शुक्रवार, 27 नवंबर 2020

'गूगल पे' से लेन-देन पर लगेगा शुल्‍क 

गूगल पे पर पैसा भेजने पर लगेगा शुल्‍क 


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्‍ली। गूगल ने स्पष्ट किया कि भारत में उसके पेमेंट प्लेटफार्म के जरिए पैसा ट्रांसफर करने पर किसी शुल्‍क का भुगतान करने की जरूरत नहीं होगी। कंपनी ने बुधवार को कहा कि भारतीय उपयोगकर्ताओं को कोई शुल्क नहीं देना होगा। ये शुल्‍क अमेरिका में स्थित उसके उपयोगकर्ताओं के लिए है। पिछले हफ्ते गूगल ने घोषणा की थी। कि अगले साल एंड्राइड और आईओएस पर नए गूगल पे ऐप की पेशकश करेगी जिसके बाद उपयोगकर्ता बेव ब्राउजर के जरिए सेवाओं का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। एक रिपोर्ट्स में कहा गया था। कि गूगल पे इंस्टैंट मनी ट्रांसफर पर भी शुल्‍क जोड़ेगा। गूगल के प्रवक्‍ता ने कहा कि ये शुल्क खासतौर से अमेरिका के लिए है। ये शुल्‍क भारत में गूगल पे या गूगल पे फॉर बिजनेस ऐप पर लागू नहीं होता। गूगल पे के भारत में सितम्‍बर 2019 तक कुल 6.7 करोड़ उपयोगकर्ता थे। इसके जरिए वार्षिक आधार पर कुल 110 अरब अमेरिकी डॉलर का भुगतान हुआ। उल्‍लेखनीय है कि गूगल पे फॉर बिजनेस ने जून 2020 में 3 मिलियन से ज्यादा विक्रेताओं का ऐलान किया था। ये कंपनी भारत में भुगतान के तरीकों के तौर पर यूपीआई और टोकनाइज्ड डेबिट और क्रेडिट कार्ड को सपोर्ट करता है। गूगल पे का मुकाबला भारत में पेटीएम वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फोन पे और अमेजन पे के साथ है।                                   


इजराइल: स्मृति में पट्टिका का अनावरण

जेरूसलम। यहूदी केंद्र चबाड ने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों में मारे गए छह यहूदियों की स्मृति में इजरायल के दक्षिणी तटीय शहर ईलात में अपने प्रार्थना गृह में एक पट्टिका का अनावरण किया। नरसंहार के दोषियों को सजा दिए जाने की मांग की। रैव हेच और इजराइल में भारतीय दूतावास में प्रथम सचिव रोहित ने प्रार्थना गृह के अंदर एक दीवार पर पट्टिका का अनावरण किया।                              


चीन पर अधिक आक्रामक होगी अमेरिकी नीति

वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका की नई सरकार ने साफ कर दिया है कि चीन को लेकर उसकी रणनीति पहले से ज्यादा आक्रामक होगी और बीजिंग की चुनौतियों से निपटने के लिए वह भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा अपनी टीम में शामिल किए गए एंटनी ब्लिंकेन ने चीन को स्पष्ट चेतावनी दी। ब्लिंकेन ने कहा कि भारत और अमेरिका विस्तारवादी चीन के रूप में एक समान चुनौती का सामना कर रहे हैं। लिहाजा, इस मुद्दे पर नई दिल्ली को अमेरिका का एक अहम साझेदार होना चाहिए। ब्लिंकेन का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और चीन सीमा विवाद में उलझे हुए हैं। बता दें कि जो बाइडन ने ब्लिंकेन को विदेश मंत्री बनाया है और सीनेट की विदेश संबंध समिति की मंजूरी के बाद ब्लिंकेन माइक पोम्पिओ का स्थान लेंगे।                                 


मतदान किया तो व्हाइट हाउस छोड़ दूंगाः ट्रंप

ट्रंप बोले- सहयोगी एलेक्ट्रॉल्स ने बाइडेन के लिए किया मतदान तो छोड़ दूंगा व्हाइट हाउस-


वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यदि उनके सहयोगी एलेक्ट्रोलस जो बाइडेन के पक्ष में वोट कर देंगे तो वह व्हाइट हाउस छोड़ देंगे। ट्रंप से गुरुवार देर शाम को जब यह पूछा गया कि अगर उनके सहयोगी एलेक्ट्रोलस जो बाइडेन के पक्ष में मतदान करेंगे तो क्या वह व्हाइट हाउस छोड़ देंगे तो उन्होंने कहा आप जानते है। कि ऐसी स्थिति में मैं निश्चित रूप से व्हाइट हाउस छोड़ दूंगा। सत्ता हस्तांतरण के लिए जिम्मेदार संघीय एजेंसी जीएसए की प्रमुख ने कहा था। कि वह बाइडन को व्हाइट हाउस में आने के लिए जरूरी संसाधन मुहैया कराएंगी जिसके बाद ट्रंप का यह बयान आया है। ट्रंप ने हालांकि इस बात पर भी जोर दिया कि वह लड़ाई जारी रखेंगे और जीत हासिल करेंगे। अमेरिका में तीन नवम्बर को हुए चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए बाइडन और उप राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस को विजेता घोषित किया गया है।
ट्रंप के अभियान दल ने चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी एवं धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज कराए हैं। जिनमें से कई को अदालतें खारिज भी कर चुकी है। जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेटर (जीएसए) एमिली मर्फी द्वारा नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन को पत्र लिख कर ट्रंप प्रशासन के आधिकारिक तौर पर सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार होने की जानकारी देने के कुछ घंटों बाद ट्रंप ने इस संबंध में ट्वीट किया। ट्रंप ने ट्वीट किया मैं जीएसए की एमिली मर्फी का देश के प्रति उनके समर्पण और निष्ठा के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। उनको परेशान किया गया धमकाया गया और गालियां दी गई और मैं नहीं चाहता कि यह उनके उनके परिवार या जीएसए के किसी भी कर्मचारी के साथ हो। हमारी लड़ाई जारी रहेगी और मुझे विश्वास है। कि हम जीतेंगे। निवर्तमान राष्ट्रपति ने कहा हमारे देश के हित में मैं एमिली और उनके दल को प्रारंभिक प्रोटोकॉल के संबंध में जो किया जाना चाहिए उसे करने का सुझाव देता हूं और मैंने अपनी टीम से भी यही कहा है।                                         


जर्मनी में जल्द हाइड्रोजन से चलेंगे 'रेल इंजन'

जर्मनी में जल्द हाइड्रोजन से चलेंगे रेल इंजन, कार्बन उत्सर्जन घटाने की कोशिश 


बर्लिन। जर्मनी में जल्द हाइड्रोजन से चलेंगे रेल इंजन, कार्बन उत्सर्जन घटाने की कोशिश। जर्मनी में आने वाले दिनों में रेल इंजन हाइड्रोजन से चलेंगे। जर्मन रेल कंपनी डॉयचे बानऔर सीमेंस मोबिलिटी ने हाइड्रोजन से चलने वाली रेल इंजन को विकसित करने का फैसला किया है। दोनों कंपनी आने वाले दिनों में पर्यावरण की रक्षा के लिए स्थानीय रूट पर डीजल इंजन को हटाना चाहती हैं। कार्बन उत्सर्जन घटाने की कोशिश
दोनों कंपनियों ने उम्मीद जताई है। कि 2024 में इस तकनीक से चलने वाली ट्रेन और फिलिंग स्टेशन का परीक्षा शुरू हो जाएगा। यह फिलिंग स्टेशन 15 मिनट में हाइड्रोजन ट्रेन को यात्रा के लिए तैयार कर देगा। इन ट्रेनों की गति पारंपरिक डीजल इंजन से चलने वाली ट्रेन जितनी ही होगी। हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन इंजन सेल हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के बीच बैटरी की मदद से हुई प्रतिक्रिया के जरिए बिजली पैदा करते हैं। इस प्रतिक्रिया में बिजली के अलावा केवल भाप और पानी ही बाकी बचता है। ट्रनों को इसी बिजली की मदद से चला जाता है। डॉयचे बान बोर्ड की सदस्यता साबीना जेशके का कहना है। हम ट्रेनों में डीजल ट्रेन जितनी ही जल्दी ईधन भर सकेंगे। यह सच्चाई है। और इससे पता चलता है। कि पर्यावरण के इतिहास से बेहतर परिवहन संभव है।
देश में 1,300 डीजल इंजन हटाए जाएंगे
जर्मन रेल कंपनी 2050 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करना चाहती हैं। इसका मतलब है। कि मौजूदा 1,300 डीजल इंजनों को हटाना होगा। जेशके ने कहा हम जीवाश्म ईंधन का उपयोग शून्य के स्तर पर लाना चाहते हैं। उसके बाद हम एक भी पारंपारिक डीजल इंजन नहीं चलाएंगे। जर्मन रेल नेटवर्क के करीब 39 फीसदी हिस्से में पटरी के ऊपर बिजली की तारे नहीं है। करीब 39 फीसदी हिस्से में पटरी के ऊपर बिजली के तार नहीं हैं। ऐसे रूट पर रेल चलाने के लिए ट्रेनों के इंजन में ही डीजल जैसा इंजन भरना होता है। जर्मनी के ट्यूबिंगन इलाके में परीक्षण के लिए करीब 600 किलोमीटर लंबी रेल मार्ग पर एक साल तक ऊर्जा से चलने वाली रेल चलाने का फैसला किया गया है। सीमेंस की यह ट्रेन एक साल में करीब 330 टन कार्बन डाइऑक्साइड गैस का उत्सर्जन रोकेगी।


                                     


सरकारः किसानों को एंट्री की इजाजत मिलीं

नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले “दिल्ली चलो” मार्च निकाल रहे किसानों को आखिरकार दिल्ली में प्रवेश की इजाजत मिल ही गई है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने पुष्टि करते हुए बताया कि किसानों को राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में निरंकारी समागम मैदान पर प्रदर्शन करने की इजाजत दे दी गई है। उधर क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने भी कहा है कि हमें दिल्ली में दाखिल होने की अनुमति मिली हुई है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें दिल्ली के बुराड़ी में एक स्थान पर प्रदर्शन करने की अनुमति दी थी।                                        


पुलिस की लापरवाही बना जाम का कारण

एक तरफ रेलवे अधिकारियों की लापरवाही दूसरी तक यातायात पुलिस की घोर लापरवाही जाम का भना कारण


कौशाम्बी। जिले के सबसे व्यस्त कस्बा भरवारी नगर में सड़क जाम की समस्या लाइलाज बन चुकी है। जिसका खामियाजा नगर वासियों के साथ साथ बाहरी लोगों को भी झेलना पड़ रहा है। बार-बार लोगों ने जाम के झाम से निजात दिलाने की मांग प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधि से की जिस पर गौरा रोड का वनवे कर दिया गया और जाम से निजात दिलाने के लिए यातायात पुलिस और होमगार्ड की ड्यूटी भी रेलवे फाटक पर लगाई गई। लेकिन यातायात पुलिस और ड्यूटी पर लगे होमगार्ड के जवान विक्रम टेंपो अप्पे बस आदि वाहनों से अवैध वसूली तक सीमित है। जिससे भरवारी कस्बे का जाम लाइलाज बन चुका है और इस जाम के चलते जहां जनता परेशान हो रही है. वही जाम का खामियाजा बीमार वृद्धजन भी उठा रहे हैं। यदि भरवारी कस्बे के इस जाम में किसी बीमार व्यक्ति का वाहन फंस गया तो उसका अस्पताल पहुंचना संभव होगा या नहीं यह भगवान भरोसे पर हो जाता है। पूर्व जिलाधिकारी ने भरवारी कस्बे के गौरा रोड को वनवे घोषित कर दिया था लेकिन यातायात पुलिस पूर्व जिलाधिकारी के आदेश का पालन नहीं करा पा रही है जो जाम का प्रमुख कारण है। वही भरवारी रेलवे के अधिकारियों ने भी इस जाम को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। रेलवे लाइन पर लगे फाटक को रेलवे अधिकारियों ने नीचे कर दिया है। पहले इस फाटक से बाइक साइकिल वाले फाटक के नीचे से झुक कर निकल जाते थे जिससे जाम कम लगता था लेकिन फाटक को नीचे कर दिए जाने के बाद अब बाइक और साइकिल वालों को फाटक से निकलने में दिक्कत होती है।जिससे वह भी बंद फाटक पर खड़े हो जाते हैं। वही रेलवे फाटक के दोनों तरफ विक्रम टेंपो बस ट्रके खड़ी हो जाती है।जिससे जाम बढ़ जाता है। वही रेलवे फाटक के आसपास विक्रम टेंपो प्राइवेट बस वाले वाहनों को खड़ी कर सवारियां भरते हैं जिससे रेलवे फाटक खुलने के बाद भी जाम में फंसे वाहनों को निकलने के लिए रास्ता नहीं मिल पाता है और फाटक खुलने के बाद 20 मीटर का रेलवे फाटक पार करने में घण्टो का समय लग जाता है। एक तरफ रेलवे अधिकारियों की लापरवाही दूसरी तरफ यातायात पुलिस की घोर लापरवाही जाम का कारण बन चुकी है। नगर वासियों ने भरवारी कस्बे के जाम को समाप्त करने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से मांग की है। लेकिन आम जनता की आवाज पर कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे जाम की समस्या लाइलाज बनी हुई है।


राजू सक्सेना


घिनौनीं हरकत पर उतरी सरकार, इस्तीफा दे

किसान विरोधी मजदूर विरोधी सरकार घिनौनी हरकतों पर उतारा बहुजन समाज के एमपी एमएलए को इस्तीफा दो


मेरठ। किसान विरोधी मजदूर विरोधी जनता विरोधी बीजेपी सरकार घिनौनी हरकतों पर उतारू हो चुकी है और मनमर्जी से जनता के विरुद्ध फैसले ले रही है। बहुजन समाज के एम पी एम एल ए का इस्तीफा का जमीर गिर चुका है। अन्यथा सरकार चलाने लायक बीजेपी के लोग ना काबिले बर्दाश्त है। आज समस्त देश भुखमरी की कगार पर है। चारों ओर से बेरोजगार हो चुका है और लोग कंगले होने लगे हैं। बीजेपी सरकार क्या चाहती है। आखिर किसानों पर इस ठंड में ऐसे अत्याचार करना कहां का इंसाफ है। बीजेपी सरकार इतनी नीचता पर उतर आई है और अपनी मनमर्जी कर रही है। बहुजन मुक्ति पार्टी के आने पर सब बदले लिए जाएंगे। बहुजन मुक्ति पार्टी के पश्चिमांचल महासचिव एवं मेरठ मंडल अध्यक्ष आर डी गादरे ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी के केंद्र की सरकार और इसके सहयोगी दलों की सरकारें चारों ओर से जनता विरोधी साबित हो रही है। जनता के हक में कोई फैसले नहीं लिए जा रहे हैं जनता को लूटने पर लगी हुई है। जनता का सहयोग नहीं किया जा रहा है और अब बात सर से उतरने लगी है किसानों के विरुद्ध अध्यादेश लाकर कोई अच्छा कदम नहीं उठाया। आज किसान आंदोलन कर रहा है तो उस पर आंसू गैस के गोले पानी की बौछारें चारों तरफ से पुलिस फोर्स पल लाठियां बरसाई जा रही हैं। यह कहां का इंसाफ है जनता की किसानों की जमीन हड़पने पर लगी है। आज चारों ओर निजी करण कर दिया गया। सरकार क्या करेगी? सरकारी तंत्र को निजी करण में बदलाव लाकर सरकार लोकतंत्र खत्म कर रही है और आज जब किसान जाग रहे हैं तो इनसे बर्दाश्त नहीं रहा है और किसानों पर अत्याचार किए जा रहे हैं। उधर कोरोना में गरीब मजदूरों पर अत्याचार किए गए और केवल हिंदू मुस्लिम की राजनीति कर लोगों को मरवाया जाता है। आपस में भिड़ जाता है जबकि मूलनिवासी लोग इस बात को आज समझने लगे हैं। बहुजन मुक्ति पार्टी यह काम कर रही है। मुस्लिम कोई बाहर के नहीं है यह भी हमारे मूल निवासी हैं। फर्क इतना है कि वह पाखंडवाद छोड़कर समानता मसा वाद के धर्म में पहुंच गए सिख हो इसाई हो जैन हो लिंगायत हो या अन्य कोई धर्म हिंदुत्व की विचारधारा को छोड़कर अन्य धर्मों को कुबूल कर लिया वह भी तो हमारे मूल निवासी सब खूनी डी एन ए के भाई हैं। लेकिन बीजेपी आरएसएस के मंसूबे बहुत गलत चल रहे हैं और लोगों को भड़काया जा रहा है। लेकिन बहुजन मुक्ति पार्टी ऐसा कभी नहीं होने देगी और किसानों के हक में मजदूरों के हक में हमेशा से लड़ती आ रही है और आगे भी लड़ाई जारी रहेगी कभी झुकेगी नहीं 15 परसेंट विदेशियों ने इन 85 परसेंट मूल निवासियों को बहला-फुसलाकर इन से पैसे हड़प कर अपनी सरकार बना कर बैठी है, जबकि वह पैसा भी तो सब मूल निवासियों का है लेकिन मूल निवासियों को ही आपस में लड़ वाया जा रहा है। अब जागो मेरे मूलनिवासी भारतीय साथियों दोस्तों जागो।


हरियाणाः अधिकारियों का स्थानांतरण व नियुक्ति

राणा ऑबराय


चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने दो एचसीएस अधिकारियों के स्थानांतरण एवं नियुक्ति आदेश जारी किए हैं। जींद के अतिरिक्त उपायुक्त और क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए), जींद के सचिव सत्येंद्र दुहन को पलवल का अतिरिक्त उपायुक्त और क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए), पलवल का सचिव लगाया गया है।
उत्कर्ष सोसाइटी की प्रशासनिक अधिकारी, जिला परिषद, पंचकूला की मुख्य कार्यकारी अधिकारी और जिला ग्रामीण विकास एजेंसी, पंचकूला की मुख्य कार्यकारी अधिकारी निशु सिंघल को उनके वर्तमान कार्यभार के अलावा क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए), पंचकूला के सचिव का कार्यभार सौंपा गया है।                                     


ठंड में गरीबों को कंबल बांटने निकले जिलाध्यक्ष

रात की ठिठुरती ठंड में गरीबो को राहत के लिए कंबल बांटने निकले सपा जिला अध्यक्ष युवजनसभा


गरीबो के लिए बने चन्द्रजीत यादव मसीहा


कौशाम्बी। समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के जिला अध्यक्ष चन्द्रजीत यादव का एक और सराहनीय कार्य देखने को मिला है। प्रयागराज के सड़को पर ठंड से ठिठुर रहे गरीबो को देखते हुए चन्द्रजीत यादव उनके लिए बने मिशाल तत्काल मार्केट से कम्बल मंगा कर उन गरीबो को अपने हाथों से ढका ठिठुरते हाथों में आए, कंबल तो हाथ जोड़ कर मुंह से निकली दुआएं।
उत्तरप्रदेश में लाखों बेघर लोग कड़कड़ाती ठंड में सड़कों पर ही सोते है और उन बेसहारा लोगो के पास ठंड से बचने के लिए कोई गर्म कपड़े भी नही होते। उन्हें सर्दी से बचाने के प्रयास में समाजवादी पार्टी के युवजनसभा जिलाध्यक्ष चन्द्रजीत यादव जुट गए है, जो जरूरत मंद बेसहारा लोगो को संबलपुर जाने का कार्य किया यहाँ धमार्थ कार्य वो खुद वा अपने परिवार के वा मित्रो के साथ करते है। इन गरीब बेसहारा असहाय लोगो के लिए चंदजीत यादव बन गए है। फरिश्ता कंम्बल पाकर गरीबो के खिल उठे चेहरे।


गणेश साहू                     


'दिल्ली सरकार' ने ठुकराई पुलिस की मांग

किसान मार्च: केजरीवाल सरकार ने ठुकराई पुलिस की मांग,स्टेडियम नही बनेंगे अस्थाई जेल


कौशांबी। दिल्ली पुलिस को अरविंद केजरीवाल सरकार से झटका लगा है। दिल्ली सरकार ने पुलिस की 9 स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाने की मांग को नकार दिया है। दिल्ली पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन के कारण अस्थाई जेल की मांग की थी। दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि किसानों की मांग जायज है, ऐसे में उन्हें जेल में डालना ठीक नहीं है। दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन की ओर से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि किसानों की मांग जायज है और उनका प्रदर्शन अहिंसक तरीके से हो रहा है। शुक्रवार सुबह ही किसान बड़ी संख्या में दिल्ली बॉर्डर पर आ गए थे, जिसके बाद पुलिस ने तैयारी शुरू की थी।       


संतलाल मौर्य                                         


दादा के सपना के लिए उड़न खटोला मंगाया

अतुल त्यागी 


हापुड़। जनपद के धौलाना में अपने दादा के साथ देखा गया सपना पूरा करने के लिए एक किसान का बेटा विवाह कर अपनी दुल्हन को उड़न-कखटोले (हेलीकॉप्टर) से घर लेकर पहुंचा। उड़नखटोले से आई दुल्हन को देखने के लिए स्थानीय लोगो की भीड़ एकत्र हो गयी। कोरोना काल में दूल्हा अनोखे तरिके से जब दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लेकर पहुंचा तो गांव में चर्चा का विषय बना रहा। दरअसल आपको बता दे की हापुड़ के धौलाना क्षेत्र में कस्बा धौलाना के रहने वाले देवीसहाय नाम के व्यक्ति ने अपने पोते विकास के साथ एक सपना देखा था, की वो अपने पोते की बहु को हेलीकॉप्टर से बैठाकर लाये लेकिन पोते विकास की शादी होने से पहले ही दादा की किसी कारण मृत्यु हो गयी। जिसके बाद अपने मृतक दादा के साथ देखा गया सपना पूरा करने के लिए युवक विकास का रिश्ता मेरठ की ब्रह्मपुरी कलोनी की रहने वाली युवती पूजा से तय किया गया। जिसके बाद आज दूल्हा हेलीकॉप्टर से अपनी दुल्हन को लेने मेरठ पहुंच गया और फिर शादी कर दूल्हा विकास अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बैठाकर हापुड़ के धौलाना में अपने घर ले आया। कोरोना काल में हेलीकॉप्टर में बैठकर आई दुल्हन को देखने के लिए स्थानीय लोग पहुंच गए और चर्चा का विषय बना रहा।


हापुड़ः विद्युत विभाग की टीम को मिली धमकी

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार 


सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल


चोरी से जलाई जा रही बिजली पर छापेमारी करने गई विधुत विभाग की टीम पर लगाने लगे एससी एक्ट व छेड़खानी आरोप


हापुड़। महिला व महिला का पति कई चैनलों में काम करने व राजनीति में मेरठ मंडल पद महामंत्री की देने लगे विधुत विभाग की टीम को धमकी। ये दोनों दंपति जनपद अमरोहा के थाना हसनपुर में भी कई लोगों पर आरोप लगा चुके हैं। गढ़मुक्तेश्वर की जेन गली में किराए पर रहते हैं। दोनों दंपति
विधुत विभाग के कर्मचारियों पर छेड़खानी का आरोप लगाने की दे रहे थे धमकी।


'पीएम' मोदी ने बाबा साहब को किया नमन

पीएम मोदी ने बाबा साहब को किया नमन, वन नेशन वन इलेक्शन’ को बताया देश की जरूरत


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन को संबोधित किया अपने संबोधन में उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन की बात पर जोर दिया है। पीएम ने कहा कि एक देश एक चुनाव पर बहस बहुत जरूरी है। मोदी ने कहा वन नेशन वन इलेक्शन’ केवल विचार-विमर्श का मुद्दा नहीं है। बल्कि देश की भी जरूरत है। यह विकास कार्य को बाधित करता है। और आप सभी इसके बारे में जानते हैं। हमें इसके बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए।  पीएम ने कहा कि लोकसभा, विधानसभा और अन्य चुनावों के लिए केवल एक मतदाता सूची का उपयोग किया जाना चाहिए। हम इन सूचियों पर समय और पैसा क्यों बर्बाद कर रहे हैं। 
सरदार पटेल की प्रतिबद्धता को प्रणाम करने का दिन – पीएम
इससे पहले पीएम ने कहा कि मैं हर भारतीय नागरिक को संविधान दिवस की शुभकामना देता हूं। मैं संविधान बनाने में शामिल सभी सम्मानित व्यक्तियों को धन्यवाद देना चाहता हूं।
पीएम ने कहा कि आज डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद और बाबा साहेब अंबेडकर से लेकर संविधान सभा के सभी व्यक्तित्वों को भी नमन करने का दिन है। जिनके अथक प्रयासों से देश को संविधान मिला है। आज का दिन पूज्य बापू की प्रेरणा को, सरदार पटेल की प्रतिबद्धता को प्रणाम करने का दिन है।
26/11 पर पीएम मोदी ने क्या कहा
उन्होंने कहा कि आज की तारीख, देश पर सबसे बड़े आतंकी हमले के साथ जुड़ी हुई है। पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई पर धावा बोल दिया था। इस हमले में अनेक लोगों की मृत्यु हुई थी। कई देशों के लोग मारे गए थे। मैं मुंबई हमले में मारे गए सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मुंबई हमले जैसी साजिशों को नाकाम कर रहे आतंक को एक छोटे से क्षेत्र में समेट देने वाले भारत की रक्षा में प्रतिपल जुटे हमारे सुरक्षाबलों का भी वंदन करता हूं। कहा कि पीठासीन अधिकारी के रूप में हमारे लोकतंत्र में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका है। 
आप सभी लोगों और राष्ट्र के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। आप कार्यकारी, न्यायपालिका और विधायिका के बीच समन्वय को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।                                             


दिलचस्प मैच में भिड़ेंगे 'भारत-ऑस्ट्रेलिया'

शुक्रवार को भिड़ेंगे भारत-ऑस्ट्रेलिया दिलचस्प होगा मैच, भारत के ये 11 खिलाड़ी दिखेंगे मैदान में, जानें कब शुरू होगा मैच


नई दिल्ली/ सिडनी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला आज सिडनी में खेला जाएगा। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने पिछले दौरे पर कंगारू टीम को वनडे सीरीज में 2-1 से शिकस्त दी थी। हालांकि उस समय बैन के चलते स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा नहीं थे। इन दोनों बल्लेबाजों की वापसी से मेजबान टीम काफी मजबूत दिख रही है। भारतीय समय के हिसाब से मैच सुबह 9.30 बजे शुरू होगा टॉस ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया है। और बैटिंग के फैसला किया है। दूसरी ओर टीम इंडिया को अपने ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा की कमी खलेगी। चोटिल रोहित शर्मा की गैर मौजूदगी से बल्लेबाजी क्रम पर असर जरूर पड़ेगा। इस सीरीज से ही स्टेडियमों में दर्शकों की वापसी होगा चूंकि क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने उपलब्ध सीटों के 50 प्रतिशत तक दर्शकों को प्रवेश की अनुमति दी है। बोर्ड के अनुसार टिकट बेचे जा चुके हैं।
8 महीने के बाद अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी टीम इंडिया
विराट कोहली की टीम ने आखिरी बार अंतरराष्ट्रीय मैच मार्च की शुरूआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। कोरोना महामारी के कारण लंबे समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रही टीम का सामना अब आस्ट्रेलिया जैसे धुरंधर से है। जिसे उसकी धरती पर हराना कतई आसान नहीं होगा। भारतीय टीम 1992 विश्व कप की नेवी ब्लू जर्सी में नजर आयेगी।
भारतीय बल्लेबाजों का सामना सर्वश्रेष्ठ तेज आक्रमण से होने जा रहा है। जबकि ऑस्ट्रेलिया के पास एडम जाम्पा के रूप में कुशल स्पिनर भी है। जिसने कई बार कोहली को परेशान किया है। लय में लौटे स्टीव स्मिथ रन मशीन डेविड वार्नर और उभरते सितारे मार्नस लाबुशेन की मौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर हराने के लिये भारतीयों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन
शिखर धवन, मयंक अग्रवाल, विराट कोहली (कप्तान), श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, यजुवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और नवदीप सैनी।
ऑस्ट्रेलिया की संभावित प्लेइंग इलेवल
आरोन फिंच (कप्तान), डेविड वार्नर, स्टीव स्मिथ, मार्कस लाबुशेन, मार्कस स्टोइनिस, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), ग्लेन मैक्सवैल, एडम जंपा, मिशेल स्टॉर्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड।                                       


राजस्थान के भीलवाड़ा में बिछीं ओलों की चादर

राजस्थान के भीलवाड़ा में बिछ गई ओले की चादर


जयपुर। पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने के साथ ही अब प्रदेश में फिर कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू होने वाला है। गुरुवार रात राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित एक दर्जन से अधिक शहराें में जमकर बारिश हुई। बारिश के बाद चली जबरदस्त शीतलहर से एकाएक ठिठुरन बढ़ा गई। कई शहराें में दिन का तापमान 2 से 3 डिग्री तक लुढ़क गया। बूंदी सवाई माधाेपुर और चित्ताैडगढ़ में 17 मिमी तक बारिश हुई।
मौसम विभाग ने अगले तीन चार दिन शीतलहर चलने और कोहरा पड़ने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को जयपुर, कोटा, भरतपुर और बीकानेर संभाग में हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा छाने के आसार हैं।
शहर में गुरुवार को वापस ठंड तेज हो गई। अधिकतम पारा 22 तथा न्यूनतम पारा 14.4 डिग्री रहा। बुधवार के मुकाबले गुरुवार को अधिकतम पारे में 4.7 डिग्री की गिरावट रही। मौसम विभाग डायरेक्टर आरएस शर्मा के अनुसार अजमेर सहित प्रदेश में 27 और 28 नवंबर को कहीं-कहीं पर हल्का कोहरा छाने की संभावना है।
बूंदी, स.माधाेपुर और चित्ताैडगढ़ में 17 मिमी तक बारिश हुई। वहीं जोधपुर में सुबह 11 बजे तक कोहरा छाया रहा। न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री रहा। मौसम विभाग ने 3-4 दिन शीतलहर की संभावना जताई है। इससे दिन और रात का तापमान 2 से 4 डिग्री गिर सकता है।
उल्लेखनीय है। कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण गत मंगलवार और बुधवार को प्रदेश में मौसम बदला हुआ रहा था। इन दो दिनों के दौरान राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में हल्की से लेकर तेज बारिश का दौर चला था।                                                   


महाराष्ट्र में सेक्स वर्कस को दिए जाएंगे ₹5,000

उद्धव सरकार का बड़ा ऐलान, महाराष्‍ट्र में सेक्‍स वर्कस को दिए जाएंगे 5,000 रुपये


मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। महाराष्‍ट्र सरकार ने कोरोना काल में सेक्‍स वर्कस के लिए बड़ा ऐलान किया है। महाराष्‍ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने गुरुवार को ऐलान किया कि महाराष्‍ट्र में सेक्‍स वर्कस को अक्टूबर से दिसंबर तक प्रति माह 5,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
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पाक ने ठंडे बस्ते में डाले भारत के डोजियर

पाकिस्तान ने ठंडे बस्ते में डाले भारत के डोजियर, तमाम सुबूतों के बावजूद साजिशकर्ताओं पर नहीं कसा शिकंजा


नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। मुंबई हमले के 12 वर्ष बीत जाने के बावजूद इसके दोषियों को सजा दिलाने के लिए पाकिस्तान में शुरू की गई कानूनी प्रक्रिया एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई है। पाकिस्तानी हुक्मरानों ने हमले के तुरंत बाद भारत के आरोपों के मुताबिक जांच करने की जो कानूनी प्रक्रिया शुरू की थी। वह पिछले दो वर्षों से पूरी तरह से ठप है। भारत व अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से वादा करने के बावजूद पाकिस्तान की तरफ से हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पाकिस्तान ने ठंडे बस्ते में डाले डोजियर
इस संदर्भ में भारत की तरफ से सौंपे गए डोजियर को भी पाकिस्तान ठंडे बस्ते में डाल चुका है। जांच के लिए पाकिस्तान सरकार की तरफ से गठित आयोग की रिपोर्ट भी इस्लामाबाद स्थित आतंकरोधी अदालत में धूल फांक रही है। मुंबई हमले के दोषियों को पकड़ने व उन्हें सजा दिलाने पर भारत व पाकिस्तान के बीच पिछले पांच वर्षो में कोई बातचीत भी नहीं हुई है। दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैंकाक में वर्ष 2015 में हुई मुलाकात में अंतिम बार मुंबई हमले पर बातचीत हुई थी।
कानूनी प्रक्रिया हुई सुस्‍त
इसके कुछ ही महीने बाद भारत के पठानकोट सैन्य ठिकाने पर आतंकियों ने हमला किया था और उसके बाद रिश्ते बद से बदतर होते गए। भारत के साथ रिश्तों को बिगड़ते देख पाकिस्तान की अदालत में मुंबई हमले की साजिश रचने वालों के खिलाफ जो कानूनी प्रक्रिया चल रही थी। उसे भी सुस्त कर दिया गया। जनवरी 2019 में पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि उसे 19 गवाहों को खोजकर अदालत में पेश करने के लिए और वक्त चाहिए। उसके बाद से कोर्ट की कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं है।
हाफिज सईद के गुनाह की अनदेखी
पहले पाकिस्तानी एजेंसियों ने बताया था। कि उन्होंने मुंबई हमले की साजिश रचने में शामिल सात दोषियों जकीउर रहमान लखवी, अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, हमद अमीन शाहिद, शाहिद जमील रियाज, जमील अहमद और यूनिस अंजुम समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। वर्ष 2015 में लखवी को जमानत भी दे दी गई। एक दूसरे साजिशकर्ता हाफिज सईद को हाल ही में अन्य आतंकी वारदात से जुड़े मामले में 10 साल की सजा दी गई है। लेकिन मुंबई हमले में उसकी भूमिका को पाकिस्तान लगातार नजरअंदाज करता रहा है।
ठोस सबूतों को भी नकारा
पाकिस्तान की सीनाजोरी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है। कि मुंबई हमले में जिन पाकिस्तानी आतंकियों को भारतीय सैन्य जवानों ने मार गिराया था। उनके डीएनए से जुड़े डोजियर को लेकर भी बात आगे नहीं बढ़ी है। भारतीय गृह मंत्रालय की तरफ से 2009 में जो डोजियर सौंपा गया था। उसमें मारे गए सभी आतंकियों के डीएनए के नमूने थे। साथ ही जिंदा पकड़ा गया आतंकी अजमल कसाब का न्यायालय के समक्ष इकबालिया बयान व उसकी आवाज का नमूना भी शामिल था।
अब प्रक्रिया ठप
इसमें अमेरिकी जांच एजेंसी की तरफ से भारतीय जांच एजेंसियों को सौंपी गई कई अन्य महत्वपूर्ण जांच रिपोर्ट भी थी। तब पाकिस्तान ने इन रिपोर्टों को पुख्ता कहते हुए इन पर शीघ्रता से कार्रवाई करने की बात कही थी। लेकिन, बाद में उसकी एजेंसियों ने अपनी अदालत में इन सुबूतों को अधूरा करार दिया। भारत से नए सुबूत भी मांगे जाते रहे। हालांकि अब यह सारी प्रक्रिया ठप है।
फिर बनाया जाए अंतरराष्ट्रीय दबाव
मुंबई हमले के पाकिस्तान में छिपे साजिशकर्ताओं को सजा मिलने की अब एक ही सूरत है। कि वहां अंतरराष्ट्रीय दबाव में फिर से कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाए। मुंबई हमले की 12वीं बरसी पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है। कि वह भारत के साथ मिलकर मारे गए 166 निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने के लिए आगे भी प्रयासरत रहेगा। फ्रांस, इजरायल समेत कई देशों ने गुरुवार को फिर कहा है। कि 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हमला करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।                       


वार्मिंग से निपटने के लिए 'क्लाइमेट इमरजेंसी'

ग्‍लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए न्‍यूजीलैंड में होने वाला है क्‍लाइमेट इमरजेंसी


वेलिंग्टन। ग्लोबल वॉर्मिंग से निपटने के लिए न्‍यूजीलैंड के पीएम जैकिंडा अर्डर्न ने बड़ा फैसला लिया है। अर्डर्न सरकार ने क्‍लाइमेट इमरजेंसी करने का ऐलान किया है। सरकार अगले बुधवार को वहां के संसद में आपातकाल घोषित करने के लिए प्रस्‍ताव पारित करने वाली है। न्यूजीलैंड राज्य प्रसारक टीवीएनजेड के अनुसार पीएम अर्डर्न का कहा है। कि हमने हमेशा जलवायु परिवर्तन को एक बड़ा खतरा माना है। और यह कुछ ऐसा है। जिस पर हमें तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि दुर्भाग्य से हम पिछले कार्यकाल में संसद में जलवायु आपातकाल के आसपास एक गति को प्रगति करने में असमर्थ थे। लेकिन अब हम कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि जीत हासिल करने के बाद हमारी पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वायरस से निपटना था। हम उससे पार आए और इसके लिए हमें पुरस्‍कृत भी किया गया। कहां-कहां लागू हो चुका है। क्‍लाइमेट इमरजेंसी दिसंबर 2016 को ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में डेयरबिन शहर में आपातकाल लागू किया गया। एक मई 2019 को ब्रिटेन की संसद ने जलवायु आपातकाल घोषित किया। इस देश के एक दर्जन से अधिक शहर और कस्बे ऐसा पहले ही कर चुके हैं। जून 2019 में पोप फ्रांसिस ने वेटिकन सिटी में इमरजेंसी आपातकाल घोषित किया। आयरलैंड, पुर्तगाल, कनाडा, फ्रांस, अर्जेंटीना, स्पेन, आस्ट्रिया सहित कई देशों ने ऐसा उपबंध लागू कर दिया है। अक्टूबर, 2019 तक दुनिया के 1143 ऐसे प्रशासन प्रणाली या स्थानीय सरकारें हैं। जिन्होंने जलवायु आपातकाल को कालू कर दिया है। न्‍यूजीलैंड के तट पर मर गईं सैकड़ों व्‍हेल-डॉलफिन... न्यूजीलैंड में 25 नवंबर को दोपहर में 100 व्हेल और डॉलफिंस मृत मिलीं। ये समुद्री जीव न्यूजीलैंड के पूर्वी तटे 800 किलोमीटर दूर चाथम द्वीप के तट पर दिखाई पड़ी। ऐसा लगता है। कि इनमें से ज्यादातर मछलियां रविवार को तट पर आकर फंस गईं थीं। चाथम द्वीप से जानकारी मिलने में देरी हुई और उन्हें बचाने की कवायद शुरू करने से पहले इनकी मौत हो गई। न्यूजीलैंड के कंजरवेशन विभाग ने बताया कि कुल 97 पायलट व्हेल और बॉटलनोज डॉलफिंस मृत पाई गई हैं। कंजरवेशन विभाग की रेंजर जेमा वेल्श ने बताया कि चाथम द्वीप की दूर है। साथ ही यहां पर बिजली का आना-जाना लगा रहता है। इसिलए सही समय पर सूचना नहीं मिली। रेंजर्स और बचावकर्मी कई घंटे बाद मौके पर वैतांगी वेस्ट बीच पहुंचे जहां मछलियां मरी पड़ी थीं।                                     


टीसीएस के फाउंडर एफसी कोहली का निधन

टीसीएस के फाउंडर पद्मभूषण एफसी कोहली का निधन, कहे जाते थे आईटी इंडस्‍ट्री के पितामह


नई दिल्‍ली। देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेन्सी सर्विसेज ( टीसीएस) के फाउंडर एफसी कोहली का 96 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्हें इंडियन आईटी इंडस्ट्री का जनक भी कहा जाता है। उन्‍हें उनके कार्यों के लिए पद्मभूषण से सम्‍मानित किया गया था। एफसी कोहली का पूरा नाम फकीर चंद्र कोहली था। उन्‍होंने ही 1991 में आईबीएम को टाटा-आईबीएम के हिस्से के रूप में भारत लाने के निर्णय में सक्रिय रूप से शामिल थे। यह भारत में हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग के लिए ज्वाइंट वेंचर का हिस्सा था। सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री के जनक कहे जाने वाले एफसी कोहली ने भारत की प्रौद्योगिकी क्रांति का नेतृत्व किया और टीसीएस के पहले सीईओ के रूप में देश को 100 बिलियन डॉलर की आईटी इंडस्ट्री के निर्माण में मदद की।
एफसी कोहली ने बीए और बीएससी की शिक्षा सरकारी कॉलेज लाहौर (पंजाब विश्वविद्यालय के अंतर्गत) से ली। इसके बाद उन्होंने कनाडा के क्वीन्स विश्वविद्यालय से 1948 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग बीएससी ऑनर्स की डिग्री ली। इसके बाद कोहली ने 1950 में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमएस भी किया।
विदेश में पढ़ाई खत्म करने के बाद कोहली 1951 में स्वदेश लौटे। 1951 में कोहली टाटा इलेक्ट्रिक कंपनियों में शामिल हो गए और सिस्टम ऑपरेशन को मैनेज करने के लिए लोड डिस्पैचिंग सिस्टम स्थापित करने में मदद की। साल 1969 में कोहली टीसीएस के जेनरल मैनेजर बने। इसके बाद, वह साल 1970 में कंपनी के निदेशक बने और बाद में उन्हें टीसीएस के पहले सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया।
पाकिस्‍तान ने दुनिया को दिया धोखा जेल में नहीं ठाठ से अपने घर में है। हाफिज सईद, वहीं से चला रहा आतंक की फैक्‍ट्री।                                             


अर्णब को स्पष्ट बेल देने का निणर्य करेगा एससी

अर्नब गोस्वामी को अंतरिम बेल देने के कारणों को आज स्पष्ट करेगा सुप्रीम कोर्ट


नई दिल्ली। टेलीविजन पत्रकार अर्नब गोस्वामी को आत्महत्या के लिए उकसावे के वर्ष 2018 के एक मामले में अग्रिम जमानत देने एक पखवाड़े के बाद इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को विस्तार से कारण स्पष्ट करेगा। विगत 11 नवंबर को सर्वोच्च अदालत गोस्वामी को अंतरिम जमानत देते हुए कहा था। कि अगर उनकी निजी स्वतंत्रता को बाधित किया गया तो यह अन्याय होगा। जस्टिस डीवाइ चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ शुक्रवार को अपने दिए फैसले पर सफाई देगी। ऐसा होना अपने आप में दुलर्भ है। जस्टिस चंद्रचूड़ ने 11 नवंबर को अर्नब गोस्वामी को जमानत मंजूर करते हुए इस बात पर चिंता जताई थी। कि राज्य सरकार कुछ लोगों को सिर्फ इस आधार पर कैसे निशाना बना सकती है। कि वह उसके आदर्शो या राय से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में वकीलों की राय बाद में लेंगे कि नागरिकों की आजादी की सुरक्षा किस तरह से हो। यह फैसला सुनाते हुए तब सर्वोच्च अदालत ने इस मामले में दो अन्य नीतीश सारदा और फिरोज मुहम्मद शेख को भी पचास-पचास हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी थी। जमानत देते हुए जस्टिस ने कहा कि अगर राज्य सरकारें लोगों को निशाना बनाती हैं। तो उन्हें इस बात का अहसास होना चाहिए कि नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक सर्वोच्च अदालत है। खंडपीठ ने अपने आदेश में कहा कि हम यह मानते हैं। कि हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता की अंतरिम जमानत की अर्जी खारिज करके गलत किया। इसलिए हम आदेश देते हैं। कि अर्नब मनोरंजन गोस्वामी फिरोज मुहम्मद शेख और नीतीश सारदा को अंतरिम जमानत पर तत्काल छोड़ दिया जाए। कोर्ट ने आरोपितों को भी निर्देशित किया कि वह केस की जांच में सहयोग करें।                                        


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...