गुरुवार, 27 मई 2021

उपभोक्ताओं को जून में नहीं मिलेगा रिफाइंड और तेल

शिमला। हिमाचल प्रदेश के राशनकार्ड उपभोक्ताओं को जून में रिफाइंड तेल नहीं मिलेगा। उपभोक्ताओं को रिफाइंड के बदले दो लीटर सरसों तेल ही दिया जाएगा। खाद्य आपूर्ति निगम ने रिफाइंड तेल का टेंडर नहीं किया है। उपभोक्ताओं को अगले माह से वैसे भी सरसों तेल 57 रुपये महंगा मिलेगा। विभाग ने इसकी जानकारी पहले ही दे दी है। एपीएल उपभोक्ताओं को 160 और बीपीएल को 155 रुपये प्रतिलीटर तेल मिलेगा।

हिमाचल में साढ़े 18 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। इनमें 12.50 लाख एपीएल और 4.45 लाख बीपीएल उपभोक्ता हैं। सरकार की ओर से उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर राशन उपलब्ध कराया जाता है। सरकार उपभोक्ताओं को एक लीटर रिफाइंड और एक लीटर सरसों तेल उपलब्ध कराती है। बताया जा रहा है कि रिफाइंड तेल के दाम में भारी उछाल आया है। इसके चलते अगले महीने दो लीटर सरसों तेल ही देने का फैसला लिया गया है।

गुब्बारों से बांधकर कुत्ते को उड़ाया, वीडियो पोस्ट

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। दिल्ली के 27 वर्षीय एक यूट्यूबर ने हीलियम गैस के गुब्बारों से बांधकर अपने पालतू कुत्ते को हवा में उड़ाने का वीडियो पोस्ट किया। जिसके बाद उसे पशुओं के खिलाफ अत्याचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि आरोपी गौरव शर्मा के यूट्यूब चैनल पर 41 लाख 50 हजार सब्सक्राइबर हैं। वह दक्षिण दिल्ली में मालवीय नगर के पंचशील विहार में रहता है। 21 मई को बनाए गए इस वीडियो में शर्मा को एक पार्क में अपने पालतू कुत्ते के साथ देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रहा है कि कुत्ते को कई गुब्बारों से बांधा गया और फिर उसे उड़ने के लिए छोड़ दिया गया।

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि ‘पीपल फॉर एनिमल्स सोसाइटी’ के सदस्य गौरव गुप्ता की शिकायत पर शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा), आपदा प्रबंधन अधिनियम और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। ठाकुर ने बताया कि इस वीडियो को हटा दिया गया है। इस वीडियो को लेकर आलोचना होने के बाद आरोपी ने अगले दिन एक अन्य वीडियो अपलोड करके माफी मांगी थी। उसने कहा कि उसने अपने पालतू कुत्ते ‘डॉलर’ के साथ वीडियो बनाते समय उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए थे। उसने कहा कि वह भविष्य में ऐसी हरकत नहीं करेगा।

12 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को भी लगेगा टीका

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की दिग्गज दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने केंद्र सरकार से कहा है कि उसका कोविड वैक्सीन भारत में कोरोनावायरस के वैरियंट के खिलाफ “उच्च प्रभावशीलता” दिखाता है। विशेषज्ञों का मानना ​​​​है कि देश में संक्रमण और मौतों की विनाशकारी दूसरी लहर के पीछे यही वैरिएंट है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि फाइजर ने केंद्र सरकार को यह भी बताया कि इसका टीका 12 साल से अधिक उम्र के सभी के लिए उपयुक्त साबित हुआ है और अहम बात यह है कि इसे दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान सीमा के बीच कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं में एक महीने तक सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया जा सकता है। 

अमेरिकी फार्मा दिग्गज कंपनी ने केंद्र सरकार से इस वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए फास्ट-ट्रैक मंजूरी देने की गुजारिश की है और कहा है कि जुलाई से अक्टूबर के बीच पांच करोड़ खुराक रोल आउट करेगी अगर उसे सरकार प्रतिकूल घटनाओं के मामले में क्षतिपूर्ति, या मुआवजे के दावों से सुरक्षा सहित महत्वपूर्ण नियामक छूट देती है। हालांकि, देश में इस्तेमाल हो रही तीन वैक्सीन (कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक-वी) में से किसी को भी इस तरह की छूट नहीं दी गई है, जैसी छूट पफाइजर मांग रहा है। फाइजर ने भारत में उसकी कोविड-19 वैक्सीन को जल्द मंजूरी देने की मांग करते हुए भारतीय अधिकारियों से कहा है कि उसका टीका भारत में फैले कोरोना वैरियंट के खिलाफ काफी असरदार है और यह 12 वर्ष से अधिक आयु के बच्चो को भी लगाया जा सकता है। फाइजर ने कहा है कि भारत में फैले एसएआरएस-सीओवी-2 वेरियंट के खिलाफ और भारतीय लोगों पर उसका टीका काफी प्रभावी दिखा है।

ब्लैक फंगस को सूचनीय रोग घोषित किया: सीजी

दुष्यंत सिंह टीकम              
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार ब्लैक फंगस को महामारी कहने से बच रही है। विधि विभाग से तकनीकी मार्गदर्शन के बाद ब्लैक फंगस को सूचनीय रोग घोषित कर दिया गया है। इसकी अधिसूचना शनिवार देर रात जारी हुई। अब सरकारी और निजी अस्पतालाें को ब्लैक फंगस के प्रत्येक पुष्ट अथवा संदिग्ध केस की जानकारी जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को देना अनिवार्य होगा।
स्वास्थ्य विभाग की अधिसूचना के मुताबिक, अब ब्लैक फंगस को नोटिफिएबल डीजीज अथवा सूचनीय रोग घोषित किया गया है। अब प्रदेश के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को ब्लैक फंगस की स्क्रिनिंग, पहचान, प्रबंधन के संबंध में छत्तीसगढ़ सरकार, आईसीएमआर और केंद्र सरकार की ओर से समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। प्रदेश के सभी स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को ब्लैक फंगस के संदेहास्पद या पुष्ट सभी मामलों की जानकारी संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी देना अनिवार्य होगा। शनिवार रात जारी अधिसूचना एक वर्ष के लिए वैध बनाई गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना ने भी एपिडेमिक डिजीजेज ऐक्ट के तहत इसे सूचनीय रोग ही घोषित किया है। हालांकि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, चंडीगढ़, ओडिशा, उत्तराखंड और गोवा जैसे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ब्लैक फंगस को अधिसूचित संक्रामक रोग यानी महामारी घोषित किया जा चुका है।

यूपी: नदियों के किनारे शव दफनानें पर रोक लगाईं

हरिओम उपाध्याय            

लखनऊ। नमामिगंगे की इकाई राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) ने गंगा व इसकी सहायक नदियों के किनारे शव दफनानें पर पूरी तरह रोक लगा दी है। इसके साथ ही नदियों में शवों को प्रवाहित करने पर भी रोक लगाई है। नई दिल्ली स्थित मिशन के मुख्यालय से पिछले दिनों शव दफनानें पर रोक लगाने को लेकर एक पत्र प्रदेश इकाइयों को भेजा गया है। 

पत्र में दफनाए गए शवों को निस्तारित करने का भी निर्देश दिया गया है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन ने 21 मई को उत्तर प्रदेश इकाई के पास पत्र भेजा। इसमें गंगा किनारे शव दफनाने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने और इसकी निगरानी के लिए सुरक्षा बलों की निगरानी का निर्देश दिया है। सुरक्षा एजेंसियों को गंगा व इसकी सहायक नदियों में शवों का प्रवाह भी रोकने के लिए निर्देशित किया गया है। मिशन के अधिशासी निदेशक डीपी मथुरिया की ओर से जारी पत्र के बिंदु पांच में गंगा व इसकी सहायक नदियों के किनारे दफनाए गए शवों को मानक के अनुरूप दाह संस्कार करने की भी बात कही गई है। दाह संस्कार के अलावा शवों के निस्तारण पर होने वाला खर्च प्रदेश सरकार देगी। 

मीडिया नियमों से डरने की जरूरत नहीं: रविशंकर

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि व्हाट्सऐप उपयोगकर्ताओं को नए सोशल मीडिया नियमों से डरने की कोई जरूरत नहीं है और ये नियम इन मंचों के दुरुपयोग को रोकने के लिए तैयार किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि नए नियमों के तहत उपयोगकर्ताओं के पास शिकायत निवारण के लिए एक मजबूत तंत्र होगा। 

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार सवाल पूछने के अधिकार सहित आलोचनाओं का स्वागत करती है। उन्होंने माइक्रो-ब्लॉगिंग मंच कू पर पोस्ट किया, और साथ ही ट्वीट भी किया, ”नए नियम किसी दुर्व्यवहार और दुरुपयोग की स्थिति में सोशल मीडिया के सामान्य उपयोगकर्ताओं सशक्त बनाते हैं।”

कमजोर होकर झारखंड-बिहार की ओर बढ़ा 'यास'

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान यास बुधवार शाम से कमजोर होकर ‘गहरे दबाव’ में तब्दील होकर अब झारखंड और बिहार की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले छह घंटे के दौरान दक्षिण झारखंड एवं इससे सटे उत्तर सुदूर ओडिशा से सात किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है।

यह दक्षिण झारखंड और इसके आस-पास 22.7 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 85.5 डिग्री पूर्वी देशांतर के पास जमशेदपुर से लगभग 70 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम और रांची से 70 किमी दक्षिण दक्षिण-पूर्व में केंद्रित है। ‘यास’ के उत्तर की ओर लगातार बढ़ने और अगले छह घंटों के दौरान ‘दबाव’ के तहत कमजोर पड़ने की संभावना है।

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...