गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

फ्रांस-हॉलैंड में दोबारा खुलेंगे 'स्कूल'

पेरिस। कोरोना वायरस से बुरी तरह से जूझ रहे यूरोप में उम्मीद की किरण दिखी है। यूरोप के कुछ देश संक्रमण से उबरते दिख रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक फ्रांस और हॉलैंड अपने यहां के स्कूल को दोबारा खोलने जा रहे हैं। कोरोना वायरस की वजह से हफ्तों तक बंद रहने के बाद अब फ्रांस और हॉलैंड के स्कूल खुलने जा रहे हैं।


द सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस के प्राइमरी स्कूल 11 मई से खुलेंगे। हालांकि क्लास में छात्रों की संख्या को लेकर खास दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। एक क्लास में सिर्फ 15 बच्चे ही होंगे।


पोलैंड के सबसे बड़े उध्दान में आग

पोलैंड के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यान के माध्यम से वाइल्डफायर पक रहे हैं।


वारसॉ। पोलैंड में लगभग 7,000 हेक्टेयर में बने बृजब्राज़ा नेशनल पार्क - लगभग 10% - वर्तमान में आग की लपटों के रूप में मौजूद हैं, क्योंकि सैकड़ों दमकल कर्मी नियंत्रण में हैं।


पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि आग किसानों द्वारा अवैध रूप से घास जलाने के कारण लगी। इस तथ्य के कारण स्थिति खराब हो गई है पोलैंड वर्तमान में दशकों में अपने सबसे खराब सूखे का सामना कर रहा है। "यह संभव नहीं है कि आग के लिए खुद को प्रज्वलित करना - यह गर्मी का मध्य नहीं है, कोई गर्मी या तूफान नहीं है," पार्क निदेशक आंद्रेज ग्राईगोरुक ने कहा। "मुझे नहीं पता कि इसे क्या कहा जाना चाहिए। मूर्खता? अतार्किकता?" छवि कॉपीराइटईपीएपोलैंड में आगः छवि कॉपीराइटरायटरपोलैंड में फायर फाइटर हमले की लपटें। टीवीएन ब्रॉडकास्टर ने कहा, "स्प्रिंग जीवन का एक अचानक विस्फोट है। नुकसान की गणना करना असंभव है। यह एक त्रासदी है, इसका वर्णन नहीं किया जा सकता है," पार्क के एक टूर गाइड जेनिना एग्निज़का ज़च ने टीवीएन ब्रॉडकास्टर को बताया। "हमें इस आग से महीनों तक जूझना पड़ सकता है।" बेलारूस के साथ सीमा के पास, बेज़ेब्रा नेशनल पार्क देश के उत्तर-पूर्व में स्थित है। निचले इलाके में, यह अपने पीट बोग्स और वेटलैंड्स के लिए जाना जाता है, जो समृद्ध पक्षी जीवन, बीवर और एल्क द्वारा बसा हुआ है।


खेलने के लिए क्वॉरेंटाइन को तैयार

क्रिकेट खेलने के लिए क्वारंटाइन के लिए तैयार हैं इंग्लैंड के खिलाड़ी, क्रिस वोक्स ने किया दावा


लंदन। इंग्लैंड के खिलाड़ी हफ्ते-दो हफ्ते नहीं, बल्कि एक महीने के लिए भी क्वारंटाइन होने के लिए तैयार हैं, बस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट शुरू होनी चाहिए। इंग्लिश ऑलराउंड क्रिस वोक्स ने कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए कहा है कि इंग्लैंड की टीम हर कसौटी पर खरी उतरने के लिए तैयार है, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट फिर से शुरू होनी चाहिए, क्योंकि कोविड 19 के प्रकोप की वजह से क्रिकेट समेत बाकी खेलों पर ब्रेक लगा हुआ है।


क्रिकेट बंद है और अधिकारी लोग योजना बना रहे हैं कि किस तरह खेलों को दोबारा से पटरी पर लाना चाहिए। वोक्स ने टेलीग्राफ से बात करते हुए कहा है, "क्रिकेट को शुरू करने के लिए अगर खिलाड़ियों को कुछ समय के लिए क्वारंटाइन में रखना पड़ता है, तो मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को ऐसा करने में खुशी होगी, लेकिन इस बात पर निर्भर है कि कितने समय के लिए रखा जाएगा।" वोक्स ने कहा है, "अगर वे कहते हैं कि यह तीन महीने के लिए होने जा रहा है, तो मुझे लगता है कि खिलाड़ी बहुत उत्सुक नहीं होंगे, लेकिन अगर यह तीन से चार सप्ताह के लिए किया जाता है तो फिर मुझे लगता है कि किसी को भी समस्या नहीं होनी चाहिए।" गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी की चपेट में अब तक दुनिया भर में 20 लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं, जिनमें से डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों की जान भी जा चुकी है।


चीनः मदद की राशि बढ़ाने का ऐलान

बीजिंग। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के विवादों में चल रहे विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन डब्ल्यूएचओ को चंदा देने पर बैन लगाने के बाद अब चीन ने मदद की राशि बढ़ाने का ऐलान किया है। चीन ने कहा कि वह कोरोना वायरस के वैश्विक महासंकट से निपटने के लिए डब्‍ल्‍यूएचओ को 3 करोड़ डॉलर की अतिरिक्‍त राश‍ि दान करेगा। इससे पहले चीन ने डब्‍ल्‍यूएचओ को 2 करोड़ डॉलर दिया था।


चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता गेंग शुआंग ने कहा, 'चीन ने डब्‍ल्‍यूएचओ को 3 करोड़ डॉलर अतिरिक्‍त दान करने का फैसला किया है। यह राशि पहले दी गई 2 करोड़ डॉलर की राशि से अलग होगी। इसका मकसद कोरोना वायरस के खिलाफ वैश्विक जंग में सहायता देना और विकासशील देशों के हेल्‍थ सिस्‍टम को मजबूत करना है।' उन्‍होंने कहा कि चीन का यह योगदान संयुक्‍त राष्‍ट्र की एजेंसी पर चीन सरकार और हमारे लोगों के भरोसे को दर्शाता है। इससे पहले डब्‍ल्‍यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस ने कुछ अमेरिकी सांसदों की ओर से उनके इस्तीफे की मांग को नजरअंदाज करते हुए बुधवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका उनकी एजेंसी के वित्त पोषण पर रोक लगाने के फैसले पर पुनर्विचार करेगा।


10 हफ्ते से कम लॉक डाउन तो खतरा

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारत में इस समय लॉकडाउन लागू है और लोग 3 मई का इंतजार कर रहे हैं कि देश में जारी लॉकडाउन खत्म हो। लेकिन दुनिया के अग्रणी मेडिकल जर्रनल लॉसेट के एडिटर इन चीफ रिचर्ड हॉर्टन का कहना है कि भारत को लॉकडाउन हटाने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए बल्कि कम से कम 10 हफ्ते के लि लॉकडाउन किया जाना चाहिए।
भारत में इस समय लॉकडाउन का दूसरा चरण चल रहा है जो 3 मई को खत्म होगा। लोगों को उम्मीद है कि 3 मई के बाद से लॉकडाउन से निजात मिल जाएगी। हालांकि इंडिया टुडे टीवी के साथ खास बातचीत में रिचर्ड हॉर्टन ने सुझाव दिया कि भारत को लॉकडाउन हटाने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए और उसे कम से कम 10 हफ्ते लॉकडाउन पर विचार करना चाहिए।


रिचर्ड हॉर्टन ने कहा कि किसी भी देश में यह महामारी हमेशा के लिए नहीं है। यह अपने आप ही खत्म हो जाएगी। हमारे देश में वायरस पर नियंत्रण के लिए सही दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि भारत में लॉकडाउन सफल होता है तो आप देखेंगे कि 10 हफ्ते में यह महामारी निश्चित तौर पर खत्म हो जाएगी। यदि इसके अंत में, वायरस बंद हो जाता है, तो चीजें फिर से सामान्य हो सकती हैं। रिचर्ड हॉर्टन ने कहा कि यह सही है कि हालात सामान्य नहीं हैं। हमें शारीरिक दूरी को बनाए रखना होगा। हमें मास्क पहनना होगा। साथ ही निजी तौर पर हाइजीन को लेकर बेहद सतर्क रहना पड़ सकता है।


भारत में लॉकडाउन जल्द ही समाप्त होने वाली तारीख पर प्रतिक्रिया देते उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि आपको आर्थिक गतिविधि फिर से शुरू करनी होगी, लेकिन कृपया इसके लिए जल्दबाजी न करें। यदि आप लॉकडाउन को जल्दबाजी में उठाते हैं और तो आपके पास बीमारी का दूसरा चरण होगा जो पहले चरण की तुलना में और खराब हो सकता है।’ उन्होंने कहा कि हर कोई काम पर जाना चाहता है, लेकिन मैं आपसे अपील करता हूं कि आप जल्दबाजी न करें। रिचर्ज हार्डन ने कहा कि इस तरह के मामलों में आपको अपने लॉकडाउन के बेहद शुरुआती दौर में जाना होगा। आपने अपने लॉकडाउन में काफी समय और प्रयास खर्च किया है। इसे बर्बाद मत करिए। जितना संभव हो उतना इसे जारी रखें। कम से कम 10 हफ्ते तक चलाइए।


चीन का उदाहरण देते हुए रिचर्ड हॉर्टन ने बताया कि कैसे महज 10 हफ्ते के आक्रामक लॉकडाउन की बदौलत चीन के वुहान (जहां से कोरोनो वायरस की उत्पत्ति हुई) बीमारी के संचरण को रोक सका था। उन्होंने बताया कि वुहान ने लॉकडाउन को लेकर बेहद आक्रामक तरीके से व्यवहार किया और 23 जनवरी से लेकर अप्रैल के पहले हफ्ते तक वहां खुद को बंद कर लिया और वायरस के फैलने की संभावना को खत्म कर दिया। वे अब सामान्य होते जा रहे हैं। वास्तव में, सभी एपीडिमिओसॉजिकल मॉडल दिखाते हैं कि उन्हें ऐसा करने की जरुरत है क्योंकि वायरस का नेचर ही यही है। यह आबादी में तेजी से फैलता है यदि आप शारीरिक रूप से दूरी बनाए नहीं रखते हैं।


'लॉक डाउन' को धत्ता बता, मार्च किया

मास्को। रूस की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख गेनाडी ज़ुगानोव के नेतृत्व में कम्युनिस्टों ने कोरोनोवायरस लॉकडाउन को धता बताते हुए बुधवार को लेनिन की 150वीं जयंती मनाने के लिए उनकी कब्र तक मार्च किया।


करीब दर्जनों लोग लेनिन के मकबरे पर फूल बिछाने के लिए मॉस्को के रेड स्क्वायर से परेड करते हुए गए, यह एक वार्षिक परंपरा है जो 22 अप्रैल को लेनिन के जन्मदिन के अवसर पर मनाई जाती है। लेनिन रूसी क्रांति के नेता थे और 1917 से 1924 तक सोवियत संघ सरकार के प्रमुख रहे।अंग्रेजी अखबार रॉयटर्स के अनुसार, एक पुलिसकर्मी ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी को कार्यक्रम आयोजित करने की विशेष अनुमति मिली थी। मॉस्को पिछले तीन हफ्तों से लॉकडाउन में है और रूस के उन शहरों में से है जो बुरी तरह कोरोनोवायरस की चपेट में हैं। लोगों को केवल किराने का सामान और दवाइयां खरीदने, कुत्तों को टहलाने या कचरा निकालने के लिए बाहर जाने की अनुमति है। राष्ट्रवादी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख व्लादिमीर झिरिनोवस्की ने परेड में भाग लेने वालों की गिरफ्तारी का आह्वान किया।


'विश्व कप' का फैसला जुलाई में होगा

ऑकलैंड/ सिडनी। न्यूजीलैंड क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी डेविड वाइट ने गुरुवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण टी20 विश्व कप स्थगित करने को लेकर कोई भी फैसला जुलाई से पहले नहीं लिया जाएगा।


कोरोना महामारी के कारण 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप पर अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे हैं। वाइट ने पत्रकारों से एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा, ‘आपात योजना बनाई जा रही है और काफी बातचीत हो रही है लेकिन कोई फैसला नहीं होगा। कोई भी फैसला जुलाई में लिया जाएगा।’ आईसीसी मुख्य कार्यकारियों की समिति की बैठक में कोरोना संकट के आर्थिक प्रभावों और टी20 विश्व कप समेत आईसीसी के वैश्विक टूर्नमेंटों को लेकर आपात योजना पर चर्चा की जाएगी। फरवरी में न्यूजीलैंड में होने वाले महिला विश्व कप के बारे में पूछने पर वाइट ने कहा, ‘उसके स्थगन पर कोई बात नहीं की गई। महिला विश्व कप न्यूजीलैंड के लिए काफी अहम है। उसे स्थगित करने पर बातचीत अजेंडे में भी नहीं थी।


न्यूजीलैंडः मृतक संख्या-16, 3 नए केस

वेलिंगटन/ ऑकलैंड। न्यूजीलैंड में गुरुवार को कोरोना वायरस के सिर्फ तीन नए मामले सामने आए, जबकि दो और लोगों की मौत हो गई। देश में नए मामलों की संख्या लगातार कम हो रही है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि देश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,451 तक पहुंच गई है और मरनेवालों की संख्या 16 हो गई है। न्यूजीलैंड में पिछले एक महीने से सख्त लॉकडाउन लागू है।


हालांकि अधिकारियों ने अगले सप्ताह से इसमें थोड़ी छूट देने की योजना बनाई है। सरकार ने उन समाचार मीडिया कंपनियों की मदद करने के राहत उपायों की भी घोषणा की, जिनमें कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद से विज्ञापन के स्तर पर गिरावट देखी गई है। सरकार ने प्रसारणकर्ताओं के लिए अस्थायी रूप से प्रसारण शुल्क में कटौती करने के साथ ही उनके लिए पांच करोड़ न्यूजीलैंड डॉलर की घोषणा की है।एपी कृष्ण नेत्रपाल, यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड हुआ है। इसे नवभारतटाइम्स.कॉम की टीम ने एडिट नहीं किया है।


बांग्लादेशः 5 मई तक बढ़ा लॉक डाउन

ढाका। बांग्लादेश ने कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के देश में लॉकडाउन लगाया है। इस बीच स्थानीय मीडिया की ओर से जानकारी मिली है कि देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन को 5 मई तक बढ़ा दिया है।


करीब 16 करो़ड़ की आबादी वाले देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 3,772 हो गई है, जबकि अबतक 120 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें से 92 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।बांग्लादेश प्रशासन ने लोक प्रशासन मंत्रालय के राज्य मंत्री फरहाद हुसैन के हवाले से कहा है कि छुट्टियों को 26 अप्रैल से 5 मई तक बढ़ाया जाएगा। सरकार गुरुवार को इस संबंध में एक गजट जारी करेगी। हालांकि, मंत्री ने कहा कि 6 मई को देश के अल्पसंख्यक बौद्ध समुदाय के धार्मिक अनुष्ठानों या बौद्ध पूर्णिमा की छुट्टी के कारण एक सरकारी अवकाश भी है।


'क्रिकेटर' वूलवर्थस में नौकरी की तलाश

सिडनी। कोरोना वायरस महामारी के कारण आर्थिक दिक्कतों के चलते जून अंत तक नौकरी से हटाए जाने वाले अपने स्टाफ के लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया मशहूर सुपरमार्केट और अपने प्रायोजकों में से एक वूलवर्थस में नौकरी तलाश रहा है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस समय संघीय सरकार की जॉबकीपर सपोर्ट योजना की पात्रता के मानदंडों पर खरा नहीं उतरता। इसके मुख्य कार्यकारी केविन राबर्ट्स ने से कहा, ‘मैने वूलवर्थस के सीईओ ब्राड बेंदुची को लिखा है। उन्हें इस समय स्टाफ की जरूरत भी है। हमारी टीम दूसरे संगठनों से भी बात कर रही है जिन्हें स्टाफ की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि दर्शकों के बिना घरेलू अंतरराष्ट्रीय मैच कराने से उनके राजस्व को नुकसान पहुंचेगा।


बेहद रोमांचक मैच का जिक्र किया

नई दिल्ली/ सिडनी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले मैच अक्सर बेहद रोमांचक होते हैं। टेस्ट सीरीज में ये रोमांच कई बार कड़े मुकाबले और खिलाड़ियों के बीच गर्मा-गर्मी तक पहुंच जाता है। बीते कुछ सालों में ये स्थिति कई बार देखने को मिली है। ऐसे ही एक मैच का जिक्र पूर्व अंपायर इयान गोल्ड ने किया और उसे ‘युद्ध जैसी स्थिति’ बताया। गोल्ड ने ये बात 2014 के एडीलेड टेस्ट को लेकर कही।


अक्सर अपनी स्लेजिंग के जरिए विपक्षी टीम को अस्थिर करने की कोशिश करने वाली ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को हाल के सालों में भारतीय टीम से इस मामले में भी कड़ी टक्कर मिली है। भारतीय खिलाड़ी भी मैदान में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से जुबानी जंग में उलझने से बचते नहीं हैं।


इंडोनेशिया में 3, 383 केसों की पुष्टि

जकार्ता/ बैंकॉक। दुनिया के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में रमजान की तैयारी शुरू होने के साथ ही राजधानी जकार्ता में सामाजिक पाबंदियों का विस्तार कर दिया गया है। जकार्ता के गवर्नर एनीज बस्वेदान ने बताया कि गुरुवार को खत्म होने वाली पाबंदियों को 22 मई तक बढ़ा दिया गया है। जकार्ता में बुधवार तक संक्रमण के 3,383 मामलों की पुष्टि हुई जिनमें से 301 लोगों की मौत हो चुकी है।


जकार्ता के गवर्नर बस्वेदान ने बुधवार देर रात एकः संवाददाता सम्मेलन में मुस्लिमों से कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए रमजान के दौरान मस्जिद से संबंधित गतिविधियों को स्थगित करने का अनुरोध किया। इस्लाम के पवित्र महीने रमजान की शुरुआत शुक्रवार को हो सकती है जो चांद के दिखाई देने पर निर्भर करेगा। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने पिछले महीने स्वीकार किया था कि सरकार ने दहशत को रोकने के लिए देश में कोरोना वायरस फैलने के बारे में जानकारी छिपाने का फैसला किया था। लेकिन सोशल डिस्‍टेंसिंग के नियमों में देरी और कम संख्या में जांच होने से इस संक्रामक रोग के बड़े पैमाने पर फैलने का डर पैदा हो गया है।


'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन

'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन  संदीप मिश्र  जौनपुर। बाइक पर सवार होकर जा रहे पत्रकार की दिनदहाड़े गोलियों से भूनक...