रविवार, 7 मार्च 2021

शादी करने का वादा झूठा है, रेप नहीं माना जाता

 अकांंशु उपाध्याय
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में कहा है कि यदि महिला से शादी करने का किया गया वादा शुरू से झूठा है तो उसे रेप माना जा सकता है। अन्यथा ये रेप नहीं होगा। शीर्ष अदालत ने यह टिप्पणी करते हुए रेप के एक आरोपी के खिलाफ दाखिल चार्जशीट निरस्त करने का आदेश दिया है। यह मामला उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले का है।
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और एमआर शाह की पीठ ने यह आदेश आरोपी सोनू की विशेष अनुमति याचिका पर दिया। सोनू ने याचिका में एफआईआर और चार्जशीट निरस्त करने का आग्रह किया था। कोर्ट ने आदेश में कहा कि एफआईआर और चार्जशीट को पढ़ने भर से तथा साथ में पीड़ित के बयान से साफ है कि जब दोनों के बीच संबंध बना तब उसकी ओर से शादी करने का कोई इरादा नहीं था। न ही यह कहा जा सकता है। कि शादी करने का वादा झूठा था।
पीठ ने फैसले में कहा कि अभियुक्त और पीड़ित के बीच रिश्ता आपसी सहमति का था। वहीं दोनों इस रिश्ते में करीब डेढ़ वर्ष से थे। बाद में जब अभियुक्त ने शादी करने से मना किया तो उसके आधार पर एफआईआर दर्ज करवाई गई। इस मामले में एफआईआर साफ कह रही है। कि अभियुक्त और शिकायतकर्ता के बीच संबंध एक साल से ज्यादा समय से थे।
उसका आरोप था। कि शादी के लिए अभियुक्त के परिजन राजी थे। लेकिन अब शादी के लिए मना कर रहे हैं। इससे लगता है। कि उसकी एकमात्र शिकायत सोनू का उससे विवाह नहीं करना है। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में शादी करने से मनाही बाद में की गई है। जिसके आधार पर एफआईआर हुई है। हमें लगता है। कि इस मामले में रेप का कोई आरोप नहीं बनता है। क्योंकि यह सामने नहीं आया है। कि शादी का झूठा वादा करके संबंध बनाए गए।
पीठ ने कहा कि पीबी पवार बनाम महाराष्ट्र केस में हम तय कर चुके हैं। कि धारा 375 के तहत महिला की सहमति कब और कैसे होगी। यह स्थापित करने के लिए दो बातें सिद्ध करनी होंगी ।
शादी का वादा झूठा होना चाहिए, बुरे इरादे से दिया गया हो और अभियुक्त का वादा करने के समय ही उसका उसे पूरा करने का कोई इरादा न हो।
ये झूठा वादा बहुत नया हो और तुरंत किया गया हो या इस वादे का महिला पर उससे संबंध बनाने के बारे में फैसला लेने से सीधा संबंध हो।

मुंबई: संजय के साथ कीस करने पर किया खुलासा

मनोज सिंह ठाकुर   
मुंबई। मशहूर फिल्मकार और अभिनेत्री पूजा भट्ट एक बार फिर से अभिनय की दुनिया में वापसी कर रही हैं। वह जल्द ही ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स में नजर आने वाली हैं। अपनी इस सीरीज का पूजा भट्ट जोर-शोर से प्रमोशन भी कर रही हैं। मशहूर फिल्मकार और अभिनेत्री पूजा भट्ट एक बार फिर से अभिनय की दुनिया में वापसी कर रही हैं। वह जल्द ही ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स में नजर आने वाली हैं। अपनी इस सीरीज का पूजा भट्ट जोर-शोर से प्रमोशन भी कर रही हैं। बॉम्बे बेगम्स के प्रमोशन के दौरान उन्होंने फिल्म में अपने पहले किसिंग सीन को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
पूजा भट्ट ने हाल ही में अंग्रेजी वेबसाइट बॉलीवुड हंगामा को इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स के अलावा महिलाओं के मुद्दों पर भी ढेर सारी बातें कीं। इस दौरान पूजा भट्ट ने बताया कि जब उन्होंने फिल्म में अपना पहला किसिंग सीन किया था तो उनके पिता निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट ने क्या सलाह दी थी। पूजा भट्ट ने पहली बार अभिनेता संजय दत्त के साथ फिल्म सड़क में किसिंग सीन फिल्माया था।
इस किसिंग सीन को फिल्माते समय पूजा भट्ट काफी परेशान थी। तो महेश भट्ट ने उनको ऐसी सलाह दी थी। जिसे वह हमेशा याद करती हैं। पूजा भट्ट ने कहा, ‘मासूमियत का दृष्टिकोण होना चाहिए। यह पहला सबक मैंने कई साल पहले फिल्म सड़क के सेट पर सीखा था। जब मैंने अपने आइकन संजय दत्त को किस किया था। मैं 17-18 साल की थी। और मैंने उस इंसान को किस जिसका पोस्टर मैं अपने कमरे में रखती थी।
पूजा भट्ट ने आगे कहा, ‘मुझे याद है। कि इस फिल्म में किसिंग सीन से पहले मेरे पिता मुझे साइड में ले गए और मुझे कुछ ऐसा बताया जिसे में जिंदगी भर याद करती हूं। उन्होंने कहा था। कि पूजा अगर किसिंग सीन करते समय आप अश्लील महसूस करती हैं तो यह अश्लील लगेगा। किसिंग या लव सीन को मासूमियत, अनुग्रह और गरिमा के साथ करना चाहिए, क्योंकि सीन का कम्युनिकेट होना जरूरी है। पूजा भट्ट के इस खुलासे की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है।
बात करें पूजा भट्ट की वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स की तो इस वेब सीरीज से वह करीब 10 साल बात अभिनय की दुनिया में वापसी कर रही हैं। इस सीरीज को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 8 मार्च को रिलीज किया जाएगा। वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स में पूजा भट्ट के साथ अमृता सुभाष, शहाना गोस्वामी, प्लाबिता बोरठाकुर और आध्या आनंद सहित कई कलाकार मुख्य भूमिका में दिखाई देने वाले हैं।

परेड ग्राउंड पहुंचे पीएम, रैली को किया संबोधित

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार अपराह्न को कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। राज्य में विधानसभा चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तिथियों की घोषणा के बाद मोदी की यह पहली रैली है। हालांकि प्रधानमंत्री पिछले कुछ महीनों से कई बार राज्य का दौरा कर चुके हैं। मोदी का अपराह्न दो बजे रैली संबोधित करने का कार्यक्रम है। मोदी 29 अप्रैल को अंतिम चरण तक राज्य में 20 से अधिक रैलियां को संबोधित करने वाले हैं। प्रधानमंत्री की रैली को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार स्थिति की निगरानी के लिए पुलिस ड्रोन कैमरों का उपयोग करेगी। सुरक्षा के लिहाज से शहर भर में 1,500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
गौरतलब है। कि पश्चिम बंगाल में राज्य विधानसभ के चुनाव आठ चरणों में होने वाले है। राज्य में पहले चरण को चुनाव 27 मार्च से और अंतिम चरण को मतदान 29 अप्रैल को होने वाला है। और राज्य की कुल 294 सीटों को परिणाम दो मई को घोषित किया जाएगा।
भाजपा में शामिल हुए मिथुन चक्रवर्ती
अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ब्रिगेड परेड मैदान में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहीं आज एक चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने अन्य नेताओं की उपस्थिति में मिथुन चक्रवर्ती का पार्टी में स्वागत किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मुंबई में अभिनेता के आवास पर पिछले महीने उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें शुरू हो गयी थीं।

बीजेपी में शामिल हुए नेता, बौद्ध साहित्य का स्मरण

गिरीश मालवीय 
नई दिल्ली। जिस प्रकार से तृणमूल के नेता एक-एक कर के बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। उससे एक कथा का स्मरण हो आया है। यह कथा मूल रूप से भारतीय दर्शनशास्त्र की गहराई को प्रतिबिंबित करती हैं। 
लेकिन इसकी सहायता से हम वर्तमान भारतीय राजनीति के एक विशिष्ट ट्रेंड को भी समझ सकते हैं।
बौद्ध साहित्य में मिलिंद प्रश्न का जिक्र आता है। इस कथा में बौद्ध भिक्षु नाग सेन और राजा मिलिंद के संवाद का वर्णन किया गया है। कथा प्रश्नोत्तरी की शैली में है। सम्राट मिलिंद बौद्ध भिक्षु नागसन से प्रश्न करते हैं। कि आत्मा क्या है। शरीर क्या है।
बौद्ध भिक्षु नागसेन इस बात को समझाने के लिए मिलिंद को रथ का उदाहरण देते हैं। जिस पर बैठकर मिलिंद के पास आए हैं।
नागसेन मिलिंद से कहते हैं। कि रथ क्या है?
मिलिंद एक इशारा करके कहते हैं। कि यह जो सामने खड़ा है। यह रथ है।
नागसेंन कहते हैं। कि इसका पहिया अलग करो, इसकी धूरी अलग करो, इसकी कुर्सी इसके घोड़े, और सारे हिस्से अलग करके रख दो।
मिलिंद अपने सेवकों को का आज्ञा देते हैं। कि पूरे रथ को खोलकर इसके पुर्जों को अलग अलग कर दिया जाए। फिर नागसेन मिलिंद को लेकर उस रथ के पुर्जो के बीच में खड़े हो जाते हैं।
नागसेन मिलिंद से पूछते हैं। क्या यह पहिया रथ है। मिलिंद कहते हैं। कि नहीं पहिया रथ नहीं है। नागसेन पूछते हैं। क्या या कुर्सी या ध्वजा रथ है? मिलिंद कहते हैं। कि नहीं यह तो रथ नहीं है। फिर मिलिंद तो पूछते हैं। क्या यह घोडा रथ है। मिलिंद कहते हैं। कि नहीं यह भी रथ नहीं है। इस तरह नागसेन प्रत्येक पुर्जे के पास जाकर प्रश्न पूछते हैं। और मिलिंद कहते हैं कि नहीं यह रथ नहीं है।
आखिर में नागसेन पूछते हैं। कि सम्राट फिर आप ही बताइए कि रथ क्या है? इस पर मिलिंद कहते हैं। कि यह सब पुर्जे जब जुड़ जाते हैं। और चलने लगते हैं। तब रथ का निर्माण होता है। नाग सेन कहते हैं। कि सम्राट इसी तरह जब शरीर मन समय स्मृतियां नाम रूप इत्यादि आपस में मिल जाते हैं। तब उस स्व या आत्मा का निर्माण होता है। 
अब इस कथा के परिपेक्ष्य में आप बंगाल में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर डालिए , बंगाल में बीजेपी का अस्तित्व बहुत सीमित था। लेकिन एक एक करके बीजेपी ने तृणमूल के बड़े नेताओं को तोड़ना शुरू किया सबसे पहले मुकुल रॉय बीजेपी में गए, उन्होंने अपने समर्थक नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाया, फिर तृणमूल की सरकार में रहे अनेक मंत्री विधायक सांसद बीजेपी में शामिल होते चले गए जो एक समय ममता बनर्जी के सबसे विश्वसनीय हुआ करते थे। शुभेन्दु अधिकारी, शोभन देव चट्टोपाध्याय, सौमित्र खान आदि सभी तृणमूल से ही बीजेपी में आए हैं। और भी सेकड़ो की संख्या में नेता और उनके हजारों समर्थक अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं। ताजा कड़ी में दिनेश त्रिवेदी में उसमें शामिल हो गये है।
उपरोक्त कथा के परिपेक्ष्य में हमे यह समझने की जरूरत है। कि तृणमूल क्या है। या कोई भी अन्य पार्टी क्या है। आप तृणमूल के शासन को भ्रष्ट कहते हैं। और उसके तमाम भ्रष्ट नेताओं को अपने मे शामिल करते जाते हैं।
एक एक पार्ट को आप अलग कर देते हैं। और कहते हैं। कि यह अब तृणमूल में नही है। इसे हम अपने में शामिल कर रहे हैं। और अंत मे पता लगता है। कि आपने सीबीआई या अन्य जाँच एजेंसियों का सहारा लेकर येन केन प्रकारेण सभी को अपने मे शामिल कर लिया है। और फिर ध्रुवीकरण के सहारे आप चुनाव जीत लेते हो तो मूल रुप मे क्या बदला है। आपमे भी तृणमूल की आत्मा प्रवेश कर गयी है। बस शरीर भाजपा का है। नाम भाजपा का है।

9 अप्रैल से शुरू होगा आईपीएल, जारी किया शेड्यूल

अहमदाबाद। बीसीसीआई ने आईपीएल 2021 का शेड्यूल जारी कर दिया है। आईपीएल का 14वां सीजन नौ अप्रैल से चेन्नई में शुरू होगा। वहीं लीग का फाइनल मुकाबला 30 मई को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। सीजन का पहला मुकाबला नौ अप्रैल को रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस और विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैंलेजर्स बैंगलोर के बीच खेला जाएगा। वहीं लीग के सभी प्लेऑफ मुकाबले और 30 मई को फाइनल मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। लीग में कुल 56 मुकाबले खेले जाएंगे।  चेन्नई, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में 10-10 मुकाबले खेले जाएंगे। वहीं दिल्ली और अहमदाबाद में 8-8 मुकाबले खेले जाएंगे। इस बार के टूर्नामेंट की खास बात है कि कोई भी टीम होम ग्राउंड पर मैच नहीं खेलेगी। सभी टीमें अपने मुकाबले न्यूट्रल वेन्यू पर खेलेगी। ईस बार 11 डबल हेडल मुकाबले खेले जाएंगे। डबल हेडर मुकाबले का पहला मैच दोपहर 03:30 बजे से शुरू होगा। वहीं दूसरा मुकाबला शाम को 07:30 बजे से खेला जाएगा।

मुंबई: अभिनेत्री प्रियंका ने न्यूयॉर्क में खोला रेस्टोरेंट

मनोज सिंह ठाकुर 
 मुंबई। प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक में अपना अलग मुकाम बनाया है। वहीं दूसरी तरफ प्रियंका चोपड़ा एक कामयाब बिजनेस वुमन की राह पर चल पड़ी हैं। हाल ही में प्रियंका ने न्यूयार्क में इंडियन फूड का रेस्तरां खोला, जिसका नाम उन्होंने रखा है। इस रेस्तरां की कई फोटो उन्होंने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर की है। फोटो में वो अपने पति निक जोनास  के साथ रेस्तरां के बाहर पूजा करती नजर आ रही हैं। प्रियंका चोपड़ा ने अपने रेस्तरां की कई फोटो शेयर करते हुए एक लंबा सा पोस्ट भी शेयर किया है। उन्होंने लिखा। “मैं आपको सामने पेश करने जा रही हूं। 

विश्व ने क्षमता की शक्ति को अनुभव किया: पीएम

अकांशु उपाध्याय   
 नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन औषधि दिवस समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए शिलांग में बने 7500वें जनऔषधि केंद्र को देश को समर्पित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की फार्मेसी है। ये सिद्ध हो चुका है। दुनिया हमारी जेनरिक दवाईयां लेती है। लेकिन हमारे यहां ही उनको प्रोत्साहित नहीं किया गया। अब हमने उस पर बल ​दिया है। कोरोना काल में दुनिया ने भारत की दवाइयों की शक्ति को अनुभव किया है। आज हमारे पास हमारे देश और दुनिया के लिए ‘मेड इन इंडिया’ कोरोना टीके हैं। कोरोना टीकाकरण सरकारी अस्पतालों में मुफ्त और 250 रुपये में निजी अस्पतालों में किया जा रहा है। मैंने भी कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गरीबों और मध्यम आय वर्ग के परिवारों के लिए देशभर में पीएम जनऔषधि योजना चलाई जा रही है। यह योजना ‘सेवा और रोज़गार’ का एक माध्यम है, क्योंकि यह युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करती है।

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...