बुधवार, 14 अगस्त 2019

बाढ़-भूस्खलन:225 की मौत,109 लापता

नई दिल्ली। देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर सवा दो सौ (225) हो गई है जबकि 109 अन्य लापता हैं। वहीं मुंबई में भारी बारिश, जल-जमाव और भूस्खलन के कारण सेंट्रल रेलवे के मुंबई और पुणे डिवीजनों में कई ट्रेनों को आज रद्द किया गया है, जबकि कुछ ट्रेनों की रूट में परिवर्तित किया गया है। कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति में हालांकि तेजी से सुधार हो रहा है और सेना विभिन्न एजेंसियों के साथ कंधे में कंधा मिलाकर राहत-बचाव कार्यों में जुटी हुई है।


बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण अन्य राज्यों में भी कई लाख लोग प्रभावित हुए हैं और उनमें अधिकतर लोगों को राहत शिविरों में विस्थापितों के समान जिंदगी व्यतीत करनी पड़ रही है। सेना समेत विभिन्न सुरक्षा एवं बचाव एजेंसियां राहत तथा बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है। केरल में अबतक 02, कर्नाटक में 50, गुजरात में 35, महाराष्ट्र में 30, उत्तराखंड में 8 तथा हिमाचल प्रदेश में 2 लोगों की मौत हो चुकी है।इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भारी बारिश के बीच बिजली गिरने से कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई। केरल और कर्नाटक में भारी बारिश एवं बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन की घटनाओं के बाद से 109 लोग लापता हैं। केरल में जहां 59 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है जबकि कर्नाटक में 50 लोग लापता हैं।


पाक मंत्री:सिख फौजियों पर गलत बयान

पाक मंत्री का इडिंयन सिख फोजियों पर गलत बयान, सिरसा बोले ताकत से अभी भी हैं अनजान


नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंद्र सिंह सिरसा ने पाकिस्तान के फैडरल मंत्री फवाद हुसैन चौधरी और पंजाबी गायिका हार्ड कौर द्वारा की बयानबाजी पर तीखी प्रतिक्रिया प्रकट करते कहा है कि वे न तो पंजाबियों और सिखों के प्रतिनिधि चेहरे रहे और न ही देश के प्रति भावनाओं के मामले में पंजाबियों व सिखों का सही प्रतिनिधित्व करते हैं।पंजाबी सैनिकों की वचनबद्धता से अनजान फवाद।सिरसा ने कहा कि हैरानी वाली बात है कि पाकिस्तान के फैडरल मंत्री फवाद हुसैन चौधरी ने पंजाबी लिपि का प्रयोग कर भारतीय फौज में सेवा करते हुए पंजाबी फौजियों को भड़काने की कोशिश की है।  ऐसा प्रतीत होता है कि फवाद चौधरी पंजाबी सैनिकों की असली भावना और दृढ़ वचनबद्धता से पूरी तरह अनजान हैं।


हार्ड कौर की हरकत बर्दाशत करने लायक नहीं
उन्होंने कहा कि पंजाबी और सिख सैनिकों ने हमेशा देश की रक्षा के लिए आगे होकर लड़ाई लड़ी है और सिर्फ पंजाबी लिपि के प्रयोग से ही फवाद चौधरी पंजाबियों को भड़का नहीं सकते। इस दौरान सिरसा ने यह भी कहा कि पंजाबी गायिका हार्ड कौर ने हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है, हम ऐसी हरकत कभी भी बर्दाश्त नहीं कर सकते।


शाह के नेतृत्व में होंगे विधानसभा चुनाव

नई दिल्‍ली। भाजपा इस साल के आखिरी में झारखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव भाजपा अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह के ही नेतृत्व में लड़ेगी। इन तीनों राज्यों के विधानसभा के बाद ही भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलेगा। अमित शाह के गृह मंत्री बनने के बाद जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। नए अध्यक्ष और पूरे देश में संगठन के चुनाव के लिए भाजपा ने राधा मोहन सिंह के नेतृत्व में चुनाव समिति का गठन कर दिया है। मोहन सिंह ने इस संबंधी पूरी सारणी जारी की है। जो कार्यक्रम तय किया गया है उसके मुताबिक संगठन चुनाव की प्रक्रिया 11 सितंबर से शुरू की जाएगी। 11 अक्तूबर से 31 अक्तूबर के बीच मंडल स्तर के अध्यक्ष का चुनाव सम्पन्न कराया जाएगा, जबकि 1 से 15 दिसंबर तक प्रदेश अध्यक्षों और राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के चुनाव कराए जाएंगे। यानि कि 15 दिसंबर के बाद ही भाजपा को नया अध्यक्ष मिलेगा। ऐसे में शाह के हाथ ही आगामी तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की कमान है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को शाह के नेतृत्व में 303 सीटें हासिल हुईं।


700 करोड़ की संपत्ति का खुलासा

नई दिल्ली। इनकम टैक्स विभाग ने देश भर में बड़ी कार्रवाई की है। शराब कंपनी के ठिकानों पर हुई छापेमारी में अब तक 700 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हुआ है। आयकर विभाग ने तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और गोवा में 6 अगस्त को छापा मारा था। आयकर विभाग ने इस कंपनी के 55 ठिकानों पर छापेमारी की थी।अब तक की तफ्तीश के मुताबिक इस कंपनी की 700 करोड़ रुपये की ऐसी आय का पता चला है कि जिसकी सरकार को जानकारी ही नहीं थी। ये कंपनी बीयर और विदेशी शराब बनाती है।


आयकर विभाग को जानकारी मिली थी कि कंपनी द्वारा आयकर की चोरी की गई है। जिसके बाद यह छापेमारी की कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि आयकर विभाग देश के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी कर रहा है। इससे पहले हरियाणा कांग्रेस के एक बड़े नेता के ठिकानों पर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई थी। सर्च के दौरान आयकर विभाग को पता चला कि कंपनी की कर योग्य आय 300 करोड़ रुपए है। तलाशी की कार्रवाई के दौरान एक गुप्त सूचना के आधार पर आयकर विभाग के अधिकारियों के कंपनी कर्माचारियों को ट्रैक किया और उन्हें रोककर कार से 4.5 करोड़ रुपए बरामद किये। आयकर विभाग के अधिकारियों को सर्च ऑपरेशन में कंपनी के 700 करोड़ रुपए अघोषित आय का पता चला है।


यूपी पुलिस के जवान को किया छलनी

उधमसिंह नगर । उत्तराखंड में ऊधमसिंह नगर जिले के गदरपुर रोड पर खालसा ढाबे में आज सुबह बाइक सवार दो बदमाशों ने यूपी पुलिस के जिस सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी उसकी मृतक पहचान मयंक सिंह के रूप में हुई है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश में रामपुर जनपद के चंदेला गांव के रहने वाला था और वर्तमान में यूपी के पीलीभीत जनपद के माधोटांडा थाने में तैनात था।
ढाबे पर खाना खाने गया था सिपाही  बदमाशों ने गोलियों से किया छलनी। मयंक सिंह गदरपुर के खालसा ढाबे में अपने पांच अन्य साथियों के साथ खाना खाने के लिए पहुंचा था, ढाबे पर पहुंचने के थोड़ी ही देर बाद मौके पर पहुंचे बाइक सवार दो बदमाशों ने मयंक सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए।


चीनी सेना हांगकांग की तरफ बढ़ रही:ट्रंप

वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को दावा किया है कि चीन की सरकार हांगकांग की सीमा की ओर अपनी सेना बढ़ा रही है। ट्रंप ने ट्वीट कर यह दावा किया है। ट्रंप ने यह ट्वीट ऐसे वक्त में किया है जब हांगकांग में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के कारण वहां की अर्थव्यवस्था से लेकर उड़ानें तक प्रभावित हैं।


अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को ट्वीट किया- 'हमारी इंटेलिजेंस ने हमें बताया है कि चीन की सरकार हांगकांग की सीमा की ओर सेना बढ़ा रही है। सभी लोग शांत और सुरक्षित रहें।' इससे पहले ट्रंप ने एक और ट्वीट कर यह सवाल किया था कि इलाके में उठे हालात के लिए उन्हें जिम्मेदार क्यों ठहराया जा रहा है। ट्रंप ने ट्वीट किया- 'हांगकांग में जारी परेशानियों के लिए कई लोग मुझे और अमेरिका को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। मैं सोच नहीं सकता हूं (ऐसा) क्यों?' बता दें कि मंगलवार को हांगकांग एयरपोर्ट पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के डिपार्चर टर्मिनल को ब्लॉक करने के कारण हांगकांग से फ्लाइट्स या तो कैंसल हो गईं या देरी से उड़ान भर सकीं। ताजा जानकारी के मुताबिक हालिया झड़पों में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।दरअसल, किसी व्यक्ति को चीन को प्रत्यर्पित किए जाने संबंधी विधेयक को लेकर भड़के गुस्से के बाद हांगकांग के लाखों लोग सड़कों पर हैं। ब्रिटेन ने 1997 में हांगकांग को चीन को सौंपा था।अब इतने साल बाद चीन शासन के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।


आरक्षण नहीं, न्याय दे रहे हैं: कमलनाथ

भोपाल। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि संविधान की मूल अवधारणा है कि सभी वर्गों के साथ न्याय हो। संविधान की इसी सोच के साथ मध्यप्रदेश सरकार काम कर रही है। प्रदेश में हर वर्ग को न्याय मिले और नौजवानों को रोजगार मिले। श्री नाथ आज समन्वय भवन में दलित पिछड़ा अधिकार मोर्चा द्वारा पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के निर्णय पर आयोजित सम्मान एवं आभार समारोह को संबोधित कर रहे थे।


मुख्यमंत्री नाथ ने कहा कि हम किसी वर्ग को आरक्षण नहीं दे रहे हैं बल्कि संविधान की भावना के अनुसार उन्हें न्याय दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि न्याय का यही सिद्धांत आज हमें सभी प्रकार की अनेकता के बाद भी एकता के सूत्र में पिरोए हुए हैं। आज कोई वर्ग न्याय से वंचित होगा, तो हम संविधान की मूल भावना को आघात पहुंचायेंगे। न्याय से जुड़े रहेंगे, तो देश निरंतर प्रगति करता जाएगा। उन्होंने कहा कि संविधान को न्याय से जोड़ने का काम इसके निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर ने किया। उन्होंने कहा कि हमारे विशाल देश को दो शक्तियों ने एकजुट कर रखा है। एक हमारी अनेकता में एकता और दूसरी आध्यात्मिक शक्ति है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संविधान इतना महान है कि इसे कई देशों ने अपनाया है। हमें संविधान की रक्षा करना है, इसे अक्षुण्ण बनाए रखना है।
मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती हर एक नौजवान को काम देने की है। यह तभी संभव होगा, जब प्रदेश में निवेश आए, उद्योग धंधे लगें, आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि हो। इसके लिए जरूरी है कि प्रदेश के प्रति निवेशकों का विश्वास बढ़े। सरकार निवेशकों के विश्वास को लौटाने का निरंतर प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने पिछड़ा वर्ग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा इस वर्ग ने उन्हें जो प्यार और विश्वास दिया है, उससे उन्हें बल मिला है, सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए शक्ति मिली है। मुख्यमंत्री ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सुभाष यादव का स्मरण करते हुए कहा कि पिछली बार मैंने समन्वय भवन का नामकरण स्व. सुभाष यादव के नाम पर करने को कहा था। आज इस भवन पर उनका नाम देखकर बेहद खुशी हुई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1980 में मैं और यादव जी सांसद थे। उनसे मेरा गहरा रिश्ता था। पिछड़ा वर्ग समाज के लिए वे हमेशा चिंतित रहते थे।
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि आज मंत्रि-मंडल में सर्वाधिक 40 प्रतिशत पिछड़े वर्ग के मंत्री शामिल हैं। इन सभी मंत्रियों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ पिछड़े वर्ग को उनकी आबादी के अनुसार 27 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही हर क्षेत्र में पूरा सम्मान और अधिकार भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ऐतिहासिक फैसले ले रहे हैं, वह भी प्रचार-प्रसार से दूर रह कर। उनका विश्वास सिर्फ काम करने में है। काम का लाभ जरूरतमंदों को मिले, यह सुनिश्चित करना मुख्यमंत्री का लक्ष्य है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल और कुटीर, ग्रामोद्योग एवं नवीन नवकरणीय उर्जा मंत्री हर्ष यादव ने कहा कि 27 प्रतिशत आरक्षण देकर मुख्यमंत्री ने पिछड़े वर्ग को एतिहासिक सौगात दी है। पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो न्याय पिछड़ा वर्ग को दिया है, उसके लिए पूरा वर्ग उनके साथ दृढ़ता के साथ खड़ा हैं। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री सचिन यादव ने कहा कि प्रदेश की आधी आबादी पिछड़ा वर्ग को पहली बार न्याय मिला है।
समारोह में मुख्यमंत्री कमल नाथ को दलित पिछड़ा अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष दामोदर सिंह ने माँ पीताम्बरा देवी का चित्र भेंट किया। इस मौके पर मध्यप्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष अशोक सिंह , विधायक कुणाल चौधरी एवं बड़ी संख्या में पिछड़ा वर्ग समाज के लोग उपस्थित थे।


किसी भी दुकान से ले सकते है राशन

गौतमबुध नगर। शहरी क्षेत्र में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम योजना के पात्र लाभार्थियों के लिए खुशखबरी। कोई भी पात्र लाभार्थी किसी भी दुकान से राशन कर सकता है प्राप्त। सरकार ने पोल्टीबिलिटी योजना की आरंभ।


जिलाधिकारी बीएन सिंह ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम योजना के अंतर्गत शहर के सभी पात्र लाभार्थियों का आह्वान करते हुए उन्हें जानकारी दी है कि कोई भी पात्र लाभार्थी अपनी सुविधा के अनुसार अब किसी भी राशन की दुकान से अपना राशन प्राप्त कर सकता है। सरकार के द्वारा पोल्टीबिलिटी महत्वपूर्ण सुविधा नगर क्षेत्र के सभी लाभार्थियों को प्रदान की गई है। अतः अधिक से अधिक पात्र लाभार्थी इस सुविधा का लाभ उठाते हुए अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी राशन की दुकान से अपना राशन प्राप्त कर सकते हैं। इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी राज नारायण सिंह ने जानकारी देते अवगत कराया है कि इस माह में 700 पात्र लाभार्थियों के द्वारा सरकार की इस सुविधा का लाभ उठाया है। उन्होंने सभी पात्र लाभार्थियों से आह्वान किया है कि अन्य पात्र लाभार्थी भी अपनी सुविधा के अनुसार अपने पास की दुकान से राशन प्राप्त कर सकते हैं।


जापान मे लू ने ली 23 लोगों की जान

टोक्यो। जापान में भीषण गर्मी और लू के प्रकोप से पिछले एक सप्ताह के भीतर कम से कम 23 लोगों की जानें जा चुकी है और 12,000 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अग्निशमन विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी। विभाग ने पांच से 11 अगस्त की अवधि में संग्रहित डाटा जारी किया है। डाटा के मुताबिक मृतकों में ज्यादातर लोग राजधानी टोक्यो से हैं , जहां गर्मी और लू से प्रभावित करीब 1460 लोगों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। देश के कुछ इलाकों में तापमान 102 डिग्री फारेनहाइट से अधिक चल रहा है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि तापमान की यह अधिकता कम से कम दो सप्ताह और बना रह सकता है।


प्रिय व्यक्ति का साथ मिलेगा:वृश्चिक

राशिफल


मेष: मेष राशि वालों के लिए धन प्राप्ति का योग बना हुआ है। निवेश से लाभ मिलेगा। निकट संबंधियों से मेल मुलाकात हो सकती है। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग हैं। कारोबार से संबंधित यात्रा मंगलमय रहेगी। आर्थिक योजनाएं सफल होंगी। शुभ समाचार मिलेगा। 
वृषभ: आज भाग्य आपका साथ देगा। बीते दिनों में जिन लाभों से आप वंचित रह गए हैं, उन्हें पाने का प्रयास सफल होगा। मंदिर या किसी धर्मिक स्थल की यात्रा कर सकते हैं। भाई-बहनों से लाभ होगा। शारीरिक और मानसिक रूप से आप आनंद का अनुभव करेंगे। 
मिथुन: आज शत्रुओं द्वारा रचे जा रहे षड्यंत्र से सावधान रहने की आवश्यकता है। आज का दिन संयम पूर्वक बिताना होगा। हो सके तो आज कोई नई डील ना करें। महत्वपूर्ण निर्णयों को आज टाल देना बेहतर होगा। पारिवारिक जीवन में ताल-मेल की कमी हो सकती है। आज अपनी चीजों को संभालकर रखें, गुम होने की आशंका है। भाग्य 48%साथ देगा।


कर्क : आज का दिन मंगलमय बीतेगा। जीवनसाथी और निकट संबंधियों से सहयोग मिलेगा। नकारात्मक विचारों से बचें। क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखें, अन्यथा हानि हो सकती है। विदेश में स्थित संबंधियों के समाचार से मन प्रफुल्लित होगा। 
सिंह: आज का दिन उत्साहवर्धक है, हर क्षेत्र में भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। अगर कहीं पैसा फंसा है तो आज मिल सकता है। कहीं से शुभ सूचना मिल सकती है। मित्रों या संबंधियों से उपहार मिलने का भी योग है। कार्यक्षेत्र में अनुकूलता से प्रगति होगी। 
कन्या: किसी प्रिय व्यक्ति से मुलाकात होगी। रुचिकर भोजन मिल सकता है। दोस्तों से संग कहीं बाहर खान-पान का भी संयोग बना सकता है। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों से पूरा सहयोग मिलेगा। रात तक घर में किसी मेहमान का आगमन हो सकता है। दिन आनंद-उत्साह में बीतेगा। 
तुला: सावधान रहकर कार्य करने का दिन है। अपनी कार्य योजना को गुप्त रखें नहीं तो नुकसान हो सकता है। व्यर्थ के तर्क-वितर्क से दूर रहें। यात्रा हो सके तो आज टालें, वाहन धीमी गति से चलाएं। माता के साथ मनमुटाव न हो, ध्यान रखें। 


वृश्चिक: किस्मत के भरोसे ना बैठें। मेहनत से सफलता प्राप्ति के योग बन रहे हैं। जिन क्षेत्रों में प्रयास करेंगे उनमें पूरा लाभ मिलेगा। खरीदारी में धन खर्च होगा। प्रिय व्यक्ति का साथ मिलेगा। शेयर और लंबी अवधि के निवेश कर सकते हैं। 


धनु: सितारे आज अनुकूल नहीं हैं इसलिए संयम और समझदारी से काम लें। आर्थिक मामलों में किसी प्रकार का जोखिम लेने से बचें। शेयर और दूसरे निवेश के मामलों से आज दूर रहना ही फायदेमंद रहेगा। खान-पान का ध्यान रखें, किसी बात से तनाव रहेगा। 
मकर: लंबे समय से रुके हुए कार्य आज पूर्ण होंगे। नौकरी के लिए प्रयास करने वालों को आज सफलता मिल सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रदर्शन बेहतर होगा। नया कारोबार शुरू करने के लिए आज शुभ दिन है। उच्च पदाधिकारी आपके कार्य से प्रसन्न होंगे। 
कुंभ: अनावश्यक खर्च मानसिक तनाव दे सकता है। आपसे ईर्ष्या करने वाले आज आपको प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास न करें। नए वस्त्र और आभूषणों के पीछे धन व्यय होगा।
मीन: आज बेहद शुभ दिन है। आपके सभी कार्य तीव्र गति पकड़ेंगे। मनचाही मुराद पूरी होगी। दांपत्य जीवन में निकटता और मधुरता आएगी। विरोधियों का पक्ष कमजोर होगा। समाज में ख्याति मिलेगी। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों से सहयोग मिलेगा।


दुख-सुख का जन्मदाता 'विवेक'

मनुष्य के लिए विवेक का उपयोग विशेष और मुख्य है।जो व्यवहार और परमार्थ में, लोक और परलोक में सब जगह काम आता है। परन्तु जो मनुष्य देह के उपयोग को विवेक अनुसार समझ सके, उसके लिए भगवान स्वधर्म पालन की बात कहते हैं। जिससे वह कोरा वाचक ज्ञानी न बनकर वास्तविक तत्व का अनुभव कर सके। संसार में व्यवहार अलग-अलग होते हुए, विवेकी मनुष्य के लिए परमात्मा एक ही है।  सभी का संसार इक व्यवहार भिन्न-भिन्न हो सकता है। यस विवेक से ही निर्धारित होता है कि दूध गाय का पिएंगे या गधी का पिएंगे? सवारी हाथी की करेंगे कि कुत्ते की करेंगे? तो ज्ञान में एकता होती है, पर व्यवहार में भिन्नता होती है। माता है, बहन है सबसे अलग अलग व्यवहार है, व्यवहार की विभिन्न प्रकृति में होती है। एक समान व्यवहारिकता के चलते अब तक प्रलय हो जाता है। जिनका मन सौम्यावस्था में स्थिर हो गया वो संसार को जीत गए । सबमें परमात्मा ही देखें। अतः अतं-करण में विकार, जन्म-मरण देने वाला है । समता से परमात्मा में स्थिति हो जाती है। बर्ताव ठीक तरह से यथा योग्य हो, यही उपदेश गीता का सिद्धांत है। सेवा सबकी करनी है, भीतर राग द्वेष न हो। सर्व भूत हिते रता:। तो ज्ञानी की दृष्टि परमात्मा की तरफ रहती है। सम सुख दुःख स्वस्थ: । सबका हित करो, अपना स्वार्थ त्याग कर । संसार को परमात्मा का स्वरूप कहा है, और संसार को दुखालय भी कहा है। दोनों विरुद्ध बात है । तो जो लेना चाहता है उसके लिए दुखालय है, और जो सेवा करता है तो परमात्मा का स्वरूप है।


सनातनी संदीप गुप्ता


जिनके खूं से जलते हैं ये चिरागे वतन

देश को अंग्रेजी हुकूमत से मुक्त कराने के लिए सशस्त्र विद्रोह की एक अखण्ड परम्परा रही है। अंग्रेज़ी राज्य की स्थापना के साथ ही सशस्त्र विद्रोह का आरम्भ हो गया था। बंगाल में सैनिक-विद्रोह, चूआड़ विद्रोह, सन्यासी विद्रोह, संथाल विद्रोह अनेक सशस्त्र विद्रोहों की परिणति सत्तावन के विद्रोह के रूप में हुई। प्रथम स्वातन्त्र्य–संघर्ष के असफल हो जाने पर भी विद्रोह की अग्नि ठण्डी नहीं हुई। शीघ्र ही दस-पन्द्रह वर्षों के बाद पंजाब में कूका विद्रोह व महाराष्ट्र में वासुदेव बलवन्त फड़के के छापामार युद्ध शुरू हो गए। संयुक्त प्रान्त में पं॰ गेंदालाल दीक्षित ने शिवाजी समिति और मातृदेवी नामक संस्था की स्थापना की। बंगाल में क्रान्ति की अग्नि सतत जलती रही। सरदार अजीतसिंह ने सत्तावन के स्वतंत्रता–आन्दोलन की पुनरावृत्ति के प्रयत्न शुरू कर दिए। रासबिहारी बोस और शचीन्द्रनाथ सान्याल ने बंगाल, बिहार, दिल्ली, राजपूताना, संयुक्त प्रान्त व पंजाब से लेकर पेशावर तक की सभी छावनियों में प्रवेश कर 1915 में पुनः विद्रोह की सारी तैयारी कर ली थी। दुर्दैव से यह प्रयत्न भी असफल हो गया। इसके भी नए-नए क्रान्तिकारी उभरते रहे। राजा महेन्द्र प्रताप और उनके साथियों ने तो अफगान प्रदेश में अस्थायी व समान्तर सरकार स्थापित कर ली। सैन्य संगठन कर ब्रिटिश भारत से युद्ध भी किया। रासबिहारी बोस ने जापान में आज़ाद हिन्द फौज के लिए अनुकूल भूमिका बनाई।


मलाया व सिगांपुर में आज़ाद हिन्द फौज संगठित हुई। सुभाषचन्द बोस ने इसी कार्य को आगे बढ़ाया। उन्होंने भारतभूमि पर अपना झण्डा गाड़ा। आज़ाद हिन्द फौज का भारत में भव्य स्वागत हुआ, उसने भारत की ब्रिटिश फौज की आँखें खोल दीं। भारतीयों का नाविक विद्रोह तो ब्रिटिश शासन पर अन्तिम प्रहार था। अंग्रेज़, मुट्ठी-भर गोरे सैनिकों के बल पर नहीं, बल्कि भारतीयों की फौज के बल पर शासन कर रहे थे। आरम्भिक सशस्त्र विद्रोह में क्रान्तिकारियों को भारतीय जनता की सहानुभूति प्राप्त नहीं थी। वे अपने संगठन व कार्यक्रम गुप्त रखते थे। अंग्रेज़ी शासन द्वारा शोषित जनता में उनका प्रचार नहीं था। अंग्रेजों के क्रूर व अत्याचारपूर्ण अमानवीय व्यवहारों से ही उन्हें इनके विषय में जानकारी मिली। विशेषतः काकोरी काण्ड के अभियुक्त तथा भगतसिंह और उसके साथियों ने जनता का प्रेम व सहानुभूति अर्जित की। भगतसिंह ने अपना बलिदान क्रांति के उद्देश्य के प्रचार के लिए ही किया था। जनता में जागृति लाने का कार्य महात्मा गांधी के चुम्बकीय व्यक्तित्व ने किया। बंगाल की सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी श्रीमती कमला दास गुप्ता ने कहा कि क्रांतिकारी की निधि थी 'कम व्यक्ति अधिकतम बलिदान', महात्मा गांधी की निधि थी 'अधिकतम व्यक्ति न्यूनतम बलिदान'। सन् 42 के बाद उन्होंने अधिकतम व्यक्ति तथा अधिकतम बलिदान का मंत्र दिया। भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति में क्रांतिकारियों की भूमिका महत्त्वपूर्ण है।


भारतीय क्रांतिकारियों के कार्य सिरफिरे युवकों के अनियोजित कार्य नहीं थे। भारतामाता के परों में बंधी शृंखला तोड़ने के लिए सतत संघर्ष करने वाले देशभक्तों की एक अखण्ड परम्परा थी। देश की रक्षा के लिए कर्तव्य समझकर उन्होंने शस्त्र उठाए थे। क्रान्तिकारियों का उद्देश्य अंग्रेजों का रक्त बहाना नहीं था। वे तो अपने देश का सम्मान लौटाना चाहते थे। अनेक क्रान्तिकारियों के हृदय में क्रांति की ज्वाला थी, तो दूसरी ओर अध्यात्म का आकर्षण भी। हंसते हुए फाँसी के फंदे का चुम्बन करने वाले व मातृभूमि के लिए सरफरोशी की तमन्ना रखने वाले ये देशभक्त युवक भावुक ही नहीं, विचारवान भी थे। शोषणरहित समाजवादी प्रजातंत्र चाहते थे। उन्होंने देश के संविधान की रचना भी की थी। सम्भवतः देश को स्वतंत्रता यदि सशस्त्र क्रांति के द्वारा मिली होती तो भारत का विभाजन नहीं हुआ होता, क्योंकि सत्ता उन हाथों में न आई होती, जिनके कारण देश में अनेक भीषण समस्याएँ उत्पन्न हुई हैं।


जिन शहीदों के प्रयत्नों व त्याग से हमें स्वतंत्रता मिली, उन्हें उचित सम्मान नहीं मिला। अनेकों को स्वतंत्रता के बाद भी गुमनामी का अपमानजनक जीवन जीना पड़ा। ये शब्द उन्हीं पर लागू होते हैं:


उनकी तुरबत पर नहीं है एक भी दीया,
जिनके खूँ से जलते हैं ये चिरागे वतन।
जगमगा रहे हैं मकबरे उनके,
बेचा करते थे जो शहीदों के कफन।।
नाविक विद्रोह के सैनिकों को स्वतंत्र भारत की सेना में महत्वपूर्ण कार्य देना न्यायोचित होता, परन्तु नौकरशाहों ने उन्हें सेना में रखना शासकीय नियमों का उल्लंघन समझा। अनेक क्रांतिकारियों की अस्थियाँ विदेशों में हैं। अनेक क्रांतिकारियों के घर भग्नावशेष हैं। उनके घरों के स्थान पर आलीशान होटल बन गए हैं। क्रांतिकारियों की बची हुई पीढ़ी भी समाप्त हो गई है। निराशा में आशा की किरण यही है कि सामान्य जनता में उनके प्रति सम्मान की थोड़ी-बहुत भावना अभी भी शेष है। उस आगामी पीढ़ी तक इनकी गाथाएँ पहुँचाना हमारा दायित्व है। क्रान्तिकारियों पर लिखने के कुछ प्रयत्न हुए हैं। शचीन्द्रनाथ सान्याल, शिव वर्मा, मन्मथनाथ गुप्त व रामकृष्ण खत्री आदि ने पुस्तकें लिखकर हमें जानकारी देने का महत्त्वपूर्ण कार्य किया है। इतर लेखकों ने भी इस दिशा में कार्य किया है।



'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन

'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन  संदीप मिश्र  जौनपुर। बाइक पर सवार होकर जा रहे पत्रकार की दिनदहाड़े गोलियों से भूनक...