लगा। आदिशक्ति के हर रूप की नवरात्र के नौ दिनों में क्रमशः अलग-अलग पूजा की जाती है। माँ दुर्गा की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री है। ये सभी प्रकार की सिद्धियाँ देने वाली हैं। इनका वाहन सिंह है और कमल पुष्प पर ही आसीन होती हैं। नवरात्रि के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है।


नवदुर्गा और दस महाविद्याओं में काली ही प्रथम प्रमुख हैं। भगवान शिव की शक्तियों में उग्र और सौम्य, दो रूपों में अनेक रूप धारण करने वाली दशमहाविद्या अनंत सिद्धियाँ प्रदान करने में समर्थ हैं। दसवें स्थान पर कमला वैष्णवी शक्ति हैं, जो प्राकृतिक संपत्तियों की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी हैं। देवता, मानव, दानव सभी इनकी कृपा के बिना पंगु हैं, इसलिए आगम-निगम दोनों में इनकी उपासना समान रूप से वर्णित है। सभी देवता, राक्षस, मनुष्य, गंधर्व इनकी कृपा-प्रसाद के लिए लालायित रहते हैं।



अहमदाबाद का गरबा नृत्य
नवरात्रि भारत के विभिन्न भागों में अलग ढंग से मनायी जाती है। गुजरात में इस त्योहार को बड़े पैमाने से मनाया जाता है। गुजरात में नवरात्रि समारोह डांडिया और गरबा के रूप में जान पड़ता है। यह पूरी रात भर चलता है। डांडिया का अनुभव बड़ा ही असाधारण है। देवी के सम्मान में भक्ति प्रदर्शन के रूप में गरबा, 'आरती' से पहले किया जाता है और डांडिया समारोह उसके बाद। पश्चिम बंगाल के राज्य में बंगालियों के मुख्य त्यौहारो में दुर्गा पूजा बंगाली कैलेंडर में, सबसे अलंकृत रूप में उभरा है। इस अदभुत उत्सव का जश्न नीचे दक्षिण, मैसूर के राजसी क्वार्टर को पूरे महीने प्रकाशित करके मनाया जाता है।


महत्व  
नवरात्रि उत्सव देवी अंबा (विद्युत) का प्रतिनिधित्व है। वसंत की शुरुआत और शरद ऋतु की शुरुआत, जलवायु और सूरज के प्रभावों का महत्वपूर्ण संगम माना जाता है। इन दो समय मां दुर्गा की पूजा के लिए पवित्र अवसर माने जाते है। त्योहार की तिथियाँ चंद्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होती हैं। नवरात्रि पर्व, माँ-दुर्गा की अवधारणा भक्ति और परमात्मा की शक्ति (उदात्त, परम, परम रचनात्मक ऊर्जा) की पूजा का सबसे शुभ और अनोखा अवधि माना जाता है। यह पूजा वैदिक युग से पहले, प्रागैतिहासिक काल से है। ऋषि के वैदिक युग के बाद से, नवरात्रि के दौरान की भक्ति प्रथाओं में से मुख्य रूप गायत्री साधना का हैं।


साहित्यकार-आलोचक होंगे सम्मानित

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की हिंदी अकादमी प्रख्यात हिंदी साहित्यकार एवं आलोचक डॉ. विश्वनाथ त्रिपाठी को सोमवार को 2018-19 शलाका सम्मान से सम्मानित करेगी। वहीं अकादमी के शिखर सम्मान के लिए शीला झुनझुनवाला और विशिष्ट योगदान सम्मान के लिए सुधाकर बाबू पाठक को चुना गया है।


हिंदी अकादमी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लेखकों, साहित्यकारों, पत्रकारों और कवियो को हिंदी साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित करती है। इस साल इस सम्मान के लिए चुने गए लोगों को सोमवार को कमानी सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया होंगे। कार्यक्रम में सिसोदिया के अलावा हिंदी अकादमी के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा और दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग की सचिव मनीषा सक्सेना भी शामिल होंगी। अकादमी ने शलाका सम्मान के लिए विश्वनाथ त्रिपाठी, शिखर सम्मान के लिए शीला झुनझुनवाला, विशिष्ट योगदान सम्मान के लिए सुधाकर बाबू पाठक, काव्य सम्मान के लिए माणिक वर्मा, गद्य विद्या सम्मान के लिए डॉ. श्यौराज सिंह बैचेन, ज्ञान प्रौद्योगिकी सम्मान के लिए डॉ. यतीश अग्रवाल, बाल साहित्य सम्मान के लिए घमंडी लाल अग्रवाल, नाट्य सम्मान के लिए राधावल्लभ त्रिपाठी, हास्य व्यंग्य सम्मान के लिए वरुण ग्रोवर, अनुवाद सम्मान के लिए हरजेंद्र चौधरी, पत्रकारिता सम्मान (इलेक्ट्रॉनिक) के लिए सुप्रिय प्रसाद, हिंदी सेवा सम्मान के लिए सलिल चतुर्वेदी और सहभाषा सम्मान के लिए डॉ. पृथ्वी सिंह को चुना है। शलाका सम्मान के तहत पुरस्कार स्वरूप पांच लाख रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाती है जबकि शिखर सम्मान विजेता को दो लाख रुपए प्रदान किए जाते हैं।    हिन्दी अकादमी संचालन समिति की वार्षिक बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अलग-अलग श्रेणियों में कुल 15 सम्मानों की अगस्त में घोषणा की थी।


अफरीदी ने 370 पर खेली जहरीली पारी

वैसे तो क्रिकेटर क्रिकेट के मैदान में ज्यादा बोलते हैं। लेकिन पाकिस्तान के क्रिकेटरों का कुछ नहीं कह सकते कहां बोले और क्या बोले यह भी भरोसा नहीं रहता।


क्रिकेट की दुनिया के बदनाम खिलाड़ी और पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने कश्मीर मुद्दे पर उगला जहर,क्रिकेट को शर्मसार करने वाले क्रिकेटर ने कश्मीर मुद्दे पर नापाक बयान दिया है। अफरीदी ने कश्मीर मुद्दे को लेकर एक ट्वीट किया है। पीएम इमरान के कश्मीरियों के समर्थन के लिए शुरू किए गए कश्मीर आवर कार्यक्रम को अपना समर्थन दें, में शुक्रवार को दोपहर 12:00 बजे इसके लिए मजार-ए-कायद में उपस्थित रहूंगा। कश्मीरी भाइयों के समर्थन के लिए मेरे साथ जुड़े 6 सितंबर को मैं शहीद के घर का दौरा करूंगा और जल्दी में एलओसी पर भी जाऊंगा।अफरीदी का यह ट्वीट पाक प्रोपेगेंडा का हिस्सा लग रहा है। जिसमें पाकिस्तान के पीएम इमरान खान पाकिस्तान के क्रिकेटरों को भी कश्मीर मसले से जोड़कर आवाम को गुमराह कर रहे हैं वैसे पहला मौका नहीं है। जब पाकिस्तान के बदनाम क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने कोई विवादित बयान दिया हो इससे पहले भी वह कश्मीर मुद्दे पर ट्वीट कर चुके हैं। जिससे उनकी जमकर किरकिरी भी हुई थी और उन्हें टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने भी लताड़ लगाई थी।


12 घंटे में तीन आतंकी हमले, जवान शहीद

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में 4 आतंकियों को मार गिराया है। राज्य के गांदरबल और रामबन जिले में हुई आतंकी मुठभेड़ों में जवानों ने 4 आतंकियों को ढेर किया है। रामबन में एक परिवार को बंधक बनाने की कोशिश करने तीन आतंकियों को मार गिराया गया है। रामबन के अलावा गांदरबल जिले में एक आतंकी ढेर किया गया है। 
एक जवान हुआ शहीद 


जम्मू-कश्मीर के आईडी मुकेश सिंह ने रामबन के बटोत मुठभेड़ पर जानकारी देते हुए कहा कि सभी बंधकों को छुड़ा लिया गया है। इस मुठभेड़ में तीन आतंकी ढेर हुए हैं जबकि सेना का एक जवान शहीद हो गया। इसके अलावा पुलिस के दो जवान भी घायल हुए हैं। ऑपरेशन समाप्त हो गया है। 
बंधक बनाने का किया था प्रयास 
सुरक्षाबलों के अनुसार, रामबन में आतंकियों ने एक परिवार को बंधक बनाने का प्रयास किया था, जिसके बाद जवानों ने इस परिवार को किसी प्रकार घर से निकाल लिया। परिवार को रेस्क्यू करने के बाद यहां मुठभेड़ शुरू हुई, जिसमें 3 आतंकी मार गिराए गए। रामबन में आतंकी मुठभेड़ खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी मुकेश सिंह ने बताया कि सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया है। वहीं काउंटर ऑपरेशन में सेना का 1 जवान शहीद हुआ है, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।


आकाशीय बिजली से 10 झुलसे,2 की मौत

सवांददाता-कासिम खाँन


बाँदा। बबेरू कोतवाली क्षेत्र के एक गांव पर आकाशीय बिजली गिरने से 10 लोग झुलस गए । जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। 8 लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिनको डायल हंड्रेड व कोतवाली पुलिस ने सभी झुलसे हुए लोगों को बबेरु सीएचसी पर भर्ती कराया। जहां पर डाक्टरों ने देखते ही दो को मृत घोषित कर दिया। तथा पांच की हालत खराब होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया।


आपको बता दें पूरा मामला बबेरु कोतवाली क्षेत्र के बुढ़ौली गांव के पास का है। जहां पर तेज बारिश के चलते लोग यात्री शेड के नीचे बैठ गए। तभी अचानक आकाशीय बिजली गिरी , जिसमें 10 लोग बुरी तरह से झुलस गए। जिसमें एक युवक व एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर डायल हंड्रेड व कोतवाली पुलिस पहुंचकर अपनी गाड़ी पर लेकर बबेरु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया। जहां पर डाक्टरों ने रवि कुमार पुत्र अरविन्द उम्र 18 वर्ष निवासी दतौरा व केसनिया पत्नी राजाराम उम्र 60 वर्ष निवासी परसौली को देखते ही मृत घोषित कर दिया औऱ 5 लोगों की हालत खराब होने पर डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। मृतक रवि कुमार के चाचा ने बताया कि, रवि अपने भाई जीतू के साथ पुणे महाराष्ट्र से मजदूरी कर वापस आ रहा था। तभी यह गांव के पास हादसा हो गया ।जिसमें रवि की मौत हो गई हैं।
वहीं अस्पताल परिसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी कुलदीप सिंह वा बबेरु उपजिलाधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचकर सभी के नाम लिखकर और शासन द्वारा आर्थिक मदद दिलाने का भरोसा दिया।


एसडीएम से जनता को लूटने की सिकायत

भारतीय जनता पार्टी से भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश प्रधान निठौरा ने उप जिलाधिकारी से जन सुविधा केंद्र मे चल रही लूट की, की शिकायत।लोनी की भोली-भाली जनता को भ्रष्टाचारियों के द्वारा लूटा जा रहा है। जन सुविधा केंद्र में कागजों में कमी बताकर किया जा रहा है। रकम लूटने का काम फैलाया जा रहा है भ्रष्टाचार,


सचिन वाशौरिया


गाजियाबाद,लोनी। नगर पालिका में जन सुविधा केंद्र मे मातृ शक्तियों व गरीब लोनी की जनता के साथ किया जा रहा है खिलवाड़। जी हां बताते चले कि लोनी की भोली-भाली जनता के कागजातों में कमी बताकर रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है। जिसकी शिकायत भारतीय जनता पार्टी से भाजपा किसान मोर्चा गाजियाबाद के जिला उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश प्रधान ने लोनी उपजिलाधिकारी से की है। इसकी गहनता से जांच कर लोनी की जनता को न्याय दिलाकर, जन सुविधा केंद्र की जांच कर, उन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। यह कोई पहला मामला ऐसा नहीं है।ऐसे अन्य कई मामले पहले भी भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश के सामने आए हैं। सत्य प्रकाश प्रधान ने बताया कि लोनी की जनता के साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जो कोई भी कर्मचारी से लेकर अधिकारी भ्रष्ट हैं। उन लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही कराई जाएगी। जिससे लोनी की भोली-भाली जनता को इंसाफ मिले।


गाजियाबाद पुलिस ने 3 शातिर चोर दबोचे

गाज़ियाबाद थाना इंदिरापुरम पुलिस द्वारा 03 शातिर वाहन चोर गिरफ़्तार
गाज़ियाबाद। एनसीआर क्षेत्र में चोरी करने वाले 03 शातिर वाहन चोरों को मय 08 चारपहिया वाहनों व अवैध असलहा,कारतूस व चाकू सहित दबोचा। जिसमे अभियुक्त लल्लू खां जनपद अलीगढ़ क्षेत्र इग्लास में विधायक मलिखान की हत्या में शामिल अभियुक्त को, अन्य दो साथियों समेत इंदिरापुरम पुलिस ने गिरफ़्तार किया है। ये अभियुक्त पहले घूम-घूमकर वाहनों की रेकी करते थे। फिर अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर मौका पाकर वाहन चुरा लेते थे। ये लोग बहुत ही शातिर प्रवृति के अपराधी है।प्रभारी निरीक्षक श्री दीपक शर्मा थाना इंदिरापुरम ने एक पुलिस टीम गठित कर तत्परता से कारवाई करते हुए। इन वाहन चोरों को शिप्रा अंडर पास से मुखबिर की सूचना पर गिरफ़्तार किया गया और पुलिस ने इनके अपराधिक इतिहास की जांच कर इन अभियुक्तों को जेल भेज दिया है।
रिपोर्ट-शकील खान


चंडीगढ़ में चली गोलियां,विश्नोई ग्रुप ने स्‍वीकारा

राणा ओबराय
चंडीगढ़ सेक्टर-45 बुडै़ल एरिया में चली गोलियां, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप ने ली हत्या की जिम्मेदारी

चंडीगढ़। शहर के सेक्टर-45 बुडै़ल एरिया में शनिवार यानी आज मर्डर हो गया। यहां के वाल्मीकि मोहल्ले में दिनदिहाड़े कुछ आरोपियों ने तीन युवकों पर गोलियां बरसा दीं। जिन तीन युवकों पर आरोपियों ने गोलियां चलाईं, उनके नाम सोनू शाह, रोनी और जोगिन्दर हैं। वहीँ जब तीनो को 32 हॉस्पिटल ले जाया गया तो यहां डॉक्टरों ने सोनू शाह को मृत घोषित कर दिया, जबकि घायल रोनी और जोगिन्दर को गंभीर हालत में भर्ती कर लिया। सोनू शाह की मौत से उसके घर पर कोहराम मचा हुआ है। एसएसपी नीलांबरी जगदाले व एसपी क्राइम विनीत कुमार के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर अपनी जांच को अंजाम दे रही है। बता दें कि साेनू शाह कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है।


गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप ने सोशल मीडिया पर ली हत्या की जिम्मेदारी।


गांधी जयंती पर फिर शक्ति-प्रदर्शन

गांधी जयंती के बहाने एक फिर करेंगे सचिन पायलट शक्ति प्रदर्शन। 
मतमभेदों के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मूक दर्शक बने। 

गांधी जयंती के बहाने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट एक फिर अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे। यह दिखाने की कोशिश होगी कि राज्य सरकार कांग्रेस संगठन के दम पर चल रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मतभेदों के चलते पायलट ऐसे शक्ति प्रदर्शन अपने जन्मदिन और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती पर भी कर चुके हैं। आमतौर पर दो अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने क्षेत्रों में रह कर जिला और ब्लॉक स्तर पर गांधी प्रतिमा पर कार्यक्रम करते हैं, लेकिन इस बार सचिन पायलट ने प्रदेशभर के ब्लॉक अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, विधायक, प्रमुख पदाधिकारियों को एक अक्टूबर को ही जयपुर बुला लिया है। एक अक्टूबर को गांधी जी पर कार्यशाला रखी गई है तथा दो अक्टूबर को जयपुर में पैदल मार्च होगा। यानि प्रदेशभर से कांग्रेस के प्रमुख पदाधिकारी अपने क्षेत्रों में नहीं रह कर जयपुर में प्रदेशाध्यक्ष पायलट के नेतृत्व में एकत्रित होंगे। यानि गांधी जयंती पर जिला और ब्लॉक स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में कांग्रेस के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित नहीं रहेंगे। चूंकि जयपुर के सभी कार्यक्रम प्रदेश कांग्रेस ने आयोजित किए हैं, इसलिए कार्यक्रमों में सचिन पायलट ही प्रमुख भूमिका में होंगे। पैदल मार्च भी पायलट के नेतृत्व में ही निकाला जाएगा। हालांकि इन कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी रहेंगे, लेकिन मुख्यमंत्री की भूमिका मूक दर्शक की होगी। असल में अब पायलट ने राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अवनिाश पांडे की परवाह करना भी छोड़ दिया है। अब सभी कार्यक्रम पायलट अपने स्तर पर तय करते हैं। सूत्रों की माने तो पांडे ने पायलट से कहा था कि कांगे्रस में शामिल होने वाले छह बसपा विधायकों को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुलाकर सदस्यता दिलवाई जाए, लेकिन पायलट ने इंकार कर दिया। अब पायलट का कहना है कि एक अक्टूबर से जब सदस्यता अभियान चलेगा, तब बसपा के विधायक भी कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। कांग्रेस और सरकार के लिए यह हास्यास्पद बात है कि बसपा के जिन छह विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कांग्रेस विधायक के तौर पर मान्यता दे दी , उन विधायकों ने अभी तक भी कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है। असल में अपनी रणनीति के तहत सीएम गहलोत ने छह बसपा विधायकों को कांग्रेस में शामिल करते समय कांग्रेस संगठन को अलग रखा था, इसलिए अब पायलट खफा हैं। पायलट के विरोध के चलते ही बसपा विधायकों को मंत्री नहीं बनाया जा रहा है। पायलट कह चुके हैं कि बसपा के विधायक मंत्री बनने के लिए नहीं आए हैं। ये विधायक बिना किसी स्वार्थ के अए हैं। जबकि प्रदेश प्रभारी पांडे का कहना है कि मंत्री बनाने का विशेषाधिकार मुख्यमंत्री के पास है। सवाल यह भी है कि क्या बसपा के विधायक सिर्फ विधायक रहने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं? साफ जाहिर है कि राजस्थान के सत्ता और संगठन में तालमेल नहीं है। हालांकि सरकार को मजबूती देने के लिए मुख्यमंत्री ने बसपा के सभी छह विधायकों को कांग्रेस में शामिल करवाया, लेकिन यह फैसला संगठन को ही रास नहीं आ रहा है। देखना है कि ताजा हालातों का जवाब मुख्यमंत्री गहलोत किस प्रकार देते हैं। वैसे अब पायलट के तेवर भी तीखे हैं। 
एस.पी.मित्तल


गरबा मौज-मस्ती नहीं,उपासना का अंग

गरबा कोई मौज-मस्ती का खेल नहीं है। यह शक्ति देने वाली मां की उपासना है। महिलाएं भी शालीनता दिखाएं। 



जयपुर। अमावस्या के साथ ही श्राद्ध पक्ष समाप्त हो गया और 29 सितम्बर से नवरात्रा की शुरुआत हो जाएगी। भारत की सनातन संस्कृति में नवरात्र के 9 दिनों तक शक्ति देने वाली मां की उपासना करने वाला माना जाता है। घर परिवार और समाज में मां की क्या स्वरूप है, इसे सब जानते हैं। चूंकि अब 9 दिनों तक मां की उपासना होगी, इसलिए जगह-जगह गरबा के कार्यक्रम भी होंगे। हालांकि गरबा नृत्य गुजरात का लोक नृत्य है, लेकिन बदलते माहौल में पूरे देश में नवरात्र में गरबा डांस होने लगे हैं। गली मोहल्लों से लेकर सार्वजकि स्थलों तथा बड़ी-बड़ी होटलों तक में गरबा के नृत्य होंगे। अजमेर से लेकर अहमदाबाद और दिल्ली से मुम्बई तक तैयारी पूरी हो चुकी है। क्रेज इतना है कि युवक-युवतियों ने गरबा नृत्य की कोचिंग तक ली है। नृत्य की प्रतियोगिता जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। कई संस्थाओं ने फिल्मी कलाकारों को बुलाकर गरबा नृत्य पर टिकिट भी लगा दिया है। सवाल उठता है कि जब हम नवरात्र को शक्ति की उपासना मानते हैं तब कॉमर्शियल रवैया क्यों? भारत की सनातन संस्कृति का पुरजोर प्रदर्शन होना चाहिए, लेकिन इसमें मर्यादाओं का भी ख्याल रखा जाए। यह माता-पिता का भी दायित्व है कि उनके बच्चे सभ्य पौशाक पहने। आमतौर पर देखा गया है कि गरबा नृत्य करने वाली लड़कियां पश्चिमी संस्कृति के कपड़े पहनती है। सवाल किसी की नजर के दोष का नहीं है? सवाल हमारी संस्कृति का है। हम जब नवरात्र को उपासना के दिन मानते हैं तो फिर नृत्य के दौरान शरीर दिखाने वाले कपड़े क्यों पहनते हैं? वैसे भी जब लड़कियां सार्वजनिक स्थानों पर नृत्य करती हैं तो उन्हें कपड़े तो हमारी संस्कृति के अनुरूप ही पहनने चाहिए। अनेक स्थानों पर देखा गया है कि गरबा नृत्य के दौरान फिल्मों के अश्लील गाने बजाए जाते हैं। यह पूरी तरह गलत हैं। गरबा के आयोजनों में सिर्फ मां की भक्ति वाले धार्मिक गाने बजने चाहिए। 
एस.पी.मित्तल


घड़ियाली आंसू नहीं बहाने चाहिए

इमरान खान इस सच्चाई को क्यों नहीं समझते कि जम्मू-कश्मीर के 80 प्रतिशत क्षेत्र में कोई पाबंदी नहीं है। पाबंदी वाले 20 प्रतिशत क्षेत्र में हिन्दुओं को प्रताडि़त कर भगा दिया था। इस सच्चाई की वजह से ही एक भी मुस्लिम देश पाकिस्तान के साथ नहीं है।

संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) की महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि भारत ने जम्मू कश्मीर में ज्यादती कर रखी है। कफ्र्यू हटते ही जम्मू कश्मीर में खून खराबा हो जाएगा। पाकिस्तान भारत पर परमाणु हमला करने के लए तैयार बैठा है। इमरान खान यह बात तब से कह रहे है जब से नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाया है। पिछले दो माह से न तो जम्मू कश्मीर में खून खराब हुआ है और न ही पाकिस्तान ने परमाणु हमला किया। अलबत्ता अमरीका से मध्यस्थता के लिए इमरान खान डोनाल्ड ट्रंप के सामने गिड़गिड़ाते नजर आए। असल में इमरान खान जम्मू कश्मीर की सच्चाई को नहीं समझ रहे हैं। जिस जम्मू कश्मीर का रोना रोया जा रहा है वह अनुच्छेद 370 के हटने के बाद बहुत बदल गया है। 80 प्रतिशत क्षेत्र में किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं है। यातायात से लेकर इंटरनेट तक चल रहा है। यहां मीडिया भी पूरी आजादी के साथ काम कर रहा है। असल में जम्मू और लद्दाख के इस 80 प्रतिशत क्षेत्र में मुसलमानों के साथ हिन्दू समुदाय भी अच्छी तरह रह रहा है। यह बात कांगे्रस के राज्यसभा में नेता गुलामनबी आजाद भी जानते हैं। राहुल गांधी ने भी कभी भी जम्मू और लद्दाख को असामान्य नहीं बताया। इमरान खान को यह सच्चाई समझनी चाहिए कि कश्मीर घाटी के मात्र पांच छह जिलों में थोड़ी पाबंदियां हैं। जो जम्मू कश्मीर राज्य का मात्र 20 प्रतिशत क्षेत्र हैं। यह क्षेत्र वो है जिसमें अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों की सरकार के समय चार लाख हिन्दुओं को प्रताडि़त कर भगा दिया गया था। चूंकि अब इस 20 प्रतिशत क्षेत्र में एक तरफा माहौल है, इसलिए कुछ लोग हिंसा करने को उतावले हैं। सरकार ने जम्मू कश्मीर के 80 प्रतिशत लोगों को बचाए रखने के लिए 20 प्रतिशत क्षेत्र में पाबंदियां लगाई है। इन पाबंदियों की वजह से ही 20 प्रतिशत क्षेत्र में भी सुरक्षा बलों को पिछले दो माह में एक बार भी गोली नहीं चलानी पड़ी। घाटी के पाबंदी वाले इलाकों में चिकित्सा आदि की सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। यहां तक कि लैंड लाइन भी चालू हैं। भारत ने यह सच्चाई पड़ौसी मुस्लिम देश बांग्लादेश से लेकर अमरीका तक को समझा दी है। यही वजह है कि बांग्लादेश भी कश्मीर मुद्दे पर भारत के पक्ष में है। यदि जम्मू कश्मीर के नागरिकों पर कोई अत्याचार होता तो सबसे पहले बांग्लादेश विरोध जताता। जब पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश भी नहीं है तो इमरान खान को यूएनओ की सभा में कश्मीर पर घडिय़ाली आंशू नहीं बहाने चाहिए। इमरान खान यह अच्छी तरह समझ लें कि अब जम्मू कश्मीर प्रांत पर भारत का नियंत्रण हो गया है, इसलिए पाकिस्तान को आतंकी वारदात करने का कोई अवसर नहीं दिया जाएगा। अब यह देखना है कि पाकिस्तान में सैनिक शासन कब लागू होता है तथा इमरान खान पाकिस्तान से भाग कर कब इंग्लैंड में शरण लेते हैं। 
एस.पी.मित्तल


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...