शनिवार, 5 दिसंबर 2020

भारत में जनसंख्या की रफ्तार पर लगे ब्रेक

यदि भारत में जनसंख्या की रफ्तार जो आजकल है। वह बनी रही तो कुछ ही वर्षों में वह चीन को मात कर देगा। इस समय चीन से सिर्फ तीन-चार करोड़ लोग ही हमारे यहां कम हैं। भारत की आबादी इस वक्त एक अरब 40 करोड़ के आस-पास है। चीन ने यदि कई वर्षों तक हर परिवार पर एक बच्चे का प्रतिबंध नहीं लगाया होता तो आज चीन की आबादी शायद दो अरब तक पहुंच जाती। अब से 60-70 साल पहले हर चीनी परिवार में प्राय पांच-छह बच्चे हुआ करते थे। भारत से भी ज्यादा दरिद्रता चीन में थी। लेकिन चीन ने आबादी की बढ़त पर सख्ती की उसके कारण उसकी अर्थ व्यवस्था में भी काफी सुधार हुआ। लेकिन आश्चर्य है। कि भारत की सरकारें इस मुद्दे पर खर्राटे खींच रही हैं।
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस मुद्दे पर थोड़ी सजगत दिखाई थी। और नसबंदी अभियान शुरु किया था। लेकिन संजय गांधी के अति उत्साह और कुछ ज्यादतियों के कारण वह हाशिए में चला गया। आपात्काल ने उसे और भी बदनाम कर दिया। इस वक्त दुनिया में जनसंख्या की बाढ़ जिन देशों में सबसे ज्यादा है।उनमें भारत अग्रणी है। यह एकदम सही समय है। जबकि हम आबादी को बढ़ने से रोकें। यदि भाजपा सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाएगी तो उसका विरोध करने की हिम्मत किसी में नहीं होगी। तो वह क्या-क्या करे पहला जब वह लोगों को कोरोना का टीका लगाए तो मुफ्त में नसबंदी का भी एलान करे। वह अनिवार्य न हो। हां कुछ प्रोत्साहन दिए जा सकते हैं। जिनके एक या दो बच्चे हों, वे स्वेच्छा से टीका लगवाएं। दूसरा दो हम और हमारे दो का नारा घर-घर में गुंजा दिया जाए। इसे कानूनी रुप भी दिया जाए। जो दो से ज्यादा बच्चे पैदा करें उन्हें सरकारी नौकरियों, संसद और विधानसभा की उम्मीदवारी और कई शासकीय सुविधाओं से वंचित किया जाए। मेरा यह सुझाव कठोर और निर्दयतापूर्ण तो लगता है। लेकिन इससे देश का इतना भला होगा कि जो प्रधानमंत्री इसे लागू करेगा उसका दशकों तक भारत की जनता आभार मानेगी। इस नियम को लागू करने का विरोध वे जातिवादी और सांप्रदायिक लोग जरुर करेंगे जो योग्यता—बल और चरित्र-बल की बजाय संख्या-बल के आधार पर ही अपनी राजनीति चलाते हैं। लेकिन व्यापक जन-समर्थन के आगे उनकी बोलती बंद हो जाएगी। तीसरा भारत सरकार यह लक्ष्य बनाए कि दक्षिण और मध्य एशिया के 17 देशों में महासंघ खड़ा करके अगले पांच वर्षों में 10 करोड़ भारतीयों को वहां वह रोजगार दिलवाए। देखिए फिर भारत महासंपन्न और सबल बनता है। या नहीं                 


मोदी युग का आंदोलन 'संपादकीय'

मोदी युग का आंदोलन 'संपादकीय'
 शासकीय व्यवस्था का अत्याचार बढ़ने पर आम नागरिक की सहनशक्ति की सीमाएं जब छोर को छूने लगती है और भार इतना अधिक बन जाता है कि घुटनों के बल आते-आते मानव विवेक और अंतर्मन प्रतिस्थापित व्यवस्था का विरोधी बन जाता है। 'विरोध' की प्रबल भावना एक विचार बन जाती है। विचार का विनिमय होने लगता है, विनिमय की पराकाष्ठा बढ़ती रहती है और 'विद्रोह' के रूप में पनपने लगता है। विचारों में प्रसारित होने पर यह अधिक प्रबल बन जाता है और 'क्रांति' का रूप ले लेता है।
 'किसान आंदोलन' मोदी युग की एक ऐसी क्रांति है जो मोदी शासन की कालिख बनकर मोदी को आखरी सांस तक एहसास कराती रहेगी। गरीब और लाचार जनता पर मनचाहे आदेश थोप दिए गए। जनता मूक-बधिर बनकर आदेशों का पालन करती रही। लेकिन सभी बातें मान ली जाए, ऐसा संभव नहीं है। जिसके परिणाम स्वरूप देश का किसान सरकार के 'विरोध' में अटल स्वभाव से अडिग खड़ा हो गया है। शायद मोदी देश के जवान और किसान की क्षमताओं की जानकारी नहीं रखते हैं या फिर साथी विद्वानों ने इसकी जानकारी नहीं दी है। हठधर्मिता के सापेक्ष में मोदी को यह बात समझ लेनी चाहिए। देश का जवान और किसान एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। जिस जवान के बलबूते आपके आदेश का पालन होता है। वह जवान किसान का भाई और बेटा है। जिस प्रकार जनहित और जन आवश्यकता पर विचार किए बिना कानून बन रहे हैं। जिनमें किसानों के हित को ध्यान में नहीं रखा गया है। ऐसे कानून का क्या लाभ ? यदि किसान विरोध कर रहा है तो सरकार को किसान के हित में विरोध को समझने का प्रयास करना चाहिए। यदि किसानों के विरुद्ध शक्ति का उपयोग या ऐसी कोई प्रक्रिया जो किसानों को अप्रिय हो। प्रयोग में लाई गई तो उसके परिणाम सरकार के प्रतिकूल होंगे। किसान  कानून में बदलाव करने की हैसियत ही नहीं रखता है, कानून को नेस्तनाबूद करने की ताकत भी रखता है। देश के किसानों की समस्या सुनने में देश के पीएम का पद छोटा नहीं हो जाता है। लेकिन ना सुनने में पीएम का कद ही नहीं बच पाता है। यह वास्तविकता है और इससे मुंह नहीं घुमाया जा सकता है। क्योंकि किसानों की 'संकल्प शक्ति' का उचित आंकलन नहीं किया गया है। इसी कारण यह आंदोलन भविष्य में राष्ट्र निर्माण में किसान सहयोग के रूप में याद किया जाएगा। यह एक आदर्श आंदोलन स्थापित होगा। जिसका परिणाम शत-प्रतिशत किसानों के अनुकूल होगा। 


राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'                                 


न्यूजीलैंड पहुंचते ही संक्रमित हुएं खिलाड़ी

वेलिंग्टन। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है कि न्यूजीलैंड पहुंचते ही उसके 10 खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव कैसे हो गए। यह पाया गया है कि घरेलू कायदे आजम ट्रॉफी के दौरान एक या दो टीमों के कुछ खिलाड़ियों ने न्यूजीलैंड दौरे पर जाने से पहले बलगम, बुखार और छींके आने की शिकायत की थी जो कोरोना वायरस संक्रमण के भी लक्षण हैं। 
पीसीबी के एक सूत्र ने कहा, 'इन खिलाड़ियों को बदलते मौसम के कारण वायरल संक्रमण हुआ था और लाहौर में बोर्ड द्वारा कराए गए कोरोना टेस्ट में भी इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई।' सूत्र ने कहा, 'लेकिन क्राइस्टचर्च पहुंचने के बाद इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई जहां दस पॉजिटिव टेस्ट के बाद पूरी टीम पृथकवास पर है।'           


केरल के 7 जिलों से हटा अलर्ट, चक्रवात बुरेवी

कमजोर पड़ा चक्रवात बुरेवी, केरल के सात जिलों से हटा अलर्ट


तिरुवनंतपुरम। चक्रवाती तूफान बुरेवी कमजोर पड़ गया जिसके चलते मौसम विभाग ने केरल के सात दक्षिणी जिलों से रेड अलर्ट वापस ले लिया। मौसम विभाग ने शुक्रवार सुबह कहा कि तूफान आगे और कमजोर पड़ता हुआ तमिलनाडु के रामनाथपुरम और तूतीकुड़ी जिले के बीच से गुजर जाएगा।
इस दौरान 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मौसम विभाग ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलफुजा, कोटयम, मल्लापुरम समेत दस जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे ने हालांकि शुक्रवार की अपनी नौ उड़ानों के समय में फेरबदल किया। शाम छह बजे तक हवाई अड्डे का संचालन बंद रखा गया। राज्य सरकार ने शुक्रवार के लिए पांच जिलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषण पहले ही कर दी थी।
बता दें कि तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलापुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़ और मलप्पुरम सहित पूरे केरल में 10 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया था। तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान बुरेवी के चलते शुक्रवार को भारी बारिश का दौर जारी रहा जिससे फसलें पानी में डूब गई और कई शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में जलभराव हो गया। 
इसके प्रभाव से राज्य के अनेक स्थानों पर भारी वर्षा हुई। इसके अलावा कई क्षेत्रों में भारी से बेहद भारी बारिश हुई। नागपट्टिनम जिले के कोलीडाम में 36 सेंटीमीटर, कुड्डालोर के चिदंबरम में 34 सेंटीमीटर तथा दो दर्जन से अधिक स्थानों पर 10 से 28 सेंटीमीटर के बीच बारिश हुई। लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के कारण तिरुवरूर, पुडुकोट्टाई, तंजावूर आदि जिलों में धान और गन्ने की फसल पानी में डूब गई है।
चक्रवाती तूफान बुरेवी की चेतावनी को देखते हुए एनडीआरएफ की कई टीमें केरल और तमिलनाडु में तैनात हैं। वहीं वायुसेना और नौसेना की टीमें भी अलर्ट मोड पर हैं। 175 परिवारों के 697 से अधिक लोगों को राहत कैंपों में पहुंचाया गया। जबकि 2489 अन्य कैंप बनाए गए हैं। 
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया था। मौसम विभाग ने तमिलनाडु और केरल के दक्षिण हिस्से के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।               


केंद्र से झगड़ा बढ़ाने को तैयार किसान

नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने शुक्रवार 8 दिसंबर को ‘भारत बंद’ की घोषणा की। उन्होंने इस दिन टोल प्लाजा पर कब्जा करने की चेतावनी भी दी। किसान नेता गुरनाम सिंह चढुनी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर केंद्र सरकार शनिवार की वार्ता के दौरान उनकी मांगों को नहीं मानती है, तो वे नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के महासचिव हरिंदर सिंह लखवाल ने कहा, “आज की हमारी बैठक में, हमने 8 दिसंबर को ‘भारत बंद’ बुलाने का फैसला किया है और इस दौरान हम सभी टोल प्लाजाओं पर भी कब्जा करेंगे।” अब 5 दिसंबर को किसान और सरकार के बीच पांचवें दौर की वार्ता होगी।               


एयर इंडिया को राहत मिलने की उम्मीद जगी

नई दिल्ली। 69 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के कर्ज में फंसी सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया को राहत मिलने की उम्मीद जगी है। दिलचस्प तरीके से वरिष्ठ कर्मचारियों का एक समूह अपनी ही कंपनी को खरीदने के लिए आगे आया है। ये कर्मचारी प्राइवेट इक्विटी फर्म के साथ सरकारी बोली में हिस्सा लेने की तैयारी कर रहे हैं। अगर बात बनती है। तो देश के कॉरपोरेट इतिहास का यह पहला मामला होगा जब किसी सरकारी कंपनी को उसके ही कर्मचारी खरीदेंगे।
बैठे-बैठे आइडिया आया
कंपनी के तारणहार बनने जा रहे वरिष्ठ अधिकारियों में से एक के मुताबिक दीवाली के बाद एयर इंडिया मुख्यालय में चार-पांच साथी बैठे थे। सभी यहां 30-32 साल से नौकरी कर रहे हैं। चर्चा होने लगी कि इस बार तो दिवाली मना रहे हैं। अगली दीपावली पर एयर इंडिया में क्या स्थितियां होंगी कर्मचारियों का क्या होगा कुछ पता नहीं।
ज्वॉइनिंग के पहले दिन के अनुभव बताते-बताते सभी भावुक होने लगे। तभी एक अधिकारी ने कहा जिस एयरलाइंस में पूरा जीवन गुजर गया, काश इसे हम खरीद सकते इस पर एक अधिकारी ने कहा इतनी भारी-भरकम रकम कहां से लाएंगे। तभी आइडिया आया कि क्यों न काेई फाइनेंसर खोजकर कर्मचारी ही हिस्सेदारी खरीद लें। इस सुझाव पर सभी गंभीर हो गए।
फिर हुई फाइनेंसर की तलाश
यह अधिकारी बताते हैं। हमारी सोच को जैसे पंख लग गए। हमने फाइनेंसर की तलाश शुरू कर दी। एक नाम पर सहमति बनी। प्राइवेट इक्विटी फर्म हमारे प्रस्ताव पर तैयार भी हो गई। इसके बाद एयर इंडिया के उन अधिकारी और कर्मचारी को चुना गया जिनकी नौकरी 30 से 32 साल की हो चुकी है। इसके पीछे तर्क यह था। कि पुराने कर्मचारियों का कंपनी से भावनात्मक जुड़ाव रहेगा।
इस सीनियर अफसर के मुताबिक- पुराने कर्मचारी पूरी तरह इस मुहिम में साथ देंगे। इस मुहिम से 200 से अधिक कर्मचारी जुड़ चुके हैं। सभी 1-1 लाख रुपए जुटा रहे हैं। एयर इंडिया में कुल 14 हजार कर्मचारी हैं। मुहिम से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी में आज भी पोटेंशियल है। सब कुछ ठीक रहा तो दो साल में कंपनी ट्रैक पर आ सकती है।
51% हिस्सेदारी एअर इंडिया की कर्मचारियों के पास रहेगी
बोली की पूरी प्रक्रिया कमर्शियल डायरेक्टर मीनाक्षी मलिक के नेतृत्व में पूरी की जा रही है। कंपनी के अधिकारी 14 दिसंबर को खत्म हो रही बोली प्रक्रिया में शामिल होंगे। क्वालिफाइड बिडर्स के बारे में 28 दिसंबर तक पता चलेगा। यह योजना सफल रहती है। तो कर्मचारी प्रबंधन कंसोर्टियम के पास एयरलाइन की 51% हिस्सेदारी रहेगी जबकि फाइनेंसर के पास 49% हिस्सा रहेगा               


योगराज ने हिंदुओं को लेकर दिया बयान

नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह का विवादों से पुराना नाता है। एक बार फिर उन्होंने भड़काऊ भाषण देकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का समर्थन देने पहुंचे योगराज सिंह ने हिंदुओं को लेकर बेहद ही शर्मनाक टिप्पणी की है, जिसके बाद उनकी गिरफ्तार की मांग उठने लगी है।             


हैदराबाद के किंग मेकर बने 'औवेसी'

हैदराबाद। प्रमुख असुद्दीन ओवैसी सियासत के मैदान के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। सियासत का मैदान उनका था लेकिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उनके घर में घुसकर चैलेंज दिया।हैदराबाद नगर निकाय की 150 सीटों में सिर्फ 51 सीटों पर ओवैसी ने सियासी बैटिंग की लेकिन उनकी टीम का स्ट्राइक रेट सबसे हाई है। लोकल चुनाव के नतीजों से बीजेपी की लीड पर अब यही कहा जा रहा है कि घाटा टीआरएस को हुआ है और ओवैसी का कुछ नहीं जाता।         


वजन कंट्रोल करने में कारगर है गर्म पानी

वजन कंट्रोल करने में कारगर है। गर्म पानी, जानिये कितना पीने से होगा फायदा
दिन भर में शरीर में जो टॉक्सिक पदार्थ जमा होते हैं। गर्म पानी पीने से वो भी फ्लश आउट हो जाते हैं।
जो लोग खाना खाने से पहले गर्म पानी पीते हैं। उन्हें ज्यादा खाने की इच्छा नहीं होती है। कई बार अनियंत्रित खानपान और असंतुलित लाइफस्टाइल की वजह से मोटापा बढ़ जाता है। ऐसे में मोटापे से राहत पाने के लिए लोग डाइटिंग करते हैं। या फिर जिम जाते हैं। मगर इससे हमेशा फायदा ही हो ये आवश्यक नहीं है। अधिक वजनदार इंसान न केवल असुविधा महसूस करते हैं। बल्कि उनमें कई बीमारियां जैसे कि हाई बीपी डायबिटीज और गठिया का खतरा भी अधिक देखने को मिलता है। ऐसे में विशेषज्ञ मोटापे से ग्रस्त लोगों को कुछ घरेलू उपाय अपनाने की भी सलाह देते हैं। उनका मानना है। कि गर्म पानी पीने से वजन घटाने की प्रकिया आसान हो जाती है।
आमतौर पर जो लोग पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं। उनको वजन घटाने में मदद मिलती है। वहीं, गर्म पानी पीने से वजन पर जल्दी नियंत्रण पाया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्म पानी शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का कार्य करता है।
कैसे है।
फायदेमंद।
बेहतर मेटाबॉलिक रेट होने से कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है। पानी का अधिक टेम्प्रेचर फैट मॉलीक्यूल्स का ब्रेक डाउन करता है। इससे पाचन तंत्र के लिए कैलोरीज बर्न करना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, जो लोग खाना खाने से पहले गर्म पानी पीते हैं। उन्हें ज्यादा खाने की इच्छा नहीं होती है। इससे वो ओवर ईटिंग से बचते हैं। और वजन संतुलित रहता है।
गर्म पानी पीना,मोटापे से छुटकारा पाने का कारगर उपाय
गर्म पानी पीने के फायदे
बाहर निकलते हैं टॉक्सिक पदार्थ। दिन भर में शरीर में जो टॉक्सिक पदार्थ जमा होते हैं।गर्म पानी पीने से वो भी फ्लश आउट हो जाते हैं। साथ ही, गर्म पानी पीने से शरीर को गरर्माहट मिलती है। जिससे पूरी बॉडी में ब्लड फ्लो बेहतर तरीके से होता है। इस तरह से गर्म पानी आपके शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
इस तरह पीने से होगा अधिक फायदा। सुबह-सुबह गर्म पानी में नींबू मिलाकर पीने से वजन ज्यादा तेजी से कम होता है। यह शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा को बर्न करता है। और शरीर को सही शेप में लाता है। इसके अलावा गर्म पानी के असर को बढ़ाने के लिए लोग चाहें तो उसमें नींबू और शहद मिला सकते हैं। इससे मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है।               


प्रभास की फिल्म आदिपुरुष में रोल करेगें सनी

प्रभास की फिल्म आदिपुरुष में लक्ष्मण का रोल करेंगे सनी सिंह


मुंबई। द अनसंग वॉरियर जैसी हिट फिल्म देने वाले डायरेक्टर ओम राउत इस समय अपनी अगली फिल्म आदिपुरुष को लेकर चर्चा में है। इस फिल्म का फर्स्ट लुक पोस्टर पहले ही रिलीज कर दिया गया है। फिल्म में भगवान राम की भूमिका प्रभास निभाएंगे जबकि लंकेश यानी कि रावण की भूमिका में सैफ अली खान नजर आएंगे। बताया जा रहा है। कि फिल्म में लक्ष्मण का किरदार ऐक्टर सनी सिंह में नजर आएंगे। लक्ष्मण के रोल के लिए सनी सिंह से किया गया संपर्क प्रॉडक्शन से जुड़े एक सोर्स ने बताया सनी सिंह से आदिपुरुष में लक्ष्मण के रोल के लिए संपर्क किया गया है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो सनी सिंह के पूरी तरह से अलग अवतार और कैरेक्टर में पर्दे पर नजर आने की उम्मीद है। सनी सिंह का प्रभास के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करने का शानदार अवसर होने वाला है। फिल्म में सनी सिंह (लक्ष्मण) प्रभास (राम) के छोटे भाई का किरदार निभाएंगे।
सीता के किरदार के लिए कृति सैनन का नाम फाइनल
पिछले काफी समय से इस फिल्म में फीमेल लीड यानी सीता के किरदारों के लिए कई नामों पर विचार किया जा रहा है। हमारे सहयोगी मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पहले सीता के किरदार के लिए अनुष्का शेट्टी, अनुष्का शर्मा, कियारा आडवाणी और कीर्ति सुरेश जैसे नामों पर विचार हो चुका है। लेकिन अब खबर आ रही है। कि इसके लिए कृति सैनन का नाम फाइनल हो गया है।
साल 2021 की जनवरी शुरू होगी शूटिंग
बताया जा रहा है। कि फिल्म की शूटिंग अगले महीने जनवरी से शुरू हो जाएगी जो एक ही बार में पूरी की जाएगी। यह भी पता चला है। कि इस फिल्म की शूटिंग स्टूडियो में क्रोमा स्क्रीन पर होगी उसके बाद बैकग्राउंड में वीएफएक्स के जरिए इसमें स्पेशल इफेक्ट्स शामिल किए जाएंगे।               


उत्पन्न करने पर 33 देशों को कोर्ट नोटिस

पर्यावरण संकट उत्पन्न करने पर 33 देशों को कोर्ट नोटिस


वाशिंगटन डीसी। पर्यावरण के प्रति चिंता अब बढ़ने लगी है। इसके संरक्षण को लेकर जागरूकता भी फैल रही है। यह जन जागरूकता का ही नतीजा है कि यूरोप के मानवाधिकार न्यायालय ने 33 देशों के खिलाफ पर्यावरण संबंधी मामले में संज्ञान लेते हुए उनसे जवाब मांगा है। यह शायद विश्व में पहली ऐसी कानूनी कार्यवाही होगी, जहां न्यायालय ने ऐसा संज्ञान लिया है। इस मामले में पुर्तगाल के छह युवा याचिकाकर्ता शामिल हैं। सामान्यतया इस प्रकार के मामलों  में कड़ा संज्ञान कम ही मामलों में लिया जाता है। अहम बात यह कि युवाओं ने पर्यावरण के प्रति अपनी चिंता जताई तो न्यायालय ने भी उसे गंभीरता से लिया और एक साथ इतने देशों को नोटिस जारी किया।           


भागलपुर: खलियान में लगी आग, फसल बर्बाद

भागलपुर। भागलपुर जिला अंतर्गत शाहकुंड प्रखंड के खैरा गांव में शुक्रवार की दोपहर करीब 3 बजे अचानक धान के खलिहान में आग लगने से 15 किसानों के लगभग 50 बीघा धान की फसल जलकर स्वाहा हो गई है। इसकी जानकारी देते हुए खैरा पंचायत के मुखिया मोहम्मद, मकसूद आलम ने बताया कि आग इतना भयंकर था ग्रामीणों द्वारा आग पर काबू नहीं पाया जा सका। तुरंत इसकी सूचना अंचलाधिकारी जयप्रकाश को दी गई। अंचलाधिकारी द्वारा सूचना मिलते ही खैरा गांव में दो अग्निशामक गाड़ी आग पर काबू पाने के लिए भेजी गई है।  लेकिन देर संध्या तक पूर्णरूपेण आग पर काबू नहीं पाया गया था। मुखिया ने बताया कि आग कैसे लगी इसका किसी को जानकारी नहीं है।               


आलू-प्याज के दामों में जबरदस्त गिरावट

गोरखपुर। पिछले तीन महीने से किचन का बजट बिगाड़ रहे आलू-प्याज के दाम में मंडी में जबर्दस्त गिरावट आई है। हालांकि बाहर फुटकर में आम लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। मंडी में 15 दिन पहले की तुलना में 40 प्रतिशत तक सब्जियां सस्ती हुई हैं तो बाहर लोगों को मामूली राहत ही मिली है। महेवा मंडी में नए आलू और प्याज की भरपूर आवक शुरू होने के कारण आलू और प्याज के दाम तेजी से गिरे। बुधवार को जो सफेद आलू न्यूनतम 34 रुपये किलो तक बिका था। वह शुक्रवार को 20 रुपये किलो तक पहुंच गया। बुधवार को जो प्याज न्यूनतम 35-36 रुपये किलो बिका था, वह शुक्रवार को 28 रुपये तक पहुंच गया। सस्ते आलू-प्याज का लाभ आम लोगों को नहीं मिल पा रहा है। लोगों को अब भी फुटकर में प्याज 50 रुपये तो आलू भी 40-50 रुपये किलो खरीदना पड़ रहा है। मंडी में आलू-प्याज के दाम में कमी आई है, इसकी जानकारी लोगों को नहीं होने का फायदा फुटकर विक्रेता उठा रहे हैं। हालांकि मंडी में जिस तरह दाम में कमी आई है, उससे यह उम्मीद जगी है कि शनिवार-रविवार से बाहर भी सस्ता आलू और प्याज मिलने लगेगा।                                   


आर्थिक अपराधियों की खेर नहींः वित्त मंत्री

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्व खुफिया निदेशालय सीमा शुल्क विभाग से यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे आर्थिक अपराध करने वालों से सख्ती से निपटे। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के अंतर्गत आने वाले डीआरआई के 63वें स्थापना दिवस के मौके पर उन्होंने अधिकारियों को खासकर कोविड के दौरान उनके कामकाज सराहनीय सेवा के लिये बधाई दी।         


सरकार ने किसानों को संकट में धकेल दिया

सरकार ने देशभर के किसानों को संकट में धकेल दिया: राहुल


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि बिहार में किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बिना परेशान है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश के किसानों को ही इस संकट में धकेल दिया है। राहुल गांधी ने शनिवार को कहा “बिहार का किसान एमएसपी- एपीएमसी के बिना बेहद मुसीबत में है और अब प्रधानमंत्री ने पूरे देश को इसी कुएँ में धकेल दिया है। ऐसे में देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य है। इसके साथ ही उन्होंने एमएसपी नहीं मिलने से परेशान बिहार के किसानों का एक वीडियो जारी किया है जिसमें कहा गया है कि औरंगाबाद के किसानों को धान का एमएसपी नहीं मिल रहा है और सरकार उनके संकट पर ध्यान नहीं दे रही है। किसानों की धान की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। इस बीच कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी को किसान आंदोलन खत्म करने के लिए हठ छोड़ने की सलाह दी और कहा “राजहठ त्यागिये, राजधर्म मानिये। अन्नदाता की सुनें, काले क़ानूनों को निरस्त करें। वरना,इतिहास ने कभी अहंकार को माफ़ नही किया। किसान विरोधी मोदी सरकार।”               


बातचीत से पहले पीएम की बड़ी बैठक

नई दिल्ली। केंद्रीय सरकार द्वारा लाये गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली बॉर्डर पर आज 10वें दिन भी जमे हुए हैं। सरकार और किसानों के बीच हो चुकी दो बार की वार्ता फेल हो चुकी है जिसका कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। इस बीच गृहमंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे। शनिवार को किसान संगठनों के साथ अगले दौर की बैठक से पहले ये बड़ी मीटिंग हुई। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी पहुंचे।               



हरियाणा के स्वास्थ्यमंत्री अनिल संक्रमित मिलें

कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने वाले हरियाणा के स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज कोरोना से संक्रमित


राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने पिछले महीने परीक्षण के तौर पर कोरोना वायरस के खिलाफ विकसित किए जा रहे स्वदेशी कोवैक्सिन का टीका लिया था।
विज ने ट्वीट करके शनिवार को संक्रमित होने की जानकारी दी। उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी देते हुए अपील की है कि हाल में उनके संपर्क में जो लोग आए हैं, वे जांच करा लें। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ मैं कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया हूं और अम्बाला कैंट के सिविल अस्पताल में भर्ती हूं। जो लोग भी मेरे संपर्क में आए हैं, उन्हें जांच कराने की सलाह दी जाती है।’’
जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के तीन सदस्यों वाले एक प्रतिनिधि मंडल ने विज से शुक्रवार को मुलाकात की थी और कृषि कानूनों के खिलाफ ‘दिल्ली चलो’ मार्च में शामिल होने वाले किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की अपील की थी। जेजेपी राज्य में भाजपा की सहयोगी पार्टी है।इस प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष निशान सिंह कर रहे थे और वरिष्ठ पार्टी नेता दिग्विजय सिंह चौटाला इसका हिस्सा थे। योग गुरु रामदेव ने भी मंगलवार को विज से मुलाकात की थी। विज ने कोविड-19 के खिलाफ संभावित टीके कोवैक्सिन के तीसरे चरण के परीक्षण में पहला स्वयंसेवी बनने की पेशकश की थी और उन्हें 20 नवंबर को इसकी खुराक अम्बाला कैंट के सिविल अस्पताल में दी गई थी। विज ने तब एक ट्वीट में बताया था, ‘‘ मुझे भारत बायोटेक उत्पाद का कोरोना वायरस का परीक्षण टीका कोवैक्सिन कल 11 बजे अम्बाला कैंट के सिविल अस्पताल में पीजीआई रोहतक और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की एक टीम की निगरानी में दिया जाएगा।’’उन्होंने बताया था कि उन्होंने ही ट्रायल में हिस्सा लेने की पेशकश की थी। कोवैक्सिन स्वदेशी टीका है और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर भारत बायोटेक इसे विकसित कर रही है।               


राम मंदिर निर्माण का कार्य होगा तेज

अयोध्या: मकर संक्रांति से तेज होगा राम मंदिर निर्माण का कार्य


उमय सिंह साहू


अयोध्या। चातुर्मास तथा तकनीकी कारणों से कच्छप चल रहे राम मंदिर निर्माण के कार्य को तेज करने की तैयारी है। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टूब्रो और परामर्श दात्री संस्था टाटा कंसलटेंट के अधिकारियों के साथ मंत्रणा शुरू कर दी है।उम्मीद जताई जा रही है कि मकर संक्रांति से राम मंदिर निर्माण के काम में तेजी आएगी। इसी दिन से राम मंदिर निर्माण के लिए 11 करोड़ लोगों से सहयोग हासिल करने के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से धार्मिक अनुष्ठान के साथ टोलिया रवाना की जाएंगी।
श्रीराम जन्म भूमि पर बाबा राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते 5 अगस्त को शिलान्यास कर चुके हैं। राम मंदिर के निर्माण और इसकी देख रेख का जिम्मा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पास है। जान आस्था और आकांक्षा के अनुरूप राम मंदिर निर्माण के लिए निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में कई दौर की मीटिंग और विचार मंथन हो चुका है। जन्मभूमि पर विश्व का सबसे विशाल प्राचीन नागर शैली में राम मंदिर बनाया जाना है। या मंदिर राजस्थानी लाल बलुआ पत्थर से बनना है। जिसके एक तल से ज्यादा के निर्माण के लिए श्रीराम जन्म भूमि न्यास की ओर से पत्थर तलाशी का काम पूरा कराया जा चुका है। तकनीकी विशेषज्ञों के सुझाव पर पत्थर से बनने वाले मंदिर के लिए बिना लोहे का इस्तेमाल किए हुए फाउंडेशन बनाया जाना है। इस फाउंडेशन के लिए 1 मीटर व्यास के 100 पिलर जमीन के नीचे डालने की योजना बनाई गई है। भार क्षमता और मजबूती मापने के लिए विशेषज्ञों के सुझाव पर ट्रस्ट और निर्माण समिति ने पायल टेस्टिंग कराई है। जिसकी रिपोर्ट पर अभी केंद्रीय भवन निर्माण शोध संस्थान रुड़की, आईआईटी चेन्नई समेत कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टूब्रो परामर्श दात्री संस्था टाटा कंसल्टेंसी के विशेषज्ञ मंथन कर रहे हैं।               


सावधान: घर में चीटियों का होना देता है संकेत

हम हर समय चींटियों को नजर अंदाज करते हैं, उन्हें पैरों तले कुचल देते हैं और उन्हें काटने वाले दुष्टों से अधिक कुछ नहीं समझते। लेकिन ऐसा नहीं है। चींटियां भी कुछ न कुछ संकेत देती है। लेकिन हम उसे नहीं समझ पाते हैं। अगर आपके घर में अक्सर लाल चींटियां दिख जाती है या फिर रहती है तो ये यह वास्तु दोष का कारण हो सकता है।दरअसल चींटियां दो प्रकार की होती हैं- लाल और काली। इनमें से लाल को अशुभ और काली को शुभ माना गया है। घर में लाल में चींटियों का होना अशुभ संकेत देता है वहीं घर में मौजूद काली चींटियां बरकत का संकेत देती है।                         


हल्द्वानी में कांग्रेसियों ने ढूंढी मछली, विरोध

हल्द्वानी- कांग्रेसियों ने ढूंढी मछली, ऐसे किया विरोध


हल्द्वानी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों में हो रहे गड्ढों में भरे पानी में मछली ढूंढने का काम किया, राज्य सरकार और नगर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अनोखा विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों में हो रहे गड्ढों में भरे पानी में मछली ढूंढने का काम करते हुए विरोध जताया, कांग्रेस जिला महामंत्री हेमंत साहू ने कहा कि इस सरकार और नगर निगम में अधिकारी और जनप्रतिनिधि पूरी तरह नींद में सोए हुए हैं सड़कों में जगह-जगह खड्डे हैं लोग गिर रहे हैं तथा उन्हें चोटें लग रही हैं कई लोग घायल हो गए हैं, बावजूद उसके सड़कों के गड्ढे भरने का नाम नहीं लिया जा रहा है लिहाजा सरकार को नींद से जगाने के लिए आज इस तरह का प्रदर्शन किया गया है और सरकार से मांग की गई है कि तत्काल सड़कों को ठीक किया जाए।               


नियुक्ति-पत्र मिलने से अभ्यर्थियों का हंगामा

बरेली: नियुक्ति-पत्र मिलने से पहले अभ्यर्थियों का हंगामा


सुनील श्रीवास्तव


बरेली। संजय कम्युनिटी हॉल में शनिवार को 490 नवनियुक्त शिक्षकों के नियुक्ति पत्र बांटने का कार्यक्रम आयोजित हुआ। नियुक्ति पत्र बांटने से पहले ही हंगामा हो गया। अभ्यर्थियों ने बीएसए का घेराव किया। नियुक्ति पत्र देने की जिद पर अड़े रहे। किसी तरह बीएसए ने अभ्यर्थियों को समझा कर शांत कराया। कोर्ट के आदेश के बाद 69 हजार शिक्षक भर्ती के सापेक्ष पूरे प्रदेश में 37,723 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटा जाना है। जिसमें बरेली के लिए 490 शिक्षकों को चयनित किया गया। इसमें से 452 अभ्यर्थियों ने ही काउंसलिंग कराई। जिन्हें नियुक्ति पत्र मिलना था। मगर इसमें से 31 शिक्षक ऐसे मिले जिनके नाम और अंकों में गड़बड़ी थी। बीएसए ने इनके नियुक्ति पत्रों को रोक दिया है।नियुक्ति पत्र बांटने से पहले ही यह शिक्षक संजय कमेटी हॉल में पहुंचे और वहां जाकर हंगामा शुरू कर दिया, बीएसए के आते ही उन्हें बीएसए का घेराव किया। बोले उन्हें नियुक्ति पत्र चाहिए। किसी तरह व्यक्ति ने समझाया और कहा कि वह एक एफिडेविट बनवाएं और आकर विभाग में जमा कर दें। इसके बाद ही उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। फिलहाल अभ्यर्थियों को पीएम के आने का इंतजार है। उधर बीएसए का कहना है कि इनके नाम और अंकों में गड़बड़ी मिली थी। एफिडेविट देने के बाद कमेटी इस पर विचार करके नियुक्ति पत्र देने का आदेश करेगी।               


'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...