बुधवार, 2 दिसंबर 2020

किसानों के समर्थन में आए कई संघ व दल

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। दिल्ली बार्डर पर किसानों का आंदोलन यथा स्वरूप जारी है।  सवेरे कुछ किसानों ने एक बार फिर से दिल्ली पुलिस की बेरिकेडिंग को गिरा दिया था जिस पर अब कुछ किसान बैठ कर धूप सेंक रहे हैं। बार्डर पर मौजूद किसानों का कहना है कि बुधवार को दोपहर बाद अपने प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।


इस बीच किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए दूर-दूर से विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता भी यूपी गेट पहुंच रहे हैं। गाज़ियाबाद नगर निगम की टीमें शनिवार से ही इलाके में सफाई, सैनिटाइजेशन और पानी का छिड़काव करने में जुटी है। आपको बता दें कि कृषि के तीन कानून के विरोध में यूपी गेट पर चल रहा किसानों के आंदोलन का पांचवां दिन है।


इस बीच खबर है कि किसान नेता नरेश टिकैत आज यूपी बार्डर पर पहुँच कर किसानों को संबोधित करेंगे।  भाकियू (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश टिकैत ने बताया कि मंगलवार को सरकार के साथ हुई बातचीत बेनतीजा रही है, अब देखना होगा कि बृहस्पतिवार को होने वाली बातचीत किस नतीजे पर पहुँचती है। जब तक कोई फैसला नहीं हो जाता है, किसान यूपी गेट पर जी जमे रहेंगे। आज (बुधवार को) हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत किसानों के साथ वार्ता कर आगे की रणनीति तय करेंगे। यदि जरूरी हुआ तो हम दिल्ली का हुक्का-पानी बंद कर देंगे।


प्रदूषणः पटाखों की बिक्री-उपयोग पर प्रतिबंध

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाज़ियाबाद समेत एनसीआर के सभी शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने सभी प्रकार के पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध को बढ़ा दिया है। अधिकरण द्वारा जारी आदेशों के अनुसार जहां हवा की गुणवत्ता मोडरेट है वहाँ क्रिसमस और नए साल पर उन इलाकों में रात 11:30 से 12:30 बजे तक ग्रीन पटाखे फोड़ने की अनुमति होगी। इसके साथ ही एनजीटी ने सभी जिलों में हवा की गुणवत्ता का पता लगाने के लिए यंत्र लगाने का आदेश दिया है।


आपको बता दें कि एनजीटी प्रमुख जस्टिस ए.के. गोयल की अगुवाई वाली पीठ ने इसके साथ ही देश के उन सभी शहरों में भी पटाखों के बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया था जहां पर पिछले साल नवंबर में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब रही थी।                                


मिलावटः शहद के 77 फ़ीसदी नमूने फेल

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीईई) का कहना है कि भारत में बिकने वाले शहद के सभी प्रमुख ब्रांड भारी मात्रा में ऐसे तत्वों की मिलावट कर रहे हैं जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं।  संस्था का कहना है कि शहद के 77 फीसदी नमूनों में शुगर सिरप की मिलावट पाई गई है। यह शुगर सिरप चीन से आयात किया जा रहा है और भारत के जांच मानकों में आसानी से पकड़ में नहीं आती।


संस्था का दावा है कि उनके द्वारा किए गए प्रमुख शहद उत्पादकों के माल की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस स्पेक्ट्रोस्कोपी (एनएमआर) के परीक्षण  में 13 ब्रांड में सिर्फ 3 ब्रांड ही पास हुए।सीएसई कि महानिदेशक सुनीता नारायण का कहना है कि कोविड-19 संकट के वक्त यह खाद्य धोखाधड़ी जनता की सेहत के साथ खिलवाड़’ है। ‘भारतीय इस वक्त ज्यादा शहद का सेवन कर रहे हैं, क्योंकि उनका विश्वास है कि शहद में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ-साथ प्रतिरक्षा (इम्यूनिटी) को बनाने की क्षमता है और यह विषाणुओं को बेअसर करने में बहुत कारगर है। लेकिन हकीकत यह है कि यदि शहद मिलावटी है तो हम केवल चीनी का ऐसा घोल खा रहे हैं, जो मोटापा और अत्यधिक वजन की चुनौती को बढ़ाता है और जो अंततः हमें गंभीर कोविड-19 संक्रमण के जोखिम की ओर ले जाता है।


सुनीता नारायण ने शहद में मिलावट के भंडाफोड़ और अध्ययन को लेकर कहा, ‘हम इस समय जानलेवा कोविड-19 के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं और इससे बचने का कोई रास्ता नहीं है, ऐसे कठिन समय में हमारे आहार में चीनी का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल (ओवरयूज) हालात को और भयावह बना देगा।’


13 में से 10 ब्रांड परीक्षण में फेल


द प्रिंट में छपी खबर के अनुसार सीएसई का दावा है कि उनके द्वारा कराए गए परीक्षण में 13 भारतीय ब्रांड्स में से सिर्फ 3 – सफोला, मार्कफेड सोहना और नेचर्स नेक्टर ही सभी परीक्षणों में पास पाए गए। शहद के प्रमुख ब्रांड्स जैसे डाबर, पतंजलि, बैद्यनाथ, झंडु, हितकारी और एपिस हिमालय, सभी एनएमआर टेस्ट में फेल पाए गए।


दरअसल सीएसई ने भारतीय बाजार के 13 विख्यात ब्रांडों की शहद को गुजरात के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) में स्थित सेंटर फॉर एनालिसिस एंड लर्निंग इन लाइवस्टॉक एंड फूड (सीएएलएफ) में जांच के लिए भेजा। लगभग सभी शीर्ष ब्रांड (एपिस हिमालय छोड़कर) शुद्धता के परीक्षण में पास हो गए, जबकि कुछ छोटे ब्रांड इस परीक्षण में फेल हुए, उनमें सी3 और सी4 शुगर पाया गया, यह शुगर चावल और गन्ने के हैं।                                  


नैनीतालः डीएम ने 10 लाख किएं अवमुक्त

जिला अधिकारी सविन बंसल का एक और बड़ा कदम, दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को मिलेगा डोली का साथ, डोली पर जा सकेंगी चिकित्सालय, जिलाधिकारी ने 10लाख किए अवमुक्त


पंकज कपूर


नैनीताल। जिलाधिकारी सविन बंसल ने पहाडी विकास खण्डों के ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को प्रसव हेतु डोली से सडक अथवा चिकित्सालय तक लाने हेतु डोली व्यवस्था के लिए 10 लाख रूपये अवमुक्त किये।
सडक से दूरस्थ गांव में कार्य करने का जिलाधिकारी श्री सविन बंसल की कार्यशैली में शुमार है। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों मे हीे कैम्प लगाये जाते है। ताकि दूरस्थ गांव के लोगो से उनका दोतरफा संवाद हो सके तथा ग्रामीण क्षेत्रो की वास्तविक समस्यायंे उनके सामने आ सकेें व उनका त्वरित निराकरण भी हो सके। गौरतलब है। कि जिलाधिकारी द्वारा दूरस्थ इलाको मे जितने भी बहुउददेशीय शिविर लगाये उनमें से लगभग शतप्रतिशत जनसमस्याओं का निराकरण भी हुआ साथ ही इन शिविरो के माध्यम से अति कुपोषित बच्चे भी चिन्हित हुये जिन्हें श्री बंसल ने ईलाज के लिए राजघानी देहरादून के अस्पतालो मे ईलाज हेतु भिजवाया।
श्री बंसल स्वास्थ्य को लेकर काफी संवेदनशील हैं। उनका मानना है। कि गरीब और लाचार व्यक्ति को यदि समय से बेहतर एवं निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा मिल जाए तो यह सच्ची मानव सेवा होगी। श्री बंसल को प्रसव वेदना की उन ग्रामीण महिलाओ का दर्द भी सालता है। जिन्हें अस्पताल मे प्रसव कराने के लिए गांव अथवा परिवार के लोग रातबिरात डोली मे लेकर सडक हैड या अस्तपाल पहुचते है। इस संघर्ष में कभी-कभी जच्चा तथा बच्चा को जान से भी हाथ धोना पडता है। इस समस्या एवं इस कार्य की संवेदनशीलता पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुये जिलाधिकारी श्री बंसल ने जनपद के पर्वतीय इलाकों के विकास खण्डो धारी, रामगढ, ओखलकांडा, बेतालघाट व भीमताल के ग्रामीण क्षेत्रो में गर्भवती महिलाओं को प्रसव हेतु अस्पतालों तक लाने के लिए डोली व्यवस्था हेतु 10 लाख की धनराशि स्वीकृत कर दी है।
उत्तराखण्ड नैनीताल का पहला जनपद है। जहां किसी जिलाधिकारी द्वारा संस्थागत प्रसव तथा गर्भवती महिला एवं शिशु की सुरक्षा के लिए डोली व्यवस्था को कारगर बनाते हुये इतनी बढी धनराशि स्वीकृत की है। जिलाधिकारी ने कहा कि और धनराशि की जरूरत पडेगी तो वह भी दी जायेगी। उन्होने कहा कि गर्भवती महिलाओं को त्वरित उपचार मिले व सुरक्षित संस्थागत प्रसव से जच्चा-बच्चा मृत्यु दर भी घटेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के एक किमी से अधिक पैदल सभी गांवों मे गर्भवती महिलाओं के लिए डोली सुविधा होगी।
श्री बंसल द्वारा यह धनराशि मुख्य चिकित्साधिकारी को जारी की गई है। जारी धनराशि मे से तात्कालिक व्यवस्था हेतु 75-75 हजार रूपये एमओआईसी केे निर्वतन मे रखी गई है। ताकि पर्वतीय क्षेत्रों कीे गभर्वती महिलाओं को डोली से लाने वाले लोगों को तुरन्त डोली व्यवस्था की धनराशि का भुगतान दो हजार रूपये प्रति डोली बिना किसी विलम्ब के हो जाए। गौरतलब है। कि एनएचएम के तहत जनपद में केवल 60 डोलियो की व्यवस्था के लिए ही धनराशि स्वीकृत है लेकिन प्रसव की संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुये जिलाधिकारी ने लगभग 500 डोलियों के लिए 10 लाख धनराशि अवमुक्त कर दी है। उन्होने कहा कि ताकि गर्भवती महिलाओ को त्वरित डोली व्यवस्था का भुगतान कराने की जिम्मेदारी सम्बन्धित चिकित्साधिकारी की होगी।               


स्कॉर्पियो कार में मिला शव, फैली सनसनी

ईख के खेत के किनारे खडी स्कॉर्पियो में मिला शव क्षेत्र में सनसनी


झिंझाना। प्रात करीब 8:00 बजे थाना झिंझाना पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि कस्बा झिंझाना से गागौर  जाने वाले रोड के किनारे ईख के खेत में खड़ी स्कॉर्पियो गाड़ी नंबर यूपी 19 फ/7907 के पास एक व्यक्ति का गोली लगा शव पड़ा है।
 सूचना पर तत्काल प्रभारी निरीक्षक झिंझाना हमराह फोर्स के मौके पर पहुंचे। जहां मृतक के संबंध में आवश्यक छानबीन कर मृतक की पहचान कराई गई जिसकी पहचान राजकुमार शर्मा पुत्र कृष्ण पाल निवासी कस्बा व थाना झिंझाना जनपद शामली उम्र 52 वर्ष के रूप में हुई है। पुलिस अधीक्षक शामली द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया गया है । मौके पर डॉग स्क्वाड एवं फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित की जा रही है। मृतक के शव का पंचायतनामा की कार्यवाही कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। घटना के अनावरण हेतु थाना झिंझाना की 02 टीम एसओजी एवं सर्विलांस को लगाया गया। मृतक के परिजनों द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर अभियोग पजीकृत किया जायेगा। घटना के सम्बन्ध में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।               


'तेरे नाम' का सीक्वल बनाएंगे सतीश कौशिक

सतीश कौशिक बना सकते हैं सलमान खान की फिल्म तेरे नाम का सीक्वल, बताया नई कहानियां है


कविता गर्ग


मुंबई। बॉलीवुड के सुपरस्टार अभिनेता सलमान खान के करियर की सबसे यादगार और शानदार फिल्म की बात करें तो इस लिस्ट में सबसे पहले नाम तेरे नाम का आता है। जो साल 2003 में रिलीज हुई थी। ये फिल्म उनके करियर की सबसे बेस्ट फिल्म है। जिसकी कहानी, किरदार और गाने सब सुपरहिट हुए थे। आज भी सलमान खान के चाहने वाले उनकी इस फिल्म को काफी पसंद करते है और जब जब टीवी पर फिल्म आती है तो बड़े चाव से देखते है। अब सलमान खान की फिल्म तेरे नाम को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है।
वो है कि फिल्म तेरे नाम के डायरेक्टर सतीश कौशिक ने बताया है कि उनके पास कई कहानियां है जिससे इसका सीच्ल बनाया जा सकता है। हाल ही में एक खास बातचीत में सतीश कौशिक ने बताया कि फिल्म तेरे नाम की कहानी जहां पर खत्म हुई थी उसमे सीच्ल बनाने के आसार है।
सतीश कौशिक के अनुसार उनके पास फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए एक नहीं कई कहानियां है। लेकिन अब तक उन्होंने इस बार में अभिनेता सलमान खान से कोई बात चीत नहीं की है।
खैर अगर हम सतीश कौशिक इस फिल्म के सीच्ल को लेकर आते है और इसमे सलमान खान का राधे वाला रोल किया तो वाकई एक बार फिर से चर्चा में जरूर आएगा। फिल्म में सलमान खान के अलावा भूमिका चावला अहम रोल में नजर आए थे। ये उस वक्त की सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी।
इसके अलावा फिल्म में सलमान खान के हेयरस्टाल को भी काफी पसंद किया गया था। उस वस्क्त लड़कों के बीच उनके इस किरदार की काफी चर्चा थी। वैसे आप क्या चाहते हैं कि सलमान की फिल्म तेरे नाम का सीच्ल बने या नहीं हमे अपने कमेंट में बता सकते हैं।                              


'सेक्स पार्टी' करते रंगे हाथ पकड़े सांसद

कोरोना गाइडलाइन्स का उल्लंघन! 'सेक्स पार्टी' करते रंगे हाथ पकड़ाए ये सांसद, फिर हुआ ये


 हंगरी के यूरोपियन सांसद जोसेफ जाजेर बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में सेक्स पार्टी करते हुए पकड़े गए हैं। द टाइम्स यूके की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। कोरोना गाइडलाइन्स का उल्लंघन करने की वजह से पुलिस ने इस पार्टी में छापा मारा था। जोसेफ ने इस घटना के बाद पर्सनल कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 59 साल के जोसेफ हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन की दक्षिणपंथी Fidesz पार्टी के फाउंडिंग मेंबर हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब पुलिस ने इस पार्टी में छापा मारा तो वे फर्स्ट फ्लोर की खिड़की से कूदे थे और चोट खा बैठे थे. बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में मौजूद अभिवक्ता ने एएफपी के साथ बातचीत में कहा कि सिटी सेंटर में चल रही इस पार्टी में 20 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया गया है जिनमें कुछ यूरोपियन डिप्लोमेट्स भी थे और सब पर लगभग 23 हजार का जुर्माना लगाया गया है। लेबोरेटरी में बना मांस खाएंगे सभी लोग ऐसे होगा तैयार जाजेर ने इस पार्टी में किसी भी तरह के ड्रग्स लेने से मना किया है और उन्होंने दावा किया कि वे किसी भी तरह की सेक्शुएल गतिविधि में शामिल नहीं थे और सिर्फ एक हाउस पार्टी में शामिल होने गए थे. हालांकि उन्होंने अपने परिवार से कोरोना की गाइडलाइन्स को तोड़ने के लिए माफी मांगी है. जाजेर ने अपने बयान में कहा कि पुलिस ने मेरी आईडी के लिए पूछा लेकिन मेरे पास उस समय कोई आईडी नहीं थी तो मैंने उन्हें बताया कि मैं मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हूं. पुलिस ने मुझे एक आधिकारिक चेतावनी दी और आखिरकार मुझे घर जाने दिया. मैं कोरोना की गाइडलाइन्स तोड़ने के लिए शर्मिंदा हूं. ये मेरी गैर जिम्मेदारी थी और मैं सजा भुगतने के लिए तैयार हूं. बता दें कि जाजेर साल 1990 से 2002 के बीच हंगरी की संसद में चार बाद चुने गए हैं और वे साल 2004 से चार बार यूरोप की संसद के लिए भी चुने जा चुके हैं। 31 दिसंबर को उन्होंने मेंबर ऑफ पार्लियामेंट से इस्तीफा दे दिया है, उन्होंने कहा कि वे निजी कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं।                           


उर्मिला ने कंगना-भाजपा को आड़े हाथ लिया

मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से, कंगना के इस बयान पर उर्मिला मातोंडकर ने दिया ये जवाब, BJP को भी लिया आड़े हाथ


कविता गर्ग


मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर मंगलवार को शिवसेना में शामिल हो गईं। उर्मिला ने वर्ष 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। शिवसेना में शामिल होने के तुरंत बाद मातोंडकर ने अभिनेत्री कंगना रनौत की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें “अनावश्यक महत्व” दिया जा रहा है। रनौत द्वारा मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से करने पर भाजपा और सत्तारूढ़ दल शिवसेना में तकरार देखने को मिली थी।


मातोंडकर (46) ने पांच महीने तक कांग्रेस में रहने के बाद सितंबर 2019 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में मुंबई के उपनगर बांद्रा स्थित उनके निवास मातोश्री में शिवसेना की सदस्यता ग्रहण की।शिवसेना के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद का सदस्य बनाने के लिए पार्टी ने मातोंडकर का नाम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेजा है। पार्टी में शामिल होने के बाद मातोंडकर ने कहा, “पहले मेरे द्वारा दिए गए साक्षात्कार, बड़े साक्षात्कार का हिस्सा थे लेकिन कंगना के बारे में ज्यादातर सवाल पूछे गए थे। मुझे लगता है कि उसे आवश्यकता से अधिक महत्व दिया जा रहा है और मैं उसे और अधिक महत्व नहीं देना चाहती।”


मातोंडकर ने इसकी पुष्टि की, कि शिवसेना द्वारा महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए उनके नाम का सुझाव दिया गया है। उन्होंने कहा, “मुझे बताया गया है कि विधान परिषद सदस्य के लिए मेरे नाम का सुझाव राज्यपाल को दिया गया है। मैं अपने राजनीतिक जीवन में महिला मुद्दों के लिए काम करना चाहती हूं।”


कांग्रेस से इस्तीफा देने के सवाल पर अभिनेत्री ने कहा कि उन्होंने पार्टी छोड़ी है लेकिन जनसेवा नहीं छोड़ी है। मातोंडकर ने कहा, “मैं शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व और उनके काम से प्रभावित हूं इसलिए मैंने पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। मुझे पार्टी में शामिल होने के लिए ठाकरे से आमंत्रण मिला था।” उन्होंने कहा कि शिवसेना की महिला इकाई पहले से ही मजबूत है और उनके साथ काम कर के उन्हें खुशी होगी।                            


कीवी की खेती बना सकती है अमीर

नई दिल्ली। भारत में एक ऐसा फल है, जिसे लोग डेंगू में इलाज के लिए कारगार मानते हैं। नाम है कीवी, छोटा सा है, स्वाद में थोड़ा खट्टा लगता है और किलो की बजाय प्रति पीस मिलता है।फिलहाल सबसे ज्यादा खपत बड़े शहरों में है, लेकिन धीरे-धीरे छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी डिमांड बढ़ रही है। चूंकि कीवी में इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का प्राकृतिक और आश्चर्यजनक गुण है, इसलिए ये दूसरे फलों से ज्यादा खास है।


36 साल बाद जहरीला कचरा जस का तस

भोपाल गैस त्रासदी के 36 साल में भी नष्ट नहीं कर पाए जहरीला कचरा


भोपाल। भोपाल में दो व तीन दिसंबर 1984 की दरमियानी रात को हुए दुनिया के भयावह गैस कांड का 346 मीट्रिक टन जहरीला कचरा 36 साल बाद भी नष्ट नहीं किया जा सका है। इसके लिए दिल्ली से आने वाली उस रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसमें इस बात का पता चलेगा कि इंदौर के पीथमपुर में नष्ट किए 10 मीट्रिक टन कचरे का पर्यावरण और प्रकृति पर कोई दुष्‍प्रभाव तो नहीं पड़ा है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही बचे 346 मीट्रिक टन कचरे के निपटान की कार्रवाई तय होनी है। यह निपटान 2015 में हुआ था, इसकी रिपोर्ट केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय और केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय को तैयार कर भेजनी है, जो अब तक नहीं मिली है।


बता दें कि यूनियन कार्बाइड कारखाने की मालिक कंपनी डाउ केमिकल्‍स के परिसर में 346 मीट्रिक टन जहरीला कचरा मौजूद है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इंदौर पीथमपुर में 10 मीट्रिक टन कचरे का निपटान किया है। इस निपटान से पर्यावरण पर कितना असर- दुष्‍प्रभाव पड़ा, इसकी रिपोर्ट का खुलासा होना बाकी है।


मप्र के पास इस जहरीले कचरे के निपटाने के लिए न तो विशेषज्ञ है, न कोई व्यवस्था है। इस वजह से राज्य सरकार अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं ले पा रही है। यही वजह है कि मामले में सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा है। यह कचरा यूनियन कार्बाइड कारखाने के जेपी नगर स्थित कवर्ड शेड में है जो कि गैस राहत एवं पुनर्वास विभाग के अधीन है।


टीएसडीएफ संयंत्र का किया था प्रयोग


जहरीले कचरे का निपटान 13-18 अगस्त 2015 तक पीथमपुर में रामकी कंपनी में हुआ था। कंपनी के इंसीनरेटर में जहरीला कचरा जलाया गया था। ट्रीटमेंट स्टोरेज डिस्पोजल फेसीलिटीज (टीएसडीएफ) संयंत्र का उपयोग किया गया था। पूर्व में उक्त जहरीले कचरे को जर्मनी भेजने का प्रस्ताव भी आया था, लेकिन जर्मन नागरिकों ने इसका विरोध कर दिया। इसलिए मामला अटक गया। इस तरह के केमिकल को 2000 डिग्री से अधिक तापमान पर जलाया जाता है।
इंदौर में 10 मीट्रिक टन कचरे का निपटान किया था। उसकी रिपोर्ट केंद्र को उसी समय भेज दी गई थी। उसके दिशा-निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। यह उच्च स्तरीय मामला है इसलिए केंद्रीय स्तर से इस पर बहुत सावधानी से अध्ययन किया जा रहा है। केंद्रीय स्तर से ही निपटाने की प्रक्रिया भी तय होनी है। –                                


10 तक प्रविष्टियां भेज सकते हैं मीडिया संस्थान

भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय मीडिया अवार्ड के लिए प्रविष्टि भेजने की अंतिम तिथि बढ़ाई


अब 10 दिसम्बर तक अपनी प्रविष्टि भेज सकते हैं मीडिया संस्थान


हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय मीडिया अवार्ड-2020 के लिए प्रविष्टि भेजने के लिए अंतिम तिथि बढ़ा दी है। अब इसके लिए मीडिया संस्थान 10 दिसम्बर तक अपनी प्रविष्टि भेज सकते हैं। आयोग द्वारा पहले इसके लिए अंतिम तिथि 20 नवम्बर निर्धारित की गई थी।
उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता शिक्षा एवं जागरूकता के संबंध में देश के मीडिया संस्थानों द्वारा संचालित सर्वश्रेष्ठ अभियानों को पुरस्कृत करने के लिए राष्ट्रीय मीडिया अवार्ड-2020 के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं। विधानसभा आम निर्वाचन-2018 और लोकसभा आम निर्वाचन-2019 के दौरान आयोग द्वारा प्रदान किए गए राष्ट्रीय मीडिया अवार्ड की चार श्रेणियों में से दो पुरस्कार छत्तीसगढ़ की मीडिया संस्थानों ने जीते थे।                                                 


हरियाणा में लगेंगे रिचार्ज वाले विद्युत मीटर

हरियाणा में रिचार्ज वाले मीटर लगाने की पूरी तैयारी, जानिए कितनी सस्ती मिलेगी बिजली ?


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा बिजली वितरण निगमों ने बिजली को प्रीपेड रूप में देने की तैयारी पूरी कर ली है। अब स्मार्ट मीटर उपभोक्ता प्रीपेड तौर पर अपना बिजली का कनेक्शन ले सकते हैं। स्मार्ट मीटर पर प्रीपेड बिलिंग की सुविधा 26 नवम्बर, 2020 से पूरे प्रदेश में शुरू कर दी गई है। प्रीपेड सुविधा देने में हरियाणा देश के अग्रणी राज्यों में सम्मिलित हो गया है। निगमों ने करनाल, गुरुग्राम, पंचकूला, पानीपत और फरीदाबाद आदि शहरों में 10 लाख स्मार्ट मीटर लगाने के लिए 11 जुलाई, 2018 को ईईएसएल के साथ एमओयू साईन किया था। ईईएसएल ने एलएंडटी फर्म के साथ एक समझौता किया है जो हरियाणा में स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही है।
बिजली निगम के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्री-पेड कनेक्शन लेने पर कोई भी ए. सी. डी. (एडवांस ) नहीं देनी होगी और साथ ही मीटर रीडिंग लेने का झंझट भी खत्म होगा । उपभोक्ताओं को महीने के मौजूदा बिजली बिल की एसओपी पर 5 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
उपभोक्ता मोबाईल एप के माध्यम से अपने अकाउंट बैलेंस को चैक कर सकते हैं जिसके लिए प्ले स्टोर/एप्प स्टोर से “यूएचबीवीएन स्मार्ट मीटर” और “डीएचबीवीएन” मोबाइल एप्प डाउनलोड कर सकते हैं । मोबाईल एप से उपभोक्ता सीधे काल सेंटर में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं और नए कनैक्शन के लिए आवेदन भी कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा 20 किलोवाट तक के लोड वाले घरेलू, गैर घरेलू व औद्योगिक श्रेणी के मौजूदा स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए प्रीपेड बिलिंग सुविधा शुरू की है। इस सुविधा से उपभोक्ता अपनी बिजली खपत में सुधार कर बिजली बिलों में बचत कर सकेंगे। मौजूदा स्मार्ट मीटर उपभोक्ता अपने पोस्ट-पेड बिलिंग को प्रीपेड बिलिंग में बदलवाने के लिए अपने संबंधित बिजली कार्यालय या डिस्कॉम कॉल सेंटर 1912 पर संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि निगमों द्वारा अभी तक करनाल, पंचकूला, पानीपत और गुरुग्राम आदि शहरों में लगभग 2.25 लाख स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं से बिना किसी अतिरिक्त शुल्क लिए मौजूदा पुराने मीटरों को स्मार्ट मीटरों में बदल दिया है।
उन्होंने आगे बताया कि यदि उपभोक्ता अपने खाते को रिचार्ज करने में असफल रहता है तो बैलेंस खत्म होने के 48 घंटों के भीतर कनैक्शन काट दिया जाएगा। उपभोक्ता को आखिरी रिचार्ज की राशि 30, 20 और 10 प्रतिशत रह जाने पर शेष बैलेंस संबंधी एसएमएस प्राप्त होगा।                               


ट्रैक्टर ने मारी बाइक को टक्कर, 3 की मौत

बजरी से भरे ट्रैक्टर ने बाइक को मारी टक्कर, दो बच्चों सहित तीन की मौत


नूंह। ट्रैक्टर की चपेट में आने से मोटरसाइकिल पर सवार दो बच्चों सहित तीन की मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा हरियाणा के जिला नूंह के खंड के पिनगवां-लुहिंगा कला रोड पर गांव जाख के पास हुआ। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अल आफिया अस्पताल मंडीखेड़ा भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार पुनहाना खंड के गांव जमालगढ़ निवासी पप्पू पुत्र अब्दुल रहीम अपनी ससुराल नगीना खंड के गांव बदरपुर से अपनी पत्नी जेबुना, बेटी और भांजे के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने गांव आ रहा था। जब वह पिनगवां- लुहिंगा कला रोड पर गांव जाख़ के नजदीक पहुंचा तो सामने से तेज रफ्तार से आ रहे बजरी से भरे ट्रैक्टर ने मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी।
जिससे पप्पू मोटरसाइकिल से उछलकर दूर जा गिरा जबकि उसकी 42 वर्षीय पत्नी जेबुना और 8 साल का भांजा और 6 साल की बेटी की ट्रैक्टर के नीचे आने से मौके पर ही मौत हो गई।
फिलहाल पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। जैसे ही घटना हुई तुरंत जाख़ गांव के लोगों ने परिवार की मदद के लिए दौड़े लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। गांव वालों ने फोन कर पुलिस को इस हादसे की सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।                                


सहयोगी दल ने गृहमंत्री शाह को लिखा पत्र

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कृषि कानून के खिलाफ देशभर के किसान दिल्ली से लेकर पूरे देश में आंदोलन कर रहे हैं। इसे लेकर एनडीए के एक और सहयोगी दल ने भी गठबंधन छोड़ने की धमकी दी है। एनडीए के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक पत्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा है।


संविधान दिवस पर प्रतियोगिता आयोजित

हेमन्त साहू


नई दिल्ली। 26 नवंबर संविधान दिवस पर आयोजित मेघवंशी मेघवाल छात्रावास में रह रहे छात्रों ने सामाजिक क्रांति के अग्रदूत डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विषय पर निबंध रचना की ! प्रतियोगिता छात्रावास कोऑर्डिनेटर ओम प्रकाश जारोडिया, महासभा संस्था के संरक्षक भगवान सहाय जारोडिया, प्रवक्ता,गुरुशरण गोयल के निर्देशन में की गई। निबंध रचना में प्रथम सुरेंद्र जारोडय़िा,द्वितीय मनीष व सहदेव सुनील, तृतीय मंगला राम बीरबल मेघवाल रहे। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों को अखिल राजस्थान मेघवंशी मेघवाल महासभा संस्था की ओर से बहुत-बहुत बधाई प्रेषित करते हुए 6 दिसंबर भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता के प्रेरक भारतीय प्रशासनिक सेवा के सम्मानित अधिकारी महोदय  देवेंद्र कुमार  धोधावत का महासभा संस्था की ओर से आभार व्यक्त किया गया।                


'चीन' के हाथों लगी एक बड़ी सफलता

बीजिंग। इसके बाद नमूनों को कक्षा में भेजा जाएगा और वहां से इन नमूनों को रिटर्न कैप्सूल के जरिए पृथ्वी पर लाया जाएगा।योजना के अनुसार, महीने के मध्य तक अंतरिक्ष यान मंगोलिया में उतरेगा। आपको बता दे कि अगर ये अभियान सफल रहता है तो 1970 के बाद से चंद्रमा से चट्टान के ताजा नमूने एकत्र करने वाला यह पहला सफल अभियान होगा। चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन की ओर से कहा गया कि चांगए-5 अंतरिक्ष यान, निर्धारित स्थान पर रात 11 बजे (जीएमटी अपराह्न तीन बजे) के कुछ देर बाद सफलतापूर्वक उतरा था।             


दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन


नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने किसान आंदोलन पर कहा, ”तस्वीरों में कई लोग किसान नहीं दिखते हैं। जो भी किसानों के हित में है, वह उनके लिए किया गया है। वे किसान नहीं हैं, जिन्हें कृषि कानूनों से समस्या है। वे अन्य लोग हैं। इसमें विपक्ष के साथ-साथ उन लोगों का हाथ है, जिन्हें कमीशन मिलता है।”


आम आदमी पार्टी ने साधा निशाना



वीके सिंह के बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने उन पर हमला बोला है। वीके सिंह के कॉमेंट वाले ट्वीट का जवाब देते हुए आम आदमी पार्टी ने लिखा है कि क्या उन्हें बैलों के साथ आना चाहिए। ‘आप’ ने ट्वीट किया, ”क्या उन्हें किसानों की तरह दिखने के लिए हल और बैलों के साथ आना चाहिए?” मालूम हो कि आम आदमी पार्टी किसानों के आंदोलन के समय उनके साथ खड़ी रही है। वह भी केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ बोलती रही है। हाल ही में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली पुलिस की कुछ मैदानों को अस्थायी जेल में बदलने की मांग को भी खारिज कर दिया था।               


हरियाणाः लंबे आंदोलन को तैयार है किसान

राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। किसान अपने साथ ट्रैक्टर-ट्रालियों में राशन के अलावा, कपड़े-साबुन लाने के साथ एंबुलेंस और डॉक्टर का भी इंतजाम कर रखा है। पंजाब के कपूरथला जिले के किसानों का एक समूह अपने साथ एंबुलेंस, एक डॉक्टर और दवाओं का पूरा कार्टन लेकर आया है, ताकि ठंड के दौरान किसी भी किसान को कोई दिक्कत पेश आए तो तुरंत इलाज किया जा सके। दिल्ली-हरियाणा सीमा के सिंघु बॉर्डर पर लगातार छठवें दिन किसानों की नाकेबंदी कायम है। किसानों के हुजूम का हवाई नजारा देखने से ट्रैक्टर-ट्रालियों का लंबा रेला दिख रहा है। किसानों के बीच तारपोलीन से ढंके ट्रालर, राशन से लदे ट्रक, पानी, ईंधन, दवाएं और अन्य आवश्यक वस्तुओं का पूरा इंतजाम दिखता है।                      


सीएम ममता का 'बीजेपी' पर बड़ा हमला

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ हुंकार भरी है। उन्होंने कहा कि बंगाल गुजरात या यूपी नहीं है। बंगाल, बंगाल है। कुछ बाहरी गुंडे यहां आ रहे हैं। लेकिन यह जान लें आप संघीय ढांचे को ध्वस्त नहीं कर सकते। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके भाषणों को लेकर भी उन्हें आड़े हाथों लिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा, ‘हम संविधान के मुताबिक चलते हैं। राज्य सरकार कार्यान्वयन करने वाली एक अथॉरिटी है, तो क्या हमें बीजेपी के मन-मुताबिक चलना चाहिए? जब राज्य में पहले से ही एक योजना चल रही है तो हमें वैसी ही एक नई योजना क्यों चलानी चाहिए? क्योंकि बीजेपी कह रही है? उन्हें फंड कहां से मिलता है? यह पूरा राज्य सरकार के टैक्स का पैसा है । हम अपनी योजना को 100 फीसदी फंड करते हैं, लेकिन उनकी योजनाओं के लिए राज्य सरकारों को देना पड़ता है।


मोदी सरकार के मंत्री का बेतुका बयान

नई दिल्ली। एक तरफ़ जहाँ सरकार वरिष्ठ मंत्री किसान आंदोलन को ख़त्म करने के लिए किसान नेताओं से बैठक कर समिति बनाने की सिफ़ारिश कर रहे हैं तो वहीं मोदी सरकार के ही एक मंत्री ने ऐसा बयान दिया है जिससे बात सुलझने की जगह और बिगड़ सकती है। मंत्री को किसान आंदोलन की तस्वीरों से अंदाज़ा हो रहा है कि ये लोग कोई और हैं। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा है कि आंदोलन की तस्वीरों में दिख रहे कई लोग किसान नजर नहीं लग रहे है। जो कुछ भी किया गया है वो किसानों के हित में है। उन्होंने कहा कि आंदोलन में वे किसान नहीं है जिन्हें इन कानूनों से कोई दिक्कत है, यह कोई और लोग हैं। विपक्ष पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा कि विपक्ष के अलावा इनमें कमीशन पर काम करने वाले भी शामिल है।               


कौशांबी: सड़क हादसे में 8 लोगों की मौत

कौशांबी। उत्तर प्रदेश में कौशांबी जिले के शीतलाधाम कडा क्षेत्र में बुधवार तड़के हुये एक सड़क हादसे में स्कार्पियो कार में सवार छह महिलाओं समेत आठ लोगों की मृत्यु हो गयी। जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। पुलिस सूत्रों ने बताया कि देवीगंज चौराहे पर यह हादसा उस समय हुआ जब सड़क पर खड़ी एक स्कार्पियो कार को तेज रफ्तार से आ रहे बालू लदे ट्रक ने टक्कर मार दी। भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि कार पलट कर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी और उसमें सवार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।


संतलाल मौर्य



इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...