मंगलवार, 23 जून 2020

कोरोना की आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल

नई दिल्ली। इस समय पूरी दुनिया के साथ साथ भारत भी कोरोना के कहर से परेशान है। अब बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद कोर्स की की दवा आज दोपहर को लांच करेगी।

दरअसल, भारत समेत दुनिया के कई देश इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण से परेशान हैं। अब तक ये वायरस दुनियाभर में एक करोड़ लोगों को संक्रमित कर चुका है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है। कोरोना की अभी तक सटीक दवा नहीं खोजी जा सकी है। इस संकट के बीच हर चीज की दवा बनाने वाले योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद आज कोरोना वायरस की आयुर्वेदिक दवा को पेश करने जा रही है।

पतंजलि योगपीठ के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। बालकृष्ण ने बताया कि कोरोना की आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल को आज दोपहर 12 बजे हरिद्वार के पतंजलि योगपीठ में लॉन्च किया जाएगा। इस दौरान एविडेंस बेस्ड पहली आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल की पूरी साइंटिफिक डिटेल भी लोगों के साथ शेयर की जाएगी। इस मौके पर बाबा रामदेव भी मौजूद रहेंगे। ये तो वक्त ही बताएगा कि बाबा रामदेव की ये औषधि कोरोना से लड़ने में कितना कारगर होती है।


आइए व्यापार के बारे में जानते हैं

कविता गर्ग


नई दिल्ली। देश में फैले कोरोना संक्रमण ने उद्योग जगत के साथ ही लोगों की नौकरी को भी खतरे में डाल दिया है। लॉकडाउन के दौरान कई फैक्ट्रियों के बंद रहने से मजदूरों और कर्मचारियों की नौकरी छीन गई। लेकिन लॉकडाउन में ढील के साथ ही एक बार फिर से जीवन ने रफ़्तार पकड़ी है। इस आपदा के समय हर कोई व्यक्ति अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहता है, आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके लिए ना तो आपको बहुत ज्यादा पढ़ा लिखा होने की जरुरत है और ना ही बहुत अधिक पैसों की आवश्यकता है।


ये बिजनेस है पोल्ट्री फार्म का, इसका नाम सुनते ही सबसे पहले दिमाग ये बात आती है कि संक्रमण के कारण लोगों ने चिकन, मांस और अंडा खाने से बच रहे हैं। लेकिन डब्ल्यूएचओ (WHO) की गाइडलाइन के मुताबिक़ अभी तक इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है। मार्केट में एक बार फिर से चिकन की डिमांड बढ़ने लगी है। इस बिजनेस में नुकसान होने के चांस भी ज्यादा नहीं होते क्योंकि लोगों की अंडे और चिकन की डिमांड 12 महीने बनी रहती है। तो आइए जानते हैं किस तरह शुरू करें ये बिजनेस:-


पोल्ट्री फार्म को कृषि क्षेत्र का सबसे तेज़ी से विकास करने वाला विभाग माना जाता है और सरकार विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रोसेसिंग, प्रजनन, पालन और हैचिंग प्रक्रियाओं में निवेश कर रही है।


बिजनेस शुरू करने के लिए जगह


मुर्गी पालन की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले जगह की आवश्यकता होती है। इस बिजनेस के लिए छोटे स्तर पर ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती लेकिन बड़े स्तर पर बिजनेस शुरू करने के लिए बड़ी जगह चाहिए होती है। इसके लिए जगह हमेशा पब्लिक एरिया थोड़ा अलग होना चाहिए। इसमें ज्यादा पानी की जरुरत नहीं पड़ती बस सफाई का विशेष ध्यान देना जरुरी है। साफ हवा-धूप और वाहनों के आने-जाने का अच्छा इंतजाम हो। सबसे पहले आती है पैसों की बात-अगर आप छोटे पैमाने पर पोल्ट्री फार्म शुरू करना चाहते हैं तो कम से कम 50,000 रूपये से 1.5 लाख रुपये के बीच खर्च आएगा। और अगर इसी बिजनेस को और अधिक बड़े स्टार पर सेटअप करना का सोच रहें हैं तो लगभग 1.5 लाख रूपये से 3.5 लाख रूपये के बीच खर्च आता है। पोल्ट्री व्यवसाय शुरू करने के लिए कई फाइनेंशियल संस्थानों से बिज़नेस लोन लिया जा सकता है।


दो तरह से होती है कमाई-पोल्ट्री फार्मिंग के बिजनेस में दो तरह से कमाई होती है अंडे और मांस से। इसमें अंडे के उत्पादन की प्रक्रिया और ब्रायलर प्रजनन की प्रक्रिया की जानकारी लेना होता है। साथ ही उपयोग किए जाने वाले उपकरण की पूरी जानकारी जरुरी है। इसके लिए सरकार की ‘ब्रायलर प्लस’ योजना के तहत सभी जानकारी मिल जाती है। इस बिजनेस से दूसरों को रोजगार दिया जा सकता है। इस तरह करें अप्लाई-पोल्ट्री फार्मिंग के लिए किसी भी सरकारी बैंक से लोन लिया जा सकता है। भारतीय स्टेट बैंक इस बिजनेस ले के लिए कुल लागत का 75 फीसदी तक लोन देता है। इस योजना का नाम ‘ब्रायलर प्लस’ योजना रखा गया है। SBI से 9 लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकता है जिसे 5 साल में चुकाना होता है।


भारतीय स्टेट बैंक में 5,000 मुर्गियों के पोल्ट्री फार्म के लिए 3,00,000 रुपये तक का कर्ज दिया जाता है। यहां से आप 9 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं। एसबीआई से लिए लोन को 5 साल में वापस करना होता है। अगर किसी वजह से 5 साल में लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो 6 महीने का और समय दिया जाता है। सबसे पहले पहचान प्रमाण पत्र के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पैन कार्ड या पासपोर्ट में से किसी एक की जरूरत होती है। दो फोटो, एड्रेस प्रूफ, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट की फोटो कॉपी और मुर्गी पालन की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बैंक में देनी होता है।



39 आईपीएस अधिकारियों का तबादला

39 IPS अधिकारियों का तबादला आदेश जारी







भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संकट के बीच प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले का दौर लगातार जारी है। इसी कड़ी में सरकार ने आज भी आईपीएस अधिकारियों का तबादला आदेश जारी किया है। जारी आदेश में 39 आईपीएस अधिकारियों का नाम शामिल है। यह आदेश मंत्रालय वल्लभ भवन के गृह विभाग से जारी किया गया है।


बता दें कि सरकार ने आज ही प्रदेश बड़ी संख्या में डीएसपी स्तर के अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। राज्य शासन ने इसके आदेश जारी किए हैं। जारी आदेश के अनुसार आशुतोष द्विदी को SDOP देवसर, जिला-सिंगरौली भेजा गया है। वहीं सुमित अग्रवाल को SDOP दतिया बनाया गया है। सतीश दुबे को डीएसपी-पीएचक्यू की जिम्मेदारी दी गई है।







विधायक सहित 24 संक्रमित मिले

धौलपुर। राजस्थान में कोरोना विस्फोटक स्थिति में पहुंचता जा रहा है। जयपुर, जोधपुर के बाद भरतपुर और अब इससे सटा धौलपुर जिला भी कोरोना का नया डेस्टिनेशन बन गया है। सोमवार को धौलपुर के बाड़ी कस्बे में कोराना का विस्फोट हुआ। यहां एक साथ 24 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसमें से सबसे ज्यादा 18 लोग तो स्थानीय कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के परिवार से हैं। विधायक के परिवार में 4 पॉजिटिव मरीज पहले पाये जा चुके हैं। उनके परिवार में अब तक कुल 22 पॉजिटिव मरीज पाये जा चुके हैं। बाड़ी में कोरोना संक्रमितों की संख्या 130 पर जा पहुंची है।


बाड़ी में हुए कोरोना विस्फोट के बाद जिला कलेक्टर राकेश जायसवाल तथा पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा बाड़ी पहुंचे और हालात का जायजा लिया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोपाल गोयल ने बताया कि विधायक की पत्नी समेत उनके परिवार में 18 सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। उनके परिवार में 4 पॉजिटिव पहले सामने आ चुके हैं। प्रशासन ऐहतियात के सभी जरूरी कदम उठा रहा है। धौलपुर में अब तक कुल 440 पॉजिटिव मरीज पाये जा चुके हैं। चिकित्सा विभाग उन्हें होम आइसोलेशन में भेज दिया है। चिकित्सकों की टीम घर पर ही उनका उपचार शुरू कर दिया है।


विधायक के परिवार में यूं हुई शुरुआत


गत 14 जून को विधायक मलिंगा का भतीजा कोविड पॉजिटिव पाया गया था। वह बाड़ी के सरकारी डिस्पेंसरी में मेल नर्स है. वहां से वह संक्रमित हो गया। इस पर चिकित्सा विभाग ने मलिंगा के परिवार के कुछ लोगों के सेम्पल लिए तो एक भाई और उसके दो बच्चे भी संक्रमित निकले, लेकिन स्वयं विधायक सिंह की रिपोर्ट निगेटिव आई। परिवार में तीन और कोरोना पॉजिटिव मिलने पर 20 जून को पूरे परिवार के कोविड सेम्पल एकत्रित किए गए। उसकी सोमवार को रिपोर्ट आई तो 18 सदस्य पॉजिटिव पाये गए हैं।


विपक्ष ने योगी सरकार पर हमला बोला


लखनऊ । कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह में 57 बच्चियों के कोरोना पॉजिटिव और 7 बच्चियों के गर्भवती होने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पू्र्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोला है। इस मामले में राज्य महिला आयोग ने भी कानपुर के डीएम से जवाब मांगा है। कानपुर के बाल संरक्षण गृह को अब सील कर सेनिटाइज किया जा रहा है। यहां रहने वाली 173 बच्चियों में से 57 कोरोना की शिकार पाई गई हैं। 7 बच्चियां गर्भवती हैं, जिनमें से 5 को कोरोना भी हो गया है।




कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने फेसबुक पर लिखा, ‘कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह में 57 बच्चियों की कोरोना की जांच होने पर एक हैरानी की बात सामने आई कि 2 बच्चियां निकलीं और एक को एड्स निकला। मुजफ्फरपुर (बिहार) का किस्सा देश के सामने है। यूपी के देवरिया में भी ऐसा मामला सामने आया था। इसलिए लगता है कि जांच के नाम पर सब दबा दिया जाताहै।’
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘कानपुर के बाल संरक्षण गृह से आई खबर से यूपी में आक्रोश है। कुछ नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने का भी गंभीर खुलासा हुआ है। इनमें 57 कोरोना से और एक एड्स से भी ग्रसित है। इनका तत्काल इलाज हो। सरकार शारीरिक शोषण करने वालों के खिलाफ तुरंत जांच बैठाए।’ प्रशासन का कहना है कि जिन जिलों से बच्चियां आई हैं। वहां इनके शारीरिक शोषण का केस पहले से चल रहा है। ऐसे मामले जो आते हैं वह सीडब्ल्यूसी या कोर्ट के माध्यम से आते हैं।
ये मामला सामने यूं आया कि 12 तारीख को सरकार ने सभी शेल्टर होम में रेंडम तरीके से कोरोना का टेस्ट कराने का आदेश दिया। कानपुर के शेल्टर होम में 173 बच्चियां हैं, इनमें से 63 शोषण का शिकार होकर आई हैं। जिनके मामलों में पोस्को एक्ट में केस चल रहे हैं। 5 बच्चियों का कारोना का टेस्ट हुआ तो 1 पॉजिटिव आई। फिर 173 बच्चियों का टेस्ट हुआ तो 57 पॉजिटिव मिले, 7 बच्चियां गर्भवती हैं, जिनमें 5 कोरोना की भी शिकार हैं। इस मामले में कानपुर की पूर्व सांसद सुभाषिनी अली का कहना है,’बलात्कार पीड़ितों को ये ऑप्शन मिलता है, ये अधिकार है कि वो गर्भ को गिराने की मांग कर सकती है। क्या इस विकल्प के बारे में उनका जानकारी दी गई? अगर नहीं दी गई तो क्यों? आखिर इन बच्चियों के बच्चों की जिम्मेदारी कौन लेगा?’
उधर राज्य महिला आयोग ने भी कानपुर डीएम से मामले पर जवाब मांगा है। राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता बंसल ने कहा, ‘हालांकि डीएम ने ऐसी किसी बात को नकार दिया है लेकिन फिर भी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने इस पूरे मामले पर डीएम से रिपोर्ट मांगी है, डिटेल्स के साथ की आखिर ये महिलाएं कब गर्भवती हुई और कहां लापरवाही की गई जहां इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं कोरोना संक्रमित हो गईं।



सऊदी अरब के लोग ही कर पाएंगे हज

रियाद। कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में भी 2020 में सऊदी अरब हज का आयोजन करेगा। लेकिन इस बार केवल सऊदी अरब में रह रहे लोग ही हज कर पाएंगे। सऊदी अरब सरकार के हज और उमरा मामलों के मंत्रालय ने सोमवार को बयान जारी करके बताया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इस बार सीमित हाजियों को ही हज करने की इजाजत होगी। इस बयान में कहा गया है कि इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए दूसरे देशों से आने वाले हाजियों की अनुमति नहीं होगी। अधिकारियों के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों के चलते ही यह फ़ैसला लिया गया है। बयान में कहा गया है कि लोगों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए दूसरे तमाम सुरक्षात्मक प्रावधान भी अपनाए जाएंगे। इस्लामिक कैलेंडर चांद के हिसाब से बदलते रहते हैं लेकिन हज बकरीद के समय में होता है. इस बार हज का आयोजन अगस्त के पहले सप्ताह में हो रहा है। इस्लाम के पांच बुनियादी स्तंभ हैं, इसमें सबसे आख़िरी हज माना जाता है। शारीरिक रूप से ठीक और आर्थिक रूप से संपन्न मुसलमान जीवन में कम से एक बार हज करने की इच्छा रखते हैं।


 यही वजह है कि हर साल 20 लाख से ज़्यादा मुसलमान हज के लिए मक्का पहुंचते हैं। हालांकि इस बार दूसरे देशों से मुसलमान हज करने के लिए सऊदी अरब नहीं जा पाएंगे। वैसे कोरोना संकट को देखते हुए इस साल हज यात्रा स्थगित होने के भी कयास लगाए जा रहे थे। अप्रैल महीने में हज मामलों के मंत्री मोहम्मद सालेह बंतेन ने कहा था कि सऊदी अरब हाजियों की सुरक्षा को लेकर फ़िक्रमंद है और लोगों से उन्होंने गुज़ारिश की है कि वे अपनी बुकिंग को लेकर किसी भी तरह की कोई जल्दबाज़ी न दिखाएं। कोरोना वायरस के संक्रमण के ख़तरे को देखते हुए उमरा को भी बंद रखा गया था। उमरा के लिए यात्रा पर पाबंदी मार्च में कोरोना लॉकडाउन की पाबंदी के साथ ही लगाई गई थी। सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण के कुल मामले एक लाख 61 हज़ार से ज़्यादा हो चुके हैं। जबकि अब तक देश में एक हज़ार 307 लोगों की मौत हुई है। पिछले सप्ताह के अंत में सऊदी अरब ने लॉकडाउन हटाया है।


भाजपा सांसद प्रज्ञा की तबीयत बिगड़ी

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की तबीयत आज अचानक बिगड़ गई। वह भोपाल स्थित बीजेपी कार्यालय में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर प्रदर्शनी के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं। फिलहाल, उन्हें घर ले जाया गया है।


बताया जा रहा है कि लॉकडाउन की शुरुआत से ही बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का दिल्ली में इलाज चल रहा था। अनलॉक की शुरुआत के बाद बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा भोपाल लौट आई थीं और आज वह बीजेपी दफ्तर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं। कार्यक्रम में पहुंचने के थोड़ी देर बाद बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें चक्कर आने लगा। पास में मौजूद सिक्योरिटी स्टाफ से उन्होंने अपनी तकलीफ को बताया। इसके बाद आनन-फानन में उन्हें कुर्सी पर बैठाया गया और पानी पिलाया गया।


फिलहाल, बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को उनके घर पर ले जाया गया है, जहां एक मेडिकल टीम भी पहुंच गई है। मेडिकल टीम उनकी जांच करेगी। साध्वी प्रज्ञा की आंखों का इलाज चल रहा है। इस वजह से उन्हें हाईडोज दवाएं खानी पड़ रही हैं। माना जा रहा है कि इस वजह से उनकी तबीयत खराब हुई होगी।


वायरस के साथ महाराष्ट्र में जल संकट


मुंबई। मुंबई में कोरोना का सबसे ज्यादा असर होने से लोग भय के माहौल में हैं। वहीं अब जल संकट भी पैदा हो गया है। दरअसल मुंबई को पीने के पानी की सप्लाई करने वाले सात झीलों और बांधों में अब सिर्फ ४२ दिनों का पानी बचा रह गया है। मॉनसून के पहले महीने में ही अपेक्षाकृत कम बारिश होने के कारण झीलों का पानी बढ़ा नहीं है। ऐसे में साफ है कि आने वाले दिनों में पानी की किल्लत होगी। हालांकि, मुंबई महानगरपालिका के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल इससे चिंता की कोई बात नहीं है। लोगों को पैनिक नहीं करना चाहिए। मौसम विभाग ने इस बार मॉनसून की अच्छी बारिश का पूर्वानुमान किया है। बारिश होने पर झीलों में पानी का लेवल भी बढ़ जाएगा। बताया जा रहा है कि वर्तमान समय में मुंबई में पानी की का स्टॉक कुल स्टॉक का सिर्फ १०.६८ प्रतिशत है। रविवार तक सभी सात झीलों में उपयोगी जल भंडार १.५४ लाख लीटर है, जबकि कुल स्टोरेज क्षमता १४.४७ लाख लीटर है। पिछले साल सातों झीलों-ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, भातसा, विहार और तुलसी में सामूहिक रूप से एक ही समय के दौरान ८२,८२९ लीटर पानी (5.72 प्रतिशत) था। हालांकि, नवंबर 2018 की तुलना में इस साल पानी का स्टॉक 13.09 प्रतिशत से कम है। साल २०१८ में मनपा ने पूरे मुंबई में 10 प्रतिशत पानी की कटौती की थी। बता दें कि मुंबई को प्रतिदिन औसतन ४,२०० मिलियन लीटर की पानी की जरूरत होती है, लेकिन मनपा ३,७५० मिलियन लीटर पानी की सप्लाई ही कर पाता है। फिलहाल मनपा ने पानी की कटौती की कोई फैसला नहीं लिया है। अच्छी बारिश होने का इंतजार किया जा रहा है। रविवार को मनपा की रिपोर्ट के अनुसार, मोदक सागर में २५ प्रतिशत पानी का स्टॉक उपलब्ध है, तानसा में 11.37 प्रतिशत, मध्य वैतरणा में १४.२३ प्रतिशत, भातसा में 9.72 प्रतिशत, विहार में 22.27 प्रतिशत और तुलसी में उपयोगी जल स्तर का ३०.६४ प्रतिशत है। अपर वैतरणा में कोई उपयोगी जल भंडार नहीं बचा है। ये झीले ठाणे और पालघर जिलों में स्थित हैं, जबकि उनके जलग्रहण क्षेत्र नासिक, ठाणे और पालघर जिलों में हैं।



भारत-चीन झड़प के बाद तनाव कायम

नई दिल्ली। देश में जारी कोरोना वायरस संकट के बीच भारत-चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद तनाव अभी भी कायम है। इसी बीच सेना प्रमुख एमएम नरवणे हालात का जायजा लेने के लिए मंगलवार और बुधवार को लद्दाख का दौरा करेंगे। इस दौरान कोर कमांडर स्तर की बातचीत होगी।  सूत्रों ने बताया कि सेना प्रमुख लद्दाख में तैनात कमांडरों के साथ गतिरोध पर चर्चा करेंगे और अग्रिम इलाकों का दौरा करेंगे। बता दें कि लद्दाख पर खूनी संघर्ष के बाद आज विदेश मंत्री एस जयशंकर भी रूस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। आरआईसी समूह की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगी। वहीं भारत-चीन तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिन के रूस दौरे पर मॉस्को पहुंचे हैं, वह 75वीं विजय दिवस परेड में शामिल होंगे। इस दौरान भारत और रुस के बीच रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा संभव है।


वहीं भारत-चीन तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिन के रूस दौरे पर मॉस्को पहुंचे हैं, वह 75वीं विजय दिवस परेड में शामिल होंगे। इस दौरान भारत और रुस के बीच रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा संभव है। बता दें कि इससे पहले भारत और चीनी सेना के बीच पिछले हफ्ते गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव कम करने के उद्देश्य से सोमवार को दोनों देशों की सेनाओं के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की दूसरे दौर की बातचीत हुई थी। देश के शीर्ष सैन्य नेतृत्व ने पूर्वी लद्दाख में स्थिति की विस्तृत समीक्षा की थी। गलवान घाटी में पिछले हफ्ते हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे।


प्रवासियों के रोजगार की करेंगे व्यवस्था

प्रवासी मजदूरों व कामगारों के लिये रोजगार की करेंगे व्यवस्था मुख्यमंत्री योगी


लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी अनुषांगिक संगठन के राष्ट्रीय सचिव सर्वेश पाठक के साथ मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी संगठन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कार्यकर्ता ही हमारी धरोहर है और कार्यकर्ताओं का दुख दर्द समझना हम हमारा परम् उद्देश्य है मैं निरंतर कार्यकर्ताओं की मदद एवं चिंतन करता रहता हूँ, आगे भी करता रहूंगा मुख़्यमंत्री ने अपनी वार्ता में कहा मजदूरों एवं कामगारों के लिए जो हमारा संगठन काम कर रहा है, काफी ही प्रसन्नता का विषय है और मैं संगठन के सम्मानित पदाधिकारियों को हृदय से धन्यवाद देता हूँ जो इतनी मेहनत के साथ मजदूरों एवं कामगारों को राज्य एवं केंद्र सरकार की योजनाओं से जोड़ने का काम कर रहे हैं वास्तव में हमारे कार्यकर्ता धन्यवाद के पात्र हैं। श्री योगीजी ने अपने पदाधिकारियों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि कार्यकर्ता के साथ हमेशा वह कदम से कदम मिलाकर सहयोग करते रहेंगे। और समय-समय पर हम कार्यकर्ताओं से रूबरू होते रहेंगे इनके चिन्ता का जो वीणा राष्ट्रीय सचिव सर्वेश पाठक ने उठाया है। वह अवश्य ही पूर्ण होगा श्री योगीजी पाठक ने अपने धन्यवाद भाषण में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह क्यों मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर जी को धन्यवाद देते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनहित कामगार कर्मचारी महासंघ के कार्यकर्ता जो कि के श्री सर्वेश पाठक जी के नेतृत्व में काम करते हैं। वास्तव में धन्यवाद के पात्र हैं। इसी क्रम में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह जी ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा मजदूरों और कामगारों के लिए हम पूरी योजना बना चुके हैं और सरकार पूरी तरह निपुण होकर कामगारों को जल्द से जल्द रोजगार की व्यवस्था करेंगे।


इसी क्रम राष्ट्रीय जनहित कामगार कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग पाठक, प्रदेश उपाध्यक्ष रामायण तिवारी, प्रदेश महामंत्री मनीष मिश्र, प्रदेश महामंत्री सरिता गिरी, प्रदेश मंत्री तन्मय मिश्र, प्रदेश मंत्री रामउग्रह गुप्ता, प्रदेश मंत्री अश्वनी मणि त्रिपाठी, प्रदेश आईटी संयोजक गौरव शर्मा, क्षेत्रीय मंत्री धीरेंद्र सिंह बिसेन एवं समस्त समस्त क्षेत्रीय अध्यक्षों व जिला अध्यक्षों को धन्यवाद देते हुए एक बार पुनः सर्वेश पाठक को धन्यवाद दिया | इसी क्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रदूषण बोर्ड के चेयरमैन श्री जेपीएस राठौर ने जी ने सर्वेश पाठक को धन्यवाद देते हुए सभी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया और माननीय मुख्यमंत्री जी को आभार प्रकट करते हुए कहा जो विषय माननीय मुख्यमंत्री जी ने रखा है कि कार्यकर्ता हमारी धरोहर है, उसको हम निरंतर चिंतन करते रहेंगे और प्रयास करेंगे कि हमेशा कार्यकर्ताओं का दुख दर्द समझें और उनकी रक्षा एवं हक और हकीकत की लड़ाई लड़ते रहेंगे |


कई नेताओं ने छोड़ी राष्ट्रीय जनता दल

पटना। विधानसभा चुनाव के पहले बिहार के राजनीतिक गलियारों से आ रही है। राष्ट्रीय जनता दल में बड़ी टूट हुई है। राष्ट्रीय जनता दल के कई विधान पार्षदों ने एक साथ पार्टी छोड़ दी है। फर्स्ट बिहार को मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी के एमएलसी संजय प्रसाद, कमरे आलम, राधाचरण सेठ, रणविजय सिंह और दिलीप राय ने आरजेडी छोड़ दी है। इस्तीफा देने वाले सभी विधानसभा पार्षद विधान परिषद पहुंचे हुए हैं। वह विधान परिषद के सभापति से मुलाकात करने के लिए पहुंचे हुए हैं। आरजेडी से इस्तीफा देने वाले कई नेता लालू प्रसाद के काफी करीबी रहे है, लेकिन वह तेजस्वी यादव के नेतृत्व से खुश नहीं थे। जिसके बाद सभी ने पार्टी को अलविदा कह दिया है।






कुछ दिन पहले ही जेडीयू नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने कहा था कि आरजेडी में बड़ी टूट होने वाली वाली है। लेकिन उस समय आरजेडी ने इनको सिर्फ अफवाह बताया था। लेकिन यह बात सही साबित हुई है। तेजस्वी ने खुद दावा किया था कि कुछ दिनों के बाद जेडीयू पार्टी गायब हो जाएगी। लेकिन उससे पहले ही तेजस्वी को बड़ा झटका लगा है।





लालू ने साधा जातिगत समीकरण

पटना। विधान परिषद चुनाव को लेकर राजद ने अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। लालू यादव ने विधान परिषद के जरिए विधानसभा के लिए तैयारी की है। राजद के कोटे में 3 विधान परिषद की सीटें हैं। राजद ने एक सीट अगड़ी जाति के उम्मीदवार को दिया है। दूसरी सीट एक अल्पसंख्यक और एक सीट अति पिछड़ा उम्मीदवार को दिया है।





बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह को राजद ने अपना उम्मीदवार बनाया है। दूसरी सीट के लिए शिवहर जिले के मूल निवासी और मुंबई के कारोबारी फारूखी शेख को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि तीसरी सीट के लिए पार्टी ने अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रामबली सिंह चंद्रवंशी को अपना उम्मीदवार तय किया है। चंद्रवंशी समेत तीनों पहली बार उम्मीदवार बनाये गये हैं।







पार्टी आधिकारिक तौर पर आज अपने उम्मीदवार के नामों की घोषणा करेगी। माना जा रहा है कि 24 जून को राजद उम्मीदवारों का नामांकन होगा। 80 विधायकों वाली विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी राजद अपने संख्या बल के आधार पर तीन उम्मीदवारों को चुनाव जीता सकता है। पार्टी के भीतर अब तक लालू-राबड़ी के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के नाम के कयास लगाये जा रहे थे। लेकिन, तमाम कयासों के इतर पार्टी ने साधारण कार्यकर्ता रामबली चंद्रवंशी को उपरी सदन में भेजने का फैसला लिया है। चंद्रवंशी अरवल जिले के निवासी हैं और इनके पिता जेपी आंदोलनकरी रहे हैं।




चार सदस्यों ने खाया जहर, दो की मौत

गया। बिहार के गया जिले के कोंच थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के चार लोगों ने जहरीला पदार्थ खा लिया। जिसके पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। जहरीला पदार्थ खाने की वजह से मां और एक बेटी की मौत हो गई। जबकि दो अन्य लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस घटना के पीछे की वजह घरेलू विवाद विवाद बताया जा रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।


मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोंच के थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि महादेवपुर गांव के विद्या महतो की पत्नी मंजू देवी ने अपनी दो पुत्रियों व एक पुत्र के साथ जहर खा लिया। घटना में मंजू व उसकी सात वर्षीय पुत्री मुस्कान कुमारी की मौत हो गई। वहीं, दूसरी पुत्री दिव्या व पुत्र विक्की कुमार का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां दोनों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।


पुलिस के मुताबिक, मंजू के पति विद्या महतो ने बताया कि सोमवार की सुबह उनका पत्नी से विवाद हो गया था। दोपहर के बाद वे खेत पर गए हुए थे और मंजू मिक्च र (दालमोट) में जहरीला पदार्थ मिलाकर खुद भी खा ली और बच्चों को भी खिला दी। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। प्रथम दृष्टया मामला घरेलू विवाद का आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है।


हेल्थ डेस्को का स्थलीय निरीक्षण किया

फाईज़ अली सैफी


गाज़ियाबाद। जनपद में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाए जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के स्तर पर विभिन्न प्रकार की कार्यवाहियां सुनिश्चित की जा रही हैं, ताकि सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सके। इस श्रंखला में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के द्वारा जनपद में स्थापित विभिन्न हेल्प डेक्सों का स्थलीय निरीक्षण किया गया हैं।
जिलाधिकारी द्वारा जनपद में विगत एक नई पहल का शुभारंभ किया गया था। जिसमें जनपद में विभिन्न स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क बनाए गए हैं। स्थापित की गई कोविड हेल्प डेस्क पर कोई भी व्यक्ति पहुंचकर कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित अपने टेंपरेचर की जांच एवं ऑक्सीजन की जांच भी करा सकेंगे। वहीं, दूसरी ओर जनपद में संचालित होने वाली कोविड हेल्प डेस्क पर जन समस्या को कोरोना वायरस से बचाओ करने के संबंध में प्रचार सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। कोविड हेल्प डेस्क पर कोरोना संक्रमित संभावित व्यक्तियों का चिन्हित करण करते हुए उनका तत्काल इलाज संभव कराया जाएगा।


इसी कड़ी में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे सी०एच०सी० डासना एवं जनपद में अन्य स्थानों पर स्थापित कोविड हेल्प डेस्क का निरीक्षण करने पहुंचे। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर प्रशांत तिवारी मौके पर जिलाधिकारी के साथ उपस्थित रहे हैं। निरीक्षण में जिलाधिकारी ने पाया कि हर कोविड हेल्प डेस्क पर कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए जानकारी चस्पा करा रखी है। इन हेल्प डेस्क पर जांच के लिए आए मरीजों में से यदि कोई करोना संक्रमण के लक्षण से ग्रस्त पाया जाता है, तो उसे तत्काल उच्च लेवल पर रेफर करते हुए उसके उपचार की प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी। इन हेल्प टैक्स का उद्देश्य है कि कोरोना वायरस अर्ली डिक्टेशन हो जाए, जिससे कोविड वैश्विक महामारी के चलते मृत्यु दर को कम किया जा सकें। जिलाधिकारी द्वारा मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए गए कि हेल्प टेक्स्ट पर आए लोगों की जांच में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अतः इस कार्य को गंभीरता से लेते हुए जांच की प्रक्रिया कराएं, जिससे करोना के संक्रमण को रोका जा सकें।


चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया

नई दिल्ली। भारत और चीन सीमा विवाद को लेकर लगातार मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस सरकार पर हमला कर रही है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने फिर सरकार से पूछा है कि क्या चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है। इस पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पलटवार करते हुए उन्हें आईना दिखाया है। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने चीन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए और फिर चीन को जमीन सौंप दी। जेपी नड्डा ने कहा, ‘पहले कांग्रेस ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए। फिर कांग्रेस ने चीन को जमीन सौंप दी। दोकलम मामले के दौरान राहुल गांधी गुप्त रूप से चीनी दूतावास जाते हैं। महत्वपूर्ण परिस्थितियों के दौरान राहुल गांधी ने देश को विभाजित करने और सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने की कोशिश की। क्या ये एमओयू का प्रभाव है राहुल गांधी ने लद्दाख में गतिरोध को लेकर मंगलवार को फिर सवाल किया कि क्या चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एवं अपने पिता राजीव गांधी द्वारा लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील की ली गई एक तस्वीर ट्विटर पर साझा करते हुए यह भी कहा कि चीनी आक्रमण के खिलाफ हम एकजुट खड़े हैं। राहुल गांधी ने सवाल किया, ‘क्या भारतीय जमीन पर चीन ने कब्जा किया है इससे पहले, सोमवार को राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर सवाल उठाया था। राहुल ने कहा कि आखिर इस टकराव के समय चीन हमारे प्रधानमंत्री की तारीफ क्यों कर रहा है? उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया था, ‘चीन ने हमारे सैनिकों की हत्या कर दी। चीन ने हमारी जमीन ले ली। फिर चीन इस टकराव के दौरान मोदी की तारीफ क्यों कर रहा है कांग्रेस नेता ने जिस खबर का हवाला दिया उसके मुताबिक लद्दाख में गलवां घाटी में पिछले दिनों दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद हुई सर्वदलीय बैठक में दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की तारीफ चीन की मीडिया ने की है।


दिल्ली कोर्ट रूम में महिला के साथ रेप

नई दिल्ली। राउज एवेन्यू कोर्ट के एक कमरे में 38 वर्षीय महिला के साथ कथित रूप से बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।


पुलिस ने कहा कि सोमवार को सामने आई घटना के संबंध में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने अपने बयान में आरोप लगाया कि राउज एवेन्यू कोर्ट के एक कर्मचारी ने अदालत के एक कमरे में उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने कहा कि महिला का मेडिकल टेस्ट किया जा चुका है। पुलिस उपायुक्त (मध्य) संजय भाटिया ने कहा कि आईपी एस्टेट थाने में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


  जून 24, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-316 (साल-01)
2. बुधवार, जूूून 24, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 29+ डी.सै.,अधिकतम-41+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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(सर्वाधिकार सुरक्षित)


सोमवार, 22 जून 2020

साधना के लिए परम श्रेष्ठ, गुप्त नवरात्रि

आदिकाल से ही नवरात्रि को सनातन धर्म का सबसे पवित्र और शक्ति दायक पर्व माना गया है। एक वर्ष में चार नवरात्रि दो गुप्त और दो सामन्य कहे गए हैं। गुप्त नवरात्रि आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा और वर्षा ऋतु के मध्य आरंभ होता है। यह नवरात्रि गुप्त साधनाओं के लिए परम श्रेष्ठ कहा गया है। इस समय की गई साधना जन्मकुंडली के समस्त दोषों को दूर करने वाली तथा चारों पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम और कोक्ष को देने वाली होती है। इसका सबसे महत्वपूर्ण समय रात्रि 12 बजे से सूर्योदय तक अधिक प्रभावशाली बताया गया है। गुप्त नवरात्रि का संबंध सूर्य संक्रांतियों से निगम शास्त्र में संपूर्ण विश्व की रचना का आधार सूर्य को माना गया है। ‘सूर्य रश्मितो जीवो भी जायते’ अर्थात- सूर्य की किरणों से ही जीव की उत्पत्ति हुई अतः सूर्य ही जगतपिता है। आषाढ़ के शुक्ल पक्ष के नवरात्रि में सूर्य का निवास ‘अनाहत चक्र’ में होता है जिससे इसका वर्ण अरुण होता है। यही अरुण वर्ण शक्ति का प्रतीक है। इसके बारह दल बारह राशियों के प्रतीक बताए गए हैं। सूर्य की संक्रांतियों के अनुसार ही नवरात्रि पर्व माना गया है जैसे, गुप्त नवरात्रि आषाढ़ संक्रांति और मकर संक्रांति के मध्य पढ़ते हैं यह सायन संक्रांति के नवरात्रि हैं जिनमें मकर संक्रांति उत्तरायण और कर्क संक्रांति दक्षिणायन की होती है।  बाकी दो गुप्त नवरात्रि के अतिरिक्त सामान्य नवरात्रि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा और आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होता है। इसी तरह यह गुप्त नवरात्रि आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा और वर्षा ऋतु के मध्य आरंभ होता है वर्षा ऋतु के मध्य पढ़ने वाला यह नवरात्रि गुप्त साधनाओं के लिए परम श्रेष्ठ कहा गया है। सूर्य की आषाढ़ संक्रांति के मध्य सभी देवता आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक शक्ति की आराधना करते हैं। दसवें दिन पारण करके एकादशी के दिन सभी देवता शयन करने चले जाते हैं। यही आषाढ़ शुक्ल एकादशी देवशयनी एकादशी के नाम से जानी जाती है। चार माह के  शयन के बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी को फिर देव जागते हैं जिसे हरिप्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। गुप्त नवरात्रि का संबंध सूर्य संक्रांतियों से इन चार माह में देवताओं के शयन के परिणाम स्वरुप आग्नेय एवं ऐन्द्रप्राण की शक्ति कम हो जाती है और आप्यप्राण यानी आसुरी शक्तियों का बोलबाला रहता है। इन आसुरी शक्तियों का प्रभाव कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तक रहता है जिसे आप नरक चतुर्दशी भी कहते हैं।


यही दरिद्रता की देवी नृऋती की अंतिम अवधि है। इनके दुष्प्रभाव से बचने के लिए गुप्त नवरात्रि में शक्ति आराधना का अति महत्व हैं। इनके कोप से दैवी आपदा, पुत्र संतान और वैधव्य की आशंका रहती है। इस गुप्त नवरात्रि में दुख के मूल कारण रूद्र, वरुण और नृऋती की आराधना से एक दैविक और भौतिक त्रिबिध तापों से मुक्ति मिलती है। तांत्रिक जगत में इस नवरात्रि का अधिक महत्व होता है क्योंकि, देवताओं के शयनकाल के समय आसुरी शक्तियों की साधना करने वालों को अपनी मंजिल तक पहुंचना आसान रहता है। सामान्य जन इसमें मंत्र जाप और पूजा पाठ करके अपनी शक्तियों को बढ़ाकर इन चार दुखों के देवताओं के प्रकोप से बचे रहते हैं। गुप्त नवरात्रि के मध्य ‘माँ आदि शक्ति का महामंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ का प्रतिदिन जप करने से समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है।


भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी योगी सरकार




भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी योगी सरकार- अरुण विद्यार्थी

जिला मुख्यालय में पहुंचकर कांग्रेसियों ने सौंपा राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन

कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने “पोल-खोल”अभियान की शुरुआत की है। जो सरकार के द्वारा यूपी में 69000 शिक्षक भर्ती घोटाला, पशुधन घोटाला किया है जो आम जनमानस के खिलाफ है। उक्त बातें जिला अध्यक्ष अरुण विद्यार्थी ने  सोमवार को राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपते हुए कही। इस मौके पर बोलते हुए पार्टी के प्रदेश सचिव व प्रभारी विवेकानंद पाठक ने कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्टी के एक नेता का सम्मिलित होना और उसका जेल जाना यह साबित करता है कि पार्टी के कई बड़े चेहरे भी इस काले कारनामे में शामिल हैं।

यही नहीं पशुधन घोटाला भी सरकार की भ्रष्टाचार को साबित करता है जहां विधानसभा में बैठकर फर्जी तरीके से लोगों को लूटा गया है। इस मौके पर बोलते हुए कौशाम्बी कांग्रेस जिला अध्यक्ष  विद्यार्थी ने कहा कि भ्रष्टाचार के इन तमाम मुद्दों पर एक आंदोलन चलाना है।

इस मौके पर प्रमुख रूप से शाहिद सिद्दीकी,  तलत तजीम, बरसाती लाल पंडा, आशीष कुमार मिश्रा पप्पू, वेद प्रकाश सत्यार्थी, रजनीश पांडे, शमीम आलम, फैसल अली, मोहम्मद खालिद, अनिल पांडे, जितेंद्र शर्मा, विनोद चौधरी, मथुरा दुबे, असगर मदनी, युनुस अंसारी, आबिदा बेगम, भारत गौतम, राजकुमार, चितानी लाल दिवाकर, सरदार हुसैन रिजवी, फूलचंद पासी, योगेंद्र सिंह, राजेंद्र मिश्रा, संतोष पटेल, इब्ने अली, अली अहमद, प्रदीप सक्सेना, अली अहमद, राजेंद्र प्रसाद, इज़हार अब्बास, आबिदा बेगम, गुलाब कली,  शांति देवी, पूजा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद रहें।

राजकुमार




 








 

सेना को 500 करोड़ के हथियार लेने का हक


  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस बिपिन रावत, सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह से बात की

  • करीब 6 हफ्ते से भारत और चीन के बीच लद्दाख में तनाव चल रहा है, 15 जून की रात चीन और भारत के सैनिकों में हिंसक झड़प हुई थी, इसमें 20 जवान शहीद हो गए थे


नई दिल्ली। गलवान घाटी में चीन की सेना से हिंसक झड़प के बाद सरकार ने सेना का हौसला बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। सेना को 500 करोड़ तक के हथियार खरीदने के अधिकार दिए गए हैं। इसके अलावा सेना ने नियमों में बदलाव करते हुए लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर असाधारण परिस्थितियों में जवानों को हथियारों के इस्तेमाल की भी इजाजत दे दी गई है।


न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि नियमों में बदलाव के तहत फील्ड कमांडरों को यह अधिकार दिया गया है कि वे विशेष परिस्थितियों में अपने जवानों को हथियारों के इस्तेमाल की इजाजत दे सकते हैं।


दरअसल, गलवान में हुई झड़प के दौरान भारतीय जवानों ने इसलिए हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया था, क्योंकि 1996 और 2005 में हुए समझौते में ऐसा ना करने पर चीन और भारत में सहमति बनी थी। दोनों देशों में इस बात पर भी समझौता हुआ था कि उनकी सेनाएं एलएसी के 2 किलोमीटर के दायरे में विस्फोटकों और हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगी।



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रक्षा मंत्री ने सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से बैठक कीकहा- सख्ती से निपटें


केंद्र ने अब आर्म्ड फोर्सेज को पूरी छूट दे दी है। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सेनाओं को धरती, आसमान और समुद्री इलाके में चीन की किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए सख्त रवैया अख्तियार करने के लिए कहा गया है।


रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत समेत सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह से बात की। इसी में उन्होंने सेनाओं को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए।


15 जून की रात को गलवान में हुई थी दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प 
करीब 6 हफ्ते से भारत और चीन के बीच लद्दाख में तनाव चल रहा है। 15 जून की रात चीन और भारत के सैनिकों में हिंसक झड़प हुई थी। चीन के सैनिकों ने कंटीले तार वाले डंडों से भारतीय जवानों पर हमला किया था, जिसमें 20 जवान शहीद हो गए। भारत ने भी चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की बात कही है, लेकिन चीन ने अब तक अपने मारे गए सैनिकों की संख्या नहीं बताई है।



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भारत ने कहा- गलवान घाटी पर चीन के दावे मंजूर नहीं



  • भारत सरकार का कहना है कि गलवान घाटी पर चीन के दावे मंजूर नहीं हैं। ये चीन के खुद के पहले के रुख के उलट हैं। गलवान पर स्थिति लंबे समय से साफहै। एलएसी से पूरी तरह वाकिफ हैं और इसका पालन करते हैं। भारत ने कभी एलएसी पार नहीं की। भारतीय सैनिक इस क्षेत्र में लंबे समय से गश्त कर रहे हैं। सभी निर्माण भारत की हद के अंदर ही हैं। भारत के नक्शे में सीमा स्पष्ट है। 60 साल में 43 हजार वर्ग किमी क्षेत्र पर अतिक्रमण के बारे में देश जानता है। सरकार एलएसी में एकतरफा परिवर्तन की इजाजत नहीं देगी।

  • उधर, चीन लगातार गलवान घाटी को अपनी सीमा में बता रहा है। उसका कहना है कि गलवान घाटी चीन का हिस्सा है और एलएससीसे हमारी तरफ है। भारतीय सैनिक यहां पर जबरन रोड और ब्रिज बना रहे हैं।


दिल्ली में आतंकी घुसपैठ की कोशिश

नई दिल्ली । वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से राजधानी पहले से ही परेशान हैं। वहीं, इसका फायदा उठाकर आतंकी दिल्ली में घुसपैठ की कोशिश में लगे हुए हैं। ताजा खुफिया इनपुट में जानकारी मिली है कि कश्मीर से चार से पांच की संख्या में आतंकी राजधानी में घुसने की फिराक में हैं। इसकी सूचना के बाद दिल्ली की सुरक्षा को हाइ अलर्ट पर कर दिया गया है। जगह-जगह पर वाहनों की गहन जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियां सतर्कता के साथ छानबीन में जुट गई है।


आतंकियों का एक समूह वारदात के लिए कश्मीर से दिल्ली में घुसने की कोशिश में


पुलिस सूत्रों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि आतंकियों का एक समूह वारदात के लिए कश्मीर से दिल्ली में घुसने की कोशिश में हैं। चार से पांच की संख्या में अातंकी जम्मू-कश्मीर से ट्रक में सवार होकर दिल्ली पहुंच सकते हैं। यह भी कहा गया कि ट्रकों की जांच-पड़ताल तेज होने पर दहशतगर्द बस, कार अथवा टैक्सी का भी प्रयोग कर सकते हैं।


बढ़ी शहर की सुरक्षाः इसकी जानकारी के बाद से ही पुलिस ने दिल्ली की सुरक्षा को हाई अलर्ट पर कर दिया है। इसके तहत जम्मू से दिल्ली अाने वाले ट्रक सहित तमाम वाहनों पर पुलिस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी है।


सीमावर्ती इलाकों में पुलिस बरत रही विशेष चौकसी


जम्मू-कश्मीर से दिल्ली आने वाले रास्ते में जहां नाकों पर वाहनों की गहन जांच की जा रही है। वहीं, जगह-जगह बैरिकेड लगाकर पुलिसकर्मी संदिग्ध वाहनों को रोककर उसकी तलाशी ले रहे हैं। सीमावर्ती इलाकों में पुलिस विशेष चौकसी बरत रही है, ताकि संदिग्ध को अंजाम से पहले दबोचा जा सके। वहीं, राजधानी के कुछ इलाकों सहित बंद पड़े होटल अौर गेस्ट हाउस पर भी नजर रखी जा रही है। पुलिसकर्मियों की प्रमुख बस अड्डे व रेलवे स्टेशनों पर तैनाती कर दी गई है।सभी जिला के डीसीपी, स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच को इस सूचना के बाद सर्तक रहने को कहा गया है।


संतोष शर्मा की रिपोर्ट


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...