गुरुवार, 7 अप्रैल 2022

अंग्रेजी विभाग द्वारा 'गेस्ट लेक्चर' का आयोजन

अंग्रेजी विभाग द्वारा 'गेस्ट लेक्चर' का आयोजन   

भानु प्रताप उपाध्याय                
मुजफ्फरनगर। डी. ए. वी. कॉलेज मुजफ्फरनगर के अंग्रेजी विभाग द्वारा गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्य डॉ. ललित कुमार, अतिथि डॉ. अलका बंसल, विभागाध्यक्ष प्रो. विपिन कुमार जैन द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
अतिथि डॉ. अलका बंसल, विभागाध्यक्षा अंग्रेजी विभाग, एस.डी. कॉलेज, मुजफ्फरनगर द्वारा अंग्रेजी के शब्दों के उच्चारण को सही तरीके से उच्चारित करने के बारे में छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। प्राचार्य डा० ललित कुमार ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम आयोजन डा० रुचिता गोयल एवं डा० अनीता ढ़ल के मार्गदर्शन में किया गया। मंच का संचालन एम०ए० द्वितीय सेमेस्टर की छात्राओं साक्षी एवं शिवानी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. अंशु बंसल, डॉ. सलेहा, डॉ. अर्चना, डॉ. रुही जावेद एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभागिता किया।

पंजाब: सिद्धू व प्रेसिडेंट बरिंदर के बीच तकरार हुआ

पंजाब: सिद्धू व प्रेसिडेंट बरिंदर के बीच तकरार हुआ  

अमित शर्मा          
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में आपसी कलह खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। ऐसा ही एक नया मामला, चंडीगढ़ में देखने को मिला, जहां नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रेसिडेंट बरिंदर ढिल्लों के बीच तकरार हो गया। चंडीगढ़ में बढ़ती हुई महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रदर्शन में दौरान सिद्धू और बरिंदर ढिल्लों दोनों ही शामिल हैं। इस दौरान ही दोनों में बहस हो गई।  
वहीं ईमानदारी को लेकर इन दोनों नेताओं में तकरार हुई। मिली जानकारी के अनुसार नवजोत सिद्धू ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि मैं ईमानदार हूं पर कुछ लोग बेईमान हैं। इस बात पर बरिंदर ढिल्लों भड़क गए और सिद्धू से सवाल किया कि जो भी बेईमान है उसका नाम लिया जाए अगर नाम नहीं ले सकते, तो इस मुद्दे पर बात न की जाए। जिसके बाद नवजोत सिद्धू अपना भाषण बीच में ही रोक कर चले गए। गौरतलब है कि कांग्रेस में कलह काफी समय से जारी है, इसी कलह के चलते पार्टी को विधानसभा चुनाव में भी करारी हार का सामना करना पड़ा था।

अकाउंट्स ट्रेनी व एग्रीकल्चर ग्रेजुएट के पदों पर भर्ती

अकाउंट्स ट्रेनी व एग्रीकल्चर ग्रेजुएट के पदों पर भर्ती 

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। इफ्को ने अकाउंट्स ट्रेनी और एग्रीकल्चर ग्रेजुएट ट्रेनी के पदों पर भर्ती करने का फैसला किया है। कैंडिडेट्स वेबसाइट iffco.in या iffcoyuva.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इन पदों के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 15 अप्रैल तय की गई है।
अकाउंट्स ट्रेनी: कैंडिडेट्स को सीए इंटर पास और कम से कम 60 फीसदी अंकों के साथ कॉमर्स में ग्रेजुएट होना चाहिए।
एग्रीकल्चर ग्रेजुएट ट्रेनी: कैंडिडेट्स के पास बीएससी एग्रीकल्चर फुल टाइम रेगुलर डिग्री होना जरूरी है। सामान्य और ओबीसी कैटेगरी के कैंडिडेट्स को 60 फीसदी अंक व एससी/एसटी कैटेगरी के उम्मीदवारों को 55 फीसदी अंकों से पास होना चाहिए।
अकाउंट्स ट्रेनी: कैंडिडेट्स को एक वर्ष तक ट्रेनिंग लेनी होगी। इस दौरान उन्हें 36 हजार रुपये सैलरी मिलेगी। इसके बाद 40 हजार -75 हजार प्रति माह सैलरी प्रदान की जाएगी।
एग्रीकल्चर ग्रेजुएट ट्रेनी: इस पद पर ट्रेनिंग के दौरान प्रति माह 33 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके बाद 37 हजार-70 हजार के बीच हर माह सैलरी दी जाएगी।
इन पदों के लिए अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष तय की गई है। एससी और एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष और ओबीसी को तीन वर्ष की छूट दी जाएगी।
शॉर्टलिस्ट किए गए कैंडिडेट्स को कंप्यूटर बेस्ड ऑनलाइन टेस्ट देना होगा जो देश के विभिन्न शहरों में आयोजित किया जाएगा।
कैंडिडेट्स ऑफिशियल वेबसाइट पर क्लिक करें।
यहां जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
इसके बाद लॉग इन कर एप्लीकेशन फॉर्म भरें।
एप्लीकेशन फॉर्म में फोटो, साइन और अन्य डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें।
प्रोसेस पूरी होने के बाद आप एप्लीकेशन का प्रिंट ले सकते हैं।

रूसी मछुआरों ने कार्टिलाजिनस मछली को पकड़ा

रूसी मछुआरों ने कार्टिलाजिनस मछली को पकड़ा  

सुनील श्रीवास्तव       
मास्को। बृहस्पतिवार को रूसी मछुआरों ने समुद्र की गहराई में एक ऐसे जीव को ढूंढ निकाला, जो अजीबो-गरीब दिखाई देता है। जब यह तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हुई तो नेटिजन्स ने इसे ‘बेबी ड्रैगन’ का नाम दिया। 39 वर्षीय रोमन फेडोर्ट्सोव अपने साथी मैकेरल के साथ नॉर्वेयिन सागर में मछली पकड़ने गए थे, तब उन्होंने विचित्र दिखने वाले इस जीव को पकड़ा।
मरमंस्क स्थित मछुआरे विभिन्न प्रकार के विचित्र दिखने वाले समुद्री जीवों के बीच घूमते हैं, लेकिन इस अनोखे जीव ने उन्हें हैरत में डाल दिया। क्योंकि यह नए हैच वाले बेबी ड्रैगन जैसा लग रहा था। हालांकि, जीव की पहचान अब कोई रहस्य नहीं है। रोमन ने एक काइमेरा को पकड़ा, जो एक कार्टिलाजिनस मछली है। जिसे ‘घोस्ट शार्क’ भी कहा जाता है।
रोमन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जीव की एक तस्वीर पोस्ट की। मछली की आंखें बड़ी हैं और एक लंबी पूंछ भी है, और यह हल्के गुलाबी रंग की दिखाई दे रही है। इस जीव पर पंख भी दिखाई दे रहे हैं। रोमन ने लिखा, ‘बस एक कहावत- नामहीन चीज का पीछा करना एक बात है, लेकिन इसे खोजना बिल्कुल दूसरी चीज है। 
शेयर किए जाने के बाद से, फोटो को इंस्टाग्रामर्स से 22,000 से अधिक लाइक्स और कुछ दिलचस्प कमेंट्स मिल चुके हैं। ज्यादातर यूजर्स इस फोटो को देखकर दंग रह गए।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 1,033 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 1,033 नए मामलें   

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। देश में जानलेवा कोरोना वायरस महामारी के नए मामलों में बृहस्पतिवार को बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1,033 नए मामलें सामने आए हैं और 43 लोगों की मौत हो गई। कल कोरोना के 1086 केस दर्ज किए गए थे और 71 लोगों की मौत हुई थी। जानिए देश में कोरोना की ताजा स्थिति क्या है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अब एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 11 हजार 639 हो गई है। वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5 लाख 21 हजार 530 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक 4 करोड़ 24 लाख 97 हजार 567 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। देश में अबतक कोरोना से 4 करोड़ 30 लाख 31 हजार 958 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों  की 185 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं। कल 15 लाख 37 हजार 314 डोज़ दी गईं, जिसके बाद अबतक वैक्सीन की 185 करोड़ 20 लाख 72 हजार 469 डोज़ दी जा चुकी हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना योद्धाओं और 60 साल से ज्यादा आयु वाले अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को 2 करोड़ से ज्यादा (2,39,02,927) एहतियाती टीके लगाए गए हैं। देश में कोविड रोधी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 से शुरू हुआ और पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया। वहीं, कोरोना योद्धाओं के लिए टीकाकरण अभियान दो फरवरी से शुरू हुआ था।

ट्रैक्टर-ट्राली से टकराईं बाइक, 2 लोगों की मौंत

ट्रैक्टर-ट्राली से टकराईं बाइक, 2 लोगों की मौंत  


मनोज सिंह ठाकुर        

दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले के बटियागढ़ थाना अंतर्गत चैनपुरा गांव के समीप बृहस्पतिवार तड़के सड़क पर खड़े ट्रैक्टर-ट्राली से एक मोटरसाइकिल के टकरा जाने से बाइक सवार दो लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

बटियागढ़ पुलिस थाना प्रभारी मनीष मिश्रा ने बताया कि यह हादसा बृहस्पतिवार की रात्रि करीब दो बजे बटियागढ़-नरसिंहगढ़ मार्ग पर हुआ। उन्होंने कहा कि मृतकों की पहचान आशीष राठौर (35) और महेंद्र पटेल (35) के रूप में की गई है। मिश्रा ने बताया कि हादसे के वक्त ये छतरपुर की ओर से दमोह अपने घर लौट रहे थे।

विश्वविद्यालय: 'सीयूसीईटी' के माध्यम से होंगे दाखिले

विश्वविद्यालय: 'सीयूसीईटी' के माध्यम से होंगे दाखिले  

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अंबेडकर विश्वविद्यालय ने बृहस्पतिवार को घोषणा की, कि संस्थान में सभी स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए अब ‘संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा’ (सीयूसीईटी) के माध्यम से दाखिले होंगे। कुलपति अनु सिंह लाठेर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विश्वविद्यालय में प्रवेश सीयूसीईटी के माध्यम से होगा।
उन्होंने कहा कि सभी अभ्यर्थियों के लिए सीयूसीईटी, 2022 में उपस्थित होना अनिवार्य है, जिसमें वे अभ्यर्थी भी शामिल हैं जो अतिरिक्त सीट पर दाखिला चाहते हैं। पात्रता मानदंड, सीयूसीईटी में प्राप्त अंकों के आधार पर तय किए जाएंगे। अंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कार्तिक दवे (डीन प्लानिंग) ने कहा कि अभ्यर्थी सीयूसीईटी में केवल उन्हीं विषयों के सवालों के जवाब दे सकेंगे, जो उन्होंने 12वीं कक्षा में पढ़े थे। किसी भी विषय के छात्रों के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।
छात्र सेवाओं के डीन सुरेश प्रभु ने कहा कि सीयूसीईटी छात्रों को एक समान अवसर प्रदान करेगा। कुलपति अनु सिंह लाठेर ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 में शुरू होने वाले नए पाठ्यक्रमों की भी घोषणा की। ये क्रिमिनोलॉजी और फिलॉसफी में ‘मास्टर ऑफ आर्ट्स’ और पॉलिटिकल साइंस में ‘बैचलर ऑफ आर्ट्स’ हैं।

महंगाई: सीएनजी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी

महंगाई: सीएनजी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी   

अकांशु उपाध्याय                 

नई दिल्ली। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड की ओर से लगातार की जा रही सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी से इसके दाम डीजल-पेट्रोल के आसपास पहुंचते जा रहे हैं। लगातार दूसरे दिन यानी केवल 24 घंटे के अंतराल पर आईजीएल द्वारा सीएनजी की कीमतों में 2 रूपये 50 पैसे प्रति किलोग्राम का इजाफा कर दिया गया है। सीएनजी की बढ़ाई गई कीमतें आज से ही लागू कर दी गई है। जिसके चलते राजधानी दिल्ली में अब सीएनजी के दाम 69 रुपए 11 पैसे प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए हैं।

बृहस्पतिवार को एक बार फिर से सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी गई है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक दिल्ली से सटे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में सीएनजी की नई कीमत 71.67 रुपये प्रति किलोग्राम, मुजफ्फरनगर, मेरठ और शामली में सीएनजी की नई कीमत 76.34 रुपये प्रति किलोग्राम और गुड़गांव में 77.44 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। इसके अलावा आज सुबह 6 बजे से रेवाड़ी में सीएनजी 79.57 रुपये प्रति किलोग्राम और करनाल तथा कैथल में सीएनजी 77.77 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर उपभोक्ताओं को मिल रहा है। दिल्ली और एनसीआर अलावा जिन अन्य शहरों में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड द्वारा सीएनजी की सप्लाई की जाती है, वहां भी इसकी कीमत में बढ़ोतरी कर दी गई है। आज की बढ़ोतरी के बाद कानपुर, हमीरपुर और फतेहपुर में सीएनजी 80.90 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है, जबकि अजमेर, पाली और राजसमंद में सीएनजी की कीमत बढ़कर 79.38 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।

अप्रैल के शुरुआती 7 दिनों में सीएनजी की कीमत में अभी तक 4 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है। वही पिछले महीने की शुरुआत से अभी तक की ये नौवीं बढ़ोतरी है। मौजूदा महीने में 1 अप्रैल को सीएनजी की कीमत में प्रति किलोग्राम 80 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी। इसके बाद 4 अप्रैल को सीएनजी की कीमत में प्रति किलोग्राम 2.50 रुपये की बढ़ोतरी की गई। इसके बाद कल 6 अप्रैल को और आज 7 अप्रैल को सीएनजी की कीमत में प्रति किलोग्राम 2.50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। इस तरह से राजधानी दिल्ली में अप्रैल के महीने में ही अभी तक सीएनजी की कीमत में प्रति किलोग्राम 8.30 रुपये की बढ़ोतरी की जा चुकी है।

दुकान एवं प्रतिष्ठानों के लिए मराठी साइनबोर्ड अनिवार्य

दुकान एवं प्रतिष्ठानों के लिए मराठी साइनबोर्ड अनिवार्य    

कविता गर्ग                        
मुंबई। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की तानाशाही जारी है। दरअसल, बीएमसी ने एक आदेश जारी कर कहा है कि मुंबई में अब दुकानों और प्रतिष्ठानों के लिए मराठी साइनबोर्ड लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही सर्कुलर के अनुसार, शराब की दुकानों और बार का नाम किलों, गणमान्य व्यक्तियों और मूर्तियों के नाम पर नहीं रखना है। आदेश का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नगर निकाय ने कहा कि इन नियमों के उल्लंघन के मामले में संबंधित दुकान और प्रतिष्ठान मालिकों के खिलाफ महाराष्ट्र दुकान और प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जाएगा। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 17 मार्च, 2022 को मराठी नेमप्लेट के लिए महाराष्ट्र दुकान और प्रतिष्ठान अधिनियम में संशोधन किया था। बीएमसी ने उसी के संबंध में एक परिपत्र प्रकाशित किया है। बीएमसी के अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है। बीएमसी की रिकॉर्ड के अनुसार, मुंबई में कुल 5,08,897 दुकानें और प्रतिष्ठान हैं। 
पुराने दुकान और प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत भी मराठी नेम प्लेट लगाना अनिवार्य था। लेकिन 2017 में, राज्य सरकार ने कानून में संशोधन किया, जिसके तहत नौ से कम कर्मचारियों वाली दुकानों और प्रतिष्ठानों को मराठी नेमप्लेट प्रकाशित करने की आवश्यकता नहीं थी। अब, नए संशोधन के अनुसार, सभी दुकानों और प्रतिष्ठानों, कर्मचारियों की संख्या के बावजूद, दुकान का नाम मराठी में अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करना होगा।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-181, (वर्ष-05)
2. शुक्रवार, अप्रैल 8, 2022
3. शक-1984, चैत्र, शुक्ल-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2078।     
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 24 डी.सै., अधिकतम-39+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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           (सर्वाधिकार सुरक्षित)

बुधवार, 6 अप्रैल 2022

जलवायु-परिवर्तन 'संपादकीय'

जलवायु-परिवर्तन      'संपादकीय'      

शुद्ध-शाकाहारी जीवन सनातन सभ्यता का उद्बोधन हैं। शाकाहार सनातन संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह केवल सनातन संस्कृति की प्रवृति के अनुसार ही लागू होता है‌। यदि, कोई भी व्यक्ति शाकाहार जीवन यापन करने की प्रक्रिया में भागीदारी कर ले, तो संपूर्ण मानव जाति जलवायु-परिवर्तन से निपटने की दिशा में महत्वपूर्ण सहयोग कर सकते हैं। इस निर्णय में राष्ट्र एवं व्यक्तिगत संबंधों से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं होना चाहिए। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्पन्न एक समस्या से संबंधित विषय है। यह विषय प्रत्येक धरतीवासी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जलवायु-परिवर्तन से निपटने की दिशा में एक और वैश्विक पहल आगे कदम बढ़ा रही थी।  
दरअसल, वैश्विक स्तर पर उद्योगों को कार्बन मुक्त करने के एक कार्यक्रम की सालाना बैठक से पहले, भारत में इस कार्यक्रम की प्रारम्भिक सभा का आयोजन हो रहा है। क्लीन एनेर्जी मिनिस्टीरियल (CEM) का इंडस्ट्रियल डीप डीकार्बोनाइजेशन इनिशिएटिव (IDDI) सार्वजनिक और निजी संगठनों का एक वैश्विक गठबंधन है। जो उद्योगों में कम कार्बन सामग्री की मांग को प्रोत्साहित करने के लिए काम करता है। देश की राजधानी, नई दिल्ली, में IDDI की महत्वपूर्ण बैठकों का दौर जारी है। भारत में हो रही यह बैठक सितंबर में अमेरिका के पिट्सबर्ग, में आयोजित होने वाले सीईएम13 बैठक के लिए एक प्रारंभिक सभा है, जहां सरकारें उद्योगों को कार्बन मुक्त करने की अपनी महत्वाकांक्षाओं की घोषणा करेंगी। इनमें हरित सार्वजनिक खरीद नीति प्रतिबद्धताएं और खरीद लक्ष्य निर्धारित करना शामिल है। जो प्रमुख उद्योगों द्वारा तेजी से प्रतिक्रिया देने में मदद कर सकते हैं। 
वैश्विक स्तर पर कुल ग्रीनहाउस गैस (GHG) एमिशन का लगभग तीन-चौथाई बिजली क्षेत्र से आता है। भारी उद्योग से कार्बन एमिशन लगभग 20 से 25 फीसद होता है। विज्ञान कहता है कि जलवायु-परिवर्तन के सबसे बुरे प्रभावों से बचने के लिए, हमें 2030 तक नेट ज़ीरो एमिशन तक पहुंचना होगा। इसके लिए उद्योग सहित सभी क्षेत्रों से गहन डीकार्बोनाइजेशन की आवश्यकता होती है। IDDI की यह बैठक इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) की उस मिटिगेशन रिपोर्ट के ठीक बाद आती है। जिसमें उद्योगों के लिए डीकार्बोनाइजेशन की दिशा में तेजी से कदम उठाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।   
उदाहरण के लिए, स्टील उद्योग को तेजी से डीकार्बोनाइज करने की जरूरत है। अगर हमें ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना है। वार्षिक वैश्विक इस्पात उत्पादन लगभग 2बीएमटी है और कुल जीएचजी में 7 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है। स्टील क्षेत्र के उत्सर्जन में 2030 तक कम से कम 50% और 2050 तक 95% तक 2030 के स्तर पर गिरने की आवश्यकता है। ताकि 1.5 डिग्री ग्लोबल वार्मिंग मार्ग के साथ संरेखित किया जा सके। हालांकि, वर्तमान भविष्यवाणियां बताती हैं कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में उस वृद्धि के बहुमत के साथ 2050 तक स्टील की मांग सालाना 2.5 बीएमटी से अधिक हो जाएगी। ध्यान रहे कि भारत जैसे देशों में, विकास की जरूरतें अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और इनसे समझौता नहीं किया जा सकता है। 
भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक है और भारत में उत्पादित अधिकांश इस्पात का उपयोग घरेलू स्तर पर किया जाता है। आईईए के अनुसार, 2050 तक विश्व स्तर पर उत्पादित स्टील का लगभग पांचवां हिस्सा भारत से आने की उम्मीद है, जबकि आज यह लगभग 5% है। भारत के लगभग 80 प्रतिशत बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाना बाकी है, जिसका अर्थ है कि स्टील जैसे कठिन क्षेत्रों को डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्य निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ताकि भारत को अपने 2030 और न्यूजीलैंड के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिल सके। भारत पहले से ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश है और उम्मीद है कि 2019 में यूरोपीय संघ के कुल उत्पादन के दोगुने के बराबर राशि से 2050 तक अपने वार्षिक उत्पादन की मात्रा में वृद्धि होगी। कोविड -19 संकट देश के इस्पात उद्योग को प्रभावित कर रहा है।  
चूंकि इस्पात निर्माण, मोटर वाहन और यहां तक कि नवीकरणीय क्षेत्रों के लिए रीढ़ की हड्डी है, इसलिए उद्योग को कार्बन मुक्त करना उत्सर्जन को कम करने की कुंजी है। भारत यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकता है कि उसका स्टील उद्योग एक स्थायी भविष्य के लिए ट्रैक पर है। जो भारत को आईडीडीआई के तहत स्टील सार्वजनिक खरीद लक्ष्यों को 30-50% तक कम करके अपने शुद्ध शून्य लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करता है। 
महिंद्रा ग्रुप के चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर, अनिर्बान घोष कहते हैं, “अगर हमें नेट जीरो लक्ष्यों को पूरा करना है तो स्टील डीकार्बोनाइजेशन के लिए एक मार्ग को सुरक्षित करने की जरूरत है। ऑटो उद्योग के लिए, ग्रीन स्टील भारत के लिए शून्य कार्बन गतिशीलता समाधान बनाने में उत्प्रेरक हो सकता है। हम नेट ज़ीरो भविष्य बनाने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता का स्वागत करते हैं और हमें विश्वास है कि CEM-IDDI में भारत का नेतृत्व हमें प्रतिबद्धता का सम्मान करने में मदद करेगा।” 
यूरोपीय संघ के कार्बन सीमा समायोजन तंत्र (सीबीएएम) जैसे वैश्विक व्यापार नियम यूरोपीय बाजार में कार्बन सघन स्टील को और अधिक महंगा बना देंगे। इसी तरह, अमेरिका के प्रेसिडेंट बाइडेन की बाय क्लीन टास्क फोर्स यह सुनिश्चित करेगी कि अमेरिकी बाजार में ग्रीन स्टील अधिक प्रतिस्पर्धी हो और इसके परिणामस्वरूप भारतीय स्टील कम प्रतिस्पर्धी हो। 
इस क्रम में प्रार्थना बोरा, निदेशक, सीडीपी-इंडिया, ने कहा, “इस क्षेत्र को डीकार्बोनाइज़ करने के लिए तकनीकी व्यवहार्यता और समाधानों के संदर्भ में चुनौतियाँ ज़रूर हैं और उनके बारे में स्टील कंपनियां भी अवगत हैं। लेकिन भारतीय स्टील कंपनियों को अब एक साथ काम करना शुरू करना चाहिए और बेस्ट प्रेक्टिसेज़ को साझा करना चाहिए। क्योंकि, अब यह समय की मांग है।"

चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र' 

गाजियाबाद: ईडी ने सीए के फ्लैट पर छापेमारी की

गाजियाबाद: ईडी ने सीए के फ्लैट पर छापेमारी की    

अश्वनी उपाध्याय         
गाजियाबाद। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को गाजियाबाद में एक चार्टेड अकाउंटेंट (सीए) के फ्लैट पर छापेमारी की है। यह फ्लैट इंदिरापुरम थाना क्षेत्र की शिप्रा रिगलिया हाइट्स में आठवें फ्लोर पर है। ईडी के पहुंचने से पहले ही इस फ्लैट पर ताला लगा हुआ है। फ्लैट मालिक संजय त्रेहान हैं, जिनका एक बेटा कनाडा में है और दूसरा बेटा समर त्रेहान सीए है। 
जानकारी के अनुसार, समर त्रेहान इसी फ्लैट से अपना सारा काम संभालते हैं। उनके पास कई धनाढय लोगों और बड़ी फर्मों के खाते हैं। सूत्रों के अनुसार, ईडी को जांच में एक ऐसी फर्म मिली, जिसने अपना करोड़ों रुपया ब्लैक से व्हाइट किया था और जांच पड़ताल करने पर सीए समर त्रेहान का नाम सामने आया। जिसके बाद ईडी की एक टीम बुधवार सवेरे गाजियाबाद में समर त्रेहान के फ्लैट पर पहुंची है। बताया जा रहा है कि ईडी को फ्लैट पर ताला लगा हुआ मिला है। 
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि सीए और उसके परिवार को ईडी टीम के आने की भनक पहले ही लग गई थी। फिलहाल ईडी टीम मौके पर है। ऐसा भी हो सकता है कि फ्लैट का ताला तोड़कर छानबीन शुरू की जाए। स्थानीय लोगों ने बताया कि दो दिन पहले तक समर त्रेहान को इसी फ्लैट पर देखा गया था। फिलहाल इस पूरे मामले में ईडी ने कोई अधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं किया है।

उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया

उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया पंकज कपूर  ऋषिकेश। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण शुक्रवार को भी दुश्वारियों भरा रहा। दिन भर में क...