रविवार, 26 अप्रैल 2020

शुक्र के करीब से गुजरेगा चंद्रमा

रविवार रात को आसमान में चन्द्रमा और सौरमंडल के सबसे चमकीले शुक्र ग्रह के कंजंक्शन की दुर्लभ खगोलीय घटना घटित होगी। रात 8.53 पर चन्द्रमा और शुक्र ग्रह एक दूसरे के इतने करीब आ जाएंगे कि वे एक दूसरे से इस माह में सबसे कम कोणीय दूरी पर होंगे। इनकी बीच की कोणीय दूरी लगभग 6 डिग्री रह जाएगी। 
इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला के वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि लखनऊ के रात्रि आकाश में ये दोनों ग्रह सूर्यास्त के बाद से ही दिखने लगेंगे। इन दोनों के एक दूसरे के करीब आने को शाम 6.52 मिनट से देखा जा सकेगा। रात में 8.53 पर इन दोनों के बीच की दूरी सबसे कम रह जाएगी। एस्ट्रो फोटोग्राफर के लिए ये बहुत ही अद्भुद घटना है। जिसकी पिक्चर्स हर कोई अपने कैमरे में कैद कर अपने पास संजोकर रखना चाहेगा।
इससे पूर्व इसी माह की 14 अप्रैल को चन्द्रमा और बृहस्पति, 15 अप्रैल को चन्द्रमा और शनि और 16 अप्रैल को चन्द्रमा व मंगल एक दूसरे के सबसे करीब आ चुके है। उनका कहना है कि अप्रैल माह हमेशा से ही एस्ट्रोनॉमर की पसंद रहा है। इस महीने में प्रतिदिन रात्रि आकाश में कोई न कोई खगोलीय घटना घटित होती रहती है। इस महीने ज्यादातर आसमान साफ रहता है। दिन लंबे होना शुरू हो चुके होते हैं। समस्त घटनाएं लोग आसानी से देख सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय खगोलिकी संगठन ने अप्रैल माह को ग्लोबल एस्ट्रोनॉमी मंथ घोषित किया हुआ है।


नाव से तमिलनाडु से पहुंचे उड़ीसा

भुनेश्वर। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए बंद के बाद तमिलनाडु में फंसे 38 मछुआरों ने ओडिशा के अपने गृह नगर पहुंचने के लिए एक नौका से पांच दिन की समुद्र की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने करीब 600 समुद्री मील का सफर तय किया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी है।
ये लोग एक मछली व्यापारी के पास काम करने के लिए चेन्नई गए थे, लेकिन राष्ट्रव्यापी बंद के बाद वे वहां फंस गए। एक मछुआरे ने बताया कि हमने दो इंजन वाली लकड़ी की एक नौका खरीदी और 20 अप्रैल को चेन्नई से रवाना हो गए। पांच दिन लंबी यात्रा के बाद, ये शनिवार शाम गंजाम पहुंचे। यह पूछे जाने पर कि वे बंद के दौरान चेन्नई छोड़ने पर मजबूर क्यों हुए, एक अन्य मछुआरे ने कहा कि आप जानते हैं कि तमिलनाडु में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। उसके अलावा, कुछ दिनों बाद हमारे पास खाने को कुछ नहीं होता। इन परिस्थितियों के कारण हम जोखिम लेने को मजबूर हुए। 38 मछुआरे गंजाम के चिकिती के पास पातिसोनापुर तट पर पहुंचे। चिकिती के तहसीलदार हरप्रसाद भोई ने बताया कि उन सभी को स्थानीय पुलिस थाने में भोजन दिया गया और उसके बाद 14 दिन के लिए एक केंद्र में क्वारंटाइन किया गया गया है। जिला कलेक्टर विजय अमृत कुलांगे ने बताया कि सभी 38 मछुआरे के नमूने कोरोना वायरस की जांच के लिए भेजे गए हैं।


यूपी में अजान पर लगी रोक, जानेंं सच

लखनऊ । कोरोना वायरस कोविड-19 और लॉकडाउन के बीच मुसलमानों का पवित्र रमजान का महीना शुरू हो चुका है। मुस्लिम समुदाय ने शनिवार को पहला रोजा रखा। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते लगातार विभिन्न प्रदेशों की सरकारें मुस्लिमों से घर पर ही नमाज पढ़ने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रही हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने मस्जिदों से अजान पर पाबंदी लगा दी है। हालांकि यह दावा बेबुनियाद है, यूपी सरकार की ओर से अजान पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।


दरअसल सोशल मीडिया पर पूर्व राज्यसभा सांसद शाहिद सिद्दिकी समेत कई यूजर्स ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में अजान पर रोक लगा दी गई है। शाहिद ने ट्वीट किया, ‘रमजान में अजान बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह एक क्षेत्र विशेष के लोगों को सेहरी और इफ्तार के बारे में बताती है। इसे सुनकर ही लोग अपना रोजा तोड़ते हैं। भारत समेत पूरी दुनिया में कहीं पर भी अजान पर रोक नहीं लगाई गई है, फिर इसे यूपी में क्यों रोका गया है?’ शाहिद के अलावा अन्य कई यूजर्स ने भी इसे लेकर ट्वीट किए हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर किए जा रहे ये दावे पूरी तरह से गलत हैं।


सरकार-भाजपा पर लगाए आरोप

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि पूरा देश कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में एकजुट है। लॉकडाउन का भी सभी समर्थन कर रहे हैं। जनहित और जनसुविधा सम्बन्धित सरकारी निर्देशों का पालन भी हो रहा है। लेकिन सरकार के भ्रामक बयानों से जनता में दुविधा की स्थिति बन रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा प्रशंसित मॉडल कामयाब नहीं हो रहे हैं। मजदूर और गरीब को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। सरकार द्वारा उनकी सुध नहीं ली जा रही है कि उनका इलाज, उनके भोजन और आवास की व्यवस्था करनी चाहिए। जहां जनता कोरोना को हराने के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं भाजपा सरकारें ईमानदारी से काम करने के बजाय राजनीति करने से बाज नहीं आ रही हैं।


कम्युनिटी किचन और आरएसएस के भण्डारे में कोई फर्क नहीं दिख रहा


उन्होंने कहा कि प्रदेश में कम्युनिटी किचन और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) के भण्डारे में कोई फर्क नहीं दिखता है। स्वयंसेवी संस्थाओं और सरकारी संस्थानों से प्राप्त खाद्य सामग्री को आरएसएस द्वारा अपना बताकर और मोदी थैली में भरकर कुछ भाजपाई परिवारों में वितरित करना घटिया मानसिकता प्रदर्शित करता है।


संघ की कुटुम्ब शाखा कैसे लगाई जा रही है? 


अखिलेश ने सवाल किया कि संघ की कुटुम्ब शाखा कैसे लगाई जा रही है? भाजपा की सरकार क्या संघ का एजेंडा बढ़ाने के लिए ही चुनी गई है? कोरोना युद्ध में जिस आगरा मॉडल की प्रधानमंत्री ने तारीफ की थी, वह लगातार गम्भीर लापरवाही और बदइंतजामी से फेल हो चुका है। जिला प्रशासन की हेल्पलाइन कारगर नहीं हो सकी है। दवा पूर्ति दूर की कौड़ी साबित हो रही है। लखनऊ और प्रदेश के कई अन्य जनपदों में जहां हॉटस्पॉट हैं, वहां भी न तो लॉकडाउन का पूरा पालन हो पा रहा है और न ही वहां के निवासियों को आवश्यक खाद्य पदार्थों और दूध आदि की ठीक से सप्लाई हो पा रही है।


उन्होंने कहा कि टेस्टिंग का ब्यौरा टीम-इलेवन को बताना चाहिए। जहां-जहां लॉकडाउन सख्ती से लागू है, वहां दोगुना कोरोना केस कैसे आये हैं? मुख्यमंत्री के इस मॉडल की खुद भाजपाई प्रशंसा करते रहते हैं परन्तु इस मॉडल की नाकामयाबी भी जाहिर है। राज्य सरकार ने राजधानी में कई दुकानों को दवा, किराना आदि की सप्लाई के लिए विशेष पास जारी किए गए थे। कई दुकानदारों ने जनता को राहत पहुंचाने की जगह अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए। फोन पर लोगों को भटकाते रहे या फिर सामानों के इतने मंहगे दाम बताए कि लोगों ने तौबा कर ली। विशेष पास का इस्तेमाल शहर में घूमने फिरने में किया जाने लगा है।


गांव के दो पक्षों ने खेला खूनी खेल

थाना निवाड़ी इलाके के अबुपुर गांव में दो पक्षो का ख़ूनी खेल
प्रभात तिवारी
गाजियाबाद। जनपद के थाना निवाड़ी इलाके के अबुपुर गांव में दो पक्षो में विवाद इतना बढ़ गया कि आपस में गोलियां चल गई । बताया जा रहा है कि गेंहू कटाई के दौरान ये विवाद हुआ और जिसके बाद 2 गोलियां चली और एक युवक को गोली लग गई  और साथ ही झगडे में 2 और युवक घायल हो गए जिसके बाद मौके पर मौजूद युवक के परिजनों ने उसे आनन् फानन में अस्पताल में भर्ती कराया और साथ ही बाकि दोनों घायलों को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।


घायल युवक के परिजन ने बताया कि इन दोनों परिवारों में पहले से ही गांव में आपस में विवाद चल रहा था जिसकी वजह से गोली चली और युवक घायल हो गया ।वही पुलिस के आलाधिकारी बता रहे है खेत पर विवाद हुआ है और मामले की जांच कर कार्यवाई कर रहे है ।


अवैध शराब की बिक्री करते गिरफ्तार

गाजियाबाद पुलिस ने गोदाम से अवैध शराब की बिक्री करते 7 लोगो को धार दबोचा
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद में लॉकडाउन के चलते प्रसाशन द्वारा शराब की बिक्री पर पूरी तरह से पावंदी के चलते जनपद में शराब की सभी दुकाने बंद है। उसके बाबजूद कुछ दुकानदार ऐसे भी है जो नियमों को ताक पर रख कर कानून की परवाह किये बिना खुले आम शराब बेचते है। इसी तरह का एक मामला गाजियाबाद में सामने आया है I आज गाजियाबाद पुलिस द्वारा एक वीडियो जारी कर पुलिस लॉक डाउन के चले अवैध शराब की बिक्री करते कुछ लोगो को पुलिस ने धार दबोचा I
गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी द्वारा एक वीडियो जारी कर पूरी घटना की जानकारी दी उन्होंने बताया की लॉक डाउन के चलते गाजियाबाद जनपद में प्रसाशन के आदेशानुसार सभी शराब की दुकाने खोलने व बिक्री बंद है इस के बाबजूद कुछ दुकानदार थाना सिहानी गेट क्षेत्र के अंतर्गत चोरी छुपे गोदान के माध्यम से शराब की अबैध बिक्री कर रहे है जिसकी सूचना मिलते ही थाना सिहानी गेट पुलिस ने तुरंत गोदाम पर छापेमरी करते हुए रंगे हाथों कई लोगो को धार दबोचा I पुलिस द्वारा दुकान के दो मालिकों, सुपरवाइजर वअन्य 7 लोगो के खिलाफ FIR दर्ज की है I


मेरठ में संक्रमित की मौत, क्षेत्र सील

मेरठ में कोरोना पाॅजिटिव की मौत के बाद पूरा इलाका सील, परिवारजनों को भी किया क्वारेंटाईन


प्रेमशंकर 
मेरठ। शनिवार को दाल मंडी में रहने वाले 65 वर्षीय विजय कुमार गर्ग की मैडिकल में मौत हो गई, परिजनों ने सीएमओ मेरठ समेत प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाया है। 


शनिवार की रात केसरगंज दाल मंडी के रहने वाले 65 साल के विजय गर्ग की कोरोना से मौत हो गई, इस मौत के बाद परिजनों ने स्वास्थ विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाएं, रविवार को मृतक की कोरोना रिपोर्ट भी सामने आ गई जिनमें उनके पाॅजिटिव होने की पुष्टि हो गई। पुष्टि होने के बाद रविवार को केसरगंज दाल मंडी के आर के पुरम इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया। वहीं मृतक के परिजनों को भी क्वारेंटाईन किया गया है। अगर स्वास्थ विभाग द्वारा सही समय पर विनोद गर्ग का इलाज शुरू हो गया होता और उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया जाता तो जो हालात आज है वह काबू में होते। दूसरी तरफ स्वास्थ विभाग की दलील है कि विनोद गर्ग की मौत ब्रेन हैमरेज से हुई है।


 


उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया

उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया पंकज कपूर  ऋषिकेश। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण शुक्रवार को भी दुश्वारियों भरा रहा। दिन भर में क...