सोमवार, 12 अक्तूबर 2020

विदेशों में सजेंगे छत्तीसगढ़ के गोबर के दिए

विदेशों में भी सजेंगे हमारे छत्तीसगढ़ के गोबर से बने दिए और वंदनवार


मनोज सिंह ठाकुर


दुर्ग। हमारे जिले के बने गोबर के दिए और वंदन वार अब विदेश में भी पहुंचने लगे हैं। भिलाई की महिलाओं द्वारा निर्मित गोबर से बनी सजावटी सामग्री को लंदन से भी खऱीददार मिले हैं। इतना ही नहीं लखनऊ, महाराष्ट्र के मुंबई, अकोला, पंजाब, उत्तराखंड, रायपुर, राजनांदगांव ,कोरबा से भी आर्डर मिला है। उड़ान नई दिशा संस्था की श्रीमती निधि चन्द्राकर ने बताया आज ही उन्होंने लंदन भेजने के लिए दियों ,वंदनवार, वाल हैंगिंग की डिलीवरी दी है।रायपुर के पारख जी ने उनसे संपर्क किया उनके बेटे लंदन में रहते हैं। जब उन्होंने देखा कि में गोबर से इतनी सुंदर वस्तुएं बनाई जा रही हैं। तो क्यों न उनको को भेजें। ताकि देश से मीलों दूर रहकर जब वहाँ बसाए घर आंगन में गोबर के दिए रोशन होंगे तो अपनी संस्कृति से जुड़ाव भी महसूस होगा।
भिलाई में महिलाएं बना रही हैं। गोबर से सजावटी सामान-हर सामग्री में मौसमी सब्जिय़ों के बीज ताकि उपयोग के बाद उगाए पौधे।
गोबर से बने दियों और सजावट के सामान का अब ग्रामीण अंचल में ही नहीं बल्कि शहरों में भी क्रेज़ है। नगरीय निकायों में भी महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया और त्यौहार के लिए दिए और अन्य सजावटी सामान बना रहीं भिलाई की उड़ान नई दिशा की महिलाओं ने गोबर से वंदनवार डेकोरेटिव दिए वाल हैंगिंग,शुभ लाभ आदि बनाए हैं। एक नया प्रयोग भी किया है इन सामग्रियों में मौसमी सब्जिय़ों और फूलों के बीज भी डाले गए हैं। ताकि उपयोग के बाद इनको गमले में डालकर पौधे उगाए जा सकें।दियों का मुल्य 2 रुपये।
डेकोरेटिव दियों का मूल्य 50 से 150 रुपए  वंदन वार 150 से 250 रुपए और शुभ लाभ व लटकन 100 रुपए में उपलब्ध है।करीब 250 महिलाएं मिलकर ये काम कर रही हैं।
नंदौरी गाँव की महिलाओं ने चुनी स्वावलंबन की राह अब और महिला समूहों को कर रही प्रशिक्षित
कहते हैं। जहां चाह वहाँ राह ।यही कहानी है। धमधा जनपद के नंदौरी के संगवारी स्व सहायता समूह की। समिति की अध्यक्ष श्रीमती रानी लक्ष्मी बाई बंछोर ने बताया कि जब उन्होंने सरकार की नरवा गरूवा घुरूवा बाड़ी गोधन न्याय योजना के बारे सोशल मीडिया पर देखा अखबारों में पढ़ा तो उनको भी रुचि उत्पन्न हुई कि घर पर बैठकर भी आमी अर्जित कर सकती हैं। मुख्यमंत्री जी ने गौठानों को रोजगार ठौर के रूप में विकसित करने की भी घोषणा की है। तो क्यों न हम महिलाएं भी स्वावलंबन की दिशा में कदम बढ़ाएं। समूह बनाया और यू ट्यूब पर गोबर से दिए बनाने की विधि देखी।जनपद पंचायत से भी मदद मिली।उनका का सबको पसंद आया अब तो और लोगों को भी प्रशिक्षण दे रही हैं। राजनांदगांव के दूरस्थ मानपुर जनपद से भी महिलाएं प्रशिक्षण लेकर जा चुकी हैं। साथ ही पाटन के कई क्लस्टर की महिलाओं को भी इस समूह ने गोबर से दिए बनाना सिखाया है। ये दिए 30 से 35 रुपए दर्जन में उपलब्ध हैं।
राज्य शासन की पहल से गोबर के बहु आयामी उपयोग की राह खुली, किसने सोचा था। जिस गोबर को हम किसी काम का नहीं समझते थे। वही आज लाखों लोगों की आय का ज़रिया बन जाएगा। राज्य शासन की गोधन न्याय योजना से एक तरफ किसान व पशुपालकों की आय में इज़ाफ़ा हुआ है। और वर्मी कम्पोस्ट व नाडेप खाद बनाकर जैविक खेती की राह तो रोशन हुई ही है। दूसरी ओर स्व सहायता समूह की महिलाओं ने गोबर से दिए एवं अन्य सजावटी सामान बनाकर न केवल अपने हुनर का प्रदर्शन कर रही हैं। बल्कि आय भी अर्जित कर रही हैं। रक्षाबंधन में जहां गोबर से बनी राखियों को लोगों ने पसंद किया और गणेश चतुर्थी में गोबर व मिट्टी के गणेश घर घर विराजे अब नवरात्र और दीपावली के लिए दिए,धूप,वंदन वार,लटकन व शुभ-लाभ आदि सामग्रियाँ बाजार में आने की तैयारी में हैं।           


शोपियां में स्कूल के 13 छात्र बनें आतंकवादी

एजेंसियों के रडार पर शोपियां का स्कूल, धार्मिक स्कूल आतंकी संगठनों के लिए भर्ती का जरिया बना 13 छात्र आतंकवादी बने इनमें पुलवामा हमले में शामिल सज्जाद भी।


शोपियां। यूपी केरल और तेलंगाना के कई छात्रों ने भी इस स्कूल में ले रखा था। दाखिला, अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ऐसे छात्रों की संख्या जीरो हो गई थी। खुफिया एजेंसियों ने आतंकी बन चुके ऐसे छात्रों की सूची बनाई जो इस स्कूल में पढ़ रहे हैं। या फिर पास हो चुके हैं। साउथ कश्मीर के शोपियां जिले का एक धार्मिक स्कूल सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आ गया है। ये स्कूल आतंकी संगठनों में भर्ती का जरिया बन चुका है। खुफिया एजेंसियों ने ऐसे 13 छात्रों और पूर्व छात्रों के किसी न किसी आतंकी ग्रुप में शामिल होने का पता लगाया है। इन स्टूडेंट्स में आतंकवादी सज्जाद भट का नाम भी है। वह पिछले साल फरवरी में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में शामिल था।
पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। अधिकारियों के मुताबिक इस स्कूल में पढ़ने वाले दक्षिण कश्मीर के कुलगाम पुलवामा और अनंतनाग जिलों के ज्यादातर छात्रों और पूर्व छात्रों को आतंकी संगठन अपने खेमे में शामिल करते हैं। उत्तर प्रदेश, केरल और तेलंगाना के कई छात्रों ने भी इस स्कूल में एडमिशन लिया था। लेकिन पिछले साल आर्टिकल 370 खत्म होने बाद ऐसे छात्रों की संख्या जीरो हो गई। 13 छात्रों की लिस्ट में ज्यादातर शोपियां और पुलवामा के सूत्रों के मुताबिक आतंकी सज्जाद भट का नाम आने के बाद इस मामले में जांच शुरू हुई। ऐसे 13 छात्रों या पूर्व छात्रों का इस लिस्ट में नाम है। सैकड़ों ऐसे ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यूएस) हैं। जो इस संस्थान के छात्र या पूर्व छात्र हैं। ये तमाम आतंकी संगठनों की मदद करते हैं।
हाल ही में बारामूला का एक युवक छुट्टियों के बाद अपने घर से स्कूल लौटते समय लापता हो गया था। बाद में पता चला कि वह आतंकवादी ग्रुपों में शामिल हो गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, इन 13 आतंकवादियों में से ज्यादातर शोपियां और पुलवामा के रहने वाले हैं।
ये बड़े आतंकी भी इसी स्कूल से
इस साल अगस्त में प्रतिबंधित किए गए अल-बद्र आतंकी संगठन का तथाकथित कमांडर जुबैर नेंग्रू भी इसी स्कूल से था। इसके अलावा हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी नाजिम नजीर डार और ऐजाज अहमद पॉल भी शामिल हैं। जिन्हें शोपियां में 4 अगस्त को एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने मार गिराया था।               


सोनू के लिए फैंस ने 'भारतरत्न' की मांग की

सोनू के लिए भारत रत्न की मांग, फैंस ने मोदी से अपील की कहा- देश के सच्चे हीरो को अवॉर्ड दिया जाए। सोनू सूद ने इस पोस्ट पर विनम्रता से हाथ जोड़ लिए।


मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। कोविड में लॉकडाउन के दौरान एक्टर सोनू सूद रियल हीरो बनकर उभरे हैं। सोनू सूद ने महामारी के दौरान हजारों लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया खाना, स्वास्थ्य सुविधा पढ़ाई की सुविधा मुहैया कराई। इसके बाद से ही सोनू के चाहने वाले सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। एक फैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि सोनू सूद को भारत रत्न दिया जाए। इस पोस्ट के जवाब में सोनू सूद ने विनम्रता से हाथ जोड़ लिए। सोशल मीडिया यूजर ने मंदिर में लगाई सोनू की फोटो सोशल मीडिया यूजर ने एक पोस्ट की। इस पोस्ट में मंदिर भगवान के साथ सोनू सूद की भी फोटो लगी है। इस पर तिलक भी लगाया गया है। यानी यह फैन सोनू की पूजा करता है। उसने अपनी पोस्ट में नरेंद्र मोदी से अपील की कि हम देश के सच्चे हीरो को भारत रत्न देने की मांग करते हैं। मगर, सोनू ने बड़ी ही विनम्रता के साथ इस पोस्ट पर जवाब दिया। उन्होंने हाथ जोड़े हुए इमोजी पोस्ट की है।
फीस ना दे पाने वाले छात्रों के लिए चिंता जाहिर की थी।
दरअसल महामारी के दौरान सोनू ने समाजसेवा के लिए ऐसे कदम उठाए कि हर कोई उन्हें रियल हीरो बता रहा है। गरीबों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा मुहैया करवाने की दिशा में सोनू ने पिछले कुछ महीनों में काफी काम किया है। इस महीने की शुरुआत में सोनू सूद ने कई ट्वीट किए थे। इनमें उन्होंने इस बात पर चिंता जाहिर की थी। कि जो छात्र पैसे नहीं दे पा रहे हैं। स्कूल उनके लिए ऑनलाइन क्लासेस बंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा था। कि अगर बैंक मोरेटोरियम पीरियड दे सकते हैं। तो स्कूल भी छात्रों के लिए ऐसी व्यवस्था कर सकते हैं।             


मन में प्रश्न ही प्रश्न, शांति कहां मिलेगी ?

शांति कैसे मिल सकती है। जिस व्यक्ति के मन में सिर्फ प्रश्न ही प्रश्न होते हैं। उसे कभी भी उन प्रश्नों के उत्तर सुनाई नहीं देंगे ऐसे लोग हमेशा अशांत ही रहते हैं।


महाभारत में अर्जुन को श्रीकृष्ण ने दिया था गीता का उपदेश, उस समय अर्जुन ने पूछे थे। कई प्रश्न, संतुष्टि के बिना मन को शांति नहीं मिल सकती है। जहां असंतुष्टि रहती है। वहां हमेशा ही अशांति रहती है। अशांत व्यक्ति के मन में कई प्रश्न होते हैं। अगर कोई व्यक्ति उन प्रश्नों के उत्तर बताता भी है। तो अशांत मन इन उत्तरों को सुनता नहीं। ऐसे लोग कभी सुखी नहीं रह पाते हैं। जो लोग शांति चाहते हैं। उन्हें अपने मन से सभी प्रश्नों को निकाल देना चाहिए। भगवान पर भरोसा रखकर अपने कर्तव्य पूरे करना चाहिए। कर्म करते समय फल क्या मिलेगा ये भी नहीं सोचना चाहिए। महाभारत में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। युद्ध से पहले ही अर्जुन ने शस्त्र रख दिए थे। और वे युद्ध करना ही नहीं चाहते थे। तब अर्जुन के मन को शांत करने के लिए श्रीकृष्ण ने कर्मों का महत्व बताया था। उस समय अर्जुन ने कई प्रश्न श्रीकृष्ण से पूछे थे। उत्तर देने के लिए सामने स्वयं भगवान श्रीकृष्ण थे। अर्जुन के मन में प्रश्न ही प्रश्न थे। ये प्रश्न ही अर्जुन की अशांति का कारण थे।
अशांत व्यक्ति के मन में प्रश्न वैसे ही रहते हैं। जैसे वृक्षों पर पत्ते लगे रहते हैं। पुराने पत्ते हटते और नए पत्ते आ जाते हैं। ठीक जैसे ही व्यक्ति के मन में नित नए प्रश्न पनपते हैं।
आध्यात्मिक गुरु ओशो ने अपने गीता दर्शन में लिखा है। कि अर्जुन के प्रश्नों का कोई अंत नहीं है। किसी के भी प्रश्नों का कोई अंत नहीं होता है। जहां श्रीकृष्ण जैसा उत्तर देने वाला मौजूद हो तो प्रश्न उठते ही चले जाते हैं।
इन्हीं प्रश्नों की वजह से अर्जुन श्रीकृष्ण को भी देख पाने में समर्थ नहीं थे। इन्हीं प्रश्नों की वजह से अर्जुन श्रीकृष्ण के उत्तर को भी नहीं सुन नहीं पा रहे थे। जिस व्यक्ति के मन में प्रश्न ही प्रश्न भरे हों वह उत्तर को नहीं समझ पाता है। क्योंकि व्यक्ति उत्तर नहीं सुनता है। अपने ही प्रश्नों में उलझा रहता है। जिन लोगों के मन में प्रश्न नहीं है। वे ही शांत रहते हैं। ऐसे ही लोग जीवन में सुख-शांति प्राप्त कर पाते हैं। मन में प्रश्न रहेंगे तो हम ध्यान भी नहीं कर सकते हैं। इसीलिए अपने मन से प्रश्नों को निकाल देना चाहिए।               


उपचुनावः आरोप-प्रत्यारोप के तीर चले

आरोप-प्रत्यारोपः गद्दारी-वफादारी के बीच जनता के मुद्दे छूटे भाजपा-कांग्रेस एक-दूसरे को ठहरा रहे गद्दार और खुद को बता रहे वफादार।


नई दिल्ली। उपचुनाव में पार्टियां स्थानीय मुद्दों को तरजीह नहीं दे रहीं उनके पास गद्दारी और वफादारी जैसी बातों के अलावा कुछ नहीं। इस पर चर्चा भाजपा की सभाओं में सिर्फ सिंधिया के अपमान की बातें जबकि कांग्रेस को कमलनाथ सरकार गिरने का दर्द। इन मुद्दों को भुलाया मुरैना में कैलारस शुगर मिल दतिया के भांडेर में गैस पावर प्लांट और भिंड के मेहगांव-गोहद में पेयजल और सिंचाई का संकट बड़े मुद्दे।
उपचुनाव का आगाज होने के बाद दोनों ही दल (भाजपा व कांग्रेस) एक-दूसरे के खिलाफ मुखर हो गए हैं। भाजपा नेता जहां चुनावी सभाओं कार्यकर्ता बैठकों में एक ही बात दोहरा रहे हैं। कि ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके समर्थक मंत्रियों-विधायकों का कांग्रेस सरकार में अपमान हुआ इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़ी। वहीं कांग्रेस भाजपा पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रही है। कुल मिलाकर दोनों ही दल एक दूसरे गद्दार और खुद को वफादार कह रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के बीच जनता के मूल मुद्दों को भुला दिया गया है। किसी भी दल के स्टार प्रचारक और प्रत्याशी मूल मुद्दों पर बात नहीं कर रहे हैं। लियर शहर को मेट्रोपोलिटन सिटी में शामिल करने का मुद्दा हो या मुरैना की कैलारस शुगर मिल को चालू कराने और चंबल वाटर प्रोजेक्ट की विस्तृत रूपरेखा तय करने का मामला। भांडेर में सोलर पाॅवर प्लांट और भिंड के मेहगांव-गोहद में पीने का पानी व सिंचाई संकट, शिवपुरी के करैरा में सोनचिरैया अभयारण्य व करैरा नगर की जलावर्धन योजना पोहरी में अजवाइन प्रोसेसिंग यूनिट जैसे बड़े मुद्दों को भी पूरी तरह भुला दिया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने अभी तक जितनी भी जनसभाएं और कार्यकर्ताओं की बैठक ली उनमें सिंधिया व उनके समर्थक मंत्री-विधायकों का कांग्रेस सरकार में अपमान का मुद्दा छाया रहा।
उधर कांग्रेस नेता हर सभा में आरोप लगा रहे हैं। कि भाजपा ने कांग्रेस की चुनी हुई कमलनाथ सरकार को खरीद-फरोख्त कर गिराया। हम तो वादे पूरे कर रहे थे। लेकिन भाजपा ने धनबल से सरकार गिरा दी।
5 जिलों के इन मुद्दों पर कोई भी राजनीतिक दल नहीं कर रहा चर्चा।
मुरैना
शुगर मिल । पिछले दो चुनाव में भाजपा व कांग्रेस ने कैलारस शुगर मिल के नाम पर जनता से वोट बटोरे लेकिन उपचुनाव में भाजपा हो या कांग्रेस किसी भी पार्टी का प्रत्याशी या उनका नेता इस पर चर्चा करने को भी तैयार नहीं हैं। जबकि कैलारस शुगर मिल जौरा कैलारस व सबलगढ़ के लिए सबसे बड़ा विकास का मुद्दा है।
सीतापुर कॉरिडोर । 200 करोड़ से 2 साल पहले तैयार सीतापुर कॉरिडोर में आज तक एक भी उद्योग नहीं आया। जिले के युवा बेरोजगार हैं। उद्योग लगें तो उन्हें रोजगार मिले लेकिन इस पर अब कोई भी दल चर्चा नहीं कर रहा।
भिंड
पानी । मेहगांव क्षेत्र के गांवों में खारे पानी की बड़ी समस्या है। सिंचाई के लिए भी किसानों को पानी नहीं मिलता।
कॉलेज । गोहद में एक भी कॉलेज नहीं है। यहां कन्या कॉलेज की मांग लंबे समय से की जा रही है। गोरमी और रौन क्षेत्र में कॉलेज की मांग भी लंबे समय से की जा रही है।
शिवपुरी
अभयारण्य । करैरा क्षेत्र में सोनचिरैया अभयारण्य पर पिछले चुनावों में चर्चा होती थी। अभ्यारण्य से प्रभावित गांव के ग्रामीण परेशान हैं। करैरा में जलावर्धन योजना का शिलान्यास बाबूलाल गौर के समय हुआ था। पूरा पैसा खर्च होने के बाद भी जनता को पानी नहीं मिला रहा।
प्रोसेसिंग यूनिट। पोहरी क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अजवाइन की पैदावार हाेती है। यहां प्रोसेसिंग यूनिट की मांग लंबे समय से है। इसी क्षेत्र के बैराड़ में कॉलेज के लिए जमीन तो मंजूर है। लेकिन उस पर अतिक्रमण है। कॉलेज नहीं खुलने से छात्र परेशान हैं।
दतिया। गैस प्लांट और पानी । भांडेर क्षेत्र में गैस पॉवर प्लांट बनना है। लोगों ने इसको लेकर संघर्ष भी किया लेकिन हुआ कुछ भी नहीं। यहां फसलों की सिंचाई का संकट भी है। हालांकि बांध भर जाने से पिछले दो साल से पानी मिल रहा है। लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं है। इसके अलावा कई गांवों में बिजली का बड़ा संकट है।
ग्वालियर। मेट्रोपोलिटन सिटी । कमलनाथ सरकार में भोपाल इंदौर के साथ ग्वालियर को मेट्रोपोलिटन सिटी बनाने की घोषणा हुई थी। प्रशासनिक टीम ने बैंगलुरु जाकर सर्वे भी किया था लेकिन कांग्रेस सरकार जाने के बाद इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं बढ़ी। उपचुनाव में भाजपा या कांग्रेस के नेता कोई भी इस पर कुछ नहीं बोल रहे। स्वर्ण रेखा नदी । हनुमान बांध से जलालपुर तक स्वर्ण रेखा नदी पर कमलनाथ सरकार के वक्त एलिवेटेड रोड प्रस्तावित की गई थी। 22 अगस्त को ग्वालियर में ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की मांग पर इसे पूरा कराने की घोषणा की थी। उपचुनाव में इस पर कोई बात नहीं हो रही। चंबल प्रोजेक्ट: चंबल नदी से ग्वालियर तक पानी लाने के लिए 2018 में एनसीआर बोर्ड ने लोन की स्वीकृति दे दी थी। लेकिन वाइल्ड लाइफ व अन्य विभागों की एनओसी न आ पाने के कारण इस पर काम शुरू नहीं हो सका। कोई भी पार्टी इस मुद्दे को लेकर बात नहीं कर रही है।             


स्वास्थ्य मंत्री का अनोखा बयान आया सामने

स्वास्थ्य मंत्री का अनोखा बयान आया सामने, कहा भगवान की पूजा के लिए पंडालों में जाने की क्या जरूरत।


नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का अनोखा बयान सामने आया है। कोरोना को लेकर दिए बयान को लेकर जमकर चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म में में कोई भी धर्माचार्य यह नहीं कहते हैं। कि लोगों के जीवन को खतरे में डालकर त्योहार मनाने चाहिए और कोई भी भगवान यह नहीं कहते कि उनकी पूजा के लिए आपको बड़े-बड़े पूजा पंडालों में जाने की जरूरत है। इस वक्त कोरोना के खिलाफ लड़ाई ही पूरी दुनिया के लिए सर्वोपरि धर्म है। डॉ हर्षवर्धन ने संडे संवाद में त्योहारों के मौसम को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के पालन सुनिश्चित करने के संबंध में पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि त्योहारों के मौसम में कोरोना के संक्रमण का खतरा निश्चित रूप से अधिक है। और इसे लेकर हम सब चिंतित हैं।
दो गज की दूरी का रखें ध्यान। हर्षवर्धन
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं त्योहारों को मौसम को देखते हुए जन आंदोलन की शुरूआत की है। अगर इस जन आंदोलन में हम और आप सब अपनी भागीदारी दें तो निश्चित रूप से हमने त्योहारों को लेकर जो दिशा निर्देश जारी किये हैं। वे खुद ब खुद जनता तक पहुंच जायेंगे। इस जन आंदोलन में प्रधानमंत्री ने कोविड-19 अनुकूल व्यवहार का पालन करने और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने को कहा है। विशेषकर सार्वजनिक स्थलों पर सदैव मास्क पहनने और दूसरों से कम से कम दो गज की दूरी रखने की आवश्यकता है।
मेरा धर्म जिंदगी बचाना है। हर्षवर्धन
हर्षवर्धन ने कहा कि देश के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में लोगों के प्राणों की रक्षा करना मेरा पहला धर्म है। त्योहार आते- जाते रहेंगे। एक व्यक्ति के रूप में और देश के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में मेरा धर्म लोगों की रक्षा करना जिंदगी बचाना है। मेरा धर्म जिंदगी को बर्बाद करना नहीं है। कोई धर्म या भगवान ये नहीं कहते हैं। कि त्योहारों को आडंबरपूर्ण तरीके से मनाने के लिए और प्रार्थना के लिए पंडाल में या मंदिर में या मस्जिद में जाने की जरूरत है। यह असाधारण समय है। और इसका निदान भी असाधारण ही होना चाहिए।                 


बिजली आपूर्ति बंद, ट्रेनों में फंसे लाखों यात्री

ग्रिड ठप्प होने से मुंबई में बिजली आपूर्ति बंद लोकल ट्रेनों में फंसे लाखों यात्री।


मुंबई। मुंबई के कुछ हिस्सों में पावर कट से लोकल से यात्रा करना वाले लाखों यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई सहित अन्य हिस्सों में आज बिजली गुल हो गई। इससे मुंबई लोकल की रफ्तार भी थम सी गई। चर्चगेट से वसई रेलवे स्टेशन के बीच पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनें ग्रिड फेल होने के कारण बंद हो गई हैं। महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने कहा कि महाराष्ट्र इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कंपनी 400KV कलवा-पडगा एमआईएस सेंटर में रखरखाव का काम कर रही है। राउत ने कहा जब मुंबई और ठाणे क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति को प्रभावित करने का काम चल रहा था। तब तकनीकी गड़बड़ी हुई थी। उन्होंने कहा कि आपूर्ति 45 मिनट में बहाल होने की उम्मीद है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक मुंबई को बिजली की आपूर्ति करने वाले लाइनों और ट्रांसफार्मर (कलावा-पद्घे और खार्गर आईसीटी) सिस्टम में ट्रिपिंग हुई है। इससे मुंबई और उपनगरों में आपूर्ति प्रभावित हो गई है। एक अधिकारी ने कहा है। कि बहाली की प्रक्रिया चल रही है। सूत्रों ने कहा है। कि टाटा पावर की बिजली आपूर्ति में खराबी के कारण शहर में बिजली की आपूर्ति बाधित है।             


'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...