शनिवार, 10 अगस्त 2019

'शांति' से खेलने वाले को खत्म कर देगे

श्रीनगर ।कश्मीर में धारा 370 क्या हटी पाकिस्तान के पेट में दर्द हो गया।पड़ोसी देश अब कश्मीर को किसी भी तरीके से अशांत करने पर जुट गया है। लेकिन भारतीय सेना भी उसकी हरकतों को लेकर पूरी तरह तैय्यार है।भारतीय सेना ने साफ साफ चेतावनी दी है कि कश्मीर में किसी ने भी शांति बाधित की तो उसे हर हाल में खत्म कर दिया जाएगा ।सेना की चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने कहा, पाकिस्तान और उसकी सेना कश्मीर में अशांति फैलाने में माहिर रहे हैं औऱ वे फिर ऐसा करने से बाज नहीं आएंगे। सेना हर तरह के हालात का सामना करने के लिए तैय्यार है और अगर किसी ने भी कश्मीर की स्थिति बिगाड़ने की कोशिश की तो हम उसे खत्म कर देंगे।


एससी:बोर्ड के वकील की आपत्ति खारिज

अयोध्या विवाद: सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की वक्फ बोर्ड के वकील की आपत्ति


नई दिल्ली । अयोध्‍या के बाबरी मस्जिद-राम मंदिर भूमि विवाद मामले की रोजाना सुनवाई पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील की ओर से एतराज को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। वक्फ बोर्ड के वकील की ओर से कहा गया है कि जितनी तैयारी इस केस की तारीख के लिए करनी होती है, उसे देखते हुए हफ्ते में पांच दिन सुनवाई ज्यादा है। इस पर विचार के बाद सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि सुनवाई हफ्ते में पांच दिन चलती रहेगी।


सुप्रीम कोर्ट छह अगस्त से अयोध्या भूमि विवाद मामले में हफ्ते में पांच दिन सुनवाई कर रहा है। शुक्रवार को जब अदालत में मामले का सुनवाई शुरू हुई तो सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन ने चीफ जस्टिस के सामने अपनी बात रखते हुए हफ्ते में पांच दिन सुनवाई के लिए वो खुद को असमर्थ पा रहे हैं। धवन ने अदालत से कहा कि ये लंबे समय तक चलने वाला केस है।वकील के तौर पर बहुत तैयारी करनी होती है, काफी सारे दस्तावेजों का अनुवाद करना होता है, उन्हें पढ़ना होता है। ऐसे में रोज सुनवाई पर अदालत विचार करे। धवन की ओर से रखी गई बात सुनने के बाद चीफ जस्टिलस रंजन गोगोई ने कहा है कि इस पर हम आपको बताएंगे। बाद में सीजेआई ने साफ किया कि सुनवाई रोजाना होगी।अयोध्‍या के बाबरी मस्जिद-राम मंदिर भूमि विवाद को आपसी सहमति से सुलझाने के लिए बनाई गई मध्यस्थता समिति के मामले का कोई हल ना खोज पाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर छह अगस्त से हर रोज सुनवाई शुरू की है। अयोध्या विवाद की सुनवाई चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में सदस्यीय पीठ कर रही है। पीठ में सीजेआई गोगोई के साथ जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एसए नजीर शामिल हैं।


जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीदने की होड़

जम्मू कश्मीर में जमीन खरीदने की मची होड़


श्रीनगर । अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए खत्म किए जाने के बाद देशभर के लोगों में जम्मू कश्मीर में जमीन खरीदने के लिए लोगों में होड़ मच गई है। हालात यह हैं कि जम्मू कश्मीर के हर डीलर के पास हर रोज पूरे देश से 20 से ज्यादा कॉल आ रही हैं। कॉल करने वाला हर व्यक्ति जम्मू और कश्मीर में जमीन के रेट पता कर रहा है।


अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए खत्म किए जाने से जम्मू कश्मीर के प्रॉपर्टी डीलर्स में खुशी का माहौल है। जम्मू में महाजन प्रॉपर्टी डीलर एंड बिल्डिंग मैटेरियल के मालिक कुणाल गुप्ता ने मनी भास्कर से बातचीत में बताया कि उन्हें अब स्थिति सामान्य होने का इंतजार है। कुणाल ने बताया कि दिल्ली, बंबई, लखनऊ समेत देश के सभी बड़े शहरों से उनके पास रोजाना 15 से 20 कॉल्स आ रहे हैं। फोन करने वाले सभी लोग जम्मू और कश्मीर में जमीनों का भाव पता कर रहे हैं।कुणाल ने बताया कि अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए खत्म होने से यहां प्रॉपर्टी खरीदने-बेचने का कार्य करने वाले लोगों में खुशी का माहौल है। सभी लोगों का मानना है कि अब दूसरे राज्यों के लोग भी यहां पर जमीन खरीद सकेंगे और उनके कारोबार में बढ़ोतरी होगी। कुणाल का कहना है कि अधिकांश लोग कश्मीर में जमीन खरीदने के बारे में जानकारी ले रहे हैं, लेकिन वहां यह कारोबार अभी पूरी तरह से बंद पड़ा है। हालात सामान्य होने के बाद वहां पर जमीनों के रेट नए सिरे से तय होंगे।


जम्मू में प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार करने वाले विक्की शाह ने मनी भास्कर से फोन पर बातचीत में कहा कि जम्मू शहर में खाली प्लॉट बड़ी मुश्किल से मिल पाते हैं। हां, यहां आप 1 बीएचके से लेकर 4 बीएचके का मकान आसानी से खरीद सकते हैं। शाह के अनुसार, शहर में 2बीएचके का घर 45 से 60 लाख रुपए में मिल जाता है। हालांकि, घर की बनावट, इंटीरियर, जमीन की उपलब्धता के आधार पर यह कीमत ज्यादा भी हो सकती है।


क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का आदेश

लखनऊ ।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बार-बार अफसरों से मीटिंग में तैयारी के साथ आने, मीटिंग के पहले जरूरी सूचनाएं उपलब्ध कराने और बैठक में लिए गए निर्णय पर कार्यवाही की तय समय पर सूचना देने का निर्देश देते रहे हैं। पर, अफसर हैं कि मानते ही नहीं। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की इस कार्यशैली पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है और नए सिरे से दिशानिर्देश जारी कर अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है। शासन के एक आला अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री की बैठक सर्वोच्च स्तर पर निर्णय के लिए होती है। ऐसे में वहां विभाग का नेतृत्व करने वाले विभाग और शासन के अफसरों को ही आना चाहिए। मगर, अभी भी कई बार कनिष्ठ अधिकारियों को बैठक में भेज दिया जाता है जो स्पष्ट राय भी नहीं दे पाते हैं। समय-समय पर यह बात भी सामने आती है कि जिस विषय पर मुख्यमंत्री बैठक ले रहे हैं, उसके विभागीय मंत्री को सूचना तक नहीं है। मुख्यमंत्री ने इस पर अप्रसन्नता व्यक्त की है। इसी तरह मुख्यमंत्री के सामने प्रजेंटेशन से जुड़े प्रकरण से जानकारी एक दिन पहले मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने तथा बैठक में लिए गए निर्णय से जुड़े कार्यवृत्त को मुख्यमंत्री के अनुमोदन के लिए अधिकतम तीन दिन में भेजने के निर्देश हैं। इन निर्देशों का भी पालन नहीं हो पा रहा है। मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में समस्त अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों व सचिवों को इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश जारी कर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने को कहा है।
अफसरों को इस तरह करना होगा काम- मुख्यमंत्री की बैठक में अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिव स्तर के अधिकारी व विभागाध्यक्ष स्तर के अधिकारी ही विषय की संपूर्ण जानकारी के साथ उपस्थित हों। कनिष्ठ अधिकारी अपरिहार्य स्थिति में ही मुख्यमंत्री की बैठक में सम्मिलित हो सकेंगे। बैठक का एजेंडा, शामिल होने वाले अधिकारियों की सूची व प्रजेंटेशन एक दिन पहले सीएम कार्यालय भेजा जाए। बैठक के कार्यवृत्त अधिकतम तीन दिन में मुख्यमंत्री कार्यालय को अनुमोदन करना होगा। मुख्यमंत्री के स्तर पर लिए जाने वाले निर्णयों के मुद्दे स्पष्ट रूप से इंगित किए जाएं। अंतर-विभागीय समन्वय के लिए मुख्यमंत्री के स्तर से प्राप्त किए जाने वाले निर्देशों को स्पष्ट रूप से इंगित किया जाए।


नाबालिग रेप पीड़ित ने की आत्महत्या

आरोपियों से तंग आकर सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता ने की खुदकुशी, दो सगे भाइयों पर हुआ था केस दर्ज


रायपुरवा । शुक्रवार रात आरोपियों से तंग आकर सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शव कमरे में फंदे से लटका मिला। पुलिस ने जब शव उठवाने की कोशिश की तो परिजन पुलिस से भिड़ गए। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा किया। एसपी पूर्वी समेत अन्य अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर सभी को शांत कराया। तब शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। रायपुरवा निवासी एक कारपेंटर की 13 वर्षीय बेटी को 13 जुलाई को इलाकाई निवासी दो सगे भाई वासिफ और वसाफ रात को अगवा कर ले गए थे। एक अन्य दोस्त श्यामू उर्फ सम्मू के साथ मिलकर किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। 14 जुलाई को किशोरी बेसुध हालत में घर पहुंची तो परिजन थाने गए। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। कई बार चक्कर लगाने के बाद 27 जुलाई को रायपुरवा पुलिस ने एफआईआर दर्ज की पर, अभी एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई।
शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे सभी परिजन घर के बाहर थे, तभी पीड़िता ने कमरे में दुपट्टे के सहारे फांसी लगा ली। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल, सीओ अनवरगंज सहित आधा दर्जन थानों का फोर्स पहुंचा पर, आक्रोशित परिजन शव न उठाने पर अड़ गए। करीब डेढ़ घंटे तक बवाल चलता रहा। रात करीब दस बजे सभी को शांत कराया गया। तब शव उठाया गया। दो महिलाएं हिरासत में पुलिस ने पीड़िता के पड़ोस की दो महिलाओं को हिरासत में लिया है। एसएसपी अनंत देव का कहना है कि दो दिन पहले इन महिलाओं ने पीड़िता को दुष्कर्म की बात कहकर चिढ़ाया था। पुलिस के मुताबिक आशंका है कि इसी से क्षुब्ध होकर पीड़िता ने सुसाइड की। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की। उनकी धमकियों की डर से ही उनकी बेटी ने खुदकुशी की। दो महिलाएं हिरासत में हैं। जांच जारी है और आरोपियों की भी तलाश की जा रही है। जो तहरीर मिलेगी, उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


विधायक-सांसदों के लिए,आचार संहिता:नायडू

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि राजनीतिक दलों को अपने सांसदों और विधायकों के लिए आचार संहिता बनानी चाहिए ताकि संसद और विधानसभाओं में उनके व्यवहार पर निगरानी रखी जा सके। राज्यसभा के सभापति ने कहा कि राजनीतिक दलों को अपने चुनावी घोषणापत्र में एक संहिता शामिल करनी चाहिए जिससे मतदाताओं को मतदान से पहले उनका फैसला लेने में मदद मिलेगी।


उन्होंने कहा कि आचार संहिता में ये शर्त शामिल होनी चाहिए कि सदस्य आसन के समीप नहीं आएंगे, नारेबाजी नहीं करेंगे तथा कामकाज अवरुद्ध नहीं करेंगे या कागज फाडऩे और सदन में उन्हें उछालने जैसा अशोभनीय बर्ताव नहीं करेंगे। नायडू ने सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष के बीच संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह अधिक समन्वय की वकालत की ताकि महत्वपूर्ण विधेयकों पर सहमति बनाने में मदद मिल सके। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मेरा सुझाव है कि राजनीतिक दलों को अपने सांसदों के लिए एक आचार संहिता बनानी चाहिए ताकि उनके व्यवहार पर निगरानी रखी जा सके। उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि सभी राजनीतिक दलों के नेता और सांसद संसद में कामकाज के महत्व की सराहना करेंगे और हाल ही में संपन्न सत्र के सकारात्मक माहौल को कायम रखेंगे। नायडू ने कहा कि राजनीतिक दल केवल प्रतिद्वंद्वी होते हैं, दुश्मन नहीं। उनकी राय है कि सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों को संसद तथा विधानसभाओं में सुगम कामकाज के लिए लगातार बातचीत करनी चाहिए। राज्यसभा सभापति ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र जनता के प्रति जवाबदेही के माध्यम से शासन करने से जुड़ा है। नायडू ने कुछ राज्यों की विधानसभाओं में विपक्षी दलों के कामकाज का बहिष्कार करने की प्रवृत्ति पर ङ्क्षचता जाहिर की। उन्होंने विपक्ष को बाहर निकाले जाने की कुछ घटनाओं का भी उल्लेख किया। उपराष्ट्रपति ने सभी राजनीतिक दलों से संसद और विधायिकाओं में प्रभावी तरीके से कामकाज सुनिश्चित करने और गुणवत्तापूर्ण चर्चा पर ध्यान देने को भी कहा। उन्होंने कहा कि जनता के बीच भावना पनपी है कि सार्वजनिक विमर्श का स्तर गिर रहा है। नायडू ने संसद सत्र के समापन पर आयोजित एक अनौपचारिक कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत में सत्र की सफलता पर संतोष प्रकट किया, जिसमें कई अहम विधेयक पारित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस सत्र ने संसद के कामकाज के बारे में लोगों का नजरिया बदलने में मदद की है।


मनमोहन एक बार फिर पहुंचेंगे राज्यसभा

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एक बार फिर संसद के उच्च सदन, राज्यसभा में पहुंचेंगे। इस बार वे राजस्थान से राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार होंगे। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेतृत्व ने राजस्थान से राज्यसभा की एक सीट के लिए होने जा रहे उपचुनाव के लिए सिंह को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। इसी के साथ एक संक्षिप्त अंतराल के बाद सिंह का राज्यसभा फिर से पहुंचना लगभग तय हो गया है।


सूत्रों का कहना है कि सिंह आगामी 13 अगस्त को जयपुर पहुंचकर नामांकन दाखिल करेंगे। सिंह कुछ समय पहले राजस्थान विधानसभा में विधायकों के एक कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। इसके बाद से ही ये अटकलें शुरू हो गई थीं कि सिंह इस बार राजस्थान से ही राज्यसभा पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री रहते हुए सिंह असम से राज्यसभा सदस्य थे और गत 14 जून को उनका कार्यकाल पूरा हुआ था। वह 1991 से 2019 तक राज्यसभा के सदस्य रहे। राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष रहे मदन लाल सैनी के निधन के कारण राजस्थान से राज्यसभा की एक सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है।


पुलिस:चलाया स्कूल बस चेकिंग अभियान

हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाया स्कूली बसों की चैकिंग अभियान


हरिद्वार । पुलिस द्वारा चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत स्कूल बसों की चैकिंग की गई। दौराने चेकिंग कागजात से लेकर उसमें मुहैया कराई जाने वाली सुविधाओं की भी पूरी जांच की गई। ताकि बच्चों की सुरक्षा को पुख्ता किया जा सके। इसमें किसी भी स्तर पर कोई भी ढिलाई अथवा छूट नहीं दी जाएगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशनुसार स्कूली वाहनों की दुर्घटनाओं तथा निजी बस संचालकों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। महोदय द्वारा निर्देशित किया गया है कि निर्धारित नियमों की उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर संबंधित बस पर कार्रवाई की जाएगी। इसी क्रम में वाहन चालकों के ड्राईविंग लाईसेंस और गाड़ी के अन्य दस्तावेज भी चैक किए गए तथा बसों में फर्स्टएड बॉक्स लगवाने को कहा गया तथा बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले स्कूली बस चालकों के खिलाफ आगे भी कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी। 


भगवा पहने मुस्लिम,प्रकाश का प्रतीक:रजा

लखनऊ । देश के स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर मदरसों में तिरंगा फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाने की मदरसा बोर्ड की एडवाइजरी का जोरदार समर्थन करने वाले प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने मुसलमानों को भगवा वस्त्र पहनने की सलाह भी दी है। मंत्री ने कहा कि भगवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देन नहीं है बल्कि अल्लाह की देन है और भगवा प्रकाश का प्रतीक है।योगी आदित्यनाथ सरकार में हज तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने मुस्लिमों को सलाह दी है कि वह भगवा वस्त्र भी पहनें। उन्होंने कहा कि भगवा वस्त्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देन नहीं है बल्कि अल्लाह की देन है और भगवा प्रकाश का प्रतीक है। मोहसिन रजा का कहना है कि अगर मदरसों के मौलाना और छात्र भगवा वस्त्र धारण करने लगें तो उनकी जिंदगी में उजाला आ जाएगा।मोहसिन रजा ने कहा खुदा की कसम मैं चाहता हूं कि मौलाना लोग जाएं और अच्छे-अच्छे, बड़े-बड़े अपने आलिमों से मिलें और उनसे पूछें कि भगवा जो है, वह प्रकाश का प्रतीक है। अगर वह भगवे में चले जाएं तो मुझे लगता है कि उनकी जिंदगी में उजाला आ जाएगा। मंत्री रजा ने कहा कि मुस्लिमों में एक संप्रदाय है चिश्तिया…। चिश्तिया संप्रदाय के लोग दरगाह आदि पर होते हैं। अनेक धर्मगुरु भी भगवा पहनते हैं। इसी कारण मुस्लिमों को भगवा पहनने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।


यूपी सरकार ने मदरसों के लिए एडवाइजरी जारी की है कि वे 15 अगस्त को तिरंगा फहराएं, राष्ट्रगान गाएं और महापुरुषों के किस्से सुनाएं. नए सरकारी नियम में गैर उर्दू भाषी भी अब मदरसे में टीचर बन सकेंगे। कई मदरसे वालों को लगता है कि यह भाजपा समर्थकों को मदरसों में टीचर बनाने की योजना का हिस्सा है। मंत्री से सवाल यह था कि आपके विरोधी कहते हैं कि सरकार मदरसों का भगवाकरण करना चाहती है। भगवा वस्त्र पर उनके जवाब इसी को लेकर था। मोहसिन रजा ने कहा कि यह तो कुदरत की देन है। अल्लाह की देन है भगवा। योगी आदित्यनाथ जी की देन नहीं है। योगी आदित्यनाथ जी ने इसको धारण किया है। तभी तो आज पूरे उत्तर प्रदेश में उजाला है योगी जी की वजह से। यह तो ईश्वर की देन है। अल्लाह की देन है।इससे पहले राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने ने एक अन्य बयान में मदरसा बोर्ड की इस एडवाइजरी का समर्थन किया है कि मदरसों में भी तिरंगा फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाया जाए और राष्ट्रगान हो। इस दिन वहां के बच्चों को स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बताया जाए। उनको भी पता होने चाहिए कि देश को आजाद कराने में किनका कितना योगदान था।


रेलवे मुख्यालय का चहेता फिजीशियन

चिकित्सा अधीक्षक एव रेलवे मुख्यालय का चहेता फिजीशियन 

कानपुर । सन 2017 में आगरा से फिजीशियन स्थान्तरण होकर कानपुर लोको चिकित्सालय आया है।इसके आने के पश्‍चात रिफलर में बेतहाशा वृद्धि हुई है।इस फिजीशियन द्वारा दूसरे डाक्टरों के केश मे भी पैसा लेकर रेफर किये जाते है। जो इस फिजीशियन के दायरे में नही आता है।कई डाक्टरों ने इसका विरोध भी किया है। लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिक्षक का चहेता होने के कारण मामले को दबा दिया गया है।जबकि इस फिजीशियन की चालाकी की गणना पीसीडीओ' एव एनसीडीओ' में देखी जा सकती है। जो प्रयागराज मुख्यालय मुख्य चिकित्शा निदेशक को प्रत्येक माह भेजी जाती है। उसमे अवलोकन किया जा सकता है। इससे यह प्रतीत होता है। कि मुख्यालय में बैठे उच्च अधिकारी अपनी जिम्मेदारी एव कर्तव्य का निर्वाह सही ढंग से नही कर रहे है। भारत सरकार एव रेलवे बोर्डको कदाचारी फिजीशियन एवं उच्च अधिकारियों की भी जांच करवाई जाने की आवाश्यकता है।


उमेश शर्मा


 


पाक:आतंकियों को पैगाम,करो या मरो

नई दिल्ली । जम्मू- कश्मीर को लेकर लिए गए केंद्र सरकार के फैसले से पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया है।पाक ने भारत से व्यापारिक संबंध खत्म करने का ऐलान किया, समझौता एक्सप्रेस रोकी, भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन बंद किया और एयर स्पेस प्रतिबंधित कर दिया वहीं आतंकवादियों को करो या मरो का भी संदेश दिया है।


सूत्रों से मीडिया को मिल रही खबरों के मुताबिक पाक की योजना के अनुसार जैश और लश्कर के आतंकी सीमा पर घुसपैठ की तैयारी में लग चुके है। खबरों की मानें तो देश के लगभग 19 एयरपोर्ट इस समय आतंकियों के निशाने पर हैं। साथ ही कई रेलवे स्टेशन व बस अड्डे और प्रमुख स्थल भी हो सकते हैं।लेकिन दूसरी तरफ ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि अमेरिका ने पाकिस्तान को नसीहत दी है कि सीमा पर किसी भी तरह की आतंकी घुसपैठ न करे अन्यथा वह कोई मदद न करेगा। सूत्र बताते हैं की सुरक्षा और सतर्कता की दृष्टि से देश के कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है।


जनपद में 1093 बलात्कार के मामले दर्ज

नई दिल्ली । कठुआ और उन्नाव रेप कांड ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया क्योंकि ये मामले दुनिया की नजर में आए, लेकिन छत्तीसगढ़ के सरगुजा में पिछले दो वर्षों में बलात्कार के 1093 मामले दर्ज हुए हैं।


इन आंकड़ों के साथ रेप के मामले में सरगुजा राज्य में सबसे ज्यादा बलात्कार वाला जिला बन गया है। लेकिन देश में तो क्या प्रदेश में ही इन मामलों पर कोई चर्चा आज तक नहीं हुई। गोया कि, लोगों की नजर में सारे ही मामले झूठे हों, हालांकि यह भी सही है कि तकरीबन आधे से ज्यादा झूठे निकलें।छग मीडिया की खबरों की मानें तो पिछले दो वर्षों में सरगुजा में होने वाले अपराधों में, जिनमें हत्या, चोरी, डकैती, मानव तस्करी, एक्ट्रोसिटी एक्ट, बलात्कार के कुल आंकड़े 2985 हैं। इनमें से सबसे ज्यादा मामले बलात्कार के ही हैं। वर्ष 2017-18 में रेप के 577 प्रकरण दर्ज किए गए हैं तो 2018-19 में अब तक ही 516 मामले सामने आ चुके हैं।देश की राजधानी दिल्ली में साल 2011 से 2016 के बीच महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों में 277 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। निर्भया कांड के बाद दिल्ली में दुष्कर्म के दर्ज मामलों में 132 फीसदी बढ़े हैं। वर्ष 2017 में अकेले जनवरी महीने में ही दुष्कर्म के 140 मामले दर्ज किए गए थे। मई 2017 तक दिल्ली में दुष्कर्म के कुल 836 मामले दर्ज किए गए।


नवीन कार्यों का बन रहा है योग:सिंह

राशिफल


मेष राशि:व्यापार-व्यवसाय अनुकूल रहेगा। परिवार में तनाव से चिंता बढ़ेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रह सकती है। परोपकार में रुचि बढ़ेगी। धर्म कर्म में समय व्यतीत होगा।


वृष राशि:संतान की आजीविका संबंधी समस्या का हल होगा। किसी शुभचिंतक से मेल-मुलाकात आत्मबल मजबूत करेगी। लापरवाही से काम न करें। वाहन सुख संभव है। लक्ष्मी जी को सिंदूर और गुड़ से बने नेवेद्य अर्पण करें, विवाह बाधा दूर होगी।


मिथुन राशि:आलस त्यागें। समय पर काम करें। आप की मेहनत से व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। सश्रम किए गए कार्य सफल होंगे। पारिवारिक कष्ट एवं समस्याओं का अंत संभव है। आय से अधिक व्यय न करें।


कर्क राशि:आज आकस्मिक लाभ हो सकता हे। निकटजनों की प्रगति से मन में प्रसन्नता होगी। परिश्रम से स्वयं के कार्यों में भी शुभ परिणाम मिलने की उमीद हे ।विदेश जाने के योग बनेगे।


सिंह राशि:आप को पारिवारिक जिम्मेदारी बढ़ने से व्यस्तता बढ़ेगी। आज कार्य में नवीनता के भी योग हैं। संतान के व्यवहार से समाज में सम्मान बढ़ेगा। दिन अनुकूल हे।


कन्या राशि:आप की मेहनत के अनुरूप सफलता मिलने में संदेह है। आज किसी हनुमान मंदिर में जाकर सिंदूर और तेल अर्पण करें, रुके काम बनेंगे और सफलता मिलेगी। दूसरों की झंझटों में न पड़ें।


तुला राशि:बिना सोच विचार के कोई भी काम न करें। मांगलिक आयोजनों के लिए रुपरेखा में परिवर्तन होगा। अच्छे कार्यों के लाभकारी परिणाम मिलेंगे। सामाजिक समारोहों में भाग ले सकते हैं। विरोधियो से सावधान रहें। आज माता के मंदिर में लाल चुनरी के साथ खारक भी अर्पण करें, लाभ होगा।


वृश्चिक राशि:आज आलस्य से बचकर रहें, अन्यथा बने काम बिगड़ सकते हैं। कार्यों में रुकावट आ सकती है। कार्यस्थल पर किसी के भरोसे न रहकर अपना कार्य स्वयं करें।अपनों को दूर न करें। महत्वपूर्ण कार्यों में हस्तक्षेप से नुकसान संभव है। आज लक्ष्मी माता को लाल फूल चढ़ायें कामना पूरी होगी।


धनु राशि:दिन की शुरुआत आनंदप्रद रहेगी। नौकरी में पदोन्नति के योग बन रहे हैं। समाज में अच्छे लोगों से भेंट होगी, जो आपके हितचिंतक रहेंगे। व्यापार-नौकरी में लाभ होगा। परिजनों की मदद से कार्य सम्पन्न होंगे।


मकर राशि:जिसे आप किसी काम का न समझते थे, आज वही आप के कार्यों में सहभागी बनेगा। यात्रा का योग है। रिश्तेदारों से संपत्ति संबंधी विवाद बड़ा रूप ले सकते हैं, सतर्क रहें।


कुम्भ राशि:सामाजिक कुछ लोग आप के किये कार्यों से नाखुश रहेंगे। आज कार्यों को परिजनों में प्रशंसा मिलेगी। मन में उत्साह बढ़ेगा, जिससे कार्य की गति बढ़ेगी। खर्चों में कमी करें। कानूनी विवाद निपटेंगे।


मीन राशि:आप की दिनचर्या का बदलाव होगा। भागीदारी में आपके द्वारा लिए गए निर्णयों से लाभ संभव है। रचनात्मक अथवा व्यापारिक कार्यों से आर्थिक लाभ होगा। नवीन योजनाओं में निवेश संभव है।


डिजिटल इंडिया चुनौती और बाधाएं

भारत सरकार की संस्था 'भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड' नेशनल ऑप्टिकल फाइबल नेटवर्क जैसी परियोजना को कार्यान्वयित करेगी जो डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की देखरेख करेगा। बीबीएऩएल ने यूनाइटेड टेलीकॉम लिमिटेड को 250,000 गाँवों को एफटीटीएच ब्रॉडबैंड आधारित तथा जीपीओएन के द्वारा जोड़ने का आदेश दिया है। यह 2017 तक (अपेक्षित) पूर्ण होने वाली डिजिटल इंडिया परियोजना को सभी आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराएगी।


डिजिटल इंडिया भारत सरकार की आश्वासनात्मक योजना है। कई कम्पनियों ने इस योजना में अपनी दिलचस्पी दिखायी है। यह भी माना जा रहा है कि ई-कॉमर्स डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट को सुगम बनाने में मदद करेगा। जबकि, इसे कार्यान्वयित करने में कई चुनौतियाँ और कानूनी बाधाएं भी आ सकती हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि देश में डिजिटल इंडिया सफल तबतक नहीं हो सकता जबतक कि आवश्यक बीसीबी ई-गवर्नेंस को लागू न किया जाए तथा एकमात्र राष्ट्रीय ई-शासन योजना (National e-Governance Plan) का अपूर्ण क्रियान्वयन भी इस योजना को प्रभावित कर सकता है। निजता सुरक्षा, डाटा सुरक्षा, साइबर कानून, टेलीग्राफ, ई-शासन तथा ई-कॉमर्स आदि के क्षेत्र में भारत का कमजोर नियंत्रण है। कई कानूनी विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि बिना साइबर सुरक्षा के ई-प्रशासन और डिजिटल इंडिया व्यर्थ है। भारत ने साइबर सुरक्षा चलन ने भारतीय साइबर स्पेस की कमियों को उजागर किया है। यहाँ तक कि अबतक राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा योजना 2013 अभी तक क्रियानवयित नहीं हो पायी है। इन सभी वर्तमान परिस्थियों में महत्वपूर्ण आधारभूत सुरक्षा का प्रबंधन करना भारत सरकार के लिए कठिन कार्य होगा। तथा इस प्रोजेक्ट में उचित ई-कचरा प्रबंधन के प्रावधान की भी कमी है।


डिजिटल इंडिया की निगरानी 
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1. प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बनी कमेटी


2. वित्त मंत्री, आईटी मंत्री, मानव संसाधन मंत्री, शहरी विकास मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री होंगे सदस्य


3. प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव, व्यय, योजना, टेलीकॉम और कार्मिक सचिव विशेष आमंत्रित


4. सूचना सचिव कमेटी के संयोजक


डिजिटल इंडिया पर खर्च 
संपादित करें
1- मौजूदा योजनाओं में एक लाख करोड़


2- नई योजनाओं और गतिविधियों में 13 हजार करोड़


3- 2019 तक डिजिटल इंडिया का असर


4- 2.5 लाख गांवों में ब्रॉडबैंड और फोन की सुविधा


5- 2020 तक नेट जीरो आयात


6- 4 लाख पब्लिक इंटरनेट प्वाइंट


7- 2.4 लाख स्कूलों, विश्वविद्यालयों में वाई-फाई


8- आमलोगों के लिए वाई-फाई हॉट स्पॉट


9- 1.7 करोड़ लोगों को आईटी, टेलीकॉम और इलेक्ट्रॉनिक में ट्रेनिंग और रोजगार


10- 1.7 करोड़ लोगों को सीधे रोजगार


11- 8.5 करोड़ लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार


12- सभी सरकारों में इ-शासन


ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग का प्रादुर्भाव

ओंकारेश्वर प्रमेश्वर लिंग के प्रादुर्भाव
ऋषियों ने कहा, महाभाग सूतजी,आपने अपने भक्तों की रक्षा करने वाले महाकाल नामक शिवलिंग की बड़ी अद्भुत कथा सुनाइ। अब कृपा करके चौथे ज्योतिर्लिंग का परिचय दीजिए ।ओमकार तीर्थ में सर्व पापहारी परमेश्वर का जो ज्योतिर्लिंग है। उसके अभीभाव की कथा सुनाइए। भारत में परमेश्‍वर ज्योतिर्लिंग जिस प्रकार प्रकट हुआ वह बताता हूं ।प्रेम से सुनो ,एक समय की बात है भगवान नारद मुनि विध्‍यं नाम शिव के समीप जा बड़ी भक्ति के साथ उनकी सेवा करने लगे कुछ काल के बाद में मुनि शैलेश वहां से गिरिराज विध्‍ंय पर आए और विंध्य ने वहां बड़े आदर के साथ उनका पूजन किया। मेरे यहां सब कुछ है कभी किसी बात की कमी नहीं होती है। इस भाव को मन में लेकर विंध्याचल नारद जी के सामने खड़े हो गए। उसकी वह अभिमान भरी बात सुनकर अहंकार नाशक नारद मुनि लंबी सांस खींचकर चुपचाप खड़े रह गए ।यह देख विंध्या पर्वत ने पूछा आपने मेरे यहां कौन सी कमी देखी है? आपके इस तरह लंबी सांस खींचने का क्या कारण है? नारद जी ने कहा, भैया तुम्हारे यहां सब कुछ है फिर भी मेरु पर्वत तुमसे बहुत ऊंचा है। उसके विभाग देवताओं के लोको में भी पहुंचा हुआ है। किंतु तुम्हारा भाग वहां कभी नहीं पहुंच सका। ऐसा कहा, वे जिस तरह आए थे उसी तरह चल दिए। परंतु मेरे जीवन को धिक्कार है, ऐसा सोचता हुआ मन ही मन। अच्छा अब मैं भगवान की अराधना करता हूँ ।भगवान शंकर की शरण में गया। वहां साक्षात ओंकार की स्थिति है ।वहां पर उसने शिव की मूर्ति बनाई और 6 माह तक निरंतर संधू की आराधना करके शिव के ध्यान में तत्पर हो गए ।अपनी तपस्या के स्थान में हिला तक नहीं विंध्याचल पर्वत। विंध्याचल को सदृस योगी दुर्लभ दिए है ।मनोवांछित वर मांगो मैं भक्तों को देने वाला हूं। आप सदा ही भक्तों से प्रशन्‍न है,यदि आप मुझ पर प्रसन्न हैं तो मुझे वर प्रदान कीजिए। जो आप अपने कार्य को सिद्ध करने वाले हैं, भगवान शंभू ने उत्तर दिया और कहा पर्वतराज तुम जैसा चाहो वैसा करो। इसी समय तथा निर्मल चित्‍त वाले ऋषि वहां आए और शंकर जी की पूजा करके बोले आप यहां निवास करे। और लोगों को सुख देने के लिए उन्होंने वैसा ही किया। वहां जो एक ही लिंग था वह दो भागो में विभक्त हो गया। वह ओमकार नाम से विख्यात हुए और पार्थिव मूर्ति में जो शिव ज्योति प्रतिष्ठित हुई उसकी परमेश्वर को ही अमलेश्वर भी कहते है। इस प्रकार ओंकार और परमेश्वर यह दोनों शिवलिंग भक्तों को फल प्रदान करने वाले हैं। उस समय देवताओं और ऋषि यों ने उन दोनों की पूजा की और भगवान वृषध्‍वज को संतुष्ट कर के अनेक वर प्राप्त कीए। तत्पश्चात देवता अपने-अपने स्थान को चले गए और विंध्याचल भी अधिक प्रसन्नता का अनुभव करने लगे। उसने अपने अभीष्ट कार्य को सिद्ध किया और मानसिक पीडा को त्याग दिया। जो मनुष्य इस प्रकार भगवान शंकर का पूजन करता है वह माता के गर्भ में फिर नहीं आता और अपने अभीष्ट फल को प्राप्त कर लेता है। इसमें किसी प्रकार का अंदेशा नहीं है। सूतजी कहते हैं। ओमकार में ज्योतिर्लिंग प्रकट हुआ और उसकी आराधना से जो फल मिलता है। वह सब यहां तुम्हें बता दिया है। इसके बाद में उत्तम केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का वर्णन करूंगा।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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2019-8-9 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-08(साल-01)
2.रविवार,11अगस्‍त 2019
3.शक-1941,श्रावन शुक्‍लपक्ष दशवीं,विक्रमी संवत 2076,09 जिल्‍हिज हिजरी 1440 ।
4. सूर्योदय प्रातः 5:47,सूर्यास्त 7:07
5.न्‍यूनतम तापमान -29 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., आसमान में बादल छाए रहेंगे, हल्की बरसात की संभावना रहेगी!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102


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शुक्रवार, 9 अगस्त 2019

दो बहनों के साथ किया गैंगरेप:जौनपुर

जौनपुर । इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला यूपी के जौनपुर से सामने आय है। यहाँ दो सगी बहनों से साथ सामूहिक बलात्कार की घटना से  पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। जानकारी के मुताबिक बताते चले   पीड़ित छात्राओं का आरोप है कि उनके ही क्लास में पढ़ने वाले दो छात्रों ने प्रैक्टिकल की बुक वापस करने के बहाने उन्हें अपने घर बुलाया और फिर दोनों के साथ बारी-बारी बलात्कार किया। इस दौरान आरोपियों ने उनका वीडियो भी बना लिया और घटना के बारे में किसी को बताने पर वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी। पीड़ित छात्राओं ने अब मड़ियाहूं थानें में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ये दिल दहला देने वाला मामला यूपी जौनपुर जिले के नेवढ़िया थाना क्षेत्र का है। जहाँ पीड़ित छात्राओं ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह एक कॉलेज में इंटर की छात्रा है। उनका आरोप है कि छात्राओं के साथ पढ़ाई करने वाले मड़ियाहूं थाना क्षेत्र के मईडीह गांव निवासी जितेंद्र शर्मा उर्फ प्रधान ने छात्राओं से उनकी प्रैक्टिकल बुक मांगी। इस पर छात्राओं ने उसे प्रैक्टिकल बुक दे दी। चार-पांच दिन बीत जाने पर जब प्रैक्टिकल बुक युवक द्वारा नहीं लौटाया गया तो छात्राओं ने उन्हें फोन किया। अब युवक को छात्राओं का फोन नंबर मिल गया तो वह उनसे बातचीत करने लगा। एक दिन वह दोनों बहनों को बहला-फुसलाकर नगर के मोहल्ला निवासी अपने दोस्त आकाश जायसवाल के घर ले गया। वहीं पर युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर दोनों बहनों के साथ बलात्कार किया फिर उनका विडियो भी मोबाइल पर रिकॉर्ड किया।


पीड़ित छात्राओं ने आगे पुलिस को बताया की दोनों दरिंदो ने उनका अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। यही नहीं आरोपी छात्र ने उनसे  पैसे की मांग भी की। परेशान होकर छात्राओं ने मडियाहूं कोतवाली में बुधवार शाम को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जितेंद्र शर्मा व नगर के मिर्दहा निवासी आकाश जायसवाल पुत्र महेंद्र जायसवाल के विरुद्ध दुराचार व पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर दोनों छात्राओं को महिला पुलिस की अभिरक्षा में मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया।


भारत-विंडीज का मैच चढ़ा बारिश की भेंट

जॉर्जटाउन-गयाना। आईसीसी विश्व कप के बाद पहली बार वनडे मुकाबले के लिए मैदान पर उतरे भारत और वेस्टइंडीज का मैच गुरुवार (8 अगस्त) को बारिश की भेंट चढ़ गया। दोनों ही टीमें विश्व कप के बाद बदलाव के दौर से गुजर रही हैं। भारतीय टीम में श्रेयस अय्यर जैसे युवाओं की एंट्री हो गई है, तो वेस्टइंडीज के क्रिस गेल विदाई सीरीज खेल रहे हैं। इस कारण क्रिकेटप्रेमियों की इस मुकाबले पर नजरें लगी हुई थीं। लेकिन बारिश ने एक-दो बार नहीं, पूरे तीन बार खेल बिगाड़ा और तभी थमी, जब यह तय हो गया कि अब खेल हो पाना संभव नहीं है।यह मैच भारत और विंडीज वनडे सीरीज का पहला मुकाबला था. प्रोविडेंस स्टेडियम में खेले गए इस मैच में महज 13 ओवर ही खेल चल सका और भारी बारिश की भेंट चढ़ गया। तीसरी बार जब बारिश आई तब वेस्टइंडीज ने एक विकेट के नुकसान पर 54 रन बना लिए थे।एविन लुईस 40 और शाई होप छह रन बनाकर खेल रहे थे। भारत और विंडीज के बीच अब दूसरा वनडे मुकाबला रविवार (11 अगस्त) को खेला जाएगा। मैच पर सिलसिलेवार नजर डालें तो तो खेल शुरू होने के पहले से ही बारिश हो रही थी। इस कारण टॉस में भी देरी हुई। बारिश रुकने के बाद थोड़ी देर मैदान को सुखाया गया। इसके बाद टॉस हुआ, जिसे भारत ने जीता. भारत ने विंडीज को बल्लेबाजी के लिए बुलाया। मैच 43-43 ओवर का पारी कर दिया गया।


बारिश ने ओवर घटाने को मजबूर किया: अभी 5.4 ओवर का खेल ही हुआ था कि दोबारा बारिश आई गई। मैच रोकना पड़ा। जब मैच रोका गया तब विंडीज का स्कोर नौ रन था। क्रिस गेल तीन और एविन लुईस 9 रन पर नाबाद थे।करीब एक घंटे बाद बारिश रुकी और मैच दोबारा शुरू हुआ।बारिश ने एक बार फिर खेल बिगाड़ दिया था और एक बार फिर ओवर में कटौती कर दी गई। सतर्क शुरुआत की कोशिश में रन कम बनाए थे। दूसरी बार एविन लुईस ने रनरेट बढ़ाने की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने खलील अहमद की गेंद पर दो और भुवनेश्वर की गेंद पर एक छक्का लगाकर अपने इरादे जता दिए। हालांकि, क्रिस गेल लय में नजर नहीं आए।


बसपा की नीतियों का किया प्रचार

संवाददाता : विवेक चौबे


गढ़वा । जिले के कांडी प्रखंड में गुरुवार को  ज्ञान दर्शन कोचिंग सेंटर हॉल में बहुजन समाज पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं द्वारा अहम बैठक की गई! इस बैठक में प्रखंड कमिटि व सेक्टर का गठन करना मुख्य उद्देश्य था।बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में बसपा प्रदेश प्रभारी हरेंद्र गौतम उपस्थित थे! बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष श्रवण कुमार व मंच संचालन नंदू मेहता के द्वारा की गई! उक्त सभी लोगों ने बाबा भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम को प्रारंभ किया! बिश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी बसपा नेता राजन मेहता ने बैठक में उपस्थित सैकड़ों लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि हम लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। पंचायत वार अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष पद का चयन कर लोगों को जागरूक करें ! उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार आज भी लोगों तक सरकारी लाभ नहीं पहुंचा पा रही है बिचौलिए के माध्यम से गरीब-पात्रो से पैसे की वसूली कर प्रखंड में कार्य कराया जा रहा है ! जो भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लिए अति निंदनीय विषय है। हमारी सरकार बहुजन समाज पार्टी की सरकार कभी पैसे वसूली का कार्य नहीं करती है! इसलिए मेरा सभी लोगों से कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी लोग सजग रहें! बैठक में अमरेंद्र कुमार राम, लक्ष्मण प्रसाद मेहता ,नागेंद्र मेहता, रामप्यारे मेहता, लोकेश कुमार, राजन राम, जमीला खातून, बबलू खलीफा ,रफीक खलीफा ,सलीम अंसारी ,सुल्तान अंसारी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे!


जेटली को मिलने,अस्पताल गये मोदी

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्तमंत्री अरूण जेटली को सांस की तकलीफ के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष व गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एम्स जाकर उनके स्वास्थ्य औऱ इलाज की जानकारी ली।बताया जा रहा कि जेटली को शुक्रवार दिन में 11 बजे एम्स में भर्ती कराया गया।काफी समय से बीमार चल रहे पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (66) को एम्स में न्यूरो कार्डियक सेंटर में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की एक टीम जेटली की निगरानी कर रही है, जिसमें एंडोक्रिनोलॉजिस्ट्स, कार्डियोलॉजिस्ट्स और नेफ्रोलॉजिस्ट्स भी शामिल हैं।


जेटली पिछले करीब 2 साल से बीमार चल रहे हैं। वह सॉफ्ट टिशू कैंसर से पीड़ित हैं। किडनी संबंधी बीमारी के बाद बीते वर्ष मई में उनकी किडनी प्रत्यारोपित की गई थी। लेकिन किडनी की बीमारी के साथ-साथ जेटली कैंसर से भी जूझ रहे हैं। बताया जा रहा कि उनके बायें पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया है जिसकी सर्जरी के लिए जेटली इसी साल जनवरी में अमेरिका भी गए थे।अरुण जेटली ने पिछली मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय के साथ-साथ कुछ समय के लिए रक्षा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाली थी। बीमारी की वजह से इस बार वह मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए।


परिवर्तन के सापेक्ष (संपादकीय)

जुम्मे की नमाज के बाद सुकून रहा जम्मू कश्मीर में। 
ईद पर और ढील दी जाएगी।

सभी आशंकाओं को परे ढकेलते हुए,केन्द्र शासित जम्मू कश्मीर में जुम्मे की नमाज के बाद सुकून बना रहा। आतंकग्रस्त माने जाने वाले कश्मीर घाटी के जिलों में हालात सामान्य बने रहे। किसी भी स्थान से पत्थरबाजी या पाकिस्तान के झंडे लहराए जाने की जानकारी नहीं मिली। जुम्मे की नमाज को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने 9 अगस्त की सुबह से ही सुरक्षा इंतजामों में ढील देना शुरू कर दिया था। लोग अपने वाहनों से इधर-उधर आ जा रहे थे। सुरक्षा बलों ने मस्जिदों पर विशेष निगरानी रखी ताकि अप्रिय घटना होने पर निपटा जा सके। पूर्व में जिन मस्जिदों से भड़काऊ भाषण सुनने को मिलते थे, उन मस्जिदों से 9 अगस्त को जुम्मे की नमाज से पहले शांति बनाए रखने की अपीलें सुनाई दी गई। अधिकांश मस्जिदों  में माइक के जरिए अपीले की गई। प्रशासन के सूत्रों के अनुसार जम्मू क्षेत्र में आशंका के तौर पर इंटरनेट की सेवाएं बहाल कर दी गई है तथा स्कूल कॉलेज भी खोले जा रहे हैं। जम्मू और लद्दाख में बड़ी संख्या में अपने घरों से निकल कर बाजारों में खरीददारी कर रहे हैं। 9 अगस्त की स्थितियों को देखते हुए जम्मू कश्मीर प्रशासन बेहद उत्साहित है। प्रशासन के बड़े अधिकारियों का कहना है कि अब 12 अगस्त को ईद के मौके पर और ढील दी जाएगी। लोग एक दूसरे को ईद की मुबारक बाद दे सके और मस्जिदों, ईदगाहों में ईद की नमाज पढ़ सके इसके विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। 8 अगस्त की रात को राष्ट्र के नाम संबोधन में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि ईद के मौके पर जम्मू कश्मीर के सुरक्षा इंतजामों में ढील दे दी जाएगी। असल में पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को केन्द्र शासित प्रदेश बनाने और अनुच्छेद 370 में बदलाव करने के बाद 9 अगस्त को पहला अवसर रहा, जब जुम्मे की नमाज अदा की गई। ऐसे में सुरक्षा बलों को भी गड़बड़ी की आशंका थी, लेकिन इसे जम्मू कश्मीर  के लोगों की बदलती मानसिकता ही कहा जाएगा कि अब अधिकांश लोग शांति चाहते हैं। जम्मू कश्मीर के नागरिकों के सामने यह बात साफ हो गई है कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों की वजह से केन्द्र सरकार के सौ से भी ज्यादा कानून जम्मू कश्मीर पर लागू नहीं हो रहे थे, लेकिन अब पांच अगस्त के बाद से ही केन्द्र सरकार के सभी कानूनों और सुविधाओं का लाभ जम्मू कश्मीर के नागरिकों को मिलने लगेगा। आज जम्मू कश्मीर में सबसे बड़ी समस्या रोजगार और विकास की है। चूंकि अनुच्छेद 370 की वजह से ये दोनों ही सुविधाएं जम्मू कश्मीर के लोगों को नहीं मिल रही थी, इसलिए भुखमरी के हालात हो गए। महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला जैसे नेता अपने स्वार्थों की वजह से जम्मू कश्मीर के लोगों को गुमराह करते रहे। लेकिन अब जब अनुच्छेद 370 में बदलाव हो गया है तब जम्मू कश्मीर के लोग एक नए वातावरण का अहसास कर रहे हैं। 9 अगस्त को हालात सामान्य रहने पर सुरक्षा बलों ने भी राहत की सांस ली है। 
वामपंथियों को हिरासत में लिया:
वामपंथी नेता डी राजा और सीताराम येचुरी को 9 अगस्त को श्रीनगर के एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया। ये दोनों नेता जुम्मे की नमाज के मौके पर जम्मू कश्मीर के हालात बिगाडऩे के लिए आए थे। लेकिन प्रशासन ने दोनों नेताओं को एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया। बाद में दोनों नेताओं को वापस हवाई जहाज से दिल्ली भेज दिया गया। 8 अगस्त को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू कश्मीर  के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने भी ऐसा ही कृत्य किया था। लेकिन प्रशासन ने आजाद को भी वापस दिल्ली रवाना कर दिया। प्रशासन का मानना है कि ऐसे नेता जम्मू कश्मीर के माहौल को बिगाड़ेंगे। जम्मू कश्मीर में अभी भी धारा 144 लागू है। 
एस.पी.मित्तल


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...