बुधवार, 15 सितंबर 2021

24 से शुरू होगा आईफोन 13 प्रो मैक्स का ऑर्डर

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारत में प्रीमियम मोबाइल फोन एप्पल के दीवाने 24 सितंबर से आईफोन 13, आईफोन 13 मिनी, आईफोन 13 प्रो और आईफोन 13 प्रो मैक्स हासिल कर सकेंगे, जिनकी शुरुआती कीमत 69,900 रुपये से शुरू है। एप्पल ने एक बयान में कहा, ”ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, जर्मनी, भारत, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और 30 से अधिक अन्य देशों तथा क्षेत्रों के ग्राहक आईफोन 13 प्रो और आईफोन 13 प्रो मैक्स का प्री-ऑर्डर दे सकते हैं, जिसकी आपूर्ति 24 सितंबर शुक्रवार से शुरू होगी।”
एप्पल ने कहा कि ग्राहक आईफोन 13 प्रो को 1,19,900 रुपये (से लेकर) में और आईफोन 13 प्रो मैक्स को 1,29,900 रुपये (से लेकर) में ऐपल के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं। आईफोन 13 की कीमत 79,900 रुपये और आईफोन 13 मिनी की कीमत 69,900 रुपये है।
एप्पल ने हाल में बताया था कि भारत और लैटिन अमेरिकी जैसे बाजारों में उसने दो अंकों की मजबूत वृद्धि हासिल की है। इसके साथ ही जून तिमाही में कंपनी की आय बढ़कर 81.4 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई, जो एक रिकॉर्ड है।
एप्पल ने जून 2021 तिमाही में 21.7 अरब डॉलर की शुद्ध आय हासिल की, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 11.2 अरब डॉलर था। इस दौरान कंपनी की कुल बिक्री 59.6 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 81.4 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई। ये वैश्विक आंकड़े हैं और अलग-अलग देशों के आधार पर वित्तीय आंकड़े पेश नहीं किए।

1 सैकड़ा से भी अधिक इंस्पेक्टरों के तबादले किए

हरिओम उपाध्याय     
मेरठ। मेरठ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक ने तबादला एक्सप्रेस चलाते हुए एक सैकड़ा से भी अधिक इंस्पेक्टरों के तबादले कर दिए हैं। थोक के भाव किए गए इंस्पेक्टरों के इन तबादलों से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
बुधवार को मेरठ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार की ओर से पिछले काफी समय से एक ही जनपद में जमा सौ से भी अधिक इंस्पेक्टरों के तबादले किए गए हैं। बड़े पैमाने पर किए गए इंस्पेक्टरों के तबादलों से विभाग में अफरा-तफरी की फैल गई है। पुलिस महानिरीक्षक ने जनपद मेरठ में तैनात इंस्पेक्टर अंजु सिंह को बागपत, अवधेश कुमार माहोर को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्र को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर बृजेश कुमार को मेरठ से हापुड, इंस्पेक्टर अशोक कुमार को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर बृजेश कुमार सिंह को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर बृजेश कुमार कुशवाहा को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर भरत लाल शाह को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर धनुष कुमारी को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर देवेश कुमार शर्मा को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह राठौर को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर इंद्रपाल सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर जनक सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर किरण पाल सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर मुकेश कुमार को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर मनीष बिष्ट को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर नरेंद्र प्रसाद को मेरठ से हापुड़, इंस्पेक्टर नजीर अली खां को मेरठ से हापुड़, इंस्पेक्टर प्रहलाद सिंह यादव को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा को मेरठ से बुलंदशहर, प्रदीप ढोडीयाल को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार को मेरठ से हापुड़, इंस्पेक्टर ऋषि पाल शर्मा को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर रघुराज सिंह गुर्जर को मेरठ से हापुड़, इंस्पेक्टर राम संजीवन को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार त्यागी को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार यादव को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर संध्या वर्मा को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर सत्यवीर सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर योगेंद्र पाल को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर संदीप कुमार सिंह को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर संजीव कुमार शर्मा को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर अरविंद कुमार सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर उमेश पंवार को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर राजेश चतुर्वेदी को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह को गाजियाबाद से हापुड, इंस्पेक्टर लक्ष्मण वर्मा को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर अनिल कुमार शाही को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर विष्णु कुमार कौशिक को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर नीरज कुमार सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर अशोक पाल सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर दलीप सिंह को गाजियाबाद से हापुड़, इंस्पेक्टर बबीता तोमर को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर राजीव कुमार को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर रण सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर ओमप्रकाश सिंह को गाजियाबाद से बागपत, इंस्पेक्टर मदन पाल को गाजियाबाद से बागपत, इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रताप सिंह को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर संजय कुमार पांडे को गाजियाबाद से हापुड़ इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह बेचारे को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह को गाजियाबाद से हापुड़, इंस्पेक्टर सुनीता राणा को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर मोहम्मद असलम को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह बिष्ट को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर हरिओम सिंह को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर ओम प्रकाश आर्य को गाजियाबाद से बागपत, इंस्पेक्टर प्रतिभा सिंह को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर शैलेंद्र मुरारी दीक्षित को गाजियाबाद से बागपत, इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार उपाध्याय को गाजियाबाद से हापुड़, इंस्पेक्टर अल्ताफ अंसारी को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर आनंद कुमार गौतम को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार शर्मा को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर नरेश कुमार शर्मा को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर राजेश कुमार रोहिल्ला को बुलंदशहर से गाजियाबाद, जितेंद्र कुमार तिवारी को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार गौड़ को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर महेश राठौर को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर ब्रजकिशोर को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर जयवीर सिंह को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र शर्मा को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार शर्मा को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर अवधेश कुमार त्रिपाठी को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर राज किशोर को बुलंदशहर से हापुड़, इंस्पेक्टर योगेंद्र कुमार को बुलंदशहर से हापुड़, इंस्पेक्टर विवेक शर्मा को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर बच्चन सिंह को बुलंदशहर से हापुड़, इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर वेद राम को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर कटार सिंह को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर रमाकांत यादव को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर रामवीर सिंह को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर योगेंद्र मलिक को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर दीक्षित कुमार त्यागी को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर धनेंद्र कुमार यादव को बुलंदशहर से हापुड़, इंस्पेक्टर ध्रुव भूषण दुबे को बुलंदशहर से हापुड, इंस्पेक्टर राजेश कुमार यादव को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर सचिन कुमार को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर अरविंद कुमार को बागपत से मेरठ, इंस्पेक्टर शिव प्रकाश सिंह को बागपत से मेरठ, इंस्पेक्टर चमन प्रकाश शर्मा को बागपत से मेरठ, इंस्पेक्टर संजीव कुमार को बागपत से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर मुनेंद्र पाल सिंह को बागपत से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर अवधेश कुमार को बागपत से मेरठ, इंस्पेक्टर अजय कुमार शर्मा को बागपत से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर संतोष कुमार को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर कौशलेंद्र यादव को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह को हापुड़ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर दिनेश सिंह यादव को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर आदेश गौड को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर उत्तम सिंह राठौर को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर राजपाल सिंह को हापुड से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार को हापुड से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर योगेश बालियान को हापुड से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर अजय कुमार को हापुड़ से गाजियाबाद तथा इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह को हापुड से तबादला करते हंए बुलंदशहर भेजा गया है।

कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत लगातार बढ़ा

रांची। महिला सशक्तीकरण के दौर में महिलाओं में कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। वे स्वावलंबी हो रही हैं और इससे पारिवारिक आर्थिक ढांचे में सुधार भी हो रहा है। मगर इसका खमियाजा महिलाओं की सेहत को भुगतना पड़ रहा है। दिल्ली, मुंबई समेत देश के सात बड़े शहरों में किए गए एक सर्वे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। 'द इंडियन विमिन हेल्थ'  की वर्ष 2021 की रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में कामकाजी महिलाओं की सेहत ठीक नहीं है। करीब 67 प्रतिशत महिलाएं अपनी सेहत से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा करने से भी हिचकती हैं। नि:संदेह वे घुट-घुटकर अपनी व्याधियों और रोगों से मुकाबला कर रही होंगी।
 59% महिलाएं सेहत संबंधी समस्याओं से छोड़ देती हैं नौकरी
रिपोर्ट के अनुसार 22 से 55 वर्ष की उम्र की 59 प्रतिशत कामकाजी महिलाएं अपनी सेहत संबंधी परेशानियों के कारण नौकरी छोड़ देती हैं। दूसरा कारण बॉस का अच्छा व्यवहार नहीं होना। 90% महिलाओं को पारिवारिक दायित्व के कारण परेशानी होती है। 52% प्रतिशत महिलाओं के पास नौकरी और फैमिली रिस्पांसिबिलिटी के साथ खुद को स्वस्थ रखने का समय नहीं मिलता।
रिपोर्ट के अनुसार देश में महिलाएं वर्कप्लेस पर सेहत से जुड़ी समस्याओं - पीरियड्स ब्रेस्ट कैंसर गर्भाशय समेत कई समस्याओं पर बात करने से हिचकी जाती है। महिलाओं का कहना है कि जब हमारी सेहत की बात आती है, तो 80 फ़ीसदी पुरुष सहयोगी संवेदनशील नहीं होते हैं।
दोहरा बोझ झेल रही हैं कामकाजी महिलाएं।
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ भाग्यश्री कर का कहना है कि सिर्फ लाइफस्टायल डिसॉर्डर ही नहीं बल्कि कामकाजी महिलाएं अन्य बीमारियों की चपेट में जल्दी आ जाती हैं। सेहत के प्रति लापरवाही भी इसके लिए जिम्मेदार है। लापरवाही की बात को नकारते हुए कविता दास नौकरी और घर के बीच सामंजस्य को मुश्किल मानती हैं। उनके अनुसार, "खुद के सेहत के लिए समय निकाल पाना मुश्किल है। खासतौर पर जब सास ससुर भी साथ रहते हैं।
 डॉ भाग्यश्री के अनुसार देश में महिलाओं में पॉलीसिस्टिस ओवेरिन सिंड्रोम यानी पीसीओएस की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. यह समस्या कामकाजी महिलाओं में ज्यादा पायी जाती है. वे कहती हैं कि पीसीओएस से ग्रस्त हो जाने पर मरीज बार-बार बीमार पड़ता है। इससे महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। दोहरी जिम्मेदारियों की बोझ के चलते तनाव एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से घिर चुकी महिलाओं को अब अपने लिए समय निकालने की जरूरत है।
महिला सशक्तीकरण के दौर में महिलाओं में कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। वे स्वावलंबी हो रही हैं और इससे पारिवारिक आर्थिक ढांचे में सुधार भी हो रहा है। मगर इसका खमियाजा महिलाओं की सेहत को भुगतना पड़ रहा है। इस सीजन में दूसरी बार खोला गया कांके डैम का फाटक, खतरे के निशान पर पहुंचा पानी।
इस मानसून सीजन में कांके (गोंदा) डैम का फाटक दूसरी बार खोला गया। इसके पहले 29 जुलाई को डैम का लेबल 27 फीट क्रॉस करने पर खोला गया था। बुधवार को अहले सुबह डैम का लेबल 27.8 फीट हो जाने पर तीनों फाटक खोल दिया गया। फिलहाल डैम का लेबल 27.2 फीट पर स्थिर बना हुआ है।  डैम की क्षमता 28 फीट है, मगर साढ़े 27 क्रॉस करने पर इसे सुरक्षा के लिहाज से खोल दिया जाता है।

रोहित शर्मा को कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से लिमिटिड ओवर्स क्रिकेट में विराट कोहली की कप्तानी को लेकर सवालों का दौर चल रहा है। बीसीसीआई हालांकि कोहली के कप्तान बने रहने की बात कह चुका है। लेकिन भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी मदन लाल ने कोहली की बजाए रोहित शर्मा को कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया है। मदन लाला का दावा है कि इस कदम से विराट कोहली का दबाव कम होगा।
मदन लाल ने कहा कि रोहित शर्मा के पास कप्तानी का अच्छा अनुभव है। उन्होंने कहा, ''यह एक अच्छा विकल्प होगा। हम लोग फिलहाल बेहतर स्थिति में हैं। हम लोग भाग्यशाली हैं कि हमारे पास रोहित शर्मा हैं और जब भी विराट कोहली को लगे कि वह एक या दो फॉर्मेट में ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, उस वक्त रोहित आ सकते हैं और उनके पास काफी अनुभव है।
मिलने की बात कही है. पूर्व खिलाड़ी ने कहा, "मुझे लगता है कि इससे भारत को फायदा मिलेगा। मैंने पढ़ा है कि कोहली शायद वनडे और टी20 की कप्तानी छोड़ेंगे क्योंकि वह अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं जो अच्छी योजना है। मुझे नहीं पता यह महज अफवाह है या क्या है लेकिन विभाजित कप्तानी की योजना भारत को फायदा पहुंचाएगी। यह निर्भर करता है कि कोहली फिलहाल क्या सोच रहे है। भारत एक टीम के रूप में अच्छा कर रही है और यह हमने हाल ही में इंग्लैंड में देखा है। देखना होगा क्या होता है।
कोहली के टी20 वर्ल्ड कप के बाद लिमिटिड ओवर्स से कप्तानी छोड़ने का दावा किया गया था। लेकिन बीसीसीआई ने इन खबरों को खारिज कर दिया। बीसीसीआई ने कहा जब तक टीम विराट कोहली की अगुवाई में अच्छा प्रदर्शन कर रही है तब तक कप्तान बदलने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।

बॉलीवुड में कमबैक करने जा रहे अभिनेता फरदीन

कविता गर्ग        

मुंबई। जाने-माने अभिनेता फरदीन खान बॉलीवुड में कमबैक करने जा रहे हैं। फरदीन खान काफी समय से फिल्मों से दूर हैं। फरदीन बॉलीवुड में कमबैक करने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि फरदीन ने अपनी अगली फिल्म भी साइन कर ली है। फरदीन की इस कमबैक फिल्म को संजय गुप्ता बनाने जा रहे हैं। इस फिल्म का नाम 'विस्फोट' होगा और इसमें फरदीन के साथ रितेश देशमुख भी नजर आएंगे। इससे पहले फरदीन खान वर्ष 2010 में प्रदर्शित फिल्म 'दूल्हा मिल गया' में नजर आए थे। फरदीन की यह कमबैक फिल्म वेनुजुएला की 2012 में रिलीज हुई फिल्म 'रॉक, पेपर, सिजर्स' का ऑफिशल हिंदी रीमेक है।

अफगानिस्तान पर नियंत्रण से चिंता में हैं सऊदी

नई दिल्ली/ रियाद/ काबुल। भारत के सहयोगी दो बड़े खाड़ी देश सऊदी अरब और यूएई तालिबान के अफगानिस्तान पर नियंत्रण से चिंता में हैं। ये मसला सऊदी अरब के लिए कितना अहम है कि इस हफ्ते के अंत में सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैजल बिन फरहान के भारत का दौरा करने की उम्मीद है।

दरअसल, ये देश अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के गठन और उसे कानूनी मान्यता देने में कतर की भूमिका को लेकर परेशान हैं। सऊदी अरब का मानना है कि तालिबान के आने के बाद क्षेत्र में सिक्युरिटी से जुड़े मसले पैदा हो सकते हैं।

दोनों खाड़ी देश अफगानिस्तान में कतर, पाकिस्तान और तुर्की की सक्रिय भूमिका को लेकर चिंता में है। पाकिस्तान ने अपनी कमर्शियल फ्लाइट्स का संचालन काबुल के लिए शुरू कर दिया है। काबुल एयरपोर्ट के टेक्निकल ऑपरेशन का जिम्मा कतर संभाल रहा है, जबकि तालिबान सरकार सिक्युरिटी का जिम्मा तुर्की आर्मी को देने के बारे में सोच रही है।  

राजनीति: इजरायल ने ईरान पर लगाया बड़ा इल्ज़ाम

येरूशलम। इजरायल ने ईरान पर बड़ा इल्ज़ाम लगाया है। इजरायल ने कहा है कि ईरान, इशफहान शहर के करीब स्थित एक एयरबेस पर विदेशी लड़ाकों को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दे रहा है। इजरायल के रक्षा मंत्री की तरफ से यह आरोप ईरान पर ऐसे समय में लगाया गया है। जब एक महीने पहले ही तेहरान पर ओमान में इजरायली टैंकर पर ड्रोन हमले का शक किया गया था।

इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज के ऑफिस की तरफ से उनके बयान को नया खुलासा करार दिया गया है। गैंट्ज ने रविवार को कहा था कि ईरान काशान एयरबेस का प्रयोग कर रहा है। उनका कहना था कि इशफहान के उत्तर में स्थित इस एयरबेस पर यमन, इराक, सीरिया और लेबनान के आतंकियों को ईरान के बने ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा है कि ईरान इस बात की जानकारी भी दे रहा है कि गाजा पट्टी पर यूएवी को मैन्युफैक्चर करने की मंजूरी कैसे मिलेगी।

गैंट्ज ने तेल अवीव के करीब राशमैन यूनिवर्सिटी में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही है। गैंट्ज के ऑफिस की तरफ से कुछ सैटेलाइट तस्वीरों का हवाला दिया गया है। जिसमें काशान के रनवे पर कुछ यूएवी नजर आ रहे हैं। अभी तक ईरान ने इस पर कोई भी टिप्पणी नहीं की है।  

सिद्धार्थ ने फिल्म मिशन मजनू की शूटिंग पूरी की

कविता गर्ग         

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ने फिल्म मिशन मजनू की शूटिंग पूरी कर ली है। सिद्धार्थ मल्होत्रा ने आरएसवीपी और गिल्टी बाय एसोसिएशन मीडिया की आने वाली जासूसी थ्रिलर फिल्म मिशन मजनू की शूटिंग पूरी कर ली है। सिद्धार्थ मल्होत्रा इस फिल्म में ​​​एक रॉ एजेंट की भूमिका निभाएंगे, जो पाकिस्तानी धरती पर भारत के गुप्त ऑपरेशन का नेतृत्व करते हैं।

फिल्म निर्माता अमर बुटाला ने कहा, "इस चुनौतीपूर्ण समय में शूटिंग करने के बावजूद, हमें बेहद खुशी है कि हमने सिद्धार्थ के हिस्से की शूटिंग अपने निर्धारित समय में पूरी की है। सिड के साथ काम करके बेहद खुशी हुई है और उन्होंने इस फिल्म को अपने तरीके से बेहद खास बना दिया है।"

गौरतलब है कि रॉनी स्क्रूवाला, अमर बुटाला और गरिमा मेहता (गिल्टी बाय एसोसिएशन मीडिया) द्वारा निर्मित फिल्म मिशन मजनू को, परवेज़ शेख, असीम अरोरा, और सुमित बठेजा ने लिखा है। शांतनु बागची निर्देशित इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और रश्मिका मंदाना ,शारिब हाशमी और कुमुद मिश्रा नजर आएंगे।

यूके: पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की

पंकज कपूर     
देहरादून। मौसम विभाग ने 15 सितंबर को कुमाऊं मंडल के अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की है। जिसमें नैनीताल, बागेश्वर व पिथौरागढ़ ,बागेश्वर जनपदों में कहीं कहीं तीव्र बौछार व भारी बारिश हो सकती है। 16 को पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं तीव्र बौछार, भारी बारिश हो सकती है। 17 सितंबर को कुमाऊं एवं गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। जिनमें पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं तीव्र बौछार व भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा।

गांव सादी खुर्द का नाम बदलकर शाचीपुरम को मंजूरी

हरिओम उपाध्याय       
लखनऊ। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में वाराणसी के पास जौनपुर जिले में गांव सादी खुर्द का नाम बदलकर शाचीपुरम करने को मंजूरी दे दी है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि उन्नाव के पास सादा परगना हसनगंज का नाम दामोदर नगर और मुरादाबाद के पास ग्राम सरकड़ा खास का नाम बदलकर सारका बिश्नोई करने के यूपी सरकार के दो और प्रस्ताव विचाराधीन हैं।

नाम बदलने का इस साल मार्च-अप्रैल में प्रस्ताव दिया गया था। 2022 के चुनावों से पहले, योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार और अधिक नाम बदलने का अनुरोध केंद्र से कर सकती है। यूपी सरकार के विचाराधीन प्रस्तावों में फिरोजाबाद जिले का नाम चंद्र नगर, संभल का नाम पृथ्वीराज नगर या कल्कि नगर, देवबंद का नाम देववरंद और सुल्तानपुर का नाम कुशभवनपुर रखना है। यूपी सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि प्रस्ताव को पहले राज्य सरकार द्वारा जांचा जाएगा और फिर अंतिम मंजूरी के लिए केंद्र को सिफारिश की जाएगी।

यूपी के अलावा, गृह मंत्रालय ने सतारा में न्हवी बीके का नाम बदलकर जयपुर करने के महाराष्ट्र सरकार के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा है। "इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी), भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण (जीएसआई), डाक विभाग और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की फील्ड इकाइयों से रिपोर्ट मांगने के बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी किया गया था।"

मंत्रालय ने पहले ब्रिटिश युग के रेलवे स्टेशन रॉबर्ट्सगैंग का नाम सोनभद्र, मथुरा के पास फराह टाउन रेलवे स्टेशन, इलाहाबाद शहर को प्रयागराज और प्रतिष्ठित मुगलसराय जंक्शन का नाम भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) के नाम पर रखने को मंजूरी दी थी।

राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया

पंकज कपूर      
देहरादून। उत्तराखंड के नवनियुक्त राज्यपाल के शपथ ग्रहण को लेकर बुधवार को राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। जहाँ लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह ने राज्यपाल पद की शपथ ली। उच्च न्यायालय नैनीताल के मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान ने नवनियुक्त राज्यपाल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कई कैबिनेट मंत्री समेत शासन के आला अधिकारी और सेना से जुड़े तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे।
आपको बता दें कि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के इस्तीफे के बाद लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया है। उन्हें चीन मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है और करीब चार दशकों तक सैन्य सेवा के बाद फरवरी 2016 में सेवा निर्मित हुए गुरमीत सिंह ने बुधवार को राज्यपाल पद की शपथ ली। राज्य गठन के बाद बतौर 8वे राज्यपाल के रूप में गुरमीत सिंह ने शपथ ली।

बढ़ती हुई धार्मिक कट्टरता के प्रति चिंता जाहिर की

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने समाज में बढ़ती हुई धार्मिक कट्टरता के प्रति जो चिंता जाहिर की है।  वो एक तरह से तमाम राजनीतिक दलों के लिए ये संदेश है कि वे देश की राजनीति को किस तरफ ले जा रहे हैं। लिहाज़ा ये नसीहत देने के लिए उन्हें स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक व सबसे चर्चित भाषण का सहारा लेना पड़ा।
आमतौर पर न्यायाधीश अपने कोर्टरूम से बाहर सार्वजनिक रूप से अपने विचार व्यक्त करने से बचते हैं लेकिन चीफ जस्टिस रमन्ना की तारीफ इसलिये की जानी चाहिए कि उन्होंने समाज के ऐसे ज्वलंत मुद्दे पर मुखरता से अपनी बात कही है जो सांप्रदायिकता एक सभ्य समाज के लिए आज नासूर बनती जा रही है।
दरअसल,रमन्ना ने रविवार को हैदराबाद के विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन एक्सीलेंस के 22वें स्थापना दिवस समारोह को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए ये चिंता जाहिर की है। महान दार्शनिक स्वामी विवेकानंद के 128 साल पहले शिकागो की धर्म-संसद में दिए गए ऐतिहासिक भाषण को याद करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब आज धार्मिक कट्टरवाद उफान पर है। स्वामी विवेकानंद के पुनरुत्थानशील भारत के सपने को सामान्य भलाई और सहिष्णुता के सिद्धांतों तथा धर्म को अंधविश्वासों व कट्टरता से ऊपर रखकर ही प्राप्त किया जा सकता है।
दर्शन का विज्ञान कहता है कि एक महान दार्शनिक भले ही एक अच्छा भविष्यवक्ता न हो लेकिन वह आने वाले समय में होने वाली बड़ी घटनाओं का अहसास पहले ही कर लेता है।  विवेकानंद की गिनती भी संसार के ऐसे महान दार्शनिकों में होती है जिन्हें 54 वर्ष पहले यानी 1893 में ही ये आभास हो गया था कि एक दिन धर्म व साम्प्रदायिकता के आधार पर भारत का भी विभाजन हो सकता है। साथ ही उनके विदा होने के बाद 1947 में वही हुआ भी। शायद इसीलिये धर्म संसद में दिए गए अपने भाषण में उन्होंने भविष्य के ऐसे खतरों का उल्लेख किया था।
प्रधान न्यायाधीश ने अपने भाषण में कहा कि “उस समय विवेकानंद ने अपने संबोधन में समाज में निरर्थक सांप्रदायिक मतभेदों से देश व सभ्यता को होने वाले खतरे का विश्लेषण किया था। साथ ही भारत के समतावादी संविधान के निर्माण का कारण बने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुए सांप्रदायिक संघर्ष से बहुत पहले ही उन्होंने धर्मनिरपेक्षता की ऐसी वकालत की थी मानो उन्हें आने वाले समय का पूर्वाभास हो चुका था। विवेकानंद द्वारा की गई धर्म की व्याख्या का जिक्र करते हुए रमन्ना ने कहा- विवेकानंद का दृढ़ विश्वास था कि धर्म का असली सार भलाई और सहिष्णुता में है। धर्म को अंधविश्वास और कट्टरता से ऊपर होना चाहिए। सामान्य भलाई और सहिष्णुता के सिद्धांतों के माध्यम से दोबारा उठ खड़े होने वाले भारत के निर्माण का सपना पूरा करना है तो हमें आज के युवाओं के अंदर स्वामी जी के आदर्शों को स्थापित करने का काम करना चाहिए।
अमेरिका के शिकागो में दिए गए विवेकानंद के उस भाषण ने ही सम्पूर्ण विश्व को भारत के वेद दर्शन को समझने की लालसा पैदा की थी और उस एक भाषण ने ही दुनिया के धार्मिक नक्शे पर भारत की अमित छाप छोड़ी। वेदांत के संबंध में विवेकानंद के अद्भुत ज्ञान-भंडार का उल्लेख करते हुए रमन्ना ने कहा, “स्वामी विवेकानंद के संबोधन ने पूरे विश्व का ध्यान पुरातन भारत के वेदों के दर्शन की तरफ आकर्षित किया था।
उन्होंने व्यावहारिक वेदांत को लोकप्रिय बनाया, क्योंकि यह सभी के लिए प्रेम, करुणा और समान सम्मान का उपदेश देता है। रमन्ना ने ये भी कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं और सिद्धांत आने वाले सभी काल के लिए बेहद प्रासंगिक हैं। लेकिन बड़ा सवाल है कि धार्मिक कट्टरता को बढ़ाने वाली ताकतें क्या चीफ जस्टिस की बातों से ले पायेंगी कोई नसीहत।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-396 (साल-02)
2. ब्रहस्पतिवार, सितंबर 16, 2021
3. शक-1984,सावन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दसमीं, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:44, सूर्यास्त 07:10।
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै., अधिकतम-35+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
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मंगलवार, 14 सितंबर 2021

24 सितंबर को वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे बाइडेन

नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 24 सितंबर को वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे। जनवरी 2021 में जो बाइडेन के सत्ता संभालने के बाद यह पहला मौका होगा। जब भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति आमने-सामने मुलाकात होगी।पीएम मोदी 22 सितंबर की रात अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन पहुंचेंगे। इसको लेकर व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया है। राष्ट्रपति बाइडेन के हवाले से जारी बयान में पीएम मोदी की मेजबानी को लेकर खुशी का इजहार किया गया है।

अमेरिका में क्वाड देशों की बैठक भी होनी है। जिसमें भारत अमेरिका के अलावा, ऑस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर तालिबान, चीन और कोरोना पर चर्चा होने की उम्मीद है। 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करेंगे।

फसें दो ग्रामीणों को रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिला मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर दूर मजरकटा से चिखली मार्ग में आज बाढ़ में फंसे दो ग्रामीणों को आपदा प्रबंधन के तहत रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला है। पिछले 6 घंटे से पेड़ के सहारे फंसे ग्रामीण धनुराम निषाद और कामताराम निषाद को आखिरकार रेस्क्यू कर लिया गया है। बाढ़ की आपदा का सामना कर दोपहर एक बजे बाहर निकले हैं। यहां की पैरी नदी सहित नाले उफान पर है। मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है। जिसके चलते अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जनजीवन भी अस्त व्यस्त हो गया है।

गत 10 वर्षों बाद ऐसी बाढ़ की स्थिति गरियाबंद क्षेत्र में देखने को मिली है। मूसलाधार बारिश ने अपना असर दिखाया। ग्राम मजरकट्टा के दो ग्रामीण फंसे थे। निकालने के बाद राहत की सांस ली है। ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद थे। बताया जाता है कि धनुराम निषाद और कामता राम निषाद आज सुबह ही खेत देखने गए थे। इसी दौरान बाढ़ के चपेट में आ गए। दोनों लोग बाढ़ के पानी के कारण गांव तक नहीं आ पा रहे थे।

भरवारी प्रांगण में हिंदी दिवस का कार्यक्रम मनाया

कौशाम्बी। भवंस मेहता महाविद्यालय भरवारी प्रांगण में हिंदी दिवस का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया है। इस मौके पर वक्ताओं ने हिंदी दिवस के महत्व को बताते हुए हिंदी का प्रयोग करने पर जोर दिया है। वक्ताओं ने कहा कि हिंदी भाषा हमारे राष्ट्र के अस्मिता से जुड़ी है।
दिनांक 14 सितंबर राजभाषा हिंदी दिवस के अवसर पर भवंस मेहता स्नातकोत्तर महाविद्यालय भरवारी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय के प्रबंधक और मुख्य अतिथि संदीप सक्सेना और महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रूबी चौधरी द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी माता सरस्वती के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पण कर हिंदी दिवस पर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम के संयोजक महाविद्यालय के हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. सी. पी. श्रीवास्तव ने कार्यक्रम प्रारंभ करते हुए अपने व्यक्तव्य में  कहा की राष्ट्रभाषा राष्ट्र की अस्मिता से जुड़ी होती है। उन्होंने छात्र छात्राओं को राजभाषा हिंदी प्रयोग और महत्व के विविध पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए अपने व्यावहारिक जीवन में राजभाषा हिंदी के अधिकाधिक प्रयोग की बात कही।
तत्पश्चात महाविद्यालय छात्र छात्राओं ने अपनी कविताओं का पाठ किया। महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. नीति मिश्रा और डॉ. आदिल ने भी राजभाषा हिंदी के बारे में अपने उद्गार प्रकट किए।इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉ. श्वेता यादव, डॉ. सतीश तिवारी, डॉ. योगेश मिश्र ,डॉ. विमलेश सिंह यादव, डॉ. राहुल राय, डॉ. महेंद्र उपाध्याय, डॉ. दीपक कुमार आदि लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या डा. रूबी चौधरी ने मुख्य अतिथि , शिक्षक शिक्षिकाओं और छात्र छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापन किया।
राजू सक्सेना 

हरियाणा कांग्रेस कमेटी की संगठन सूची घोषित की

राणा ओबरॉय           
चंडीगढ़। हरियाणा में कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है। जिसका अभी तक संगठन तैयार नहीं हुआ है। 2014 में जब कांग्रेस के अशोक तंवर ने संगठन की जिम्मेदारी संभाली थी। तब से लेकर आज तक हरियाणा कांग्रेस का संगठन तैयार नहीं हुआ है। आज से लगभग 2 वर्ष पहले कुमारी शैलजा ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बागडोर संभाली थी तब शैलजा ने दावा किया था कि संगठन बहुत शीघ्र तैयार हो जाएगा। परंतु उनका यह दावा भी पूरी तरह फेल साबित हुआ। अभी कुछ समय पहले हरियाणा कांग्रेस प्रभारी ने भी मीडिया के समक्ष कहा था कि बहुत शीघ्र हरियाणा कांग्रेस कमेटी की संगठन सूची घोषित कर दी जाएगी। परंतु यह दावा भी बेकार ही गया। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है। पूर्व सीएम हुड्डा और अध्यक्षा शैलजा की आपसी खींचतान के कारण ही प्रदेश संगठन की सूची लटकी हुई है। यदि इसी तरह गुटबाजी कांग्रेस में बनी रही तो ऐलनाबाद उपचुनाव व होने वाले पंचायत चुनाव में हरियाणा कांग्रेस को बुरी तरह हार का मुंह देखना पड़ेगा।

सपा सरकार को बनाने के लिए जनसमर्थन किया

भानु प्रताप उपाध्याय           
शामली। समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ द्वारा समाजवादी जन सन्देश बूथ यात्रा के सातवे दिन मालेंड़ी,बधेव कुन्नु खेडा,मुडेट,कसेरवा खुर्द, टिटौली, टपराणा,पीरखेडा,दरगाहपुर,आदी गावो मे जनसमर्थन सपा सरकार को बनाने के लिये किया गया। सपा नेता अब्दुल गफ्फार मलक ने वीरेंद्र जाट के निवास पर कहा कि जाट ओर मुस्लिम एक साथ मिलकर गठबंधन प्रत्यासि को जिताकर हिन्दू मुस्लिम आस्था के प्रतिक चौ,चरण सिंह को समर्पित करेंगे। जोगी समाज के युवाओ ने रविन्द्र प्रधान जोगी का जोरदार स्वागत किया' यात्रा मे जन सन्देश सपा नेता जबरदीन मलिक,मधू देशवाल,इस्लाम धोबी मुडेट,दीपक जोगी,रवि जोगी,साहिल जोगी,सुभाष कश्यप,कृष्णपाल जोगी,नदीम,राकिब जोगी,वादिल जोगी,जफर अली जोगी,राहत खान,सपा नेता नासीर खान(पूर्व प्रधान)प्रवेश कोरी,कपिल जाट,रियासत दर्जी,अख्तर शेख,सरफराज शेख आदी से किया गया। यात्रा का रात्रि पड़ाव सपा नेता समरयाब काशमी के निवास हथछोया पर रहा।

मेरठ: युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला मिला

अतुल त्यागी
मेरठ। जिले में लापता युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया। किठौर से लगभग 6 माह पूर्व लापता हुए युवक की हत्या उसके दोस्त ने ही कर शव को ठिकाने लगाकर उसकी प्रेमिका से शादी रचाई थी। लेकिन मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया। जब आरोपी की प्रेमिका ने पूरी घटना का राजफाश कर दिया। 
जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपी दोस्त और उसकी प्रेमिका को भी गिरफ्तार किया गया। एक आरोपी फरार बताया गया है। बता दें कि किठौर के मवाना रोड निवासी नसीम 22 वर्ष पुत्र इजाहरुल हक बीती 16 मार्च को लापता हो गया था। इस मामले में परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराते हुए उसके दोस्त और प्रेमिका पर शक जताया था। लेकिन पुलिस की जांच में नतीजा सिफर निकला। उधर परिजन भी दर-दर की ठोकर खाने के बाद बेटे के मिलने की आस छोड़ दी। लेकिन उधर मामले में जब नया मोड़ आ गया जब दो दिन पूर्व गढ़मुक्तेश्वर निवासी महिला नसीम के घर पहुंची।और परिजनों को बताया कि नसीम की हत्या की बात कही।महिला ने विस्तारपूर्वक बताया कि नसीम की हत्या उसके किठौर निवासी दोस्त दानिश ने करके उसके शव को ठिकाने लगा दिया था। इसके बाद परिजन किठौर थाने पहुंचे और तहरीर देते हुए दानिश नामक युवक पर हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाया। जिसके बाद पुलिस ने दानिश और उसकी प्रेमिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में दानिश पुत्र जहीर ने पुलिस को बताया कि उसने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर नसीम की 16 मार्च को हत्या करके शव को अमरोहा जिले के धनोरा मंडी थाना क्षेत्र में नहर में फेंक दिया था। किठौर थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद मोहन शर्मा ने बताया कि नसीम की हत्या करने के लिए हिना ने दानिश को मजबूर किया था। जिसके बाद दानिश ने अपने किठौर निवासी दोस्त मुजीब के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने दानिश और हिना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है तथा अन्य आरोपी मुजीब को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

आतंकियों द्वारा किये हमले में 4 नागरिक घायल हुए

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर आतंकवादियों द्वारा किये गए एक ग्रेनेड हमले में कम से कम चार नागरिक घायल हो गए। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। आतंकवादियों ने आज दोपहर में पुलवामा चौक पर सुरक्षा बलों के एक वाहन की ओर ग्रेनेड फेंका, लेकिन ग्रेनेड सड़क किनारे फट गया। 
अधिकारियों ने बताया कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया है, जबकि सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकियों के ग्रेनेड हमले बढ़ गए हैं। पिछले सप्ताह शहर के चनापोरा इलाके में एक ग्रेनेड हमले में दो महिलाओं सहित तीन लोग घायल हो गए थे। सुरक्षा बलों ने सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के व्यस्त परिम्पिरा-पंथाचौक मार्ग पर आतंकवादियों द्वारा लगाए गए छह ग्रेनेड का पता लगाया था और उन्हें निष्क्रिय किया था।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...