मंगलवार, 6 अक्तूबर 2020

अजीज फल की 8 वरायटीज के बारे में बताया

आपने कितनी तरह के सेब खाए हैं। यहां जानें इस हर दिल अजीज फल की 8 वरायटीज के बारे में।


मनोज सिंह ठाकुर
सबसे अधिक सेहतमंद फलों की जब भी बात आती है। तो सेब का नाम पहली पंक्ति में होता है। तभी तो स्वस्थ जीवन जीने के लिए हर दिन एक सेब खाने की सलाह दी जाती है। हममें से ज्यादातर लोग सेब की 3 से 4 वरायटीज के बारे में ही जानते हैं। लेकिन दुनियाभर में मुख्य रूप से 8 प्रकार के सेब सबसे अधिक खाए जाते हैं। जबकि दुनिया में साढ़े सात हजार से अधिक किस्म के सेब पाए जाते हैं। इनके रंग अलग होने के साथ ही गुणों में भी हल्का अंतर होता है। लेकिन ये सभी स्वास्थ्य के लिए अमृत समान होते हैं।
क्लासिक रेड सेबः कश्मीरी सेब लगभग पूरी दुनिया में पसंद किए जाते हैं। इन सेब को इनकी खूबसूरत रंगत के आधार पर क्लासिक रेड कैटिगरी में रखा गया है। ये सेब खाने में बहुत अधिक रसीले होते हैं।
मैकिन्टोश ऐपलः मैंकिटोश ऐपल गहरा गुलाबी शेड लिए हुए सुर्ख लाल सेब होता है। यह सेब अपने गूदे के कारण एक अलग पहचान रखता है। क्योंकि इसका गूदा बहुत मुलायम और दानेदार होता है। यही वजह है कि इसका उपयोग कैंडी जैम और जेली जैसी चीजें बनाने में अधिक किया जाता है।
फूजी ऐपलः फूजी ऐपल लाल-पीला और गुलाबी रंग के मिक्स शेड के साथ बहुत ही खूबसूरत दिखने वाला सेब होता है। इसे देखते ही मुंह में पानी आ जाता है। खास बात यह है। कि जितना दिखने में आकर्षक होता है। यह सेब खाने में भी उतना ही क्रंची होता है।
ग्रीन ऐपलः क्लासिक रेड के बाद सबसे अधिक पसंद किया जानेवाला सेब है। हरा सेब इसको ग्रेनी स्मिथ के नाम से भी जाना जाता है। आमतौर पर ऐपल जूस बनाने में इसी सेब का उपयोग किया जाता है। क्योंकि यह अन्य सेब की तुलना में बहुत अधिक रसीला होता है।
पीला सेेबः जैसा कि ना से ही साफ है। कि इस सेब का छिलका पीला होता है। और इसकी रंगत कहीं-कही से सुनहरी होती है। इस कारण इसे गोल्डन ऐपल और येलो ऐपल के नाम से भी जाना जाता है। इस सेब का उपयोग मुख्य रूप से ऐपल ड्रिंक्स और वेब्रेज बनाने में किया जाता है।
हनीक्रिस्प ऐपलः हनी क्रिस्प ऐपल बाहर से हल्का हरा होता और इस पर लाल सुर्खी होती है। (यानी इसके छिलके का बेस हल्के हरे रंग का और ऊपर से सुर्ख लाल रंग के शेड्स होते हैं।) इस सेब का स्वाद खाने में शहद जैसी मिठास लिए हुए होता है। साथ ही यह बहुत क्रिस्पी भी होता है। आमतौर पर इस सेब का उपयोग फ्रूट सैलेड बनाने में किया जाता है।
बाल्डविन ऐपलः बाल्डविन सेब चटख लाल रंग का होता है। और अन्य किस्म के सेबों की तुलना में दिखने में अधिक आकर्षक भी होता है। इस सेब की फसल सर्दियों के मौसम में अधिक होती है। इस कारण इसे विंटर ऐपल भी कहा जाता है।
इस सेब को रेड डिलिशियस ऐपल के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन सेब की अन्य किस्मों की अपेक्षा यह फल मार्केट में कम उपलब्ध होता है। स्वाद में यह रसीला और क्रंची होता है।
गाला ऐपलः का अर्थ होता है। जिसमें बहुत सारी चीजों का संगम हो। अगर सेब के बारे में इस शब्द का उपयोग किया जाता है। तो इसका अर्थ है। कि अलग-अलग तरह के सभी सेबों की खूबियां अपने आप में समेटे हुए। सभी खूबियों से भरपूर सेब।
गाला सेब अन्य प्रकार के सेबों की तुलना में काफी बड़े होते हैं। इस सेब की खास बात यह होती है। कि इसका छिलका सेब के अंदरूनी हिस्से की तुलना में अधिक मीठा होता है। यही कारण है। कि इसको छिलके सहित खाया जाता है।
गाला ऐपल बाहर से दिखने में फूजी ऐपल की तरह ही होता है लेकिन आकार में उससे बड़ा होता है। तो अब आप जान चुके हैं। कि सेब की सबसे अधिक पसंद की जानेवाली प्रजातियों की खूबियां क्या हैं। ऐसे में आप अपनी जरूरत और मूड के हिसाब से सेब के स्वाद का लुत्फ उठाएं।              


फॉलो करेंगे तो नहीं रहेगा कोरोना का खतरा

जिम जाने से पहले और बाद में फॉलो करेंगे ये 5 टिप्स, तो नहीं रहेगा कोरोना का खतरा


मनोज सिंह ठाकुर
लंबे समय से कोरोना के कारण लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। और बाहर निकलना अवॉइड कर रहे हैं। जिसके चलते हर कोई काफी चिड़चिड़ा महसूस कर रहा है। और लोग अपनी फिजिक पर भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। लेकिन अब जिम खुल चुके हैं। और लोग भारी संख्या में जिम जा भी रहे हैं। आंकड़े बता रहे हैं। जिम खुलने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सही एहतियात न बरतने के कारण लोग इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं। वर्तमान समय में भारत दूसरा ऐसा देश बन गया है। जहां सबसे ज्यादा अधिक कोरोना संक्रमित मरीज हैं। जबकि तीसरा ऐसा देश है। जहां कोरोना से अब तक सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। इससे आप समझ ही गए होंगे कि हम लोगों को इस वायरस से कितना सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है। लंबे समय से कोरोना के कारण लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। और बाहर निकलना अवॉइड कर रहे हैं। जिसके चलते हर कोई काफी चिड़चिड़ा महसूस कर रहा है। और लोग अपनी फिजिक पर भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। लेकिन अब जिम खुल चुके हैं और लोग भारी संख्या में जिम जा भी रहे हैं। आंकड़े बता रहे हैं। जिम खुलने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सही एहतियात न बरतने के कारण लोग इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए जरूरी है। कि आपको जिम जाने के पहले से लेकर जिम जाने और जिम से वापिस आने के बाद अपनाए जाने वाले सुरक्षा तरीकों की जानकारी हो। आज हम आपको ऐसे ही कुछ जरूरी टिप्स दे रहे हैं।
तबीयत खराब होने पर जिम अवॉइड करें
चाहे आपको कोरोना हो या न हो यदि आपकी तबीयत सही नहीं है। तो आपको बाहर निकलने से बचना चाहिए। और ऐसा सिर्फ इन दिनों ष्टश1द्बस्र-19 के चलते ही नहीं बल्कि हर समय करना चाहिए। क्योंकि स्वास्थ्य खराब होने पर आपका शरीर कमजोर रहता है और आप संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही आप अपनी वजह से दूसरे लोगों को भी प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए तबीयत खराब होने पर जिम न जाएं। बल्कि अपने दोस्तों और जिम के साथी को भी ऐसा करने की सलाह दें।
वेंटिलेशन का भी रखें ध्यान
यदि आपका जिम आउटडोर है। या अच्छी तरह से वेंटिलेशन है। तो यह उन जिमों की तुलना में अधिक सुरक्षित है जो पूरी तरह से पैक होते हैं। या बेसमेंट में होते हैं। इनडोर जिम में बैक्टीरिया, वायरस और फंगी के पनपने के चांस अधिक होते हैं साथ ही वहां संक्रमण का खतरा भी अधिक होता है।
सैनिटाइज आइटम करें कैरी
अपने साथ हैंड सैनिटाइजऱ, डिसइन्फेक्टेंट वाइप्स सैनिटाइजऱ स्प्रे डिस्पोजेबल टिशू या तौलिया जैसी चीजें कैरी करें और समय समय पर इनका इस्तेमाल करें। जब आप जिम जाते हैं। तो कोरोना की चपेट में आने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इसलिए इन्हें अपने जिम बैग में कैरी करें और बाहर निकलने से पहले खुद को अच्छी तरह सैनिटाइज़ कर लें।
शेयरिंग अवॉइड करें
अपने गियर कैरी करें और कुछ दिनों तक ऐसे उपकरणों का यूज़ करने से बचें जो सभी लोगों द्वारा यूज़ किए जा रहे हों। विशेष रूप से फोम रोलर्स और एक्सरसाइज बॉल्स का उपयोग करने से बचें। साइकलिंग मशीन ट्रेडमिल, डम्बल, बारबेल और वेटेड प्लेटों से भी दूर रहें।
सोशल डिस्टेंसिंग करें फॉलो
जिम जाने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करना सबसे ज्यादा जरूरी है। व्यायाम करते समय लगातार मास्क पहनें और लोगों से दूरी बनाकर रखें। ऐसे समय मे अपना जिम स्लॉट चुनें जब कम लोग वहां आते हों। इससे आपके वायरस की चपेट में आने की संभावना भी कम हो जाएगी।             


69 हजार शिक्षक भर्ती, नेता किया गिरफ्तार

69 हजार शिक्षक भर्ती मामले का मास्टर। माइंड भाजपा नेता गिरफ्तार।


बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती में पेपर लीक कर गड़बड़ी कराने के आरोपी बीजेपी नेता चंद्रमा सिंह यादव को सोमवार को एसटीएफ ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार नेता सूबे की योगी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री का प्रतिनिधि भी रह चुका है। शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी कराने का वो मास्टरमाइंड माना जाता है। एसटीएफ के लिए बना हुआ था चुनौती। चंद्रमा यादव की गिरफ्तारी न होने पर जांच एजेंसी यूपी एसटीएफ और सरकार की खासी किरकिरी हो रही थी। वो लम्बे समय से पुलिस और एसटीएफ के लिए चुनौती बना हुआ था। एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने सोमवार शाम उसे सिविल लाइंस इलाके में हिन्दू हॉस्टल चौराहे के पास से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने उसके पास से एक अदद मोबाइल फोन आधार कार्ड और कुछ पैसे भी बरामद किए हैं।
बीजेपी के रसूखदार नेताओं में शामिल। चंद्रमा यादव को प्रयागराज में बीजेपी के रसूखदार नेताओं में जाना जाता है। वो लम्बे अरसे तक प्रयागराज से जुड़े यूपी के एक मौजूदा कैबिनेट मंत्री का प्रतिनिधि रहा है। चंद्रमा बीजेपी के किसान मोर्चे की प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य रहा है तो साथ ही पार्टी की महानगर इकाई में उपाध्यक्ष भी रह चुका है। वो शहर के ही ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में चलने वाले पंचम लाल आश्रम इंटर कालेज का संचालक भी है। पहले भी हो चुका है। गिरफ्तार पहली से बारहवीं क्लास तक चलने वाले कॉलेज में सिर्फ 200 बच्चे ही पढ़ते हैं। पूरे कॉलेज में सिर्फ 12 कमरे हैं। चंद्रमा इससे पहले जनवरी महीने में टीईटी परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जून महीने के पहले हफ्ते में ही वो जमानत पर जेल से छूटा था। लेकिन उसी समय 69 हजार शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। एसटीएफ को सौंपी गई थी। जांच
प्रयागराज पुलिस ने इस फर्जीवाड़े में गिरोह के सरगना डॉ केएल पटेल के साथ ही चंद्रमा यादव को भी नामजद किया था। प्रयागराज के सोरांव थाने में एफआईआर दर्ज होने और कई बड़ी मछलियों के जाल में फंसने के हफ्ते भर बाद ही न सिर्फ इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई थी। बल्कि तत्कालीन एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का तबादला भी कर दिया गया था। सेंटरसे ही करवाता था पेपर लीकः मा यादव अपने रसूख का इस्तेमाल कर अपने कॉलेज को बड़ी परीक्षाओं का सेंटर बनवाता था। वो अपने सेंटर से ही पेपर लीक कर उसे केएल पटेल के साल्वरों से सॉल्व कराता था। चंद्रमा यादव का गैंग इन सॉल्व पेपर्स को ब्लूटूथ और दूसरी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए अभ्यर्थियों तक पहुंचाता था। इसके बदले यह लोग अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेते थे। कैबिनेट मंत्री से जुड़ा होने की वजह से करीब डेढ़ सौ दिनों तक फरार रहने वाले चंद्रमा को लेकर विपक्षी पार्टियां इस मामले पर खूब सियासत भी कर रहीं थीं।             


खेतों में पराली जलाने वालों पर होगी कार्यवाही

स्ट्रा रेक एवं बेलर के बिना कम्बाइन से फसल कटाई करने वाले स्वामी और खेतों में पराली जलाने वालों पर होगी विधिक कार्यवाही। जिलाधिकारी


सुनील श्रीवास्तव


संतकबीर नगर। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने शासन के निर्देश के क्रम में जनपद के कृषकों से फसल के अवशेष पराली जलाये जाने से उत्पन्न हो रहें प्रदूषण के रोकथाम के दृष्टिगत फसल अवशेष।पराली खेतों में न जलाये जाने की अपील की है। जिलाधिकारी ने खेतों में फसल अवशेष/पराली जलाये जाने से होने वाले नुकसान जैसे वायुमण्डलीय प्रदूषण, भूमि उर्वरा शक्ति पर दुष्प्रभाव, जैविक खाद बनाने में लाभकारी सूक्ष्म जीव का नष्ट हो जाना, पशुओं के चारे की समस्या, अग्निकाण्ड की घटनायें आदि से बचने हेतु सम्बंधित अधिकारियों जैसे जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है। कि वर्तमान में धान के फसल की कटाई के समय कम्बाईन हार्वेस्टर के साथ सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम अथवा स्ट्रा रिपर अथवा स्ट्रा रेक एवं बेलर का उपयोग किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। उन्हांने बताया है कि धान फलस कटाई से पहले सभी कम्बाईन हार्वेस्ंिटग मशीन स्वामी यह सुनिश्चित करले की उनके कम्बाईन हार्वेस्ंिटग मशीन के साथ सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम अथवा स्ट्रा रिपर अथवा स्ट्रा रेक एवं बेलर लग जाए। अन्यथा की दशा में उक्त व्यवस्था के बैबर कोई भी कम्बाईन हार्वेस्ंटग मशीन यदि फसल कटाई करते हुए पायी जाएगी तो उसके स्वामी के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाई करते हुए कम्बाईन हार्वेस्ंटग मशीन सीज कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि फसल अवशेष जलाये जाने के घटनाये प्रकाश में ना आने पाये दोषी पाये जाने वाले के विरूद्ध नियमानुसार दण्डात्मक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये है।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने मा0 राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के नियम एवं शर्तो का हवाला देेते हुए बताया कि फसल अवशेष जलाने पर खेत के क्षेत्रफल के अनुसार अर्थदण्ड जैसे 02 एकड़ से कम क्षेत्रफल वाले कृषक से रू0 2500 प्रति घटना, 02 एकड़ से 05 एकड़ क्षेत्रफल वाले कृषक से रू0 5000 प्रति घटना तथा 05 एकड से उपर क्षेत्रफल वाले कृषक से रू0 15000 प्रति घटना निर्धारित किया गया है। इस साथ ही पुनरावृत्ति करने वाले कृषकों के विरूद्ध अतिरिक्त विधिक कार्यवाही अर्थदण्ड वसूले जाने का भी प्राविधान किया गया है। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया है। कि ग्राम पंचायतों में दर्शनीय स्थलों पर इस आशय से सम्बंधित नियमानुसार निर्धारित प्रारूप पर वाॅल पेंटिंग कराई जाए। उन्होंने जनपद की किसानों से पराली। फसल अवशेष अन्य कृषि अपशिष्ट न जलाने बल्कि खेत में मिलाकर मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढाने, फसल की उपज बढाने, पशुओं की चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करने और अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सहयोग करने की अपील की है।               


हाथरसः 6 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म, तोड़ा दम

हाथरस में फिर दूसरी बार छह साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद इलाज के दौरान हुई मौत शव को सड़क पर रख कर परिजनों ने लगाया जाम
हाथरस। एक और बेटी की दुष्कर्म के बाद मौत हो गई है।दरअसल 15 दिन पहले सादाबाद क्षेत्र के मई जटोई निवासी 6 वर्षीय बालिका के साथ अलीगढ़ जिले के इगलास गांव में रेप की घटना हुई थी। लड़की का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। जहां 15 दिन बाद लड़की की मौत हो गई है। घटना से गुस्साए परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया है। परिजनों की मांग है कि जब तक सही आरोपी नहीं पकड़ा जाएगा और इगलास कोतवाल को निलंबित नहीं किया जाएगा। तब तक वे बच्ची का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।मौके पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। लेकिन परिवार का आरोप है कि पुलिस ने सही आरोपी को नहीं पकड़ा है। लड़की के पिता ने कहा कि तीन महीने पहले मेरी दो लड़कियों को उसकी मौसी अपने घर लेकर गई थी। वहां पर मौसी के लड़के ने लड़की के साथ रेप किया। मेरी मांग है कि पुलिस मेरी बड़ी लड़की को वापस लाए और सही आरोपी को गिरफ्तार करे।अभी पुलिस ने गलत लड़के को गिरफ्तार किया है। जो मानसिक रूप से विक्षिप्त है।वहीलड़की के पिता ने इगलास के एसओ पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है। मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।मेरी मांग है कि असली अपराधी को गिरफ्तार किया जाए और इगलास के एसओ को सस्पेंड किया जाए। पिता की शिकायत है कि जिला प्रशासन उसकी सुध नहीं रहा है। इस मामले में सादाबाद के डीएसपी ब्रम्हम सिंह ने कहा कि लड़की की मां की मौत हो गई थी। इसके बाद वह अपनी मौसी के साथ रहती थी। मौसी के लड़के ने घटना को अंजाम दिया है। इगलास के इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। मौके पर अलीगढ़ के एएसपी भी मौजूद हैं।                


हाथरसः पीएफआई जुड़े 4 लोग गिरफ्तार किए

हाथरस जाते समय पीएफआई से जुड़े चार लोग गिरफ्तार
संदीप मिश्र


लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और इसके एक सहयोगी संगठन से जुड़े हैं। चारों को सोमवार रात मथुरा से उस समय गिरफ्तार किया गया। जब वे दिल्ली से हाथरस जा रहे थे।
पुलिस ने कहा कि सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए कि कुछ संदिग्ध दिल्ली से हाथरस जाने के रास्ते में हैं, उन्होंने एक टोल प्लाजा पर एक कार को रोका। चारों से पूछताछ की गई और माथ टोल प्लाजा पर हिरासत में ले लिया गया।
इन चारों की पहचान मुजफ्फरनगर के अतीक-उर रहमान, मलप्पुरम के सिद्दीक, बहराइच के मसूद अहमद और रामपुर के आलम के रूप में हुई है। इनके पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप और कुछ साहित्य, जो शांति और व्यवस्था पर प्रभाव डाल सकते थे। उन्हें जब्त कर लिया गया।
पुलिस ने पूछताछ के दौरान कहा कि यह पता चला है कि चारों का संबंध पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके सहयोगी संगठन कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आगे की पूछताछ जारी है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहले संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने नागरिक कानूनों के खिलाफ राज्य में हिंसक विरोध प्रदर्शन के लिए पीएफआई को दोषी ठहराया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘हाल की घटनाओं’ का उल्लेख कर कहा कि अराजकतावादी तत्व हाथरस की घटना के बाद राज्य में सांप्रदायिक और जातिगत हिंसा को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं।                 


जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए

 जम्मू-कश्मीर में 5.1 तीव्रता के भूकंप के झटके
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को रिक्टर पैमाने पर 5.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “रिक्टर पैमाने पर 5.1 तीव्रता का भूकंप सोमवार सुबह 5.13 बजे आया।” उन्होंने बताया कि भूकंप का केंद्र लद्दाख क्षेत्र में था और इसकी गहराई पृथ्वी के अंदर 10 किलोमीटर थी।                      


अगस्त माह में संक्रमण में आई कमीः शोध

भारत में अगस्त के बाद कोरोना वायरस मामलों में सबसे कम वृद्धि


पालूराम
नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 61,267 नए मामले सामने आए। जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 66,85,082 पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को ये जानकारी दी। कोरोना वायरस के मामलों में अगस्त के बाद मंगलवार को सबसे कम वृद्धि दर्ज की गई है।
देश में रिकवरी रेट अब 84.34 फीसदी हो गई है। बता दें कि चिली में सबसे ज्यादा 92 प्रतिशत से ऊपर रिकवरी रेट है। वहीं अमेरिका में सबसे कम 33 फीसदी है।
भारत में कोविड-19 से मृत्यु दर 1.55 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित 20 शीर्ष देशों में भारत में मृत्यु दर सबसे कम है। जबकि मेक्सिको में सबसे ज्यादा 10.4 प्रतिशत मृत्यु दर है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक यूनाइटेड किंगडम में मृत्यु दर 8.8 फीसदी है।
भारत में कुल संक्रमितों में से फिलाहल 9,19,023 सक्रिय हैं, और 56,62,490 मरीज इससे उबर चुके हैं। भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 884 मौतें हुई हैं जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 1,03,569 हो गई है।
महाराष्ट्र अभी भी कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है। यहां अब तक 14,53,653 मामले सामने आ चुके हैं और 38,347 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली का स्थान है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक भारत में एक दिन में 10,89,403 नमूनों की जांच की गई। जिसके बाद कुल जांच की संख्या 8,10,71,797 पहुंच गई है।                  


शक्तिशाली लोगों ने बंधक बनाई न्याय प्रणाली

न्याय प्रणाली अमीरों और शक्तिशाली लोगों द्वारा बंधक बना ली गई है: सुप्रीम कोर्ट बार अध्यक्ष


नई दिल्ली। वरिष्ठ वकील और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दुष्यंत दवे ने एक कार्यक्रम में कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट के जज किसी राजनेता की प्रशंसा करते हैं तो वे अधीनस्थ अदालतों को क्या संदेश देते हैं? इसका केवल यही संदेह होता है, मोदी सरकार के ख़िलाफ़ मामले तय न करें। कार्यपालिका के पक्ष में जाने के लिए जज क़ानून के परे जा चुके हैं।
श्री अध्यक्ष दुष्यंत दवे ने शुक्रवार को एक ऑनलाइन लेक्चर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह याद रखना प्रासंगिक है कि महात्मा गांधी ने कहा था कि कानून की अदालत से बड़ी एक अदालत है। अंतरात्मा की अदालत.
उन्होंने कहा कि अन्याय को खत्म करने के लिए कानून पर भरोसा करने के बजाय प्रबुद्ध जनता की राय मौजूदा समय की मांग है। दवे मानवाधिकार वकील गिरीश पाटे की पुण्यतिथि के मौके पर बोल रहे थे, जिनका साल 2018 में निधन हो गया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, ‘वह दलित और असुरक्षित (लोगों) के रक्षक थे। उन्होंने मानवीय गरिमा के लिए लड़ाई लड़ी और उनके मुद्दों को उठाया, चाहे वे गुजरात स्थित दांग के आदिवासी रहे हों या गन्ना श्रमिक। उन्होंने कभी पीआईएल (जनहित याचिका) का दुरुपयोग नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, ‘न्यायपालिका में हुए अतिक्रमणों पर लगातार नजर रखने में बेंच और बार अपनी भूमिका निभा पाने में विफल रहे हैं। अपनी सामाजिक भूमिका निभाने में वकील सबसे अधिक विफल रहे हैं। मुझे यह कहते हुए खेद है कि हमारे न्यायाधीश न्याय प्रशासन में अपनी अंतरात्मा की आवाज को भूल गए हैं, जिसे उन्हें अपने कर्तव्यों के निर्वहन में हर सेकेंड याद रखना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘भारत में आपराधिक न्याय प्रणाली अमीरों और शक्तिशाली लोगों द्वारा बंधक बना ली गई है।’जजों के सभी राजनीतिक विचारों से ऊपर होने की संविधान सभा की बहसों की ओर ध्यान दिलाते हुए दवे ने आगे कहा, ‘न्यायपालिका की स्वतंत्रता न केवल बाहर से प्रभावित हुई है बल्कि यह भीतर से भी खत्म हो गई है। 1993 से बड़े पैमाने पर स्वतंत्र जजों की नियुक्ति नहीं करके कॉलेजियम प्रणाली ने न्याय, संविधान और राष्ट्र के प्रशासन का बहुत बड़ा नुकसान किया है।
उन्होंने आगे कहा, ‘कानून का शासन खतरे में हैं. पिछले 30-35 साल में जिस तरह की (न्यायिक) नियुक्तियां की गई हैं उन्होंने बहुत कुछ अधूरा छोड़ दिया है जिससे संस्थान को बड़ी क्षति पहुंची है. वे न्यायाधीश कहां हैं जो आज के राजनीतिक दबाव को झेलने में सक्षम हैं?’
उन्होंने कहा, ‘प्रवासी श्रमिकों की मदद करने के लिए 30 मार्च को एक याचिका दायर की गई थी और अगले दिन सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को एक ‘प्रमाण पत्र’ दे दिया कि प्रवासी संकट खत्म हो गया है।


कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जमकर पीटाः तोमर

मनोज सिंह ठाकुर

नई दिल्ली। भाजपा नेताओं पर लगता है सत्ता का नशा काफी मात्रा में चढ़ गया है। अब भाजपा के सीनियर लीडर और केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ऐसा बयान दिया है। जिसको लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है।

भाजपा नेताओ के विवादित बयान इन दिनों काफी चर्चा में हैं। अब केंद्रीय मंत्री के भी बोल बिगड़ गए। दरअसल, भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस के कार्यकर्ता कहीं मिलें और उलटी सीधी बात करें तो उन्हें जमकर कूट दीजिये।











दरअसल, मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में सोमवार को सुमावली विधानसभा में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल हुए। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री तोमर ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए ये विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को उपचुनाव की तैयारियों में जुट जाने को कहा। साथ ही ये भी कहा कि अगर कोई भी कांग्रेस का कार्यकर्ता उनसे उल्टी-सीधी बात करे तो उस पर टूट पड़िए और जमकर कूटिये।                 











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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)











 अक्टूबर 07, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-53 (साल-02)
2. बुधवार, अक्टूबर 07, 2020
3. शक-1944, अश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि- षष्ठी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 60:05, सूर्यास्त 06:20।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


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'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...