बुधवार, 24 जून 2020

मैन्युफैक्चरिंग 'चीन दुनिया की फैक्ट्री'

अकांशु उपाध्याय

बिजिंग। चीन दुनिया की फैक्ट्री है। क्या हमारे कारखाने उस क्वालिटी का और उतना माल बनाने के लिए तैयार हैं ? एक फैक्ट्री मालिक होने के नाते मेरा अनुभव यह है कि हम लोग इंजीनियरिंग और खासकर मैन्युफैक्चरिंग के मामले में दुनिया से बहुत पिछड़े हुए हैं।

अपनी फैक्ट्री में एक छोटी सी मशीन बनवाने, या किसी डाई को रिपेयर कराने के लिए मुझे जो संघर्ष करना पड़ता है, वह मुझे हैरान करता है कि हर साल करोड़ों ग्रैजुएट्स उगलने वाले इस देश के महान शिक्षा संस्थान क्यों कुछ ऐसे लोग नहीं दे पाते जो ठीक से एक डाई भी बना सकें। पिछले 20 सालों की आर्थिक तेजी में जो थोड़ा बहुत कमाल हमने दिखाया है, वह बस सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में है, मैन्युफैक्चरिंग के मामले में हम निकम्मे हैं।

क्या ऐसा इसलिए है कि भारत चिंतन करने वालों का देश रहा है। हाथ से काम करने को यहां नीची निगाह से देखा जाता है, इसलिए हमारी आबादी के सारे तेज दिमाग लोग किसी ऐसे पेशे में नहीं जाते जिसमे हाथ का काम हो। वे सिर्फ पढ़ते, सोचते हैं ! एक अमूर्त कंप्यूटर प्रोग्राम को डिकोड करना हमारे लिए अधिक आसान है बजाएं रंदा चलाकर एक लकड़ी को सीधा करने से हमारे सारे शिक्षा संस्थान सिर्फ सोचना सिखाते हैं, करना नहीं। ऐसे में उस चीन से हम कैसे जीतेंगे जो आठवीं क्लास पास करने के बाद ही बच्चे को सीधे ही कोई हुनर सिखाते हैं। वोकेशनल कोर्स कराते हैं। अपनी चीन यात्रा के दौरान मैंने जाना था कि चीन ने अपने हुनरमंदों की इज्जत की। उन्हें उद्यमी बनाया। दूसरी तरफ हमारी सरकार ने इनफॉरमल इकोनामी कह कर उनकी बेइज्जती की। सरकारी अफसरों ने उन्हें इतना डराया धमकाया कि वे बड़े होने से डरने लगे। हमारे देश में परंपरा से जो हुनरमंद आते हैं उनकी कद्र बड़ी इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज़ ने भी नहीं की। सिर्फ इसलिए क्योंकि ये हुनरमंद एक अलग भाषा में बात करते हैं। उनकी शब्दावली उनकी दुनिया की है। इसलिए हमारे यहां ये दोनों दुनियाऐं अलग अलग समानांतर चलती रहीं और एक दूसरे को कोई फायदा नहीं पहुंचा पााईं। अगर पढ़े -लिखे इंजीनियर अपना अहंकार छोड़ कर इन दोनों दुनियाओं के बीच में पुल बनाने की कोशिश करते तो आज हम मैन्युफैक्चरिंग के मामले में इतने पिछड़े ना होते।हबेशक हमारे युवा संख्या में बहुत हैं, पर एक बार उनकी क्वालिटी पर भी नजर डालिये। स्कूल कालेजों से कच्ची पक्की परीक्षाएं पास किए ये लोग अब खेती करने में बेइज्जती महसूस करते हैं और उनके पास ऐसा कोई ज्ञान या हुनर नहीं है जो फैक्ट्रियों के काम का हो। बारहवीं पास बच्चा किराने की दुकान पर सामान का हिसाब भी ठीक से नहीं जोड़ सकता। हमारे स्कूलों के पाठ्यक्रमों में ऐसा कुछ नहीं है जो बाजार के काम का हो। हमें इस बारे में गम्भीरता से विचार करना होगा।

चीन से बराबरी करने का सपना देखने वालों को वहां काम करने वाली महिलाओं की संख्या भी देखना चाहिए। हमने देश की 50% आबादी को बेकार घर पर बिठा रखा है। पिछले कुछ सालों की कालेजों की मेरिट लिस्ट उठा कर देखिए। ज्यादातर गोल्ड मेडल लड़कियों ने हासिल किये हैं। वे लड़कियां मैन्युफैकचरिंग सैक्टर में क्यों दिखाई नहीं देतीं ?

जिस समय हमारी महिलायें कथा कीर्तन में व्यस्त होती हैं चीन की महिलायें अपनी फैक्ट्री चला रही होती हैं।

चीन से बराबरी के सपने देखता भारतीय समाज चीन की कार्य संस्कृति को क्यों नहीं देखता ? हमारे कारखानों में कामगारों के साल के औसत कार्य दिवस दुनिया के मुकाबले बहुत कम हैं।

कारपोरेट के हमारे मैनेजर इंनइफिशिएंट हैं। हमने मैनेजर बनने की एकमात्र योग्यता टूटी-फूटी अंग्रेजी बोलना बना रखी है। ज्यादातर मैनेजर बस यही एक काम जानते हैं। चीन के लोग आज भी अपनी मातृभाषा में काम करते हैं।

अब वे भी उसी भ्रष्टाचार और अक्षमता के शिकार हो गए हैं। वे रिश्वत नहीं लेते, पर मोटी तनख्वाह लेकर बस अपनी खीज अपने मातहत कर्मचारियों पर उतारते हैं। यह बात मैं किसी किताब में पढ़कर नहीं अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर कहता हूं। आप सोचेंगे यदि भारतीय समाज में इतनी बुराइयां हैं तो फिर 20 -30 सालों में हमने इतनी तरक्की कैसे की है ???

मेरे विचार में इसकी एक बड़ी वजह है ज़मीन का पैसा। 1991 में पी वी नरसिम्हा राव की सरकार ने आर्थिक सुधार लागू किए। उससे विदेशी निवेश आया, फिर अटल सरकार ने बड़े राजमार्ग बनाए, होमलोन सस्ते हुए। इन वजहों से जमीन के दामों में बहुत बड़ा उछाल आया। इसने बड़ी मात्रा में काला धन पैदा किया। यह धन किसी मेहनत या हुनर से कमाया हुआ धन नहीं था। यह जमीन के सट्टे की फसल थी। इस काले धन ने जो डिमांड पैदा की उसके लिए हमारी सप्लाई साइड तैयार नहीं थी। क्योंकि उसके पहले के 20- 25 साल देश में मंदी की वजह से नई फैक्ट्रीयां, नए कारोबार उस तादाद में नहीं लग पाए थे। रातों रात नई फैक्ट्रियां लगना संभव नहीं थी, इसलिये सप्लाई साइड की इनएफिशिएंसी के बावजूद बाजार उछलता रहा। तो हमें चीन की तरफ जाना पङा। बाप दादाओं के खेत बेचकर स्कॉर्पियो खरीदने वाला एक नया वर्ग पैदा हुआ जो जमीनों की दलाली में धनकुबेर बना। 

 अपने देश की परिस्थितियों और गरीबी के हिसाब से कोई नयी सस्ता मकान या अन्य कोई तकनीक ढूंढ़ने में किसी का ध्यान नहीं था।

कोरोना इस तरह से वरदान है कि ईजी मनी के नशे में ग़ाफ़िल हमारे देश की प्रतिभाओं को शायद यह नींद से जगा दे। मजबूरी में ही सही हम अपने कंफर्ट जोन से बाहर आएं।

कुछ दिन पहले जो N95 मास्क 100 रूपये से अधिक में मिलता था आज हमने चीन से मशीनें मँगा कर अपने यहाँ बनाना शुरू किया तो यहाँ पर उसकी कीमत मात्र 30 रूपये आ रही है।

केवल मुंह बनाकर अंग्रेजी बोलना सिर्फ भाषाई योग्यता है, तरक्की के लिए मेहनत भी करनी होती है।

 शायद हमें एहसास हो कि धर्म और जाति नहीं गरीबी और भुखमरी अधिक महत्वपूर्ण है। और इस वक्त हमें एक दूसरे का हाथ पकड़कर इस मुसीबत से पार पाना है।

दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब दुनिया ने जर्मनी का बहिष्कार कर दिया, तब वहां के इंजीनियरों ने लगभग हर मामले में अपने देश को आत्मनिर्भर बना लिया। यदि हम वास्तव में चीन का बहिष्कार करना चाहते हैं तो तो पहले हमें अपने मेहनतकश समाज को मजबूत करने के साथ-साथ देशहित को सर्वोपरि रखकर आगे बढ़ना होगा।

अभिनन्दन के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट स्थित उदयन

डीएम मनीष वर्मा एवं एसपी अभिनन्दन के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट स्थित उदयन


कौशाम्बी। सभागार में आगामी बकरीद एवं काँवड़ यात्रा के सम्बंध में धर्मगुरुओ के साथ बैठक का किया गया आयोजन।कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर इस बार काँवड़ यात्रा पर रहेगी रोक।मंदिर में एक साथ 05 लोगो के प्रवेश पर रहेगी रोक। डीएम ने सोशल डिस्टेंस का अनिवार्य रूप से पालन करने एवं मास्क का प्रयोग करने का दिया निर्देश।बकरीद त्यौहार को लेकर सामूहिक कुर्बानी की जगह इस बार घर में दी जाएगी कुर्बानी।एसपी अभिनदंन ने समस्त प्रभारी निरीक्षकों को अपने अपने क्षेत्र में निरन्तर भृमण कर विक्रय स्थल पर विशेष सतर्कता एवं सावधानी बरतने का दिया निर्देश।


विमलेश कुमार मौर्या


4 माह का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाए

सुनील पुरी


फतेहपुर। उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केन्द्र फतेहपुर, विकास सिंघल ने बताया कि स्पेशल कंपोनेंट योजनांतर्गत वर्ष 2020-21 में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के व्यक्तियों को स्व-रोजगार युक्त बनाने हेतु गत वर्षों के भांति इस वर्ष भी पुरुषों को इलेक्ट्रिशियन एवं महिलाओं को कम्प्यूटर साफ्टवेयर ट्रेड में प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है, जिसमे एक माह का सैद्धान्तिक तथा तीन माह का व्यवहारिक एवं पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) जाति के व्यक्तियों को स्व-रोजगार युक्त बनाने हेतु पुरुषों को कम्प्यूटर साफ्टवेयर में प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है जिसमे एक माह का सैद्धान्तिक एवं चार माह का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। उक्त प्रशिक्षण के लिए आयु 18 वर्ष से 45 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। गैर तकनीकी प्रशिक्षण हेतु लिखने -पढ़ने का ज्ञान आवश्यक है, तथा तकनीकी प्रशिक्षण हेतु कम से कम 8वीं पास होना आवश्यक है। इच्छुक अभ्यर्थी उक्त प्रशिक्षण हेतु निर्धारित आवेदन पत्र दिनाँक 25.07.2020 तक जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केन्द्र , आबूनगर, फतेहपुर में प्राप्त एवं जमा कर सकते है। योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी हेतु किसी भी कार्य दिवस में कार्यालय में संपर्क कर सकते है।


विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनांतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 में पारम्परिक कारीगरों बढई, नाई, लोहार, कुम्हार, हलवाई के प्रशिक्षण हेतु गठित चयन समिति के द्वारा साक्षात्कार दिनाँक 25.06.2020 को ट्रेड बढ़ई, 29.06.2020 को ट्रेड नाई, 01.07.2020 को ट्रेड लोहार, 03.07.2020 को ट्रेड कुम्हार एवं 06.07.2020 को ट्रेड हलवाई का प्रातः 11:00 बजे से कार्यालय जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केन्द्र, आबूनगर, फतेहपुर में उक्त ट्रेडों में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का साक्षात्कार/चयन किया है।


विमलेश कुमार मौर्या


मजिस्ट्रेट ने हॉस्पिटलों को किया सील

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बिना रजिस्ट्रेशन व मानक के अनुरूप संचालित न होने वाले हॉस्पिटलों को किया सील

 

गोरखपुर। जिलाधिकारी गोरखपुर के विजयेंद्र पांडियन के निर्देशानुसार शहर में बिना रजिस्ट्रेशन व मानक के अनुरूप अपना हॉस्पिटल न संचालित करने की सूचना पर जॉइंट मजिस्ट्रेट/उप जिलाधिकारी सदर गौरव सिंह सोगरवाल अपने टीम के साथ  शहर के कूड़ाघाट क्षेत्र में कई हॉस्पिटलों जैसे शुभांगी डायग्नोस्टिक सेंटर एवं गिरीजा चाइल्ड केयर मानवी हॉस्पिटल हरदेव हॉस्पिटल व जया हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया  जिसमें  पाया गया कि हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के व आवश्यक मानकों का उल्लंघन करते पाया गया। बिना रजिस्ट्रेशन के पाए गए हॉस्पिटल को सील किया गया व बिना मानक के पाए गए हॉस्पिटल में मरीजों के प्रवेश पर रोक लगाया गया तथा हॉस्पिटल को 7 दिन के भीतर जवाब देने को बोला गया। निरीक्षण में उप जिलाधिकारी  सदर, अपर जिला स्वास्थ्य अधिकारी व तहसील सदर के कर्मचारी गण मौजूद रहे।

लखनऊः जवानों की पॉजिटिव संख्या बढ़ती

लखनऊ। केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोरोना के लक्षण वाले 2,373 सैंपल की कल हुई जांच में 91 पाॅजिटिव मिले हैं, इनमें अकेले लखनऊ के ही 72 लोग हैं। ये जांच रिपोर्ट आज सुबह जारी की गई है। चिंता की बात ये है कि पीएसी जवानों की पाॅजिटिव रिपोर्ट की संख्या लगातार बढ़ रही है।
लखनऊ में मिले 72 पाॅजिटिव में 5, 8 एवं 9 वर्षीय तीन बालक एवं सात महिलाएं हैं तथा दो छोटी बच्चियों को भी पाॅजिटिव पाया गया है, जिसमें एक बच्ची तो केवल एक साल की है तथा दूसरी बच्ची की उम्र 7 वर्ष है। 60 पुरुष पाॅजिटिव मिले हैं जिसमें कई युवक व 60, 75 एवं 80 वर्षीय तीन बुजुर्ग भी शामिल हैं। जहां केजीएमयू की रिपोर्ट में 72 नए पाॅजिटिव की बात की गई है तो सीएमओ आफिस की ओर से लखनऊ में 62 मामले बढ़ने की बात कही गई है। इनमें नाका क्षेत्र स्थित डीएवी कॉलेज परिसर ठहराए गए पीएसी के 24 जवान, हजरतगंज में एक इंश्योरेंस कंपनी के 11 कर्मचारी, वृंदावन में स्टेट बैंक के कर्मचारियों के 8 परिजन, कानपुर रोड स्थित एलडीए कालोनी के 5, ब्लंट स्कावयर के 3, महानगर के 2 एवं काकोरी, राम स्वरूप विवि, चिनहट के कमता, तेलीबाग के एक-एक तथा एक नर्स शामिल है। अन्य 4 मरीजों का व्यौरा जुटाया जा रहा है।
इसके अलावा केजीएमयू की रिपोर्ट में कहा गया है कि संभल में 4, हरदोई में 3, शाहजहांपुर में 6, कन्नौज में 5, उन्नाव में एक मरीज की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है।


विजय आनंद वर्मा


अभियंता की गाड़ी नहर में डूबी, मौत



रेलवे अभियंता की गाड़ी नहर में डूबी,ड्राइवर बचे इंजीनियर की मौत



अयोध्या। जिले के रुदौली तहसील क्षेत्र के राष्ट्रीय मार्ग पर मवई चौराहा के पास पंजाब से पटना जाते समय रेलवे के इंजीनियर का इनोवा वाहन शारदा सहायक नहर में गिर गया।जिसमें तीन लोग सवार थे।



दो ड्राइवरों की तो किसी तरह जान बच गई। लेकिन इनोवा सहित इंजीनियर लापता हो गए थे।हालांकि स्थानीय प्रशासन व ग्रामीणों के सहयोग से मौके पर गोता खोरों द्वारा वाहन व इंजीनियर का पता लगा लिया गया है। नहर से इंजीनियर के शव को बाहर निकाला गया है। ड्राइवर के अनुसार गाड़ी नहर में गिरने के लगभग 50 मीटर दूर जाकर डूबने लगी दोनों निकलने में कामयाब हो गए। लेकिन इंजीनियर साहब नहीं निकल पाए और वाहन डूबकर लापता हो गया। मौके पर एसडीएम सीओ सहित अन्य अधिकारी पहुंच कर बचाव कार्य करवाने लगे। 

 ग्राम प्रधान का कसारी  तौकीर अहमद उर्फ कल्लन ने बताया कि तहसील रुदौली के पास मवई में आज रात लगभग 3 बजे एक innova गाड़ी जो कि पंजाब से पटना के लिए जा रही थी।कार अनियंत्रित होकर शारदा सहायक नहर में कूद गई, जिसमें 2 लोग सकुशल बच गए व एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी।जिसका शव नहर से निकाला गया है।मृतक इंजीनियर रेलवे विभाग के सहायक मंडल अभियंता बताये जा रहे हैं।


पदाधिकारियों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

रामपुर। लालपुर पुल के निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस पदाधिकारियों ने ज़िला अधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया लालपुर पुल का निर्माण जनहित में बहुत आवश्यक हैं पुल के कारण जनपद के करीब 10 लाख लोगो को पुल ना होने की वजह परेशानी का सामना करना पड़ता हैं।

लोगो को आने जाने में काफी परेशानी होती हैं कांग्रेस की मांग हैं की लालपुर पुल पर राजनीति ही हैं लेकिन परेशानी जनता को हो रही हैं लालपुर का पुल एक गाव का मामला नहीं हैं यह जिले की 10 लाख आबादी को जोड़ने वाला पुल हैं।नवाबी दौर का बना पुल इतना मजबूत था जो 20-30 साल और चल सकता था नया पुल बनने के बाद भी पुराना पुल तोड़ा जा सकता था। लेकिन नफरत की राजनीति ने पुराना पुल को धाराशाही करा दिया लेकिन आज फिर से वहीं हो रहा हैं पुल को राजनीति का अड्डा बनाया जा रहा हैं लेकिन इसमें जनता का क्या कसूर हैं जनता को सिर्फ परेशानी का सामना करना पड़ रहा है अस्थाइ पुल टूटने से लोगो की परेशानियां और बढ़ गई हैं लोगो को राहत मिलने के बजाए उनकी परेशानी बढ़ रही हैं।

हम ज़िला अधिकारी रामपुर से अनुरोध करते हैं की पुल का निर्माण केवल आप ही करा सकते हैं इस प्रकड़ पर जोर देते हुए इसका निर्माण शीघ्र अतिशीघ्र कराने का कष्ट करें। ज्ञापन पर ज़िला अध्यक्ष धर्मेन्द्र देव गुप्ता, शहर अध्यक्ष मामून शाह खां, युवा कांग्रेस के ज़िला अध्यक्ष नौमान खां, एजाज खां एडवोकेट, आमिर मियां एडवोकेट, शैजी खां एडवोकेट, अमित कुमार एडवोकेट, रईस अहमद एडवोकेट, अराफात खां एडवोकेट, रघुवीर सिंह मौजूद रहे।

अंतरराष्ट्रीय गिरोह के 9 आरोपितों को अरेस्ट किया

अंतरराष्ट्रीय गिरोह के 9 आरोपितों को अरेस्ट किया  पंकज कपूर  देहरादून। देहरादून पुलिस ने आईपीएल मैचों में ऑनलाइन सट्टा लगाने वाले अंतरराष्ट्...