गुरुवार, 31 दिसंबर 2020

कनाडा में युवती ने रेप के आरोपी को किया माफ

युवती ने रेप के आरोपी को किया माफ

ओटावा। यौन हिंसा का शिकार हुई कनाडा की 25 साल की मार्ली लिस अपने साथ हुई दरिंदगी को भुलाकर आज दुर्व्यवहार और हिंसा की पीड़ित महिलाओं की मदद कर रही हैं। ओंटोरिया निवासी मार्ली लिस कहती हैं। कि उनका पूरा जोर अपराधी को सजा दिलाने के बजाय पीड़ित के जख्मों को भरने और उन्हें नए सिरे से जीवन जीने की कला सिखाने पर है। कनाडा की स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मार्ली लिस ने साल 2019 में (रेस्टोरेटिव जस्टिस प्रोसेस) अपने रेपिस्ट का करीब 4 घंटे तक सामना किया था। लिस ने रेपिस्ट को माफ कर दिया। वह कहती हैं। कि एक बुरा अतीत भुलाकर उन्हें आगे बढ़ने की जरूरत है। तब से लेकर वह अपनी तरह यौन हिंसा का शिकार हुई महिलाओं की मदद कर रही हैं।
लिस ने टेलीफोन पर एक इंटरव्यू में कहा मुझे अब तक करीब 40 महिलाओं के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है। किसी महिला के साथ हिंसा के बाद हम उसके इलाज, शर्मिंदगी महसूस करना, अपने शरीर से प्यार करना और पितृसत्तात्मक व्यवस्था को उजागर करने जैसी चीजों पर काम करते हैं। ये वो भी बातें हैं। जिन्होंने मेरे जख्म भरने का काम किया और ये तोहफा दूसरों के भी काम आ सकता है।
कैनेडियन प्रेस गाइडलाइंस के तहत पीड़ित की अनुमति के बिना मीडिया को उसका असली नाम उजागर करने का अधिकार नहीं है। लिस ने इसे भी सामने आकर स्वीकार किया है। लिस ने ‘री ह्यूमनाइज’ नाम की एक संस्था भी शुरू की है। जो यौन हिंसा की पीड़ित महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें न्याय दिलाने का काम करती है।
कनाडा के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के मुताबिक, रेस्टोरेटिव जस्टिस प्रोसेस अपराध से होने वाले नुकसान की भरपाई पर आधारित है। इस प्रक्रिया के तहत अपराध के बाद पीड़ित पक्ष की जरूरतों का पता लगाकर उसकी भरपाई करने की कोशिश की जाती है। लिस कहती हैं। कि अपनी संस्था में वह महिलाओं को हिंसा का शिकार होने के बाद अपने शरीर से प्यार करना सिखाती हैं। वह तरह-तरह के प्रोग्राम और वर्कशॉप के माध्यम से ऐसा करती हैं।
इन कार्यक्रमों के माध्यम से लिस हिंसा के बाद दुख और शर्म को खुद पर हावी न होने की कला सिखाती हैं। अपने साथ हुई हिंसा के बाद लिस को शर्म और दुख से बचने के इसे सीखना पड़ा था। उनके कार्यक्रमों में वर्चुअल सपोर्ट, गाइडेड मेडिटेशन और लोकल सेक्सुअल एसॉल्ट रिसोर्सिस के लिए संपर्क जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं। स्टैटिस्टिक्स कनाडा सर्वे-18 के मुताबिक, 15 साल की उम्र की 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा लड़कियां शारीरिक उत्पीड़न या यौन हिंसा का शिकार हुई हैं। स्टैटकैन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है। कि यौन हिंसा के हर पांच पीड़ितों में महिला और पुरुष दोनों होते हैं। इनमें से अधिकांश घटनाओं की सूचना पुलिस को नहीं दी जाती है। लिस चाहती हैं कि हर दुष्कर्म पीड़ित को ये पता होना चाहिए कि कार्रवाई के दौरान उसके पास ‘क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम’ ही एकमात्र विकल्प नहीं है। लिस का कहना है। कि यौन पीड़ितों को उनके विकल्पों से अवगत कराना न्याय प्रणाली के भीतर काम करने वालों को शिक्षित करने से शुरू होता है। रेस्टोरेटिव जस्टिस प्रोसेस सभी के लिए नहीं है। लेकिन न्याय प्रणाली के भीतर काम काम करने वालों को शिक्षित करने से इसे अधिक सुलभ बनाया जा सकता है। 

 

एयरपोर्ट से लेकर शहर तक 'भव्य' स्वागत किया

रायपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय का 10 दिवसीय असम दौरे से छत्तीसगढ़ लौटने के बाद आज रायपुर एयरपोर्ट से लेकर शहर तक भव्य स्वागत हुआ। उन्होंने इस दौरान कहा, कांग्रेस संगठन में मजबूती ही देश में कांग्रेस को सत्ता में वापसी करा सकती है। विकास उपाध्याय ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आव्हान किया कि वे इसमें जीजान से जुट जाएं।उन्होंने नगरनार स्पात संयंत्र को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निजीकरण के एवज में खुद खरीद लेने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा, मुख्यमंत्री बघेल का मोदी सरकार की गलत कार्यप्रणाली को चुनौती का एक बेहतर उदाहरण है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व छत्तीसगढ़ शासन में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय का असम दौरे से रायपुर लौटने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुबह एयरपोर्ट से लेकर शहर तक भव्य स्वागत किया। विकास उपाध्याय ने इस दौरान कहा, मोदी की केन्द्र सरकार जिस तरह से लाभ पर चल रहे देश भर के प्रतिष्ठानों को निजीकरण करने उतारू है। उसके विरूद्ध मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थित नगरनार स्पाट संयंत्र को सरकार द्वारा खरीद लेने की घोषणा ने मोदी सरकार के गलत कार्यप्रणाली को चुनौती देने का एक बेहतर उदाहरण पेश किया है। विकास उपाध्याय ने साथ ही केन्द्र सरकार को चेताया है। कि बस्तर में किसी और निजी कंपनी के हाथों नगरनार संयंत्र को बेचा गया तो उसे बस्तर में घुसने नहीं दिया जाएगा।
विकास उपाध्याय ने उनके स्वागत के लिए उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, पूरे देश में कांग्रेस का मजबूत संगठन ही कांग्रेस को सत्ता में वापसी करा सकती है।विकास उपाध्याय ने संगठन की मजबूती के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आव्हान किया कि वे एक जुट हो जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अपने बहुमत का गलत स्तेमाल कर देश को गलत दिशा की ओर ले जा रही है। इसे रोकने की जिम्मेदारी कांग्रेस की है।विकास उपाध्याय ने कहा, राहुल गाँधी जब केन्द्र की गलत नीतियों को लेकर मुखर होते हैं। तो उनके तमाम मंत्री उनके उठाये मुद्दे पर बोलना छोड़ व्यक्तिगत राहुल गांधी पर उतारू हो जाते हैं।इसलिए कि राहुल गांधी के सवालों का जवाब मोदी के पास नहीं है। और करोड़ों भाजपा के फर्जी फ़ॉलोअर्स उसे चरणबद्ध तरीकों से पूरे देश में प्रचारित कर देश हित से जुड़े मुद्दों को आम जनमानस की नजर से छुपाने लगे हुए हैं। इस बात को समझना होगा।

मौलवी की अगुवाई में भीड़ ने की मंदिर में तोड़फोड़

मौलवी की अगुवाई में भीड़ ने की हिंदू मंदिर में तोड़फोड़, पुलिस बनी रही मूकदर्शक

नई दिल्ली/इस्लामाबाद। अल्पसंख्यकों, विशेषकर मुस्लिम समुदाय के लोगों एवं उनके धर्मस्थलों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए पाकिस्तान के भारत से अनुरोध किये जाने के कुछ दिनों बाद पाकिस्तानी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में भीड़ द्वारा एक हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ किये जाने तथा स्थानीय प्रशासन समेत पुलिस के मौके पर मूक बने रहने का मामला सामने आया है। वहीं बाद में पुलिस ने देश की एक कट्टरवादी इस्लामी पार्टी के 26 सदस्यों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रभारी रहमतुल्ला खान ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा में करक जिले के टेरी गांव में मंदिर पर हमले के बाद कट्टरपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी के नेता रहमत सलाम खट्टक समेत 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी (फजल उर रहमान समूह) के समर्थकों के नेतृत्व वाली भीड़ ने मंदिर के विस्तार कार्य का विरोध किया और मंदिर के पुराने ढांचे के साथ साथ नवनिर्मित निर्माण कार्य को भी ध्वस्त कर दिया। करक में हुई इस घटना की मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय ने निंदा की है।
पाकिस्तान में मानवाधिकारों के लिए संघीय संसदीय सचिव लाल चंद मल्ही ने इस हमले की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए इस प्रकार की असामाजिक गतिविधियां कर रहे हैं। जिन्हें सरकार कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
पाकिस्तान के समाचारपत्र डेली टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कराक जिले में स्थित हिन्दू मंदिर को बुधवार को एक स्थानीय मौलवी की अगुवाई में भीड़ ने क्षतिग्रस्त किर दिया। सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो में पुरुषों का समूह मंदिर की छत और दीवार तोड़ते नजर आ रहा है। इसके अलावा वीडियो में मंदिर के भीतर से धुंआ निकलता भी दिखायी दे रहा है।
समाचारपत्र ने पाकिस्तानी पत्रकार मुबासिर जैदी के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि हिन्दू धर्मावलंबियों ने प्रशासन से मंदिर के जीर्णोद्धार की अनुमति मांगी थी। लेकिन स्थानीय मौलवियों ने मंदिर को गिराने के लिए भीड़ का सहारा लिया। मंदिर को जब गिराया जा रहा था। तब मौके पर मौजूद अधिकारी और पुलिस मूकदर्शक बने रहे। पाकिस्तान में हिन्दुओं के मंदिर में तोड़फोड़ की यह पहली घटना नहीं है।
गत अक्टूबर में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक मंदिर को नष्ट कर दिया गया था। उल्लेखनीय है। कि गत सात दिसम्बर को पाकिस्तान ने अल्पसंख्यकों विशेषकर मुस्लिम समुदाय के लोगों एवं उनके धर्मस्थलों की सुरक्षा और संरक्षण के साथ ही वैश्विक मानवाधिकार घोषणा तथा इस्लॉमिक सहयोग संगठन की सिफारिशों के अनुरूप भारत से अपने दायित्वों का निर्वहन का आग्रह किया था।

कलाकारों-साहित्यकारों, लेखकों के लिए पेंशन योजना

कलाकारों, साहित्यकारों एवं लेखकों के लिए पेंशन योजना, इस तारीख तक कर सकते हैं आवेदन
पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड के संस्कृति निदेशालय द्वारा विज्ञप्ति जारी कर वृद्ध एवं विभिन्न कलाकारों, साहित्यकारों और लेखकों के लिए पेंशन योजना की अंतिम तारीख से पहले आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। जारी की गई विज्ञप्ति में बताया गया है। कि राज्य के कलाकारों साहित्यकारों लेखकों को जिन्होंने अपना पूरा जीवन कला साहित्य और संस्कृति पर समर्पित कर दिया तथा ख्याति प्राप्त की हो ऐसे लोग जो वृद्धावस्था में खराब स्वास्थ्य के कारण अपनी आजीविका उपार्जन करने में असमर्थ है । को मासिक पेंशन देने के उद्देश्य से उत्तराखंड वृद्ध एवं विपिन्न कलाकारों तथा लेखकों को मासिक पेंशन नियमावली 2010 के अनुसार जिनकी उम्र 60 साल से कम न हो तथा मासिक आय ₹3000 से अधिक न हो और उत्तराखंड राज्य के मूल निवासियों ऐसे कलाकार लेखक अपना आवेदन भरकर निदेशक संस्कृति निदेशालय एमडीडीए कॉलोनी चंदर रोड डालनवाला देहरादून को 25 जनवरी तक प्रेषित करना सुनिश्चित करें यही नहीं ऐसे आवेदक जिन्होंने पहले आवेदन कर लिया लेकिन प्रपत्र पूर्ण न होने के कारण पेंशन स्वीकृत ना हो पाई हो वह भी पुन: आवेदन कर सकते हैं। नीचे देखिए सरकार द्वारा जारी की गई।

गायत्री प्रजापति की मुश्किलें बढ़ती हुई आ रही नजर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। खनन घोटाले को लेकर बीते दिन प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) ने गायत्री प्रजापति के अमेठी वाले घर पर छापेमारी की थी। जिसमें कुल 11 लाख रुपये के पुराने नोट बरामद हुए हैं। इसके अलावा को 5 लाख रुपये के सादे स्टाम्प पेपर, डेढ़ लाख रुपये कैश और सौ से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज़ मिले हैं।
दरअसल, बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने समाजवादी पार्टी की सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के अमेठी के आवास और दफ्तर पर छापा मारा था। खनन घोटाले के संबंध में हुई ये छापेमारी लंबे वक्त तक चली, जिसमें ईडी को कई दस्तावेज मिले हैं।
छापेमारी में ईडी को क्या मिला
ईडी को छापेमारी में जो दस्तावेज मिले हैं। उनसे पता चलता है। गायत्री प्रजापति की लखनऊ, कानपुर, मुंबई, सीतापुर समेत छह से ज्यादा शहरों में संपत्ति है। दावा है। कि यह सारी संपत्ति खनन की कमाई से बनाई गई है।
प्रवर्तन निदेशालय के खुलासे के अनुसार, कई बेनामी संपत्तियों में निवेश किया गया है। और यह बेनामी संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर ली गई हैं।
सपा सरकार के दौरान हुआ था। घोटाला
आपको बता दें कि यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति अभी रेप के मामले में जेल में बंद हैं।साथ ही खनन के पट्टों के आवंटन मे धांधली के आरोप में उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई की जांच भी चल रही है। इस जांच के सिलसिले में गायत्री प्रजापति और उनके करीबियों पर कई बार छापेमारी हो चुकी है।
दरअसल, यूपी के अवैध खनन मामले की कोर्ट के आदेश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच कर रही है।इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले में एक्टिव हुआ है। इस मामले में एजेंसियों की नजर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर भी है। अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और 2012 से 2013 तक राज्य के खनन मंत्री रहे हैं। 2012 से 2016 के बीच अवैध खनन हुआ था।
इस मामले में पहले भी एजेंसियों ने कई अधिकारियों के यहां छापेमारी की थी।साथ ही कई शहरों में दस्तावेजों को खंगाला गया था।

कोरोना के नए स्ट्रेन ने गौतम बुद्ध नगर में दी दस्तक

गौतम बुद्ध नगर। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की दस्तक अब गौतमबुद्ध नगर में भी हो गई है। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल वाई ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर में यूके से लौटे 188 लोगों की टेस्टिंग हुई जिसमें 2 लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए और इनमें से 1 में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है।
जिलाधिकारी सुहास एल वाई ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम से गौतमबुद्ध नगर लौटे लोगों में से 2 कोरोना पॉजिटिव मिले जिसमें एक मरीज में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। उनके प्राइमरी कॉन्टेक्ट की ट्रेसिंग पहले ही की जा चुकी है, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
इससे पहले बुधवार को उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि जो लोग 9 दिसंबर के बाद यूनाइटेड किंगडम से लौटकर आए हैं। इनके सैंपल्स की जांच की जा रही है। अभी तक उत्तर प्रदेश में 2 ऐसे मामले पाए गए हैं। जिनमें कोविड के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है. एक मेरठ से और एक मामला गौतमबुद्ध नगर से आया है।
यूनाइटेड किंगडम से शुरू हुआ कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन भारत में फैलता जा रहा है। अब तक दो दर्जन के करीब ऐसे केस दर्ज हो चुके हैं। जिनमें कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में ऐसे 10 मामले सामने आ चुके हैं। जिसके बाद प्रशासन अलर्ट पर है।
उत्तर प्रदेश में जिन 10 लोगों में कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण मिले हैं। उनमें मेरठ में एक, नोएडा में तीन, गाजियाबाद में दो और बरेली का एक व्यक्ति है। दो लोग ऐसे हैं। जो यूपी में आए हैं। हालांकि रहने वाले दिल्ली के हैं। हालांकि प्रदेश में सबसे पहले मेरठ में ही दो वर्षीय बच्ची में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला था। जिसका परिवार यूनाइटेड किंगडम से वापस आया था। इस केस के सामने आने के बाद यूपी सरकार ने सभी जिलों को अलर्ट कर दिया है।
कहा जा रहा है। कि यूनाइटेड किंगडम से जितने लोग उत्तर प्रदेश में वापस आए हैं। उनमें से करीब 565 लोगों के मोबाइल बंद हैं। और उनका पता निकालने का काम किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक यूके से लौटे 950 लोगों की जांच की जा चुकी है। जबकि अन्य की तलाश हो रही है और फिर जांच की जाएगी।

मेरठ: महिला की गला रेतकर हत्या, गिरफ्तार

मेरठ में महिला की गला रेतकर हत्या

लखनऊ। उत्तर-प्रदेश के मेरठ में एक महिला की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है। कि अवैध संबंधों के शक में एक प्रेमी ने अपनी महिला मित्र की गला रेतकर हत्या कर दी। ये सनसनीखेज मामला मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र का है। महिला हरिनगर इलाके में अपने परिवार के साथ रहती थी। और ब्यूटी पार्लर चलाती थी। 
पिछले कई साल से मृतक महिला के एक युवक के साथ अवैध संबंध थे। दोनों शादीशुदा होने के बावजूद एक-दूसरे को पसंद करते थे। ऐसा आरोप है कि महिला के अब किसी दूसरे शख्स के साथ भी अवैध संबंध बन गए थे। जिसकी वजह से ही उसकी हत्या हुई। 
अवैध संबंध में महिला की हत्या 
बस यही बात युवक को नागवार गुजरी और उसने अपनी प्रेमिका के घर में घुसकर गला रेत कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद इलाके में कोहराम मच गया। आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और आरोपी को पकड़ लिया। हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और आरोपी हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया।
सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। महिला का पति दिल्ली में नौकरी करता है। इस हत्या से पूरा परिवार खौफ और सदमे में है। पुलिस अब इस मामले की कानूनी कार्रवाई करने में जुटी है।

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...