रविवार, 6 सितंबर 2020

22 सूत्री मांगों को लेकर किया प्रदर्शन

मुजफ्फरपुर। 22 सूत्री मांगों को लेकर मुजफ्फरपुर जिला किसान सभा के आह्वान पर समाहरणालय के पास प्रदर्शन किया गया। इससे पहले खुदीराम बोस स्मारक स्थल से किसानों का जुलूस निकाला गया। समाहरणालय पहुंचकर धरना दिया। अध्यक्षता किसान नेता राजमंगल ठाकुर ने की। इस दौरान वक्ताओं ने बाढ़ पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में छह हजार रुपये नकद अनुदान शीघ्र उपलब्ध कराने की मांग की। वक्ताओं ने केंद्र व बिहार सरकार को किसान विरोधी बताते हुए विगत जून में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान विरोधी अध्यादेश को वापस लेने को कहा। संचालन राम किशोर झा ने किया। पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी से मिलकर 22 सूत्री मांग पत्र सौंपा। किसानों की मांगों से राज्य व केंद्र सरकार को अवगत कराने की मांग की। सभा में जिला सचिव चंदेश्वर प्रसाद चौधरी, किसान नेता अजय कुमार सिंह, अरुण कुमार ठाकुर, राधेश्याम प्रसाद ठाकुर, विश्वनाथ ठाकुर, शम्भू शरण ठाकुर, मो.युनूस, सुनील कुमार श्रीवास्तव, संतोष कुमार पांडेय, शत्रुघ्न प्रसाद, अजीत कुमार, रघुवर भक्त, प्रो.लक्ष्मीकांत आदि थे।            


ग्रामीणों ने रुकवाया 'शौचालय का निर्माण'

अजीतमल। मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना में चयनित ग्राम पंचायत भीखेपुर में बन रहे सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य शनिवार को ग्रामीणों ने रुकवा दिया। उन्होंने निर्माण कार्य में घटिया सामग्री प्रयोग किए जाने का आरोप लगाते हुए खंड विकास अधिकारी को जानकारी दी। उन्होंने जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है।


ग्राम पंचायत भीखेपुर मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना में चयनित ग्राम पंचायत है। इसके मजरा लक्ष्मण की मडै़या में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने शनिवार को मौके पर पहुंचकर कार्य कर रहे लोगों को पुरानी ईंटों का इस्तेमाल करते देख आक्रोश प्रकट किया। गांव के बादशाह, ओमकार, रविद्र, टिकू, अमर सिंह, नीरज, सीटू, अंकुश, राजू आदि ने गुणवत्ता पर सवालिया निशान उठाते खंड विकास अधिकारी अश्वनी सोनकर को मोबाइल से सूचना दी। उन्होंने कार्य को जांच होने तक रोके जाने की गुहार लगाई। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण में नई ईंट की जगह ग्राम प्रधान द्वारा मनमानी करते हुए पुरानी ईंट का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं निर्माण में प्रयुक्त किया जाने वाले सीमेंट और मौरंग का अनुपात भी मानक विहीन है। खंड विकास अधिकारी अश्वनी सोनकर ने बताया कि कोरोना पाजिटिव होने के चलते वह अभी होम आइसोलेट हैं। मामले की सूचना मिली है, जांच कराई जाएगी। निर्माण में अनियमितता और निर्धारित मानक न पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।             


जनपद में निफा ने लगाया 'निशुल्क कैंप'

घरौंडा। सामाजिक संस्था निफा की ओर से शिक्षक दिवस पर रेलवे स्टेशन के नजदीक निशुल्क बीपी, शुगर व शारीरिक जांच शिविर लगाया गया। इसमें एक निजी अस्पताल की टीम ने सहयोग किया। कैंप में 100 से ज्यादा लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। साथ ही उन्हें जरूरी परामर्श भी दिए। निफा के घरौंडा अध्यक्ष कमलकांत धीमान ने कहा कि आज सभी को बीपी, शुगर की समस्या बढ़ रही है, जिसकी समय समय पर जांच कराना बेहद जरुरी होता है। शिविर में जांच के साथ लोगों को जरूरी परामर्श दिए गए। इस तरह के कैंप भविष्य में भी लगाए जाएंगे। इस मौके पर सौरभ जैन , सुमित वशिष्ठ, सुधांशु गुप्ता, रवि धीमान, कपिल धीमान, दिव्यम गुप्ता, राहुल धीमान, अजय मित्तल, सचिन गुप्ता, अंशुल मित्तल, रजत गोयल, निखिल वर्मा, अमन जोशी, भूपेश धीमान, मोहित धीमान, मोनू कुमार, ग्रवित शर्मा, शुभम राणा, लव जुनेजा मौजूद रहे।           


अध्यक्ष के खिलाफ हुआ जांच का विरोध

जासं/ बागेश्वर। उत्तराखंड जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक जोशी के खिलाफ जांच बैठाए जाने पर नाराज कर्मचारियों ने शनिवार को लोनिवि कार्यालय के सामने काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया। कहा कि यह पहले चरण के आंदोलन की शुरुआत है।


तय किया कि छह सितंबर को सांसद, विधायकों से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे। सात सितंबर को जिलाधिकारी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा जाएगा। आठ को एक दिवसीय उपवास पर रहेंगे और नौ सितंबर को एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया जाएगा। लोनिवि, विकास भवन समेत तमाम विभागों में तैनात कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के अध्यक्ष केसी मिश्रा ने कहा कि उत्तराखंड सरकार के जनरल ओबीसी कर्मचारी नेता दीपक जोशी के खिलाफ षड्यंत्र कारी रणनीति अपनाई जा रही है। विरोध में आज समस्त जनपदों में काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर रवि जोशी, अनिल जोशी, संतोष जोशी, मंजुल पांडे, हरीश गोस्वामी, आलोक पांडे, शंकर नायक, मीनाक्षी जोशी, पायल जोशी, शंकर काला, राम सिंह, राजू मेहता, लीलाधर चौबे आदि मौजूद थे।           


बच्चे ने निगला 'जहरीले सांप' का बच्चा

बरेली: बच्चे ने निगला जहरीले सांप का बच्चा, और फिर…


बरेली। बरेली जिले के फतेहगंज क्षेत्र के भोलापुर गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक साल के बच्चे ने घर के आंगन में खेलते हुए सांप को निगल लिया। खबरों के मुताबिक, लड़के ने सांप को थोड़ा सा काट लिया था और जब उसकी मां ने उसके मुंह में कोई वस्तु देखी तो उसने उसे आंशिक रूप से निगल लिया था। जब मां ने उसे बाहर निकाला तो देखकर हैरान रह गई कि यह एक सांप था।
लड़के को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। लड़के के पिता धरमपाल छह इंच लंबे मरे हुए सांप को अपने साथ अस्पताल लेकर गए।चिकित्सा अधिकारी हरीश चंद्र ने कहा कि लड़के को एंटी-वेनम इंजेक्शन दिया गया और उसे आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों के अनुसार, यह एक क्रेट हैचलिंग (करैत) सांप था, जो बेहद जहरीला होता है, लेकिन समय पर इलाज हो जाने के कारण बच्चा खतरे से बाहर है।
लड़के के पिता धरमपाल एक किसान हैं, उन्होंने संवाददाताओं को बताया, “मेरी पत्नी सोमवती ने देवेंद्र के मुंह में कुछ देखा और जब उसने उसे बाहर निकाला, तो वह डर से चीख पड़ी क्योंकि यह एक छोटा सांप था जो जल्द ही मर गया।”
वरिष्ठ आईएफएस (भारतीय वन सेवा) अधिकारी रमेश पांडे ने कहा कि “क्रेट हैचलिंग और आम वुल्फ सांप अक्सर समान दिखते हैं। उनकी स्किन के एक जैसे पैटर्न के कारण उनकी पहचान करना मुश्किल हेाता है। क्रेट हैचलिंग के काटने से इंसान की मौत हो सकती है लेकिन वुल्फ घातक नहीं होता है। लड़के को एंटी-वेनम देने में कोई नुकसान नहीं है, क्योंकि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।”           


'मोदी सरकार' का असंगठित क्षेत्र पर प्रहार

जीएसटी का स्वरुप बिगाड़ कर मोदी सरकार ने किया असंगठित क्षेत्र पर प्रहार: राहुल।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असंगठित क्षेत्र की बदहाली के लिए मोदी सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उस पर कड़ा हमला किया और कहा कि वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के मूल स्वरूप को बदलकर असंगठित अर्थव्यवस्था को तबाह किया गया है।             


यूपीः कांग्रेस में एक और लेटर 'बम'

उप्र: कांग्रेस में एक और लेटर ‘बम’, लिखा- ‘परिवार के मोह से ऊपर उठें’।


लखनऊ। कांग्रेस एक और ‘लेटर बम’ के साथ पार्टी में होने वाले धमाके के लिए तैयार है, इस बार यह उत्तर प्रदेश (यूपी) से है। पिछले साल पार्टी से निष्कासित नौ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि वह पार्टी को महज ‘इतिहास’ का हिस्सा बनकर रह जाने से बचा लें।
प्रियंका गांधी वाड्रा, जो कि यूपी की प्रभारी व पार्टी महासचिव हैं, उन्हें परोक्ष रूप से निशाने पर लेते हुए, चार पन्नों के पत्र में सोनिया गांधी से परिवार से ऊपर उठने का आग्रह किया गया है। पत्र में लिखा गया है, ‘परिवार के मोह से ऊपर उठें’ और पार्टी की लोकतांत्रिक परंपराओं को पुनर्स्थापित करें।
पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व विधायक विनोद चौधरी, भूधर नारायण मिश्रा, नेकचंद पांडे, स्वयं प्रकाश गोस्वामी और संजीव सिंह के दस्तखत वाले पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है।
पत्र में कहा गया है, “इस बात की आशंका है कि आपको राज्य मामलों के प्रभारी द्वारा मौजूदा स्थिति से अवगत नहीं कराया जा रहा है। हम लगभग एक साल से आपसे मिलने के लिए अपॉइंटमेंट की मांग कर रहे हैं, लेकिन मना कर दिया जाता है। हमने अपने निष्कासन के खिलाफ अपील की थी जो अवैध था लेकिन केंद्रीय अनुशासन समिति को भी हमारी अपील पर विचार करने का समय नहीं मिला।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने आगे दावा किया कि पार्टी के पदों पर उन लोगों का कब्जा है जो वेतन के आधार पर काम कर रहे हैं और पार्टी के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं। पत्र में कहा गया है, “ये नेता पार्टी की विचारधारा से परिचित नहीं हैं, लेकिन उन्हें यूपी में पार्टी को दिशा देने का काम सौंपा गया है।”
इसमें आगे कहा गया है कि ये लोग उन नेताओं के प्रदर्शन का आकलन कर रहे हैं जो 1977-80 के संकट के दौरान कांग्रेस के साथ चट्टान की तरह खड़े थे। लोकतांत्रिक मानदंडों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है, अपमानित किया जा रहा है और निकाला जा रहा है। वास्तव में, हमें मीडिया से हमारे निष्कासन के बारे में पता चला था, जो राज्य इकाई में नई कार्य संस्कृति की बात करता है।
पत्र में आरोप लगाया गया है कि नेताओं और पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच संवाद की कमी है। इन्होंने आगे कहा कि यूपी में एनएसयूआई और युवा कांग्रेस निष्क्रिय से हो गए हैं।
नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान से वरिष्ठ नेताओं के साथ संवाद को बढ़ावा देने का आग्रह किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर यह मौजूदा मामलों की ओर आंख मूंद लेता है, तो कांग्रेस को यूपी में तगड़ा नुकसान होगा, जो कभी पार्टी का गढ़ हुआ करता था। यह पत्र ऐसे समय में आया है जब पार्टी उत्तर प्रदेश में पहले से ही गुटबाजी, मतभेदों का सामना कर रही है।           


रैली में बिना 'मास्क' के निकले लोग

महामारी को नकारने रोम में निकाली गई रैली, बिना मास्क के निकले लोग।


रोम। कोरोना वायरस महामारी की मौजूदगी को नकारते हुए इटली की राजधानी में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके लिए सर्कस मैक्सिमस के पास कुछ हजार लोग इकट्ठे हुए।                   


केस को लेकर कलेक्टर ने दिए निर्देश

पत्थलगांव में 12 सितंबर तक टोटल लॉकडाउन, कोरोना के बढ़ते केस को लेकर कलेक्टर ने दिए निर्देश।


पत्थलगांव। जशपुर के पत्थलगांव में लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए 12 सितंबर तक टोटल लॉकडाउन किया गया है।
इस दौरान जरुरी सेवाओं में पहले की तरह छूट रहेगी। इसके साथ ही कोरोना के गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने इसके निर्देश जारी किए हैं। आपको बतादें छत्तीसगढ़ में रोजाना हजारों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना ने प्रदेश के करीब सभी जिलों में अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है।
छत्तीसगढ़ में शनिवार को कोरोना मरीजों के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। प्रदेश में सर्वाधिक 2529 मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं, 879 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। जबकि आज 19 संक्रमितों की मौत हो गई है।
आज मिले कुल 2529 नए मरीजों के साथ प्रदेश में अब प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 43163 हो गई है। इनमें से 20487 संक्रमित इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और 22320 लोगों का डॉक्टरों की निगरानी में उपचार जारी है। जबकि प्रदेश में 356 लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है।           


ईरानी 'रक्षा मंत्री' के साथ बैठकः राजनाथ

राजनाथ ने तेहरान में की ईरानी रक्षा मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक


नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस की यात्रा से स्वदेश लौटते समय शनिवार को ईरान की राजधानी तेहरान में अपने ईरानी समकक्ष ब्रिगेडियर जनरल अमीर हात्मी के साथ द्विपक्षीय बातचीत की।              


देश में 90 हजार से अधिक नए मामले

देश में कोरोना का फिर टूटा रिकॉर्ड, 90 हजार से अधिक नए मामले।


नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में रिकार्ड-दर-रिकार्ड तेजी के बीच एक दिन में अब तक सर्वाधिक 90 हजार से अधिक नए मामले सामने आए जिससे संक्रमितों का आंकड़ा 41.13 लाख हो गया हालांकि राहत की बात यह है कि इस दौरान 73 हजार से ज्यादा मरीजों के स्वस्थ होने के कारण सक्रिय मामले 20.96 प्रतिशत पर आ गए।             


'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...