रविवार, 17 मई 2020

मजदूरों की मदद नहीं करनी चाहिए

मथुरा। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कोविद -19 से बचाव के लिये लागू लाॅकडाउन के कारण विपक्ष को मजदूरों की मजबूरी पर सियासत करने की बजाय उनकी मदद के लिये आगे आना चाहिए। 


श्रीकांत शर्मा ने रविवार को यहां जारी बयान में कहा कि विपक्षी दल मजदूरों की मदद करने की बजाय सियासत करने जुटे है। इस संकट के दौर में सबकों एक साथ खड़ा रहकर एक दूसरे की मदद करनी चाहिये। विपक्षी दल मजदूरों की मजबूरी पर सियासत करने में जुटे है।


उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी केन्द्र सरकार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरी ताकत के साथ आम जनमानस की भलाई के लिए कार्य करने में जुटी है। उन्होंने कहा कोरोना जैसे बडे संकट के समय में भूखा गरीब खाली पेट सोने को मजबूर न हो इसके लिये केन्द्र सरकार ने 8.5 करोड परिवारों को तीन माह तक गैस के सिलेन्डर तथा अनाज मुफ्त दिया है। केन्द्र सरकार करीब 3500 करोड़ रूपए की धनराशि प्रवासी मजदूरों की सहायता के लिए खर्च कर रही है। इस धनराशि से उनके लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्हें दो महीने का राशन दिया जा रहा है।


श्रीकांत शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी को मिलकर टीम भावना से काम करना चाहिए। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने श्रमिकों के लिए 1034 ट्रेन चलाई हैं जिनमें लगभग 85 प्रतिशत उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए है। अभी तक 12 लाख से अधिक लोगों को सम्मानजनक तरीके से उनके गंतव्य स्थान तक पहुचाया गया है।


ऊर्जा मंत्री ने कांग्रेस पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुये कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सीधे खाते में राशि देने की बात करते हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि 20 करोड़ से अधिक जनधन खाता धारक महिलाओं के खाते में 20 हजार करोड से अधिक की राशि दो किश्तों में दी जा चुकी है। सरकार यह राशि सीधे ही उनके खाते में भेज रही है। इसी प्रकार से दो करोड 20 लाख श्रमिकों के खाते में 3950 करोड रूपए भेजे जा चुके हैं।


अल्पसंख्यकों का धार्मिक उत्पीड़नः जमात

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के धार्मिक उत्पीड़न का एक और मामला सामने आया है। सिंध प्रांत में हिंदुओं ने आरोप लगाया है कि इस्लामिक समूह तबलीगी जमात ने उन्हें प्रताड़ित किया और उनके घरों को ध्वस्त कर दिया। इसके साथ ही इस्लाम अपनाने से इनकार करने पर एक हिंदू लड़के का अपहरण भी कर लिया गया। सिंध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया, जिसमें भेल हिंदू जबरन धर्म परिवर्तन का विरोध करते हुए देखे जा सकते हैं।


तबलीगी जमात के खिलाफ हाथ से लिखे पोस्टर पकड़े महिलाओं, बच्चों को नासूरपुर, मटियार में विरोध प्रदर्शन करते देखा गया। इस दौरान हिंदुओं का कहना था, “हम मरना पसंद करेंगे, लेकिन कभी इस्लाम नहीं अपनाएंगे।”


प्रदर्शनकारियों की ओर से एक महिला ने कहा कि उनकी संपत्तियों को हड़प लिया गया, घरों में तोड़फोड़ की गई और उन्हें पीटा गया है। महिला ने कहा कि उन्हें कहा जा रहा है कि अगर घर वापस चाहिए तो इस्लाम अपनाना होगा।


एक अन्य वीडियो में एक महिला जमीन पर लेटी हुई दिखाई दे रही है, जो बता रही है कि उसके बेटे का तबलीगी जमात के सदस्यों द्वारा अपहरण कर लिया गया है। महिला अपने बेटे को रिहा कराने के लिए जमात से रहम की भीख मांग रही है। पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांतों में हिंदुओं और ईसाइयों का उत्पीड़न जारी है।


पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने हाल ही में कहा कि इमरान खान सरकार के कार्यकाल में अल्पसंख्यक समुदायों पर भयावह धार्मिक रूप से प्रेरित हमले हुए हैं। सिंध और पंजाब में हिंदू व ईसाई दोनों समुदायों को पिछले साल भी बड़े स्तर पर जबरन धर्मांतरण का सामना करना पड़ा था।


पिछली घटनाओं को याद करते हुए आयोग ने कहा कि पंजाब और सिंध में 14 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों का अपहरण किया गया, उन्हें जबरन धर्मांतरित कर उनका निकाह कर दिया गया।


आयोग ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं और हिंदू समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है, क्योंकि उन पर ईश निंदा का आरोप लगाकर प्रताड़ित किया जाता है। आयोग का कहना है कि हिंदू समुदाय को लंबे समय से निशाना बनाया जा रहा है।


आयोग ने कहा, “उन्हें स्कूल में इस्लामी अध्ययन सीखने के लिए भी मजबूर किया जाता है। कुछ चिंताएं यह भी हैं कि ईसाई समुदाय के लिए पर्याप्त दफन करने की जगह और हिंदू समाज के लिए श्मशान भूमि नहीं हैं।”


पाकिस्तान में अदालत ने 2014 में धार्मिक सहिष्णुता, पाठ्यक्रम में सुधार, मीडिया में अभद्र भाषा के खिलाफ कार्रवाई, पूजा स्थलों की सुरक्षा के लिए एक विशेष पुलिस बल, और शीघ्र पंजीकरण के लिए एक कार्यबल का गठन करने का निर्देश दिया था। मगर एचआरसीपी ने कहा कि अभी तक इस संबंध में कुछ भी नहीं हुआ है।


महाराष्ट्र में 31 मई तक बढ़ा लॉकडाउन

मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने उम्मीद के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन की मियाद रविवार को बढ़ाते हुए 31 मई तक कर दी है। मुख्य सचिव अजय मेहता द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि चूंकि राज्य में कोविड-19 महामारी के और अधिक फैलने का खतरा है, इसलिए पूरे महाराष्ट्र में 31 मई की मध्यरात्रि तक लॉकडाउन का विस्तार करना आवश्यक है।


बार-बार बढ़ाए जा रहे 24 मार्च से लागू हुए लॉकडाउन ने सरकार को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई आपातकालीन उपाय करने में सक्षम बनाया है। कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कुल 1 हजार 135 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 30 हजार 706 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 7 हजार 88 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है।


वहीं, 696 मौतों और कोविड-19 संक्रमण के सामने आए कुल 18 हजार 555 मामलों के साथ मुंबई राज्य का सबसे प्रभावित हॉटस्पॉट बना हुआ है। यह संख्या लगातार बढ़ रही है। अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन के लिए जारी आदेशों के अन्य विवरण बाद में उपलब्ध कराया जाएंगे।


मुरादाबाद में संक्रमित संख्या 158 हुई

मुरादाबाद। कोरोना महामारी के बीच दो दिन शांति के बाद जिले में फिर इस संक्रमण ने खलबली मचा दी है। रविवार को 7 और लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। अब जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 158 हो चुकी है। जिले में आए ये सभी नए मामले हैं। इनमें जो चार लोग हॉटस्पॉट इलाके के मिले हैं, ये संक्रमितों के संपर्क में आए थे। इनमें उनके परिवार के लोग भी शामिल हैं।


गलशहीद और मकबरा इलाके के इन लोगों में एक युवती व किशोर भी शामिल है। इसके अलावा नागफनी मस्जिद के काजिटोला का रहने वाला एक नगर निगम का कर्मचारी भी इस वायरस की चपेट में आ गया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी निगम कर्मी में कोरोना की पुष्टि हुई हो।


बताया जाता है कि यह कर्मी हॉटस्पॉट इलाकों में सफाई का काम करता था, बुखार आने पर उसे भर्ती किया गया था। सुरक्षा किट के बावजूद यह इस खतरे से बच नहीं सका। दो वे लोग हैं, जो प्रवासी थे। मुम्बई से घर वापस आए थे।


थर्मल स्क्रीनिंग के वक्त उनमें लक्षण नजर आए तो स्वास्थ्य विभाग ने उनका स्वाब का सैम्पल लिया था। इन लोगों की कोरोना जांच कराई तो रविवार को आई रिपोर्ट में इस संक्रमण की पुष्टि हो गई। 14 मई को आए ये दोनों ठाकुरद्वारा के रहने वाले हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम इन लोगों को आइसोलेट करने की तैयारी में लग गई है। इनके संपर्क में और कौन कौन रहा है, इसकी भी हिस्ट्री कुरेदी जा रही है।


सीएमओ डा मिलिंद चन्द्र गर्ग ने बताया कि और सैम्पल लिए जाएंगे और उनकी जांच कराई जाएगी। जिले में अब यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा हैं, हालांकि इनमें 4 लोग दूसरे जिलों के भी शामिल हैं। जिले के 154 में 99 स्वस्थ हो चुके हैं और 12 कि मौत हो चुकी है। 46 केस एक्टिव हैं।


बंगाल में 400 नर्सों ने दिया इस्तीफा

कोलकाता। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की चुनौती के बीच पश्चिम बंगाल के अस्पतालों की 400 नर्सें इस्तीफा देकर अपने गृह राज्यों को लौट गई।


 यहां रविवार को प्राप्त रिपोर्टो के अनुसार शनिवार को मणिपुर की 185 नर्से अपने गृह प्रदेश लौट गई जबकि ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों की 186 नर्से अपने राज्यों को चली गई है। ये सभी नर्सें कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रही थीं।


नर्सों के सामूहिक इस्तीफे के वास्तविक कारणों को अभी खुलासा नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसके कारणों का पता लगाने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है।


बांग्लादेश की तरफ बढ़ा 'चक्रवर्ती तूफान'

ढाका। बांग्लादेश में रविवार को स्थानीय सतर्कता संकेत संख्या 4 के तूफान की चेतावनी दी। चक्रवात ‘अम्फान’ देश के उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ रहा है। बीडीन्यूज24 ने मौसम वैज्ञानिकों का हवाले देते हुए कहा कि चक्रवाती तूफान धीरे-धीरे तेज हो गया है और भारत में पश्चिम ओडिशा और पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है।


बांग्लादेश के मौसम विभाग के एक मौसम वैज्ञानिक मोनवर हुसैन ने कहा, “जिस रफ्तार से तूफान आगे बढ़ रहा है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि तूफान को दो दिनों में तट से टकराने की आशंका है।” बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरा दवाब ने शनिवार को लगभग 9 बजे चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ का रूप लिया।


यह चक्रवात रविवार की सुबह 6 बजे दक्षिण-पूर्व की खाड़ी में केंद्रित था, जो 6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा रहा है।


आधुनिकीकरण करे सरकार: कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सरकार पर रक्षा क्षेत्र की आर्डिनेंस फैक्ट्री को निजी हाथों में सौपने का आरोप लगाते हुए इस प्रयास को राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बताया और कहा कि रणनीतिक महत्व के उपक्रम का निजीकरण करने की बजाय उसका आधुनिकीकरण किया जाना चाहिए।


कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ तथा प्रवीण चक्रवर्ती ने शनिवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आर्डिनेंस फैक्टरी में निवेश कर उसमें आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल होना चाहिये ताकि उसे समय के अनुकूल ज्यादा प्रतिस्पररधी बनाया जा सके। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कंपनी के निजीकरण का कोई भी प्रयास देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होगा।


उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित मंत्री निर्मल सीतारमण ने आज जिस आर्थिक पैकेज का जिक्र किया है उसमें प्रवासी मज़दूरों, किसानों तथा आम करदाताओ को रियायत देने की कोई घोषणा नही की गई है। हज़ारो प्रवासी श्रमिक सड़को पर है लेकिन उनकी चिंता नही की गई है।


प्रवक्ताओं ने कहा कि सरकार जिसे 20 लाख करोड़ का पैकेज बात रही है दरअसल वह पुराने पैकेज को नए ढंग से पेश किया जा रहा है और इस पैकेज में कुछ भी नया नही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इस राहत पैकेज से प्रवासी श्रमिकों के खाते में एक पैसा भी जाएगा।


मुंबई: 31097.73 अंक पर टिका सेंसेक्स

मुंबई। सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था में गति लाने के उद्देश्य से 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू करने की घोषणा के बावजूद बीते सप्ताह भी शेयर बाजार पर कोरोना वायरस का प्रकोप बना रहा है और अगले सप्ताह भी बाजार में तेजी आने की संभावना बहुत कम दिख रही है। समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का सेंसेक्स 1.72 प्रतिशत अर्थात 544.97 अंक टूटकर 31097.73 अंक पर टिका। 


इस दौरान एनएसई का निफ्टी 114.65 अंक अर्थात 1.24 प्रतिशत गिरकर 9136.85 अंक पर रहा। दिग्गज कंपनियों में जहां गिरावट देखी गयी वहीं छोटी और मझौली कंपनियों में लिवाली हुयी। बीएसई का मिडकैप 0.67 प्रतिशत बढ़कर 11500.32 अंक पर और स्मॉलकैप 0.47 प्रतिशत बढ़कर 10688.86 अंक पर रहा।


विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर काेरोना वायरस का प्रभाव का अब भारतीय बाजार पर कम हो रहा है बल्कि घरेलू स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों में हो रही बढोतरी से शेयर बाजार पर अधिक दबाव बना है। यहीं कारण है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के साथ ही कई नियमाें को उदार बनाये जाने के बावजूद भी निवेशधारणा को बल नहीं मिल पर रहा है।


विश्लेषकों ने कहा कि अगले सप्ताह भी शेयर बाजार पर कोरोना वायरस का असर बना रह सकता है क्योंकि अब जहां जहां प्रवासी मजदूर पहुंच रहें वहां संक्रमण के अधिक मामले सामने आने लगे हैं। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले चीन से अधिक हो गये हैं। हालांकि कुछ कंपनियों के तिमाही परिणाम आने से बाजार को कुछ गति मिलने की उम्मीद है।


समस्या को लेकर राज्यो से बात करेंगे केंद्र

नई दिल्ली। देशभर में मजदूरों की स्थिति को लेकर दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि केंद्र सरकार को सिस्टम को व्यावहारिक बनाने की जरूरत है। केवल 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान करने से काम नहीं चलेगा। मजदूरों को सीधा फायदा मिलना चाहिए।


गोपाल राय ने कहा, 'केंद्र सरकार गाइडलाइंस तो जारी कर देती है, लेकिन उसकी व्यावहारिकता का अंदाजा नहीं होता। कई राज्य सरकारें मजदूरों के जाने का खर्चा उठा रही हैं और दिल्ली सरकार भी यह खर्च उठा रही है लेकिन केंद्र सरकार को सारा खर्चा वहन करना चाहिए। केंद्र सभी मजदूरों के खर्चे का वहन कर ले, तो काफी समस्या खत्म हो सकती है।'


गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर तो पहले से ही शेल्टर होम में लोगों को रखा जा रहा है और काफी लोगों को उनके राज्यों में पहुंचाया जा चुका है। दिल्ली की तरफ से व्यवस्था की जा रही है, लेकिन पूरे देश में जो स्थिति दिख रही है, उसका असर दिल्ली पर भी पड़ रहा है। केंद्र को सभी राज्यों के साथ बात करके कोई स्पष्ट नीति बनानी चाहिए ताकि मजदूरों की समस्याएं दूर हों। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली में भी कामकाज शुरू होना चाहिए ताकि मजदूरों को रोजगार मिले और उनका पलायन रोका जा सके।


दिल्ली के अंदर तीन तरह से लोगों को रोजगार मिलता है। इंडस्ट्रियल एरिया में रोजगार मिलता है। मार्केट और सर्विस सेक्टर में रोजगार मिलता है। इन चीजों को पटरी पर लाया जाए तो मजदूरों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


प्रस्तावः ठीक रहने पर होगे 'एंट्रेंस एग्जाम'

शासन को भेजा प्रस्ताव, स्थिति ठीक रहने पर ही एंट्रेंस एग्जाम होंगे


लखनऊ। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय इस बार यूजी और पीजी में मेरिट के आधार पर दाखिला लेने का विचार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वहां से अप्रूवल मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अगर हालात काबू में आ गए तो एंट्रेंस एग्जाम भी करवाए भी जा सकते हैं।


मनोज सिंह ठाकुर


सभी को मिलेगा समानता का आधिकार

शिया पीजी कॉलेज में हुए वेबिनार में बोले


प्रो. रवि श्रीवास्तव


लखनऊ। 'वर्तमान दौर पूंजीवादी और नव उदारवाद का है, जिसका आधारभूत ढांचा ही गैर बराबरी का है। हमें कोरोना महामारी से सबक लेना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति बड़ा-छोटा नहीं होता, सभी को समानता का अधिकार मिलना चाहिए।' यह बात प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और जेएनयू के प्रो. रवि श्रीवास्तव ने शिया पीजी कॉलेज में शनिवार को हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार में कही। इसका उद्‌घाटन एलयू के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने किया। वेबीनार का मुख्य विषय ''अवसरों की असमानता और लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां' था।


पंजाब-चंडीगढ़ बस भेजें सरकारःमाया

नई दिल्ली/लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने रविवार को कहा कि कांग्रेस को अपनी 1000 बसें उत्तरप्रदेश भेजने की बजाय पंजाब और चंडीगढ़ भेजनी चाहिए ताकि प्रवासी मजदूर यमुना नदी के जरिए यात्रा करने की बजाय इन वाहनों से अपने गृह राज्य जा सके। मायावती ने एक ट्वीट श्रृंखला में कहा, “कांग्रेस पार्टी अपनी 1,000 बसें यूपी भेजने के बजाए, उन्हें पहले पंजाब एवं चंडीगढ़ ही भेज दें, ताकि वे पीड़ित श्रमिकगण यमुना नदी में अपनी जान जोखिम में डालने के बजाए सड़क के जरिये सुरक्षित यूपी पहुँच सकें।”


गौरतलब है कि कांग्रेस ने राजस्थान के विभिन्न शहरों से प्रवासी मजदूरों को उत्तरप्रदेश की सीमा तक लाने के लिए 1000 बसें निजी बसें लगाने की घोषणा की है।


पश्चिम बंगालः 400 नर्सों ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली/कोलकाता। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की चुनौती के बीच पश्चिम बंगाल के अस्पतालों की 400 नर्सें इस्तीफा देकर अपने गृह राज्यों को लौट गई है।यहां रविवार को प्राप्त रिपोर्टो के अनुसार शनिवार को मणिपुर की 185 नर्से अपने गृह प्रदेश लौट गई जबकि ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों की 186 नर्से अपने राज्यों को चली गई है। ये सभी नर्सें कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रही थीं।


नर्सों के सामूहिक इस्तीफे के वास्तविक कारणों को अभी खुलासा नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसके कारणों का पता लगाने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है।


हादसाः परिवार के 4 लोगों की मौत, घायल

बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा ग्रामीण थाना क्षेत्र के अंतर्गत आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज बिजासन घाट पर ऑइल से भरे टैंकर और दुपहिया वाहन में भिड़ंत के चलते पति पत्नी और दो बच्चियों की मृत्यु हो गई तथा उनके दो बच्चों समेत चार लोग घायल हो गए। सेंधवा ग्रामीण थाना के नगर निरीक्षक विश्वदीप सिंह परिहार के अनुसार मंदसौर से लिनसीड ऑइल भरकर तमिलनाडु के उडुपी ले जा रहा टैंकर तकनीकी त्रुटि के चलते मध्यप्रदेश महाराज सीमा पर बीजासन से कुछ दूर राष्ट्रीय राजमार्ग के डिवाइडर से टकराकर दूसरी लेन में जाकर पलट गया, जिसके चलते सामने से आ रहा दुपहिया वाहन पर सवार परिवार उसके नीचे दब गया।


घटना में पति, पत्नी और उनकी 5 व 3 वर्ष की पुत्रियों की मृत्यु हो गई तथा 2 माह का पुत्र व 2 वर्ष की पुत्री घायल हो गए। इसके अलावा टैंकर चालक व सहचालक भी घायल हुआ है। उन्हें घटनास्थल से 18 किलोमीटर दूर सेंधवा स्थित शासकीय सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल हताहतों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। घटना के चलते कुछ देर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन भी बाधित हुआ।


 


महाराष्ट्र गुजरात और तमिलनाडु में बढत

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु में काफी तेजी से पैर पसार रहा है और इन तीनों राज्यों में संक्रमितों की संख्या सर्वाधिक क्रमश: 30706 और 10988 तथा 10585 हो गई है तथा कुल 1834 लोगों की मौत हो चुकी है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 से अब तक 90927 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 2872 लोगों की मौत हुई है। वहीं 34109 लोग इस जानलेवा विषाणु से निजात पाने में कामयाब हुए हैं।


किन रास्तों से गुजरेगा 'अम्फान' तूफान

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती तूफान की चेतावनी दी है। विभाग ने कहा कि अगले 12 घंटों के दौरान बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और पड़ोस में तीव्र चक्रवाती तूफान अम्फान आने की संभावना है ये कल सुबह तक भयानक रूप ले लेगा। बता दें कि ओडिशा में चक्रवाती तूफान की आशंका के मद्देनजर मछुआरों को गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व में कम दबाव वाला क्षेत्र शनिवार की सुबह अधिक दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया और यह ओडिशा के पारादीप से लगभग 1,100 किलोमीटर दूर दक्षिण में केन्द्रित है। इस बीच राज्य सरकार ने 12 तटीय जिलों को सतर्क किया है और जिलाधिकारियों को वहां लोगों को वैकल्पिक स्थानों पर ले जाने के प्रबंध करने के लिए कहा है। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर विश्वास ने बताया कि अधिक दबाव वाला क्षेत्र के शनिवार की शाम तक एक चक्रवाती तूफान में और फिर बाद के 24 घंटे के दौरान भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। शुरूआत में इसके 17 मई तक उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और फिर 18 मई से 20 मई के बीच पश्चिम बंगाल तट पर उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है। विश्वास ने बताया कि इसके प्रभाव से तटीय ओडिशा में 18 मई की शाम को दूरदराज के क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने और 19 मई को कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है 20 मई को उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि मछुआरों को समुद्र में मछली नहीं पकड़ने की सलाह दी गई है।


खीरी में एक दिन में 10 नए संक्रमित

लखीमपुर खीरी। जिले में कोरोना संक्रामितो की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। जिले में रविवार की सुबह कोरोना के 10 केस पॉजिटिव और मिले हैं। कोरोना की जद में आए लोगों में 10 महीने का एक मासूम बालक और 6 साल की एक बच्ची भी शामिल है। इसके अलावा स्क्रीनिंग सेंटर पर मजदूरों की देखरेख कर रहे एक डॉक्टर भी कोरोना पाजिटिव आया है।


जिला प्रशासन के मुताबिक रविवार को 72 सैंपल की रिपोर्ट मिली, जिनमें 62 की रिपोर्ट नेगेटिव और 10 की पॉजिटिव निकली है। अब खीरी जिले में 32 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं जिनमें 5 लोग ठीक हो कर घर जा चुके हैं। लखीमपुर खीरी में फिलहाल 27 केस कोरोना पॉजिटिव हैं, जो आसपास के जिलों में सबसे ज्यादा हैं। रविवार को कोरोना पॉजिटिव मिले लोग जयपुर, मुम्बई, थाणे से लौटे थे।


प्रवासियों के लिए यूपी ने चलाई बसें

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रवासियों को उनके गंतव्य तक ले जाने के लिए बसों की तैनाती शुरू हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि अब कोई प्रवासी मजदूर अपने घरों तक पैदल नहीं जा रहा है।यूपीएसआरटीसी के एमडी राज शेखर ने कहा, “हम जिला मजिस्ट्रेटों के लिखित अनुरोध पर विभिन्न जिलों में जितनी बसों की आवश्यकता होगी ,उतनी बसें भेजेंगे। हमने अपने ड्राइवरों और कंडक्टरों को भी निर्देशित किया है कि प्रवासियों को उनके गंतव्य तक छोड़ने के बाद वापस आते समय, यदि वे अन्य प्रवासियों को पैदल चलते हुए देखते हैं, तो वे उन्हें खाली बसों में सवार करें और उन्हें जिला सीमाओं पर पिकअप प्वाइंट्स तक छोड़ें।”बसों को सभी जिलों की सीमाओं पर पिक-अप पॉइंट पर तैनात किया जाएगा। औरैया सड़क दुर्घटना के बाद शनिवार की सुबह जिसमें 24 प्रवासी मारे गए थे, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया कि किसी भी प्रवासी को पैदल, साइकिल या अनाधिकृत वाहनों पर आवाजाही की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।


मुख्यमंत्री ने शनिवार को आधी रात तक चली सभी जिला मजिस्ट्रेटों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई एक बैठक में कहा कि अगर प्रवासियों को अपने गंतव्य के लिए पैदल जाते हुए पाया गया, तो संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि सभी प्रवासियों को प्रवेश बिंदुओं पर रोक दिया जाना चाहिए, उन्हें वहीं भोजन और पानी दिया जाना चाहिए और फिर उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग की जानी चाहिए। उन्होंने आदेश दिया, “इस प्रक्रिया के बाद, प्रवासियों को बसों में उनके गंतव्यों तक ले जाना चाहिए।” मुख्यमंत्री द्वारा यह निर्देश जारी करने के तुरंत बाद, राज्य की राजधानी के सभी प्रवेश बिंदुओं पर प्रवेश रोक दिया गया है।


इस बीच, लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने कहा, “दो इंस्पेक्टर, आठ सब-इंस्पेक्टर और 30 कांस्टेबल के अलावा पीएसी की एक कंपनी को हर एंट्री प्वाइंट पर तैनात किया जाएगा। प्रवासी कामगारों को पैदल, ऑटो, टेम्पो, साइकिल या ट्रकों परजाने की अनुमति नहीं होगी। उन्हें बसों में उनके गंतव्य तक ले जाया जाएगा।” इसके एक घंटे के भीतर ही लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर वाहनों की लंबी कतार देखी गई। झांसी में उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश सीमा पर रक्सा में रविवार सुबह लगभग 20 किलोमीटर तक यातायात जाम हो गया।


उत्तराखंड में संक्रमितो की संख्या में इजाफा

देहरादून (संवाददाता)। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रविवार को कोरोना का एक और केस सामने आने से खलबली मच गयी है। इसके साथ प्रदेश में कोरोना पीड़ितों का संख्या बढ़कर 92 पहुंच गयी है। जानकारी के अनुसार कल शनिवार को प्रदेश में कोरोना के 9 मामले सामने आये थे। इनमें उधम सिंह नगर के चार मरीज शामिल थे। आज रविवार को ऋषिकेश निवासी 27 वर्षीय युवक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। बताया गया है कि 15 मई को यह युवक महाराष्ट्र से वापस अपने घर लौटा था जिसे स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने होम कोरेंटाइन में रखा था और उसका सेंपल जांच के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा था। युवक के सैंपल की जांच में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब 92 पहुंच चुकी है। इनमे ंसे 54 मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में प्रवासियों की आमद बढ़ने के साथ ही पिछले 1 सप्ताह से कोरोना मरीजों का आंकड़ा तेजी के साथ बढ़ रहा है। जिससे लोगों की चिंता और बढ़ती जा रही है।


ईद मुबारकः ना हाथ मिलाएं, ना गले मिलें

नई दिल्ली। पूरी दुनिया मे इस वक्त कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और इस वायरस की वजह से त्यौहारों की रौनक पूरी तरह से उड़ गई है। लोगों के चेहरों पर उदासी है। 26 मई को पूरी दुनिया मे ईद का त्योहार मनाया जाएगा, लेकिन इस वक्त जो देश के हालात चल रहे हैं, उसे देखा जाए तो लोग इस बार ईद पर गले मिलकर एक दूसरे को त्यौहार की मुबारकबाद नही दे सकेंगे। चीफ इमाम ऑफ इंडिया डॉ. इमाम उमेर अहमद इल्यासी ने बताया कि कोरोना वायरस बीमारी हमेशा तो नहीं आती लेकिन ईद हमेशा आती है। पूरी दुनिया कोरोना वायरस से ग्रस्त है और ईद की खुशी यही है कि हम गले न मिले, और हाथ न मिलाएं।” उन्होंने आगे कहा, ईद पर गले मिलने का मतलब होता है कि अगर आपकी किसी से दुश्मनी या मन मुटाव है तो उनको बुला कर गले मिलें जिससे कि वो मन मुटाव खत्म हो और फिर से दिल मिल सकें। इस वक्त किसी से दुश्मनी निभानी है तो गले मिलना चाहिए, अगर मोहब्बत निभानी है तो दूर रहना चाहिए। अगर आप इस वक्त दूर से ही सलाम करते हो या मुबारकबाद देते हो, तो हम खुद भी बचते और दूसरों को भी बचाते है. ईद जिंदा करने का नाम है, ईद खुशियों का नाम है और हम यही तोहफा दे सकते हैं।”


आपको बता दें की ईद की शुरूआत सुबह दिन की पहली नमाज के साथ होती है। जिसे सलात अल-फज्र भी कहा जाता है. इसके बाद पूरा परिवार कुछ मीठा खाता है। फिर नए कपड़े पहनकर लोग ईद की नमाज पढ़ने के लिये जाते हैं। ईद की नमाज पढ़ने के बाद एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते है। जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने बताया, देश में कोरोना वायरस बढ़ता जा रहा है और यह जरूरी है कि ईद के समय मे एहतियात बरता जाए। ईद पर जैसे लोग गले मिलते उसमें अब हमको एहतियात बरतना होगा। हालात ऐसे चल रहे हैं कि हमें इस वक्त टेलीफोन से ही मुबारकबाद देनी होगी यही तरीका इस वक्त हो सकता है। उन्होंने कहा, जो गाइडलाइन्स मेडीकल एक्सपेर्स और डब्लूएचओ की तरफ से आ रही हैं। हमें उन सभी बातों को अमल करना होगा। हमारे अपनों के लिए, हमारे परिवार के लिए हमारे पड़ोसी और मुल्क में रहने वाले लोगों के लिए. हालातों ने मजबूर कर दिया इस बीमारी की वजह से लोगों में बेरोजगारी हुई है। इससे आज लोग परेशान हैं अपने भविष्य के लिए परेशान है और आज भी लोगों के पास खाने के लिए पैसा नहीं है। ईद का त्योहार सबको साथ लेकर चलने का संदेश देता है। ईद पर हर मुसलमान चाहे वो अमीर हो या गरीब हो सभी एक साथ नमाज पढ़ते हैं और एक दूसरे को गले लगाते हैं। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया ईद पर लोग अपने घरों में सिवाइं और पकवान तो जरूर बनाएं। ईद की खुशी जरूर जाहिर करें लेकिन ना किसी से हाथ मिलाए और ना किसी के गले मिले। हमने अपील भी की है कि जिस तरह घर में लोग अपने बजट बनाते हैं, उस बजट का 50 प्रतिशत गरीब लोगों को दान करें क्योंकि पूरे मुल्क में लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं और लोगों को ईद से पहले फितरा (चैरिटी) भी दे दें जिससे गरीब भी ईद की खुशियां मना सकें और ईद में शामिल हो सकें।


इस्लाम में चैरिटी ईद का एक मुख्य पहलू है. हर मुसलमान को पैसा, खाना और कपड़े के रूप में कुछ न कुछ दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। आगरा जामा मस्जिद के इमाम इरफान उल्हा निजाम ने बताया, खुशी तो रहेगी लेकिन मनाई नहीं जा सकेंगी ईद पर बहुत एतिहात की जरूरत है। ईद उल फितर यानी रोजा तोड़ने की खुशी, जाहिर सी बात है जिस इंसान ने रमजान के महीने में रोजा रखा होगा। उनकी खुशी उतनी ही होगी लेकिन इस बात का गम जरूर रहेगा ईद की नमाज मस्जिदों में नहीं पढ़ पाएंगे।


आतंकी मुठभेड़ में 1 मरा, जवान शहीद

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सेना लगातार आतंकियों के खिलाफ अपना ऑपरेशन चला रही है। एक बार फिर कश्मीर के डोडा में जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। यहां आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया। इस एनकाउंटर में एक जवान शहीद हो गया है। सेना ने हिज्बुल मजाहिद्दीन के कम से कम 2 आतंकियों को घेरा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर लिखा, ‘बीती रात पुलिस के इनपुट के बाद डोडा जिले में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।अब सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर शुरू हो गया है। बता दें कि शनिवार रात सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकियों के होने की सूचना मिली। आनन-फानन में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी करनी शुरू की। वहीं आज यानी कि रविवार सुबह सुरक्षाबलों का आतंकियों से सामना हुआ। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई जारी है। दो से तीन आतंकियों के इस मुठभेड़ में होने की आशंका जताई जा रही है। इस ऑपरेशन को सेना की 10 आरआर, सीआरपीएफ और डोडा पुलिस द्वारा अंजाम दिया जा रहा है।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...