सोमवार, 27 जुलाई 2020

बढ़ते संक्रमण को देख बाजार किया बंद

बरेली। बड़ा बाजार में गली आर्य समाज स्थित सभी साड़ी व लेडीज सूट की दुकानें व्यापारियों ने आज से 3 अगस्त तक बंद कर दी है। सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान कोरोना महामारी को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से बंद किए गए हैं। संक्रमण फैलने को लेकर व्यापारी वर्ग भी दहशत में है। अभी तक व्यापारी पूरा बाजार खुलवाने पर जोर दे रहे थे। अब बाजार बंद रखने पर जोर दे रहे हैं।             


एनएच-75 पर सड़क हादसे में 8 की मौत

मुरसलीम खान


छतरपुर। बमीठा चन्द्रनगर के पास एनएच 75 पर दो मोटरसाइकिलो कि स्कार्पियो से भीषण भिड़ंत होने से आठ लोगो की मौके पर मौत, स्कार्पियो क्रमांक दो मोटरसाइकिलों से टकराकर रोड के नीचे 10 फिट की गहराई में जा गिरी थी, स्कार्पियो में सबार सभी लोगो की मौत एक बाइक में सवार लोगो की मौत हुई हैं, बमीठा पुलिस मौके पर पहुंची थी पर जब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी थी।


भारत के लिए राफेल विमान ने भरी उड़ान

नई दिल्ली/ पेरिस। जिस लड़ाकू विमान को लेकर भारत में जमकर सियासी विवाद हुआ और जिसकी चर्चा देश-दुनिया में जमकर हुई। उस लड़ाकू विमान ने अब भारत के लिए उड़ान भर ली है। बात ‘राफेल’ की हो रही है। फ्रांस से भारत के लिए आज पाँच लड़ाकू विमान ‘राफेल’ ने पहली उड़ान भर ली है। राफेल लड़ाकू विमान का पहला जत्था आज फ्रांस के मेरिग्नाक बेस से रवाना हुआ। एक बाद एक राफेल ने उड़ान भरी है। उड़ान भरने के दौरान का वीडियो रोमांचित करने देने वाला है। बुधवार 29 जुलाई को राफेल भारतीय वायुसेना में शामिल हो जाएगा। भारत में राफेल की लैडिंग अंबाला एयरपोर्ट पर होगी। अंबाला पहुँचने से पहले पाँचों लड़ाकू विमान अबूधाबी के करीब अल-दफ्रा फ्रेंस एयरबेस पर हॉल्ट करेंगे। इन विमानों में दो ट्रेनर एयरक्राफ्ट हैं और तीन लड़ाकू. मेरिग्नाक में रफाल बनाने वाली कंपनी,‌ दसॉ (दसॉल्ट) की फैसेलिटी है जहां उनका निर्माण हुआ है।


वहीं भारत के अंबाला एयरबेस पर राफेल लड़ाकू विमानों की उतरने की पूरी तैयारी कर ली गई है। जानकारी के मुताबिक राफेल फाइटर जेट्स की तैनाती के लिए अंबाला एयरबेस पर अलग से इंफ्रैस्ट्रक्चर तैयार किया गया है जिसमें हैंगर (विमानों के खड़े करने की जगह), एयर-स्ट्रीप और कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम शामिल है। रफाल की पहली स्कॉवड्रन को ‘गोल्डन ऐरो’ का नाम दिया गया है। भारतीय वायुसेना में राफेल का शामिल होना दक्षिण एशिया में ‘गेमचेंजर’ माना जा रहा है। क्योंकि रफाल 4.5 जेनरेशन मीडियम मल्टीरोल एयरक्राफ्ट है। मल्टीरोल होने के कारण दो इंजन वाला (टूइन) रफाल फाइटर जेट एयर-सुप्रेमैसी यानि हवा में अपनी बादशाहत कायम करने के साथ-साथ डीप-पैनेट्रेशन यानि दुश्मन की सीमा में घुसकर हमला करने में भी सक्षम है। बताया जा रहा है कि राफेल लड़ाकू विमानों को पूर्वी लद्दाख सेक्टर में तैनात किया जाएगा। हालांकि अभी इस कोई अधिकृत बयान नहीं आया है। लेकिन चीन के साथ जारी विवाद के मद्देनज़र नियंत्रण के नजदीक तैनात किए जाने की संभावना है। गौरतलब है कि भारत ने लगभग 58 हजार करोड़ रुपये में 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इन 36 राफेल विमानों में से 30 लड़ाकू विमान और छह प्रशिक्षण देने वाले विमान शामिल हैं।             


जाल में फंसी 780 किलो की मछली

कोलकाता। एक फ्लाइंग शिप की तरह नजर आने वाली करीब 800 किलो की विशाल मछली पकड़ में आई है जो 20 लाख रुपये में बिकी। यह मछली बहुत दुर्लभ है जो इससे पहले इस इलाके में नहीं देखी गई थी। यह विशाल मछली पश्चिम बंगाल के दिघा में पकड़ी गई। पश्चिम बंगाल के दिघा में एक ट्रॉलर से 780 किलोग्राम की मछली पकड़ में आई जिसका नाम चिलशंकर फिश है। फिशरमैन इस विशाल मछली को पकड़कर बहुत ही खुश हुए।


सोमवार को जिस ट्रॉलर से यह विशाल काले रंग की मछली पकड़ी गई, उस ट्रॉलर का मालिक ओडिशा का है। दिघा में जब यह मछली पकड़ी गई तो उसके आसपास लोकल टूरिस्ट की भीड़ सी लग गई। अपने भारी वजन के कारण मछली कोई मूवमेंट नहीं कर पा रही थी। इस मछली को रस्सी से बांधकर एक वैन में रखा गया जो मोहाना फिशर एसोसिएशन से ली गई थी। इसकी जब मार्केट में बोली लगी तो 2100 रुपये प्रति किलोग्राम का भाव मिला। इस तरह मछुआरे को मछली की पूरी कीमत करीब 20 लाख रुपये मिली। लॉकडाउन के दौरान यह मछुआरे के लिए किसी लॉटरी निकलने की तरह है।


एक लोकल फिशरमैन अजिरुल ने बताया कि यह एक चिलशंकर फिश है जिसका वजन करीब 800 किलोग्राम है। इसकी मार्केट कीमत 2100 रुपये प्रति किलोग्राम है।हमने ऐसी बड़ी और दुर्लभ मछली आज से पहले कभी नहीं देखी है। इस मछली के तेल और हड्डियों से दवाई बनाई जाती है। बाकी की हिस्सा मानसून के दौरान खाने की डिश की तरह इस्तेमाल होता है।          


छत्तीसगढ़ः लॉकडाउन लागू करने पर विचार

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है। लॉकडाउन में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी नहीं होने से सरकार की चिंता बढ़ गई है। इसे लेकर आज मुख्यमंत्री ​भूपेश बघेल अपने निवास पर कोरोना की समीक्षा बैठक कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश के कई जिलों में 15 से 20 दिनों तक सख़्त लॉकडाउन किये जा सकते है।


इस बैठक में मंत्री रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा सहित प्रशासनिक अफसर भी शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में यह बैठक हो रही है। वहीं संभवता फिर से राजधानी रायपुर में लॉकडाउन की घोषणा हो सकती है।             


रूस ने चीन की मिसाइल डिलीवरी रोकी

मॉस्को। भारत से तनाव के बीच चीन को उसके मित्र देश रूस ने बहुत बड़ा झटका दिया है। रूस ने चीन को एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलिवरी रोक दी है। चीन ने इसे दबाव में लिया गया फैसला बताया है। हालांकि, उसने किसी देश का नाम नहीं लिया लेकिन, उसका इशारा साफ तौर पर भारत और अमेरिका की तरफ है। एस-400 दुनिया का सबसे बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। रूस के अलावा सिर्फ चीन के पास इसकी कुछ यूनिट हैं। भारत को इसकी पहले खेप इसी साल मिलने वाली है।


न्यूज एजेंसी के मुताबिक, “इस बार रूस ने साफ कर दिया है कि वो चीन को एस-400 मिसाइल की डिलिवरी रोक रहा है।” चीन की एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है- इस कदम से साफ हो जाता है कि सिर्फ हथियार खरीद का समझौता करने से कुछ नहीं होता। जरूरी यह है कि सिर्फ बिल नहीं वे हथियार भी आपको मिलें। चीन के एक न्यूज पेपर ने इस बाबत लिखा है कि रूस ने एस-400 की डिलीवरी को आगे तक के लिए बढ़ा दिया है। यह काफी पेंचीदा मामला है। रूस लगातार मिसाइल सिस्टम को खरीदने के लिए दबाव बना रहा था लेकिन महामारी के दौरान हथियार खरीदना कोरोना के खिलाफ पीपल्स लिबरेशन आर्मी को कमजोर कर सकती है। चीन ने भारत से पहले इस मिसाइल सिस्टम को खरीदने का फैसला किया था। पहला बैच उसे 2018 में मिल भी चुका है। भारत को इस साल के आखिर तक यह सिस्टम मिल जाएगा। खास बात ये है कि रूस ने चीन की डिलिवरी को तो रोक दिया है लेकिन भारत को वक्त पर मिसाइल देने का वादा दोहराया है। रूस ने यह फैसला ऐसे समय लिया है जब हाल ही में उसने चीन पर जासूसी का आरोप लगाया है। रूस ने पिछले दिनों अपनी सेंट पीटर्सबर्ग आर्कटिक सोशल साइंस एकेडमी के प्रेसिडेंट वेलेरी मिटको को गिरफ्तार किया था। वेलेरी पर खुफिया एजेंसियां कई महीनों से नजर रख रही थीं। उन पर आरोप है कि उन्होंने चीन के बेहद संवेदनशील सैन्य जानकारियां दीं और बदले में पैसे लिए। इसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया।           


इजरायल के विदेश मंत्री से बातचीत

येरुशलम। इजराइल के विदेश मंत्री गबी अश्केनाजी ने रविवार को अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से बातचीत की और उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को और मजबूत करने का वादा किया। दोनों नेताओं की बातचीत ऐसे समय हुई है, जब 30 सेकेंड में कोविड-19 जांच करने में सक्षम जांच किट विकसित करने के लिए इजराइल का उच्च स्तरीय दल नयी दिल्ली के लिए रवाना हुआ है। अश्केनाजी ने ट्वीट किया, ‘‘ मैंने भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर से बात की। मैंने चिकित्सा उपकरण लेकर भारत के लिए रवाना हुए इजरायली उड़ान की जानकारी दी। हम कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी साझेदारी को मजबूत करने पर सहमत हुए हैं।’’ इजराइली विदेश मंत्री ने भारत के विदेश मंत्री का सहयोग के लिए आभार जताया और यथाशीघ्र मिलने पर सहमति जताई। इससे पहले जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ भारत-इजराइल साझेदारी मौजूदा समय में कोविड-19 की चुनौतियों का मुकाबला पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके साथ ही सहयोग का वृहद एजेंडा आगे बढ़ता रहेगा। उल्लेखनीय है कि इजराइली प्रतिनिधिमंडल इजराइली रक्षा मंत्रालय के अधीन रक्षा अनुसंधान एवं विकास महानिदेशालय के नेतृत्व में रविवार को दो उड़ानों से भारत के लिए रवाना हुआ। इजराइली प्रतिनिधिमंडल भारत में उसे द्वारा कोविड-19 की जांच के लिए विकसित तकनीक के प्रभाव का आकलन करने के लिए कई जांच करेगा। इजराइल द्वारा विकसित इस पद्धति से एक मिनट के भीतर संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। इजराइली प्रतिनिधिमंडल में करीब 20 विशेषज्ञ शामिल हैं, जिनमें से रक्षा मंत्रालय, विदेश एवं स्वास्थ्य मंत्रालयों से लेकर इजराइली रक्षा बलों एवं विभिन्न उद्योगों से जुड़े विशेषज्ञ हैं। वे इस जांच किट को विकसित करने में शामिल रहे हैं।           


'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...