रविवार, 17 जुलाई 2022

समिति द्वारा भाई-बहनों को श्रवण यंत्र का वितरण

समिति द्वारा भाई-बहनों को श्रवण यंत्र का वितरण

दुष्यंत टीकम 
रायपुर। भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव समिति द्वारा जैन सेवा जन सेवा के अंतर्गत जैन साध्वी स्नेहयशा श्री की निश्रा में गूंगे बहरे भाई-बहनों को श्रवण यंत्र का वितरण किया गया। इस अवसर पर साधर्मिक बुजुर्गों को भी श्रवण यन्त्र प्रदान किये गए। जैन साध्वी स्नेहयशा श्री ने इस अवसर पर कहा कि धर्म का सेवा से सरोकार होना ही चाहिए। चातुर्मास जैन धर्म की सूक्ष्म अहिंसा के साथ जीवन जीने की कला है। अहिंसा हमारे जीवन में दया करुणा सेवा के भाव पैदा करती है। इसलिए चातुर्मास काल में मानव सेवा , मूक पशु पक्षियों की सेवा , अभयदान के प्रकल्प अवश्य किये जाने चाहिए। उपदेशों के साथ उनका आचरण में दृष्टिगोचर होना बहुत जरूरी है। भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कोचर व सलाहकार विजय चोपड़ा ने बताया कि जैन व जन सेवा प्रकल्प के तहत 500 श्रवण यंत्र का वितरण जारी है। अभीतक 117 भाई बहनों को सहायता उपलब्ध कराई गई है, जिसमें साधर्मिक भाई व अन्य लाभार्थी शामिल हैं। 
अध्यक्ष महेन्द्र कोचर व महासचिव मनोज कोठारी ने बताया कि रायपुर में अनेक गुरुभगवंतों के चातुर्मास हो रहे हैं। सभी धर्मस्थलों में जरूरतमंद गूंगे बहरों का चयन कर श्रवण यंत्र का वितरण समय-समय पर किया जाएगा। महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने कहा कि साध्वी श्री स्नेहयशा श्री की निश्रा में 8 साधर्मिक भाइयों व 11 लाभार्थीयों को जन सेवा की भावना से कान की मशीन प्रदान की गई। आध्यात्मिक चातुर्मास समिति के अध्यक्ष विवेक डागा व सचिव प्रकाश कोठारी ने बताया कि साध्वी श्री स्नेहयशा श्री की निश्रा में बच्चों के जीवन निर्माण हेतु संस्कारों का शंखनाद कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। साथ ही मानव सेवा व मूक पशु पक्षियों की सेवा की प्रेरणा व उसे कार्यरूप में परिणित कर दिखाया जा रहा है। मानव सेवा प्रकल्प के संचालन में महेन्द्र कोचर, विजय चोपड़ा,चन्द्रेश शाह,मनोज कोठारी,गुलाब दस्सानी,कमल भन्साली, महावीर कोचर,अरुण कोठारी, महावीर मालू , हरीश डागा आदि की सक्रिय सहभागिता रही है।

उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित, अल्वा

उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित, अल्वा 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। कांग्रेस की दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मार्गरेट अल्वा को रविवार को विपक्ष की उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया।
अल्वा कर्नाटक की निवासी हैं। वह उत्तराखंड और राजस्थान की राज्यपाल भी रह चुकी हैं। एनसीपी सुप्रीमो के शरद पवार आवास पर विपक्षी दलों की बैठक के बाद उनका नाम तय किया गया।
एनडीए ने इस पद के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को मैदान में उतारा है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार शाम पार्टी मुख्यालय में संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद धनखड़ के नाम की घोषणा की।

साफ-सफाई, सुरक्षा, इत्यादि चीजों का स्थलीय निरीक्षण

साफ-सफाई, सुरक्षा, इत्यादि चीजों का स्थलीय निरीक्षण 

बृजेश केसरवानी    
प्रयागराज। महापौर प्रयागराज अभिलाषा गुप्ता नंदी ने भगवान शिव की उपासना के महा पर्व सावन माह के अवसर पर दारागंज कांवड़िया आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्थाओं के दृष्टिगत साफ-सफाई, सुरक्षा, इत्यादि चीजों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पटरी दुकानदारों को रोड अतिक्रमण न किये जाने तथा पटरी के अंदर व्यवस्थित तरह से दुकान चलाये जाने एवं सिंगल यूज़ प्लास्टिक, पालीथिन प्रयोग न किए जाने आग्रह किया। महापौर अभिलाषा गुप्ता ने उपस्थित कांवड़ यात्रियो से वार्तालाप भी किया। दशाश्वमेश घाट एवं यात्रा मार्गो पर समय-समय पर विशेष सफाई, दवा का छिड़काव, चेंजिंग रूम की सफाई, घाट पर प्लास्टिक का उपयोग न किये जाने उपस्थित जोनल अधिकारी को निर्देश दिए। 
घाट पर 10 चेंजिंग रूम व्यवस्थित रूप में पाए गए एवं मेला प्राधिकरण एवं नगर निगम प्रयागराज द्वारा घाट पर समुचित व्यवस्थाएं की गई है, जिसमे श्रद्धालुओं के पीने का स्वच्छ पानी, साफ-साफ सफाई सुगम यातायात एवं सुलभ की व्यवस्था की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। घाट पर उपस्थित जल पुलिस से जानकारी करने में पाया गया कि घाट पर 15 गोताखोर एवं पुलिसकर्मी लगे हुए है, जो कि घाट की व्यस्थाओं पर नजर बनाए हुए है एवं महापौर ने उपस्थित गोताखोर एनडीआरएफ एवं जल पुलिस को टीशर्ट एवं टोपी भी वितरित किया, जिससे व्यवस्था में लगे लोगो का चिन्हांकन किया जा सके। इस अवसर पर राजेश कुमार निषाद पप्पू , मंडल अध्यक्ष भरत निषाद, सुभाष वैश्य, जोनल अधिकारी संजय ममगई आदि लोग उपस्थित रहे।

खास डाइट टिप्स फॉलो कर फिट एंड फाइन रहेंगे

खास डाइट टिप्स फॉलो कर फिट एंड फाइन रहेंगे

सरस्वती उपाध्याय 
सावन के पवित्र मास का आगाज हो चुका है। सावन का महीना जहां चारों तरफ झमाझम बारिश के लिए जाना जाता है। वहीं, पूजा-पाठ और व्रत के कारण सावन को आस्था का पर्व भी कहा जाता है। हालांकि, सावन में कई दिनों तक चलने वाला उपवास का सिलसिला लोगों की सेहत को भी प्रभावित कर सकता है। ऐसे में सावन के दौरान व्रत में कुछ खास डाइट टिप्स फॉलो कर आप पूरी तरह से फिट एंड फाइन रह सकते हैं।
सावन में ज्यादातर लोग सोमवार का व्रत रखने का संकल्प लेते हैं। इसके अलावा कई लोग सावन में तीज, रक्षा बंधन, कृष्ण जन्माष्टमी और नाग पंचमी जैसे त्योहारों पर भी व्रत रखते हैं। ऐसे में लगातार व्रत रखने से शरीर में कमजोरी आना आम बात है।हालांकि, अगर आप चाहें तो डाइट में कुछ चीजों को शामिल कर न सिर्फ सेहत के साथ समझौता करने से बच सकते हैं बल्कि व्रत में भी हेल्दी रह सकते हैं। सावन के महीने में डाइट में शामिल करें ये चीजें...

पानी पीते रहें...
पानी शरीर को डिटॉक्स कर हाइड्रेट रखने का काम करता है।साथ ही भरपूर पानी पीने से पेट में कब्ज और एसिडिटी की समस्या भी नहीं होती है। इसलिए व्रत के दौरान खूब पानी पीएं।इसके अलावा आप दूध और छाछ का सेवन भी कर सकते हैं।

फलों का सेवन शरीर को एनर्जेटिक बनाने के साथ-साथ हेल्दी रखने में भी मददगार होता है। ऐसे में व्रत के समय मार्केट में मिलने वाले मौसमी फलों का सेवन करते रहें। इससे आपको बिल्कुल कमजोरी महसूस नहीं होगी और आप पूरी तरह से फिट रहेंग।

व्रत में एनर्जेटिक फील करने के लिए आप डाइट में सलाद भी एड कर सकते हैं। वहीं व्रत के दौरान खीरे का सेवन भी सलाद के रूप में किया जा सकता हैं। इससे आपके शरीर में पानी की कमी भी पूरी हो जाएगी और पेट भरने से आपको भूख भी अधिक नहीं लगेगी।

व्रत में हेल्दी रहने के लिए आप स्नैक्स के रूप में ड्राई फ्रूट्स भी खा सकते हैं। बादाम, अखरोट और मखाना जैसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने से आपकी एनर्जी और हेल्थ दोनों मेंटेन रहेगी।

व्रत के दौरान तली हुई चीजों का सेवन करने से बचें। दरअसल, व्रत में नमक वाली चीजें ज्यादा खायी जाती हैं। ऐसे में ऑयली फूड खाने से आपको पेट में एसिडिटी हो सकती है। साथ ही व्रत में अनहेल्दी फैट खाने से तबीयत भी खराब होने की संभावना रहती है।

स्वास्थ्य: नींबू का अधिक सेवन, बेहद नुकसानदायक

स्वास्थ्य: नींबू का अधिक सेवन, बेहद नुकसानदायक 

सरस्वती उपाध्याय 
वैसे तो शरीर के लिए नींबू बहुत फायदेमंद होता है। नींबू के अंदर विटामिन-सी का खजाना होता है। लेकिन, कई बार नींबू का अधिक सेवन आपके स्वास्थ्य को नुकसान पंहुचा सकता है। गर्मियों में नींबू पानी पीना और सलाद में खाना काफी फायदेमंद माना जाता है, लेकिन इसके अधिक उपयोग से दांतो में सड़न की समस्या हो सकती है। दरअसल, नींबू में अन्य फल के तुलना में अधिक एसिड होता है, जो हमारे दांतो के लिए अच्छा नहीं है‌।
–रिपोर्ट के अनुसार, नींबू के अंदर टाइरामाइन की मात्रा अधिक होती है। जिसकी वजह से इसका अधिक सेवन करने पर अक्सर लोगों को माइग्रेन और सिरदर्द की समस्या हो सकती है। क्योंकि नींबू स्वाद में खट्टा होता है और खट्टे फल माइग्रेन को बढ़ाने का काम कर सकते हैं।
– नींबू के अंदर सिट्रस एसिड के अलावा ऑक्सलेट भी पाया जाता है, जिसके कारण इसका ज़्यादा सेवन किडनी स्टोन का रूप ले लेता है।
– नींबू में एसिड की मात्रा अधिक होती है। अगर आपको एसिडिटी की समस्या है, तो आपको नींबू का सेवन कम करना चाहिए, क्योंकि नींबू के लगातार प्रयोग से आपकी एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है‌।
– नींबू पानी के ज़्यादा सेवन से आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या हो जाती है, जिस कारण डिहाइड्रेशन होने का खतरा बना रहता है। आप नींबू पानी का ज़्यादा सेवन कर रहे हैं, तो दिन में ढेर सारा पानी पिएं।
– बहुत अधिक नींबू के प्रयोग से उल्टी और पेट दर्द जैसे दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है‌।
– ज्यादा नींबू पानी पीने से छोटे-छोटे घावों में दर्द और जलन बढ़ सकती है। वैसे मामूली घाव एक या दो सप्ताह के भीतर अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन बहुत अधिक नींबू पानी पीने से नासूर घाव बढ़ सकते हैं और उन्हें ठीक होने में देरी लगती है।
– हमारी बॉडी में आयरन का पर्याप्त मात्रा में होना बहुत ज़रूरी होता है, क्योंकि नींबू के अंदर आयरन होता है। इसके अधिक सेवन से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर के किसी भी पार्ट के डैमेज होने की संभावना बनी रहती है।

यशवंत को समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध

यशवंत को समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध

संदीप मिश्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव की हलचल तेज है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से तैयारियों को पहले पूरा कराया जा चुका है। 8 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास पर एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया गया। इसमें सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव और जनसत्ता दल के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी पहुंचे थे। अब समाजवादी पार्टी अपने विधायकों को एकजुट करने का प्रयास करती दिख रही है। इसके पीछे पिछले दिनों शिवपाल यादव की ओर से उठाए गए मामले को भी ध्यान में रखा जा रहा है। साथ ही, पार्टी विधायकों को राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के बारे में बताने की तैयारी अखिलेश यादव कर रहे हैं। सपा की डिनर डिप्लोमेसी पर अब हर किसी की नजर रहने वाली है।
यूपी चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, अपना दल कमेरावादी, महान दल और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरी थी। हालांकि, चुनाव परिणाम के बाद महान दल गठबंधन से बाहर हो चुकी है। सुभासपा ने राष्ट्रपति चुनाव में सपा गठबंधन के साथ खड़े न रहने का ऐलान कर दिया है। वहीं, प्रसपा अध्यक्ष और सपा विधायक शिवपाल यादव बागी तेवर अपनाए हुए हैं। ऐसे में सपा के साथ अभी केवल रालोद ही खड़ी नजर आ रही है। राष्ट्रपति चुनाव की सोमवार को होने वाली वोटिंग से पहले पार्टी खुद को मजबूत और एकजुट दिखाने की कोशिश में है। ऐसे में रविवार की शाम को होने वाली डिनर पार्टी काफी महत्वपूर्ण हो गई है। इसमें आने और अनुपस्थित रहने वाले विधायकों पर हर किसी की नजर होगी।

सभी विधायकों को निर्देश...
समाजवादी पार्टी की ओर से पार्टी के सभी 111 विधायकों को रविवार की शाम तक लखनऊ पहुंचने को कहा गया है। पार्टी विधायकों के लिए रविवार की रत सुल्तानपुर के इसौली से विधायक मोहम्मद ताहिर के घर पर डिनर पार्टी रखी गई है। इस डिनर पार्टी में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के बारे में विधायकों को जानकारी दी जाएगी। इस दौरान वोटिंग के नियमों के बारे में भी बताया जाएगा। डिनर पार्टी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के भी पहुंचने का कार्यक्रम है। ऐसे में वे भी विधायकों को संबोधित कर सकते हैं।

शिवपाल के बयान पर मची है हलचल...
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अलग ही तरीके से विरोध का स्वर तेज कर दिया है। उन्होंने यशवंत सिन्हा के मुलायम को आईएसआई का एजेंट तक बताने वाले बयान पर निशाना साधा है और सपा कार्यकर्ताओं को इसकी याद दिलाई है। शिवपाल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक खुली चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्‍होंने ‘नेताजी’ को आईएसआई का एजेंट बताकर अपमानित करने वाले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत को समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने अपने भतीजे को पुराना वाक्या भी याद दिलाया है।
यह चिट्ठी तो शिवपाल ने अखिलेश को लिखी है, मगर इसके जरिए उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं को भी संदेश दिया है। चिट्ठी में शिवपाल ने लिखा कि यह नियति की अजीब विडंबना है कि सपा ने राष्‍ट्रपति चुनाव में ऐसे व्‍यक्‍ति का समर्थन किया, जिसने हम सभी के अभिभावक, प्रेरणा व ऊर्जा के स्रोत नेताजी को आईएसआई का एजेंट बताया था। दुर्भाग्‍यपूर्ण है कि सपा को राष्‍ट्रपति प्रत्‍याशी के तौर पर एक अदद समाजवादी विरासत वाला नाम न मिला। उनके बयान ने हलचल बढ़ा दी है।

मानसून सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई

मानसून सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। मानसून सत्र शुरू होने से पहले सरकार द्वारा मुद्दों पर विचार-विमर्श करने और आम सहमति बनाने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा में भाजपा के नेता पीयूष गोयल शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी कर रहे हैं।
विपक्ष की ओर से कई वरिष्ठ नेता हुए शामिल,
बैठक में विपक्ष की तरफ से कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, जयराम रमेश, द्रमुक के टीआर बालू और तिरुचि शिवा, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय और एनसीपी के शरद पवार सहित लगभग सभी दलों के नेता मौजूद थे। इसके अलावा बैठक में बीजद के पिनाकी मिश्रा, वाईएसआरसीपी के विजयसाई रेड्डी और मिधुन रेड्डी, टीआरएस के केशव राव और नामा नागेश्वर राव, राजद के एडी सिंह और शिवसेना के संजय राउत भी मौजूद थे।
मोदी की बैठक से अनुपस्थिति पर उठे सवाल,
हालांकि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक से अनुपस्थिति पर सवाल उठाया। संसद के आगामी सत्र पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक अभी शुरू हुई है और प्रधान मंत्री हमेशा की तरह अनुपस्थित हैं। क्या यह ‘असंसदीय’ नहीं है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया।

युवक की पिटाई कर पेशाब पिलाने का वीडियो, गिरफ्तार

युवक की पिटाई कर पेशाब पिलाने का वीडियो, गिरफ्तार

संदीप मिश्र    
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर जिले में कुछ लोगों द्वारा एक समुदाय के युवक की पिटाई कर उसे पेशाब पिलाने का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी के मुताबिक, घटना का वीडियो सामने आने के बाद पीड़ित युवक ने चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर शनिवार देर रात तीन आरोपियों-कुलविंदर, सोनू उर्फ सुखदेव और राजू को उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों को विधिक प्रक्रिया पूरी कर रविवार को जेल भेज दिया गया। पुलिस अधीक्षक (एसपी) एस आनंद ने रविवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि ककरा खुर्द में रहने वाले इफ्तेखार और अब्दुल जहीर खान आठ जुलाई को नदी पार सहवेगपुर गांव गए थे, जहां कुलविंदर, सोनू व राजू ने इफ्तेखार को पकड़ लिया। आनंद के मुताबिक, तीनों आरोपियों ने इफ्तेखार की लाठी-डंडों से जमकर पिटाई की और उसका हाथ भी तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने बाद में पीड़ित के मुंह में पेशाब भी की। आनंद के मुताबिक, किसी ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझ किया था। सोशल मीडिया पर प्रसारित इस वीडियो में पीड़ित आरोपियों के सामने हाथ जोड़ता दिखाई दे रहा है।

इंडिगो एयरलाइंस के विमान को कराची में लैंड कराया

इंडिगो एयरलाइंस के विमान को कराची में लैंड कराया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी/अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/हैदराबाद/इस्लामाबाद। बड़ी खबर यह है कि शारजाह से हैदराबाद जा रहे इंडिगो एयरलाइंस के विमान को आपात स्थिति में कराची में लैंड कराना पड़ गया। तकनीकी खामी की वजह से क्रू ने ये फैसला लिया। हालांकि, दो हफ्तों में ये दूसरी घटना है जब किसी विमान में आई खराबी की वजह से पाकिस्तान की मदद लेनी पड़ी। सरकार का कहना है कि दूसरी फ्लाईट के जरिए पाकिस्तान में मौजूद लोगों को वापस लाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार संयुक्‍त अरब अमीरात के शारजाह शहर से हैदराबाद जा रहे इस विमान के इंजन में खराबी आ गई थी। पायलट ने पाकिस्‍तान से आपातलैंडिंग की अनुमति मांगी। इसके बाद यात्री विमान को कराची में उतरने की अनुमति दे दी गई। पाकिस्‍तानी इंजीनियर इस व‍िमान में आई गड़बड़ी को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। कराची एयरपोर्ट के अधिकारियों ने भारतीय व‍िमान के लैंड करने की पुष्टि की है।
इंडिगो एयरलाइंस ने कहा कि एहतियात के तौर पर विमान को पाकिस्तान के कराची शहर की ओर मोड़ दिया गया। यात्रियों को हैदराबाद लाने के लिए कराची के लिए एक अतिरिक्त उड़ान भेजी जा रही है। घटना में सभी यात्री सुरक्षित बताए गए हैं।
दो सप्ताह के भीतर यह दूसरी भारतीय फ्लाईट है, जिसको कराची में उतरा गया। इससे पहले स्पाइसजेट की फ्लाईट की आपात स्थिति में इसी एयरपोर्ट पर लैंडिंग करानी पड़ी थी। पांच जुलाई को स्पाइसजेट की एक फ्लाइट की आपात लैंडिंग पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची में हुई थी। विमान में तकनीकी खराबी आने के चलते विमान को कराची एयरपोर्ट पर उतारा गया था।
स्पाइसजेट का विमान एसजी-11 दिल्ली से दुबई जा रहा था। स्‍पाइस जेट के मुताबिक बोइंग 737 मैक्स विमान जब हवा में था, तब विमान के बाएं टैंक में ईंधन की मात्रा में कमी दिखी। इसके बाद विमान को कराची की ओर मोड़ दिया गया था। पाकिस्‍तान में कई घंटे तक यात्री बैठे रहे।

सुरक्षा को लेकर पुख्ता कदम उठाने का फैसला: भारत

सुरक्षा को लेकर पुख्ता कदम उठाने का फैसला: भारत 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/टोक्यो। जापान सबसे सुरक्षित देशों में एक माना जाता है। इसके बाद भी जापान के नारा शहर में 8 जुलाई को भाषण शुरू होने के कुछ मिनटों बाद ही जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की बीच सड़क पर बदमाशों ने हत्या कर दी। आंबे की हत्या ने वहां की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की बीच सड़क पर हत्या के बाद भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है। इस बीच बड़े नेताओं की सुरक्षा को लेकर टेंशन बढ़ गई है। भारत सरकार ने अब सुरक्षा को लेकर पुख्ता कदम उठाने का फैसला किया है। केंद्र ने सभी सिक्योरिटी एजेंसियों को पत्र लिखकर सुरक्षा पर खास ध्यान देने को कहा है।
वीवीआईपी सुरक्षा की हर ऐंगल पर चर्चा
एक अधिकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय, सेंट्रल इंटेलिजेंस और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने VVIP सुरक्षा में खामियों से लेकर हर ऐंगल पर चर्चा की थी और फैसला किया कि संबंधित सुरक्षा अधिकारियों को एक पत्र भेजा जाएगा और उनका सुरक्षा के और पुख्ते इंतजाम करने को कहा जाएगा। यहां आपको बता दें कि सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स , नेशनल सिक्योरिटी गार्ड और सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स के अलावा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस सहित कई सिक्योरिटी टीमें वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा करती हैं, जबकि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुरक्षा में तैनात रहता है।
सुरक्षा एजेंसियों को जारी की गई एडवाइजरी
अधिकारी ने बताया कि वीआईपी सिक्योरिटी वाली यूनिट्स और राज्य सरकारों तथा पुलिसबलों को 8 जुलाई को भेजी गई एडवाइजरी में कहा गया कि वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें। एडवाइजरी में साफ-साफ कहा गया है कि सुरक्षा प्राप्त लोगों की पीछे से भी विशेष निगरानी की जाए क्योंकि हमलावर अक्सर पीछे से निशाना बनाते हैं। एडवाइजरी में यह भी कहा गया कि सिक्योरिटी यूनिट्स को उन कार्यक्रमों की खास निगरानी करें जहां पर बड़ी संख्या में वीवीआईपी लोग मौजूद रहते हैं।

मानसून सत्र में गैर सरकारी विधेयक लाने की योजना

मानसून सत्र में गैर सरकारी विधेयक लाने की योजना 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने रविवार को कहा कि उन्होंने संसद के इस मानसून सत्र में एक गैर सरकारी विधेयक लाने की योजना बनाई है। जिसमें यह प्रावधान होगा कि ‘गलत ढंग से गिरफ्तार किए गए’ लोगों के बरी होने पर उन्हें उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए तथा जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई हो। उनका कहना है कि ‘गलत ढंग से की गई गिरफ्तारियों’ के मामले बढ़ने और ‘ऑल्ट न्यूज’ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने के कारण उन्हें यह गैर सरकारी विधेयक लाने का विचार आया।
बिहार के किशनगंज से लोकसभा सदस्य जावेद ने  कहा, ‘‘ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं जिनमें पुलिस लोगों को गिरफ्तार करती है और आखिरकार वे सभी आरोपों से बरी हो जाते हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें एजेंसियों द्वारा गंभीर प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब लंबे समय से हो रहा है, लेकिन केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार आने के बाद इस तरह के मामलों में तेजी आई है। कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘इसी चीज को ध्यान में रखते हुए मैंने गैर सरकारी विधेयक लाने का फैसला किया है।
इसमें यह प्रावधान होगा कि संबंधित अधिकारियों या एजेंसियों के खिलाफ उचित कार्रवाई हो तथा बरी हुए व्यक्ति को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी मिले।’’ जावेद ने कहा कि वह जल्द ही यह गैर सरकारी विधेयक पेश करने की मंजूरी मांगेंगे और यदि लोकसभा सचिवालय से जल्द मंजूरी मिल गई तो वह इसे मानसून सत्र में ही सदन में पेश करेंगे। यह पूछे जाने पर कि मोहम्मद जुबैर के मामले को देखते हुए भी उन्होंने यह विधेयक लाने का फैसला किया तो उन्होंने कहा, ‘‘एक वजह यह भी है।
’’ बहरहाल, उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कई मामले हैं जिनकी वजह से उन्हेंने यह विधेयक लाने की योजना बनाई है। जावेद ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह विधेयक सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए नहीं, बल्कि सभी के लिए है। यह बात जरूर है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों को बड़ी संख्या में निशाना बनाया जाता है। इसके साथ ही, दलित, आदिवासी, पिछड़े और कमजोर तबके के लोगों को इसी तरह से निशाने पर लिया जाता है। इसलिए यह विधेयक सभी के लिए होगा।
’’ उन्होंने कुछ दिनों पहले अपनी इसी योजना को लेकर ट्वीट किया था जिस पर कांग्रेस सांसदों- शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम ने उनका समर्थन किया था। जावेद ने कहा, ‘‘सिर्फ ये दो सांसद नहीं, बल्कि कई ऐसे सांसद हैं जो इस तरह के विधेयक से इत्तेफाक रखते हैं। सभी लोग खुलकर समर्थन नहीं कर सकते क्योंकि उनकी अपनी मजबूरियां हैं।’’ कांग्रेस सांसद ने कहा कि अगर वह फिर से लोकसभा चुनाव जीतते हैं और उनकी पार्टी सत्ता में आती है तब भी उनका यही रुख होगा तथा ऐसे विधेयक को कानून में तब्दील करने की पैरवी करेंगे।

कृष्ण-पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है 'शिवरात्रि'

कृष्ण-पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है 'शिवरात्रि'

सरस्वती उपाध्याय
सावन शिवरात्रि का दिन भगवान भोलेनाथ के लिए सर्वोत्तम होता है। भगवान शिव को समर्पित सावन का पवित्र माह 14 जुलाई से आरंभ हो गया है। हर सावन माह के कृष्ण-पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की विधिवत पूजा की जाती है। इससे भगवान शिव अति प्रसन्न होकर भक्तों के सारे दुःख दर्द दूर करते है। उनकी हर इच्छा पूरी होने का आशीर्वाद देते हैं।
इस बार चतुर्दशी तिथि दो दिन पड़ रही है। ऐसे में सावन शिवरात्रि का व्रत जुलाई को रखा जायेगा या फिर 27 जुलाई को। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सावन शिवरात्रि का व्रत 26 जुलाई को रखा जायेगा और इस व्रत का पारण 27 जुलाई को किया जाएगा।

सावन शिवरात्रि पूजा की अवधि: 42 मिनट।

सावन शिवरात्रि व्रत पूजा के दौरान न करें ये गलती। भगवान शिव जी की पूजा में तुसली पत्र नहीं चढ़ाया जाता है और नहीं इनके भोग में ही तुलसी पत्र शामिल किया जाता है। इसके पीछे की मान्यता यह है कि भगवान विष्णु ने तुलसी को अपनी पत्नी स्वीकार कर लिया था।
सावन शिवरात्रि व्रत के दिन महिलाओं को खट्टी चीज नहीं खाना चाहिए। नहीं तो व्रत का पूरा पुण्य फल नहीं मिलता। सावन शिवरात्रि की पूजा में भगवान भोलेनाथ को केतकी का फूल, सिंदूर, हल्दी, कुमकुम नहीं अर्पित किया जाता। 
भगवान शिव के जलाभिषेक में केवल तांबे के लोटे का ही इस्तेमाल करें। अन्य किसी भी प्रकार के वर्तन का उपयोग नहीं किया जाता है।

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...