मंगलवार, 23 जून 2020

तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की आवश्यकता

लद्दाख। पूर्वी लद्दाख के गलवान में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास 15 जून को भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के चलते दोनों पड़ोसी देशों के बीच इस वक्त तनाव चरम पर है। इस बीच भारत के पुराने दोस्त रूस ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता है कि भारत और चीन के बीच विवाद सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष की जरूरत है।


भारत-रूस-चीन के विदेश मंत्रियों की मंगलवार को वर्चुअल बैठक के दौरान रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत-चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहे तनानती का भी इस दौरान जिक्र किया और कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि इसमें किसी तीसरे पक्ष के दखल की जरूरत है। लावरोव ने कहा, हम यह उम्मीद करते हैं कि स्थिति लगातार शांतिपूर्ण रहेगी और विवाद का शांतिपूर्ण समाधान किया जाएगा। भारत-चीन विवाद में तीसरे पक्ष की नहीं जरूरत-रूस के विदेश मंत्री



उन्होंने कहा, "मैं नहीं मानता हूं कि उन्हें मदद की जरूरत है खासकर जहां तक देश के मुद्दों की बात है। वे अपने दम पर इसका समाधान कर सकते हैं। रूसी विदेश मंत्री ने आगे कहा कि नई दिल्ली और बीजिंग ने शांतिपूर्ण समाधान को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। उन्होंने रक्षा अधिकारियों, विदेश मंत्रियों के स्तर पर बात की है और दोनों पक्षों ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है जिससे यह संकेत मिलता हो कि कोई कूरूस को यूएनएससी की स्थाई सदस्यता में भारत को समर्थन


इस दौरान रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन किया है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि आज हम संयुक्त राष्ट्र में सुधार की समस्या पर बात करते हैं और भारत संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्यता के लिए मजबूत नॉमिनी है। हम भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं।हजयशंकर बोले- अंतरराष्ट्रीय कानून के सम्मान की जरूरत विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को रूस-भारत-चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने इस दौरान अन्य देशों से कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करें और साझेदारों के वैध हितों को पहचाने।


चीन के विदेश मंत्री वांग यी और रूस के अपने समकक्षीय सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत के दौरान एस. जयशंकर ने दुनिया के शक्तिशाली देशों से कहा कि वे हर मायने में उदाहरण पेश करें। भारत-चीन सीमा विवाद का बिना जिक्र किए विदेश मंत्री ने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करना चाहिए और साझेदारों के वैध हितों की पहचान करे। जयशंकर ने जोर देते हुए कहा कि बहुपक्षवाद का समर्थन करना और सामान्य अच्छी चीजों को बढ़ावा देना ही वैश्विक व्यवस्था को टिकाऊ बनाने का एक मात्र रास्ता है। उन्होंने कहा, विशेष बैठक अंतरराष्ट्रीय संबंधों में विश्वास के सिद्धांतों को दर्शाता है। लेकिन आज चुनौती अवधारणाओं और मानदंडों की नहीं बल्कि उनके व्यवहार की है।


तबादलाः चार जेलों के नए अधीक्षक बनें

चार वरिष्ठ जेल अधीक्षकों का तबादला, आशीष तिवारी लखनऊ जेल अधीक्षक बनाए गए

लखनऊ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय को नैनी जेल भेजा गया

आरके जायसवाल कानपुर नगर के जेल अधीक्षक बनाए गए

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चार वरिष्ठ जेल अधीक्षकों का तबादला कर दिया गया है। लखनऊ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय को नैनी जेल भेज दिया गया है। कानपुर नगर जेल अधीक्षक आशीष तिवारी लखनऊ जेल अधीक्षक बनाए गए हैं। वहीं, बाराबंकी के जेल अधीक्षक आरके जायसवाल कानपुर नगर के जेल अधीक्षक बनाए गए हैं। हरिबक्श सिंह नैनी जेल से बाराबंकी जेल भेजे गए हैं। कुछ दिन पहले ही योगी आदित्यनाथ सरकार ने 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया था। 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती मामले में हुए फर्जीवाड़े पर कार्रवाई करने वाले प्रयागराज के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को हटाकर वेटिंग में डाल दिया गया.उनकी जगह अभिषेक दीक्षित को प्रयागराज का नया एसएसपी बनाया गया है।

इसके अलावा अनंत देव को एसएसपी-डीआईजी कानपुर से डीआईजी एसटीएफ बनाया गया, दिनेश कुमार को एसएसपी सहारनपुर से एसएसपी कानपुर, एस. चनप्पा को एसपी शाहजहांपुर से एसएसपी सहारनपुर, एस. आनंद को एसपी अपराध डीजीपी मुख्यालय से एसपी शाहजहांपुर की जिम्मेदारी दी गई है।

इसी हफ्ते योगी सरकार ने 1988 और 1989 बैच के यूपी कैडर के 21 आईएएस अफसरों को अपर मुख्य सचिव पद पर प्रमोशन दिया। इनमें से 20 अधिकारी राज्य में और एक केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं।

पीएम की सर्वदलीय बैठक में बोली शिवसेना


पीएम मोदी की बैठक में चीन पर भड़की शिवसेना- भारत मजबूत है.. मजबूर नहीं, आंखें निकालकर हाथ में देंगे


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों और चीनी फौजियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद सीमा पर तनाव का माहौल है। ऐसे में शुक्रवार (जून 19, 2020) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक की। बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई।



भारत-चीन मुद्दे पर हुई इस बैठक में सबसे पहले LAC पर वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी दलों के नेताओं को लद्दाख में सेना की तैनाती और अन्य जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि सेना मुस्तैदी के साथ गलवान में खड़ी है।


किस विपक्षी नेता ने क्या कहा?


ममता बनर्जी

इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पारदर्शिता की माँग की। उन्होंने कहा कि सीमा के हालात के बार में सरकार विपक्ष को समय-समय पर जानकारी दे। देश की अखंडता के लिए हम सरकार के साथ हैं। ममत बनर्जी ने सर्वदलीय बैठक को एकता के प्रदर्शन के लिहाज से अच्छा संदेश बताया और कहा कि यह दर्शाता है कि अपने जवानों के लिए हम सब एक हैं। टीएमसी सरकार के साथ खड़ी है।


एनसीपी प्रमुख शरद पवार

एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा, सैनिकों ने हथियार उठाए या नहीं इसका फैसला अंतरराष्ट्रीय समझौतों से होता है। हमें ऐसे संवेदनशील मामलों का सम्मान करने की जरूरत है।


उद्धव ठाकरे, शिवसेनाःसर्वदलीय बैठक में शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी अपना मत रखा। उन्होंने कहा, “भारत शांति चाहता है। लेकिन इसका अभिप्राय ये बिलकुल नहीं है कि भारत कमजोर हैं। भारत मजबूत है, न कि मजबूर। हमारी सरकार में इतनी क्षमता है कि आँखें निकालकर हाथ में दे दे।”











64 फर्जी टीचर्स पर लगेगी गैंगस्टर


मऊ में 64 फर्जी टीचर्स पर लगेगा गैंगस्टर कानून, छह करोड़ की वसूली के लिए होगी कुर्की


लखनऊ/मऊ। उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में फर्जी अनामिका शुक्ला के नाम पर नौकरी का भंडाफोड़ होने से पहले मऊ जिले में 64 फर्जी शिक्षक (Fake Teachers) पकड़े गए थे। इन सभी लोगों ने ना सिर्फ फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी ली बल्कि सरकार से करोड़ों रुपए वेतन भी लिया और गायब हो गए।



मऊ जिले में अब तक बर्खास्त हुए ऐसे 64 शिक्षकों (Fake Teachers) के खिलाफ डीएम के निर्देश पर गैंगेस्टर की कार्रवाई होने जा रही है, इसके साथ इनसे वसूली के लिए लंबित पड़े 6 करोड रुपये की वसूली के लिए कुर्की नोटिस निकाला जा रहा है।


मऊ के डीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जिले में लंबे समय से कुछ शिक्षक फर्जी (Fake Teachers) तरीके से नौकरी कर रहे थे। सरकारी धन का बखूबी उपयोग कर रहे थे। इतना ही नहीं इनके दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा रहा। जांच के बाद तकरीबन 64 शिक्षकों को बर्खास्त भी किया गया था। इन शिक्षकों के यहां सरकारी धन यानी खजाने से लिए गए 6 करोड़ के वेतन की रिकवरी भी करने के लिए नोटिस जारी किया गया था लेकिन किसी भी फर्जी शिक्षक ने जवाब नहीं दिया।


पैसे वसूलने के लिए कुर्की का नोटिस

मामले को गंभीरता से लेते हुए अब बर्खास्त शिक्षकों से धन वसूली के लिए कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। इन सभी शिक्षकों से सरकारी धन हर हाल में वसूला जाएगा। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर भी बर्खास्त शिक्षकों के संदर्भ में जांच कराई जाएगी। संबंधित लिपिक भी जांच की जद में आएंगे। बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। ताकि जिले में फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने के मामलों में विराम लग सके।


70 क्लर्क भी जांच की जद में आए

जिले में विभिन्न सरकारी विभागों के अभिलेखों से फाइलों के गायब होने का मामला सामने आया है। अभिलेखों के गायब होने के मामले में जिलाधिकारी ने अलग-अलग टीमें गठित कर दी है। साथ ही जांच रिपोर्ट मांगी है। डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के अनुसार, तकरीबन 70 से अधिक लिपिक जांच की जद में हैं। इन पर सख्त कार्रवाई यानी जांच उपरांत प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। साफ शब्दों में कहा कि कई विभागों में फर्जीवाड़े से संदर्भित फाइलें गायब हो गई हैं। ऐसे में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, सूची तैयार कर ली गई है।



अन्य प्रदेशों की अपेक्षा मृत्यु-दर कम


कोरोना महामारी से अन्य प्रदेशों की अपेक्षा हरियाणा में मृत्यु दर कम : दुष्यंत चौटाला




-उप मुख्यमंत्री ने सोमवार को श्री आत्म मनोहर जैन आराधना मंदिर में आयोजित रक्तदान शिविर में किया रक्तदान


करनाल। (प्रवीण कौशिक)। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी पर रोक लगाने के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए हैं, इस बीमारी की अभी तक कोई भी वैक्सीन नहीं बनी है, उसके बावजूद भी हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं कि बीमारी से ज्यादा नुकसान न हो, टैस्टिंग बढ़ाई गई है और समय पर मरीजों को दवाई व ऑक्सीजन मुहैया करवाई जा रही है। हरियाणा में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या भी काफी कम है, रिकवरी रेट ज्यादा है। यदि प्रदेश के लोग इस महामारी से जागरूक रहेंगे तो बिना किसी नुकसान के इस पर जीत हासिल की जा सकती है।


उप मुख्यमंत्री सोमवार को इंद्री रोड स्थित श्री आत्म मनोहर जैन आराधना मंदिर में संत पीयूष मुनि जी महाराज के 32वें दीक्षांत दिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस रक्तदान शिविर में उन्होंने स्वयं रक्तदान किया और उनके साथ कार्यकर्ताओं ने भी रक्तदान किया। आज के शिविर में करीब 135 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। सबसे ज्यादा बार रक्तदान करने वाले व अन्य समाजसेवियों को संस्थान की ओर से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की शुरूआत उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित करके की।

इस मौके पर इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, जजपा के राष्ट्रीय महासचिव बृज शर्मा, पीयूष मुनि जी महाराज, वीरेन्द्र जैन, सुशील जैन, राहुल जैन, नवीन जैन, गुरुदेव रम्बा भी उपस्थित रहे। उप मुख्यमंत्री ने आत्म मनोहर जैन आराधना मंदिर में आत्म मनोहर चैरिटेबल की ओर से बनाए जाने वाले श्री आत्म मनोहर जैन हैल्थ केयर इंस्टीटयूट के प्रथम तल का भी शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि यह संतों की भूमि है, संतों की कृपा से देश व प्रदेश में नेक काम किए जा रहे हैं। रक्तदान का कार्य अपने आप में समाज की सबसे बड़ी सेवा है जिससे व्यक्ति एक बार रक्तदान करके चार व्यक्तियों के जीवन को बचा सकता है। उन्होंने संस्थान के कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिलाया कि वह संस्थान के हर सहयोग के लिए तैयार हैं।


कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए हरियाणा सरकार ने विशेष प्रयास किए हैं, आम आदमी को भी सरकार के इन प्रयासों के साथ चलना चाहिए। इस बीमारी की दवाई नहीं बनी है, इसके बावजूद भी मरीजों को विशेष सुविधाएं जा रही हैं ताकि इस बीमारी से कोई जान न जाए, समय पर ऑक्सीजन, दवाईयां व मरीजों के ठहरने के उचित प्रबंध किए जा रहे हैं, टैस्टिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। परिणामस्वरूप हरियाणा में कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर अन्य राज्यों की अपेक्षा काफी कम है।


उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष घोटालों की बात करता है, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को चाहिए कि वह अपने घोटाले देखे। एक ताजा घोटाला 1983 पीटीआई की नियुक्ति है। इसकी इंक्वारी होनी चाहिए और बाईनेम एफआईआर भी होनी चाहिए। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि चीन ने भारत की सरहद पर जो तनाव पैदा किया है, भारत के सैनिक उसका मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं, देश की 130 करोड़ जनता अपने सैनिकों के साथ-साथ कंधे से कंधा मिलकर साथ खड़ी है और इस घड़ी में पूरा देश एक है।


उप मुख्यमंत्री ने देश में चीन के सामान का बहिष्कार करने के प्रश्र पर कहा कि इसका विकल्प ढूंढा जा सकता है, परंतु इसमें समय लग सकता है। उन्होंने मीडिया को बताया कि शराब का घोटाला नहीं बल्कि चोरी थी, इसकी जांच के लिए तुरंत एसआईटी गठित की गई और तीन अधिकारियों ने इसकी जांच की। इस मौके पर जजपा के राष्ट्रीय महासचिव बृज शर्मा ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। पीयूष मुनि जी महाराज ने सभी को अपना आर्शीवाद दिया और कहा कि उप मुख्यमंत्री का स्वभाव जनहितैषी है, यह ऐसे राजनेता हैं जो हर गरीब व जरूरतमंद की सेवा के लिए आगे हाथ बढ़ाते हैं। कम उम्र में ही इन्होंने अपने पड़दादा चौधरी देवी लाल की तरह ख्याति प्राप्त की है और आगे भी इनका यह स्वगौरव बढ़ता रहेगा। इस कार्यक्रम में वीरेन्द्र जैन, सुशील जैन, अश्विनी जैन, नवीन जैन, मोहन लाल गर्ग ने मुख्य अतिथि, उप मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों को सम्मानित किया।


प्रदेश में पंचायती राज चुनाव होंगे अपने समय पर : उप मुख्यमंत्री

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पत्रकारों को बताया कि यदि सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो हरियाणा में पंचायती राज के चुनाव निर्धारित समय पर होंगे। बता दें कि जनवरी 2021 में चुनाव लंबित हैं।


इन्हें किया सम्मानित


संस्थान की ओर से मुख्य अतिथि द्वारा आईएमए के पूर्व प्रधान डा. राकेश मित्तल, नवीन जैन, मोहन लाल गर्ग, सुशील जैन, अजय गोयल तथा वरिष्ठ पत्रकार विकास सुखीजा को 123 बार रक्तदान करने पर सम्मानित किया गया।


यह रहे उपस्थित


इस अवसर पर इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, अतिरिक्त उपायुक्त अशोक कुमार बंसल, डीआरओ श्याम लाल, सीएमओ डा. अश्विनी आहूजा, आईएमए के प्रधान अरूण गोयल, समाजसेवी आकाश भट्ट, जजपा के महासचिव बृज शर्मा, गुरूदेव रम्बा, प्रेम शाहपुर, पूर्व विधायक रमेश खटक सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


उप मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक के बेटे के निधन पर जताया शोक


उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सोमवार को गांव नरूखेड़ी में पूर्व विधायक नफे सिंह बाल्मीकि के बेटे सुनील के निधन पर शोक प्रकट करने पहुंचे। उन्होंने यहां पहुंचकर शोक संतिप्त परिवार को ढांढस बंधाया। उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक के बेटे का निधन गत माह बीमारी के कारण हो गया था। इस मौके पर जजपा के राष्ट्रीय महासचिव बृज शर्मा, जिलाध्यक्ष प्रेम शाहपुर, मीडिया प्रभारी यशकरण राणा, इंद्रजीत जलमाना, मोशीन चौधरी भी उपस्थित थे।



कांग्रेस छोड़ने वाले राजाओं का हाल


कमलनाथ का सिंधिया पर हमला- कांग्रेस छोड़ने वाले राजा-महाराजाओं का हश्र सबने देखा है


सचिन गौतम


नई दिल्ली। गुरुवार को एमपी की राजधानी भोपाल में विधायकों की बैठक में कांग्रेस नेताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया (Kamal Nath on Jyotiraditya Scindia) पर जमकर हमला बोला।




पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamal Nath on Jyotiraditya Scindia) ने नाम लिए बगैर सिंधिया को धोखेबाज कहा और उन्हें इतिहास की नसीहत दी। वहीं, दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के साथ उनकी दोस्ती को याद किया। राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों की गुरुवार को हुई बैठक में कमलनाथ और कांग्रेस नेताओं ने महारानी लक्ष्मीबाई को श्रद्धांजलि दी। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक भी मौजूद थे। कमलनाथ ने सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने पर नाम लिए बगैर तंज कसा और कहा, ‘कांग्रेस पार्टी का इतिहास लोगों को जोड़ने का रहा है। जिन राजा-महाराजाओं ने कांग्रेस को धोखा देकर अपनी अलग पार्टी बनाई, उनका हश्र सभी ने देखा। कांग्रेस आज भी आम जन की पार्टी है, यही हमारी संस्कृति है।’ कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस लोगों को जोड़ती है, समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलती है। उन्होंने सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोगों का इतिहास ही धोखे का रहा है।


उपचुनावों में भी सोशल मीडिया निभाएगा अहम भूमिका: कमलनाथ

कमलनाथ ने विधायकों को सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल करने की सलाह दी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में भी सोशल मीडिया अहम भूमिका निभाएगा। इसलिए सभी विधायकों को इस प्लेटफॉर्म पर मजबूत उपस्थिति दर्ज करानी चाहिए।


बैठक को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने भी संबोधित किया। उन्होंने भी सिंधिया पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए कहा कि प्रदेश के लोगों में उन लोगों के प्रति गुस्सा है जिन्होंने कांग्रेस के साथ धोखा कर बहुमत की सरकार गिरा दी। उन्होंने विधायकों से राज्यसभा चुनाव के अगले दिन से उपचुनाव की तैयारियों में जुटने की अपील भी की।


दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के साथ अपनी दोस्ती को याद किया

पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के साथ अपनी दोस्ती को याद किया। दिग्विजय ने कहा कि अगले साल उन्हें राजनीति में आए 50 साल हो जाएंगे और कमलनाथ से उनकी दोस्ती 40 साल पुरानी है। कई लोगों ने दोस्ती में सेंध लगाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। बैठक में राज्य सभा के लिए कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार फूलसिंह बरैया, राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी, संजय कपूर, और कुलदीप इंदौरा सहित अन्य नेता मौजूद थे।



क्रिकेटर सिद्धू के पीछे पड़ी बिहार पुलिस

मनोज सिंह ठाकुर


अमृतसर। बीते लोकसभा चुनाव में बिहार के कटिहार में कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धु ने चुनाव सभा में एक समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। आचार संहिता उल्लंघन के केस में सिद्धू को शामिल करने के लिए 18 जून से बिहार पुलिस के दो सब-इंस्पेक्टर उनके घर के बाहर रोजाना चार से पांच घंटे इंतजार करते हैं। अभी तक उनसे मुलाकात नहीं हो सकी है।


क्रिकेटर  से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू को नोटिस देने पहुंची बिहार पुलिस को वह चौथे दिन शनिवार को भी नहीं मिले। चुनाव संबंधी एक मामले में उनके खिलाफ नोटिस देने के लिए बिहार पुलिस अमृतसर में मौजूद है। 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट करने और मतदान करने के लिए प्रेरित करने के लिए भड़काऊ शब्दों का प्रयोग करके भावनाएं भड़काने को लेकर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। चुनाव आयोग के निदेर्श पर पिछले साल अप्रैल में कटिहार जिले के बारसोई पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सिद्धू उस समय कांग्रेस के तारिक अनवर के लिए प्रचार कर रहे थे। पुलिस टीम में सब-इंस्पेक्टर जावेद अहमद और जनार्दन राम शामिल हैं, जो बुधवार से पंजाब शहर में सिद्धू केघर का दौरा कर रहे हैं, लेकिन वे अभी तक सिद्धू से कोई प्रतिक्रिया प्राप्त करने में विफल रहे हैं।


पुलिस अधिकारी ने अमृतसर में मीडिया से कहा कि हम यहां दस्तावेज देने और जमानत के लिए उनके हस्ताक्षर लेने के लिए आए हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा टीम हमें नहीं मिलने दे रही है। अमृतसर के पुलिस आयुक्त सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि स्थानीय पुलिस से बिहार पुलिस ने कभी संपर्क नहीं किया।


बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर जनार्धन शर्मा ने कहा, '18 तारीख से सिद्धु जी का इंतजार कर रहे हैं। आम आदमी होता तो खुद थाना आकर साइन करता। हम खुद इनके लिए दरवाजे पर आए हुए हैं कि बंद पत्र पर साइन कर दीजिए। इनके पीए फोन ही नहीं उठाते हैं। जो हमारे वरिष्ठ अधिकारी का निर्देश होगा, वही करेंगे।


'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन

'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन  संदीप मिश्र  जौनपुर। बाइक पर सवार होकर जा रहे पत्रकार की दिनदहाड़े गोलियों से भूनक...