शनिवार, 18 मई 2019

मोदी पूजा के बाद गुफा में करेंगे ध्यान

बाबा केदार के मंदिर में पूजा कर रहे हैं पीएम मोदी, गुफा में करेंगे ध्यान


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अपने दौरे के तहत आज (शनिवार) पीएम मोदी केदारनाथ पहुंच गए हैं जिसके बाद 19 मई को बद्रीनाथ जाएंगे। पीएम मोदी केदारनाथ पहुंचकर सबसे पहले यहां बाबा केदार के मंदिर में पूजा की। इसके बाद वो गुफा में ध्यान करेंगे।


पीएम मोदी की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है. गुरुड़चट्टी में साधना के बाद यह पहला मौका है जब मोदी केदारनाथ में ध्यान करेंगे. ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम की ऊंचाई समुद्र तल से 11,700 फीट है. जबकि मंदिर परिसर से डेढ़ किमी दूर बनी ध्यान गुफा की ऊंचाई करीब 12,250 फीट है।हालांकि 18 मई को केदारनाथ और बद्रीनाथ में बारिश होने का अनुमान है। लेकिन इससे पीएम के कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 2017 में कपाट खुलने के मौके पर पीएम मोदी ने प्रथम भक्त के तौर पर बाबा केदार के दर्शन कर रुद्राभिषेक किया था।


 


जनसत्ता दल और गठबंधन के बीच मुकाबला

जनसत्ता दल  और गठबंधन के बीच  मुकाबला


प्रतापगढ़- यादव बना रहे हैं गठबंधन के प्रत्याशी को अपने संसदीय क्षेत्र कौशांबी का सांसद,परंतु राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के कौशांबी सांसदीय क्षेत्र के सांसद बनेंगे शैलेंद्र कुमार 25000 से लेकर के 35000 के बीच होगी! सांसदीय क्षेत्र कौशांबी के प्रत्याशी जनसत्ता दल शैलेंद्र कुमार की जीत, ब्राम्हण, राजपूत, पटेल, सरोज, के मतदाताओं के साथ ही अन्य वर्ग के सहयोग से जीत रही राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के कौशांबी के शैलेन्द्र कुमार बन रहे हैं कौशांबी के सांसद! यादव वर्ग के लोगों ने जम कर दिया है बाबागंज कुंडा में गठबंधन प्रत्याशी को वोट! विश्वासनीय सूत्रों के अनुसार बाबागंज में जनसत्ता दल के प्रत्याशी का प्रचार कर रहे ,यादव प्रधान की संदिग्ध रही रवैया, दिखावा पन में कर रहे थे प्रचार, एक प्रधान तो ऐसे थे जिन्होंने स्वयं अपना वोट तो जनसत्ता दल पार्टी को दिए! परंतु पूरे परिवार का वोट गठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में दिए! इतना विरोध करने के बावजूद भी जनसत्ता दल जीत रही है लोकसभा कौशांबी की सीट!


रुपेन्द्र शुक्ला 


कलेक्टर के जाते ही फिर धांधली शुरू

कलेक्टर के जाते ही हरपालपुर मंडी में फिर शुरु हो गई धांधली
हरपालपुर!!राम कुमार कुशवाहा। जिले में चल रहे गेंंहू खरीदी केन्द्रों में गड़बड़ी के समाचारों के प्रकाशन के बाद जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर मोहित बुंदस जागे और उन्होंने कई खरीदी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। आज बिना बताए कलेक्टर एफसीआई गोदाम का औचक निरीक्षण किया जिसमें गेंहू खरीदी केन्द्रों में व्यापक पैमाने में की गई गड़बड़ी की शिकायत सही मिलने पर कलेक्टर ने 22 ट्रकों को वापस सहकारी समितियों को भेजा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छतरपुर जिले में कई समिति प्रबंधकों ने व्यापारियों से सांठगांठ कर सड़ा गला एवं घुना गेंहू रात के अंधेरे में किसानों के नाम पर तुलवाया जिसमें भारी भ्रष्टाचार किया गया। जिसकी लगातार खबरें प्रकाशित होती रहीं। आखिरकार कलेक्टर के निरीक्षण के बाद यह पोल खुल ही गई। शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि एफएक्यू क्वालिटी का गेंहू खरीदा जाए परंतु समिति प्रबंधकों और खाद्य अधिकारी की सांठगांठ के चलते जिले में व्यापारियों को भरपूर लाभ दिलाया गया। व्यापारियों ने समिति प्रबंधकों से अपनी सेंटिंग जमाकर हजारों क्विंटल गेंहू जो कि घटिया क्वालिटी का था उसे खपा दिया। लेकिन कलेक्टर के इस औचक निरीक्षण के लिए पूरे जिले में हडकंप मचा हुआ है। अपर कलेक्टर प्रेम सिंह चौहान की अगुआई में एक टीम भारतीय खाद्य निगम के गोदाम का औचक निरीक्षण करने आई। टीम ने देखा कि गोदाम में घटिया गेहूं रखा है। इसके अलावा ट्रकों में रखे गेहूं की भी जांच की गई। यहां भी गेहूं अमानक स्तर का पाया गया। एडीएम ने घटिया क्वालिटी के गेहूं को तत्काल वापिस करने के निर्देश देते हुए इसे साफ कराकर लाने की बात कही है। पिपट सहकारी समिति के खरीदी केन्द्र से लाए गए गेहूं में कीड़े, कंकड़, पत्थर और मिट्टी मिली है। सूत्र बताते हैं कि इस पूरे मामले को दबाने के प्रयास भी चल रहे हैं। एडीएम के साथ जिला खाद्य अधिकारी स्वाती जैन, नौगांव तहसीलदार बीपी सिंह, नागरिक आपूर्ति निगम की प्रबंधक पिंकी साहू, वेयर हाउस मैनेजर एके मिश्रा मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद उन्होंने कृषि उपज मंडी में चल रहे गेहूं खरीदी केन्द्र का भी निरीक्षण किया।


एसएसपी नितिन तिवारी कर रहे गुड वर्क

पकड़े गए लूट करने वाले बदमाश


मेरठ ! वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ नितिन तिवारी के दिशा निर्देशन में सीओ दौराला जितेंद्र कुमार सरगम क्षेत्राधिकारी दौराला का एक और शानदार गुड वर्क,


जनपद मुरादाबाद, नोएडा व गाजियाबाद में लूट व डकैती जैसी जघन्य घटनाओं को करने वाले मिर्ची गैंग के गैंग लीडर आशू उर्फ़ धर्मेंद्र निवासी हापुड़ द्वारा की गई बुलंदशहर के थाना गुलावठी एवं मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र के पेट्रोल पंप पर हुई डकैती,लूट के तीन मुलजिम गिरफ्तार।घटना में प्रयुक्त जनपद नोएडा से लूटी गई डस्टर कार पैसा व अवैध हथियार भी बरामद ! क्षेत्राधिकारी दौराला कर रहे हैं लगातार गुड वर्क और तोड़ रहे हैं बदमाशों की कमर !


लोनी प्रदूषण पर ,अधिकारी उदार

शहर की हवा हो रही जहरीली,अधिकारी मोन


गाजियाबाद ! लोनी देश में सबसे प्रदूषित शहर बन गया है मगर लोनी के अधिकारी मोन है!
जबकि लोनी में चिमनी से प्रदूषण छोड़ा जाता है,जिससे वायु में बहुत ज्यादा मात्रा में प्रदूषण पाया जाता है। मगर इस पर अभी तक किसी भी अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया है! अवैध फैक्ट्रियों से जल  वायु  के रूप में प्रदूषण बहुत ज्यादा छोड़ा जाता है!  पानी भी बहुत मात्रा में प्रदूषित किया जाता है! कई हजार लीटर पानी रोज प्रदूषित किया जाता है जिससे कि हैंडपंप सूखे पड़ गए हैं।


अली खान नहटौरी


यूपी रेरा करेगा 14 बिल्डरों का पंजीकरण रद्द

यूपी रेरा करेगा सात बिल्डरों के 14 प्रोजेक्ट का पंजीकरण रद्द
अगले सप्ताह लिया जाएगा फैंसला,यूपी रेरा ने जारी किया पंजीकरण रद्द करने का नोटिस।प्राइमरोज इंफ्राटेक, पीएसए इम्पेक्स, एमएसए डेवलपर, ग्रीनबे इंफ्रास्ट्रक्चर, इंटेलसिटी बिजनेस पार्क, मिस्ट डॉयरेक्ट सेल्स और उन्नति फॉरच्यून होल्डिंग को जारी किया नोटिस। 7 बिल्डर्स के 14 प्रोजेक्ट में है करीब 4800 फ्लैट।
प्रोजेक्ट का निरीक्षण, रेरा में आई शिकायत, रेरा एक्ट का पालन नहीं करने को लेकर किये नोटिस जारी।


प्रधानमंत्री पद के लिए माया मजबूत दावेदार

प्रधानमंत्री पद के लिए माया मजबूत दावेदार

प्रधानमंत्री पद के लिए मायावती के नाम पर सहमति बनने से देश की सबसे वंचित जातियों का भारतीय लोकतंत्र में विश्वास और दृढ़ होगा !इससे भारत में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत होंगी!


आजादी के 70 साल बाद ऐसा पहली बार हो रहा है कि दिल्ली की शीर्ष गद्दी के लिए एक दलित नेता मायावती भी चुनौती पेश कर रही हैं! और ये भी पहली बार हो रहा है कि एक दलित नेता को प्रधानमंत्री बनाने के लिए देश के सबसे बड़े सूबे में पिछड़ों की राजनीति करने वाले राजनेता ने उनका समर्थन किया हो! इशारा अखिलेश यादव की तरफ है जिन्होंने प्रधानमंत्री पद के लिए मायावती का समर्थन किया है! दरअसल ये समर्थन सिर्फ पिछड़ी जाति के नेता ही नहीं कर रहे हैं बल्कि जमीन पर पिछड़ी जातियां भी प्रधानमंत्री पद के लिए मायावती की ताजपोशी के लिए लामबंद हैं!


यूपी में दलित-पिछ़ड़ा-अल्पसंख्यक समीकरण इस बार मायावती को प्रधानमंत्री देखना चाहता है! मायावती ने ऐसी किसी स्थिति में आंबेडकर नगर सीट से उपचुनाव लड़ने के संकेत देकर इस चर्चा को हवा दे दी है! हालांकि प्रधानमंत्री पद का फैसला चुनाव के नतीजों और उसके बाद बनने वाले समीकरणों पर निर्भर होगा, लेकिन ये महत्वपूर्ण की है कि पहली बार लोकसभा चुनाव के दौरान एक दलित प्रधानमंत्री बनने की संभावना चर्चा में है!


दरअसल, दलितों की तरह ही पिछड़ी जातियों की भी इच्छा रही है कि दिल्ली की गद्दी पर पिछड़ी जाति का कोई नेता बैठे! पिछड़ी जातियों की इसी दिली तमन्ना को साल 2014 में भाजपा ने भांप लिया और नरेंद्र मोदी को पिछड़ी जाति के नेता के तौर पर उछालकर पिछड़ों को आकर्षित करने का प्रयास किया! भाजपा का ये प्रयास सफल भी रहा!


पिछड़ी जातियों के भरपूर समर्थन से नरेंद्र मोदी दिल्ली की गद्दी पर बैठ गए! पर पिछड़ी जातियों को पिछड़ी जाति के प्रधानमंत्री से जैसी अपेक्षाएं थी, नरेंद्र मोदी उन अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे बल्कि मोदी ने अपनी सरकार के दौरान पिछड़ी जातियों के हितों का जमकर नुकसान किया!


नरेंद्र मोदी की कैबिनेट से लेकर लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक पिछड़ी जाति के नेता और अफसरों को शासन-सत्ता में मनवांछित भागीदारी नहीं मिली! इसके अलावा मोदी सरकार ने निजीकरण की आड़ लेकर भी पिछड़ों-दलितों का आरक्षण समाप्त किया और साथ ही नौकरियों में पिछड़ी जातियों के साथ हो रहे भेदभाव ने भी पिछड़ी जातियों को प्रधानमंत्री मोदी के जातीय चरित्र पर संदेह करने को विवश कर दिया! रोस्टर विवाद से नरेंद्र मोदी की पिछड़ा विरोधी छवि मजबूत हुई!


इसी बीच नरेंद्र मोदी पर ये आरोप भी लगे कि वे (मोदी) कागजी पिछड़े या फर्जी पिछड़े हैं! ये आरोप भी लगे कि नरेन्द्र मोदी जन्म से पिछड़े नहीं हैं और उनकी जाति को बाद में ओबीसी लिस्ट में शामिल किया गया! इस बार के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की जाति चुनावी मुद्दा बनी हुई है! बसपा सुप्रीमो मायावती, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार मोदी को कागजी पिछड़ा या फर्जी पिछड़ा बता रहे हैं!


दरअसल, मोदी सरकार में पिछड़ी जातियों की घोर उपेक्षा ने पिछड़ी जातियों को ये सोचने पर विवश कर दिया कि भाजपा ने पिछड़ी जाति के नाम पर नरेंद्र मोदी के रूप में एक पिछड़ा-विरोधी नेता पिछड़ों पर थोप दिया! शासन में पिछड़ों की घोर उपेक्षा से आहत पिछड़ी जातियां अब बसपा सुप्रीमो मायावती की ओर आशा भरी नजरों से देख रही हैं!


दरअसल पिछड़ी जातियों को ये एहसास है कि मायावती वंचित समाज की नेता हैं और दलित समाज खुद देश में भागीदारी की लड़ाई लड़ रहा है!पिछड़ी जातियों की भी मुख्य लड़ाई शासन-सत्ता में भागीदारी को लेकर ही है, इसलिए पिछड़ी जातियों को ये एहसास है कि जब दलितों-पिछड़ों की लड़ाई एक है, तो उसे एक साथ आना ही पड़ेगा! साथ ही पिछड़ी जातियों में ये समझदारी बन रही है कि सत्ता में भागीदारी के पिछड़ों के सवाल को मायावती आसानी से समझ सकती हैं क्योंकि वो खुद अपने वंचित समाज के लिए सत्ता में भागीदारी की लड़ाई लड़ रही हैं!


देश की दलित जातियों में ये सवाल है कि दलित समाज का कोई नेता भारत का प्रधानमंत्री क्यों नहीं बन सकता! इसके अलावा सवाल तो ये भी है कि जब दलित समाज से आने वाले के. आर. नारायणन भारत के राष्ट्रपति बन सकते है, जस्टिस बालाकृष्णन भारत के सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश बन सकते हैं, बाबू जगजीवन राम देश के उप-प्रधानमंत्री बन सकते हैं तो फिर कोई दलित भारत का प्रधानमंत्री क्यों नहीं बन सकता!


देश को आजाद हुए 70 साल हो चुके हैं पर अभी तक देश की 16.6 फीसदी दलित आबादी से कोई भी नेता भारत का प्रधानमंत्री नहीं बना है! प्रधानमंत्री पद के लिए मायावती के नाम पर सहमति बनने से देश की सबसे वंचित जातियों का भारतीय लोकतंत्र में विश्वास और दृढ़ होगा! इससे भारत में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत होंगी!


साथ ही, भारत विश्व बिरादरी को भी ये संदेश देने में सफल होगा कि भारत का लोकतंत्र भी अमरीका के लोकतंत्र से किसी भी तरह से कम नहीं है! जब अमरीका के बहुसंख्यक अश्वेत अपने अल्पसंख्यक अश्वेत नेता बराक ओबामा को राष्ट्रपति के तौर पर स्वीकार कर सकते हैं तो भारत भी सबसे कमजोर और वंचित समाज से आने वाली मायावती को देश के प्रधानमंत्री के तौर पर स्वीकार कर सकता है! ओबामा को अमरीका का राष्ट्रपति चुनकर वहां की गोरी नस्ल के लोगों ने अपने मानवीय होने का सबूत दिया है!अब भारत के सवर्ण समुदाय के समक्ष भी परीक्षा की घड़ी है!क्या भारत का सवर्ण समुदाय भी बसपा सुप्रीमो मायावती की ताजपोशी के पक्ष में खड़े होने की उदारता दिखा सकता है?


 


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...