बुधवार, 22 मई 2019

ध्यान से देखो और समझो

ध्यान से देखो और समझो


नई सरकार को विदेश नीति पर लेने होंगे अहम फैसले

नई सरकार को आर्थिक क्षेत्र में अहम विदेश नीति के फैसले लेने होंगे:अमेरिका


भारतीय मामलों पर अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना है कि 23 मई के बाद भारत में गठित होने वाली नई सरकार के सामने खासकर आर्थिक क्षेत्र में अहम विदेश नीति के फैसले लेने की चुनौती होगी।


काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन के एलिसा आइरस ने कहा, 'इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि अगली सरकार कौन बनाता है, भारत को विशेषकर आर्थिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण विदेश नीति के फैसलों का सामना करना पड़ेगा।'


'ऑवर टाइम हैज कम : हाउ इंडिया इज मेकिंग इट्स प्लेस इन द व‌र्ल्ड' नामक पुस्तक के लेखक और पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन में काम कर चुके आइरस ने कहा कि यद्यपि कि अमेरिका और भारत के बीच रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों में संबंध मजबूत हुए हैं, दोनों के बीच व्यापार और आर्थिक मोर्चे पर तनाव भी बढे है!


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कर्जदार किसान ने कलेक्ट्रेट परिसर मे की आत्महत्या

हनुमानगढ में कर्ज में दबे किसान ने कलेक्ट्रट परिसर में किया सुसाइड


हनुमानगढ। राजस्थान के हनुमानगढ में कर्ज से परेशान एक किसान के जिला कलेक्ट्रट परिसर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लेने का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार कलेक्ट्रेट परिसर के पार्क में पेड़ पर एक व्यक्ति का शव लटकने की आज सुबह छह बजे मिली सूचना पर थाना प्रभारी अरहविंद भारद्वाज ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा। मृतक के जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान हनुमानगढ जिले मे रावतसर तहसील के किकरालिया न्योलखी निवासी सूरजाराम (52) के रूप में हुई।


पुलिस ने मृतक के शव को हनुमानगढ के टाउन सिविल अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाकर परिजनों को सूचना दी। पुलिस ने बताया कि मृतक के पुत्र विजय ङ्क्षसह ने रिपोर्ट में बताया कि उसके पिता ने एचडीएफसी बैंक की रावतसर शाखा से किसान क्रेडिट योजना के तहत ऋण लिया था और पिछले काफी समय से ऋण की किश्ते चुका नहीं पा रहे थे। इस कारण वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगे।


बैंक के कर्मचारी भी बार-बार किश्ते अदा करने के लिए दबाव बनाए हुए थे। बैंक द्वारा बताया जा रहा था कि अगर किश्ते अदा नहीं की गई तो उसकी कृषि भूमि को कुर्क करने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। विजय ङ्क्षसह का आरोप है कि बैंक कर्मचारियों द्वारा ऋण के लिए बार-बार परेशान करने से दुखी होकर सोमवार रात उसके पिता ने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में आत्महत्या कर ली।


हनुमानगढ़ जंक्शन पुलिस ने बताया कि एचडीएफसी बैंक कर्मचारियों पर सुरजाराम को मरने के लिए मजबूर कर देने के आरोप में दण्ड संहित की धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांंकि इसमें किसी को नामजद नहीं किया गया है। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। बताया जा रहा है कि सुरजाराम ने बैंक से साढे छह लाख लाख किसान क्रेडिट योजना के तहत ऋण लिया था।


राजस्थान परिवहन-निगम में डेबिट-क्रेडिट कार्ड मान्य

अब यात्री डेबिट-क्रेडिट कार्ड से भी ले सकेंगे रोडवेज बसों में टिकट


झुंझुनूं। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में अब यात्री डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भी टिकट ले सकेंगे। झुंझुनूं जिले में निगम के खेतड़ी डिपो के मुख्य प्रबंधक रामावतार बुनकर ने मंगलवार को बताया कि इसके लिए जिले के झुंझुनूं डिपो को सौ और खेतड़ी डिपो को 84 एटीएम टिकट मशीन भेजी गई हैं। दोनों ही डिपो में परिचालकों को इनके संचालन का प्रशिक्षण देकर ये मशीनें जारी की जा रही हैं।


उन्होंने परिचालको को ये मशीन वितरित करते हुये बताया कि ये अत्याधुनिक मशीनें आनलाईन है। इनमें कैमरा और जीपीएस सिस्टम लगा है। इस मशीन के माध्यम से यात्रियों के फोटो भी खींचे जायेगें। इस नई टिकट मशीन में सभी तरह के कार्ड मान्य होंगें। यह मशीन क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड सहित सभी बैंको के सभी कार्ड से टिकट जारी करेगी। जीपीएस सिस्टम के कारण बस कहां पर चल रही है, उसकी लोकेशन भी मशीन बताती रहेगी।


इससे टिकट लेने के लिए बुङ्क्षकग घर के आगे लाइन लगाने की जरुरत नहीं होगी। यात्री बस में ही टिकट ले सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन सभी परिचालकों को प्रशिक्षण देकर प्रदान की जा रही है। झुंझुनूं डिपो में कुल 110 मशीन भेजी गई है। जिनमें दस मशीन प्रशिक्षण के लिए आरक्षित रखी गई है।


हनी ट्रैप में पंप मालिक को फसाने का मामला

उदयपुर में हनी ट्रैप कर पेट्रोल पंप मालिक को ब्लैक मेल करने का मामला सामने आया है


उदयपुर ! शिकायत मिलने पर एसीबी की टीम ने मौके से ही 11 लाख रुपये की फिरौती लेते हुए दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. वहीं मामले में पुलिस ने दो वकीलों को भी हिरासत में लिया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. एसपी कैलाश चंद्र विश्नोई ने बताया कि मामले के जांच कर रहे है, महिला ब्लैक मेल कर रही थी, इसमें वकीलों का क्या इंवॉलमेंट है, पूछताछ कर रहे है.
जानकारी के मुताबिक महिलाओं ने पहले पेट्रोल पंप मालिक को झांसे में लिया और फिर उसके कुछ आपत्तिजनक फ़ोटो लेकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. मामला संज्ञान में आने पर एएसपी गोपालस्वरूप मेवाड़ा ने दोनों महिलाओं के मौके से रुपये लेते हुए ट्रेप करने की योजना बनाईं. पुलिस ने कई टीमें बनाई और महिला थाने के आसपास के इलाके में घेरा बंदी की.
कार्रवाई के दौरान महिलाओं और 2 वकीलों को मौके से थाने लाया गया. महिलाओ को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. अब पुलिस इस मामले में और भी पूछताछ कर अन्य मामलों को भी सामने लाने को कोशिश में जुटी है.
सूत्रों के मुताबिक उदयपुर शहर में ऐसे गिरोह सक्रिय हैं. ये अमीर व्यावसाइयों के यहां महिला को प्लांट करते हैं. महिला व्यवसायी के साथ इनटीमेट होती है और रिकॉर्डिग करती है. इसके बाद व्यवसायी को ब्लैकमेल करना शुरू किया जाता है. इसमे थाना पुलिस भी शामिल होती है. थाने पर रिपोर्ट आई है यह कहकर व्यवसायी को धमकाया जाता है, और राजीनामा का दबाव डाला जाता है. फिर वकील सौदा कर पैसे मांगते है. अक्सर व्यावसायी बदनामी के डर मोटी रकम दे देते हैं


संविदा कर्मियों को नियमित करेेेगे गहलोत

संविदाकर्मियों को नियमित करेगी गहलोत सरकार, विभागों से 10 दिन में मांगी रिपोर्ट
जयपुर। राजस्थान की गहलोत सरकार ने सभी विभागों से संविदाकर्मियों के संबंध में दस दिन में डिटेल रिपोर्ट मांगी है, जिससे संविदाकर्मियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया तय की जा सके। प्रशासनिक सुधार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रविशंकर श्रीवास्तव ने सचिवालय में अहम बैठक में तमाम विभागों से वर्गीकृत जानकारी 10 दिन में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
गहलोत सरकार ने कांग्रेस घोषणा पत्र के वादे के अनुसार दो कमेटी गठित की गई थी, पहली कमेटी अतिरिक्त मुख्य सचिव रविशंकर श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गठित हुई, वहीं इस बारे में कैबिनेट कमेटी का भी गठन किया गया। सब कमेटी की पहली बैठक में ये निर्देश दिए गए कि संविदाकर्मियों के विभिन्न प्रकारों के विभागों में संविदाकर्मी हैं, उनके नियमितीकरण के क्या उपाय हैं? इस बारे में डिटेल रिपोर्ट दी जाए। सिर्फ 18 विभाग ही ये जानकारी दे पाए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव रविशंकर श्रीवास्तव ने सचिवालय में बैठक ली, जिसमें यह कमी साफ उभर कर सामने आई।
बैठक में यह भी सामने आया कि 20 विभागों ने यह लिख कर दिया है कि उनके यहां कोई भी संविदाकर्मी नहीं है। अब 10 दिन में रिपोर्ट आने के बाद फिर बैठक करके इस बारे में विचार किया जाएगा कि संविदाकर्मियों के डाटाबेस और उनके नियमितीकरण की प्रक्रिया किस तरह व्यवस्थित की जाए। बैठक में कार्मिक विभाग की प्रमुख सचिव रोली सिंह, अल्पसंख्यक मामलात विभाग की प्रमुख सचिव अपर्णा अरोड़ा, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आर वेंकटेश्वरन और आईसीडीएस निदेशक सुषमा अरोड़ा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।


57 डिग्री में भी रोजा नहीं छोड़ता रेलवे ड्राइवर

रेल इंजन के 57 डिग्री तापमान में भी रोज़ा नही छोड़ता रेलवे ड्राइवर, सिग्नल और क्रॉसिंग पर पढ़ता है नमाज



नई दिल्ली! रमजान उल मुबारक के मुक़द्दस महीने में झुलसा देने वाली गर्मी में कोई भी रोज़ेदार घर से निकलना नही चाहेगा लेकिन मजबूरी में निकलना पड़ता है,15 घण्टे के लम्बे रोज़े में 42 डिग्री तापमान साथ साथ गर्म हवा के झुलसा देने वाले झोंके रोज़े की शिद्दत बढ़ा देती है।


गर्मी कितनी भी है लेकिन मोमिन फर्ज अदा करने के लिये रोज़ा रखकर बाहर निकलते हैं!कुछ नौकरी पेशा ऐसे हैं जो दिनभर कड़ी तेज धूप में सड़क पर खड़े होकर ट्रैफिक कंट्रोल करते हैं तो कोई 57 डिग्री गर्म रेल इंजन में रोजा रखकर ट्रेन चलाता है। ऐसे भी लोग हैं जो तपा देने वाली गर्मी में रोजा रख कर सिटी बस से सवारियों को एक जगह से दूसरी छोड़ रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रोजा रखने वाले ऐसे कर्मचारी अपने फर्ज को लेकर प्रतिबद्धता दिखा रहे हैं। उनका कहना है कि हमारे लिए फर्ज बहुत अहम हैं।


पूर्वोत्तर रेलवे में तैनात लोको पायलट मोहम्मद मुईनुद्दीन अंसारी रेल इंजन के भीतर 57 डिग्री तापमान में रोज़ा रखकर अपना फर्ज निभा रहे हैं,क्योंकि इंजन के अंदर बाहर से ज़्यादा गर्मी रहती है,इस बारे में मुइनुद्दीन ने बताया कि वो पिछले 15 सालों से नौकरी करते हुए रोज़ा रखते हुए आरहे हैं।


मुईनुद्दीन अंसारी ने कहा कि बाहर के तापमान से लोको इंजन की गर्मी बहुत अधिक होती है लेकिन अल्लाह के पसंदीदा महीना रमजान भी बस तीस दिन का होता है। असिस्टेंट लोको पायलट महमूद अयाज सिद्दीकी बताते हैं कि रोजे में सिर पर पानी से भीगे दो-दो गमछे रख कर ट्रेन चलानी पड़ती है। थोड़ी समस्या होती है, लेकिन यह हमारा फर्ज है।


मंगलवार, 21 मई 2019

प्रणय ने माउंट एवरेस्ट पर फहराया तिरंगा

भारतवासी प्रणय ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर फहराया तिरंगा


भारतवासी प्रणय बंदबुच ने 13 अन्य लोगों के साथ सोमवार को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहरा दिया। पर्यटन मंत्रालय की पर्वत शाखा के अनुसार, चीन, ग्रीस व भारत के सात पर्वतारोही और सात नेपाली शेरपा 8,848 मीटर ऊंची चोटी पर सोमवार की सुबह पहुंच गए। नेपाल ने 14 मई को विश्व की सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर चढ़ाई के लिए रास्ता खोला था। तब आठ नेपाली शेरपा माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने में कामयाब रहे थे।


यह पहली टीम थी जो इस रास्ते माउंट एवरेस्ट पर पहुंची थी। माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने वालों में चार चीन, दो ग्रीस व एक भारत से हैं। भारतीय पर्वतारोही की पहचान प्रणय बंदबुचा के रूप में हुई।


इस मौसम में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए 41 अलग-अलग टीमों के 378 पर्वतारोहियों को पर्यटन मंत्रालय ने अनुमति दी है। इनमें से 200 पर्वतारोहियों ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी का रुख भी कर लिया है।


 


ब्रिटेन में लैंडिंग कार्ड व्यवस्था की खत्म

ब्रिटिश सरकार ने भारत से आने वाले यात्रियों के लिए लैंडिंग कार्ड भरने की अनिवार्यता खत्म कर दी


ब्रिटिश सरकार ने भारत जैसे देशों से ब्रिटेन आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए लैंडिंग कार्ड भरने की अनिवार्यता खत्म कर दी है। इसका मकसद ब्रिटेन में प्रवेश को सुगम बनाना है।


यूरोपीय आर्थिक क्षेत्र (ईईए) के बाहर के देशों से आने वाले विमान यात्रियों को अब ब्रिटेन के हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद फार्म भरकर पासपोर्ट के साथ उसे आव्रजन अधिकारियों के हवाले करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सुविधा सोमवार से ही लागू हो गई है। ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार सभी गैर ईईए यात्रियों को ब्रिटेन पहुंचने पर लैंडिंग कार्ड भरने की जरूरत को खत्म कर रही है। इससे देश में आना आसान होगा।


ब्रिटेन के एयरपोर्ट ऑपरेटर एसोसिएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी करेन डी. ने कहा कि हवाई अड्डे व्यस्त मौसम की तैयारी कर रहे हैं। हमें पता है कि पासपोर्ट कंट्रोल के लिए कोई भी कतार में इंतजार नहीं करना चाहता।


ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के यात्री इस सप्ताह से समूचे ब्रिटेन के हवाई अड्डों पर स्वचालित द्वार का इस्तेमाल कर पाएंगे।


 


बंगाल में हिंसा जारी, ट्रेन पर फेंके बम

पश्चिम बंगाल:भाटपारा में हिंसा जारी, ट्रेन पर फेंके गए देसी बम


पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के भाटपारा में लगातार हिंसा जारी है। ट्रेन पर देसी बम फेंके गए जिसके बाद रेल यात्रियों ने भागकर किसी तरह अपनी बचाई। भाटपाड़ा में कल से ही धारा 144 लागू है।


वहीं एएनआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक बंगाल के कूच बिहार स्थित सिताई में पिछली रात हिंसा में भारतीय जनता पार्टी के पांच कार्यकर्ता घायल हो गए। बीजेपी ने इस हिंसा के लिए टीएमएसी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाय है।


चुनाव बाद किसी भी तरह की हिंसक घटना से बचने के लिए पश्चिम बंगाल के भाटापारा में सोमवार को धारा-144 लगा दी गई है। लोकसभा चुनावों के साथ ही भाटापारा में विधानसभा के लिए उपचुनाव हुए थे। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार मदन मित्रा का एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें वे केंद्रीय बल के एक जवान से बहस करते हुए दिखाई दे रहे थे।


 


विपक्ष के दावों को आयोग ने किया खारिज

विपक्ष के दावों को चुनाव आयोग ने किया खारिज, कहा- बिल्कुल सुरक्षित है ईवीएम


लोकसभा चुनाव परिणाम से पहले ईवीएम को लेकर नए सिरे से विवाद शुरू हो गया है। विपक्षी दलों के नेता ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए छेड़छाड़ की कोशिश का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका गांधी, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मनीष सिसोदिया समेत कई नेताओं ने स्ट्रॉन्ग रूम (जहां वोटिंग के बाद ईवीएम रखे गए हैं) पर निगरानी रखने के लिए कार्यकर्ताओं से अपील की है।


वहीं चुनाव आयोग ने विपक्षी दलों के दावों को खारिज किया है। चुनाव आयोग ने कहा, ''गाजीपुर, चंदौली, डुमरियागंज और झांसी में ईवीएम को लेकर जो आरोप लगाए गए वो सही नहीं हैं। जिन ईवीएम का मतदान में इस्तेमाल हुआ है वो पूरी तरह सुरक्षित हैं।


गाजीपुर प्रशासन ने भी महागठबंधन के उम्मीदवार अफजाल अंसारी के दावों को खारिज किया है। गाजीपुर प्रशासन ने ट्वीट कर कहा, ''ईवीएम को लेकर आशंकाएं निराधार हैं। ईवीएम 24×7 सीआईएसएफ की सुरक्षा में है। उम्मीदवारों को स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी के लिए अपने एजेंटों को रखने की अनुमति दी गई है।'' इस ट्वीट को चुनाव आयोग ने रिट्वीट किया है।


बीजेपी ने भी इसे विपक्ष की हताशा करार दिया। बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ये हार तय देखकर ऐसा कर रहे हैं। मोदी को गाली देते देते अब चुनाव आयोग और ईवीएम को गाली देने लगे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने तो अपना फ़ैसला दे दिया है।


 


एनएनपी विधायक सहित 7 की मौत

अरुणाचल प्रदेश: एनएनपी विधायक तिरोंग अबो सहित 7 की संदिग्ध आतंकी हमले में मौत


अरुणाचल प्रदेश में एनएनपी के विधायक तिरोंग अबो और 6 अन्य लोगों की एक हमले में मौत हो गई है बताया जा रहा है कि इस हमले में अबो के परिवार वालों के साथ सुरक्षाकर्मी भी इस हमले में मारे गए हैं।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, संदिग्ध एनएससीएन (नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड) के आतंकवादी हमले के पीछे हो सकते हैं, ये घटना अरुणाचल प्रदेश में तिरप जिले के बोगापानी गाँव में हुई है।


अबो अरुणाचल प्रदेश की खोंसा-पश्चिम सीट से विधायक हैं। वहीं मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने इस क्रूर हमले की निंदा की और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया। 'एनपीपी श्री तिरंग अबोह और उनके परिवार और उनके सुरक्षा कर्मियों पर हुए क्रूर हमले की कड़ी निंदा करता है।


 


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...