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गुरुवार, 9 जून 2022

यूपी सरकार ने 'मंकीपॉक्स' को लेकर अलर्ट जारी किया

यूपी सरकार ने 'मंकीपॉक्स' को लेकर अलर्ट जारी किया

संदीप मिश्र/सुनील श्रीवास्तव       
लखनऊ/वाशिंगटन डीसी/लंदन। कोरोना महामारी के बीच मंकीपोक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चेतावनी जारी की है। 29 देशों में इसके एक हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ब्रिटेन में अब तक सबसे ज्यादा मामले मिले हैं। इस बीच उत्तर-प्रदेश सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। उत्तर प्रदेश में भले ही इस संक्रमण को लेकर अभी कोई भी मरीज नहीं है, लेकिन स्‍वास्‍थ्‍य विभाग बीमारी से लड़ने के लिए पूरी तरह से अलर्ट है। जिसके तहत पीएचसी-सीएचसी के प्रभारियों को सतर्कता बरतते हुए मरीज मिलने पर तुरंत ही सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेज में 10 बेड का वार्ड बनाने के भी निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि मरीज मिलने पर तत्‍काल प्रभाव से भर्ती कर इलाज किया जा सके।
 मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने विभिन्न देशों में मंकीपॉक्स संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए प्रदेश में सावधानी बरते जाने के निर्देश जारी किए हैं। उन्‍होंने आला अधिकारियों को मंकीपॉक्स के लक्षण, उपचार आदि के बारे में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आमजन को जागरूक करने के आदेश दिए हैं। उन्‍होंने कहा कि संदिग्ध लक्षण वाले लोगों के रक्त आदि की जांच कराएं। भले ही अभी मंकी पॉक्स को लेकर कोई केस सामने नहीं आया हो, पर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में पूरी सतर्कता बरत रही है। साथ ही विभाग की ओर से राजकीय मेडिकल कॉलेज में 10 बेड का वार्ड भी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।कोरोना संक्रमण के बाद देश भर में तेजी से फैल रहे मंकी और चिकन पॉक्स बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर लक्षण एवं इलाज के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। शासकीय सहित निजी अस्पतालों में इलाज के लिए संदिग्ध मरीजों के सैंपल पुणे स्थित लैब भेजे जाएंगे। मंकीपॉक्स के संक्रमण में तेजी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने प्रभावित देशों से इस पर नियंत्रित करने के लिए सभी मामलों और संपर्कों की पहचान करने का आग्रह किया है। मंकीपॉक्स के आगे प्रसार को रोकने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक कोई मौत नहीं हुई है, लेकिन गैर-स्थानिक देशों में मंकीपॉक्स का जोखिम है। 
वहीं, टीकों के बारे में बोलते हुए टेड्रोस ने कहा, "एंटीवायरल और वैक्सीन मंकीपॉक्स के लिए स्वीकृत हैं, लेकिन ये सीमित आपूर्ति में हैं। बता दें कि मंकीपॉक्स में आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं। इसकी वजह से स्किन पर मवाद से भरे घाव हो जाते हैं जो आमतौर पर हफ्तों के भीतर अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी स्थिति बिगड़ने पर मरीज की मौत हो सकती है। मंकीपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है। जो चेचक के समान तो है लेकिन उससे कम गंभीर है। मंकीपॉक्स वायरस पॉक्सविरिडे फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीन से संबंधित है। 1958 में बंदरों में दो चेचक जैसी बीमारियों का पता लगा था, उनमें से ही एक मंकीपॉक्स था।

भारत में ऑनलाइन गेम्स पर कोई प्रतिबंध नहीं

भारत में ऑनलाइन गेम्स पर कोई प्रतिबंध नहीं 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव

नई दिल्ली/बीजिंग। ऑनलाइन गेम्स के बढ़ते प्रचलन देश और समाज के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। बच्चों में इसका दुष्प्रभाव इस कदर बढ़ चुका है कि बच्चे हिंसक होते जा रहे हैं। हाल ही में लखनऊ की घटना ने ऑनलाइन गेम्स के प्रति समाज को एक बड़ा संदेश दिया है।
जिसमें एक बच्चे ने पब जी गेम खेलने के लिए मना करने पर अपनी मां को ही मौत के घाट उतार दिया। ऑनलाइन गेम्स 15 देशों में प्रतिबंधित है, चीन में हफ्ते में 3 घंटे खेल सकते हैं। लेकिन भारत में इस पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है। अक्सर, ऑनलाइन गेम्स की लत और इनकी वजह से होने वाले खतरनाक नतीजों की खबरें सामने आती रहती हैं। दुनिया के कई देश इस गेम्स या कहें लत से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर हैं। दूसरी तरफ, भारत में अब तक इन्हें लेकर कोई सख्त या पुख्ता नियम नहीं हैं।

पाबंदी के बाद भी रहा बेअसर...
दुनिया के 15 देश कई साल पहले ही वीडियो/ऑनलाइन गेम्स पर तरह-तरह के बैन लगा चुके हैं। चीन ने भी 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए हफ्ते में 3 घंटे से ज्यादा ऑनलाइन गेम नहीं खेलने के लिए नए नियम बना दिए हैं। जबकि, चीन दुनिया में वीडियो गेम का सबसे बड़ा मार्केट है। भारत अभी तक ऑनलाइन गेम्स को लेकर कोई सख्त कानून नहीं बना पाया है। हालांकि, भारत पबजी जैसे कई चाइनीज ऑनलाइन गेम्स पर दो साल पहले ही पाबंदी लगा चुका है, लेकिन अब भी ये गेम उपलब्ध हो रहे हैं।
इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमेन बिहैवियर एंड एलाइड साइंस के पूर्व निदेशक डाॅ. निमेश जी देसाई के अनुसार  मोबाइल गेम्स की लत से बच्चों और किशोरों, यहां तक कि वयस्कों में हिंसक प्रवृत्ति बढ़ रही है। कुछ मामलाें में माेबाइल लेने से बच्चे डीप डिप्रेशन में चले जाते हैं। इसे टेक्नाेलाॅजी एडिक्शन कह सकते हैं। जेएएमए नेटवर्क ओपन की रिसर्च के अनुसार, जाे बच्चे गन वायलेंस वाले वीडियो गेम खेलते हैं, उनमें गन पकड़ने और ट्रिगर दबाने की ज्यादा इच्छा होती है। 200 बच्चों पर रिसर्च के बाद यह नतीजे मिले हैं।

सबसे खतरनाक है, ऑनलाइन गेमिंग का एडिक्शन...
आज का यूथ किताबों से ज्यादा ऑनलाइन गेमिंग में टाइम बिता रहा है। इसीलिए इंटरनेट एडिक्शन एक बीमारी हो गई है। कुछेक मामले तो ऐसे भी देखने को मिले हैं, जहां गेमिंग से मना करने पर बच्चों ने हत्या या सुसाइड जैसे एक्सट्रीम कदम उठा लिए हैं।

लखनऊ में पबजी न खेलने देने से बेटे ने मां को मारी गोली....
लखनऊ में एक महिला की हत्या हुई। हत्या का आरोप महिला के ही 16 साल के बेटे पर है। उसने तीन दिनों तक घर में 10 साल की बहन के साथ मां की लाश को रखा। हत्या की वजह मोबाइल गेम पबजी बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि पबजी न खेलने देने से नाराज किशोर ने मां को 6 गोलियां दाग दीं। मर्डर के बाद पार्टी भी की। हालांकि पुलिस पूछताछ में मर्डर की एक दूसरी वजह भी सामने आ रही है।

कराची में पाकिस्तानी सांसद लियाकत की मौंत हुईं

कराची में पाकिस्तानी सांसद लियाकत की मौंत हुईं

सुनील श्रीवास्तव
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सांसद आमिर लियाकत की कराची में मौंत हो गई। जानकारी के मुताबिक, आमिर लियाकत हाल ही में दूसरी पत्नी से तलाक और तीसरी शादी को लेकर चर्चा में आए थे। आमिर लियाकत की उम्र महज 49 साल थी। उनका जन्म 1972 में कराची में हुआ था। आमिर लियाकत ने तीन शादियां की थीं। दूसरी पत्नी तौबा अनवर से उन्होंने 2018 में शादी की थी।फिर उनसे तलाक के बाद उन्होंने साल 2022 में ही दानिया शाह से शादी की थी।
रिपोर्ट के अनुसार, उनकी तबीयत खराब थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी मौत हो गई। हालांकि, कुछ रिपोर्ट में ये भी दावा किया जा रहा है कि वे कराची में अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए।

बुधवार, 8 जून 2022

ट्रायल: 18 रोगियों में कैंसर ट्यूमर को समाप्त पाया

ट्रायल: 18 रोगियों में कैंसर ट्यूमर को समाप्त पाया

सुनील श्रीवास्तव
वाशिंगटन डीसी/एल्बनि। चिकित्सा जगत में एक नए चमत्कार ने सभी को हैरान कर दिया है। रेक्टल कैंसर के कुछ मरीजों पर एक खास दवा का क्लीनिकल ट्रायल किया जा रहा था। इसके नतीजे कैंसर के मरीजों के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आए हैं। परीक्षण में शामिल सभी 18 रोगियों में कैंसर ट्यूमर को पूरी तरह से समाप्त पाया गया। न्यूयॉर्क में मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर के अध्ययन लेखक और डॉ लुइस ए डियाज ने कहा कि आज तक ऐसा कोई अध्ययन नहीं हुआ है, जिसमें यह दावा किया जा सके कि इलाज ने किसी भी मरीज के कैंसर को पूरी तरह खत्म कर दिया है।
18 मरीजों पर किया गया यह अध्ययन बहुत छोटा था। अध्ययन के सभी रोगियों ने एक ही दवा ली थी। अध्ययन के नतीजे चौंकाने वाले थे। ट्रायल में शामिल हर मरीज के शरीर से कैंसर पूरी तरह से गायब हो गया था। किसी भी मरीज का शारीरिक परीक्षण, एंडोस्कोपी, पीईटी स्कैन या एमआरआई स्कैन में नहीं दिखा। डॉ डियाज ने कहा, ‘मेरे हिसाब से कैंसर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है।

व्हाट्सएप को 3 नए फीचर्स का परीक्षण करते, देखा

व्हाट्सएप को 3 नए फीचर्स का परीक्षण करते, देखा

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव  
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। व्हाट्सएप कई नए फीचर्स पर काम कर रहा है। अभी मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप को तीन नए फीचर्स का परीक्षण करते हुए देखा गया है। इसमें जिसमें अंडू बटन, एडिट टेक्स्ट मैसेज ऑप्शन और डबल वेरिफिकेशन फीचर शामिल है। बता दें कि ये सभी फीचर्स अभी विकास स्तर पर है। व्हाट्सएप से संबंधित सभी घटनाक्रमों पर नज़र रखने वाले वाबिटेन्फो ने बताया कि व्हाट्सएप जल्द ही यूजर्स को मैसेज भेजने के बाद उन्हें एडिट करने दे सकता है। इसके अलावा यह एक अंडू बटन और डबल वेरिफिकेशन फीचर पर भी काम कर रहा था, तो आइए व्हाट्सएप के अपकमिंग फीचर्स के बारे में जानते हैं।
व्हाट्सएप एक एडिट बटन पर काम कर रहा है, जो यूजर्स को मैसेज भेजने के बाद उन्हें एडिट करने की सुविधा देगा। वर्तमान सेटअप केवल यूजर्स को भेजे गए मैसेज को हटाने की अनुमति देता है, आपको उन्हें एडिट करने का विकल्प नहीं मिलता है। व्हाट्सएप ने कथित तौर पर पांच साल पहले फीचर पर काम करना शुरू किया था, लेकिन ट्विटर पर इसकी सूचना मिलने के तुरंत बाद इसे बंद कर दिया गया था। ने उस एडिट फीचर का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। जिसे अभी डेवलप किया जा रहा है।
व्हाट्सएप एक अंडू बटन भी विकसित कर रहा है। यह सुविधा तब काम आएगी जब आप “डिलीट फॉर मी” विकल्प दबाकर उस चैट को दोबारा से हासिल करना चाहते हैं, जिसे आपने डिलीट कर दिया है। कभी-कभी आप गलती से “डिलीट फॉर मी” बटन दबाते हैं बजाय “डिलीट फॉर एवरीवन” दबा देते है।ऐसे में अंडू बटन आपको अपने गलतियों को ठीक करने में मदद करेगा, लेकिन आप इसे केवल एक निश्चित समय सीमा के भीतर ही इस्तेमाल कर सकते हैं।
व्हाट्सएप अपने यूजर्स की सुरक्षा बढ़ाने के लिए डबल वेरिफिकेशन फीचर पर भी काम कर रहा है। जब भी आप किसी अन्य स्मार्टफोन से अपने व्हाट्सएप अकाउंट में लॉग इन करने का प्रयास करेंगे तो आपको डबल वेरिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा।

विदेश मंत्री जयशंकर ने समकक्ष हुसैन से मुलाकात की

विदेश मंत्री जयशंकर ने समकक्ष हुसैन से मुलाकात की

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय
नई दिल्ली/तेहरान। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ईरान के अपने समकक्ष हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन से बुधवार को मुलाकात की। दोनों विदेश मंत्रियों की बैठक में द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा होने की उम्मीद है। विदेश मंत्री जयशंकर ने मुलाकात की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘‘नयी दिल्ली में ईरान के विदेश मंत्री आमिर अब्दुल्लाहियन का स्वागत। आज हमारी चर्चा में हमारे करीबी एवं मित्रतापूर्ण संबंध प्रदर्शित होंगे।
’’ ईरान के विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने के उद्देश्य से भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उनकी भारत यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो पूर्व पदाधिकारियों की पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पश्चिम एशियाई देशों में आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है। इस मामले में अरब देशों की तीखी प्रतिक्रिया के बाद, इस्लामिक सहयोग संगठन के किसी सदस्य देश के वरिष्ठ मंत्री की यह पहली भारत यात्रा है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, अब्दुल्लाहियन नयी दिल्ली में बैठकों के बाद मुंबई और हैदराबाद की भी यात्रा करेंगे।

मंगलवार, 7 जून 2022

नुपूर की निंदा के बीच विल्‍डर्स ने खुलकर समर्थन किया

नुपूर की निंदा के बीच विल्‍डर्स ने खुलकर समर्थन किया 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय
नई दिल्ली/ एम्सटर्डम। खाड़ी समेत मुस्लिम बहुल देशों में बीजेपी की निलंबित प्रवक्‍ता नुपूर शर्मा की पैगंबर को लेकर हो रही निंदा के बीच नीदरलैंड के सांसद गिर्ट विल्‍डर्स ने खुलकर उनका समर्थन किया है। गिर्ट विल्‍डर्स ने कहा कि यह बहुत हास्‍यास्‍पद है कि अरब और इस्‍लामिक देश भारतीय नेता नुपूर शर्मा के पैगंबर के बारे में सच बताने पर भड़के हुए हैं। उन्‍होंने सवाल किया कि भारत क्‍यों माफी मांगे ?
 उन्‍होंने भारतीयों को सलाह दी कि वह नुपूर शर्मा का बचाव करें। नीदरलैंड के सांसद गिर्ट विल्‍डर्स ने ट्वीट करके कहा, ‘तुष्‍टीकरण कभी काम नहीं करता है‌। यह चीजों और ज्‍यादा खराब कर देता है। इसलिए भारत के मेरे मित्रों आप मुस्लिम देशों की धमकी में नहीं आएं।
 आजादी के लिए खड़े हों और अपनी नेता नुपूर शर्मा के बचाव में गर्व महसूस करें और दृढ़ रहें जिन्‍होंने पैगंबर के बारे में सच बोला था। इस ट्वीट के बाद गिर्ट विल्‍डर्स को मौत की धमकियां दी जाने लगीं। इस पर उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान से लेकर तुर्की तक से मुझे धमकियां दी जा रही हैं लेकिन इस धमकी से कुछ भी हासिल नहीं होगा। मैं सच बोलने से नहीं रुकूंगा।
इससे पहले कतर, कुवैत, पाकिस्‍तान इंडोनेशिया समेत 10 से ज्‍यादा मुस्लिम देशों ने पैगंबर पर की गई टिप्‍पणी की आलोचना की थी। सऊदी अरब ने भी नुपूर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी की निंदा की है। सऊदी अरब की संवाद समिति एसपीए के मुताबिक विदेश मंत्रालय ने नुपूर शर्मा की टिप्पणी की आलोचना और सार्वजनिक निंदा करते हुए कहा,’विदेश मंत्रालय भाजपा की पूर्व प्रवक्ता की पैगंबर मोहम्मद का निरादर करने वाली टिप्पणी की आलोचना और सार्वजनिक निंदा करता है। सऊदी अरब साथ ही इस्लाम धर्म के प्रतीकों और तमाम धार्मिक हस्तियों के प्रति पूर्वग्रह को अस्वीकार करने की बात दोहराता है।

प्रस्ताव जीतने के बाद पीएम पद पर बनें रहेंगे, जॉनसन

प्रस्ताव जीतने के बाद पीएम पद पर बनें रहेंगे, जॉनसन

सुनील श्रीवास्तव
लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में जीत हासिल की है। अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद बोरिस जॉनसन पीएम पद पर बने रहेंगे। पीएम बोरिस जॉनसन ने इस जीत को निर्णायक करार दिया है। अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा कि ये निर्णायक और बेहद ही सकारात्मक परिणाम हैं। 148 सांसदों ने बोरिस जॉनसन के खिलाफ वोट किया। जबकि 211 सांसदों ने उनके समर्थन में वोट डाले।
बोरिस जॉनसन की ही पार्टी के सासदों ने उनसे इस्तीफे की मांग की थी।
कोरोना महामारी के दौरान बोरिस जॉनसन का पार्टी करते हुए वीडियो सामने आया था उसके बाद उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। बोरिस जॉनसन के खिलाफ आरोप लगाया गया था कि वो कोरोना महामारी में लॉकडाउन के दौरान पार्टी कर रहे थे। उनके ऊपर कोरोना लॉकडाउन का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था।
जॉनसन ने अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद इसे निर्णायक बताया है। बोरिस जॉनसन को 148 वोटों के मुकाबले 211 वोट मिले। यह अविश्वास प्रस्ताव जॉनसन की कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों की ओर से ही लाया गया था। अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद उन्होंने कहा कि ये काफी निर्णायक और सकारात्मक परिणाम है। हम एक सरकार के रूप में आगे बढ़ सकते हैं और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जो वास्तव में लोगों के लिए मायने रखते हैं।
ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा कि हम इस बात पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं कि हम आम लोगों की मदद करने के लिए क्या कर रहे हैं। हम कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में आगे क्या कर रहे हैं। हम सड़कों और समुदायों को सुरक्षित बनाने के लिए क्या कर सकते हैं। इन नतीजों ने हमे एक मौका दिया है कि हम उन तमाम चीजों को पीछे छोड़ देना चाहते हैं जिसे मीडिया आगे रखना चाहता है।

सोमवार, 6 जून 2022

एंजेलो की 171वीं जयंती पर डूडल बनाकर याद किया

एंजेलो की 171वीं जयंती पर डूडल बनाकर याद किया 

अखिलेश पांडेय
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी/रोम। सर्च दिग्गज गूगल ने एस्प्रेसो मशीनों के गॉडफादर के रूप में लोकप्रिय आविष्कारक एंजेलो मोरियोनडो की 171वीं जयंती पर एक विशेष एनिमेटेड डूडल बनाकर उन्हें याद किया है। 6 जून का गूगल डूडल इटालियन आविष्कारक को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया है‌। जिन्होंने वर्ष 1884 में एस्प्रेसो मशीन का आविष्कार और पेटेंट कराकर कॉफी प्रेमियों के लिए जीवन को आसान बना दिया। यह डूडल सबसे पहले ज्ञात एस्प्रेसो मशीन का कार्टून जैसा प्रतिनिधित्व दर्शाता है। जब कोई गूगल पर सर्च करेगा, तो उसे कॉफी मशीन के चित्र दिखाई देंगे जो दिखा रहा है कि कॉफी कैसे बनाई और परोसी जाती है।
आविष्कार से पहले, ग्राहकों को कॉफ़ी बनाने की प्रक्रियाओं के कारण अपने पेय के लिए पांच मिनट से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ता था। चूंकि, कॉफी पहले उन्नीसवीं सदी के इटली में सबसे लोकप्रिय पेय थी, इस आविष्कार ने बहुत समय बचाया है। यह देखा जा सकता है कि मशीन से कपों में कॉफी डाली जा रही है। इसके अलावा, जब आप डूडल पर क्लिक करेंगे, तो वह एक वेब पेज पर ले जाएगा। जहां कोई भी आविष्कारक एंजेलो मोरियोनडो के बारे में सभी संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकता है।
मोरियोनडो का जन्म 6 जून, 1851 को इटली के ट्यूरिन में, व्यवसायियों के एक परिवार में हुआ था, जो हमेशा नए आइडियाज और बिजनेस का इजात करते थे। उनके दादा ने एक शराब निर्माण व्यवसाय की स्थापना की। जिसे एंजेलो के पिता को सौंप दिया गया, जिन्होंने अपने भाई और चचेरे भाई के साथ प्रसिद्ध चॉकलेट फर्म "मोरियोंडो और गैरीग्लियो" का निर्माण किया।
अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाते हुए, मोरियोनडो ने दो स्थान खरीदे, सिटी सेंटर पियाज़ा कार्लो फेलिस में ग्रैंड-होटल लिगुर और वाया रोमा के गैलेरिया नाज़ियोनेल में अमेरिकन बार इटली में कॉफी की लोकप्रियता के बावजूद, कॉफ़ी का इंतजार खरीदारों के लिए असुविधाजनक होने लगा, जिसके बाद मोरियोनडो को आइडिया आया कि एक बार में कई कप कॉफी बनाने से वह अधिक ग्राहकों को तेज दर पर सेवा दे सकेगा, जिससे उसे प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलेगा।मोरियोनडो ने 1884 में ट्यूरिन के जनरल एक्सपो में अपनी एस्प्रेसो मशीन की शुरुआत की। जहां उसे एक मैकेनिक की बारीकी से देखरेख करने के बाद कांस्य पदक मिला, उसने इसे बनाने के लिए लोगों को काम पर रखा। उपकरण में एक विशाल बॉयलर था जो कॉफी पीस के बेड के माध्यम से गर्म पानी को फ़ोर्स करता था, साथ ही दूसरा बॉयलर जो कॉफी को बेड पर फ्लैश करने और ब्रू खत्म करने के लिए स्टीम उत्पन्न करता था।

सबसे पौष्टिक जड़ी-बूटी, सबसे अधिक महंगी

सबसे पौष्टिक जड़ी-बूटी, सबसे अधिक महंगी

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 
टोक्यो/सिडनी/बर्लिन/वाशिंगटन डीसी। आयुर्वेद में हजारों वर्षों से जिनसेंग का नाम काफी चलन में है। यह एक औषधीय पौधा है। कुछ संस्कृतियों द्वारा जिनसेंग को विश्व की सबसे पौष्टिक जड़ी-बूटी माना गया है, इसी कारण यह सबसे अधिक मंहगी है। इसका वानस्पतिक नाम अँक्स जिनसेंग या साइबेरियन जिनसेंग या एल्युटेरॉकोकस है। इस पौधे की जड़ों का आकार मनुष्य के शरीर से मिलता-जुलता है।
बताया जाता है कि यह औषधि इतनी कारगर और अचूक है कि आज इसे करीब करोड़ों लोग नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं। इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने व फ्लू जैसे कई संक्रमणों से मुकाबला करने की अद्भुत क्षमता पाई जाती है।जिनसेंग 3000 ईसा पूर्व से अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसे पहली बार 1610 ई में किसी डच व्यापारी द्वारा यूरोप ले जाया गया था। जिनसेंग को एक महान अनुकूलक (ग्रेट एडॉप्टर) का दर्जा प्राप्त है, जिसका मतलब है कि यह शरीर के कार्यों को अधिक तनाव के बाद पुनः सामान्य करता है, जो जिनसेंग के सकारात्मक तरीके से नर्वस तथा हारमोनल सिस्टम में काम करने से होता है।
रूसी डॉक्टर ब्रेखम के अनुसार जिनसेंग शरीर के लिए निम्न कार्यों में उपयोगी है।
• कमजोर एवं बीमार व्यक्तियों में शारीरिक तथा मानसिक क्रियाओं को उत्प्रेरित करता है।
• मनुष्य की शारीरिक थकान में जिनसेंग अत्यधिक असरकारक होती है।
• शरीर के सम्पूर्ण इन्डोक्राइन सिस्टम को सुचारु रूप से क्रियान्वित करता है, विशेषकर हाइपोफिसिस, सुप्रारीनल और सेक्सुअल ग्लैन्ड।
• दिमाग के नर्वस सेल्स को उत्प्रेरित करता है, जिससे कुछ नर्वस समस्याओं जैसे साइकोसोमैटिक डिस्टर्बन्सेज इत्यादि के अलावा बुद्धिमत्ता में सुधार आता है।
• नेशनल कैंसर रिसर्च इन्स्टीट्यूट, मैरीलैन्ड के अनुसार काँटेदार जिनसेंग में पाया जाने वाला इल्युथेरोकोकस कैंसर के उपचार में मददगार साबित हुआ है।
• ऑस्ट्रेलिया में इसका प्रयोग हार्ट से सम्बंधित बीमारियों तथा हाई ब्लड प्रेशर को कन्ट्रोल करने के लिए किया जाता है।
• जर्मनी में प्रतिदिन लगभग दस लाख कप जिनसेंग का प्रयोग होता है। यह दिमाग को तेज करता है और सेडेटिव का काम करता है।
• यह लाल एवं सफेद रक्त कोषिकाओं की उत्पत्ति को बढ़ाता है और खून में कोलेस्ट्रॉल लेबल को कम करता है।
• पाचन प्रक्रिया में यह पाचन के लिए आवश्यक जूसेज बनाता है तथा सेक्सुअल एक्टीविटी को बढ़ाता है।
• जापान की ओसाका यूनिवर्सिटी ने यह खोजा है कि जिनसेंग याददाश्त को बढ़ाता है, खून के संचार को बढ़ाता है, मेटाबॉलिजम को सुचारु बनाता है, नर्वस सिस्टम का पुनर्निर्माण करता है, खून में ग्लूकोज के लेबल को सामान्य करता है और आदमियों की प्रजनन शक्ति को बढ़ाता है।
साइबेरियन जिनसेंग तथा गिंग्को बाइलोबा का कॉम्बीनेशन सबसे अधिक एनर्जाइजिंग तथा वाइटलाइजिंग उत्पाद माना जाता है, क्योंकि दोनों ही दिमाग एवं नर्वस क्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं और मसल को अतिआवश्यक एनर्जी प्रदान करते हैं।
साइबेरियन जिनसेंग और गिंग्को बाइलोबा के कॉम्बीनेशन को विश्व प्रसिद्ध एडॉप्टोजेनिक हर्ब माना जाता है। ये दोनों एक साथ समन्वय बनाकर शरीर को पूरी तरह से शक्तिवर्धक बना देते हैं।
गिंग्को बाइलोबा दिमाग के चारों ओर तथा हाँथ एवं पाँवों में खून संचार बढ़ाने के लिए विश्व विख्यात है।

रविवार, 5 जून 2022

खाली जमीन में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, प्रशिक्षण विमान

खाली जमीन में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, प्रशिक्षण विमान

सुनील श्रीवास्तव  
अम्मान। जॉर्डन की सेना ने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ। सेना ने एक बयान में कहा कि प्रशिक्षण विमान सीरियाई सीमा के पास रामथा इलाके में खाली जमीन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
जॉर्डन में सेना का एक विमान क्रैश हो गया है। उत्तरी जॉर्डन में रविवार को सेना के प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान एक विमान दुर्घटना का मामला सामने आया है। इसमें सवार दो पायलटों की मौत हो गई है। जॉर्डन की सेना ने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ। सेना ने एक बयान में कहा कि प्रशिक्षण विमान सीरियाई सीमा के पास रामथा इलाके में खाली जमीन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

वैकेशन होम के हवाई क्षेत्र में घुसा, निजी विमान

वैकेशन होम के हवाई क्षेत्र में घुसा, निजी विमान 

अखिलेश पांडेय  
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में उस समय हलचल मच गई, जब एक छोटा निजी विमान शनिवार को गलती से राष्ट्रपति जो बाइडन के डेलावेयर स्थित वैकेशन होम के हवाई क्षेत्र में घुस गया। आनन-फानन में सीक्रेट सर्विस ने राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को उनके आवास बाहर निकालकर सेफ हाउस पहुंचाया। व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन या उनके परिवार को कोई खतरा नहीं था और तत्काल एहतियाती उपाय किए गए। स्थिति का आकलन करने के बाद बाइडन और उनकी पत्नी जिल रेहोबोथ समुद्र तट स्थित अपने घर लौट आए। सेक्रेट सर्विस ने कहा कि हवाई क्षेत्र में घुसने के तुरंत बाद विमान को प्रतिबंधित इलाके से निकाल दिया गया।
एजेंसी ने कहा कि वह विमान चालक से मिलकर बात करेगी।शुरुआती जांच के अनुसार, विमान चालक का रेडियो सही चैनल पर नहीं था। वह निर्धारित उड्डयन दिशा-निर्देशों का पालन भी नहीं कर रहा था। राष्ट्रपति के वाशिंगटन से बाहर जाने पर संघीय उड्डयन प्रशासन उड़ान प्रतिबंधों की घोषणा करता है।
घटना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस के संचार प्रमुख एंथनी गुग्लिल्मी ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे एक निजी विमान गलती से एक सुरक्षित क्षेत्र में प्रवेश कर रेहोबोथ डेलावेयर के प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गया। जिसके तुरंत बाद विमान को प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र से बाहर निकाल दिया गया। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि पायलट उचित रेडियो चैनल पर नहीं था, साथ ही वो NOTAMS (नोटिस टू एयरमेन) का पालन नहीं कर रहा था और निर्धारित मार्ग का भी पालन नहीं कर रहा था। संयुक्त राज्य अमेरिका सीक्रेट सर्विस मामले को लेकर पायलट से पूछताछ करेगी।
गौरतलब है कि, इससे पहले अगस्त 2017 में एक रूसी वायु सेना के जेट ने कम ऊंचाई पर यूएस कैपिटल, पेंटागन, सीआईए मुख्यालय और ज्वाइंट बेस एंड्रयूज के ऊपर से उड़ान भरी थी। यह उड़ान उस संधि का हिस्सा थी, जो अमेरिका और रूस और अन्य देशों के सैन्य विमानों को 34 हस्ताक्षरकर्ता देशों की सैन्य साइटों का निरीक्षण करने के लिए हवाई अवलोकन उड़ानों को उड़ाने की अनुमति देती है।

शनिवार, 4 जून 2022

व्हाट्सएप का एक पुराना घोटाला सामने आया

व्हाट्सएप का एक पुराना घोटाला सामने आया 

अखिलेश पांडेय     
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। व्हाट्सएप दुनिया भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले ऐप में से एक है। इसके अलावा, रोजाना हजारों लोग इसका हिस्सा बनते है। ऐसे में कुछ व्हाट्सएप घोटाला इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर दिखाई देते रहते हैं। इस बार व्हाट्सएप का एक पुराना घोटाला सामने आ रहा है। इसमें स्कैमर्स यूजर्स को संदेश भेज रहे हैं कि उन्होंने 25 लाख रुपये की लॉटरी जीती है, जो इनको धोखा देने और उनकी मेहनत की कमाई को चुराने की एक चाल है।
स्कैम को वास्तविक दिखाने के लिए, स्कैमर्स अमिताभ बच्चन और कौन बनेगा करोड़पति के नाम की तस्वीरों का उपयोग कर रहे हैं। यह मैसेज एक गैर-भारतीय नंबर +92 306 0373744 से भेजा जा रहा है, जिसमें एक पोस्टर इमेज शामिल है। इसमें कहा गया है कि यूजर ने लॉटरी में 25 लाख रुपये की राशि जीती है। इसके बाद मैसेज यूजर को 07666533352 पर कॉल करने और लॉटरी जीतने की सूचना देने को कहता है। पोस्टर के साथ एक ऑडियो संदेश आता है, जो बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की प्रक्रिया के बारे में भी बताता है।
बता दें कि स्कैमर्स ने पहले भी इसी तरह के तरकीबों का इस्तेमाल किया है ताकि यूजर्स से चोरी करने के लिए उनके फाइनेंशियल डिटेल (बैंक खाता संख्या) हासिल किए जा सके और धोखा दिया जा सके। यह वॉट्सऐप पर यूजर्स को बेवकूफ बनाने के लिए हैकर्स कई तरीकों में से एक है। आर्थिक लाभ की बात करने वाला किसी भी संदेश का जवाब ना दे।

भारतीय वैज्ञानिक का डूडल बनाकर याद किया

भारतीय वैज्ञानिक का डूडल बनाकर याद किया

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत   
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। सर्च इंजन गूगल ने आज भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं गणितज्ञ सत्येंद्र नाथ बोस को उनके क्वांटम फॉर्मूलेशन अलबर्ट आइंस्टीन को भेजे जाने के दिन (चार जून) को उनका डूडल बनाकर याद किया। सत्येंद्र नाथ बोस का जन्म एक जनवरी 1894 को कोलकाता में हुआ था। उन्हें 1920 के दशक में क्वांटम मैकेनिक्स के फील्ड में उनके शोध के लिए जाना जाता है। आज ही के दिन यानी चार जून 1924 को बोस ने अल्बर्ट आइंस्टीन को क्वांटम फॉर्मूलेशन भेजा था।
उन्होंने हिग्स बोसोन यानी गाड पार्टिकल की खोज की गई थी। उन्हें बोस-आइंस्टीन स्टेटिस्टिक और बोस-आइंस्टीन केंडेनसेंट सिद्धांत के लिए भी जाना जाता है। भारत सरकार ने 1954 में उनको देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्‍मान पद्मविभूषण से सम्मानित किया था।

शुक्रवार, 3 जून 2022

साल 2021 में यूजर्स के करोड़ों रुपये बचाएं: एप्पल

साल 2021 में यूजर्स के करोड़ों रुपये बचाएं: एप्पल

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। एप्पल कंपनी ने यूजर्स के करोड़ों रुपये साल 2021 में बचाएं हैं। इसकी जानकारी कंपनी ने दी ब्लॉग में दी है। ऐपल ने साल 2021 में एप्पल एप्स पर यूजर्स को 1.5 अरब डॉलर (लगभग 116.41 अरब रुपये) के फ्रॉड ट्रांजेक्शन से बचाया है। धमाल सेल जारी, जानें पूरी डिटेल्स एप्पल ने अपने यूजर्स के पैसे, इंफॉर्मेशन और टाइम को तो बचाया। साथ ही 10 लाख से ज्यादा प्रॉब्लमैटिक ऐप्स को उनसे दूर भी रखा है। ब्रांड ने इस हफ्ते जारी अपने एक बयान में ये सभी जानकारियां दी हैं। एप्पल ने बताया कि कंपनी ने 16 लाख वूलनेरेबल और रिस्की ऐप्स व ऐप्स अपडेट्स को यूजर्स से फ्रॉड करने से रोका है। कंपनी ने बताया, 'बुरे ऐक्टर्स लगातार अपने ऑनलाइन फ्रॉड के तरीकों को विकसित कर रहे हैं।
इससे उनकी चाल को पकड़ा मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि एप्पल अपने प्रॉसेस्स को रिफाइन करता रहता है, नए प्रॉसेस तैयार करता है और इन थ्रेट्स से बचने के तरीके तलाशता है। 2021 में ऐपल ने 17 करोड़ कस्टमर्स से अकाउंट्स को डिएक्टिवेट किया है, जो फ्रॉड या दुष्प्रयोग से जुड़े हुए थे। 'साल 2021 में ही कंपनी ने टेक्नोलॉजी और ह्यूमन रिव्यू की मदद से 33 लाख चोरी हुए कार्ड्स को फ्रॉड के लिए यूज होने से बचाया है। ब्रांड की मानें तो 2021 में ऐप्स रिव्यू की मदद से 1.07 लाख से ज्यादा डेवलपर्स ने स्टोर में अपना ऐप जोड़ा है। कंपनी के मुताबिक, बीते साल उन्होंने 34,500 ऐप्स को हिडन या अनडॉक्यूमेंटेड फीचर होने की वजह से रिजेक्ट किया गया। जबकि 1,57,000 ऐप्स को स्पैम, कॉपी या मिसलीडिंग पाए जाने की वजह से रिजेक्ट किया गया है। ऐपल ने पिछले साल 1,55,000 ऐप्स को ऐप स्टोर से नियमों के उल्लंघन करने की वजह से रिमूव किया गया है।

5.6 तीव्रता का भूकंप, तेज झटके महसूस कियें

5.6 तीव्रता का भूकंप, तेज झटके महसूस कियें 

अखिलेश पांडेय  
मनीला। दक्षिणी फिलीपींस के सुरिगाओ डेल सुर प्रांत में शुक्रवार तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जिसकी तीव्रता प्रारंभिक तौर पर रिक्टर स्केल पर 5.6 मापी गई। फिलीपींस के ज्वालामुखी एवं भूकंप विज्ञान संस्थान ने बताया कि स्थानीय समयानुसार, शुक्रवार तड़के 2:54 बजे मसूस किए गए भूकंप का केंद्र कागवेट शहर से लगभग 31 किलोमीटर पूर्वोत्तर में घरती की सतह से 16 किलोमीटर की गहराई में था। 
भूकंप के झटके मध्य फिलीपींस के मिंडानाओ द्वीप और लेयते प्रांत के आसपास के इलाकों में भी महसूस किए गए। भूकंप के कारण नुकसान या हताहत होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है।

श्रीलंका: कृषि परियोजना शुरू करने की योजना

श्रीलंका: कृषि परियोजना शुरू करने की योजना

सुनील श्रीवास्तव
कोलंबो। श्रीलंका के आर्थिक संकट के मद्देनजर इस वर्ष सितंबर तक कोलंबो में भोजन की व्यापक कमी होने की चेतावनी देते हुए मेयर रोजी सेनानायके ने कहा कि कोलंबो नगर परिषद जल्द ही शहर के भीतर 600 एकड़ भूमि में आवश्यक खाद्य फसलों की खेती शुरू करेगी।
शुक्रवार को सुश्री सेनानायके के हवाले से कहा कि नगर निकाय फसल उगाने के लिए एक कृषि परियोजना शुरू करने की योजना बना रहा है। इसके तहत शहरवासियों को अपने घर के बगीचों में आवश्यक खाद्य फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “कोलंबो की लगभग 60 प्रतिशत आबादी (जो कम आय वाले हैं) भोजन की कमी से प्रभावित होंगी। मेरा किसी को डराने का इरादा नहीं है, लेकिन मैं केवल लोगों को आगामी संकट के बार में सचेत करना और उससे निपटने के लिए तैयार करना चाहती हूं।
उन्होंने कहा कि शहर के भीतर सूप रसोई खोलने और कम आय वालों के लिए 3,000 रूपये के नकद वाउचर प्रदान करने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा, “हम शहरवासियों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा समय में विश्व खाद्य कार्यक्रम और अन्य दान दाता एजेंसियों के साथ बातचीत कर रहे हैं।"
मेयर ने कहा कि कोलंबो शहर में रोजाना करीब 350 टन खाना बर्बाद होता है।
उन्होंने कहा, “हम इसे कम करना चाहते हैं ताकि यह शहर में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करे। उल्लेखनीय है कि श्रीलंका अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।
यहां पर भोजन, ईंधन और दवाओं की व्यापक कमी हो गयी है।
सरकार के प्रति लोगों के गुस्सा तथा हिंसक प्रदर्शों के बीच प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने पिछले महीने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

समुंदर की लहरों के बीच बच्चे को जन्म दिया

समुंदर की लहरों के बीच बच्चे को जन्म दिया 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत        
मैनागुआ। एक महिला ने समुंदर की लहरों के बीच बच्चे को जन्म दिया। सोशल मीडिया पर उसने डिलीवरी का वीडियो भी शेयर किया है। वीडियो देखने के बाद यूजर्स हैरान रह गए। महिला ने अपनी डिलीवरी को ' फ्री बर्थ' नाम दिया है। 37 साल की इस महिला का नाम जोसी ( है और वो निकारागुआ की रहने वाली हैं। उन्होंने प्रशांत महासागर में पानी लहरों के बीच बच्चे को जन्म दिया। जोसी ने इंस्टाग्राम पर ये वीडियो फरवरी में अपलोड किया था, लेकिन सोशल मीडिया पर अब ये तेजी से वायरल हो रहा है। जोसी पहले से 4 बच्चों की मां हैं। वीडियो को अबतक 2 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है, जिसमें जोसी अपने 42 साल के पति  के साथ नजर आ रही हैं। डिलीवरी में जोसी के पति ने मदद की थी। उन्होंने तौलिये, गर्भनाल को रखने के लिए बाउल जैसी आम चीजों का ही इस्तेमाल किया था।डिलीवरी में कोई आधुनिक उपकरण या तकनीक का इस्तेमाल नहीं किया गया था।
प्रेग्नेंसी के दौरान जोसी ने तथाकथित 'फ्री बर्थ' के लिए बिना चिकित्सकीय सहायता के अपने बच्चे को जन्म दिया। वीडियो में डिलीवरी के समय जोसी को दर्द से कराहते हुए लहरों के बीच देखा जा सकता है। जोसी का कहना है कि जो लहरें उसकी पीठ पर टकरा रही थीं, वो उसे प्रसव के दौरान सहज फ़ील करवा रही थीं। उन्होंने कहा कि मैं यह दिखाना चाहती थी कि बिना  के भी महिला का शरीर बच्चे पैदा करने में सक्षम है। वो इस डिलिवरी को पूरी तरह नेचुरल और फ्री बनाना चाहती थीं। हालांकि, जोसी द्वारा की गई डिलीवरी की यह प्रक्रिया विवादों से भरी हुई है। 2018 में जब कैलिफोर्निया की एक महिला ने इस तकनीक से बच्चा पैदा करने की कोशिश की थी, तो वो मृत पैदा हुआ था। एक्सपर्ट भी ऐसी प्रक्रिया फॉलो करने के लिए मना करते हैं।

गुरुवार, 2 जून 2022

भारतीय कानूनों व गाइडलाइन का पालन: टिकटॉक

भारतीय कानूनों व गाइडलाइन का पालन: टिकटॉक

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय
नई दिल्ली/बीजिंग। टिकटॉक को सरकार के भारत में बंद करने के बाद कई क्रिएटर्स काफी प्रभावित हुए थे। भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों का हवाला देते हुए टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि, अब चीजें बदल सकती हैं। क्योंकि टिकटॉक के मालिक कथित तौर पर भारत में नए साझेदारों की तलाश कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बाइटडांस भारत में वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म को फिर से शुरू करने के लिए हीरानंदानी ग्रुप के साथ बातचीत कर रही है।
हीरानंदानी समूह मुंबई, बैंगलोर और चेन्नई में प्रोजेक्ट्स के साथ भारत में सबसे बड़े रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक है।
ये रियल एस्टेट कंपनी योट्टा के तहत डाटा सेंटर ऑपरेशंस भी चलाती है। इन्होंने हाल ही में एक प्रौद्योगिकी-आधारित कंज्यूमर सर्विस आर्म-टेज प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों कंपनियों के बीच बातचीत अभी शुरूआती चरण में है। हालांकि सरकार से अभी तक कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है। लेकिन उन्हें प्रोजेक्ट्स की जानकारी दे दी गई है। जब भी वे सरकार के पास मंजूरी के लिए आएंगे, तो सरकार उनके अनुरोध की जांच करेंगी।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि भारत सरकार चीन के साथ लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों के बाद भारत में एक चीनी-संचालित ऐप को फिर से लॉन्च करने देगी या नहीं। सुरक्षा कारणों से टिकटॉक पर बैन लगा दिया गया है। वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म को भारतीय यूजर्स के व्यक्तिगत डाटा को स्टोर करते हुए पाया गया। भारतीय सुरक्षा विशेषज्ञों द्वारा यह आरोप लगाया गया था कि संग्रहीत डाटा चीन में सरकारी आउटलेट्स के साथ साझा किया जाता है। सरकार इस बार निश्चित है कि अगर टिकटॉक देश में वापस आता है, तो उन्हें भारतीय कानूनों और गाइडलाइन का पालन करना होगा।
बता दें कि भारत में टिकटॉक का बहुत बड़ा यूजर बेस था। यह चीन के बाहर सबसे बड़े बाजारों में से एक था। 2019 में वीडियो प्लेटफॉर्म भारत में एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप था। इसका उपयोग न केवल मनोरंजन के उद्देश्य से किया जाता था बल्कि अलग क्षेत्रों के लोगों और उनके बैकग्राउंड के परे लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करता था।

बुधवार, 1 जून 2022

मंकीपॉक्स के प्रसार को नियंत्रित किया जा सकता हैं

मंकीपॉक्स के प्रसार को नियंत्रित किया जा सकता हैं

सुनील श्रीवास्तव  
जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को अभी इस बात का विश्वास नहीं है कि मंकीपॉक्स के प्रसार को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। यह बातें, यूरोप के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक हैंस क्लूज ने कही है। उन्होंने कहा, "अभी तक हम नहीं जानते हैं कि क्या हम इसके प्रसार को पूरी तरह से नियंत्रित कर पाएंगे ? इसके लिए हमें स्पष्ट संचार, सामुदायिक कार्रवाई, संक्रामक के दौरान को आइसोलेट करना, प्रभावशाली तरीके से नए मामलों का पता लगाना और उनकी निगरानी करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अब तक मंकीपॉक्स के लिए उन्हीं उपायों को करने की आवश्यकता नहीं है, जो कोरोना वायरस महामारी के दौरान लागू किए गए थे।
क्योंकि, यह वायरस उसी तरह से नहीं फैलता है। उन्होंने कहा, "आने वाले महीनों में कई त्योहार और बड़ी पार्टियां आयोजित होने वाली हैं। ऐसे में इसका अधिक प्रसार हो सकता है।"

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...