गुरुवार, 3 सितंबर 2020

10 साल में सभी को इंटरनेट से जोड़ेंगे

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में दुनिया के प्रमुख नीतिकारों ने 2030 तक हर स्कूल और समुदाय को इंटरनेट से जोड़ने का संकल्प व्यक्त किया है। इन नीतिकारों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुरुवार को हुई एक बैठक में दुनिया के साढ़े तीन अरब बच्चों और युवाओं को विश्व स्तर के डिजिटल समाधानों, दूरस्थ शिक्षा और प्रासंगिक कौशल के जरिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने का संकल्प लिया।


बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस, रवांडा गणराज्य के राष्ट्रपति पॉल कागमे, केन्या गणराज्य के राष्ट्रपति एवं यूएन ग्लोबल चैंपियन फॉर द यंग पीपुल्स एजेंडा उहुरू केन्याटा, त्रिनिदाद और टोबैगो के राष्ट्रपति पाउला मे-वी, यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक, हेनरीटा फोर, वैश्विक शिक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गॉर्डन ब्राउन, विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास, यूनीलीवर के सीईओ एलन जोप, आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष, ब्रैड स्मिथ और युवाओं के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के दूत जयथमा विक्रमनायके ने भाग लिया।

उन्होंने युवाओं के लिए सीखने और रोजगार की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए तत्काल कार्रवाई, समाधान और निवेश का आह्वान किया। गुटेरस ने प्रतिभागियों से कहा कि युवाओं के लिए डिजिटल लर्निंग एवं प्रशिक्षण में संसाधनों का निवेश सामाजिक सामंजस्य बनाने तथा मानव विकास एवं आर्थिक विकास को अवरुद्ध करने वाली असमानताओं को कम करने के लिए एक आवश्यक निवेश है लेकिन ये निवेश ऊपर-से-नीचे नहीं हो सकते। निर्णय लेने की शक्ति के साथ युवाओं को खुद सबसे आगे होना चाहिए। उनकी रचनात्मकता, ऊर्जा और समस्या को सुलझाने के कौशल को दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों के साथ जोड़ना चाहिए। यूनेस्को के नवीनतम उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 के प्रकोप के कारण लगभग एक अरब छात्र और युवा स्कूल और विश्वविद्यालय के बंद होने से प्रभावित हैं।


हाल ही में यूनिसेफ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि विश्व स्तर पर तीन में से कम से कम एक स्कूली बच्चा दूरस्थ शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ था जब उनके स्कूल बंद हो गए थे, जो डिजिटल प्रौद्योगिकी तक पहुंच की कमी को उजागर करता है। यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरीटा फोर ने कहा कि महामारी से पहले भी, लाखों बच्चे और युवा श्रेष्ठ शिक्षा और प्रशिक्षण के अवसरों की कमी महसूस कर रहे थे, क्योंकि उनके पास इंटरनेट की पहुंच नहीं थी। अब कोविड-19 ने स्थिति को बहुत बदतर बना दिया है।                


अमेरिकाः ट्रंप ने मेंंयरो को निशाना बनाया

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव से दो महीने पहले राष्ट्रपति और रिपब्लिकन के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने डेमोक्रेटिक शासित बड़े शहरों के मेयरों को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा है कि इन शहरों में ही सबसे ज्यादा समस्याएं हैं। हम इन्हें हल करेंगे। ट्रम्प ने कहा, जनता इन शहरों में डेमोक्रेटिक पार्टी से सत्ता वापस ले। क्या जनता चाहेगी कि डेमोक्रेट्स देश चलाएं? करीब 80 प्रतिशत बड़े शहरों में डेमोक्रेटिक जबकि सिर्फ 20 प्रतिशत में रिपब्लिकन मेयर हैं। इन शहरों की आबादी 5 लाख से ज्यादा है।


बड़े शहरों में डेमोक्रेटिक पार्टी की निष्क्रियता के कारण समस्या बढ़ी


ट्रम्प और उनकी पार्टी की माने तो अमेरिका में गांव और छोटे शहरों में समस्याओं का अन्य कारण हो सकता है, लेकिन बड़े शहरों में डेमोक्रेटिक पार्टी की निष्क्रियता के कारण समस्याएं बढ़ी हैं। हालांकि मियामी, जैक्सनविले और फोर्ट वर्थ जैसे शहरों में रिपब्लिकन के मेयर हैं, लेकिन ट्रम्प ने कभी वहां की समस्याओं का जिक्र नहीं किया।


रिपब्लिकन नेता गांव की समस्याओं के लिए अधिकारियों को दोषी नहीं ठहराते


कई स्टडी में सामने आया है कि अपराध, टैक्स पॉलिसी, सोशल पॉलिसी जैसे मुद्दों पर दोनों दलों के मेयर का प्रभाव काफी कम रहा है। रिपब्लिकन नेता गांव की समस्याओं के लिए अधिकारियों को दोषी नहीं ठहराते। न ही डेमोक्रेटिक मेयरों को शहरी अपराध में एक चौथाई गिरावट का श्रेय देते हैं। हालांकि, डेमोक्रेटिक मेयर वाले केनोशा में 23 अगस्त को एक अश्वेत को पुलिस की गोली लगी थी। उसके बाद शहर भर में हिंसा भड़क गई। जगह-जगह आगजनी की घटनाएं हुईं।               


ट्रंप ने जनहित में खर्च धन पर लगाई रोक

वाशिंगटन डीसी। ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन को छह करोड़ डॉलर से ज्यादा बकाया राशि का भुगतान नहीं करेगा और बाकी धन वह संयुक्त राष्ट्र में अन्य मदों में देगा। बुधवार को इस बाबत की गई घोषणा के एक दिन पहले व्हाइट हास ने कहा था कि कोविड-19 के टीके के विकास एवं वितरण की डब्ल्यूएचओ की परियोजना में वह शामिल नहीं होगा।


दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोना वायरस महामारी से निपटने के तरीके को लेकर डब्ल्यूएचओ से खफा हैं और संगठन पर चीन के अनुचित प्रभाव में होने का आरोप लगाते रहे हैं। इसीलिए उन्होंने डब्ल्यूएचओ को 2020 में देय राशि में से करीब 6.2 करोड़ डॉलर की राशि रोकने का फैसला किया।               


भारतीय सेना किसी भी चुनौती के लिए तैयार

नई दिल्ली/ बीजिंग। भारत के चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि भारत की सेनाएँ चीन की आक्रामक कार्रवाइयों को समुचित तरीक़े से संभालने में सक्षम है।


जनरल रावत ने भारत-अमरीकरा रणनीतिक सहयोग मंच की बैठक में पूर्वी लद्दाख के कुछ क्षेत्रों में चीन के कथित तौर पर यथास्थिति बदलने के बारे में कहा कि इस मामले में भारत की नीति को अगर सेना और क्षेत्रीय प्रभाव का समर्थन ना मिले तो इसका मतलब ये मान लेना होगा कि इस क्षेत्र में चीन का दबदबा है। पूर्व सेनाध्यक्ष रावत ने कहा, "हाल के समय में, भारत देख रहा है कि चीन कई आक्रामक हरकतें कर रहा है, मगर हम इसे समुचित तरीक़ों से संभाल सकते हैं।"


उन्होंने साथ ही पाकिस्तान को भी चेतावनी दी कि वो वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी संकट का फ़ायदा उठाने की कोशिश ना करे क्योंकि भारत ऐसे किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए तैयार है। भारत और चीन के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर पर बातचीत इस सप्ताह शुरू हुई और अब भी जारी है। लेकिन अप्रैल-मई से भारत के लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी को लेकर शुरु हुए विवाद में कमी नहीं दिख रही।             


'इनकम टैक्स रिटर्न' 30 नवंबर तक बढ़ाया

इनकम टैक्स रिटर्न 30 नवंबर तक कर सकते हैं दाखिल, इन डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरत, जानें तरीका।


नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न -आइटीआर ) दाखिल करने की समय सीमा बढ़ा दी है। अब टैक्सपेयर अपना आइटीआर 30 नवंबर, 2020 तक दाखिल कर सकते हैं। अगर आपने अभी तक आइटीआर  फाइल नहीं किया है, तो इसे जल्द भर लें। इसके लिए आपको कई डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होगी और रिटर्न फाइल करते समय कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा। फॉर्म में गलतियां करना महंगा पड़ सकता है, इसलिए सावधानी से आइटीआर दाखिल करें। इनकम टैक्स विभाग की ई-फाइलिंग से आसानी से ऑनलाइन आइटीआर फाइल कर सकते हैं। 
इन डॉक्यूमेंट्स की होगी जरूरत
फॉर्म 16 : जॉब करने वाले लोगों को उनकी नियोक्ता कंपनी फॉर्म 16  देती है। इसमें फाइनेंशियल ईयर में काटा गया टैक्स और आय का लेखाजोखा मेंशन रहता है। इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते समय नौकरीपेशा के लिए फॉर्म 16 सबसे जरूरी है। इसके बिना आइटीआर फाइल करना बेहद मुश्किल हो जात है। फॉर्म-16 के पार्ट-ए में एंप्लॉयर की ओर से काटे गए टैक्स का विवरण होता है। इसमें आपका नाम, पता और पीएएन और एंप्लॉयर का टी ए एन नंबर होता है। आपके पी ए एन पर सरकार के पास कितना टैक्स जमा हुआ है, उसका तिमाही ब्योरा होता है। साथ ही यह भी दर्ज होता है कि आपकी सैलरी से कितना टैक्स काटा गया हैय़। वहीं पार्ट-B में आपकी आय का ब्योरा होता है। आइटीआर  में जिस फॉरमैट में ब्योरा भरना होता है, पार्ट-B में उसी फॉरमैट में आय का ब्योरा मिल जाता है। इससे आइटीआर फाइल करने में आसानी होती है। 
फॉर्म 26AS: इस फॉर्म में इनकम से काटे गए टैक्स की डिटेल होती है। साथ ही नद्वारा भुगतान किए गए सभी टैक्स और रिफंड की भी जानकारी होती है। इस फॉर्म के जरिये भुगतान किए गए टैक्स की डिटेल्स, एडवांस टैक्स या सेल्फ असेस्मेंट टैक्स भी उपलब्ध कराया जाता है। इससे टैक्सपेयर को आपको यह वेरिफाई करने में मदद मिलती है कि नियोक्ता कंपनी, बैंक या टैक्स भुगतान करने वाले ने सरकार के पास टैक्स डिपॉजिट किया है या नहीं। 
टैक्स बचाने वाले इंवेस्टमेंट
पीएफ फंड ईपीएफओ में योगदान
बच्चों के स्कूल फीस या एजुकेशन लोन
लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम का राशि
स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज
होम लोन के एवज में किया गया भुगतान
इक्विटी आधारित सेविंग्स स्कीम और म्यूचुअल फंड में निवेश
इनकम टैक्स से सेक्शन 80C के तहत अधिकतम 1.5 लाख रुपये का टैक्स डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है। 
इन पर भी मिलती है छूट
बैंक में जमा पैसे पर मिलने वाले इंटरेस्ट  पर सेक्शन 88TTA के तहत सालान 10 हजार रुपये का टैक्स बेनिफिट मिलता है।
 मेडिकल इंश्योरेंस के प्रीमियम पर सालाना 25,000 रुपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है। सीनियर सिटीजन के मामले में यह 50,000 रुपये सालाना है।
अगर अपने पेरेंट्स की मेडिकल इंश्योरेंस का प्रामियम आप ही भरते हैं तो इस पर अतिरिक्त छूट मिलती है। अगर पेरेंट्स की आयु 60 साल से कम है तो सालाना 25,000 रुपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलेगा। अगर उनकी उम्र 60 साल से अधिक है तो सालाना 50,000 रुपये की छूट मिलेगी।
ऑनलाइन आइटीआर दाखिल करने का तरीका।
इसके बाद आइटीआई.और सभी जानकारियां भरें और सेशन टाइम आउट से बचने के लिए सेव ड्राफ्ट बटन पर क्लिक करते रहें।
इसके बाद टैक्स पैड और वेरिफिकेशन टैब में वेरिफिकेशन ऑप्शन को चुनें और प्रिव्यु एंड सबमिट बटन पर क्लिक करें।
अपने बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करें
इसके लिए ई-फाइलिंग पोर्टल पर लॉगइन करें और बैंक अकाउंट नंबर प्रीवैलिडेट  करें।
इसके बाद ई- वेरीफाई लिंक पर जाएं और  एक्नॉलेजमेंट नबंर दर्ज करें।
बैंक अकाउंट नंबर से ई- वेरीफाई के ऑप्शन को चुनें और पीवीसी तैयार करें। आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर पीवीसी भेजा जाएगा।
रिटर्न को वेरीफाइ करने के लिए पोर्टल पर इस कोड को दर्ज करें।             


एक खतरनाक नक्सली महिला को किया ढेर

एक नक्सली ढ़ेर: वीआईपी को निशाना बनाने की रच रही थी साजिश।


रायपुर। पुलिस जवानों और वीआईपी को निशाना बनाने की नक्सली साजिश को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया है। नक्सली स्मॉल एक्शन टीम का एक सदस्य मारा गया है। नक्सली को तेलंगाना के भद्राद्री कोत्तागुड़म जिले के गुंडाला इलाके में ढेर किया गया है।  लेकिन इससे पहले ही इनके नापाक मंसूबों पर जवानों ने पानी फेर दिया है। मारे गए नक्सली की अभी पहचान नहीं हो पाई है। एसपी सुनील दत्त ने इस घटना की पुष्टि की है।                 


आइए सबसे महंगी भेड़ से मुलाकात करें...

ये है दुनिया की सबसे महंगी भेड़, कीमत जान हो जायेगे हैरान


जानिए इस भेड़ की खासियत


पालू राम प्रजापति


लानार्क। आपने लाखों रुपयों में भेड़ों को खरीदने और बेचने की खबर तो सुनी होगी। क्या आपको पता है, दुनिया की सबसे महंगी भेड़ कौन सी है। उसे कितने रूपयों में बेचा गया है। आखिर इस भेड़ में ऐसा क्या है जिसकी वजह से इसकी कीमत करोड़ों रुपयों में है ? आइए जानते है इस अनोखे और बेशकीमती भेड़ के संबंध मे।
इस भेड़ का नाम है डबल डायमंड स्कॉटलैंड के लानार्क में पिछले हफ्ते एक नीलामी का आयोजन किया गया। इसमें यह भेड़ भी आई थी। इसकी नीलामी 13 हजार डॉलर यानी 9.53 लाख रुपयों से शुरु हुई।जो खत्म हुई 4.90 लाख अमेरिकी डॉलर पर यानी 3.59 करोड़ रुपये।
इस भेड़ को तीन अलग-अलग फार्म्स ने मिलकर खरीदा है।यानी ये तीनों फार्म्स में जाकर रहेगी। इसे जीतने वाले तीन बिडर्स में से एक जेफ आइकेन ने कहा कि हर बिजनेस की तरह घोड़े की रेस और मवेशी के व्यापार में भी काफी कीमत लगानी पड़ती है। इस टेक्सेल भेड़ की मांग बहुत ज्यादा है।
डबल डायमंड एक टेक्सेल प्रजाति की भेड़ है। हॉलैंड में टेक्सेल भेड़ों को पाला जाता है। टेक्सेल शीप सोसाइटी के अनुसार कसाइयों के बीच इस भेड़ के मांस की काफी ज्यादा मांग रहती है। इससे पहले सबसे ज्यादा कीमत में बिकने वाली टेक्सेल भेड़ को 2.24 करोड़ रुपयों में खरीदा गया था। ये साल 2009 की बात है। टेक्सेल भेड़ से निकलने वाली ऊन की मांग फैशन इंडस्ट्री में बहुत ज्यादा है। इसके अलावा इस भेड़ के मांस की डिमांड यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और न्यूजीलैंड में बहुत ज्यादा है। पहले इसके बाल निकालकर उसका ऊन और कपड़ा बनाया जाता है। इसके अलावा इसे स्लॉटर हाउस में भेजकर कटवा दिया जाता है, ताकि इसका मांस एक्सपोर्ट किया जा सके। टेक्सेल भेड़ की सबसे खास बात है उसके बाल का वजन है। ये भेड़ 3.5 किलोग्राम से 5.5 किलोग्राम तक बाल देते हैं। जिनसे ऊन और कपड़े बनते हैं। इसके मांस से बनने वाले लैंब डेलीकेसीस को दुनिया भर में पसंद किया जाता है। इससे मिलती जुलती दो प्रजातियां और हैं। पहली ब्लू टेक्सेल और दूसरी बेलटेक्स. लेकिन इन दोनों प्रजातियों के बाल का उपयोग बहुत ज्यादा नहीं होता न ही मांस की बहुत ज्यादा मांग होती है। टेक्सेल भेड़ के बाल से होजरी के धागे और ऊन के उत्पाद बनाए जाते हैं।              


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...