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शनिवार, 8 मई 2021

6 महीनों में कोईं काम न करने का नतीजा: ममता

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि देश में कोविड-19 संकट केंद्र के पिछले छह महीनों में कोई काम न करने का नतीजा है। क्योंकि केंद्रीय मंत्री और नेता बंगाल पर कब्जा करने के लिए रोज राज्य में आ रहे थे। बनर्जी विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के विधायक बिमान बंदोपाध्याय के तीसरी बार अध्यक्ष के तौर पर निर्वाचित होने के बाद बोल रही थीं। सांप्रदायिक उकसावे वाली गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा चुनाव जीतने में नाकाम रहने के बाद हिंसा भड़का रही थी। बनर्जी ने निर्वाचन आयोग में सुधार की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, ‘‘मैं चुनौती दे सकती हूं कि अगर निर्वाचन आयोग ने सीधे-सीधे उनकी मदद न की होती तो वे (भाजपा) 30 सीटें भी नहीं जीत पाते। 
उन्होंने दावा किया, ‘‘अब वे (भाजपा) जनादेश को स्वीकार नहीं कर सकते और फर्जी वीडियो पोस्ट करके हिंसा भड़का रहे हैं।’’ उन्होंने प्रशासन को हिंसा और साम्प्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बनर्जी ने कहा कि केंद्रीय बलों के कर्मी आरटी-पीसीआर कोविड-19 जांच कराए बिना चुनावों के दौरान राज्य में तैनात थे जिससे यह संक्रमण फैला।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि केंद्र ने पिछले छह महीनों में काम नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में दोहरे-इंजन वाली सरकार बनाने के लिए उन्होंने भारत को बर्बादी की कगार पर धकेल दिया। पिछले छह महीनों में केंद्र सरकार ने कोई काम नहीं किया और वे बंगाल पर कब्जा जमाने के लिए रोज यहां आते थे। गौरतलब है कि कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के अलावा पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार कर रहा था। बनर्जी ने टीकाकरण किए जाने की मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता नयी संसद इमारत, प्रधानमंत्री आवास और प्रतिमाओं पर 50,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बजाय टीकाकरण करने की होनी चाहिए। वहीं, विपक्षी भाजपा विधायकों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।

बंगाल में 10 भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया

प्रशांत कुमार  

कोलकाता। बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से जारी राजनीतिक हिंसा के खिलाफ शुक्रवार को कोलकाता में गांधी मूर्ति के समक्ष प्रदर्शन कर रहीं भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानती श्रीनिवासन समेत 10 नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। श्रीनिवासन के अलावा जिन नेताओं को गिरफ्तार किया गया उनमें राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली, प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष व आसनसोल दक्षिण विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक अग्निमित्रा पाल एवं विधायक चंदना बाउरी व अन्य शामिल हैं। हालांकि, पुलिस ने शाम में इन सभी महिला नेताओं को छोड़ दिया।

शुक्रवार, 7 मई 2021

बंगाल: सेंट्रल फोर्स के जवानों के प्रवेश पर लगाईं रोक

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर में सेंट्रल फोर्स के जवानों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। गुरुवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा के सचिव ने इस बाबत से आदेश जारी किया है। 
ज्ञातव्य है कि भाजपा के नवनिर्वाचित कई विधायकों को केंद्रीय सुरक्षा बलों की सुरक्षा प्राप्त हैं। अब उन विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान प्रवेश नहीं कर पाएंगे। गुरुवार को नंदीग्राम से नवनिर्वाचित भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी विधानसभा में विधायक पद की शपथ लेने पहुंचे थे। उस समय उनकी सुरक्षा में तैनात सेंट्रल फोर्स के जवानों का पत्रकारों और फोटोग्राफों के साथ धक्का-मुक्की हुई थी। उसके मद्देनजर ही विधानसभा सचिवालय ने शुक्रवार को आदेश जारी कर केंद्रीय सुरक्षा बलों के विधानसभा परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस बावत विधानसभा के गेट पर नोटिस‌ चस्पा किया गया है।

गुरुवार, 6 मई 2021

केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन के काफिले पर हमला

मीनाक्षी लोधी   
कोलकाता। इस वक्त एक बड़ी खबर पश्चिम बंगाल से सामने आ रही है। पश्चिम बंगाल में केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला हुआ है। इस जानलेवा हमले में मंत्री वी मुरलीधरन की गाड़ी के शीशे चकनाचूर हो गए हैं। सुरक्षाकर्मियों पर भी हमले की बात सामने आ रही है। मंत्री ने खुद ट्वीट कर टीएमसी के ऊपर हमले का आरोप लगाया है।
घटना पश्चिम बंगाल के मेदिनापुर की है, जहां केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला किया गया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसे खुद केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट किया है। वीडियो में कुछ लोग मंत्री वी मुरलीधरन की गाड़ी पर बांस-बल्ले से हमला करते दिख रहे हैं। पत्थर बरसाए जा रहे हैं। मुरलीधरन ने हमले का आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगाया है। बवाल बढ़ने और तोड़फोड़ होने पर मंत्री वहां से अपना काफिला लेकर वापस लौट आए। मुरलीधरन ने कहा कि जैसे ही वह इलाके में पहुंचे। लोगों के एक समूह ने उनके काफिले पर लाठियों और पत्थरों से हमला कर दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस वाहन में वह यात्रा कर रहे थे उसकी खिड़कियां तोड़ दी गईं। उनके साथ आई पुलिस की गाड़ी में तोड़-फोड़ की गई और चालक घायल हो गया।

बुधवार, 5 मई 2021

सीएम बनते ही लोकल ट्रेनों का संचालन बंद किया

 मीनाक्षी लोधी   

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी मर्तबा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद ही ममता बनर्जी ने कोरोना संक्रमण की रफ्तार को थामने के लिए राज्य में मिनी लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाने का ऐलान कर दिया है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को रोकने के लिए सरकार की ओर से लोकल ट्रेनों की आवाजाही पर भी रोक लगाई गई है। दुकानें भी कुछ घंटों के लिए ही खोली जा सकेंगे। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच बंगाल में हुई चुनावी रैलियों को लेकर राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। 

बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में कोरोना संक्रमण की वजह से पाबंदियां लगाने का ऐलान करते हुए कहा कि कोविड-19 के हालातों को देखते हुए हमें कुछ कड़े कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में मास्क पहनना अनिवार्य है। राज्य सरकार के दफ्तरों में 50 प्रतिशत कर्मचारी ही अपने काम पर मौजूद रहेंगे। निजी क्षेत्र को भी ूवर्क फ्रोम होम करने को कहा गया है। निजी दफ्तरों में 50 प्रतिशत कर्मचारी ही काम पर रह सकते हैं। राज्य के भीतर तमाम शॉपिंग कांप्लेक्स, जिम, सिनेमा हॉल्स और ब्यूटी पार्लर बंद रहेंगे। सामाजिक और राजनीतिक तौर पर भी लोगों की भीड़ नहीं जुटाई जा सकेगी। सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि ज्वेलरी की दुकानें दोपहर 12.00 बजे से लेकर 3.00 बजे तक की खुलेंगी। मिनी लॉकडाउन के तहत होम डिलीवरी को प्रोत्साहित किया जाएगा। राज्यभर में बैंक सवेरे 10.00 बजे से लेकर अपरान्ह 2.00 बजे तक ही खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी बाजार व खुदरा दुकानें सवेरे 7.00 बजे से लेकर 10.00 बजे तक और फिर शाम को 5.00 बजे से 7.00 बजे तक खुलेगी। राज्य में 6 मई से लोकल ट्रेनों की आवाजाही बंद रहेगी। मेट्रो रेल गाड़ियों में क्षमता से 50 फीसदी लोग ही यात्रा कर सकेंगे। 7 मई से राज्य के एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले यात्रियों को पिछले 72 घंटे की आरटीपीसीआर जी जांच रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। जो लोग जांच के बाद पॉजिटिव पाए जाएंग,े उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाईन किया जाएगा। बस अड्डों पर यात्रियोेेें की रैंडम जांच की जाएगी। यही नियम ट्रेन यात्रियों पर भी लागू रहेगा।

बिना मंत्रिमंडल के अकेले ही सीएम की शपथ ली

मोनिका लोधी   
कोलकाता। विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद आज ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद की तीसरी बार शपथ ली। यानी एक बार फिर बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस की सरकार बन गई है। कोरोना संकट काल और उसकी गाइडलाइन्स की वजह से शपथ ग्रहण समारोह छोटा ही रखा गया है। ममता बनर्जी ने अकेले ही शपथ ली है। उनके साथ किसी भी मंत्री ने शपथ नहीं ली है। इस दौरान मंच पर ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ ही नजर आए।
ममता बनर्जी ने बुधवार सुबह 10:50 बजे तीसरी बार बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण में चौंकाने वाली बात रही, राज्यपाल की हिदायत और उस पर बंगाल की सीएम का रिएक्शन। शपथग्रहण के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता को समझाते हुए कहा कि राज्य में जारी हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए। इसके बाद ममता ने कहा कि अभी राज्य की व्यवस्था चुनाव आयोग के पास थी, अब मैं नई व्यवस्था शुरू करूंगी।
बंगाल में जारी हिंसा का मुद्दे पर सीएम और राज्यपाल, दोनों बोले
ममता ने शपथ ग्रहण के बाद कहा कि अभी प्राथमिकता कोविड के खिलाफ लड़ाई को जीतना है। उन्होंने बंगाल में चल रही हिंसा को लेकर कहा कि बंगाली जनता हिंसा पसंद नहीं करती है। हिंसा फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। आज के बाद हिंसा की घटना नहीं होनी चाहिए। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी कहा- उम्मीद है ममता बनर्जी संविधान का पालन करेंगी। हम चाहते हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था का राज हो और ये हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए।

मंगलवार, 4 मई 2021

नड्डा ने क्रूरता के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित किया

कोलकाता। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मंगलवार को कहा गया कि पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई व्यापक हिंसा ने उन अत्याचारों की याद दिला दी है। जिसका सामना लोगों को देश के विभाजन के दौरान करना पड़ा था। नड्डा ने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं को क्रूरता के विरूद्ध लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने के लिए प्रेरित किया। पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे नड्डा ने कहा कि पूरे भारत में भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य के उन कार्यकर्ताओं के साथ एकजुटता व्यक्त की है। जो हिंसक हमलों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ”हम इस वैचारिक लड़ाई और तृणमूल कांग्रेस की गतिविधियों से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो असहिष्णुता से भरी हुई है।


सोमवार, 3 मई 2021

तीसरी बार बंगाल की 'सीएम' ममता लेंगीं शपथ

कोलकाता। ममता बनर्जी 5 मई को तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि नव-निर्वाचित विधायकों ने यहां हुई बैठक में बनर्जी को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। तृणमूल विधायकों ने मौजूदा विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी को नयी विधानसभा का कार्यवाहक अध्यक्ष चुना है। चटर्जी ने विधायकों की बैठक के बाद यहां पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, ”नव-निर्वाचित सदस्य छह मई को विधानसभा में शपथ लेंगे।”

सिमी ने नये अंदाज में ममता को जीत की बधाईं दी

कोलकाता। पश्च‍िम बंगाल में ममता बनर्जी ने बंगाल की जनता पर अपने भरोसे का ट‍िकट एक बार फिर जीत लिया है। इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए ममता ने बहुत मेहनत की उन्होंने चुनावी रैलियां की और इस बीच उनके पैर में चोट भी लगी। फिर भी उन्होंने अपने कोशिशें जारी रखीं। वहीं दूसरी ओर अमेर‍िका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी चुनावों के दौरान पैर में चोट लगी थी। चोट के बावजूद वे आगे बढ़ते रहे और जीत हास‍िल की। ये मजेदार इत्तेफाक ही है, जब चुनावी दांव खेल रहे दो राजनीत‍िक शख्स‍ियत की चोट भी एक जैसी और जीत भी एक समान रही। इसी पर सिमी ग्रेवाल ने अपने अंदाज में ममता बनर्जी को जीत की बधाई दी है।
सिमी ग्रेवाल ने लिखा- ‘उन्होंने कैंपेन के दौरान अपना एंकल (टखना) फ्रैक्चर कर लिया था. जो बाइडेन को भी कैंपेन के समय टखने में चोट लगी थी- दोनों जीत गए! सोचें इसपर… ‘लाठी और पत्थर मेरी हड्डी तोड़ सकती है पर मेरी लड़ाई जारी रहेगी…और मैं जीतूंगा..’ सिमी ने एक ट्वीट की फोटो भी साथ में शेयर की है। इस फोटो में फुटबॉल के ऊपर प्लास्टर लगे पैर की फोटो है, जो कि प्रतीकात्मक तौर पर ममता बनर्जी के लिए है।

रविवार, 2 मई 2021

जश्न मनाएं जाने की घटना पर सख्त रुख अख्तियार

कोलकाता। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे निकलने से पहले ही कुछ पार्टी समर्थकों के गलियों में निकलकर जश्न मनाये जाने की घटना पर कड़ा रुख अख्तियार किया है और कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर कड़े निर्देश जारी किये हैं। आयोग ने पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और केन्द्रशासित प्रदेश पुड्डुचेरी की सरकारों को इस तरह के मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने और संबंधित क्षेत्रों के थाना प्रभारियों को निलंबित किये जाने का निर्देश दिया है।

शनिवार, 1 मई 2021

8 बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू होगीं

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच रविवार सुबह आठ बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू हो जाएगी। राज्य में 292 सीटों के लिए 2116 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था जिनके चुनावी किस्मत का फैसला कल होगा। राज्य की कुल 294 विधानसभा सीटों में से 292 सीटों पर आठ चरणों में मतदान कराये गए थे।
राज्य के शमशेरजंग और जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र के दो उम्मीदवारों के निधन होने के कारण वहां चुनाव स्थगित कर दिए गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस पिछले 10 साल से राज्य में सत्तारूढ़ है। इस बार के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला है। कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों ने भी एड़ी चोटी का जोर लगाया है। चुनाव आयोग ने मतगणना की तैयारी पूरी कर ली है।आयोग के अनुसार मतगणना केंद्र के 100 मीटर के दायरे में किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं होगी। राज्य के सभी मतगणना केंद्रों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन को लेकर के चुनाव आयोग प्रतिबद्ध है। साथ ही इसके लिए विशेष प्रबंध चुनाव आयोग की ओर से किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरिज आफताब ने साफ-साफ कहा है कि कोरोना वायरस की गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा।
मतगणना की पूरी प्रक्रिया संचालित करने के लिए आयोग की ओर से ठोस इंतजाम मतगणना केंद्रों पर किए गए हैं। मतगणना केंद्र के अंदर टेबल की संख्या भी इस बार बढ़ाई जा रही है, ताकि सामाजिक दूरी का पूरा पालन किया जा सके। एक अधिकारी ने बताया कि 108 मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा की त्रि-स्तरीय व्यवस्था की गई है, जहां बने स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीन और वीवीपैट को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि 23 जिलों के मतगणना केंद्रों पर कम से कम 292 पर्यवेक्षकों और केंद्रीय सुरक्षा बलों की 256 कंपनियों को तैनात किया गया है। इस बार राज्य में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में मतदान कराया गया। इस दौरान हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाएं भी हुई थी। नंदीग्राम में सुश्री बनर्जी या फिर कभी उनके दाहिने हाथ माने-जाने वाले शुभेन्दु अधिकारी जो अब भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए है इनमें से कौन जीतेंगे, इस पर भी सब की नजर रहेंगी।
चुनाव आयोग ने आज एक बयान में कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए चुनाव रुझान और परिणाम सभी मतगणना केंद्रों से कल सुबह 8.05 बजे के बाद से आने शुरू हो जाएंगे। इस बीच, मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को राज्य भर के उम्मीदवारों और पार्टी के मतगणना एजेंटों को मतगणना प्रक्रिया पूरी होने तक केन्द्रों पर डटे रहने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस तीसरी बार दो तिहाई बहुमत से जीतेगी। राज्य विधानसभा की कुल 294 सीटें जिनमें से दो तिहाई बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 148 सीटों पर जीतना जरूरी है।

बुधवार, 28 अप्रैल 2021

बंगाल में महसूस किएं गए भूकंप के झटके, नुकसान

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बुधवार सुबह 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिससे पूर्वोत्तर राज्य में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के झटके पड़ोसी राज्य मेघालय और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों समेत पूरे क्षेत्र में महसूस किए गए। उन्होंने बताया कि भूकंप सुबह सात बजकर 51 मिनट पर सोनितपुर जिले में आया। इसके बाद सात बजकर 58 मिनट और आठ बजकर एक मिनट पर भूकंप के दो और झटके महसूस किए गए। ये भूकंप के झटके क्रमश: 4.3 और 4.4 तीव्रता के दर्ज किए गए।क्षेत्र के ज्यादातर हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए और लोग घबराहट में अपने घरों तथा अन्य स्थानों से बाहर निकल आए। सोनितपुर के जिला मुख्यालय तेजपुर, गुवाहाटी और कई अन्य स्थानों में कई इमारतों में दरारें आ गई। हताहतों के संबंध में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
प्रधानमंत्री ने असम के मुख्यमंत्री से की बात...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की भूंकप से हुए जान और माल के नुकसान का जायजा लिया तथा पूर्वोत्तर के इस राज्य को हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन भी दिया।
मोदी ने ट्वीट कर कहा कि असम के विभिन्न हिस्सों में आए भूकंप के सिलसिले में मुख्यमत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की। हरसंभव केंद्रीय मदद का उन्हें आश्वासन दिया। असम के लोगों के कुशल-क्षेम की कामना करता हूं।

सोमवार, 26 अप्रैल 2021

अगले चरण के मतदान में बलों को हटाने की मांग

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले चरण के मतदान में केंद्रीय बलों को हटाने की मांग की। ताकि राज्य में कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके। इसके साथ ही उन्होंने मद्रास उच्च न्यायालय की उस टिप्पणी का स्वागत किया गया। जिसमें कहा गया था कि संक्रमण के प्रसार के आरोप से निर्वाचन आयोग बच नहीं सकता।उत्तर कोलकाता में पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों की बैठक में बनर्जी ने कहा, ” मैं मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करती हूं जिसमें साफ तौर पर कहा गया कि निर्वाचन आयोग अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और निर्वाचन आयोग दोनों ही इस स्थिति (राज्य में संक्रमण के प्रसार) के लिए जिम्मेदार हैं।” इससे पहले सोमवार को मद्रास उच्च न्यायालय ने कोविड-19 महामारी के बीच विधानसभा चुनाव कराने पर निर्वाचन आयोग को फटकार लगाई थी।

शनिवार, 24 अप्रैल 2021

भाजपा 70 सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएंगीं: ममता

बोलपुर। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग के तीन विशेष पर्यवेक्षक मतदान के दौरान तृणमूल कांग्रेस (तृकां) के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के आदेश पुलिस अधिकारियों को दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस तरह की “साजिशों” के खिलाफ चुनाव के बाद वह उच्चतम न्यायालय जाएंगी।  बीरभूम के बोलपुर स्थित गीतांजलि सभागार में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि वह चुप नहीं बैठ सकतीं, भले ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “बहुत हुआ। अगर वे (निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षक) स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए काम कर रहे हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन वे तो सिर्फ भाजपा की मदद के लिये काम कर रहे हैं। वे तृणमूल को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ विशेष पर्यवेक्षकों की कथित चैट का विवरण दिखाते हुए कहा, “ये अधिकारी हमारे लोगों को चुनाव से पहले की रात को हिरासत में लेने और उन्हें चुनाव के दिन शाम चार बजे तक कब्जे में रखने के आदेश दे रहे हैं। व्हाट्सऐप पर हुई इस बातचीत का विवरण भाजपा के लोगों ने मुझे दिया है।” बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और चुनाव के बाद ऐसी “साजिश और पक्षपातपूर्ण रुख” के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाएगी।
उन्होंने दावा किया, “हालांकि, ये तीन सेवानिवृत्त लोग चुनावों को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। उनके पक्षपातपूर्ण आचरण से भाजपा को सिर्फ सात-आठ सीटें जीतने में मदद मिलेगी। मैं व्यक्तिगत रूप से मानती हूं कि भाजपा 70 सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएगी।” बनर्जी ने राज्य में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को लेकर भी निर्वाचन आयोग को आड़े हाथों लिया और कहा कि इसकी वजह चुनाव संबंधी कार्यों के लिये लाखों लोगों की एक जिले से दूसरे जिले आवाजाही है।

गुरुवार, 22 अप्रैल 2021

कोलकाता एचसी ने चुनाव आयोग को लगाईं फटकार

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना प्रकोप के बावजूद नेताओं की जनसभा और रोड शो पर पाबंदी लगाने में विफल चुनाव आयोग को कोलकाता हाई कोर्ट ने जमकर फटकार लगाई है।
गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश टीवीएन राधाकृष्णन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषन का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान चुनाव आयोग शेषन द्वारा किए गए कार्यों का एक हिस्सा भी करके दिखाएं। कोर्ट ने यह भी कहा कि अब हमें ही टीएन शेषन का काम करना होगा। 
 दरअसल, पश्चिम बंगाल में भी कोरोना लगभग बेकाबू हाे रहा है। राज्य में कोराेना के रोजाना लगभग 10 हजार के करीब मामले सामने आ रहे हैं। इस पर हाई कोर्ट ने आयोग से कड़े कदम उठाने को कहा था, लेकिन 16 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक के बाद चुनाव आयोग ने केवल एक गाइडलाइन जारी कर कोरोना का पालन करने को कहा था। इसी मामले में सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने कहा कि केवल सर्कुलर जारी कर चुनाव आयोग अपनी भूमिका से पल्ला नहीं झाड़ सकता। उनके पास पूरे अधिकार हैं और क्षमता भी लेकिन उसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। चुनाव आयोग के पास क्विक रिस्पांस टीम है और पूरे अधिकार भी। कोर्ट ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद नहीं हैं। इसीलिए कोई आदेश नहीं दिया जा रहा लेकिन राज्यभर के सभी अधिकारियों को महामारी रोकथाम के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराना होगा।

मेडिकल कॉलेज में कोविड वार्ड को पोलिंग बूथ में बदला

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना की दूसरी लहर के बीच जारी विधानसभा चुनाव पर पहले ही सवाल उठ रहे हैं। राज्य से एक बड़ी ही लापरवाही भरी खबर सामने आई है। राज्य में आज छठे चरण का मतदान हो रहा है और इसके लिए रायगंज के एक मेडिकल कॉलेज में कोविड वॉर्ड को पोलिंग बूथ में बदल दिया गया। इससे गुस्सा इंदिरा कॉलोनी के स्थानीय लोगों ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शनकारी स्थानीय लोगों का कहना है कि कोविड वॉर्ड को पोलिंग बूथ बनाए जाने से उनके कोरोना संक्रमित होने का खतरा है।
दैनिक हिंदुस्तान में छपी खबर के अनुसार एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘हम अपना वोट नहीं डाल सकते क्योंकि यह असुरक्षित है। हमें नहीं पता कि उस जगह को सैनेटाइज किया भी गया या नहीं, हम अंदर नहीं जाएंगे। हमारे ऊपर भी परिवार की जिम्मेदारी है। सरकार कोविड-19 के नियमों को लेकर भाषण दे रही है और फिर हमसे ऐसी जगहों पर मतदान करवा रही है। हमें नया बूथ चाहिए।’ स्थानीय निवासियों ने विरोध में कई घंटे तक सड़क को ब्लॉक कर के रखा। प्रदर्शन बढ़ता देख प्रशासन ने बूथ को सैनेटाइज किया।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों के अंदर कोरोना वायरस के 10 हजार 784 नए मामले आए हैं। वहीं, 5 हजार 616 मरीज ठीक हो गए हैं। कोरोना के कारण इस दौरान 58 मरीजों ने दम तोड़ा है। राज्य में अभी कोरोना के 63 हजार 496 ऐक्टिव मामले हैं। 

बंगाल को दिल्ली के 'दो गुंडों' के हाथों में नहीं जाने देंगें

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हर समय एक राष्ट्र, एक पार्टी, एक नेता चिल्लाती रहती है, लेकिन लोगों की जान बचाने के लिए टीके की एक कीमत तय नहीं कर सकती। बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि भाजपा हर समय एक राष्ट्र, एक पार्टी और एक नेता चिल्लाती रहती है लेकिन लोगों की जिंदगी बचाने के लिए टीके की एक कीमत तय नहीं कर सकती। हर भारतीय को उम्र, जाति, पंथ, स्थान की परवाह किए बिना मुफ्त वैक्सीन की आवश्यकता होती है। भारत सरकार को कोविड-19 वैक्सीन के लिए एक मूल्य तय करना चाहिए, चाहे केन्द्र या राज्य कोई भी इसके लिए भुगतान करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन लगाने की अभी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी लॉकडाउन लगाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। ऐसा करने से लोग अपनी आजीविका कैसे चलायेंगे। रात्रि कर्फ्यू भी इसका कोई समाधान नहीं है।
बनर्जी ने दक्षिण दिनाजपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें राजनीति का अच्छा खासा अनुभव है और वह बंगाल को दिल्ली के “दो गुंडों” के हाथों में नहीं जाने देंगें। मैं कोई खिलाड़ी नहीं हूँ, लेकिन मैं यह अच्छी तरह से जानती हूँ कि कैसे खेलना चाहिए। मैं इससे पहले लोकसभा में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थी। हम दिल्ली के दो गुंडों के समक्ष बंगाल का आत्मसमर्पण नहीं करा सकते। इस बीच तृणमूल कांग्रेस महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी क्या आप परेशान लोगों का राेना नहीं सुन सकते। यह वही भारत है, जिसने आपको वोट दिया था और अब वह सांस लेने के लिए तड़प रहा है।

चुनाव: मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के रिकॉर्ड मामले सामने आने के बीच विधानसभा चुनाव में छठे चरण के तहत राज्य की 43 सीटों पर बृहस्पतिवार सुबह सात बजे से मतदान आरंभ हो गया। कई मतदान केंद्रों पर मतदान आरंभ होने से पहले ही मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण में 43 सीटों के लिए जारी मतदान में दोपहर 1 बजे तक 57.30 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण में 43 सीटों के लिए जारी मतदान में 11 बजे तक 37.27 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण में 43 सीटों के लिए जारी मतदान में सुबह नौ बजे तक 17.19 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।  
इस चरण में उत्तर 24 परगना जिले की 17 सीटों के अलावा नादिया और उत्तर दिनाजपुर की नौ-नौ तथा पूर्वी वर्द्धमान की आठ सीटों पर मतदान होना है। इस चरण में एक करोड़ से अधिक मतदाता 306 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे। मतदाताओं में 53.21 लाख पुरुष और 50.65 लाख महिला मतदाता हैं, जबकि 256 उभयलिंगी मतदाता हैं। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए छठे चरण में केंद्रीय बलों की कम से कम 1,071 कंपनियों को तैनात किया गया है।

बुधवार, 21 अप्रैल 2021

कोरोना की दूसरी लहर देश में 'मोदी-निर्मित त्रासदी'

बालुरघाट। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि देश में कोविड-19 की दूसरी लहर और इसका प्रबंधन ‘‘मोदी-निर्मित त्रासदी’’ है। यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल का नेतृत्व ‘‘बंगाल इंजन’’ सरकार ही करेगी ना कि मोदी की ‘‘डबल इंजन’’ सरकार। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर बहुत तेज है। मैं इसे मोदी निर्मित त्रासदी कहूंगी। ना तो इंजेक्शन उपलब्ध हैं और ना ही ऑक्सीजन। टीके और दवाइयां बाहर भेजी जा रही हैं जबकि देश में इनकी कमी है। उन्होंने दावा किया कि यह चुनाव पश्चिम बंगाल को बचाने और बंगाली माता के सम्मान बचाने की लड़ाई है।

 इकबाल अंसारी

सोमवार, 19 अप्रैल 2021

सरकार ने स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भी कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ते देखकर राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। माना जा रहा है कि जानलेवा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बंगाल एक बार फिर लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है। 
 सोमवार को राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। इस दौरान शिक्षकों को भी स्कूल नहीं आना होगा। राज्य शिक्षा विभाग ने इससे संबंधित गाइडलाइन में कहा गया है कि फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए स्कूलों को बंद रखा जाएगा। हालांकि इसमें इस बात का जिक्र है कि गर्मी की छुट्टी कोविड-19 को देखते हुए पहले दी जा रही है। 
उल्लेखनीय है कि करीब एक साल बाद नवमी से 12वीं तक की पढ़ाई शुरू हो गई थीं। लेकिन तेजी से बढ़ते कोरोना के बीच एक बार फिर स्कूलों को बंद करने का निर्णय लंबे लॉकडाउन का संकेत हो सकता है। हालांकि पहले जिस तरह से ऑनलाइन क्लास चलती थीं, वैसे चलेंगी।

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...