शुक्रवार, 15 अप्रैल 2022

एटीएम से लेन-देन को सुरक्षित करने के लिए फैसला

एटीएम से लेन-देन को सुरक्षित करने के लिए फैसला  

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। अगर अब आप एसबीआई के एटीएम से 10 हजार रुपये से ज्यादा कैश की निकासी करते हैं तो ओटीपी देना होगा। ओटीपी डालने के बाद ही आप पैसा निकाल सकेंगे। एसबीआई ने एटीएम से लेन-देन को सुरक्षित करने के लिए यह बड़ा फैसला लिया है। इस नए नियम में ग्राहक बिना ओटीपी के कैश की निकासी नहीं कर पाएंगे। ऐसे में अगर आपको इस बात की जानकारी नहीं है तो इसे अच्छे से जान लें, नहीं तो आपका पैसा फंस सकता है। इस बात की जानकारी एसबीआई बैंक के एक ट्वीट के जरिए दी गई है। बता दें, एटीएम से 10,000 रुपये से ज्यादा की निकासी के लिए एक ओटीपी की मदद लेनी होगी। यह ओटीपी आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर भेजा जाएगा। इसके बाद आपको इसका इस्तेमाल करना होगा।

जानिए डिटेल – SBI ATM से पैसे निकालने के लिए आपको OTP की आवश्यकता होगी। – इसके लिए आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा – यह ओटीपी चार अंकों का होगा जो ग्राहक को एक ट्रांजैक्शन के लिए मिलेगा। एक बार जब आप वह राशि दर्ज कर लेते हैं जिसे आप निकालना चाहते हैं, तो आपको एटीएम स्क्रीन पर ओटीपी दर्ज करने के लिए कहा जाएगा।नकद निकासी के लिए आपको इस स्क्रीन में बैंक के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करना होगा।

बता दें कि ग्राहकों को ठगी से बचाने के लिए बैंक ने यह कदम उठाया है। बैंक को लगातार धोखाधड़ी से जुड़ी शिकायतें मिल रही हैं। एसबीआई के पास भारत में 71,705 BC आउटलेट्स के साथ 22,224 शाखाओं और 63,906 एटीएम का सबसे बड़ा नेटवर्क है।

हिन्दू संगठनों ने घेराव कर मुकदमें की मांग की

हिन्दू संगठनों ने घेराव कर मुकदमें की मांग की   

सुनील पुरी           

फतेहपुर। जनपद के चर्च के भीतर धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए हिन्दू संगठनों ने घेराव किया और मुकदमा दर्ज करने की तत्काल मांग की। इसकी सूचना पाकर पुलिस बल के साथ पहुंचा जिला प्रशासन ने मामले की छानबीन कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार फतेहपुर के चर्च के अंदर चंगाई सभा आयोजित की जाती है। विश्व हिन्दू महासभा व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने चर्च का घेराव करते हुए हंगामा किया। इसकी सूचना पाकर जनपद का पुलिस-प्रशासन मौके पर पहुंचा। हिन्दू संगठनों का आरोप लगाया कि चर्च के भीतर चंगाई सभा की आड़ में धर्मांतरण कराया जा रहा है और ऐसा मामला पांचवी बार सामने आया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कराने की मांग रखी। पुलिस प्रशासन ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

तनाव-अशांति व हिंसा का माहौल बताया, अपील

तनाव-अशांति व हिंसा का माहौल बताया, अपील  

नरेश राघानी         
उदयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश में आज तनाव, अशांति और हिंसा का माहौल बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील की है कि उन्हें देश में हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए आगे आकर राष्ट्र के नाम संदेश जारी कर इस तरह की घटनाओं की निंदा और राष्ट्र के लोगों का आह्वान करना चाहिए कि हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी और देश में कानून का राज चलेगा।
गहलोत कांग्रेस की आजादी गौरव यात्रा में शामिल होने के लिए डूंगरपुर जाते समय उदयपुर में मीडिया से आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को चाहिए कि राष्ट्र के नाम संदेश जारी करना और हिंसा करने वालो की निंदा करनी चाहिए, चाहे वो किसी जाति एवं धर्म के हो, प्रधानमंत्री निंदा क्यों नही कर रहे हैं, एक बार उन्होंने निंदा की थी। उसके बाद उनके मुंह पर ताले क्यों लग गये। वह बोलेंगे तो हिंसा रुकेगी। प्रधानमंत्री के बोलने का मायना होता है, एक बार बोल दे।
उन्होंने अपील की कि प्रधानमंत्री राष्ट्र के लोगों का आह्वान करे कि हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी, देश में कानून का राज चलेगा। उन्होंने ट्वीट कर भी कहा कि प्रधानमंत्री को देश की जनता से शांति की अपील कर देश के खराब होते माहौल को ठीक करने का प्रयास करना चाहिए। अगर देश के नागरिकों में आपस में मनभेद होगा तो वह देश के अच्छे भविष्य के लिए उचित नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि बिना शांति के विकास संभव नहीं है परन्तु कभी खाने को लेकर, पहनावे को लेकर तो कभी धार्मिक परंपराओं को लेकर यदि देश के लोग आपस में लड़ते रहेंगे और कुछ उपद्रवी तत्व उन्हें उकसाते रहेंगे तो ये देश इन छोटे मुद्दों में उलझा रह जाएगा एवं आगे कैसे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पुन: अपील करता हूं कि देश में बढ़ रहे सांप्रदायिक तनाव को कम करने के लिए आप राष्ट्र के नाम संदेश दें एवं धर्म के नाम पर उपद्रव कर रहे शरारती तत्वों पर कार्रवाई के लिए राज्य सरकारों को निर्देशित करें। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि मुझे हिंदू होने का गर्व अवश्य है लेकिन मेरा हिंदू धर्म न तो असहिष्णु है और न बहिष्कारवादी। हम सब हिन्दू हैं, लेकिन हमारा धर्म सिखाता है कि सभी धर्मों का सम्मान करें। यही सोच हम सब रखकर एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करेंगे तो ऐसी नौबत ही नहीं आएगी।

'एंटी मिसाइल लेज़र' सिस्टम का सफल परीक्षण

'एंटी मिसाइल लेज़र' सिस्टम का सफल परीक्षण   

सुनील श्रीवास्तव 
जेरूसलम। इजरायल ने दुनिया के पहले एंटी मिसाइल लेज़र सिस्टम का सफल परीक्षण किया है। इस बात की जानकारी खुद इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने दी है। इस मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम को ‘आयरन बीम’ लेज़र इंस्पेक्शन का नाम दिया गया है। ऊर्जा-आधारित हथियार प्रणाली है। इससे यूएवी, रॉकेट और मोर्टार को नीचे गिराने के लिए एक लेजर का इस्तेमाल किया जाता है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेनेट के मुताबिक इससे एक शॉट के लिए महज 3.5 डॉलर का खर्चा आता है।
 के रक्षा मंत्रालय के रक्षा अनुसंधान और विकास निदेशालय ने उच्च शक्ति वाले ‘आयरन बीम’ लेजर इंटरसेप्शन सिस्टम के साथ सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा किया। इजरायल के प्रधानमंत्री बेनेट इस ऐतिहासिक पल का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि सुनने में ये साइंस फिक्शन जैसा लग सकता है, लेकिन ये सच है।
डिफेंस की दुनिया में एक्सपर्ट्स इसे गेम चेंजर कह रहे हैं। इसे ऑपरेट करना बेहद आसान है। साथ ही इस पर खर्चा भी बेहद कम आता है। पिछले कई सालों से इजरायल में इसको लेकर टेस्ट किए जा रहे थे। इस तकनीक को राफले हथियार बनाने वाली कंपनी के साथ मिलकर तैयार किया गया है।
हवाई जहाज पर सिस्टम को फिट करने की तैयारीलेजर सिस्टम का एक नकारात्मक पक्ष ये है कि ये लो विजिबिलिटी में अच्छी तरह से काम नहीं करता है। लिहाजा अगर बादल और खराब मौसम हो तो इसे ऑपरेट नहीं किया जा सकता है।
ऐसे में इजरायल ने कहा है कि वो हवाई जहाज पर भी सिस्टम को लगाने की तैयारी कर रहा है, जिससे कि बादलों के ऊपर रखकर इसे सीमा पर निशाना बनाया जा सके। इस पर फिलहाल काम चल रहा है।
गाजा में होगी तैनातीमीडिया रपोर्ट्स के मुताबिक आयरन बीम लेजर इंटरसेप्शन सिस्टम को गाजा के पास तैनात किया जाएगा। इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने एक बयान में कहा कि लेजर रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल जल्द से जल्द किया जाएगा।

व्हाट्सएप ने कुछ फीचर्स लाने का ऐलान किया

व्हाट्सएप ने कुछ फीचर्स लाने का ऐलान किया   

सुनील श्रीवास्तव                
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। व्हाट्सएप दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप है। यूजर्स के एक्सपीरियंस को बेहतर करने के लिए ऐप अपने प्लेटफॉर्म पर लगातार नए-नए फीचर्स जोड़ते रहता है। कई ऐसे फीचर्स हैं, जो व्हाट्सएप पर तो नहीं है, लेकिन टेलीग्राम और दूसरे ऐप्स पर मिलते हैं। ऐसे ही कुछ फीचर्स व्हाट्सएप ने अपने प्लेटफॉर्म पर लाने का ऐलान किया है। इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप ने नए फीचर्स की लिस्ट जारी कर दी है। नए फीचर्स की जानकारी वॉट्सऐप ने अपने ब्लॉग में दी है। आइए जानते हैं क्या कुछ नया मिलने वाला है।
व्हाट्सएप पर Communities का अलग टैब मिलेगा। इस टैब में यूजर्स के सभी अलग-अलग ग्रुप्स एक अंब्रेला के नीचे आ आएंगे।‌इस तरह से लोग पूरी कम्यूनिटी को भेजे गए अपडेट्स को आसानी से हासिल कर सकते हैं। कम्यूनिटीज में एडमिन को कई सारे टूल्स मिलेंगे। इसमें यूजर्स को अनाउंसमेंट मैसेज का फीचर मिलेगा, जो सभी को भेजा जा सकेगा।
ऐप कई नए फीचर्स पर काम कर रहा है, जिसमें से कम्यूनिटीज में व्हाट्सएप ग्रुप्स को शामिल करना भी होगा। यानी किसी वॉट्सऐप ग्रुप को कम्यूनिटी में शामिल किया जा सकता है या नहीं। यह सभी फीचर्स आने वाले दिनों में रोलआउट किए जाएंगे। आइए जानते हैं यूजर्स को ग्रुप चैट में कौन-कौन से नए फीचर्स मिलने वाले हैं।
WhatsApp यूजर्स को इमोजी रिएक्शन का फीचर मिलने वाला है। यह फीचर फिलहाल रोलआउट नहीं हुआ है, लेकिन आने वाले दिनों में मिल जाएगा। इस फीचर की मदद से यूजर्स को किसी मैसेज पर रिप्लाई करने के लिए मैसेज करने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि वह ऐसे मैसेज पर रिएक्ट भी कर सकेंगे।
ग्रुप एडमिन को अब पहले से ज्यादा कंट्रोल मिलेगा। इसकी बदौलत एडमिन किसी प्रॉब्लमैटिक मैसेज को सभी चैट्स से डिलीट कर सकते है।
व्हाट्सएप पर अभी तक 25MB तक की ही फाइल शेयर हो पाती थी, जिसे अब बढ़ाकर 2GB तक कर दिया जाएगा। यानी 2GB तक की फाइल शेयर कर सकेंगे। का नया फीचर भी जल्द ही आपको इस प्लेटफॉर्म पर मिलेगा। वन टैप वॉयस कॉलिंग फीचर की मदद से आप 32 लोगों से एक साथ कनेक्ट हो सकेंगे।‌इतना ही नहीं यूजर्स को नया डिजाइन और इंटरफेस भी मिलेगा, जिसकी वजह से आपका एक्सपीरियंस बेहतर होगा। Communities का फीचर WhatsApp पर इस साल के अंत तक आएगा।

मदरसा शिक्षकों की भर्ती व्यवस्था में बदलाव, फैसला

मदरसा शिक्षकों की भर्ती व्यवस्था में बदलाव, फैसला 

संदीप मिश्र        
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के एक बार फिर सत्ता में वापस आ गयी है। जिस के बाद से योगी सरकार फिर हर विभाग में बदलावों के साथ ठोस कदम उठा रही है। इसी कड़ी में सरकार ने मदरसा शिक्षकों की भर्ती व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है।
उत्तर प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक कक्षाओं के लिए होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) की तरह अब मदरसा शिक्षक पात्रता परीक्षा (MTET) का आयोजन होगा। अब प्रदेश के सरकारी मान्यता प्राप्त व अनुदानित मदरसों में मदरसा प्रबंधक सीधे अपने स्तर पर शिक्षकों की भर्ती नहीं कर सकेंगे।
मदरसों में शिक्षकों की भर्ती से पहले उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन करेगा। यह परीक्षा लिखित होगी। मदरसा टीईटी में सफल अभ्यर्थियों के इंटरव्यू आदि प्रक्रिया के बाद नियुक्ति होगी। इस परीक्षा को उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षक परिषद कराएगा। एमटीईटी पास करने वाले अभ्यार्थी ही मदरसों में शिक्षक बन सकेंगे। दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार से अनुदानित मदरसों में शिक्षकों के पद भरने का अधिकार वहां की ही प्रबंध समिति के पास होता है और ज्यादातर प्रबंधक मदरसों में अपने रिश्तेदारों को ही तैनात कर लेते हैं।
मदरसा शिक्षा परिषद की बैठक के बाद बताया गया था कि नए सत्र से छात्रों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा शुरू की जाएगी। इसके तहत बेसिक शिक्षा परिषद की तर्ज पर अब मदरसा बोर्ड भी 6 विषयों में परीक्षा कराएगा। वहीं, मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाएं 14 मई से 27 मई के बीच आयोजित की जाएंगी। उधर, हाल ही में उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा परिषद की बैठक में अहम फैसला लिया गया था। अब नए सत्र से हर मदरसे में क्लास शुरू होने से पहले राष्ट्रगान गाया जाएगा। उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद् के रजिस्ट्रार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा अब हर मदरसा में शिक्षक की उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लगाया जाएगा।

अमेरिका: शख्स के खिलाफ पशु क्रूरता का केस दर्ज

अमेरिका: शख्स के खिलाफ पशु क्रूरता का केस दर्ज  

अखिलेश पांडेय        
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के एरिजोना से एक बहुत ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने अपने गैरेज के फ्रीजर में 183 पशुओं के अवशेष छिपा रखे थे। इसमें कुत्ता, खरगोश जैसे जानवरों के अवशेष शामिल हैं। इसके बाद शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शख्स के खिलाफ पशु क्रूरता का केस दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, कुछ जानवरों को शख्स ने जिंदा ही फ्रीजर में रख दिया गया था। इससे उनकी ठंड की वजह से जमकर मौत हो गई थी। शेरिफ कार्यालय ने एक बयान में बताया कि मोहवे काउंटी के अधिकारियों और पशु नियंत्रण अधिकारियों ने पशुओं के अवशेष को तीन अप्रैल को एक गैरेज फ्रीजर में पाया।
एक महिला ने शिकायत की थी कि 43 साल के माइकल पैट्रिक टरलैंड ने उनके सांपों को वापस नहीं लौटाया था। उन्होंने इन सांपों को प्रजनन के लिए उनसे मांगा था। एरिजोना के गोल्डन वैली में शख्स के पुराने मकान के गैरेज में यह फ्रीजर रखा गया था। रिपोर्ट के अनुसार, शख्स ने कुत्ते, कछुए, छिपकली, पक्षी, सांप, चूहे और खरगोश आदि जानवरों के अवशेष अपने फ्रीजर में रखे थे। इसमें से कई जानवर जिंदा जमे हुए प्रतीत हो रहे थे।
जब घर के मालिक ने टरलैंड और उसकी पत्नी को घर खाली करने को कह दिया था। इसके बाद सफाई करते समय जमे हुए जानवरों के बारे में पता चला। इसके बाद घर के मालिक के होश उड़ गए थे। इसके बाद टरलैंड को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। शख्ती से पूछताछ करने पर टरलैंड ने कुछ जानवरों को जिंदा ही फ्रीजर में रखने की बात स्वीकार कर ली है।

प्लेन का दरवाजा खोलने की कोशिश, जुर्माना लगाया

प्लेन का दरवाजा खोलने की कोशिश, जुर्माना लगाया 

सुनील श्रीवास्तव         
वाशिंगटन डीसी। एक एयरलाइन कंपनी ने महिला यात्री पर 62 लाख रुपये से अधिक का भारी भरकम जुर्माना लगाया। महिला पर आरोप है कि उसने यात्रा के दौरान विमान के चालक दल पर हमला किया और प्लेन का दरवाजा खोलने की कोशिश की। जिसके बाद उसे विमान की सीट पर टेप से बांध दिया गया।
ये घटना अमेरिकन एयरलाइन की Flight 1774 में हुई थी, जो पिछले साल जुलाई में Dallas से North Carolina के Charlotte जा रही थी। इसी दौरान एक महिला यात्री केबिन क्रू के सदस्यों से अभद्रता करने लगी। इतना ही उसने कथित तौर पर विमान का दरवाजा खोलने की भी कोशिश की।
महिला की इस हरकत को देखते हुए उसे सीट से बांधकर काबू में किया गया। कुछ सहयात्रियों ने इस घटना का वीडियो बना लिया, जिसके बाद महिला के खिलाफ जांच शुरू हुई। जांच के बाद अब एयरलाइन कंपनी ने आरोपी महिला के खिलाफ एक्शन लिया है। उस पर 81,950 डॉलर (62 लाख रुपये से अधिक) का जुर्माना लगाया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा लगाया गया ये अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है। बताया गया कि महिला की इस हरकत की वजह से फ्लाइट करीब 3 घंटे लेट हुई थी।
इस घटना को लेकर दूसरे यात्री ने अपने टिकटॉक (@lol.ariee) अकाउंट पर बताया कि वो महिला चिल्ला रही थी। वो कह रही थी कि मुझे प्लेन से उतरना है। वो दरवाजा खोलने की भी कोशिश कर रही थी। यात्री ने महिला की एक तस्वीर भी शेयर की, जिसमें दिख रहा है कि कैसे उसे सीट पर टेप से बांधा गया था।
जांच एजेंसी ने महिला पर जुर्माना लगाने के बाद एक बयान में कहा कि महिला की हरकतों की वजह दूसरे यात्रियों के लिए खतरा पैदा हो सकता था। भविष्य में भी ऐसी घटनाओं पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।

300 से ज्यादा पदों पर कैंडिडेट से एप्लिकेशन मांगे

300 से ज्यादा पदों पर कैंडिडेट से एप्लिकेशन मांगे  

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। युवाओं के लिए दिल्ली में जॉब करने का बेहतरीन मौका आया है। दिल्ली सरकार के तहत आने वाले दिल्ली परिवहन निगम ने 300 से ज्यादा पदों पर कैंडिडेट से एप्लिकेशन मांगे हैं। जारी किए गए नोटिफिकेशन के तहत असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन, असिस्टेंट फिटर, असिस्टेंट फोरमैन के 357 पदों पर भर्ती की जाएगी। जो कैंडिडेट इन पदों पर ऐप्लाई करना चाहते है। ऑफिशियल वेबसाइट dtc.delhi.gov.in पर बताए गए तरीके से फॉर्म  भर सकते हैं। DTC के इन पदों पर केवल ऑनलाइन ऐप्लाई किया जा सकता है।
बता दें कि दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (DTC) के इन पदों पर आवेदन प्रक्रिया 18 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। इन पदों के लिए ऐप्लाई करने की अंतिम तारीख 4 मई 2022 है। ये पद कांट्रैक्ट बेसिस पर हैं। डीटीसी दिल्ली में निकली वैकेंसी के तहत असिस्टेंट फोरमैन के 112 पद, असिस्टेंट फिटर के 175 पद और असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन के 70 पद शामिल हैं।
DTC के इन पदों के लिए शैक्षिक योग्यता पद के हिसाब से अलग है। जैसे फोरमैन पद के लिए ऑटोमोबाइल या मैकेनिकल या इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में तीन साल का डिप्लोमा किए कैंडिडेट्स अप्लाई कर सकते हैं। इसी तरह सेक्शन ऑफिसर पद के लिए सिविल इंजीनियरिंग में तीन साल का डिप्लोमा किए कैंडिडेट आवेदन कर सकते हैं। इसी प्रकार, हर पद के लिए एलिजिबिलिटी अलग-अलग है। विस्तार से जानने के लिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन चेक कर लें।
इन पदों के लिए सैलरी भी पद के अनुसार अलग है। एसओ और असिस्टेंट फोरमैन पद के लिए सैलरी 46,374 रुपए है। फिटर और इलेक्ट्रीशियन पद के लिए सैलरी 17,693 रुपए है।

7 सीटर एमपीवी अर्टिगा फेसलिफ्ट कार लॉन्च की

7 सीटर एमपीवी अर्टिगा फेसलिफ्ट कार लॉन्च की 

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। देश की विश्वसनीय कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने सबसे सस्ती 7 सीटर एमपीवी अर्टिगा फेसलिफ्ट लॉन्च कर दी है। मारुति सुजुकी के अनुसार 2022 Maruti Ertनई Ertiga चार ट्रिम्स और 11 ब्रॉड वेरिएंट्स में उपलब्ध है। VXi, ZXi और ZXi+ पर तीन ऑटोमैटिक विकल्प उपलब्ध हैं, जबकि CNG भी दो वेरिएंट में उपलब्ध है। नई अर्टिगा 7 कलर ऑप्शन के साथ आएगी, जिसमें पर्ल आर्कटिक व्हाइट, स्प्लेंडिड सिल्वर, पर्ल डिग्निटी ब्राउन, मैग्मा ग्रे, ऑबर्न रेड, प्राइम ऑक्सफोर्ड ब्लू और मिडनाइट ब्लैक शेड्स शामिल हैं। मारुति सुजुकी अर्टिगा 2022 में बेहतर परफॉर्मेंस के लिए के-सीरीज 1.5-लीटर डुअल वीवीटी इंजन का इस्तेमाल किया गया है। यह इंजन पहले से ज्यादा माइलेज के साथ आएगा। इसे फाइव-स्पीड गियरबॉक्स से जोड़ा गया है। कार में पैडल शिफ्टर्स भी उपलब्ध हैं। नई अर्टिगा की दूसरी और तीसरी रो में स्प्लिट फोल्डिंग सीटें भी उपलब्ध कराई गई हैं। 

Ertiga को पहली बार 2012 में भारत में लॉन्च किया गया था। पिछले एक दशक में यह भारत की पॉपुलर कार में शामिल हो गई है। यह देश में 10 सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों की लिस्ट में शामिल रहती है। अब तक अर्टिगा की सात लाख से ज्यादा यूनिट्स बिक चुकी हैं। कंपनी-फिटेड सीएनजी ऑप्शन मिलने की वजह से यह खरीदारों की पहली पसंद में से एक है। हालांकि, इसकी पॉपुलेरिटी का सबसे बड़ा कारण इसकी सस्ती कीमत और बड़ा केबिन है। कंपनी इन सुविधाओं को जारी रखते हुए नई अर्टिगा में एडवांस फीचर्स और डिजाइन को अपडेट किया है। iga फेसलिफ्ट के बेस वेरिएंट की एक्स शोरूम कीमत 8.35 लाख रुपये और इसके टॉप वेरिएंट की कीमत एक्स शोरूम 12.79 लाख रुपये होगी। इसके साथ ही अपडेट अर्टिगा में आपको कई एडवांस फीचर्स और टेक्नोलॉजी मिलेगी। इसके अलावा कार के लुक की बात करें तो इसे स्पोर्टी बनाने के लिए भी कई बदलाव किए गए हैं।

टैक्स: जीएसटी की दरों में बड़े फेरबदल की तैयारी

टैक्स: जीएसटी की दरों में बड़े फेरबदल की तैयारी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। महंगाई की मार से पहले से हलकान आम आदमी पर सरकार टैक्स का बोझ और बढ़ा सकती है। मोदी सरकार जीएसटी की दरों में बड़े फेरबदल की तैयारी कर रही है। अगले दो साल में टैक्स रेवेन्यू बढ़ाने की योजना के तहत ऐसा किया जा सकता है।
जीएसटी के निचले स्लैब की दर में बढ़ोतरी हो सकती है।‌ जबकि इसकी चार स्लैब की दर को कम कर तीन किया जा सकता है। इसके अलावा ज्यादा खपत वाले और जरूरी सामानों पर लगने वाले जीएसटी की दरों को युक्तिसंगत बनाया जाएगा। फिलहाल 480 ऐसे आइटम्स हैं जिन पर 18 फीसदी जीएसटी लगता है। कुल जीएसटी कलेक्शन का 70 फीसदी हिस्सा इसी सेगमेंट से आता है।
अभी जीएसटी के चार स्लैब हैं- 5 फीसदी, 12 फीसदी, 18 फीसदी और 28 फीसदी। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जीएसटी के निचले स्लैब 5 फीसदी की दर को बढ़ाकर 6-7 फीसदी किया जा सकता है। जबकि 12 फीसदी और 18 फीसदी के स्लैब को हटा कर उसकी जगह 15 फीसदी का नया स्लैब लाया जा सकता है। 28 फीसदी के स्लैब में कोई फेरबदल नहीं होगा।
निचले स्लैब की बढ़ सकती है दर
जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में इस फेरबदल पर मुहर लग सकती है। उम्मीद जताई जा रही है कि मई के तीसरे हफ्ते में काउंसिल की बैठक हो सकती है। जीएसटी के निचले स्लैब 5 फीसदी को 6-7 फीसदी और 12 फीसदी के स्लैब को 15 फीसदी किए जाने का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। इस स्लैब में ज्यादातर खाने-पीने की वस्तुएं और दवाएं शामिल हैं। हालांकि, 18 फीसदी के स्लैब को 15 फीसदी पर लाए जाने से कुछ सामानों की कीमतों में कमी आने की भी संभावना है।
राज्यों के वित्त मंत्रियों की समिति अप्रैल के अंत तक दरों में फेरबदल की अपनी रिपोर्ट जीएसटी काउंसिल को सौंप सकती है। इसमें राजस्व बढ़ाने के लिए अलग-अलग कदमों का सुझाव भी शामिल होगा। इस समिति की अध्यक्षता कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई कर रहे हैं।
बता दें कि मार्च 2022 में जीएसटी कलेक्शन अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान 1,42,095 करोड़ रुपये की जीएसटी वसूली हुई है जो अब तक की सबसे ज्यादा वसूली है। जीएसटी वसूली में महाराष्ट्र पहले नंबर पर रहा है जहां 20,305 करोड़ रुपये जीएसटी से आए। दूसरे नंबर पर 9,158 करोड़ रुपये के साथ गुजरात और तीसरे नंबर पर कर्नाटक (8,750 करोड़ रुपये) रहा है। इसके बाद तमिलनाडु (8,023 करोड़), हरियाणा (6,654 करोड़) और उत्तर प्रदेश (6,620 करोड़ रुपये) का नंबर है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

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