बुधवार, 5 अगस्त 2020

लेबनान में बड़ा धमाका, सैकड़ों की मौत

लेबनान। पश्चिमी एशिया में भूमध्य सागर के पूर्वी तट पर स्थित लेबनान पहले से ही कई मुश्किलों को झेल रहा है लेकिन मंगलवार को तबाही का ऐसा मंजर आया कि सब कुछ मानों मलबे में तब्दील हो गया। लेबनान की राजधानी बेरुत में एक बड़ा धमाका हुआ। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि अभी कम से कम 78 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और करीब 4000 लोग जख़्मी हुए हैं। प्रधानमंत्री हसन दिआब ने बुधवार को राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की है।
घायलजॉर्डन की सिस्मोलॉजी ऑब्जरवेटरी के एक्सपर्ट इस धमाके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 तीव्रता के भूकम्प से ज्यादा बता रहे हैं। धमाके ने 10 किलोमीटर से ज्यादा इलाका तबाह कर दिया है। ये धमाका हादसा है या आतंकी साजिश इस बारे में अभी पुख्ता जानकारी नहीं है। इस धमाके में करीब आधा शहर वीरान हो गया है। यहां की सड़कों पर लाशों के चीथड़े बिखरे हैं.पोर्ट के पास के इलाके के घर और बड़ी इमारतें मलबे का ढेर बन चुकी हैं।
घायलों को संभालने वाला कोई नहीं है क्योंकि अस्पतालों को भी बहुत नुकसान पहुंचा है और वहां जगह नहीं बची है। जिस विस्फोटक नाइट्रेट के स्टोर की बात कही जा रही है वो 2014 से ही यहां रखा था। समाचार एजेंसी एएफ़पी से एक चश्मदीद ने कहा कि आसपास की सभी इमारतें ध्वस्त हो गई हैं। चारों तरफ़ शीशे और मलबे बिखरे पड़े हैं। धमाके की आवाज़ पूर्वी भूमध्यसागर में 240 किलोमीटर दूर साइप्रस तक सुनाई पड़ी।


मुश्किलों में लेबनान
धमाके के बाद जो तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं उनमें न केवल धुएं के गुब्बार हैं बल्कि कई किलोमीटर तक तबाही के मंज़र भी हैं। इस धमाके ने पहले से ही आर्थिक संकट से परेशान लेबनान को सदमे में डाल दिया है। लेबनान की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है और सड़कों पर सरकार के ख़िलाफ़ लोग विरोध कर रहे हैं। धमाके के ठीक पहले सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच ऊर्जा मंत्रालय के बाहर हाथापाई हुई थी। लोग नेताओं की जवाबदेही तय करने की मांग कर रहे हैं। लेबनान का इसराइल के साथ भी सरहद पर तनाव चल रहा है। इसराइल ने पिछले हफ़्ते कहा था कि उसने अपने इलाक़े में हिजबुल्लाह की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया।           


बिहारः 38215 सैंपल की जांच हुई

पटना। बिहार राज्य में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 38 हजार 215 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 2464 नए संक्रमितों की पहचान की गई। सोमवार की तुलना में मंगलवार को राज्य की रिकवरी रेट भी 64 % से बढ़कर 65.71% हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्रिंसिपल और सुपरिटेंडेंट के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। उन्होंने सभी कोविड-अस्पतालों में रोजाना हेल्थ बुलेटिन जारी करने का आदेश दिया।           


राजस्थानः जिम-योग सेंटर के लिए गाइडलाइन

जयपुर। राजस्थान राज्य सरकार ने जिम और योग सेंंटर खोलने का दिया हैं। राज्य गृह विभाग ने इसकी गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके मुताबिक, जिम में रोजाना वर्कआउट करने वालों की संख्या 40 से घटाकर 15 कर दी है। वर्कआउट से पहले अपॉइंटमेंट लेना आवश्यक होगा। 6 फीट की सोशल डिस्टेंसिंग रखनी होगी। कंटेनमेंट जोन में जिम और योग केंद्र नहीं खोले जा सकेंगे।


              


अन्य की तुलना से भारत में जांच दर कम

हैदराबाद। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य विज्ञानी सौम्या स्वामीनाथन ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस का प्रकोप रोकने के लिए लॉकडाउन एक तात्कालिक उपाय था। उन्होंने कहा कि भारत में जांच दर उन देशों की तुलना में कम है, जो इसे रोकने का सफल प्रयास कर रहे हैं।वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बातचीत करते हुए स्वामीनाथन ने कहा कि इस समय कोविड-19 के 28 टीके क्लीनिकल ट्रायल के दौर में हैं। इनमें पांच वैक्सीनों का दूसरे चरण का परीक्षण चल रहा है। इसके अलावा दुनियाभर में डेढ़ सौ से ज्यादा वैक्सीनें क्लीनिकल परीक्षण से पहले के दौर में है।


उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर भारत में जर्मनी, ताइवान, दक्षिण कोरिया, जापान जैसे देशों की तुलना में जांच दर काफी कम है, जिन्होंने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने में अच्छा प्रदर्शन किया है। यहां तक कि अमेरिका में भी बड़ी आबादी की जांच हो रही है।         


हाथियों के झुंड ने फसलें तबाह की

भंडरिया। (हजारीबाग) प्रखंड मुख्यालय से महज चार किलोमीटर की दूरी पर भंडरिया वन क्षेत्र के नौका गांव में सोमवार की रात हाथियों के एक झुंड ने दो घंटे तक जमकर फसलों को नुकसान पहुंचाया। हाथियों के झुंड द्वारा धान व मक्का की फसल को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचाया गया। हाथियों द्वारा इन्द्रदेव सिंह के 50 डिसमील में मक्का की फसल तथा 70 डिसमील में धान की फसल तथा गुड्डू सिंह के 20 डिसमील में मक्का की खेती को रौंदकर बर्बाद कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का झुंड आधी रात को जंगल से निकलकर बस्ती में आया तथा दो घंटे तक जमकर उत्पात मचाते हुए फसल को नष्ट करने के बाद वापस जंगल की ओर चले गए। ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के समूह में एक बच्चा हाथी भी शामिल है। हाथियों के चिघाड से आसपास के लोग दहशत में थे। लोग किसी तरह रात गुजारने को विवश थे। भुक्तभोगियों द्वारा मंगलवार की सुबह इसकी सूचना वन विभाग को दिया गया। साथ ही वन क्षेत्र पदाधिकारी के नाम आवेदन देकर मुआवजे की मांग की गई।             


पंजाब सरकार के खिलाफ बसपा का धरना

लुधियाना। पंजाब सरकार को हर फ्रंट पर फेल बताते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मिनी सचिवालय में प्रदर्शन किया। इस दौरान नारेबाजी कर सीएम का पुतला फूंक गया। इससेपहले प्रदर्शनकारी एसडीएम कार्यालय में घुस गए, जहां सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि एसडीएम कार्यालय में नहीं है। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मिनी सचिवालय परिसर में नारेबाजी जारी रखी। बसपा नेताओं ने कहा, सरकार नशा खत्म करने के लिए सत्ता में आई थी, लेकिन हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि जहरीली शराब से सैकड़ों जानें चली गई। ऐसे में सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।पंजाब सचिव गुरमेल सिंह ने कहा कि कैप्टन की ओर से गुटका साहिब हाथ में लेकर चार सप्ताह में नशा खत्म करने की शपथ ली थी, लेकिन आज पंजाब किस दौर से गुजर रहा है सब जानते हैं। प्रगण बिलगा ने कहा कि प्रदेश में जहरीली शराब का दंश झेल रहे लोगो से उनकी व्यथा सुनकर दिन कांप उठता है। मौके पर जिलाध्यक्ष जीतराम बसरा, बूटा सिंह, जसपाल सिंह, नरेश बसरा, निर्मल सिंह, मंजीत सिंह उपस्थित रहे। जहरीली शराब से मौतों की जिम्मेदार सरकार : इंकलाबी केंद्र


जगराऔः इंकलाबी केंद्र के प्रधान नारायण दत्त व महासचिव कंवलजीत खन्ना ने कहा कि तरनतारन की गोरपुरा बस्ती में रिक्शा चालक की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई। सदमे में उसकी पत्नी ने हार्टअटैक से दम तोड़ दिया। इसके कारण पांच से 11 वर्ष के चार बच्चे अनाथ हो गए। नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री दो वर्ष पहले हाथों में गुटका साहिब पकड़ चार हफ्ते में नशा खत्म करने का दावा करते हैं, लेकिन राज्य में सरेआम नशा सप्लाई हो रहा। उन्होंने कहा, जहरीली शराब से मौतों की जिम्मेदार सिर्फ सरकार ही है। इसके चलते एक बार फिर जबरदस्त नशा विरोधी लहर की शुरुआत की जाएगी।           


13 हजार वाहन स्वामियों को भेजेंगे नोटिस

विजय भाटी


गौतम बुध नगर। परिवहन विभाग की ओर से जल्द ही शेष करीब 13 हजार पुराने पेट्रोल व डीजल वाहन के स्वामियों को नोटिस भेजा जाएगा। इन वाहन स्वामियों को पुराने वाहनों के कागज कार्यालय में जमा कराने होंगे। इसके बाद वह अन्य जिलों में संचालन के लिए एनओसी प्राप्त कर सकते हैं। नोटिस का जवाब न देने पर इनके वाहनों के पंजीयन चिह्न निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। पिछले दिनों विभाग की ओर से 21,572 वाहनों के पंजीयन निरस्त किए गए थे।


पिछले वर्ष पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने दिल्ली-एनसीआर में 10 वर्ष पुराने डीजल व 15 वर्ष पुराने पेट्रोल वाहनों के संचालन पर रोक लगाने के आदेश दिए थे। एनजीटी के आदेश के बाद परिवहन विभाग लगातार ऐसे वाहनों को सूचीबद्ध करने का काम कर रहा था। गौतमबुद्ध नगर में करीब 50 हजार ऐसे वाहन हैं। इसमें से करीब 10,300 वाहनों के पंजीयन पिछले वर्ष निरस्त कर दिए गए थे। पिछले हफ्ते 21, 572 वाहनों पर कार्रवाई हुई है। अब बाकी वाहनों के स्वामियों को नोटिस भेजने की तैयारी पूरी हो गई है।             


ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से बड़ा संक्रमण

सहरसा। सामुदायिक स्वास्थ केंद्र नवहट्टा में हुई जांच में 22 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले है। ग्रामीण इलाके में एक दिन की जांच में यह सर्वाधिक संख्या मिली है। केयर इंडिया के समीर चंचल ने बताया कि 125 लोगों की जांच की गई। जिसमें 22 लोग पॉजिटिव पाए गए है। सभी लोग प्रखंड मुख्यालय बाजार के ही हैं। बीडीओ विवेक रंजन ने कोरोना से बचने के लिए एक गज की दूरी और मास्क पहनने की अपील की है। सीओ अबु अफसर ने मास्क नहीं पहनने वालों के विरुद्ध अभियान चलाकर जुर्माना वसूला जाएगा।         


   


ई मंच से पर्यावरण संरक्षण संदेश दिया

फतेहाबाद। सेठ बद्री प्रसाद डीएवी स्कूल फतेहाबाद के बच्चों ने ई मंच से वनमहोत्सव सप्ताह मनाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। विद्यालय की प्राचार्या सुनीता मदान ने बताया कि डीएवी स्कूल में प्रतिवर्ष जुलाई माह के अंतिम सप्ताह को हरित सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। अब जबकि महामारी के चलते स्कूल बंद हैं तो बच्चों ने ई मंच के माध्यम से ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश सब तक पहुंचाया। उन्होंने बताया कि इस सप्ताह के दौरान बच्चों के लिए अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विषय था “तरवे नम:'' जिसके तहत कविता पठन, भाषण प्रतियोगिता, परिवार नाटिका, मोनोएक्टिग, कहानी कहो, पावर प्वाइंट प्रस्तुति का आयोजन किया गया। बच्चों ने इन विषयों पर अपनी अपनी प्रस्तुति वीडियो के माध्यम से भेजी। उन्होंने अपनी प्रस्तुति में विशेष संदेश देते हुए कहा कि पर्यावरण संतुलित है तो हम सुरक्षित हैं। हमारी आने वाली पीढ़ी सुरक्षित है। हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाकर व अन्य तरीकों से धरती को प्रदूषण मुक्त रखने की कोशिश करनी चाहिए।


रवि चौहान


थैलेसीमिया पीड़ितो के लिए रक्तदान शिविर

करनाल। जननायक जनता पार्टी के छात्र संगठन इनसो की ओर से लगाए गए रक्तदान शिविर में पहुंचे जजपा प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह कांबोज ने कहा कि रक्तदान करने वाला व्यक्ति महान होता है। रक्तदान करके हम कई महत्वपूर्ण जिदगियां बचा सकते हैं और इससे बड़ा पुण्य कार्य और कोई नहीं हो सकता। इनसो ने स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों की मदद के लिए रक्तदान शिविर लगाकर सराहनीय काम किया है। निशान सिंह कांबोज ने रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया। शिविर इनसो जिला प्रधान राहुल तोमर की अध्यक्षता में लगाया गया। इसके बाद मीडिया से बातचीत में जजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नए संगठन का गठन जल्द किया जाएगा। रक्तदान शिविर में लगभग 150 यूनिट रक्तदान हुआ। इससे पहले सेवा समिति आश्रम के प्रांगण में पौधे रोपित किए गए। इनसो की ओर से जिला प्रधान राहुल तोमर व महासचिव गौरव खैंची ने अतिथिगणों को स्मृति चिह्न भेंट किए गए। इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव बृज शमर, जिला प्रधान प्रेम शाहपुर, जिला प्रवक्ता यशकरण राणा, नफेसिंह मान, पूर्व विधायक रमेश खटक, विनोद रायपुर, इनसो प्रभारी जयदेव, अमनदीप चावला हलका प्रधान करनाल, गुरदेव रंबा हलका प्रधान इंद्री, राजपाल कैमला हलका प्रधान घरौंडा, धर्मवीर पाढा हलका प्रधान असंध, इंद्रजीत गोराया मौजूद रहे।           


निजीकरण के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया

भिवानी। ट्रांसपोर्ट फेडरेशनों के राष्ट्रीय मंच के आह्वान पर डिपो तालमेल कमेटी ने निजीकरण के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता डिपो प्रधान सज्जन शर्मा राजेश शर्मा व पवन फोगाट ने की। राज्य कमेटी के नेता नरेंद्र दिनोद ओम प्रकाश ग्रेवाल ने कहा कि सरकार सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपना चाहती है इसके अलावा कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलने, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी, निजीकरण एवं मोटर व्हीकल एक्ट व श्रम कानूनों में बदलाव के विरोध में व सभी सहमत मांगों को लागू करवाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। 11 अगस्त को निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों की मांगों के लिए सुबह 10:00 से शाम 4:00 बजे तक 1 दिन का सांकेतिक धरना दिया जाएगा। सरकार कर्मचारियों की नहीं सुनती है तो आगे और भी बड़ा आंदोलन करने पर कर्मचारी मजबूर होंगे। इस मौके पर ईश्वर तालु, पवन शर्मा, इंदर सिंह , संजय सांगवान, जसवंत सिंह , राजेश गोयत, अनिल नागर, राजेंद्र बडेसरा, जय सिंह तालू , प्रदीप दुग्गल आदि शामिल रहे।


धर्मेंद्र त्यागी              



अनदेखी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन जारी रहा

अल्मोड़ा। शिक्षा विभाग में प्रधान सहायक के पदों पर पदोन्नति सूची जारी करने समेत अन्य लंबित प्रकरणों के जल्द समाधान को लेकर एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन का धरना-प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। स्पष्ट किया कि कर्मचारियों के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


संगठन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने अवकाश लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में धरना दिया। भर्ती वर्ष व्यतीत होने के बाद भी पदोन्नति सूची जारी नहीं होने को कर्मचारियों के हितों की अनदेखी बताया। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तथा प्रशासनिक अधिकारी के पदोन्नति संशोधन के प्रकरणों का भी अविलंब निस्तारण की मांग उठाई गई। धरने पर मंडलीय सचिव धीरेंद्र कुमार पाठक, जिलाध्यक्ष पुष्कर सिंह भैसोड़ा जगदीश सिंह सोनाल , अर्जुन सिंह नेगी,योगेंद्र सिंह बिष्ट, दीप पांडे, हयात सिंह, योगेश तिवारी, नरेंद्र नेगी, राजेंद्र सिंह नेगी आदि बैठे।     


त्रिवेंद्र तिवारी     


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...