शनिवार, 18 जुलाई 2020

तीन गिरफ्तार, मास-उपकरण बरामद

अतुल त्यागी


अवैध मीट कटान वाले तीन गिरफ्तार, मांस व उपकरण बरामद


हापुड़। रुप से कटान के लिए चर्चित रहे बुलन्दशहर रोड़ पर कोतवाल ने एक मकान पर छापा मारकर तीन कसाईयों को गिरफ्तार कर मीट व पशु काटनें वालें उपकरण बरामद किए।
कोतवाल सुबोध सक्सेना ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र के अलीनगर में अवैध रुप से मीट कटान की सूचना पर एक मकान पर छापा मारकर तीन कसाईयों को गिरफ्तार किया और मौके से मीट,पशु अवशेष व उपकरण बरामद किए है।
उल्लेखनीय हैं कि हापुड़ के बुलन्दशहर रोड़ पर पुलिस ने अनेक बार छापा मारकर मिनी कट्टीघर व पशुओं के अवैध कटान का भंड़ाफोड़ कर कसाईयो को गिरफ्तार कर जेल भेज चुके है।                           


एससी ने सोशल मीडिया को दी आजादी


नई दिल्ली। सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर जो भ्रामित फैलाया जा रहा है उस पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, सोशल मीडिया पोस्ट पर अब नहीं होगी जेल। जिसमें पर सुप्रीम कोर्ट ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा धारा 66A पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए इसे अंसवैधानिक घोषित करते हुए रद कर दिया।


वही जिसमें सूत्रों के हवाले से मिले खबर के अनुसार सर्वोच्चन्यायालय ने अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि आईटी एक्ट की यह धारा संविधान के अनुच्छेद 19(1) A का उल्लंघन है। जिसमें भारत के हर नागरिक को श्भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकारश् देता है। कोर्ट ने कहाए धारा धारा 66A अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार का हनन है। जिसमें सूत्र बताते है कि सुप्रिम कोर्ट की अदालत के आदेश के बाद अब फेसबुक, ट्विटर, लिंकड इन, व्हाट्स एप सरीखे सोशल मीडिया माध्यमों पर कोई भी पोस्ट डालने पर किसी की गिरफ्तारी नहीं होगी। वही इस कोर्ट के फैसले पर याचिकाकर्ता श्रेया सिंघल ने इस फैसले को बड़ी जीत बताते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने लोगों के भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार को कायम रखा है। वही आपको बता दे कि इससे पहले धारा 66A के तहत पुलिस को ये अधिकार था कि वो इंटरनेट पर लिखी गई बात के आधार पर किसी को गिरफ्तार कर सकती थी। सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं में आईटी एक्ट की धारा 66A को चुनौती दी गई थी।


मनोज सिंह ठाकुर       



दिल्लीः संक्रमण में तेज गिरावट दर्ज

नई दिल्ली। बीते हफ़्तों में भारत की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेज़ गिरावट दर्ज की गई है। तो क्या ये माना जाए कि दिल्ली - जिसे कुछ दिन पहले भारत का 'सबसे बड़ा कोरोना हॉटस्पॉट' कहा जा रहा था, वो आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण के ग्राफ़ को समतल कर देगी?दो हफ़्ते पहले, दिल्ली में संक्रमण की रफ़्तार देखकर लग रहा था कि स्थिति बेकाबू हो गई है। दिल्ली में अब तक कुल 1 लाख 18 हज़ार से ज़्यादा केस दर्ज किए गए हैं। इनमें 17 हज़ार से अधिक केस फ़िलहाल एक्टिव हैं और 97 हज़ार से ज़्यादा लोग संक्रमण के बाद ठीक हो चुके हैं। जून का महीना दिल्ली के लिए बहुत बुरा बीता. हर रोज़ रिकॉर्ड संख्या में नए मामले दर्ज होते रहे। दिल्ली में जिस तरह केस बढ़ रहे थे, उसे पूरा देश देख रहा था। कोविड-19 टेस्ट कराने वालों की भीड़ से लैब भरी पड़ी थीं, सरकारी अस्पतालों में भी अफ़रा-तफ़री और तनाव था। साथ ही दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बयानों से परस्पर-विरोधी सूचनाएँ सामने आ रही थीं।           


21 जुलाई से होगा मुफ्त राशन वितरण

सिधौली 21 जुलाई से होगा मुफ्त राशन का वितरण


नरेश गुप्ता


सिधौली/ सीतापुर। उत्तर प्रदेश में करीब 14 करोड़ राशन कार्डधारकों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत 21 जुलाई से नि:शुल्क राशन वितरण प्रारम्भ होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 30 जून को जुलाई से नवम्बर तक के लिए इस योजना के तहत मुफ्त राशन देने की समयावधि बढ़ाने की घोषणा की थी। खाद्य विभाग ने वितरण के संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिए। माह की 30 तारीख तक चलने वाले दूसरे चक्र में अन्त्योदय और पात्र गृहस्थी योजना के लाभार्थियों को मुफ्त चावल व गेंहू का वितरण होगा। जानकारी के अनुसार योजना के तहत राशन के आवंटन, उठान से लेकर कोटेदारों तक पहुंचाने का सारा काम लगभग पूरा हो चुका है।                    


क्या बोले जिला पूर्ति अधिकारीःजिला पूर्ति अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि 21 जुलाई से प्रति यूनिट तीन किलो गेंहू व दो किलो चावल दिया जाएगा, इस महीने में चने का वितरण नही होगा, अगले माह चने का वितरण भी सम्भव होगा। इससे पहले, अप्रैल, मई और जून में इस योजना के तहत गेंहू, चावल और चना दिया गया था।             


गाजियाबाद के होटल बने क्वारंटाइन सेंटर

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने गाजियाबाद के तो होटलों को कोविड केयर सेंटर में बादल दिया है। इन होटलों में कुल मिलाकर 95 व्यक्ति अपना उपचार करा सकेंगे।  इन होटलों में रहने के लिए मरीजों को प्रतिदिन 1,500 से 2,000 रुपए चुकाने होंगे। यह दर प्रशासन द्वारा निर्धारित की गई है।


जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि रेलवे रोड स्थित तरू इन और एलाइट होटलों में कोरोना संक्रमितों को इलाज के साथ सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।  यहां रहने वाले मरीजों का उपचार सरकारी चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा किया जाएगा और उपचार के लिए मरीज से एकमुश्त दो हजार रुपये लिए जाएंगे। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा मरीज की स्थिति और सहमति के बाद ही होटलों में मरीजों को भर्ती किया जाएगा।


होटल के सिंगल अक्यूपेंसी के कमरे 25 प्रतिशत कमरे महिलाओं, छोटे बच्चों व वृद्धों को दिए जाएंगे जबकि 75 प्रतिशत कक्ष डबल अक्यूपेंसी पर दिए जाएंगे।इसके साथ प्रशासन द्वारा होटल में चिकित्सीय सुविधा व अन्य व्यवस्थाएं कराई जाएंगी। इन होटलों में गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों व 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को भर्ती नहीं किया जाएगा।


आपको बता दें कि गाज़ियाबाद जिले के 35 होटल संचालकों ने अपने होटलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाने पर सहमति दी थी। होटलों के कमरे के किराये को कम करने के लिए भी प्रशासन होटल संचालकों से वार्ता कर रहा था। इस बीच बजरिया के दो होटल संचालकों ने प्रशासन को क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा था। भर्ती होने वाले लोगों को होटल की तरफ से ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर, एयर कंडीशनर, बेड, टीवी, गीजर, मिनरल वॉटर समेत अन्य सुविधाएं मिलेंगी।                


मिनी लॉकडाउन में बडी पुलिस की ज्यादती

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। प्रदेश सरकार द्वारा सप्ताहांत पर लगे लॉकडाउन का गाज़ियाबाद में भी व्यापक असर दिखाई दे रहा है। जिले भर में दुकानें बंद नज़र आ रही हैं।  हालांकि कुछ स्थानों पर पुलिस की जबर्दस्ती की भी सूचना आ रही है।प्रशासन की ओर से अग्निशमन विभाग और नगर निगम के कर्मचारी अलग-अलग टीमें बना कर बाज़ारों और दफ्तरों का सैनिटाइजेशन करा रहे हैं।  नगरायुक्त दिनेश चंद्र अब तक खुद कई वार्डों में जाकर औचक निरीक्षण कर चुके हैं। 


राज नगर एक्सटेंशन, तुराब नगर, दिल्ली गेट, संजय नगर, वैशाली, इंदिरापुरम और शालीमार गार्डन एक्सटेंशन आदि से पुलिस की ज्यादती की भी सूचनाएँ आ रही हैं।  दुकानदारों का कहना है कि पुलिसकर्मी दूध, ब्रेड और अंडे आदि की दुकानें भी जबर्दस्ती बंद करा रहे हैं। दुकानें बंद न करने वाले दुकानदारों को उठाकर ले जाने की धमकी भी दी जा रही है।


कौन सी सेवाएँ हैं प्रतिबंध से बाहर


राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मिनी-लॉकडाउन से आवश्यक सेवाएँ और वस्तुओं को बाहर रखा हुआ है।  लॉकडाउन के दौरान जो सेवाएँ जारी रहेंगी वे इस प्रकार हैं –



  • जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा, सिर्फ दूध, सब्जी व फल की दुकानें पूर्व की भांति ही खुलेंगी।

  • शुक्रवार रात 10 बजे से शुरू हुआ पूर्ण रूप से लगा यह लॉकडाउन सोमवार सुबह 5 बजे तक प्रभावी रहेगा।

  • शनिवार और रविवार को सभी कार्यालय, शहरी व ग्रामीण हाट, बाजार, गल्ला मंडी व व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।

  • सभी स्वास्थ्य सेवाएं व आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी।

  • आवश्यक व स्वास्थ्य और चिकित्सा संबधी सेवाओं से जुड़े कर्मचारी व व्यक्ति पर पाबंदी नहीं होगी।

  • इस बार खासतौर से प्रशासन ने आवश्यक सेवा में आने वाली सब्जी, फल व दूध की दुकानों को पूर्व की भांति खोले जाने के निर्देश दिए हैं।             


संचारी रोगों के विरुद्ध स्वच्छता-अभियान

बड़े स्तर पर संचालित किया जा रहा है विशेष सफाई अभियान


बिसरख ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम बादलपुर में स्वछता टीम विशेष सफाई अभियान संचालित करते हुए


विजय भाटी


गौतम बुध नगर। वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम एवं कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार के द्वारा संपूर्ण जुलाई माह के अंतर्गत विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालित किया जा रहा है। सरकार के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को जनपद में जिलाधिकारी सुहास एल वाई के नेतृत्व में लगातार मूर्त रूप प्रदान किया जा रहा है। डीएम के निर्देश पर जिला पंचायत राज अधिकारी कुंवर सिंह यादव एवं उनकी स्वछता टीम के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जहां एक और जागरूकता कार्यक्रम संचालित करते हुए ग्रामीणों को सफाई के प्रति जागरूक किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर सभी ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार विशेष सफाई अभियान संचालित करते हुए कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव भी किया जा रहा है ताकि सभी ग्रामीणों को वेक्टर जनित बीमारियों एवं कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सके। इस श्रृंखला में आज बृहद स्तर पर अभियान संचालित करते हुए ब्लॉक बिसरख के ग्राम बादलपुर में स्वच्छता के लिए विशेष सफाई अभियान संचालित किया गया। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर।


एंटीजन किट से कर रहे कोरोना टेस्टिंग

कैंप आयोजित करते हुए संभावित कोरोना व्यक्तियों की एंटीजन किट के माध्यम से कराई जा रही है कोरोना टेस्टिंग


डीएम के निर्देश पर सेक्टर 25 नोएडा में कैंप का किया जा रहा है आयोजन


विजय भाटी


गौतम बुध नगर। कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए कोविड-19 के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण एवं जिलाधिकारी सुहास एल वाई के द्वारा लगातार सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित करने एवं संक्रमित व्यक्तियों का प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज संभव कराने के उद्देश्य से निरंतर विभिन्न स्तर पर कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है ताकि सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सके। इस श्रंखला में वर्तमान में जिलाधिकारी सुहास एल वाई के निर्देश पर जनपद में एंटीजन किट के माध्यम से कोरोना टेस्टिंग करने के उद्देश्य से कैम्प आयोजित किए जा रहे हैं ताकि सभी संभावित कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की जांच करते हुए उनका यथा समय इलाज संभव कराया जा सके। इसी कड़ी में आज सेक्टर 25 नोएडा में कैम्प आयोजित किया जा रहा है जहां पर संभावित कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की जांच की जा रही है ताकि उन्हें समय पर इलाज संभव कराया जा सके। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर।


गांव, घर, स्कूल, सड़क सब डूब गया

दरभंगा। जिले में बागमती नदी उफान पर है तो कमला बलान नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही है। कमला में पानी बढ़ने से दरभंगा के कुशेश्वरस्थान प्रखंड में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। कुशेस्वरस्थान के पूर्वी इलाके में तो पानी लोगों के लिए तबाही है। पूरा इलाका किसी समंदर से कम नहीं लगता। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी और इस बाढ़ के पानी में लोगों की जिंदगी नाव पर सवार होकर डगमगाते मंजिल की ओर चलती जाती है। नदी के इस रौद्र रूप को देखकर गाव की महिलाएं नदी में नाव पर सवार होकर कमला मइया के गीत गाकर उसके इस विकराल रूप को शांत करने का टोटका भी कर रही हैं।


बाढ़ के पानी के कारण कुशेश्वरस्थान के इठहर और सुघराईं पंचायत के हाल बेहद खराब है। स्कूल के अन्दर तक़रीबन चार से पांच फीट तक  पानी भरा है। स्कूल के कमरे में पानी भरा है स्कूल की खिड़कियां पानी में डूबी है तो गांव घर के हाल भी बुरे हैं. पूरा गांव पानी से घिरा है, घरों में पानी है, गरीबों की झोपड़ियां पानी में डूब चुकी हैं। सड़कें भी नजर नहीं आतीं।


बेपटरी हो चुकी जिन्दगी को पटरी पर लाने के लिए लोग जान बचाकर ऊंचे बांध पर अपने पशुओं के साथ शरण ले चुके हैं।  पशु और इंसान में फर्क मिट गया है। पेट की आग बुझाने के लिए बांध पर ही चूल्हे की आग जला कर सरकारी मदद की आस में जिंदगी की सांस बचा रहे है। खुद जैसे तैसे अपना पेट भर रहे इन बाढ़ पीड़ितों की समस्या इतने पर ही नहीं थमती बल्कि चारो तरफ पानी होने के कारण इनके लिए पशु की चारा एक बड़ी समस्या है।


इ लुकाछिपी से कोरोना ना भागीः लालू

पटना। राजद प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शुक्रवार को सरकार पर हमला करने के लिए भोजपुरी का इस्तेमाल किया है। राजद प्रमुख ने कहा है कि बिहार का हाल देख हमार दिल रो रहा है। राजद प्रमुख ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए कहा है कि ‘ई लुकाछिपी से कोरोना ना भागी। जब सेनापति मैदान छोड़ के भागऽल रही त लड़ाई के लड़ी।’ आरोप लगाया है कि बेरोजगारी, भुखमरी और अपराध से जनता परेशान है। सरकार अपना चेहरा रंगने में लगी है। लगभग चार महीने हो गये। लोगों को रोजी-रोटी पर आफत है। ऐसे में सीएम चार महीने में चार बार भी बंगले से बाहर नहीं निकले।


उधर, राबड़ी देवी ने भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ‘अतिथि भूमिका’ में हैं। बाढ़, कोरोना, इलाज का अभाव, जल जमाव, ग़रीबी, पलायन, बेरोज़गारी समेत अनेक समस्याओं से बिहार त्राहिमाम कर रहा है लेकिन सूबे के मुखिया का कहीं पता नहीं है। संकट की घड़ी में उन्हें राज्यवासियों के बीच रहना चाहिए।


लालू जी चिंता न करें, बिहार सुरक्षित हाथों में : जदयू
प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को उन्हीं की भाषा भोजपुरी में जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि जब सत्ता में थे तो कुछ नहीं किए, आज भोजपुरी में बोलकर इस भाषा का मजाक उड़ा रहे हैं। संजय सिंह ने कहा कि लालू जी आप वहीं हैं न जहां आपको आपके नाम नहीं नम्बर से जाना जाता है। आपको बिहार की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि बिहार एकदम सुरक्षित हाथ में है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है, नीतीश कुमार सभी मर्ज की दवा हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार घर से कितनी बार निकलते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। बिहार की जनता के लिए काम हो रहा या नहीं, इससे फर्क पड़ता है। आपलोगों को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि बिहार में इतना बेहतर तरीके से सबकुछ ठीक कैसे चल रहा है। कोरोना और बाढ़ में सीएम दिन-रात एक करके मेहनत कर रहे हैं। सभी जगह सुचारू रूप से काम चल रहा है।              


लक्ष्मण वालों को जांच की सुविधा दिलाएं

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वैसे मरीज जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण हैं, उन्हें किसी भी निर्धारित स्वास्थ्य संस्थान पर अपनी जांच कराने की सुविधा दिलाएं। इसके लिए संस्थान तय कर दें। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करे।पटना में इस तरह की व्यवस्था अविलंब प्रारंभ करा दें। साथ ही विज्ञापन एवं अन्य माध्यमों से लोगों को यह सूचना दी जाय कि कहां पर और किस प्रकार से जांच की यह व्यवस्था की जा रही है।


मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मुख्य सचिव के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की और कई निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि एंटीजन जांच की व्यवस्था का विस्तार सुनिशित किया जाय, ताकि जांच कार्य एवं इसकी रिपोर्ट आने में और तेजी आ सके। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की लगातार मॉनिटरिंग करें। उन्हें किसी प्रकार की चिकित्सा सुविधा की जरूरत होने पर अविलंब उपलब्ध करायी जाय। उनका मनोबल भी लगातार बनाये रखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने अपील की है कि लोग धैर्य रखें, सचेत रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अत्यंत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें और घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें।               


पीलीभीतः 6 पुलिसकर्मी संक्रमित, थाना सील

राजेश गुप्ता


पीलीभीत। जनपद के एक थाने में एक साथ 6 पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमित पाए जाने से जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है।जानकारी के अनुसार जनपद पीलीभीत के थाना अमरिया में पुलिसकर्मियों की रैंडम चेकिंग की गई थी जिसके अंतर्गत रेंडम चेकिंग कि आई रिपोर्ट में 6 पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि सीएससी अधीक्षक अमरिया लोकेश कुमार गंगवार ने की है। उन्होंने मीडिया को बताया है थाना अमरिया में तैनात 6 पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमित पाया गया है।सभी कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों को पीलीभीत के L1 फैसिलिटी आयुर्वेदिक विद्यालय में भर्ती करा दिया गया है।इसी के साथही थाने में तैनात 66 पुलिसकर्मियों को क्वॉरेंटाइन करते हुए प्रशासन के द्वारा थाना अमरिया का 500 मीटर का एरिया भी सील करा दिया गया है।पूरे थाना को सैनिटाइजिंग किया जा रहा है। अधीक्षक लोकेश गंगवार ने आगे बताया है थाने के सभी लगभग 60 से 70 पुलिस कर्मियों का चेकअप किया जा रहा है।             


बनारस में एक साथ 51 संक्रमित मिले

मो0 सलीम


वाराणसी। सुबह-ए-बनारस और नियमो के तहत एक तरफ की खुलती दुकानों के बीच आज सुबह-ए-बनारस ने अपनी अलसाई आँखे खोली ही थी कि कोरोना ने भी शहर में अंगडाई ले डाली और एक एक साथ 51 नए संक्रमण के मामले सामने आने के बाद कोरोना के खौफ ने शहर बनारस को अपने आगोश में ले लिया है। इसके बाद भी सडको पर बेमतलब टहलने वालो की कमी भी नहीं है। बाज़ार थोड़ी ही सही खुली हुई है। सड़के भले तंग है मगर आप अपनी बाइक से बेमतलब निकल जाए। कोई काम हो न हो सिर्फ घूमना मकसद हो। चंद फुल लेने भी कम से कम तीन किलोमीटर दूर जाये। मगर इसके पहले आप एक बार गौरफरमाए कि हुजुर बनारस में कोरोना संक्रमण के मामलो ने एक हज़ार की तायदात पार कर दिया है।


बहरहाल, साहब जीवन आपका है। आपको सुरक्षित रखना है। हम अपनी खबर को पूरा कर दे रहे है कि यहाँ शहर बनारस जो अपनी मस्ती मौज में चलता रहता है, अब कोरोना के कहर से खौफज़दा हो रहा है। हर रोज नए मरीजों का मिलना बदस्तूर जारी है। आज शनिवार को सुबह 11 बजे तक आई रिपोर्ट में 51 लोग पॉजिटिव पाए गए है। वाराणसी में इस खतरनाक बीमारी से अबतक कुल 31 लोगों की जान भी जा चुकी है। जिले में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 1169 हो गया है। जबकि 513 मरीज स्वस्थ होकर अपने अपने घरों के लिए डिस्चार्ज हो चुके हैं। वर्तमान में एक्टिव कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 625 है।


आप इस आकड़ो पर नज़र दौडाए। शहर में बने हॉटस्पॉट को आप कलम से नही बल्कि टहलते घूमते खुद देख रहे है। यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहेगा तो एक वक्त ऐसा भी आ सकता है कि गलियों के शहर बनारस में हर दो गलियों के बाद एक हॉटस्पॉट मिलेगा। आखिर प्रशासन भी आपको कब तक चिल्ला चिल्ला कर कहेगा कि सोशल डिस्टेंस बना कर रखे। आपकी मर्ज़ी है। इस भीड़ का आप हिस्सा बने रहना चाहते है या फिर खुद को और खुद के परिवार को सुरक्षित रखना चाहते है। घरो में रहे सुरक्षित रहे।             


रिकवरी दर 63.33 प्रतिशत तक पहुंची



नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोविद -19 के मौजूदा 3.42 लाख रोगियों में से 1.94 प्रतिशत आईसीयू में हैं और 0.35 प्रतिशत वेंटिलेटर पर हैं। 2.81 प्रतिशत लोगों को ऑक्सीजन दी जा रही है जबकि रिकवरी दर 63.33 प्रतिशत तक पहुंच गई है। मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविद -19 का वास्तविक आंकड़ा तीन लाख 42 हजार 756 है जबकि 6.35 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटों में 22,942 लोग बरामद हुए और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।




मंत्रालय ने कहा कि वसूली दर को बढ़ाकर 63.33 प्रतिशत कर दिया गया है। देश में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गुरुवार को इलाज की दर 63.25 प्रतिशत थी। मंत्रालय ने कहा कि दुनिया के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले देश भारत में प्रति मिलियन 727.4 मामले हैं, जो कुछ यूरोपीय देशों की तुलना में चार से आठ गुना कम है।


इसके साथ, देश में महामारी की मृत्यु दर प्रति मिलियन 18.6 है, जो दुनिया में सबसे कम है। मंत्रालय ने कहा, "यह भी उल्लेखनीय है कि 1.94 प्रतिशत मरीज आईसीयू में हैं, 0.35 प्रतिशत वेंटिलेटर पर हैं और 2.81 प्रतिशत ऑक्सीजन बिस्तर पर हैं।" कुल मामलों में से 63.33 प्रतिशत ठीक हो गए हैं।


मंत्रालय ने कहा कि यह सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के समन्वित प्रयासों, डोर-टू-डोर सर्वेक्षण, संपर्क का पता लगाने, अलग-अलग क्षेत्रों की निगरानी, ​​निरंतर जांच और समय पर उपचार के कारण संभव हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत ने कोविद -19 रोगियों की विभिन्न श्रेणियों के लिए देखभाल के मानक प्रोटोकॉल का अनुपालन किया है। प्रभावी नैदानिक ​​प्रबंधन नीतियों ने सकारात्मक परिणाम भी दिए हैं।


मंत्रालय ने यह भी कहा कि एन 95 मास्क और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की भी कोई कमी नहीं है। यह बताया गया कि केंद्र ने राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय संस्थानों को 235.58 लाख एन 95 मास्क और 124.26 लाख पीपीई किट प्रदान किए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोविद -19 की संख्या शुक्रवार को एक मिलियन से अधिक हो गई, जिसमें एक ही दिन में सबसे अधिक 34,956 मामले दर्ज किए गए। महज तीन दिन पहले यह आंकड़ा नौ लाख को पार कर गया था। शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या एक लाख तीन हजार 832 हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 25,602 हो गई है और एक दिन में मरने वालों की अधिकतम संख्या 687 तक पहुँच गया है।



मौत के खौफ से गैंगस्टर ने किया सरेंडर

एनकाउंटर के खौफ से थाने में सरेंडर करने पहुंचा गैंगस्टर.



सहारनपुर। सीएम योगी की सरकार में बदमाशों के अंदर पुलिस का खौफ साफ नजर आने लगा है। इसका ताजा उदाहरण सहारनपुर के थाना देवबंद में तब देखने को मिला जब एक गैंगस्टर में निरुद्ध बदमाश छोटन निवासी गांव लबक़री अपनी गिरफ्तारी देने खुद ही थाने पहुंच गया।आए दिन हो रहे पुलिस-बदमाशों के बीच एनकाउंटर से भयभीत बदमाश ने कहा वर्तमान में जिस तरह पुलिस आफत बनकर अपराधियों पर टूट रही है, इससे उसे भी डर सताने लगा है। गैंगस्टर में वांछित छोटन हाथ मे तख्ती लिए हुए था जिस पर लिखा हुआ था कि मेरा नाम छोटन है और में लबकरी गांव का रहने वाला हूं और मैं कभी भी भविष्य में अपराध नहीं करूंगा।
रिपोर्ट:अंकुर गर्ग/आस मोहम्मद


दिल्ली में बिना मास्क ₹500 का जुर्माना

प्रदीप उज्जैनी


उत्तरी बाहरी दिल्ली।अलीपुर थाना पुलिस ने बगैर मास्क लगाए लोगों के चालान काटे जिसमें दुपहिया वाहन कार चालक टेंपो चालक सवार थे।


कोरोना महामारी के चलते दिल्ली पुलिस भी लगातार सक्रिय है और लोगों के चालान काट रही है लेकिन उसके बावजूद भी लोग बगैर मास्क लगाए घर से बाहर निकल आते हैं। जिसके चलते दिल्ली पुलिस सब लोगों के चालान काट रही है चालान के दौरान लोगों से 500 रुपये का जुर्माना लिया जा रहा है। जिसके चलते अलीपुर थाना पुलिस ने कल शाम करीब 42 लोगों के चालान काटे हैं। इससे पहले भी इसी तरह की मुहिम अलीपुर थाना पुलिस ने चलाई थी और लोगों के चालान काटे थे।               


छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन पर विचार-विमर्श

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। आज रात से राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन लग सकता है। आज शाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंत्रियों की बैठक बुलाय़ी है। बैठक में प्रदेश में 15 दिन का लॉकडाउन लागू करने का फैसला किया जा सकता है। राज्य सरकार ने अपने स्तर से इसकी पूरी तैयारी कर ली है। आज मंत्रियों की बैठक के बाद संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया जा सकता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शाम 4 बजे सीएम हाउस में ये बैठक बुलायी है। इस बैठक का पूरा एजेंडा ही कोरोना से जुड़ा है। लिहाजा कोरोना के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा के साथ-साथ लॉकडाउन पर चर्चा की जायेगी।


आपको बता दें कि प्रदेश में लगातार कोरोना के आंकड़े बढ़ रहे हैं। खासकर राजधानी रायपुर में पिछले एक महीने से कोरोना की जो रफ्तार हुई है, वो धीमी पड़ती नहीं दिख रही है। कल तो प्रदेश ने कोरोना के सारे रिकार्ड तोड़ दिये, एक ही दिन में कोरोना से 242 मरीज मिले थे, जिसमें से 127 मरीज सिर्फ राजधानी रायपुर से थे। कोरोना के बढ़े खतरे और कोरोना के साइकिल को तोड़ने के लिए राज्य सरकार एक और लॉकडाउन प्रदेश में लागू करने जा रही है।


हालांकि लॉकडाउन का स्तर किस तरह का होगा ? किस तरह की सेवाओं को छूट दी जायेगी? बाजार में किन-किन दुकानों को खोलने की इजाजत दी जायेगी, इसे लेकर बैठक में चर्चा की जायेगी। हालांकि विश्वस्त सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है कि प्रदेश में लाकडाउन 15 दिन का किया जा सकता है।               


मंदिर ट्रस्ट, पुजारीयों सहित 140 संक्रमित

आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ रहा है। अभी तक मंदिर के 14 पुजारी समेत ट्रस्ट के 140 से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।



तिरुपति। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब कुछ दिन के लिए मंदिर में दर्शन बंद करने की मांग की जा रही है। हालांकि, ट्रस्ट ने फिलहाल इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।


 बता दें कि अनलॉक-1 के तहत 8 जून को मंदिर फिर से खोला गया था। 11 जून से आम लोगों के लिए खोला गया। 13 जून से मंदिर के स्टाफ में कोरोना के मामले सामने आने लगे थे। शुरुआत में यहां श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ी लेकिन मंदिर में कोरोना का असर देखते हुए अब भीड़ कम होने लगी है। अभी हर दिन 8 से 9 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं।


मंदिर में कोरोना बढ़ने के बाद अब दर्शन बंद करने की मांग उठ रही है। कर्मचारी संगठनों ने भी ट्रस्ट से मांग की है, संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए फिलहाल मंदिर को बंद किया जाए। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भी आंध्र प्रदेश सरकार से मांग की है कि स्थिति बिगड़ने से पहले जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। वहीं तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा है कि, फिलहाल मंदिर में सार्वजनिक दर्शन को रोकने की कोई योजना नहीं। स्थिति अभी नियंत्रण में है, इसलिए मंदिर फिर से बंद करने का कोई मतलब नहीं। जो कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं, उन्हें क्वारंटाइन किया गया है।               




आईआईटी में प्रवेश लेना होगा आसान

प्रमोद मिश्रा


नई दिल्ली। दिन की शुरुआत अच्छी खबरों से होनी चाहिए। आज की अच्छी खबर यह है कि अब इस बार IIT में एडमिशन और भी आसानी से होगी इसकी जानकारी खुद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर दी है ।


मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार को घोषणा की कि कोरोना के चलते विभिन्न बोर्डों द्वारा 12वीं कक्षा की परीक्षा को आंशिक रूप से रद्द करने की वजह से इस साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने प्रवेश मानदंडों में छूट देने का निर्णय किया है।
एचआरडी मंत्री निशंक ने इसको लेकर ट्वीट किया है। निशंक ने अपने ट्वीट में लिखा है कि आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई एडवांस में पास होने होने के अलावा 12वीं बोर्ड की परीक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होते थे या फिर पात्रता परीक्षा में शीर्ष 20 पर्सेंटाइल में स्थान बनाना होता था। निशंक ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “बोर्डो द्वारा 12वीं कक्षा की परीक्षा को आंशिक रूप से रद्द करने के मद्देनजर संयुक्त नामांकन बोर्ड (जेएबी) ने इस बार जेईई एडवांस 2020 पास छात्रों के लिए प्रवेश मानदंडों में छूट देने का फैसला किया है।
देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर?
एक अन्य ट्वीट में निशंक ने लिखा, “ऐसे पात्र उम्मीदवार जिन्होंने 12वीं कक्षा की परीक्षा पास की है, वे दाखिला लेने के पात्र होंगे और उन्हें मिले अंकों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
बता दें कि इससे पहले जानकारी सामने आई थी कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) जेईई एडवांस परीक्षा के सिलेबस को कम करने और प्रवेश परीक्षा फॉर्मेट को बदलने पर चर्चा करेगा। बता दें कि इस साल, आईआईटी दिल्ली जेईई एडवांस परीक्षा का आयोजन कर रहा है।             


11 संक्रमित, एसएसपी ने मेस बंद कराया

रायबरेली। महराजगंज में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को 11 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें चार पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। एक संक्रमित पुलिस कर्मी एसपी कार्यालय में डायल-112 के टेलीफोन ड्यूटी में तैनात था। वहीं दो संक्रमित सिपाही कोतवाली में तैनात थे। वे दोनों बाहर रहते थे। एसपी आवास में बने उसी गारद के मेस में भोजन करते थे, जहां का कुक कोरोना पॉजिटिव मिला था। एसपी ने एहतियात के तौर पर गारद के मेस को बंद करा दिया है। पुलिस कार्यालय और कोतवाली में तीन पुलिस कर्मियों के संक्रमित मिलने से महकमे में हड़कंप मच गया है। कोतवाली के पुलिस कर्मी संदेह में अपना कोरोना टेस्ट खुद ही कराए थे, लेकिन वह सूचना नहीं दिए थे। नियमित रूप से ड्यूटी कर रहे थे। यह भी बताया जा रहा है कि शुक्रवार को दोनों की वीआईपी ड्यूटी भी लगी थी। उसी दौरान रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोनों के अलावा पुलिस कार्यालय में डायल-112 के टेलीफोन ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों को इलाज के लिए कोविड केयर हॉस्पिटल भेज दिया गया। चौथा संक्रमित पुलिस लाइन में तैनात था। उसे भी इलाज के लिए भेजा गया है। खांसी ना बुखार, पर जांच में मिल रहे संक्रमित बिना मास्क लगाए घर से बाहर निकलने वाले व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वाले अब चेत जाएं। क्योंकि कोरोना संक्रमित ऐसे लोग भी मिल रहे हैं जिनको न तो सर्दी-जुखाम हुआ है और ना ही खांसी या बुखार से पीड़ित हैं। देखने में पूरी तरह स्वस्थ हैं। लेकिन जांच में संक्रमित मिल रहे हैं। शुक्रवार को आई जांच रिपोर्ट में चार पुलिस कर्मी संक्रमित मिले हैं। सभी को इलाज के लिए कोविड केयर हॉस्पिटल पुरैना भेज दिया गया है। पुलिस कर्मियों की नियमित जांच कराई जा रही है। एहतियात के तौर पर गारद के मेस को बंद करा दिया गया है।              


महिला पार्षद ने आयुक्त पर चप्पल उठाई

मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक पार्षद ने बीच बैठक में नगर आयुक्त को ही चप्पल मार दी। शुक्रवार को मथुरा नगर निगम की बैठक में किसी बात से खफा होकर भाजपा पार्षद दीपिका रानी सिंह ने नगर आयुक्त रविंद्र कुमार को चप्पल मारी। हालांकि चपप्ल नगर आयुक्त को ना लगकर उनके पीए को जाकर लगी। बैठक में मौजूद दूसरे नेताओं और कर्मचारियों ने किसी तरह बीच-बचाव किया।


मथुरा के मुकुंद पैलेस में शुक्रवार को मथुरा वृन्दावन नगर निगम की बजट बोर्ड बैठक बुलाई गई थी। पार्षद अपने अपने वार्डों में प्रस्तावित और हुए विकास कार्यों को लेकर हंगामा करने लगे। इसी बीच वार्ड 24 की पार्षद दीपिका रानी सिंह मंच पर बैठे नगर आयुक्त रविंद्र कुमार मांदड़ के पास पहुंचीं। दीपिका रानी का कहना है कि, उन्होंने वार्ड में हुए कार्यां की सूची और कुछ अन्य समस्याओं को लेकर नगर आयुक्त से बात की तो उन्होंने हाथ पकड़कर झटका और कहा कि चल बैठ जा।इस पर मुझे गुस्सा आ गया।


नगर आयुक्त ने पार्षद पर एफआईआर के लिए तहरीर दी है। नगर आयुक्त ने कहा कि बैठक शुरू होने से पहले ही पार्षद दीपिका रानी ने हंगामा शुरू कर दिया था। उन्होंने मुझसे और अन्य अधिकारियों से गाली गलौच भी की। जब पीए ने समझाया तो उसको चपल्लों से पीटा गया। इस मामले में एफआईआर दर्ज करा कर वैधानिक कार्रवाई कराई जाएगी।               


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...