रविवार, 14 फ़रवरी 2021

नक्सली प्रेमी जोड़ों की शादी पर पुलिस का कन्यादान

पहली बार रविवार को 14 सरेंडर नक्सली प्रेमी जोड़ों की होगी शादी, पुलिस अफसर घराती बनकर करेंगे कन्यादान

दंतेवाड़ा। वेलेंंटाइन डे पर सरेंडर नक्सली प्रेमी जोड़ों के लिए बहुत ही खास होने जा रहा है। 14 सरेंडर प्रेमी जोड़े नक्सली ने रविवार को एक साथ शादी के बंधंन में बंधने जा रहे है। इस शादी में ढोल, बैंड बाजा व पारंपरिक नाचा का आयोजन भी होगा। सरेंडर नक्सली, पुलिस के जवान बाराती होंगे तो अफसर घराती होकर स्वागत व कन्यादान करेंगे।
कारली हैलीपेड के पास मण्डप सजेगा और यहीं सरेंडर नक्सली प्रेमी जोड़े फेरे लेंगे। इसके पहले भी सरेंडर नक्सलियों की शादी पुलिस ने कराई ज़रूर है। लेकिन वेलेंटाइन डे के खास मौके पर एक साथ 14 जोड़ों की शादी पहली बार व अपने आप में बेहद खास होगी। शेष। वैसे तो पुलिस के जवान, पुलिस, प्रशासन के अफसर परिवार की भूमिका में होंगे लेकिन सरेंडर नक्सलियों के परिवार को भी आमंत्रण भेजा गया है। बताया जा रहा है। नक्सल भय से कुछ परिवार नहीं पहुंचेंगे। धूम धड़ाके, नाच गाने के साथ शांति कुंज से बारात निकलेगी। आदिवासी संस्कृति व पारम्परिक रीति- रिवाजों के साथ सारी रस्में होंगी।
शादी को लेकर ये जोड़े बेहद उत्साहित हैं। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि शादी की रस्मों, रिश्तों की अहमियत, ज़िम्मेदारियों के बारे में भी इन जोड़ों को बताया जाएगा। नक्सल संगठन में जाने के बाद रीति रिवाजों, परम्पराओं से ये काफी दूर हो चुके हैं। उन्हें ये सब भी जानने का मौका मिलेगा।
इन्हें देख और भी नक्सली प्रेमी जोड़े सरेंडर करेंगे। अभी जिन 14 जोड़ों की शादी हो रही है। सभी लोन वर्राटू अभियान के तहत सरेंडर किए इनामी नक्सली हैं। भास्कर से खास बातचीत में इन सभी सरेंडर नक्सलियों ने कहा कि न तो नक्सल संगठन में रहकर धूमधाम से शादी कर पाते और न सरेंडर के बाद गांव जाकर सभी के बीच शादी कर सकते थे। कभी सोचा नहीं था। इस तरह दे शादी होगी और अफसर हमारी शादी में शामिल होंगे।
सोमडू उर्फ नवीन वेट्टी संग जोगी माड़वी, चांदूराम सेठिया संग सोनमती, वासू उर्फ कोसा कोवासी संग सुको मंडावी, अजय कुमार मंडावी संग सरिता कश्यप, दुलगो मंडावी संग कुमली कश्यप, रतन मंडावी संग जानकी कश्यप, गुड्डू मरकाम संग भूमे कोडोपी, हिड़मा कुंजामी संग कमली मिडियामी, लखमू हेमला संग मुन्नी वेको, रमेश सोरी संग सरिता कुंजाम, बुधराम कोवासी संग रैमती बारसे, कमलेश उर्फ मोटू संग दशमी मंडावी, दिनेश उर्फ मनीराम अलामी संग रोशनी कश्यप।
बचपन का प्यार, अब एक दूजे के होंगेे
मुस्केल गांव का रहने वाला रतन अब अपने बचपन के प्यार जानकी के साथ परिणय सूत्र में बंधेगा। रतन ने हथियार के साथ सरेंडर किया था। वह बताता है। कि जानकी से बहुत प्यार करता है। बचपन से ही जब प्यार की शुरुआत हुई तो शादी की ठान रखी थी। इस बीच वह नक्सल संगठन में चला गया। अब जब सरेंडर किया तो दोनों ने घर बसाने की ठानी है।
संगठन में रहते ही प्रेम हुआ
14 जोड़ों में से जोगी व सोमडू इकलौता जोड़ा है। जो हार्डकोर इनामी नक्सली रहा है। सोमडू ने नवम्बर 2020 को सरेंडर किया था। जबकि जोगी ने जनवरी 2021 को। सोमडू व जोगी बताते हैं। संगठन में रहते वक़्त एक-दूसरे को जानते थे। प्रेम हुआ। बातचीत होती थी। सरेंडर के बाद प्यार और बढ़ गया। अब शादी होगी।
फोन पर बात और प्यार हुआ
सरेंडर नक्सली गुड्डू बताता है। कि सरेंडर के बाद समेली की भूमे के संपर्क में आया। फोन पर बात शुरू हुई। दोनों ने तस्वीरें साझा की। दोनों ने प्यार का इजहार किया। भूमे को मिलने बुलाया और शादी की इच्छा जताई। भूमे ने हामी भर दी। गांव जाकर शादी करना सम्भव नहीं, क्योंकि नक्सली मार देंगे। अब शादी होने वाली है। हम खुश हैं।

लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हादसा, 6 की मौत

उत्तर प्रदेश: लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर दर्दनाक हादसा, कार सवार 6 दोस्तों की मौत
हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर एक दर्दनाक सड़क हादसे की जानकारी सामने आ रही है। दरअसल जानकारी के मुताबिक कार से कुछ लोग लखनऊ से बालाजी के दर्शन के लिए निकले थे। लेक‍िन कुछ ऐसा हुआ की सभी लोगों की मौत हो गई। इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक रात को करीब 1 बजे भीषण रोड एक्सीडेंट हुआ और इस दौरान कार में सवार सभी 6 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा काफी भयानक था। बताया जा रहा है सभी फंसी डेड बॉडी को कार की बॉडी को काटकर न‍िकालना पड़ा।
यह हादसा कन्नौज ज‍िले में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर हुआ बताया जा रहा है। मिली खबर के मुताबिक यह हादसा शुक्रवार-शन‍िवार की दरम‍ियानी रात करीब 1 बजे हुआ। इस हादसे में 6 दोस्तों की मौत हुई है। जो अपनी इको स्पोर्ट कार से लखनऊ से बालाजी के दर्शन करने के लिए जा रहे थे। उनके जाते समय कार चला रहे शख्स की नींद लग गई। नींद आने की वजह से इको स्पोर्ट गाड़ी नंबर यूपी 32 एलटी 8086 खड़े ट्रक में घुस गई। इस दौरान गाड़ी भी तेज रफ्तार में थी। जिससे कार के परखच्चे उड़ गए।
देखते ही दखते कार में सवार सभी 6 लोग मारे गए। कार में सवार दोस्तों के नाम प्रमोद यादव, सत्यभान, मोहित पाल, सोनू यादव, ज्ञानेंद्र बताए जा रहे हैं। वहीं 6 में से एक अभी अज्ञात कहा जा रहा है। आपको बता दें कि मृतकों को मेडिकल कॉलेज तिर्वा पहुंचाया गया लेकिन एक्सीडेंट के बाद सभी की मौत मौके पर हो चुकी थी।

पंजाब: नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान हुआ

पंजाब: नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान शुरू
राणा ओबराय 
चंडीगढ़। पंजाब में नगर निकाय चुनाव 2021 के लिए मतदान रविवार सुबह शुरू हो गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और यह शाम चार बजे तक चलेगा। पंजाब में आठ नगर निगमों-अबोहर, बठिंडा, बटाला, कपूरथला, मोहाली, होशियारपुर, पठानकोट और मोगा के 2,302 वार्डों तथा 109 नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के लिए कुल 9,222 उम्मीदवार मैदान में हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुल उम्मीदवारों में से 2,832 निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि 2,037 सत्तारूढ़ कांग्रेस के और 1,569 अकाली दल के उम्मीदवार हैं।भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी और बसपा के उम्मीदवारों की संख्या क्रमश 1,003, 1,606 और 160 है।राज्य निर्वाचन आयोग ने 4,102 मतदान केंद्र बनाए हैं। जिनमें से 1,708 को संवेदनशील और 861 को अति-संवेदनशील घोषित किया गया है।
वहीँ राज्य चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि शाम चार बजे तक मतदान केंद्र में प्रवेश करने वाले मतदाताओं को मतदान करने दिया जाएगा। मतदान के लिए लगभग 7,000 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) लगाई गई हैं। मतगणना 17 फरवरी को होगी। प्रवक्ता ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए लगभग 19,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।

सुई का डर नही, नाक के जरिए दी जाएगी वैक्सीन

अब सुई का डर नही, नाक के जरिए दी जाएगी कोरोना वैक्सीन! क्यों है इंजेक्शन से ज्यादा बेहतर
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय वैक्सीन डेवलपर भारत बायोटेक वैक्सीन अब एक तरह की ‘नेजल वैक्सीन पर काम कर रहा है। इस वैक्सीन के आने के बाद इंजेक्शन से निजात मिल जाएगी। इसके बाद लोगों को इंजेक्शन के जरिए नहीं, बल्कि नाक में स्प्रे के माध्यम से वैक्सीन दी जाएगी। बताया जा रहा है। भारत बायोटेक को ट्रायल की इजाजत मिल गई है और अगर इसे अप्रूवल मिल जाता है तो यह गेम चेंजर साबित हो सकता है।
खबरें आ रही हैं, कि नेजल वैक्सीन के ट्रायल की शुरुआत नागपुर से हो सकती है। और अभी 75 लोगों का ट्रायल के लिए चयन किया गया है। ऐसे में जानते हैं। कि आखिर ये नेजल वैक्सीन क्या है। और किस तरह से इसका फायदा हो सकता है।
क्या है नेजल वैक्सीन
यह एक तरह की नाक से दी जाने वाली दवाई है। अभी कोरोना की वैक्सीन इंजेक्शन के माध्यम से दी जा रही है। लेकिन इसमें ऐसा नहीं है। यह एक तरह का स्प्रे है, जिसे नाक में स्प्रे किया जाता है ।और नाक के जरिए कोरोना की दवाई दी जाती है। माना जा रहा है। कि जिस तरह से कोरोना वायरस नाक के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। वैसे ही इस दवा को भी नाक के जरिए शरीर में भेजा जाता है। इसमें इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है। जिससे वैक्सीन के बाद होने वाले दर्द से भी फायदा मिल सकता है। 
आसान भाषा में जिस तरह मांसपेशियों में इंजेक्शन से लगाई जाने वाली वैक्सीन को इंट्रामस्कुलर वैक्सीन कहते हैं। उसी तरह नाक में कुछ बूंदें डालकर दी जाने वाली वैक्सीन को इंट्रानेजल वैक्सीन कहा जाता है। जिसे नेजल स्प्रे का नाम से जानते हैं। पहले भी इस तरह की वैक्सीन बाजार में है। और पहले भी कई बीमारियों में इस तरह से वैक्सीन लगाई जाती है। और कई जानवरों पर भी इस तरीके का इस्तेमाल किया जाता है।
क्या इंजेक्शन से बेहतर है नेजल वैक्सीन
विशेषज्ञों का कहना है। कि इंजेक्शन के जरिए दी जाने वाली वैक्सीन को इंट्रामस्क्युलर रूप से इंजेक्ट करने से केवल निचले फेफड़े की रक्षा होती है। वहीं नेजल वैक्सीन ऊपरी और निचले दोनों फेफड़ों की रक्षा कर सकता है और वायरस के संक्रमण के साथ-साथ संक्रमण को भी रोक सकता है। इसके अलावा इस वजह से इंजेक्शन से छुटकारा मिलता है। और सांस से संक्रमण का खतरा भी कम होता है।
इसे स्प्रे के जरिए नाक के माध्यम से दी जाती है। इसके लिए खास परीक्षण की आवश्यकता भी नहीं है। और इसमें सामान्य वैक्सीन से होने वाले साइड इफेक्ट्स की तुलना में काफी कम इफेक्ट होते हैं। वाशिंगटन स्कूल ऑफ मेडिसिन के सेंट लुइस में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि नाक के जरिए दी गई दवाई ने पूरे शरीर में एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा की, जिससे वायरस नाक और श्वसन पथ में प्रभावी रहा और पूरे शरीर में संक्रमण नहीं पहुंचा। यह नाक के अंदरुनी हिस्सों में इम्युन करती है।

जेल में बंद किसानों के लिए किसान मोर्चा का एलान

ट्रैक्टर रैली हिंसा मामले में जेल में बंद किसानों के लिए संयुक्त किसान मोर्चा का एलान, दिए जाएंगे 2-2 हजार रुपये
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर गिरफ्तार किए गए किसानों को संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 2-2 हजार रुपये दिए जाएंगे। ये किसान फिलहाल दंगा भड़काने के आरोप में जेल में बंद हैं। संयुक्त किसान मोर्चा की कानूनी टीम के प्रमुख प्रेम सिंह भंगू ने बताया हम जेल में बंद अपने सभी किसान भाइयों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। हम सोमवार तक जेल में बंद सभी किसानों के बैंक खातों में 2-2 हजार रुपये ट्रांसफर कर देंगे। इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा की कानूनी टीम ने शुक्रवार को तिहाड़ जेल का दौड़ा किया था। वर्तमान में 112 किसान तिहाड़ जेल में बंद हैं।
किसान संगठनों ने भी ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कथित तौर पर किसानों से दुर्व्यवहार करने और झूठा मुकदमा बनाकर किसानों को जेल में डालने का आरोप भी लगाया है। सिंघु बॉर्डर पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय किसान मोर्चा के नेताओं ने किसानों अपील की है। कि वे अब सीधे पुलिस के सामने पेश ना हों। वे पहले संगठनों द्वारा गठित कानून सेल से संपर्क करें उसके बाद कोई निर्णय लें। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान नेता रविंदर सिंह ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने अब तक 122 किसानों को गिरफ्तार किया है। जिसमें से 10 किसानों को जमानत मिल गई है। वहीं, सोमवार को 2 और किसानों को जमानत मिलने की संभावना है।
किसान नेताओं ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप 
किसान नेताओं ने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा भाारत सरकार झूठ बोलकर सारे देश को गुमराह कर रही है। सरकार कह रही है। कि हमें बताया नहीं जा रहा कि इन क़ानूनों में काला क्या है। सरकार के साथ 11 बैठक करके 3 बार एक-एक क्लॉज पर बता चुके हैं। कि इनमें काला क्या है।
राकेश टिकैत ने आंदोलन को लेकर कही बड़ी बात 
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन पूरी मजबूती से चलता रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अखबार बहुत उल्टा सीधा लिख रहे हैं। वो अगर नहीं सुधरे तो हम कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा, संयुक्त किसान मोर्चा पूरी तरह से एकजुट है। 23 फरवरी तक के कार्यक्रम निर्धारित हैं। जिन पर हम काम कर रहे हैं। आंदोलन पूरी मजबूती से चलता रहेगा, हम अपनी रणनीति बना रहे हैं। किसानों को हताश होने की जरूरत नहीं है। 

ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में दिशा की गिरफ्तारी

ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में पहली गिरफ्तारी, बेंगलुरु से पर्यवारण एक्टिविस्ट दिशा रवि अरेस्ट

बेंगलुरु। जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट केस में पहली गिरफ्तारी हुई है। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बेंगलुरु से 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया है। दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैंपन की फॉउंडर मेंबर में से एक हैं। 4 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने टूलकिट को लेकर केस दर्ज किया था। अधिकारियों के मुताबिक दिशा रवि केस की एक कड़ी है। शुरुआती पूछताछ में दिशा ने बताया है। कि इसने टूलकिट में कुछ चीजें एडिट की और फिर उसमें कुछ चीजें जोड़ी थी और आगे बढ़ाया था। फिलहाल पूछताछ जारी है। 
एफआईआर में किसी व्यक्ति का नाम नहीं
किसान आंदोलन के समर्थन में विदेशी हस्तियों के ट्वीट पर हुए विवाद के बीच दिल्ली पुलिस ने 4 फरवरी को ‘टूलकिट’ को लेकर केस दर्ज किया था। इसमें आईपीसी की धारा 124 ए (राजद्रोह), 153ए (धार्मिक आधार पर विभिन्न समूहों में द्वेष पैदा करने आदि), 153 और 120 बी लगाई थी। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी क्राइम प्रवीर रंजन ने बताया था। कि एफआईआर में किसी व्यक्ति का नाम नहीं है। जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग का नाम भी नहीं है। ट्वीट और टूलकिट पर जांच की जा रही है।
प्रारंभिक जांच से खुलासा हुआ है। कि टूलकिट खालिस्तान समर्थक संगठन द्वारा तैयार की गई है। किसानों के प्रदर्शन के संबंध में सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने वाली टूलिकट के क्रिएटर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। 
क्या है पूरा मामला
गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाली थी। इस दौरान दिल्ली में कई जगहों पर हिंसा की घटना हुई थी। इसकी चौतरफा आलोचना हुई है। इसके बाद पहले पॉप स्टार रिहाना और फिर ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था। हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं। इसके साथ ही उन्होंने टूलकिट (दस्तावेज) ट्विटर पर शेयर किया। हालांकि इसपर हुए विवाद के बाद उन्होंने टूलकिट वाले ट्वीट को डिलीट कर दिया।

भाजपा के राज में जनता का जीना हुआ दुश्वार: गादरे

मेरठ। भाजपा सरकार के राज में आम जनता का जीना हुआ दुश्वार विधायक नेता हो या कार्यकर्ता सभी ने भारतीय मूल निवासियों का जीना दूभर कर रखा है।
बहुजन मुक्ति पार्टी के पश्चिमांचल जॉन महासचिव एवं मेरठ मंडल अध्यक्ष आर डी गादरे ने कहा कि गंगानगर थाना क्षेत्र के मीनाक्षीपुरम में एक अधिवक्ता ओमकार तोमर ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद किया है। सुसाइड नोट में एक विधायक और एक ग्राम प्रधान पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। बताया गया कि अधिवक्ता का बेटा हाईकोर्ट में वकील है और उसका पत्नी से विवाद चल रहा है। इसी बात को लेकर दोनों में विधायक समझौता करा रहे थे।
यूपी मे बी जे पी की सरकार है। मेरठ में एडवोकेट ओमकार सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। भाजपा एमएलए दिनेश खटीक समेत 14 लोगों पर खुदकुशी के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज। एमएलए ने एडवोकेट पर एक केस में 15 लाख रुपए देने का दवाब बनाया था। उत्तर प्रदेश के अनेकों जिलों में अब तक बहुत सारी घटनाएं हो चुकी हैं। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के विधायक सांसद सदस्य या कार्यकर्ता या पदाधिकारी हो द्वारा आए दिन नई नई घटनाएं सुनने को मिल रही है ना आज बैटरी सुरक्षित है ना आमजन सुरक्षित हैं नासिक शाही आसान है ना जीवन जीना आसान है। रविवार को किसान आंदोलन को भी महीनों हो गए हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी आम जनता के खेतों से खेल रही है और भारतीय संविधान को ताक पर रखे हुए हैं बहुजन मुक्ति पार्टी ऐसी घटनाओं की निंदा करती है और आम जनता भारतीय मूल निवासियों की रक्षा हेतु कार्यरत है और आह्वान करती है कि इस मामले में या अन्य कोई भी मामले हो निष्पक्ष जांच होनी चाहिए लेकिन आज केंद्र में हो या उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार में निष्पक्ष जांच की उम्मीद करना भी गलत महसूस हो रहा है। जनता को अपने हितों के लिए जागना होगा। भारतीय संविधान को बचाना होगा अन्यथा यह सरकार पूर्णतया से जंगलराज स्थापित करना चाहती है।

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...