रविवार, 30 अक्तूबर 2022

दुनिया के कई देशों में 8 नवंबर को दिखेगा 'चंद्र ग्रहण'

दुनिया के कई देशों में 8 नवंबर को दिखेगा 'चंद्र ग्रहण'

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। दिवाली के अगले दिन आंशिक सूर्य ग्रहण के लगभग एक पखवाड़े बाद भारत और दुनिया के कई अन्य देशों में 8 नवंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। प्रसिद्ध खगोल विज्ञानी देबी प्रसाद दुआरी ने यह जानकारी दी। दुआरी ने कहा कि भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और रूस के अलावा एशिया के कई अन्य हिस्सों, उत्तर व दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अटलांटिक महासागर व प्रशांत महासागर क्षेत्र के लोग इस खगोलीय घटना का दीदार कर सकेंगे।

दुआरी ने कहा कि पूर्ण चंद्र ग्रहण हर जगह नहीं दिखाई देगा और शुरुआत में लातिन अमेरिका के कुछ देशों में आंशिक चंद्र ग्रहण नजर आएगा। उन्होंने कहा कि आठ नवंबर को भारतीय समयानुसार दोपहर दो बजकर 39 मिनट पर चंद्र ग्रहण शुरू होगा और लगभग तीन बजकर 46 मिनट पर यह पूर्ण चरण में पहुंच जाएगा। साढ़े चार बजे के आसपास चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया से ढक जाएगा। दुआरी ने बताया कि पूर्ण ग्रहण पांच बजकर 11 मिनट पर समाप्त हो जाएगा, जबकि आंशिक ग्रहण शाम के छह बजकर 19 मिनट के आसपास खत्म होगा। उन्होंने कहा कि भारत के सभी हिस्सों में ग्रहण चंद्रोदय के समय से दिखाई देगा, लेकिन आंशिक और पूर्ण, दोनों ही रूपों के प्रारंभिक चरण नहीं दिखाई देंगे, क्योंकि दोनों घटनाएं तब शुरू होंगी, जब देश में चंद्रमा हर जगह क्षितिज से नीचे होगा।

दुआरी ने बताया कि कोलकाता सहित पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों के लोग पूर्ण चंद्र ग्रहण के गवाह बन सकेंगे, जबकि देश के बाकी हिस्सों में लोगों को केवल ग्रहण का आंशिक चरण और उसमें होने वाली प्रगति दिखाई देगी। कोलकाता शहर में चंद्रमा पूर्वी क्षितिज से लगभग चार बजकर 52 मिनट पर निकलना शुरू होगा और इसके दो मिनट बाद पूरी तरह से दिखाई देगा। दुआरी ने बताया कि नयी दिल्ली में चंद्रोदय के बाद लगभग साढ़े पांच बजे से आंशिक ग्रहण देखा जा सकेगा, जिसमें चंद्रमा 66 प्रतिशत ढका नजर आएगा। उन्होंने कहा कि भारत में अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण सात सितंबर 2025 को दिखाई देगा।

मोच की समस्या से परेशान, अपनाएं घरेलू उपाय 

मोच की समस्या से परेशान, अपनाएं घरेलू उपाय 

सरस्वती उपाध्याय 

मोच की समस्या से हर लोग कभी न कभी परेशान रहे होंगे। मोच आने पर व्यक्ति की अत्यधिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। हड्डियों में किसी तरह के क्षतिग्रस्त होने से मोच की समस्या उत्पन्न होती है, क्योंकि हड्डियों में उत्तक एक दूसरे से जुड़े होते हैं। चलते-चलते अचानक मुड़ जाने से दौड़ते वक्त पैर ट्विस्ट हो जाने या फिर गिरने की वजह से पैर में मोच आ जाती है। दरअसल हड्डियों में किसी भी तरह का डैमेज होने से मोच की समस्या होती है। ऐसे में इसे भी घरेलू उपचार के जरिए ठीक किया जा सकता है।

मोच का घरेलू उपचार

बर्फ से सिकाई- मोच लगने के तुरंत बाद उस जगह पर बर्फ की सिकाई करने से सूजन नहीं आती है। इसके अलावा बर्फ की सिकाई करने से दर्द भी दूर हो जाती है। ऐसे में मोच आने पर हर एक से दो घंटे में बर्फ से सिकाई करनी चाहिए। हालांकि सीधे ही बर्फ से सिकाई नहीं करनी चाहिए। बर्फ को हमेशा किसी कपड़े में लपेटकर सिकाई करनी चाहिए।

लौंग का तेल- मोच की समस्या आने पर लौंग का तेल भी काफी असरदार है। लौंग के तेल में एनेस्थेटिक गुण मौजूद होते हैं। जो स्वेलिंग और दर्द को कम करता है। इस तेल को दो चम्मच लेकर मोच वाले जगह पर अच्छे से मालिश करें। मसल्स के पेन में भी काफी आराम मिलेगा। दिन भर में तीन से चार बार लौंग के तेल से मालिश करें। काफी हद तक राहत मिलेगा।

हल्दी का दूध- हल्दी का दूध कोई भी दर्द को खींचने में काफी मददगार होता है। माेच की समस्या आने पर हल्दी का दूध जरूर पिएं। यह पेनकिलर जैसा काम करता है। हल्दी एक नहीं कई गुणोंं से भरपूर है। यह एंटीसेप्टिक के रूप में काम करती है। इसे इस्तेमाल करने के लिए पानी में दो चम्मच हल्दी डालकर उसका पेस्ट बना लें। अब इस हल्दी के पेस्ट को मोच वाली जगह पर लगाएं और दो घंटे के लिए छोड़ दें। फिर गुनगुने पानी से साफ कर लें। इसके साथ ही एक ग्लास गर्म दूध में आधा चम्मच फिटकरी मिलाकर पीने से भी दर्द में काफी आराम मिलता है।

सेंधा नमक- सेंधा नमक सूजन विरोधी होती है और मांसपेशियों के दर्द एवं ऐंठन को कम करने में मदद करता है। इसमें प्राकृतिक तौर पर मैग्नीशियम होता है जो हड्डियों के दर्द को दूर कर सकता है। यह नमक द्रव पदार्थ को बाहर निकाल देता है और सूजन से आराम दिलाता है। गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर प्रभावित जगह पर सिकाई करने से काफी आराम मिलता है।

अरंडी का तेल- अरंडी के तेल में बहुत से औषधीय गुण होते हैं, जो हड्डियों के दर्द को कम करने में कारगर होता है। गठिया रोग के लोगों के लिए अरंडी के तेल से मालिश करने से सूजन एवं ऐंठन कम होती है। इसके अलावा मोच को ठीक करने के लिए अरंडी के तेल का उपयोग फायदेमंद होता है।

जम्मू-कश्मीर को प्रत्येक भारतीय का 'गौरव' बताया

जम्मू-कश्मीर को प्रत्येक भारतीय का 'गौरव' बताया

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जम्मू-कश्मीर को प्रत्येक भारतीय का गौरव बताया और कहा कि यह वक्त पुरानी चुनौतियों को पीछे छोड़ने और नयी संभावनाओं का पूरा लाभ उठाने का है। जम्मू-कश्मीर रोजगार मेला को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि तेज गति से विकास के लिए नए नजरिये और नयी सोच के साथ काम करने की आवश्यकता है। मोदी ने कहा कि हम सभी वर्गों और नागरिकों को समान रूप से विकास का लाभ देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

जम्मू-कश्मीर प्रत्येक भारतीय का गौरव है। हमें एक साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर को नयी ऊंचाइयों पर ले जाना होगा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के 20 अलग-अलग स्थानों पर सरकारी विभागों में काम करने के लिए नियुक्ति पत्र पाने वाले 3,000 युवाओं को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन युवाओं को लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, पशुपालन, जल शक्ति और शिक्षा-संस्कृति जैसे विभिन्न विभागों में सेवा देने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अन्य विभागों में 700 से अधिक नियुक्ति पत्र सौंपने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।

जम्मू-कश्मीर जाने वाले पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास और संपर्क बढ़ने के कारण राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि सरकारी योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंचे। प्रधानमंत्री न यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में दो नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), सात नए मेडिकल कॉलेज, दो सरकारी कैंसर संस्थान और 15 नर्सिंग कॉलेज खोलकर वहां स्वास्थ्य एवं शिक्षा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेन के जरिये कश्मीर तक संपर्क में सुधार लाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।

यह बताते हुए कि कैसे जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हमेशा पारदर्शिता पर जोर दिया है, प्रधानमंत्री ने सरकारी सेवाओं में आ रहे युवाओं को इसे प्राथमिकता बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि मैं जब भी पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों से मुलाकात करता था तो मुझे हमेशा उनका दर्द महसूस होता था। यह व्यवस्था में भ्रष्टाचार का दर्द था। जम्मू-कश्मीर के लोग भ्रष्टाचार से नफरत करते हैं। मोदी ने भ्रष्टाचार की बुराई को खत्म करने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और उनकी टीम द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों की प्रशंसा भी की।

दक्षिण कोरिया में 151 लोगों की मौंत, शोक जताया 

दक्षिण कोरिया में 151 लोगों की मौंत, शोक जताया 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/सियोल। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दक्षिण कोरिया में भगदड़ में लोगों की मौंत पर रविवार को शोक जताया और कहा कि भारत दुख की इस घड़ी में उस देश के साथ है। दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में ‘हैलोवीन’ के दौरान भीड़ के एक संकरी गली में घुसने के प्रयास से मची भगदड़ में कुचलकर कम से कम 151 लोगों की मौंत हो गई है।

जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘सियोल में भगदड़ में इतने युवाओं की मौत से बहुत स्तब्ध हूं। अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। हम मुश्किल की इस घड़ी में कोरिया गणराज्य के साथ एकजुटता व्यक्त करते हैं।’’

फिल्मी सितारों की तरह आकर्षक होगी स्किन, जानिए

फिल्मी सितारों की तरह आकर्षक होगी स्किन, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

जब भी हम आईने के सामने खड़े होते हैं तो एक बात जरूर मन में आती है कि काश हमारी स्किन भी फिल्मी सितारों की तरह आकर्षक होती! इस बात को कोई भी नकार नहीं सकता कि चमकदार और ग्लोइंग स्किन हर इंसान चाहता है। फिर चाहे वो लड़का हो या लड़की। क्योंकि स्किन अच्छी हो तो इंसान को किसी तरह के बनावटी मेकअप की जरूरत नहीं होती। बिना केमिकल वाले प्रोडक्ट के भी वह भीड़ में अकेला नजर आता है।इसलिए, आज हम आपके लिए कुछ ऐसा ही लेकर आए हैं।

सेब का सिरका करेगा सपना साकार
जैसा कि हम जानते हैं कि सेब हमारी सेहत के लिए बहुत लाभकारी है। पुराने लोगों का कहना है कि अगर आप एक सेब रोज खाते हैं तो आपको कभी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं होगी। यह बात सच है, लेकिन सेब ही नहीं सेब का सिरका भी हमारी सेहत के साथ हमारी स्किन के लिए काफी लाभकारी होता है। इसे एप्पल साइडर विनेगर भी कहा जाता है। यह स्किन के लिए बेदाग और जवां बनाए रखने में काफी सहयोगी है।

विटामिन और प्रोटीन से भरपूर
सेब के सिरके की खास बात यह भी है कि इसे आप लंबे समय तक स्टोर करके रख सकते हैं। ये जल्दी से खराब नहीं होता है। सेब के सिरके में कई तरह के विटामिन, एंजाइम, प्रोटीन और लाभकारी तत्व मौजूद होते हैं। इसके अलावा इसमें एसिटिक एसिड की मात्रा काफी ज्यादा होती है।

इन आसान तरीकों से पाएं चेहरे पर निखार
सेब के सिरके को आप अपने स्किन केयर रुटीन में भी शामिल कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल से मुहासों की समस्या भी दूर होती है। साथ ही इससे आपकी स्किन खूबसूरत और ब्राइट भी होती है। इतना ही नहीं इस सिरके में त्वचा में हुए इन्फेक्शन को भी दूर करने का काम करता है।

सेब के सिरके का इस्तेमाल करते वक्त रखें इन बातों का ध्यान

  • हर चीज़ को यूज़ करने से पहले उसके नियमों के बारे में पढ़ लेना चाहिए। सेब के सिरके को कभी भी सीधा चेहरे पर नहीं लगाना चाहिए। इसे यूज़ करने से पहले सिरके को पानी के साथ मिलाकर करें। उसके बाद इसे चेहरे पर इसे लगाएं।
  • सेब का सिरका चेहरे पर लगाने से पहले अपनी स्किन को अच्छे से क्लीन कर लें। अगर आपने अपने चेहरे पर किसी भी तरह का कुछ लगाया हुआ है तो उसे हटाना बेहद ज़रूरी है। चेहरे को अच्छे से साफ करने के बाद ही सिरके को चेहरे पर लगाएं।
  • किसी भी चीज़ को चेहरे पर लगाने से पहले अपनी स्किन के बारे में सही जानकारी रखें। आपको पता होना चाहिए कि आपकी स्किन किस तरह की है और किन चीज़ों से इफेक्ट होती है।
  • सेब के सिरके का इस्तेमाल करते वक्त अपनी आंखों के आसपास के हिस्से पर इसे न लगाएं। कई दफा ऐसा करने से आंखों के नीचे खुजली और जलन होने लगती है। इसलिए ध्यान रहे आंखों के आसपास वाले हिस्से के अलावा इसे पूरे चेहरे पर लगाएं।

समान नागरिकता संहिता को लेकर सवाल, भड़के  

समान नागरिकता संहिता को लेकर सवाल, भड़के  

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव का एलान होने से पहले समान नागरिकता संहिता को लेकर चर्चाएं काफी तेज हो चली हैं। भाजपा इसके पक्ष में है, जबकि विपक्षी नेता विरोध जता रहे हैं। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से समान नागरिकता संहिता को लेकर सवाल पूछा गया तो वह भड़क गए। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि उनकी नीयत में खोट है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 44 में साफ-साफ लिखा है कि समान नागरिक संहिता लागू करना सरकार की जिम्मेदारी है। ऐसे में सरकार को इसे लागू करना चाहिए। वहीं, इसे ऐसा बनाना चाहिए, जिसमें सभी समुदायों की रजामंदी हो, लेकिन उनकी नीयत में खोट है। केजरीवाल ने इस दौरान उत्तराखंड विधानसभा चुनाव का हवाला भी दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड चुनाव से पहले भी एक समिति बनाई गई थी, जो चुनाव जीतने के बाद अपने घर चली गई। अब यही काम गुजरात में भी किया जा रहा है। चुनाव के बाद यहां की समिति भी अपने घर चली जाएगी।

केजरीवाल ने पूछा कि अगर समान नागरिक संहिता लागू करनी ही है तो मध्यप्रदेश में क्यों नहीं करते? उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं बनाते? अगर उनकी नीयत समान नागरिक संहिता लागू करने की होती तो इसे क्यों नहीं बनाते और देश में लागू क्यों नहीं करते? क्या वे लोकसभा चुनाव का इंतजार कर रहे हैं? इन्हें समान नागरिक संहिता लागू नहीं करनी है, बल्कि इनकी नीयत खराब है।

फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के प्रदर्शन के 25 साल पूरे 

फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के प्रदर्शन के 25 साल पूरे 

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान, माधुरी दीक्षित, करिश्मा कपूर और अक्षय कुमार स्टारर फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के प्रदर्शन के 25 साल पूरे हो गए हैं। यशराज बैनर तले बनीं फिल्म दिल तो पागल है 30 अक्टूबर 1997 को प्रदर्शित हुई थी। फिल्म के प्रदर्शन के 25 साल पूरे हो गए हैं। इस फिल्म के 25 साल पूरे होने पर यशराज फिल्म्स ने फिल्म के कुछ दृश्यों का एक वीडियो शेयर किया है और साथ ही नोट भी साझा किया है।

यशराज फिल्म की तरह से साझा किए गए वीडियो के बैकग्राउंड में ‘दिल तो पागल है’ सॉन्ग बजते हुए सुना जा सकता है और साथ ही फिल्म के दृश्यों की कुछ खास झलक शामिल की गई हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन दिया गया कि 25 साल पहले राहुल ने पूछा मोहब्बत क्या है? और दिल तो पागल है’ ने सभी के लिए प्यार और दोस्ती को फिर से परिभाषित किया! एक ऐसा फिल्म का जश्न मनाना, जो हमारे दिलों के करीब है। हैश टैग दिल तो पागल है के 25 साल।

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...