सोमवार, 21 दिसंबर 2020

5 साल की मासूम बच्ची से रेप के बाद हत्या की

हरियाणा में घोर हवस की वारदात, पांच साल की बच्ची का रेप के बाद मर्डर

झज्जर। हरियाणा से दिल दहला देने वाला एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है|प्रदेश में एक पांच साल की बच्ची का रेप के बाद मर्डर कर दिया गया है|बताया जाता है कि जिसने इस क्रूर कांड को अंजाम दिया है वह पड़ोस में ही रहने वाला एक शख्स है|पुलिस ने इस पड़ोसी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है|

बतादें कि, यह वारदात हरियाणा के झज्जर की है|यहां के छावनी क्षेत्र में राजमिस्त्री का काम करने वाले की पांच साल की बच्ची के साथ दरिंदगी के बाद उसकी हत्या कर दी गई|बताया जाता है कि बीते रविवार की रात को आरोपी ने बदनियत से राजमिस्त्री के घर के दरवाजा खटखटाया|जब राजमिस्त्री ने दरवाजा खोला तो देखा कि आरोपी के सिर से खून निकल रहा है|जब राजमिस्त्री ने आरोपी की मदद करने चाही तो वह जैसे कि बदनियत से आया था, उसने मदद नहीं ली और राजमिस्त्री को अपने घर ले आया व उसे घर में बंद करके खुद वहां से आकर राजमिस्त्री के घर जा पहुंचा|जहां पर राजमिस्त्री की पत्नी और बच्ची थी|

कहते हैं कि आरोपी ने राजमिस्त्री के घर आकर पहले उसकी पत्नी के साथ गन्दी हरकत की फिर इसके बाद वह बच्ची को उठा ले गया|आरोपी बच्ची को अपने घर लेकर पहुंचा और वहां पर बंद राजमिस्त्री को घर से निकालकर बच्ची को अंदर साथ ले जा घर का दरवाजा बन कर लिया|वहीँ राजमिस्त्री ने बाहर आने के बाद इसकी सूचना पुलिस को दी|जहाँ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब आरोपी के घर का गेट तोड़ा तो बच्ची को बुरी हालत में अंदर मृत पाया|

सूर्य व बुध ग्रह के तेज से होता है बुधादित्य योग

सूर्य और बुध ग्रह से निर्धातिर होता है बुधादित्य योग, यह योग अच्छा भी होता है और खराब भी होता है
सूर्य ग्रहों का राजा, केंद्र बिंदु हैं। बुध उसके सबसे समीप का ग्रह। सूर्य की तरफ से गरम, दूसरी तरफ ठंडा। मतलब सूर्य से निरंतर तेज़ लेता रहता। दोनो मिल के बुधादित्य योग बनाते है जो कि ज्ञान के लिए बेस्ट। बुध विद्या, ग्रहण करने की क्षमता, सरस्वती बुद्धि, तांत्रिक तन्त्र, आन्तड़िया, व्यापर, वाणी आदि आदि। मन बुद्धि के वश में ओर बुद्धि आत्मा के वश में। मतलब सूर्य बुध की युति शुभ की हो तो कितना सुंदर योग बन जाये। भृकुटि के मध्य ध्यान लग जाये। बुध तो सूर्य के 28 डिग्री आगे पीछे घूमता रहता फिर काहे का अस्त का दोष। 
सूर्य बुध दोनो मिल के चार चांद लगा दे। यही योग बिगड़ा हुआ हो तो बुद्धि भृष्ट कर दे मतलब एक अशुभ स्थान का स्वामी हो तो। सूर्य सब ग्रहों का दोष हर ले और बुध राहु का दोष हर ले फिर बचा का शुभ युति व्यापार में ऊंचाईयों तक पहुंचा दी। धन भी तो बुद्ध है। वाणी भी तो बुद्ध है। दोनो दिमाग के भी तो कारक है। इसी लिए तो कहते है। बुध में सूर्य के भी गुण निहित है। बस शर्त यह है। कि अशुभ युति नही होनी चाहिए। अब वो हमारे कर्मो पे करता है। 
वाणी भी आत्म विश्वास से भरपूर रहेगी। सूर्य आत्मा। राजकीय। पिता। ऊर्जा। आत्म विश्वास आदि। दोनो साथ मिल जाये तो मजा आ जाये। युति तो हर किसी की कुंडली मे मिल जाएगी लेकिन अपने कर्मो से निर्धारित होगी कि अछि है। कि बुरी। बुध चंचल ग्रह है। छोटा बच्चा। अब पिता ही तो उसको कन्ट्रोल करता है। इसी लिए तो इसे पिता सूर्य के पास स्थान दिया गया है। ताकि कन्ट्रोल में रहे।

कांग्रेस राज में ही जन्मे या पनपें सभी उद्योगपति

देश के सारे उद्योगपति काँग्रेस के ही राज में जन्में या पनपे
मोहम्मद जाहिद 
नई दिल्ली। देश के सारे उद्योगपति काँग्रेस के ही राज में जन्में या पनपे। धीरूभाई अंबानी पेट्रोल पंप पर तेल भरा करते थे। ऐसे ही अडाणी, टाटा बिड़ला, अजीम प्रेम जी इत्यादि इत्यादि सारे काँग्रेस के ही राज में फले फूले।
फल फूलना भी चाहिए , सरकारों को इनके व्यापार को बढ़ाने के लिए जो आवश्यक सुविधाएँ होती हैं, देनी चाहिए। काँग्रेस की सरकारों ने भी दी है। इन्हीं के दम पर देश के जीडीपी में बढ़ोत्तरी होती है । सरकार को राजस्व मिलता है। तो देश के संस्थान चलते हैं। सेना से लेकर आंतरिक रक्षा बलों को उसी से चलाया जाता है। जनता को रोजगार मिलता है।
पर मदद और उनकी गुलामी करने में एक महीन रेखा होती है। जिसे काँग्रेस की सरकारों ने कभी पार नहीं किया। पर इन उद्योगपतियों के लिए जितना नंगा नाच "मोदी सरकार ने किया उतना किसी ने नहीं किया। पूरा देश ही उनको बेच दिया।

जनवरी में शुरू टीकाकरण, किसे लगेगा पहला टीका

जनवरी से शुरू होगा कोरोना का टीकाकरण, जानिए किसे लगेगा पहला टीका
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। देश में कोरोना की रफ्तार धीरे-धीरे कम हो रही है। देश में पिछले कुछ समय से कोरोना के नए मामलों में कमी आई है। इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बयान आया है। कि देश में अब बुरा समय टल गया है। लेकिन हमें अब भी सावधानियां बरतनी है। और लापरवाही नहीं करनी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि अगले साल जनवरी 2021 से किसी भी समय भारत में कोरोना की पहली वैक्सीन अपलब्ध हो जाएगी। डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 95.46 प्रतिशत हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार भारत सरकार ने कोविड टीकाकरण को लेकर अगस्‍त से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार पूरी तरह तैयार है। उन्‍होंने कहा क‍ि देशभर में मास्‍टर ट्रेनर्स को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। राज्‍य स्‍तर पर भी ट्रेनिंग दी गई है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने दावा किया कि अबतक 260 जिलों में 20,000 से ज्‍यादा लोगों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। कोरोना वैक्‍सीन के स्‍टॉक और टीकाकरण को ट्रैक करने के लिए सीओ- वाइन नाम के प्‍लेटफॉर्म को भी पिछले चार महीनों के भीतर डिवेलप किया गया। केंद्रीय मंत्री ने पोलियो उन्‍मूलन कार्यक्रम में भारत की सफलता का उदाहरण देते हुए कहा कि कोविड टीकाकरण को लेकर केंद्र की पूरी तैयारी है।  
डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक, भारत सरकार वैक्सीन के मामले में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाना चाहती है।  जो वैक्सीन सबसे सही सटीक होगी उसे ही प्राथमिकता दी जाएगी।  सरकार का लक्ष्य सही वैक्सीन को आम लोगों तक पहुंचाना है। डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक, इन 30 करोड़ लोगों में करीब 1 करोड़ हेल्थ वर्कर, 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर (पुलिस, सफाई कर्मचारी, सेना आदि) शामिल हैं। जबकि करीब 26 करोड़ लोग ऐसे चिन्हित हैं जिनकी उम्र 50 से अधिक है। इसके अलावा 1 करोड़ ऐसे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनकी उम्र 50 से कम है। लेकिन वो गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि अक्तूबर और नवंबर में त्योहारों के बावजूद व्यापक परीक्षण, निगरानी और इलाज की सही नीति के कारण मामलों में कोई नया उछाल नहीं दिखा। हालांकि उन्होंने लोगों से अपील की कि फिर भी कोई लापरवाही न बरतें। मास्क जरूर पहनें और सोशल डिस्टेसिंग का भी ध्यान रखें। डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि हमारी सरकार वैक्सीन की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं करना चहती है। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से कह सकता हूं कि जनवरी के किसी भी हफ्ते में हम भारत के लोगों को कोरोना का पहला वैक्सीन दे सकने की स्थिति में होंगे।
वहीं भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आईसीएमआर) में महामारी विज्ञान एवं संचारी रोग विभाग की प्रमुख डॉक्टर समीरन पांडा से जब पूछा गया कि क्या भारत में इस महामारी का सबसे बुरा दौर गुजर चुका है। तो उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में महामारी से संबंधित आंकड़ों में कमी देखी जा रही है। और अन्य राज्यों में ये अस्थिर हैं। इस पर पांडा ने कहा कि अधिकतर राज्यों ने प्रभावी ढंग से इस पर काबू पाया है। जबकि कुछ को सतर्कता बरतने की जरूरत है। राज्यों के हालात एक-दूसरे से अलग हैं।

मरने वाले किसानों के बच्चों को गोद लेगी पंचायत

किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के बच्चों को गोद लेगी सिख पंचायत
राणा ओबरॉय  
झज्जर। किसान आंदोलन के दौरान मरे किसानों के परिवारों को सिख पंचायत अडॉप्ट करेगी। आंदोलनरत किसानों के लिए पिछले 25 दिन से लगातार मदद के लिए हाथ उठ रहे हैं। वहीं इस दौरान मौत का ग्रास बने किसानों के परिवारों की मदद के लिए कैलिफोर्निया में बसे एनआरआई सिख आगे आए हैं। वहां की सिख पंचायत अब उन किसानों के परिवारों को गोद लेकर उनका लालन-पालन करेगी। सोमवार को आंदोलन का 26 वां दिन है। टिकरी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्वक जारी है। कल रविवार को किसानों ने मृतक किसानों के लिए अरदास कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके साथ ही दो मिनट का मौन भी रखा।
25 दिन से किसानों को ठंड में ठिठुरते देख सिख पंचायत कहलाने वाली एनजीओ सिख फॉर ह्यूमिनटी ने रविवार को किसानों की सुविधा के लिए जरूरी सामान टीकरी बॉर्डर पर पहुंचाया। पंचायत की ओर से सरदार शैलेंद्र सिंह व उनके साथी सामान लेकर पहुंचे। उनकी ओर से बड़ी संख्या में अस्थायी टॉयलट, हमाम, ठंड से बचने के लिए स्लिपिंग बैग आंदोलनरत किसानों को दिए गए। उन्होंने कहा कि उनकी एनजीओ मृतक किसानों के बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठाएगी।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से रविवार को किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की आत्मिक शांति के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान शहीद किसानों को उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्वजाति सर्वखाप झाड़सा 360 गांव के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह ठाकरान ने की। सभा को संबोधित करते हुए सयुंक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह, वरिष्ठ नेता राव कमलबीर सिंह, पार्षद आर.एस.राठी, पूर्व पार्षद गजे सिंह कबलाना, वीर सिंह सरपंच बजघेड़ा, सतबीर सिंह संधू, कल्याण सिंह संधू ने किसान शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते करते हुए एक संयुक्त रूप से बयान दिया कि नए कृषि कानून जन विरोधी है। 

दहेज प्रथा: नालंदा जिले में 2 महिलाओं की हत्या

अविनाश श्रीवास्तव   
 नालंदा। जिले से हैरान करने वाली दो घटनाएं सामने आईं हैं। नालंदा के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दो बहुओं की हत्या का मामला सामने आया है। दहेज लोभी ससुराल वालों ने दोनों की हत्या कर दी। पुलिस घटना की छानबीन में जुटी हुई है। पहली घटना नालंदा जिले के एकंगरसराय थाना क्षेत्र के बाबू बीघा गांव की है. जहां पुत्र नहीं पैदा होने से नाराज पति और ससुराल वालों ने विवाहित की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना के बाद साक्ष्य छिपाने के लिए शव को फंदे से लटका दिया। मृतिका की पहचान शैलेश प्रसाद की पत्नी पूनम देवी के रूप में की गई है।
वहीं दूसरी घटना रहुई थाना इलाके के गोविंदपुर गांव की है, जहां  दहेज के लिए 2 लाख रुपए नहीं देने ससुराल वालों ने विवाहिता की गला दबाकर कर दिया। मृतका की पहचान धुरी राम की पत्नी झुनी देवी के रूप में की गई है। एकंगर सराय और रहुई थाना पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दी है। थानाध्यक्ष विवेक कुमार और स्वराज कुमार ने बताया कि मृतिका के मायके वालों ने हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।

विधानसभा चुनाव हार की समीक्षा करेंगे तेजस्वी

अविनाश श्रीवास्तव  
 पटना। विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार की समीक्षा को लेकर बुलाई गई आरजेडी की महत्वपूर्ण बैठक  शुरू हो गई है। प्रदेश कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मौजूदगी में यह बैठक हो रही है। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह कर रहे हैं। इसके अलावा उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव, पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, उदय नारायण चौधरी समेत सभी उम्मीदवार बैठक में मौजूद हैं, जिन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा। पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों को भी इस बैठक में बुलाया गया है, लेकिन हार पर मंथन के लिए बुलाई गई इस बैठक में किसान आंदोलन को लेकर चर्चा हो रही है।
दरअसल आरजेडी की बैठक के शुरू होते ही आलोक मेहता ने इस बात की जानकारी सबों को दे दी कि हार के कारणों के बारे में उन्हें लिखित तौर पर पार्टी नेतृत्व को देना होगा। सभी जिला अध्यक्ष और उम्मीदवार अपनी अपनी तरफ से हार का कारण लिखित तौर पर पार्टी नेतृत्व को मुहैया कराएंगे और आरजेडी नेतृत्व उस पर एक कमेटी गठित कर आवश्यक कार्रवाई करेगा। माना जा रहा है कि आरजेडी के बैठक में आरोप-प्रत्यारोप से बचने के लिए यह रास्ता निकाला गया है। कई उम्मीदवार जिला अध्यक्षों के भीतरघात के कारण हारे हैं और अगर आज की बैठक में खुले तौर पर समूह को बोलने का मौका दिया जाता तो पार्टी की भारी फजीहत हो सकती थी। पार्टी के अंदर अंतर कलह बढ़ता देख यह फैसला किया गया कि लिखित तौर पर पार्टी के उम्मीदवार और जिला अध्यक्ष हार के कारणों की जानकारी देंगे। अगर उनको किसी से शिकायत है तो इसकी भी जानकारी लिखित तौर पर दी जाएगी। बाद में पार्टी इसकी गोपनीयता रखते हुए कमेटी को शिकायत फॉरवर्ड करें कि और वही कमिटी मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई के लिए नेतृत्व को जानकारी देगी.आरजेडी की बैठक के शुरू होने के बाद हार को लेकर या विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। आलोक मेहता के इतना कहने के बाद अब किसान आंदोलन और केंद्र सरकार की तरफ से लागू किए गए नए कृषि कानून पर चर्चा शुरू हो गई है। बैठक हार की समीक्षा के लिए बुलाई गई लेकिन यहां निशाने पर केंद्र सरकार है। भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ अब इस बैठक में चर्चा हो रही है।

उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया

उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया पंकज कपूर  ऋषिकेश। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण शुक्रवार को भी दुश्वारियों भरा रहा। दिन भर में क...