रविवार, 25 अप्रैल 2021

एसबीआई ने भर्तियों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने फार्मासिस्ट के पदों पर भर्तियों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। इन पदों के लिए इच्छुक अभ्यर्थी एसबीआई की अधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।इन पदों के लिए इच्छुक अभ्यर्थी एसबीआई की ओर से जारी अधिकारिक नोटिफिकेशन को पढ़ने के बाद ही आवेदन करें। नियमानुसार किया गया आवेदन ही मान्य होगा। आनलाइन आवेदन पत्र में गलती या फिर कमी पाए जानें पर उसे रद्द भी किया जा सकता हैं।

कोरोना: नाक में सरसों या नारियल का तेल लगाएं

कोरोना महामारी में हर कोई बेहाल है। इसमें तमाम लोग लापरवाही भी बरत रहे हैं। जो बहुत ही घातक साबित हो रही है। ऐसे में अगर आपको संक्रमण से बचना है तो बस एक छोटा सा, सस्ता एवं भारतीय पारंपिरक नुस्खा अपनाना होगा। इसके कारण से आप काफी हद तक कोरोना से बच पाएंगे। बस आपको नाक में सरसों या नारियल का तेल लगाना है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू आयुर्वेद संकाय के कार्यवाहक डीन प्रो. केएन द्विवेदी बताते हैं कि सरसों को तेल सूक्ष्म वायरस के जीवन चक्र को बाधित करता है। इससे वायरस का मल्टी प्लीकेशन रूक जाता है। इसलिए नाक के अंदर सरसों का तेल लगाकर तेज सांस खींचें, जिससे तेल नाक के भीतर तक चला जाए। ऐसा दोनों नासारंध्रों से यह करें।
आयुष मंत्रालय के आयुष क्वाथ का मानकीकरण करने वाले प्रो. द्विवेदी बाते हैं कि सरसों तेल में इसेंशियल ऑयल्स होते हैं। जो दालचीनी से 10 गुना अधिक वायरस रोधक सक्षम होते हैं। इसके तत्व फंगश प्रतिरोधक, वायरस प्रतिरोधक भी है। वहीं नारियल तेल में मौजूद लॉरिक एसिड से वायरस के सेल वॉल रप्चर यानी फूट जाते हैं। सरसों एवं नारियल तेल दोनों ही वायरस को शरीर में घुसने से रोकने में सहायक माने जाते हैं।
नारियल के तेल में लॉरिक एसिड होती है। जो वायरस के सेल में मेंबरेन को क्रास करती है। सेल के भीतर जाती है और वह वहां लॉरेट साल्ट में बदल जाती है। वह वायरस के सेल वॉल को रप्चर यानी फोड़ देती है। जिससे वायरस का वहीं पर अंत हो जाता है। इस प्रकार दोनों वायरस के शरीर में घुसने से रोकने में वरदान साबित हो सकते हैं।

सहारनपुर: जिला कारागार में मिलें 63 कोरोना पॉजिटिव

गोपीचंद           
सहारनपुर। जिला कारागार में कल मिले थे 22 बंदी कोरोना पॉजिटिव। आज आई रिपोर्ट के अनुसार, जिला कारागार में 63 बंदी कोरोना पॉजिटिव मिलें। जेल प्रशासन में मचा हड़कंप किशोर कारागार को तत्काल कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील किया गया। किशोर कारागार में बंद बच्चे भी निकल सकते है। कोरोना पॉजिटिव, तो वहीं एक बाहुबली माननीय भी बंद है। जिला कारागार सहारनपुर में करीब 18 सौ बन्दी हैं और इनके बीच ड्यूटी कर रहे रक्षक भी निकल सकते हैं कोरोना पॉजिटिव।‌ नहीं हुई अभी तक भी किसी भी जेल कर्मचारी की कोरोना की जांच, जिला कारागार में कोरोना आया कैसे? वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे के पास इसका नहीं है कोई जवाब ? जेल प्रशासन में मचा हड़कंप।

जनपद के आला अधिकारी चीख-चीख कर परेशान

अतुल त्यागी                       
हापुड़। कितनी आश्चर्यजनक बात है, सरकार चीख रही है। जनपद के आला अधिकारी चीख-चीख कर परेशान हैं। मगर, प्रत्याशी बेफिकर महामारी को निमंत्रण दे रही हैं। साथ में भारी तादाद में समर्थक इकट्ठा करें। कम से कम गरीबों को तो बकस दो इनका ख्याल करो। दुनिया राम का नाम ले रही है और राजनीति अपना पूरा काम कर रही है। बड़े अफसोस की बात है, कि दुनिया इस मामले को लेकर परेशान हैं। मगर, राजनीति के राजनेता कोराना को या तो निमंत्रण कर रही हैं या वोट के चक्कर में आम जनता को भी दांव पर लगा रहे है।

कोरोना के प्रकोप के बीच भारत के साथ हैं यूएसए

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि भारत में कोरोना महामारी द्वारा पैदा हुई विकराल स्थिति में वाशिंग्टन उसके साथ खड़ा हैं। हम भारतीय अधिकारियों के साथ मिल कर कार्य कर रहे हैं और उसके स्वास्थ्यकर्मियों को अतिरिक्त सहायता प्रदान करेंगे। ब्लिंकन ने ट्वीट किया, “कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बीच हम भारतीय लोगों के साथ खड़े हैं। हम भारतीय अधिकारियों के साथ मिल कर कार्य कर रहे हैं और उसके स्वास्थ्यकर्मियों को अतिरिक्त सहायता प्रदान करेंगे।”अमेरिका के कोविड-19 टीकों के उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे माल के निर्यात पर अपने प्रतिबंधों का बचाव करने के ठीक एक दिन बाद ब्लिंकेन ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पहला दायित्व अमेरिकी लोगों की आवश्यकताओं का ध्यान रखना है। अमेरिका चैंबर ऑफ कॉमर्स ने देश के प्रशासन को भारत, ब्राजील और ऐसे अन्य देशों में महामारी से पीड़िताें के लिए लाखों ‘एस्ट्रोजेनेका वैक्सीन खुराक’ भेजने के लिए कहा है।
अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रमुख मेरॉन ब्रिलियंट ने एक बयान में कहा कि इन टीकों की अमेरिका में जरूरत नहीं होगी, जहाँ यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वैक्सीन निर्माता हर अमेरिकी को टीका लगाने के लिए जून की शुरुआत तक पर्याप्त खुराक का उत्पादन करने में सक्षम हैं। यह कदम अमेरिका के नेतृत्व में लिया गया है। कोई भी इस महामारी से सुरक्षित नहीं है।
सीरम इंस्टीट्यूट इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने 16 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से अनुरोध किया था कि वह उन कच्चे माल के निर्यात पर प्रतिबंध हटा लें जिनका उपयोग कोविड वैक्सीन के निर्माण के लिए किया जाता है। गौरतलब है कि भारत में वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है और लोगों को टीकाकरण करने के लिए टीकों की अधिक आवश्यकता होगी। भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अभी तक 14,09,16,417 टीके लगाए जा चुके हैं।

बंदरगाहों पर लगने वालें शुल्क समाप्त करने का निर्देश

अकांशु उपाध्याय          

नई दिल्ली। सरकार ने सभी प्रमुख बंदरगाहों से ऑक्सीजन और अन्य संबंधित उपकरण लाने वाले जहाजों से बंदरगाहों पर लगने वाले सभी शुल्क समाप्त करने का निर्देश दिया है। देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने के बीच यह कदम उठाया गया है। बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय ने रविवार को बयान में कहा कि उसने सभी प्रमुख बंदरगाहों को मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन, ऑक्सीजन टैंक, ऑक्सीजन बोतल, पोर्टेबल ऑक्सीजन जेनरेटर और ऑक्सीजन कन्स्ट्रेटर लाने वाले जहाजों को बंदरगाहा पर आने को प्राथमिकता देने को कहा है। बयान में कहा गया है कि ऑक्सीजन की अत्यधिक जरूरत को देखते हुए कामराजार पोर्ट लि. सहित सभी बंदरगाहों से कहा गया है कि वे प्रमुख बंदरगाह न्यास द्वारा लगाए जाने वाले सभी शुल्क हटा दें। इनमें जहाज से संबंधित शुल्क और भंडारण शुल्क भी शामिल हैं। बंदरगाहों के प्रमुखों से कहा गया है कि वे व्यक्तिगत रूप से लॉजिस्टिक्स परिचालन की निगरानी करें, जिससे इनकी आवाजाही में दिक्कत नहीं आए। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ”हम कोविड की दूसरी लहर की वजह से आपात स्थिति से जूझ रहे हैं। सभी प्रमुख बंदरगाह इस निर्देश को आज से लागू कर रहे हैं।” बयान में कहा गया है कि यदि किसी जहाज पर ऑक्सीजन से संबंधित समान के अलावा अन्य कॉर्गो भी है, तो उसे भी आनुपातिक आधार पर शुल्कों में छूट दी जाएगी।

दिल्ली के लोगों की मदद के लिए आगे आएं अक्षय

कविता गर्ग                     
मुंबई। बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार कोरोना महामारी के समय दिल्ली के लोगों की मदद के लिये आगे आये हैं। कोरोना महामारी के कारण देश इस वक्त मुश्किल समय से जूझ रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में भी बुरा हाल है। अक्षय कुमार ने पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर की संस्था को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि दी है। गौतम गंभीर कोरोना संक्रमित लोगों को फैबीफ्लू दवा निशुल्क बांट रहे हैं। गौतम गंभीर की संस्था लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों के लिए खाने की व्यवस्था भी कर रही है। अक्षय कुमार ने भी उनकी मदद के लिये हाथ बढ़ाया है। गौतम गंभीर ने अक्षय कुमार को धन्यवाद दिया है। गौतम गंभीर ने ट्वीट कर लिखा, ‘इस समय में हर मदद उम्मीद की एक किरण है। गौतम गंभीर फाउंडेशन के लिए एक करोड़ रुपए की सहायता राशि देने के लिए शुक्रिया अक्षय कुमार। इससे जरूरतमंदों के लिए खाना, ऑक्सीजन और दवाइयों की व्यवस्था की जाएगी। ‘ अक्षय कुमार ने भी गौतम के ट्वीट का रिप्लाई किया है। उन्होंने लिखा, ‘ये सच में बहुत मुश्किल समय है। मुझे खुशी है कि मैं मदद कर सकता हूं। उम्मीद है कि हम जल्द ही इस समय से बाहर आएंगे। सुरक्षित रहिए।

'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन

'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन  संदीप मिश्र  जौनपुर। बाइक पर सवार होकर जा रहे पत्रकार की दिनदहाड़े गोलियों से भूनक...