शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2020

पराली जलाने पर रोक के लिए विशेष टीम

पराली जलाने से रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने बनाई विशेष कमेटी, यूपी, हरियाणा और पंजाब में रखेगी निगरानी


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कारण बनी पराली को जलाने पर रोक संबंधी कदमों की निगरानी के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मदन बी. लोकुर का एक सदस्यीय कमेटी गठित की है। लोकुर कमेटी पराली जलाए जाने की घटनाओं संबंधी अपनी रिपोर्ट दशहरा की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाओं पर नजर रखने में लोकुर कमेटी की मदद के लिए राष्ट्रीय कैडेट कोर ( एनसीसी ), भारत स्काउट्स और गाइड्स और राष्ट्रीय सेवा योजना ( एनसीसी) को भी उन क्षेत्रों तैनात किया जाए। ये मोबाइल टीमें खेतों में आग लगने की सूचना देंगी जिसके आधार पर अधिकारी कार्रवाई करेंगे। सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश दो युवा पर्यावरणविदों द्वारा दायर एक जनहित याचिका (पीआईएल) पर आया है। जिसमें मांग की गई थी। कि पराली जलाने से रोकने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि अदालत की निगरानी के बावजूद राज्य इस खतरे को रोकने के लिए पर्याप्त कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। याचिकाकर्ताओं की ओर से पैरवी करने वाले वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने कहा कि इस साल खेत की आग (पराली जलाने की घटनाएं) पांच गुना बढ़ गई हैं। और इसे रोकने के लिए तत्काल आदेश की आवश्यकता होगी, क्योंकि अदालत के दोबारा खुलने तक यह समस्या असहनीय स्थिति पैदा कर सकती है। वकील ने इसके लिए जस्टिस लोकुर को नियुक्त करने का सुझाव दिया। दैनिक हिंदुस्तान के अनुसार अदालत ने पंजाब और हरियाणा राज्यों को भी सुना और अपने आदेश में कहा कि भले ही पर्याप्त कदम उठाए गए हैं। लेकिन दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच निवारक कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। जस्टिस ए. एस. बोपन्ना और जस्टिस वी. रामासुब्रमण्यन की बेंच ने कहा कि हम इस बात को लेकर चिंतित हैं। कि दिल्ली और एनसीआर के नागरिकों को अच्छी और स्वच्छ हवा में सांस लेनी चाहिए। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों को उन खेतों की निगरानी में लोकुर कमेटी की मदद करने का निर्देश दिया जिनमें पराली जलाई जाती है। कोर्ट ने कमेटी को सभी सहायता प्रदान करने और बुनियादी ढांचे, परिवहन और मोबाइल टीमों की सुरक्षा की व्यवस्था करने के लिए कहा है।             


महिला सुरक्षा को लेकर योगी ने दिखाए तेवर

महिला सुरक्षा को लेकर योगी आदित्यनाथ ने दिखाए कड़े तेवर, हर जिले में होगी नोडल ऑफिसर की तैनाती।


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने उप चुनाव वाले सात जिलों को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी जिलों में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए शुरू किए जाने वाले 10 दिनों का विशेष अभियान ‘मिशन शक्ति’ शुरू करने का निर्देश दिया है। आगामी 17 अक्टूबर को प्रभारी मंत्री जिलों में इस अभियान की शुरुआत करेंगे। इस दिन सभी विभागों का संयुक्त कार्यक्रम होगा। अभियान के लिए सभी जिलों में महिला अफसरों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने गुरुवार को अभियान के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया। इसमें कहा गया है कि प्रथम चरण में यह विशेष अभियान शारदीय नवरात्र में 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। विशेष अभियान 25 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगा लेकिन मिशन शक्ति लगातार जारी रहेगा। अंतिम रूप से इसका समापन अप्रैल 2020 में होगा। इस तरह यह अभियान कुल 180 दिनों तक चलाया जाएगा। अभियान के दौरान 75 जिलों के 821 ब्लॉकों, 59 हजार पंचायतों, 630 शहरी निकायों और 1535 थानों के माध्यम से महिलाओं व बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने का प्रशिक्षण तथा सुरक्षा व सम्मान के प्रति जागरूकता प्रदान किए जाने की योजना है।
हर जिले से चुनी जाएंगी 100 रोड मॉडल
अभियान के दौरान हर जिले से 100 रोल मॉडल का चुनाव किया जाएगा। यह चुनाव महिला सशक्तीकरण, भ्रूण हत्या रोकने, उद्यमिता, शिक्षा व महिला अपराध रोकने आदि क्षेत्र में मिली सफलता के आधार पर किया जाएगा। विशेष अभियान के सफल संचालन के लिए इसमें शामिल विभिन्न विभागों के बीच अंतरविभागीय समन्वय पर जोर दिया गया है। इसके लिए सभी विभागों को अपनी तरफ से नोडल अधिकारी नामित करने को कहा गया है।
तीन दिन जिलों में रहेंगी नोडल अफसर
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार शासन ने विशेष अभियान के पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण के लिए महिला नोडल अधिकारी नामित किए हैं। इन नोडल अधिकारियों को 16 अक्टूबर तक अपने प्रभार के जिले में उपस्थित होकर अपने तीन दिनों तक जिले में होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेने और जिला स्तर पर अंतर विभागीय समीक्षा की बैठक में हिस्सा लेकर विशेष अभियान को सफल बनाने का प्रयास करना होगा। नोडल अधिकारियों को विद्यालय, महिला थाना, कुछ ग्राम पंचायतों तथा औैद्योगिक व व्यावसायिक संस्थाओं आदि का निरीक्षण भी करने को कहा गया है।             


गाजियाबादः नकली देसी घी बनाने की फैक्ट्री

गाज़ियाबाद में नकली देसी घी बनाने वाली फैक्टरी पर पड़ा छापा नामी कंपनियों के नाम से करते थे सप्लाई


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। शास्त्री नगर और नई बस्ती इलाके में फूड सेफ्टी विभाग ने रेड की है। दो अलग-अलग फैक्ट्रियों पर रेड की गई है। जहां पर नकली घी बनाया जा रहा था। भारी संख्या में यहां से मिलावटी घी बरामद किया गया है। हैरत की बात ये है। कि नामी कंपनियों के पैकेट और डिब्बे भी दोनों जगह से बरामद हुए हैं। इन्हीं नकली डिब्बों में त्योहारी सीजन में मिलावटी घी को बाजार में उतारने की तैयारी थी। मामले में 2 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। मिलावटी घी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक मिलावटी घी बनाने के लिए, वनस्पति और एसेंस समेत, कई अन्य पदार्थ का इस्तेमाल किया जा रहा था। ये सभी सेहत के लिए काफी हानिकारक होते हैं।
बताया जा रहा है। घी की एक कंपनी ने फूड सेफ्टी विभाग को सूचना दी थी। कि उनके ब्रांड का इस्तेमाल करके, नकली घी का कारोबार करने वाले कुछ लोग सक्रिय हैं। इसी जानकारी के आधार पर फूड सेफ्टी विभाग ने जानकारी को डेवलप किया और छापेमारी की गई। मौके से पकड़े गए एक आरोपी ने बताया कि पिछले 6 महीने से नकली घी बनाया जा रहा था। नवरात्रि से पहले इसकी बड़ी सप्लाई भी की गई थी।
त्योहारी सीजन में हो सकता है सेहत से खिलवाड़
फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारी बता रहे हैं। कि त्योहारी सीजन में, इस तरह के गोरखधंधे सक्रिय हो गए हैं। जो नकली खाद्य पदार्थों का कारोबार कर रहे हैं। लेकिन उन सभी पर शिकंजा कसने का भी पूरा एक्शन प्लान तैयार है। फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारी का कहना है। कि विश्वसनीय दुकानों से ही त्योहारी सीजन में घी और अन्य खाद्य पदार्थ खरीदें।               


मौसम बदलते ही प्रदूषण का कहर जारी

मौसम बदलते ही प्रदूषण का कहर शुरू खराब श्रेणी में पहुंची गाज़ियाबाद की आबोहवा


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मौसम में ठंडक आते ही गाज़ियाबाद जिले में भी प्रदूषण ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। गाज़ियाबाद की वायु गुणवत्ता आज सुबह 9 बजे खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की माने तो गाज़ियाबाद में सुबह 9 बजे बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स (एकयूआई) 284 रहा जो ख़राब श्रेणी आता है।
गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है। लोनी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 305 दर्ज किया गया है। जो कि ‘अत्यंत खराब’ श्रेणी में है।
एक नज़र ग़ाज़ियाबाद के प्रदूषण स्तर पर।
इंदिरापुरम, गाजियाबाद: 294
वसुंधरा, गाजियाबाद: 272
संजय नगर, गाजियाबाद: 267
लोनी, गाजियाबाद: 305
विशेषज्ञों की माने तो दिल्ली एनसीआर में आने वाले समय में एयर क्वालिटी इंडेक्स में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। बीते कई सालों से देखने को मिला है। कि अक्टूबर का महीना शुरू होते ही दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण पहरा जमाना शुरू कर देता है। आपको बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है। तो इसे ‘अच्छी’ श्रेणी में माना जाता है। 51-100 को ‘संतोषजनक 101-200 को ‘मध्यम 201-300 को ‘खराब 301-400 को अत्यंत खराब 400-500 को ‘गंभीर’ और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को ‘बेहद गंभीर माना जाता है।                         


बिना ओटीपी के नहीं मिलेगा गैस सिलेंडर

बिना ओटीपी के नहीं मिलेगा घरेलू गैस सिलेंडर, 1 नवंबर से लागू हो रहा है ये नया सिस्टम


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। अब आपके घरेलू गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी की प्रक्रिया पहले जैसी नहीं होगी। एक नवंबर से डिलीवरी सिस्टम में बदलाव होने वाला है। आने वाले दिनों में आपको बिना ओटीपी के एलपीजी सिलेंडर नहीं मिलेगा।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक चोरी रोकने और सही ग्राहक की पहचान के लिए तेल कंपनियां नया एलपीजी सिलेंडर का नया डिलीवरी सिस्टम लागू करने वाली हैं। इस नए सिस्टम को DAC का नाम दिया जा रहा है। यानी  डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड । पहले यह सिस्टेम 100 स्मार्ट सिटीज लागू होगा फिर इसके बाद अन्य शहरों में। इसका पायलट प्रोजेक्ट जयपुर में पहले से चल रहा है।
कोड दिखा कर ही होगी डिलिवरी
नए सिस्टम में केवल बुकिंग करा लेने भर से सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होगी। आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक कोड भेजा जाएगा उस कोड को जब तक आप डिलीवरी ब्वाय को कोड नहीं दिखायेंगे तब तक सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होगी। अगर किसी कस्टमर का मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है। तो डिलीवरी ब्वाय के पास के ऐप होगा जिसके जरिए वह रियल टाइम अपना नंबर अपडेट करवा लेगा और उसके बाद कोड जनरेट हो जाएगा।
आज ही कराएं गैस कनैक्शन अपने नाम
नए सिस्टम से उन कस्टमर्स की मुश्किलें बढ़ जाएंगी, जिनका पता और मोबाइल नंबर गलत हैं। तो इस वजह से उन लोगों की सिलेंडर की डिलीवरी रोकी जा सकती है। तेल कंपनियां इस सिस्टम को पहले 100 स्मार्ट सिटी में लागू करने वाली हैं। बाद में धीरे-धीरे दूसरी सिटी में भी लागू कर सकती हैं। बता दें कि ये सिस्टम कमर्शियल सिलेंडर पर लागू नहीं होगा।             


25 करोड़ कर सकेंगे नामांकन, मिलेगा रोजगार

25 करोड प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देगी मोदी सरकार पोर्टल बनाने की तैयारियां शुरू


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मोदी सरकार ने असंगठित क्षेत्र के प्रवासियों और अन्य श्रमिकों के लिए एक पोर्टल खोलने का प्रस्ताव रखा है। जिसमें आने वाले कुछ सालों में कम से कम 25 करोड़ मजदूरों का नामांकन हो सकेगा और ये पोर्टल उनके सामाजिक कल्याण के लिए काम करेगा। हाल ही में पद संभालने वाले केंद्रीय श्रम सचिव अपूर्व चंद्र ने कहा, ये ऐसा पहला पोर्टल होगा, ये चल रहे कई कार्यक्रमों से भी जुड़ा रहेगा जैसे आयुष्मान भारत या सब्सिडी वाली राशन योजना गरीब कल्याण अन्ना योजना, और श्रमिकों को मोबाइल फोन के माध्यम से सीधे पंजीकृत किया जाएगा।
आंकड़े एकत्र कर रही है सरकार
सरकार ने भारतीय कार्य बल के प्रवास पर पहला आधिकारिक सर्वेक्षण शुरू करने की योजना बनाई है । जिसमें मौसमी और लंबे समय तक प्रवासीय रहने वाले दोनों शामिल हैं। चंद्रा ने कहा कि पोर्टल और सर्वेक्षण से सरकार को माइग्रेशन पैटर्न को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिल सकती है। और अलग-अलग तरह मजदूरों को डेटा जुटाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, कार्यकर्ता आधार कार्ड से अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। या फिर दूसरे तीरकों से भी इसे पूरा किया जा सकता है।
श्रम मंत्रालय घरेलू श्रमिकों और पेशेवरों पर दो और सर्वेक्षणों की योजना बना रहा है। लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा, अपने घर लौटने के लिए पैदल जाते हुए मजदूरों को देखकर केंद्र सरकार की आलोचना हुई। श्रम मंत्रालय संसद में ये बताने और डेटा पेश करने में भी असफल रहा कि कितने श्रमिकों ने अपनी नौकरी खो दी और घर लौटते समय कितने की मृत्यु हो गई। मंत्रालय ने कहा कि 1.4 करोड़ प्रवासी कर्मचारी लॉकडाउन के दौरान घर लौट आए, लेकिन विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि ये डेटा सिर्फ श्रमिक विशेष ट्रेनों से यात्रा करने वाले मजदूरों का था। और बस, ट्रक और अन्य साधनों से लौटने की कोशिश करने वाले श्रमिकों को इसमें शामिल नहीं किया गया। समाचार रिपोर्टों के अनुसार, ओवरलोड ट्रकों में वापस चलने या यात्रा करने की कोशिश के दौरान कई श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों की मृत्यु हो गई। विभिन्न अनुमानों से पता चलता है। कि भारत में 40 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिक हैं। और श्रम पर संसद की स्थायी समिति ने हाल ही में सामाजिक सुरक्षा के लिए प्रवासी श्रमिकों की परिभाषा का विस्तार करने का सुझाव दिया है।
श्रम पैनल के प्रमुख भर्तृहरि महताब ने कहा यह अच्छा है। कि सरकार ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को पंजीकृत करने के हमारे सुझाव को स्वीकार कर लिया है। यदि उन्होंने 25 करोड़ श्रमिकों को भर्ती करने के लिए प्रारंभिक लक्ष्य निर्धारित किया है। तो इसका मतलब है। कि वे मुख्य रूप से निर्माण क्षेत्र को लक्षित करेंगे क्योंकि अधिकांश असंगठित और प्रवासी श्रमिक उस क्षेत्र के है। चंद्रा ने हाल ही में लागू श्रम संहिता का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा निश्चित अवधि के रोजगार में निश्चित वृद्धि होगी। कई उद्योगों ने हमें बताया था। कि वे भीड़ के मौसम के दौरान लोगों को रोजगार देने के इच्छुक हैं। या वे अपने अवकाश के दौरान छात्रों को अंशकालिक काम में चाहते थे। अब ये सभी रास्ते खुलेंगे।             


ग्लोबल आउटेज की वजह से ट्वीटर डाउन रहा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर लगभग दो घंटे की ग्लोबल आउटेज की वजह से डाउन रहा। हालांकि अब ट्विटर सेवा फिर से बहाल हो गई है। लेकिन सर्विस के अचानक बंद होने से बहुत से यूजर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ा। भारतीय समय के अनुसार करीब 7 बजे सोशल साइट ठप हो गई थी। कंपनी ने अब अधिकारिक जवाब देकर बताया है। कि उनकी साइट हैक नहीं हुई थी। इस दौरान कोई भी ट्वीट नहीं हो पा रहा था।  कुछ यूजर्स अपने अकाउंट में लॉगइन तो कर पा रहे थे। लेकिन उन्हें सर्च करने पर कुछ भी कंटेंट नहीं शो हो रहा था। कैलिफोर्निया स्थित कंपनी ने ट्वीट कर बताया ट्विटर आप में से कई लोगों के लिए डाउन हो गया है। और हम इसे वापस लाने और सभी के लिए चलाने के लिए काम में लगे हुए हैं। हमारी अपनी आंतरिक सिस्टम से कुछ परेशानी थी। हमारी सिक्योरिटी या साइट हैक होने का कोई सबूत नहीं मिला है।             


फटाफट तैयार कर सकते हैं सूजी का ढोकला

ढोकला एक फेमस नाश्ता है। आमतौर पर ढोकला बेसन से बनाया जाता है। लेकिन आज हम सूजी का ढोकला बनाने के रेसिपी बताएंगे। सूजी का ढोकला एक फटाफट बनने वाला नाश्ता है। और इसको बनाना भी बहुत आसान होता है। आप झटपट सूजी का ढोकला सुबह या शाम के नाश्ते में परोस सकते हैं। ऐसे बनाए आसान तरीके से सूजी का ढोकला। सबसे पहले बर्तन में रवा छान लें। फिर इसमें दही नमक और पानी डालकर घोल को पतला करने तक फेंटें।
अब घोल को 20 मिनट के लिए रखा छोड़ दे।
कड़ाही या भगोने में स्टैंड रखकर एक ग्लास पानी डालकर गर्म करें और एक थाली में तेल लगा कर चिकना कर लें।
इसके बाद घोल में बेकिंग सोडा और एक छोटा चम्मच तेल डालकर मिक्स करें। फिर घोल के तेल लगी थाली में डालकर फेलाएं। अब थाली को कड़ाही या भगोने में रखे स्टैंड के ऊपर रखकर पानी वाले बर्तन को दूसरी थाली से ढक दें और आंच मध्यम कर दें। 15 मिनट बाद बर्तन से थाली हटाकर घोल में चाकू या टूथपिक डालकर देखें, अगर इसमें घोल नहीं चिपकता है। तो घोल वाली थाली को बर्तन से निकाल लें।
फिर ढोकले के बेस को ठंडा करके चौकोर टुकड़ों में काट लें। तैयार हैं ढोकले। अब इसमें तड़का लगाने के लिए गैस पर पैन में तेल गर्म करें। तेल में जीरा, राई, करी पत्ता और हरी मिर्च का तड़का लगाकर 15 सैकेंड मध्यम आंच पर चलाएं। इसके बाद गैस बंद करके तड़के को ढोकलों के ऊपर डालकर इन्हें मिक्स कर लें। अब ढोकले हरी धनिया पत्तियों से गार्निश करके नारियल चटनी और हरी चटनी के साथ सर्व करें।              


सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है लौंग

पूजा पाठ और भोजन का स्वाद बढ़ाने के अलावा सेहत के लिए भी फायदेमंद है लौंग


यामिनी दुबे
रायपुर। लौंग केवल खाना का स्वाद बढ़ाने के अलावा या पूजा पाठ में काम आने के अलावा सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। दवाओं के रूप में इसका इस्तेमाल करने से कई हेल्थ प्रॉब्लम में भी फायदा होता है। लौंग में सबसे बेहतर एंटीऑक्सीडेंट, फेनोलिक कंपाउंड सबसे अधि‍क मात्रा में पाया जाता है। जी आपके स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद है। लौंग की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसका इस्तेमाल अधिकतर सर्दी-खांसी की समस्या दूर करने के लिए किया जाता है। लेकिन इसके अलावा भी इसके कई अनगिनत फायदे हैं। 
लौंग के फायदे


लौंग के फायदे दिलाएँ दांतों के दर्द से राहत। 
लौंग चबाने के फायदे करें मुँह की दुर्गन्ध को दूर। 
लौंग खाने के लाभ हैं उबकन और उलटी का सफल उपचार। 
लौंग के औषधीय गुण बढ़ाएँ पाचन शक्ति। 
लौंग के लाभ दिलाएँ जोड़ों के दर्द से छुटकारा। 
लौंग उपयोग है। श्वसन तंत्र में प्रभावी। 
लौंग का उपयोग करें सिर दर्द के लिए। 
लौंग के गुण हैं               


सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़

कश्मीर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़।


श्रीनगर। कश्मीर के बडगाम जिले में घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान शुक्रवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई। बताया जा रहा है। कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स, केंद्रीय रिजव पुलिस बल और जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह ने सुबह बडगाम के चाडूरा में संयुक्त अभियान छेड़ा। इसी दौरान सुरक्षा बल के जवान घरों की तलाशी ले रहे थे। तभी वहां छुपे आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भी गोलियां चलाई और दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। आसपास के इलाकों में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया है।              


3 बड़े गोल्फ टूर्नामेंट कोरोना की भेंट चढ़े

सिडनी। आस्ट्रेलिया के तीन बड़े गोल्फ टूर्नामेंट कोविड-19 की भेंट चढ़ गए हैं। इस बात का ऐलान किया गया कि पुरुष और महिला आस्ट्रेलियन ओपन और पीजीए चैम्पियनशिप को रद्द कर दिया गया है। यह तीनों टूर्नामेंट फरवरी में होने थे। 1945 के बाद से पहली बार हो रहा कि आस्ट्रेलियन ओपन पुरुष गोल्फ टूर्नामेंट का आयोजन नहीं किया जा रहा है। दूसरे विश्व युद्ध के आखिरी साल में पुरुष टूर्नामेंट नहीं खेला गया था। वहीं 1995 के बाद से पहली बार हो रहा है कि पीजीए चैम्पियनशिप नहीं खेली जाएगी और 2006 के बाद से पहली बार महिला आस्ट्रेलियन ओपन गोल्फ टूर्नामेंट नहीं होगा। आस्ट्रेलिया पीजीए के मुख्य कार्यकारी गैविन कर्कमैन ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “यह अप्रत्याशित है और आस्ट्रेलियाई गोल्फ तथा उसके प्रशंसकों के लिए बहुत बड़ा झटका है।” उन्होंने कहा, “हमने सभी संबंधित अधिकारियों और साझेदारों के साथ इस पर महीनों चर्चा की है ताकि हम तीन टूर्नामेंट्स को सुरक्षित तरीके से आयोजित कराने का तरीका निकाल सकें। लेकिन कई प्लान आने के बाद भी हम इस फैसले पर पहुंचे हैं।” आस्ट्रेलिया ने कोविड को रोकने के लिए अपनी सीमाएं बंद कर रखी हैं। उन्होंने कहा, “हम इन तीनों टूर्नामेंट्स को 2021-22 में दोबारा लाने को तैयार हैं।             


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...