शुक्रवार, 25 सितंबर 2020

झूठ बोलकर अफ़वाह फैला रहा विपक्ष

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान बिलों पर मचे घमासान के बीच एक बार फिर विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने बगैर किसी दल का नाम लिए विपक्ष पर किसानों के मुद्दे पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानों से हमेशा झूठ बोलने वाले कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ की वजह से किसानों को भ्रमित करने में लगे हैं।


प्रधानमंत्री मोदी ने दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर शुक्रवार को भाजपा कार्यकतार्ओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए कहा, ये लोग अफवाहें फैला रहे हैं। किसानों को ऐसी किसी भी अफवाह से बचाना भाजपा कार्यकतार्ओं की जिम्मेदारी है। हमें किसान के भविष्य को उज्‍जवल बनाना है।प्रधानमंत्री मोदी ने संसद से पास हुए किसानों से जुड़े बिलों को लेकर कहा, अब दशकों बाद किसान को अपनी उपज पर सही हक मिल पाया है। कृषि में जो सुधार किए हैं उसका सबसे ज्यादा लाभ छोटे और सीमांत किसानों को मिलेगा। किसानों को कर्ज लेने की मजबूरी से बाहर निकालने के लिए हमने एक अहम काम पूरी ताकत से शुरू किया है।               


राहुल-प्रियंका ने किया सरकार पर हमला

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद के मानसून सत्र में पारित कृषि संबंधी विधेयकों को लेकर शुक्रवार को मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा इस कानून के जरिए किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाने की व्यवस्था की गई है।


राहुल गांधी ने इस कानून के विरोध में भारत बंद को सफल बनाने की लोगों से अपील की और सरकार पर हमला करते हुए कहा “दोषपूर्ण वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को बर्बाद कर दिया है। नया कृषि कानून किसानों को गुलाम बना देगा।” इसके साथ ही राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारत बंद के लिए भी लोगों से समर्थन देने का आग्रह किया। प्रियंका गांधी ने कहा ” किसानों से एमएसपी छीन ली जाएगी। उन्हें कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए खरबपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा। न दाम मिलेगा, न सम्मान। किसान अपने ही खेत पर मजदूर बन जाएगा। भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कम्पनी राज की याद दिलाता है। हम ये अन्याय नहीं होने देंगे।”             


केरल को 'संयुक्त राष्ट्र' करेगा पुरस्कृत

नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से गैर संक्रामक रोगों के नियंत्रण के लिए पुरस्कार की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र अंतर टास्क फोर्स की ओर से दिया जा रहा हैै। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडहोम घेबियस ने इस अवॉर्ड की घोषणा करते हुए भारत के राज्य केरल को इस पुरस्कार के लिए चुना है। गैर संक्रामक रोगों के नियंत्रण और रोकथाम के लिए लगातार काम करने के लिए केरल को संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार के लिए चुना गया है। संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार के लिए चुने जाने पर केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा का कहना है कि ‘यह पुरस्कार स्वास्थ्य क्षेत्र में केरल की अथक सेवा की मान्यता है। स्वास्थ्य मंत्री शैलजा ने एक बयान में कहा “राज्य सरकार ने बीमारियों के इलाज के लिए सभी स्तरों पर अस्पतालों में बुनियादी सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों से सुविधाओं की व्यवस्था की है। हम COVID-19 संक्रमण के दौरान मृत्यु दर को नियंत्रित करने में सक्षम थे क्योंकि हम एनसीडी पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम थे।


सोने की कीमत में जबरदस्त गिरावट आई

सोना खरीदने वालों के लिए अच्छी खबर! कीमतों में आई जबरदस्त गिरावट जानें नई कीमत।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। सोने के जेवरात खरीदने वालों के लिए एक बड़ी खबर है। सोने के दाम में लगातार गिरावट की वजह से महीनों के बाद सोना एक बार फिर से 50 हजार रुपये के नीचे आ चुका है। स्पॉट गोल्ड की कीमतों में गुरुवार को गिरावट देखने को मिली फेस्टिव सीजन से ठीक पहले महामारी के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता और बढ़ती बेरोजागरी से पीली धातु के दाम में कमी देखने को मिल रही है। मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गुरुवार को सोना 613 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता होकर 49,638 रुपये के स्तर पर आ गया है। दुनियाभर में सोने की मामले में भारत दूसरे स्थान पर है। सोने की सबसे ज्यादा खपत चीन में होती है।वायदा बाजार में भी अक्टूबर के लिए सोने के भाव में गिरावट दर्ज की गई  यह 0.45 फीसदी लुढ़ककर 49,293 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। बीते चार दिन में सोने के दाम में करीब 2,500 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आई है।
इस एक्ट्रेस को सता रहा जान का खतरा कहा मैं छत से लटकी हुई पाई गई तो डॉलर में मजबूती का असर
पिछले महीने ही सोने का भाव उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। इस बीच हालिया गिरावट से अलग अधिकतर एनलिस्ट्स व ट्रेडर्स सोने के भाव को लेकर अभी भी आशावादी दिखाई दे रहे हैं। वर्तमान में सोने के दाम पर सबसे ज्यादा अमेरिकी करंसी डॉलर का असर देखने को मिल रहा है। इस सप्ताह अमेरिकी कंरसी में मजबूती देखने को मिली है।
ब्याज दरों ने बिगाड़ा खेल
जानकारों का कहना है। कि विकसित देशों में ब्याज दरें शून्य के करीब पहुंच चुकी हैं। केंद्रीय बैंकों ने भी संकेत दिया है। कि लंबे समय तक ब्याज दरें कुछ ऐसी ही रहेंगी। आमतौर पर ब्याज दरों का असर सोने के दाम पर पड़ता है।ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है। ब्याज दरें शून्य के करीब होने से अधिकतर लोग सुरक्षित निवेश के गोल्ड में निवेश का विकल्प चुन सकते हैं। इससे कीमतों में तेजी आने का अनुमान है।               


कीटो डाइट से रहे दूर, कई नुकसान

कीटो डाइट से रहे दूर। हार्ट प्राब्लम मसल्स की मास में कमी के साथ शरीर को पहुंचाता है। कई प्रकार के नुकसान।


रायपुर। कीटो डाइट आज सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। लोग इसका उपयोग कर रहे हैं। लेकिन लोग इस बात से अंजान हैं। कि इसके कई सारे ऐसे नुकसान हैं। इसके कारण बॉडी में थकान बॉडी में फाइबर  मिनरल्स और विटामिन्स की कमी हो सकती है।
हार्ट प्रॉब्लम। कीटो डाइट हार्ट के लिए घातक साबित हो सकती है। कीटो डाइट कम समय के लिए वजन कम करने में मदद करती है। लेकिन इसमें कई सारी ऐसी चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। जिससे हार्ट रिस्क बढ़ सकता है।
एथलेटिक परफॉर्मेंस में कमी कीटो डाइट पर रहने से परफॉर्मेंस में कमी आ जाती है। दरअसल जब बॉडी कीटोसिस में होती है। तो शरीर अधिक अम्लीय अवस्था में रहता है। जो पीक लेवल पर परफॉर्मेंस की क्षमता को लिमिटेड कर देता है।
दोबारा वजन बढ़ना । कीटो डाइट को लंबे समय तक फॉलो नहीं करना चाहिए। इसके बाद आपको अपने नॉमर्ल डाइट पर आ जाना चाहिए। कीटो डाइट की बड़ी समस्या यह है। कि ज्यादातर लोगों का डाइट छोड़ने के बाद वापस वजन बढ़ने लगता है। क्योंकि वो कार्ब्स का सेवन शुरू कर देते हैं।
मसल्स मास कम होता है। कीटो डाइट से जल्दी वजन कम होने का एक कारण यह भी है। कि इससे मसल्स को काफी नुकसान होता है। इससे फैट बर्न होने के साथ मसल्स मास भी बर्न होता है। इससे आप जल्दी पतले हो जाते हैं। जब कोई व्यक्ति कीटोजेनिक डाइट से बाहर आता है तो वह मूल वजन का अधिकतर हिस्सा वापस से प्राप्त कर लेता है। लेकिन उसमें लीन मसल्स की अपेक्षा फैट गेन अधिक होता है।             


भारत में 58 लाख से अधिक संक्रमित

भारत में कोरोना के मामले 58 लाख के पार…कुल 92,290 लोगों की मौत…24 घंटे में 86,052 नए मामले और 1,141 मौतें।


नई दिल्ली। दुनिया में सबसे ज्यादा तेजी से कोरोना संक्रमण भारत में ही फैल रहा है। देश में पिछले 24 घंटों में 86,052 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं। और 1141 लोगों की जान भी चली गई है। दो सितंबर से लगातार देश में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। अच्छी खबर ये है। कि 24 घंटे में 81,177 मरीज ठीक भी हुए हैं। छह दिनों बाद ठीक होने वाले मरीजों की संख्या नए कोरोना संक्रमितों से कम दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 58 लाख 18 हजार हो गई है। नमें से 92,290 लोगों की मौत हो चुकी है। एक्टिव केस की संख्या घटकर 9 लाख 70 हजार हो गई और 47 लाख 56 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या करीब चार गुना अधिक है।
ICMR के मुताबिक, 24 सितंबर तक कोरोना वायरस के कुल 6 करोड़ 89 लाख सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। जिनमें से 15 लाख सैंपल की टेस्टिंग कल की गई।
मृत्यु दर में गिरावट
राहत की बात है। कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मृत्यु दर गिरकर 1.58% हो गई।  इसके अलावा एक्टिव केस जिनका इलाज चल है। उनकी दर भी घटकर 17% हो गई है। इसके साथ ही रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 82% पर है। भारत में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है।
देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र लगातार कोरोना की सबसे बुरी मार झेलने वाला राज्य बना हुआ है। यहां अब तक 12 लाख मामले और 33 हजार मौतें दर्ज हो चुकी हैं। इसके बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश हैं। इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है। कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है। मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है।            


सिपाही ने थाने में खुद को गोली से उड़ाया

प्रतापगढ़ के थाने में सिपाही आशुतोष यादव ने खुद को गोली से उड़ाया!


बृजेश केसरवानी


प्रतापगढ़। गोली लगने से संदिग्ध दशा में हुई मौके पर मौत। मौत के बाद पुलिस महकमे में मचा हड़कम्प । थाना परिसर में पत्रकारों के प्रवेश पर पुलिस ने लगाया प्रतिबंध । 2018 बैच का बताया जा रहा है मृतक सिपाही।पुलिस का कोई भी अधिकारी इस घटना पर मुह खोलने को नही है तैयार । एएसपी समेत भारी पुलिस बल मौजूद । घटना की जाँच में जुटी पुलिस । लालगंज कोतवाली परिसर की घटना।               


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...