गुरुवार, 24 दिसंबर 2020

कोविड-19 की जांच सुनिश्चित करने का निर्देश

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। उच्च न्यायालय ने कोरोना के नए प्रकार (स्ट्रेन) के सामने आने के बाद दिल्ली सरकार को कोविड 19 की जांच व उसका फॉलोअप सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। दिल्ली-यूके की फ्लाइट बंद होने से पूर्व बड़ी संख्या में यात्रियों के यूके से भारत आने के मद्देनजर न्यायाधीश हीमा कोहली व सुब्रमण्यम प्रसाद की खंडपीठ ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए यह निर्देश जारी किए। खंडपीठ ने सरकार से दो हफ्ते के भीतर कोविड 19 के बाद होने वाली परेशानियों के मद्देनजर मानक संचालक प्रक्रिया तैयार करने को भी कहा है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह माना कि राजधानी में कोविड 19 को लेकर हालात पहले से सुधर रहे हैं। पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी पूर्व के मुकाबले घटी है।

महोबा: ट्रक से कुचलकर 2 छात्रों की मौत, 3 घायल

महोबा: ट्रक से कुचलकर दो छात्रों की मौत, तीन घायल सीएम योगी ने जताया शोक

महोबा। जिले के कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के सुगिरा गांव के पास गुरुवार सुबह ट्रक से कुचलकर साइकिल सवार दो छात्रों की मौके पर ही मौत हो गयी और तीन छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए छात्रों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिये हैं।
कुलपहाड़ कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अनूप दुबे ने बताया सुबह साढ़े छह बजे के करीब सुगिरा गांव से साइकिल से कुलपहाड़ कस्बे में ट्यूशन पढ़ने जा रहे 12वीं के पांच छात्रों को एक ट्रक ने कुचल दिया। घटना में धर्मेंद्र साहू (17) और कपिल (18) की मौके पर ही मौत हो गयी है। जितेंद्र गुप्ता (17), देवेन्द्र (17) और एक अन्य छात्र घायल हुए हैं। इनमें जितेंद्र की हालत ज्यादा नाजुक है। घायलों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
उन्होंने बताया हादसे के बाद चालक ट्रक के साथ फरार हो गया। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने चालक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। बाद में प्रशासन द्वारा समझाने पर प्रदर्शनकारियों ने रास्ता खोल दिया। दुबे ने बताया शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। ट्रक चालक का पता लगाया जा रहा है।
लखनऊ में, राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने महोबा में हुई सड़क दुर्घटना में छात्रों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने का भी निर्देश दिया है। क्ष क्ष

वायरस को मात देने में मददगार हो सकता है 'लामा'

वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिकों ने लामा पशु में ऐसी सुक्ष्म एंटीबॉडी या नैनोबॉडी का पता लगाया है। जो कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में मददगार हो सकती हैं। ‘साइंटिफिक रिपोर्ट्स’ में प्रकाशित अध्ययन के प्रारंभिक परिणाम में कहा गया कि ऐसा प्रतीत होता है कि नैनोबॉडी तरल या ऐरोसोल दोनों रूपों में समान रूप से कारगर हैं, यानी ये सांस से लिए जाने पर भी प्रभावी हो सकती हैं। अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि इनमें से ‘एनआईएच-कोवएनबी-112′ नामक एंटीबॉडी ऐसी हैं, जो संक्रमण रोक सकती हैं और कोविड-19 संक्रमण के लिए जिम्मेदार सार्स-कोव-2 के स्पाइक प्रोटीन को काबू करने वाले वायरस के कणों का पता लगा सकती हैं।

जमीन लेने के लिए समिति से अनुमति जरूरी नहीं

योगी सरकार का बड़ा फैसला- ग्राम समाज की जमीन लेने के लिए भूमि प्रबंधन समिति से अनुमति जरूरी नहीं होगी
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। राज्य सरकार ने विकास कार्यों के लिए ग्राम समाज की जमीन देने की प्रक्रिया को और आसान कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को इसके लिए उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता (तृतीय संशोधन) नियमावली 2020 को मंजूरी दे दी है। इसके मुताबिक विकास कार्यों के लिए ग्राम समाज की जमीन लेने से पहले ग्राम सभा की भूमि प्रबंधन समिति से अनुमति लेना जरूरी होता था। इस अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। विकास के लिए अब एसडीएम की संस्तुति पर डीएम के माध्यम से प्रस्ताव भेजा जाएगा और इसके आधार पर जमीन मिल जाएगी।

सर्दी में आंवला खाने के जबरदस्त फायदे, जानियें

सर्दी में आंवला खाने के हैं इतने जबरदस्त फायदे, जानें आयुर्वेद के अनुसार कैसे करें सेवन और जाने लाभ

खाने-पीने की जब भी बात आती है। तो मौसम का अहम रोल होता है। जैसे, अक्सर लोग इस बात को लेकर दुविधा में रहते हैं। कि सर्दियों में कौन-सी चीजें नहीं खानी चाहिए या गर्मियों में जो चीजें वे फिट रहने के लिए खाते आ रहे हैं। क्या ठंड में उनका सेवन छोड़ देना चाहिए। आंवले के बारे में भी ज्यादातर लोग सोचते हैं। कि ठंड में आंवला नहीं खाना चाहिए लेकिन आयुर्वेद के अनुसार ठंड के मौसम में आंवले का सेवन आपको कई बीमारियों से बचाता है। आंवला जिसे इंडियन गूसबेरी भी कहा जाता है।हमारे स्वाथ्यय  के लिए बेहद फायदेमंद है। आइए, जानते हैं। ठंड में आंवला खाने के फायदे
बॉडी को डिटॉक्स करता है। आंवला
आंवला एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। और बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद करता है। इसके अलावा शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। आंवला खाने का सबसे अच्छा समय सुबह होता है। यह शरीर से अतिरिक्त विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
विटामिन सी से भरपूर होता है। आंवला 
आंवला विटामिन सी का काफी अच्छा  स्रोत है। इसमें एक संतरे की तुलना में 8 गुना अधिक विटामिन सी होता है। और 1 आंवले में संतरे से 17 गुना अधिक एंटीऑक्सिडेंट होता है। विटामिन सी के साथ-साथ यह कैल्शियम का भी एक समृद्ध स्रोत है। यह आपको कई मौसमी बीमारियों से दूर रखने के साथ-साथ सर्दी या खांसी में भी राहत दिलाता है।
वायरल इंफेक्शन से बचाव 
आंवला में एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी आपके मेटाबॉलिज्मह को बढ़ावा देने और सर्दी और खांसी सहित वायरल और बैक्टीरियल बीमारियों को रोकने में मदद करता है। आंवले का कसैला स्वाद ही आपकी सेहतमंद रखता है। इसलिए आप इसकी कैंडी या फिर आंवला, गुड़ और सेंधा नमक के मिश्रण से तैयार करके सेवन कर सकते हैं।
स्किन और बालों को रखें स्वस्थ
आंवला आपकी त्वाचा और बाल दोनों के लिए अच्छा है। यह बालों के लिए टॉनिक का काम करता है। क्योंंकि यह रूसी से लेकर बालों के झड़ने की समस्या को रोकता है। इससे बालों की ग्रोथ में सुधार होता है। वहीं त्वचा की बात की जाए, तो आंवला सबसे अच्छा एंटी एजिंग फल है।
इस तरह इस्तेमाल करें आंवला
आयुर्वेद के अनुसार यदि आप रोज सुबह आंवले का रस शहद के साथ पीते हैं। तो आप दमकती हुई और स्वस्थ त्वचा पा सकते हैं। 2 चम्मच शहद के साथ 2 चम्मच आंवला पाउडर मिलाकर इसका सेवन भी कर सकते हैं। आप इसे दिन में तीन से चार बार ले सकते हैं। इस उपाय को प्राचीन काल से इस्तेमाल किया जाता है।  

छत्तीसगढ़: इंसानों के बीच पल रहे है भालू के बच्चे

इंसानों के बीच पल रहे भालू के बच्चे, रात में ममता की गोद देने जंगल से आती है मां पास

बिलासपुर। बेहद खतरनाक जंगली जानवरों में एक भालू के बच्चे यदि इंसानों के बीच और बस्ती के किनारे पलते हुए नजर आएं तो यह बेहद ही हैरत और आश्चर्यजनक बात कही जा सकती है। लेकिन यह हकीकत है। उदयपुर विकासखंड के खरसुरा और खोन्दला गांव के पास एक खेत किनारे मादा भालू के दो बच्चे पिछले कई दिनों से इंसानों के बीच ही पल रहे हैं। पास के जंगल में डटी मादा भालू देर शाम होते ही बच्चों तक पहुंचती है। और सुबह होने से पहले ही वह वापस फिर जंगल की ओर चली जाती है। दिन भर ग्रामीणों की यहां भीड़ लगी रहती है।
भूखे बच्चों को एक ग्रामीण रोज बोतल से दूध पिला रहा है। हफ्ते भर पहले इन दोनों बच्चों को ग्रामीणों ने खेत किनारे बने गड्ढे में देखा था। भालू के बच्चे खेत किनारे मिलने की खबर पर वन विभाग की टीम वहां पहुंची और ग्रामीणों को इलाके में सतर्कता बरतने और वहां नहीं जाने की समझाइश भी दी, लेकिन ग्रामीण उनकी बात नहीं माने और वहां बच्चों को देखने रोज भीड़ लग रही है। यह अलग बात है कि अभी तक किसी ने मादा भालू को वहां आते जाते नहीं देखा है। लेकिन ग्रामीणों के अनुसार वह देर शाम होने के बाद यहां पहुंचती है।
इससे भालू के हमले का खतरा बना हुआ है। जिस स्थान पर हफ्ते भर पहले मादा भालू के बच्चों को देखा गया था वहां से करीब सौ मीटर आगे उसके दोनों बच्चे पहुंच गए हैं। इससे अनुमान लगाया जा रहा है। कि वही बच्चों को लेकर आई होगी। बच्चे छोटे हैं। और अभी उनकी आंख भी नही खुली है। ऐसे में दिन में उनके पेट भरने का इंतजाम गांव के एक ग्रामीण मंत्री पोर्ते कर दिया है। वह इन बच्चों को रोज बोतल से दूध पिलाता है। फिलहाल यह बच्चे अभी सुरक्षित तो है। लेकिन मादा भालू की आवाजाही से इलाके में खतरा बना हुआ है। आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि मादा भालू दीमक की बांबी के चक्कर में घरों के नजदीक भी पहुंच रही है। उसके नाखून से खरोंचे जाने के निशान भी कई जगह पर बने हुए हैं। लेकिन वन विभाग के आला अधिकारी अभी तक इस मामले में कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं। पिछले दिनों कोरिया जिले के सोनहत और बलरामपुर जिले के आरा में मादा भालू के हमले में छह लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद इस मामले को वन विभाग के अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। उदयपुर विकासखंड में जहां पर मादा भालू के दो बच्चे हैं। वहां लोगों की भीड़ फोटो खिंचवाने और वीडियो बनाने में रोज जुट रही है। इससे कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। स्थानीय वन अमले की समझाइश के बाद भी ग्रामीण इससे बाज नहीं आ रहे हैं।
चुराने का भी हुआ प्रयास
गांव के लोगों ने बताया कि तीन दिन पहले लखनपुर इलाके से मोटरसाइकिल में दो युवक यहां पहुंचे थे। उन्हें भी गांव में मादा भालू के दो बच्चे के होने की जानकारी मिली। दोनों वहां पहुंचे और चुपके से दोनों बच्चे को लेकर मोटरसाइकिल में भाग निकले। इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को मिली तो उन्होंने युवकों से मोबाइल पर संपर्क किया और कहा कि यदि वे दोनों बच्चों को यथा स्थान नहीं रखे तो इसकी शिकायत थाने में करेंगे। इसके बाद युवकों ने दोनों बच्चों को वहीं पर छोड़ दिया और भाग निकले।

ड्रैगन से तनाव के बीच एलएसी पहुचें 'सेना' प्रमुख

ड्रैगन से तनाव के बीच एलएसी पहुंचे सेना प्रमुख नरवणे, तैयारियों का लिया जायजा

नई दिल्ली/ बीजिंग। पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर महीनों से चल रहे भारत-चीन में तनाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बुधवार को पैंगोंग सो लेक के दक्षिणी हिस्से वाले फॉरवर्ड इलाकों का दौरा किया। उन्होंने एलएसी पर वर्तमान स्थिति और सेना की तैयारियों का भी जायजा लिया। सेना प्रमुख जनरल नरवणे बुधवार सुबह 8:30 पर फॉरवर्ड इलाके में पहुंचे। इसके बाद, उन्होंने उद्धमपुर स्थित नॉर्दन कमांड के एक्स आई बी कॉर्प्स के सैनिकों से मुलाकात की। माना जा रहा है। कि सेना प्रमुख बुधवार शाम को ही नई दिल्ली वापस लौट जाएंगे। लेह-लद्दाख का उनका यह दौरा एक दिन का ही है।
सेना ने ट्वीट करके जानकारी दी कि सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने रेचिन ला समेत फॉरवर्ड इलाकों का दौरा किया और खुद से एलएसी के वास्तविक हालातों का जायजा लिया। सेना ने आगे कहा कि जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स और अन्य स्थानीय कमांडरों ने हमारी सेना की ऑपरेशनल तैयारियों के बारे में जानकारी दी।
सेना प्रमुख ने रेचिन ला पर फॉरवर्ड इलाकों पर बनाए गए सैनिकों के रहने की जगह की स्थिति का भी निरीक्षण किया। उन्होंने एलएसी पर सैनिकों को सहज बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
कई वार्ताओं के बाद भी जारी है। तनावपूर्ण स्थिति 
भारत और चीन के बीच अप्रैल महीने से ही तनाव की स्थिति एलएसी पर जारी है। यह हालात उस समय और बिगड़ गए थे। जब गलवान घाटी में दोनों सेनाओं का आमना-सामना हो गया था। इस हिंसक टकराव में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। जबकि चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे। इस घटना के बाद दोनों देशों ने सैन्य और कूटनीतिक स्तर की कई वार्ताएं की हैं, लेकिन पूरी तरह से तनाव खत्म करने में सफलता नहीं मिली है।

त्रासदी से बचने के लिए किसानों का आंदोलन

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि देश का किसान नए कृषि कानूनों की विरोध में भविष्य की त्रासदी से बचने के लिए आंदोलन कर उन्हें वापस लेने की मांग कर रहे हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि भारत के किसान ऐसी त्रासदी से बचने के लिए कृषि-विरोधी क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे हैं और उनके इस सत्याग्रह में हम सबको देश के अन्नदाता का साथ देना होगा। इसके साथ ही राहुल गांधी ने एक फोटो पोस्ट की है जिसमें मध्य प्रदेश के किसानों के साथ एक अनुबंध की प्रति संलग्न की गई है। इस फोटो के कैप्शन में लिखा है कि ना हस्ताक्षर न मुहर, ऐसे ही हो रहा अनुबंध। मध्य प्रदेश के किसान बोले यही चलता रहा तो हम हो जाएंगे तबाह। कांग्रेस ने कहा है कि देश के दो करोड़ किसानों ने इन तीनों कृषि कानूनों के विरोध में हस्ताक्षर वाले पत्र दिए है जिन्हें दो ट्रकों में लादकर केंद्र को सौंपा जाएगा। पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल आज राष्ट्रपति से भी मिलेगा।

भारत में कोरोना संक्रमण के 24,712 नए मामले

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 24,712 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,01,23,778 हो गई है और इनमें से स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 96.93 लाख हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के कारण 312 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,46,756 हो गई है। देश में संक्रमणमुक्त हुए लोगों की संख्या बढ़कर 96,93,173 हो गई है। यानी संक्रमित होने के बाद लोगों के स्वस्थ होने की दर 95.75 प्रतिशत है, जबकि मृत्युदर 1.45 प्रतिशत है।

कांग्रेस ने किया केंद्र सरकार के खिलाफ शंखनाद

ताली-थाली पीट कांग्रेस ने किया केंद्र सरकार के खिलाफ शंखनाद, अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने बजाई ताली और थाली

कानपुर। महानगर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में शहर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाली, घंटा, घड़ियाल, शंख बजाकर केंद्र की गूँगी बहरी सरकार को जगाने और किसानों के अन्दोलन को ताकत देने के लिये केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों एवं तीन काले बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध -प्रदर्शन किया। 
सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए यह बताने का प्रयास किया कि देश का अन्नदाता आंदोलन की राह पर है। लेकिन केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को न दिखाई दे रहा न सुनाई दे रहा है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर कानपुर के कांग्रेस कार्यकर्ता थाली, घंटा, शंख, पीपा पीट कर गूंगी बाहरी सरकार को जगाने का काम किया कांग्रेस के कार्यकर्ता हांथो में तिरंगा झंडा लेकर किसान के सम्मान में कांग्रेस मैदान में किसान विरोधी यह सरकार नही चलेगी नही चलेगी नही चलेगी के साथ जुलूस मेस्टन रोड चौक सराफा सुभाषचंद्र बोष प्रतिमा कोतवाली चौराहा होते हुए तिलक हाल में समाप्त हुआ।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि किसान मजदूर विरोधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के अन्नदाता का आंदोलन न सुनाई पड़ रहा न दिखाई दे रहा ऐसी गूंगी बहरी सरकार को एक पल भी शासन सत्ता में रहने का अधिकार नहीं तथा कहा कि अगर किसान विरोधी बिल वापस न हुये तो कांग्रेस का कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेगा सड़को पर संघर्ष करके काले कानून को वापस लेने के लिए विवश कर देगा । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शंकरदत्त मिश्र, इक़बाल अहमद, के के तिवारी, लल्लन अवस्थी, विजय त्रिवेदी, संतोष पाठक, चंद्रमणि मिश्र, मोहम्मद रफीक, कल्लू, निर्मल गुप्ता, सुबोध बाजपेई, ज़फ़र शाकिर, सोनू सिंह, अमित मिश्रा, ज़फ़र अल लखनवी, संतोष गुप्ता, विजय चौरसिया, लालमन आज़ाद, संजय त्रिवेदी, सुरेश बख्शी, आदि शामिल थे।

किसानों की फसलों का समर्थन मूल्य तय करें सरकार

सपा जिलाध्यक्ष ने कहा किसानों की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करे सरकार

इटावा। पक्का ताल भरथना क्षेत्र में सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते हुये कहा कि भाजपा द्वारा कृषि विल लाकर भाजपा सरकार किसानों को कोपोरेट्स का बंधुआ मजदूर बनाना चाहती हैं। कृषि विल को लेकर भाजपा सरकार द्वारा भ्रमित करने का काम किया जा रहा है। जबकि समाजवादी पार्टी की शुरू से मांग रही है। कि किसानों की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करे सरकार और यही मांग किसानों की भी सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि कड़ाके की सर्दी में किसान धरने पर बैठे हैं। वह जानते है। कि इस विल से किसान बंधुआ मजदूर बन जायेंगे। इस सरकार में खाद ,कीटनाशक दबाओ के दाम तथा बिजली के दाम आसमान छू रहे हैं और जहां बिजली नही आती वहां भी बिजली का बिल जरूर आता है। जब किसान कृषि विल को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार द्वारा उन पर लाठीचार्ज और पानी बरसाया जा रहा और उनकी आवाज दबाई जा रही। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय किसानों को उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जा रहा था। अब आने वाले समय मे जनता ही निर्णय लेगी।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...