रविवार, 12 अप्रैल 2020

संक्रमण वृद्धि में प्रदूषण बड़ा सहायक

न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस संक्रमण और वायु प्रदूषण के बीच संबंध उजागर करने वाली एक अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के उन शहरों में कोरोना संक्रमण से मौत होने के ज्यादा मामले सामने आए हैं जिनमें वायु प्रदूषण का स्तर तुलनात्मक रूप से अधिक है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत अग्रणी अमेरिकी संस्थान ‘हार्वर्ड टी एच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ’ की हाल ही में प्रकाशित अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार, वायु प्रदूषण की अधिकता वाले इलाकों में कोविड-19 के मरीजों की मौत के ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके अनुसार अमेरिका के 3080 कांउटी में वायु प्रदूषण के स्तर और कोरोना से हुई मौत के तुलनात्मक अध्ययन के आधार पर यह बात सामने आई है
अध्ययन रिपोर्ट में अमेरिकी शहरों में प्रदूषण की मात्रा और कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के आंकड़ों को सूचीबद्ध नहीं किया गया है, बल्कि अध्ययन में शामिल विभिन्न कांउटी (अमेरिका में एक कांउटी में कुछ शहर और कस्बे होते हैं) में प्रदूषण और आबादी सहित अन्य मानकों के आधार पर कोरोना के असर संबंधी चार अप्रैल तक जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन किया गया है।
इसमें पाया गया कि मेनहट्टन कांउटी में जिन शहरों में पिछले 20 साल में पीएम 2.5 का औसत स्तर एक यूनिट अर्थात एक माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से कम पाया गया, उनकी तुलना में इस कांउटी में कोरोना से 248 कम मौतें हुईं। इसके अनुसार वाहन, तेल शोधन एवं बिजली संयंत्रों के कारण वायु प्रदूषण का सामना कर रहे अमेरिकी शहरों में, उन शहरों की तुलना में कोरोना से अधिक मौत हुईं जिनमें वायु प्रदूषण या तो तुलनात्मक रूप से कम है या प्रदूषण की वजह इन तीन कारणों से इतर कुछ और है।
अध्ययन में शहर की आबादी, अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या, कोरोना का परीक्षण किए गए मरीजों की संख्या, मौसम, सामाजिक आर्थिक स्थिति और लोगों के बर्ताव, जिसमें मोटापे की प्रवृत्ति और धूम्रपान की आदत को प्रमुख मानक के तौर पर शामिल किया गया। इसके आधार पर अध्ययन में पाया गया कि कोरोना से हुयी मौत की दर को बढ़ाने में वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार पार्टीकुलेट तत्व (पीएम 2.5) के संपर्क में अधिक समय तक रहना, एक वजह के रूप में सामने आया है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक कई दशक तक वायु प्रदूषण की अधिकता वाले इलाके में रहने वालों के लिये कोरोना से मौत का खतरा 15 प्रतिशत ज्यादा पाया गया जबकि जिन शहरों में वायु प्रदूषण नियंत्रित था, उनके निवासियों के लिए यह खतरा 15 प्रतिशत कम पाया गया।
रिपोर्ट में मौजूदा परिस्थितियों के आधार पर भविष्य के बारे में आगाह भी किया गया है कि अधिक वायु प्रदूषण वाले डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया में, कम वायु प्रदूषण वाली पड़ोसी कांउटी मोंटगोमरी की तुलना में कोरोना से मौत के अधिक मामले सामने आ सकते हैं। इसी प्रकार शिकागो में पड़ोस के इलाके लेक कांउटी और अटलांटा में पड़ोस की डगलस कांउटी की तुलना में कोरोना की अधिक गंभीर स्थिति का हवाला देते हुए इसे इन शहरों में अधिक वायु प्रदूषण होने से जोड़ा गया है। इस आधार पर रिपोर्ट में शिकागो और अटलांटा में लेक तथा डगलस कांउटी की तुलना में कोरोना से मौत की दर अधिक रहने के प्रति आगाह किया है। अध्ययन दल में शामिल वरिष्ठ वैज्ञानिक फ्रांसिस्का डोमिनिकी ने इस बात के लिए आगाह भी किया कि अधिक वायु प्रदूषण वाली कांउटी में न सिर्फ कोरोना के मरीजों की संख्या अधिक होगी बल्कि इनकी मौत के ज्यादा मामले भी सामने आने का खतरा है। इसके मद्देनजर उन्होंने वायु प्रदूषण नियंत्रण के उपायों को युद्धस्तर पर सुचारु रखने के महत्व को रेखांकित करते हुये कोरोना संकट के बाद भी मानव स्वास्थ्य की खातिर हवा को साफ बनाने को प्राथमिकता देने को अनिवार्य शर्त बताया।


वुहान की संदिग्ध लैब का बडा खुलासा

न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस सबसे पहले चीन के वुहान शहर में फैला। बाद में चीन ने दावा किया कि यह जंगली जीवों के मार्केट से इंसानों में आया। फिर पता चला कि ऐसे वायरस चमगादड़ में पाए जाते हैं, इसलिए हो सकता है कि यह चमगादड़ से इंसानों में आया। इसके बाद चीन के एक लैब पर गंभीर सवाल उठने लगे। वजह ये थी कि यह लैब वुहान के जंगली जीवों के मार्केट से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह लैब आलीशान है और इस तरह के वायरस पर रिसर्च करने के लिए चीन की सबसे बड़ी लैब भी है। अब इस संदिग्ध लैब के अमेरिकी कनेक्शन का बड़ा खुलासा हुआ है।


2 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
डेली मेल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि कुछ दस्तावेजों से ये जानकारी मिली है कि अमेरिकी सरकार ने वायरस पर प्रयोग करने वाले वुहान लैब को 28 करोड़ रुपये दिए. ये रुपये बीते कई सालों के दौरान दिए गए। इस खुलासे के बाद अमेरिका के कई नेता भी हैरान रह गए।


3 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
कुछ लोग चीन पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि वुहान के वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट (Wuhan Institute of Virology) में हो सकता है कि चमगादड़ पर प्रयोग के दौरान कोरोना वायरस लीक हो गया हो और बाद में चीन ने इसे जीवों के मार्केट से फैला वायरस कहा हो। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की इमरजेंसी कमेटी कोबरा के सदस्य ने भी लैब से वायरस फैलने की थ्योरी को भरोसेमंद कहा था।


4 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
अमेरिकी नेताओं ने अपने देश की ओर से चीनी लैब को फंड दिए जाने पर कड़ा ऐतराज जताया है। कुछ अमेरिकी नेताओं का कहना है कि जानवरों पर किए जाने वाले खतरनाक और हिंसक प्रयोग के लिए ये फंड दिए गए।


5 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की ओर से वुहान के वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट को 28 करोड़ रुपये दिए गए। अमेरिकी सांसद मैट गेट्ज ने कहा- ‘शायद दुनिया भर में कोरोना फैलने में जिस चीनी लैब का योगदान है, उसे अमेरिकी फंड दिए जाने की खबर से मैं बहुत खराब महसूस कर रहा हूं।


6 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
शनिवार को अमेरिका के व्हाइट कोट वेस्ट नाम के समूह के अध्यक्ष एंथनी बेलॉटी ने भी चीन को अमेरिकी मदद दिए जाने की निंदा की थी। एंथनी ने कहा था- ‘हो सकता है कि चीनी लैब में वायरस से संक्रमित किए गए जीव या किसी और तरीके से बीमार और प्रताड़ित किए गए जीवों पर प्रयोग पूरा होने के बाद उन्हें जंगली जीवों के मार्केट में बेच दिया गया हो।


7 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
कुछ दिनों पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की इमरजेंसी कमेटी कोबरा के एक सदस्य ने कहा था कि साइंटिफिक तौर से अब भी इस बात में वजन है कि खतरनाक वायरस वुहान स्थित जानवरों की मार्केट से इंसानों में पहुंचा, लेकिन ‘वायरस के नेचर को देखते हुए विश्वास करने योग्य वैकल्पिक थ्योरी है। मुमकिन है कि वुहान में उस लैब का होना संयोग ना हो। इसे खारिज नहीं किया जा रहा।


दक्षिण एशियाई देशों को चेतावनी

कोरोना संकट के बीच वर्ल्ड बैंक ने साउथ एशियाई देशों को दी ये चेतावनी


सभी दक्षिणी एशिया की सरकारों के लिए प्राथमिकता यही है कि वो कोरोना महामारी फैलने पर रोक लगाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाएं। खासकर समाज के उन लोगों को जिनके स्वास्थ्य और आर्थिक हालात दोनों कमजोर हैं। कोरोना और आर्थिक संकट से निपटना चुनौती
गरीब-असंगठित मजदूरों को बचाए सरकार
नई दिल्ली। कोरोना महामारी आने वाले समय में दक्षिणी एशिया के लिए बहुत बड़ा संकट बनकर उभरने वाला है। क्योंकि इस बीमारी से निकलने के बाद दक्षिणी एशिया के सभी देशों के सामने गरीबी से उभरने की चुनौती होगी। वर्ल्ड बैंक ने रविवार को एक रिपोर्ट जारी करते हुए सभी देशों से आर्थिक विकास की दिशा में सकारात्मक फैसले लेने की अपील की है।


बैंक ने कहा है कि दक्षिणी एशिया की सभी सरकारों को स्वास्थ्य आपातकाल से निपटने के लिए तेजी से काम करना होगा। खासकर समाज के गरीब और बुजुर्गों (बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा सबसे अधिक है) के बचाव लिए जल्द से जल्द बड़े फैसले लेने होंगे। साथ ही आने वाले समय में आर्थिक रिकवरी के लिए जरूरी फैसलों पर भी विचार करना होगा। वर्ल्ड बैंक की ताजा रिपोर्ट ‘साउथ एशिया इकोनॉमिक फोकस’ ने आठ देशों में आर्थिक गिरावट का अनुमान जताया है। इसके पीछे की वजह है आर्थिक क्रियाकलापों में ठहराव, व्यापार का खत्म होना, फाइनेंशियल और बैंकिंग सेक्टर पर भारी बोझ।


वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में क्षेत्र की विकास दर 1.8% से 2.8% के बीच रहेगी। ताजा रिपोर्ट छह महीने पहले के उस अनुमान से अलग है जिसमें विकास दर 6.3 प्रतिशत रहने की बात कही गई थी।


रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण एशिया 40 वर्षों में पहली बार इतनी खराब विकास दर का सामना करेगा। इतना ही नहीं रिपोर्ट में इस बात की चेतावनी भी दी गई है कि लॉकडाउन अगर आगे भी जारी रहा तो आने वाले समय में विकास दर निगेटिव में जा सकती है। यानी कि शून्य से भी नीचे। दक्षिण एशिया क्षेत्र के वर्ल्ड बैंक चीफ इकोनॉमिस्ट हंस टिम्मर ने कहा, ‘वैसे तो यह पूरा क्षेत्र ही नेगेटिव विकास दर की तरफ बढ़ रहा है लेकिन सबसे खराब हालत मालदीव, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और श्रीलंका की होने वाली है।’
उन्होंने बताया कि अन्य देश भी कुछ समय के लिए मंदी के दौर से गुजरेंगे लेकिन इस वित्तीय वर्ष में उनकी वृद्धि दर पॉजिटिव रह सकती है। उदाहरण के तौर पर भारत में सालाना विकास दर 1.5 से 2.8 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है। लेकिन अगर हालात बहुत ज्यादा खराब हुए तो सभी देशों की विकास दर में और कमी भी देखी जा सकती है।


वहीं हार्टविग स्कैफर (दक्षिणी क्षेत्र के वर्ल्ड बैंक वाइस प्रेसिडेंट) ने कहा है, ‘सभी दक्षिणी एशिया के सरकारों के लिए प्राथमिकता यही है कि वो कोरोना महामारी फैलने पर रोक लगाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाएं. खासकर समाज के उन लोगों को जिनके स्वास्थ्य और आर्थिक हालात दोनों कमजोर हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल, भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए नए फैसले लेने का भी समय है, जिससे कि इस महामारी के खत्म होने के बाद इस क्षेत्र को एक अच्छी शुरुआत मिल सके। अगर आप अच्छे फैसले लेने में असफल रहते हैं तो लंबे समय तक आर्थिक रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। सर कम आय वाले लोग, खासकर हॉस्पिटैलिटी (आतिथि सत्कार) सेक्टर में काम करने वाले असंगठित मजदूर, रिटेल व्यापार और ट्रांसपोर्ट सेक्टर्स में काम करने वाले मजदूरों पर होगा। जिनके पास कोई स्वास्थ्य या सामाजिक सुरक्षा नहीं है।


सनसनीः अधेड़ की गोली मारकर हत्या

गोलीमार कर अधेड़ की हत्या


मिर्जापुर। विंध्याचल थाना क्षेत्र में अमरावती चौराहा के पास एक व्यवसाई की अज्ञात बदमाशों ने  गोली मारकर आज शनिवार को देर रात हत्या कर दी घटना की जानकारी होने पर  क्षेत्र में  सनसनी फैल गई। 


प्राप्त जानकारी के अनुसार विन्ध्याचल अमरावती चौराहा के समीप स्थित पेट्रोल पंप के समीप आटा चक्की व्यवसायी राधेश्याम मौर्या उम्र लगभग 60 वर्ष की बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने दुकान के अंदर घुसकर गोली मारी इलाज के दौरान जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया ।घटना स्थल पर एसपी सिटी प्रकाश स्वरूप पांडेय थाना प्रभारी वेद प्रकाश राय दलबल के साथ मौजूद थे हत्या का कारण स्पष्ट नही हो सका। घटना की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह भी घटना स्थल पर  पहुंच गए थे।


जिला संवाददाता राजकुमार


ट्रैक्टर के नीचे दबने से 3 की मौत, घायल

ढलान में खड़ा ट्रेक्टर नीचे उतरा, 3 की मौत 1 घायल


आशीष उपाध्याय
चित्रकूट। मऊ कोतवाली क्षेत्र के बारिया गांव में ढलान पर खड़ा ट्रैक्टर अचानक ढाल से नीचे उतर गया, जिसकी चपेट में आने से श्याम सुंदर पुत्र गोरेलाल उम्र 75 वर्ष की मौके पर मौत हो गयी, वही बब्बू पुत्र बजरंगा उम्र 40 वर्ष  की जिला अस्पताल में मौत हुयी व कुंती पत्नी शारदा उर्फ कल्लू उम्र 65 वर्ष की प्रयागराज ले जाते समय रास्ते मे मौत हो गयी,वही गम्भीर रूप से घयाल रामबाबू चौकीदार का इलाज जारी है, पुलिस मौके पर पहुंची।


वही घटना की जानकारी देते हुये प्रभारी निरीक्षक मऊ सुभाष चौरसिया ने बताया कि यह घटना दोपहर बाद कि बतायी जा रही है किसी ने थाने में सूचना तक नही दी देर शाम ग्रामीणों द्वारा दी गयी सूचना पर पहुचे तब तक पहुचने से पहले एक का दाह संस्कार कर दिया गया परिजनों द्वारा तथा 2 लोगो के शव मर्चरी हाउस में है।


मौके पर पहुची पुलिस घटनास्थल पर कर रही बारीकी से निरीक्षण, घटना मऊ कोतवाली क्षेत्र के बारिया गांव की।


आवश्यक मामलों की सुनवाई होगी

नैनीताल। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उत्तराखंड हाईकोर्ट में 15 अप्रैल से आवश्यक मामलों की सुनवाई विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होगी। शनिवार को हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल हीरा सिंह बोनाल द्वारा जारी अधिसूचना में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने वाली सुनवाई के लिये विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं, जिसे हाईकोर्ट की बेवसाइड में देखा जा सकता है।
इस अधिसूचना में बताया गया है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में केवल आवश्यक मामलों की ही सुनवाई होगी। ऐसे मामले को अधिवक्ता द्वारा पीडीएफ फाइल के जरिये हाईकोर्ट की ई-मेल में भेजा जाएगा। हिाईकोर्ट के रजिस्ट्रार न्यायिक इसकी जांच करेंगे और यदि रजिस्ट्रार न्यायिक मामले को आवश्यक मामले की श्रेणी में पाएंगे तो तभी मामलो को मुख्य न्यायाधीश के समक्ष भेजेंगे और उसके बाद मुकदमा सुनवाई के लिये दर्ज होगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई के लिये अधिवक्ता के पास हार्डवेयरध्सॉफ्टवेयर की सुविधा होनी आवश्यक है। जो अपने ऑफिस या घर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जुड़ेंगे। इसके लिये अधिवक्ताओं को अपने मोबाइल,कम्प्यूटर या लैपटॉप में ‘जितसी मीट’ या वीडियो मोबाइल डेस्कटॉप सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर इनस्टॉल करना होगा। सुनवाई की तिथि व समय कोर्ट द्वारा ई-मेल व अन्य संचार माध्यमों से दी जाएगी। सुनवाई के समय अधिवक्ता को कोर्ट की गरिमा व प्रोटोकॉल का ध्यान रखना होगा चाहे वह मुकदमे में बहस अपने घर से ही क्यों नही कर रहा हो। मुकदमे की सुनवाई के दौरान सभी पक्षो और कोर्ट प्रक्रिया की रिकॉर्डिंग प्रतिबंधित रहेगी। कोर्ट के आदेश की प्रति भी ई-मेल से ही अधिवक्ताओं को भेजी जाएगी। जिन अधिवक्ताओं के पास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा अपने घर पर है तो वे अपने घर से ही बहस कर सकते है जिनके पास ये सुविधा नही है उनके लिए यह सुविधा कोर्ट में उपलब्ध है।


पालिका अध्यक्ष ने खुद संभाली कमान

नैनीताल। निकटवर्ती भवाली नगर में शनिवार को नगर पालिका अध्यक्ष संजय वर्मा ने नगर के बाजार व नगर से गुजरने वाले वाहनों को सैनिटाईज करने का जिम्मा खुद संभाला। इस दौरान पालिका अध्यक्ष संजय वर्मा, ईओ ईश्वर सिह रावत, सभासद किशन अधिकारी, पूर्व सभासद इदरीश खान, पालिका लिपिक इंदर कपिल, मनोज तिवाडी, योगेश कुमार, दीपक भंडारी, रमेश भट्ट, राजा राम वाल्मिकी, समाजसेवी मनोज नयाल, मनीष साह, संजयलोहनी, कंचन बेलवाल, किशन नयाल, सोनू सिजवाली व दीपू कपिल आदि ने भवाली नगर व बाजार में आने-जाने वाले वाहनों को सैनिटाईज किया। साथ ही लोगों को सोसियल डिस्टेंसिंग व मुंह को मास्क, गमछे या रुमाल से ढककर रखने के लिए जागरूक किया।


निजी स्तर पर दान करें विधायक-सांसद

अपने निजी पैसे से दान दे सांसद,विधायक :-बिट्टू सिखेड़ा


मुज़फ्फरनगर। देश कोरोना  महामारी से जूझ रहा है। लॉक डाउन के कारण काम-काज ठप पड़े है। जाहिर सरकार को भी आमदनी नही हो रही है। ऐसे में सरकार को रोज मर्रा की जरूरतों को पूरा करने और मेडिकल सुविधाओं के लिए पैसे की जरूरत पड़ रही है। जिसके लिए प्रधानमंत्री के साथ साथ सभी प्रदेश के मुख्यमंत्री भी जनता से दान देने के लिए आग्रह कर रहै हैं। दान भी वही दे सकता है, जिसके पास पैसा होगा। या जिसने अधिक मात्रा में पैसा अपने पास इकट्ठा कर रखा है या जिसे निरंतर कमाई हो रही है।


शिवसेना के जनपद मुजफ्फरनगर जिला प्रमुख बिट्टू सिखेड़ा ने अलग-अलग दो वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से जारी करते हुए देश के सांसदों के साथ-साथ विधायकों से भी अपने निजी पैसे से दान देने का आग्रह किया। बिट्टू से सिखेड़ा ने अपनी वीडियो में सांसद और विधायकों को कहा कि वह अपना पैसा दान दे। सांसद निधि और विधायक निधि तो जनता की ही है। वह तो फिर भी जनता के विकास कार्यों के लिए ही खर्च होने थी। सांसद और विधायकों का मासिक वेतन लाखों में होता है। इसलिए सांसद विधायकों को आगे आकर अपने निजी वेतन से दान करना चाहिए। दूसरी वीडियो में बिट्टू सिखेड़ा ने कहा कि जितने भी सांसद निधि के ठेकेदार है या विधायक निधि के ठेकेदार हैं या फिर जिला पंचायत निधि के ठेकेदार हैं सभी को दान देना चाहिए। इन ठेकेदारों ने अभी तक कोई दान नही दिया।
विदित है कि सभी सरकारी ठेकेदार सरकार द्वारा दिए गए कार्यों से ही पैसा कमाते हैं। जिनकी आमदनी प्रतिमाह लाखों में होती है।


मनोज पाल


मेरठः सेनीटाइज गैलरी का उद्घाटन

सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मेरठ कलेक्ट्रेट में सेनिटाइजर गैलरी का उद्घाटन किया

मेरठ। कोरोनावायरस से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तरीके से अपनी कमर कस रखी है जहां आज सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मेरठ कलेक्ट्रेट में सेनिटाइजर गैलरी का उद्घाटन किया। और इस गैलरी में निकल कर ही प्रशासनिक अधिकारी अपने काम को पूर्ण करेंगे। और कोरोनावायरस से जंग लड़ सकेंगे।


दरअसल मेरठ में कोरोनावायरस से निपटने के लिए और कामकाज को बेहतर और निडर होकर करने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी व्यवस्थाओं को विस्तृत किया है जहां पहले छावनी परिषद उसके बाद सदर थाना और पुलिस लाइन में सैनिटाइजर गैलरी लगाई गई थी वहीं अब मेरठ कलेक्ट्रेट में भी जिला प्रशासन ने सेनेटाइज़ गैलरी लगाई है इसका उद्घाटन बाकायदा सांसद राजेंद्र अग्रवाल और जिलाधिकारी मेरठ अनिल धींगड़ा ने किया है सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि यह बेहतर है जरूरी है प्रशासन सबकी सेवा में लगा है ऐसे में प्रशासन को दुरुस्त रहना होगा और अपने कामकाज करने के लिए सैनिटाइज होना होगा जिलाधिकारी की माने तो सैनिटाइजर गैलरी के लिए उन पर पर्यावरण फंड है और लगातार वह जगह-जगह सेनिटाइजर गैलरी लगाते जा रहे हैं जहां मेरठ के कई इलाकों में यह प्रस्तावित है।


 


मस्जिदों में ही क्वॉरेंटाइन किए 42 लोग

गोरखपुर। मस्जिदों में ही क्वारंटीन किए गए तबलीगी जमात के 42 लोगों को शनिवार को बशारतपुर स्थित रैन बसेरे में शिफ्ट कर दिया गया। प्रशासन ने यहां उनके खाने पीने का भी इंतजाम कर दिया है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद उन्हें घर रवाना किया जाएगा। ये जमाती मरकज में हुए जलसे में शामिल होने वाले नहीं हैं बल्कि दीन के काम में लगे हुए थे। 


निजामुद्दीन मरकज में सैकड़ों जमातियों के शामिल होने का मामला सामने आने बाद यूपी में उनकी तलाश शुरू हो गई थी। गोरखपुर की कई मस्जिदों में लॉकडाउन से पहले कई जमाती ठहरे भे थे। इन लोगों ने खुद ही एलआईयू को अपने यहां होने की जानकारी लिखित में दी थी। इसके बाद उन्हें मस्जिदों में ही क्वारंटीन कर दिया गया था। शनिवार को प्रशासन ने एम्बुलेंस भेजकर इन जमातियों को मस्जिदों से निकालकर बशारतपुर स्थित रैन बसेरे में शिफ्ट किया गया।
 
तिवारीपुर के मोहनलालपुर व सिधारीपुर मस्जिद से 30 व मानबेला गुलरिहा से 12 जमाती इस क्वारंटीन सेंटर में भेजे गए हैं। यहां उनके खाने पीने का भी इंतजाम प्रशासन ने कराया है। 70 बेड वाले इस सेंटर में सिर्फ जमाती ही रखे जाएंगे। सभी जमातियों की कोरोना जांच निगेटिव पाई गई है। प्रशाासन ने बताया है कि लॉकडाउन के बाद उन्हें उनके घर भेज दिया जाएगा। इनमें लखनऊ व बिहार ज भी जमाती शामिल हैं। जो दीन के काम मे लगे थे।


तालाब किनारे मिला नवजात का शव

रायपुर। वे मां बाप कैसे होते हैं जो अपनी ही संतान को जन्म देने के बाद लाड़ प्यार से पालने के बाद उसे फेंक देते हैंं। उपभोक्तावादी संस्कृति का सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ है कि अब लोग दिनोंदिन संवेदनहीन हो रहे हैं। उरला थाने से मिली जानकारी के अनुसार इसी कड़ी में अज्ञात माता-पिता द्वारा अपने नवजात शिशु आयु 5-6 माह को बांधा तालाब के किनारे मारकर फेंक दिया गया। उक्त नवजात शिशु का शव बरामद कर उरला थाने ने अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 318 के तहत मामला कायम कर जांच शुरू कर दी है।


महाराष्ट्रः संक्रमण अनुसार 3 जोन बनेंगे

मुंबई। महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। यहां एक हजार 778 मामले सामने आ चुके हैं और मौतों की संख्या 127 तक पहुंच गई। संक्रमितों की तादाद में लगातार इजाफा होता जा रहा है। दक्षिण मुंबई में होटल ताज महल पैलेस के कम से कम छह कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ताज होटल का संचालन करने वाली इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसी) ने कर्मचारियों में संक्रमण की पुष्टि की है। हालांकि, संख्या के बारे में स्पष्ट नहीं किया है। दरअसल, होटल ने कोरोना संक्रमण से लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों और चिकित्सकों को ठहरने की व्यवस्था की है। इसके बाद उसने अपने 500 कर्मचारियों की जांच कराई थी। इनमें से शनिवार को 6 में संक्रमण की बात सामने आई है।


रविवार को 17 नए केस आए हैं। इसे मिलाकर राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 1778 पर पहुंच गई है। इस बीच, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संकेत दिए हैं कि लॉकडाउन पार्ट-2 अब और ज्यादा सख्त होगा। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए राज्य को तीन जोन में बांटा गया है।


महाराष्ट्र को तीन जोन में बांटा गया:


संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार ने 15 से ज्यादा मरीजों वाले जिलों को रेड जोन में रखा है। इससे कम वालों को ऑरेंज जोन और जहां एक भी मरीज नहीं है उसे ग्रीन जोन में रखा गया है। माना जा रहा है कि इसी के आधार पर अगले लॉकडाउन का एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।


रेड जोन: मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे, नागपुर, रायगढ़, सांगली और औरंगाबाद।


ऑरेंज जोन: रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, कोल्हापुर, नाशिक, अहमदनगर, जलगांव, उस्मानाबाद, बीड, जालना, हिंगोली, लातूर, अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम और गोंदिया।


ग्रीन जोन: धुले, नंदुरबार, सोलापुर, परभणी, नांदेड़, वर्धा, चंद्रपुर, भंडारा और गढ़चिरौली शामिल हैं।


जरूरतमंद को नहीं मिल रहा भोजन

अफसरो की हीला हवाली के चलते हर जरूरतमंद तक नहीं पहुंच रहा भोजन- राष्ट्रीय किसान मंच प्रदेश उपाध्यक्ष सर्वेश पाल
अफसरों की हीला हवाली के चलते हर जरूरतमंद तक नहीं पहुंच रहा भोजन- राष्ट्रीय किसान मंच प्रदेश उपाध्यक्ष सर्वेश पाल


खेती व कटाई कार्य प्रभावित होने के कारण किसानों को भी राहत दिए जाने वह मजदूर वह गरीबों को राशन दिलाना की मांग 


 उन्नाव। प्रदेश सरकार के द्वारा अधिकारियों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं कि लाक डाउन के दौरान कोई भी भूखा ना रहने पाए इसके लिए गरीबों व मजदूरों को भोजन सामग्री मुहैया कराई जाए सरकार के आदेश के बाद भी तमाम इलाकों में काफी संख्या में गरीब मजदूरों तक भोजन सामग्री नहीं पहुंच पा रही है। इसके लिए अधिकारियों की हिला हवाली जिम्मेदार है। यह कहना है राष्ट्रीय किसान मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष सर्वेश पाल ने कहा की कोरोनावायरस को लेकर जारी लाक डाउन के चलते कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे इसको लेकर सरकार ने हर तहसील वह जगह-जगह कम्युनिटी किचन खुलवाने का आदेश दे रखा है। लेकिन आज भी गोवा शहर में तमाम गरीब ऐसे हैं जिनको ना तो भोजन ही उपलब्ध हो पा रहा है और ना ही भोजन सामग्री चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र क्योंकि गरीब पात्र आज भी राशन कार्ड से वंचित हैं। यदि राशन कार्ड गरीब व्यक्तियों का होता तो कम से कम राशन तो उन लोगों को मिल जाता दिहाड़ी मजदूर की कमर टूट चुकी है आदेश सिर्फ हवा हवाई चल रहे हैं। श्रीपाल ने कहा कि अधिकारियों की हीला हवाली के चलते आज भी तमाम गरीब ऐसे हैं। जिनको भोजन वह राशन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है साथ ही उन्होंने यह भी कहा की गेहूं की कटाई का समय चल रहा है। लेकिन गेहूं काटने की मशीन तक गांव गांव नहीं पहुंच पा रही है इसके अलावा कृषि यंत्र चाहे वह ट्रैक्टर हो या थ्रेसर इन यंत्रों के अगर पाठ ऐसे में खराब हो जाएं तो वह भी मिल पाना मुश्किल है। जिसके चलते किसान जो हम सभी के लिए अन्नदाता माना गया है। लाख डाउन के चलते वह काफी परेशान है। जिससे किसान की गेहूं की कटाई में भी काफी विलंब हो रहा है। किसान नेता ने कहा कि पिछले 2 माह पूर्व आंधी पानी बरसात विभीषण ओलावृष्टि से किसान वैसे भी अधमरा हो चुका है। उसकी लाखों बीघा गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है लेकिन सरकार द्वारा मिलने वाला मुआवजा तो दूर अभीतक अधिकारियों ने सर्वे रिपोर्ट तक नहीं सौंपी है। बताते चलें किसान नेता लगातार गरीब मजदूर किसानों के हक के लिए संघर्ष किया करते हैं।


आवश्यक वस्तु की श्रेणी में अंडा-मछली

 सुनील पुरी


कानपुर। जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी महोदय ने निर्देशित करते हुए कहा कि फूड सांखला में कई जगह से आने वाले बिंदुओं जिनमें चिकन ,अंडा ,मछली इत्यादि जो भी  प्रोडक्ट है। इनकी बिक्री किस तरह से हो यह आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में है कि नहीं इस पर जिलाधिकारी महोदय ने निर्देशित करते हुए कहा कि यह आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में है। इनकी भी बिक्री हेतु उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि होम डिलीवरी के माध्यम से अन्य आवश्यक वस्तुओं की ही तरह इसकी भी बिक्री की जा सकती है ,इन पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है और इसके लिए ठेला ठेलीया जो भी वाहन है उनका थाने के माध्यम से या संबंधित मजिस्ट्रेट के माध्यम से इनका  रजिस्ट्रेशन कराते हुए पास बना ले  जिससे किसकी भी बिक्री की जा सके    इसके लिए  किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है, साथ ही डेयरी इकाइयों की तरह जो भी व्यक्ति इस कार्य में लगे हैं  वह भी  सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करते हुए  होम डिलीवरी कर सकते हैं।


फेसिंग तार में फंसकर हिरण की मौत

जितेन्द्र पाठक


लोरमी। लोरमी थाना के खुड़िया वन क्षेत्र से भटक कर एक हिरण जंगल से काफी दूर साल्हेघोरी गांव पहुंचा भटकता हुआ हिरण गांव के शासकीय उपस्वास्थ्य केंद्र में घेरे के लिए लगे फेंसिंग तार में फंस गया औऱ तार में उलझकर इस वन्यजीव की मौत हो गई। हालांकि मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने कुछ प्रयास किया लेकिन वो नाकाम रहे वन्यजीवों में हिरण को बहुत ही  नाजुक प्राणी माना जाता है औऱ हल्के से भय झटके में ही उसके प्राण निकल जाता है। बताया जाता है कि जंगल से भटका ये हिरण दो दिनों से गांव के आसपास भटक रहा था औऱ आशंका जताई जा रही है कि कुत्तों के द्वारा दौड़ाए जाने से ये वन्यजीव तार में फंसा होगा औऱ इसकी मौत हुई होगी। कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन है धारा 144 लागू है उसके बावजूद लोग लॉकडाउन के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए मृत हिरण को देखने भीड़ लगाने लगे जिसको देखते हुए मौजूद स्वास्थकर्मियों औऱ ग्रामीण युवकों ने भीड़ को घरों में वापस जाने के लिए कहे वही वनविभाग की लापरवाही एक बार फिर देखने को वन विभाग को सूचना देने के बाद भी काफी देर के बाद वन विभाग की टीम घटना स्थल पहुची प्रत्यक्षदर्शियों में एक शासकीय उपस्वास्थ्य केंद्र के दीप सिंह ने बताया कि जंगल से भटका ये हिरण तार में फंसकर तड़प रहा था। जिससे वहां उसे पानी पिलाकर उसकी सेवा कर रहे थे जिससे उसकी स्थिति सुधर सके औऱ वनविभाग को सूचना दी गई। लेकिन अंतत हिरण की मौत हो गई।


वनविभाग की टीम ने हिरण के शव का पंचनामा बनांकर खुड़िया वन परिक्षेत्र के कारीडोंगरी ले गए जहां इस वन्यजीव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किये।


छत्तीसगढ़ः 30 संक्रमित, कोई मौत नहीं

कोरबा/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा में रविवार दोपहर कोरोना के 4 और पॉजिटिव मरीज मिले हैं। वहीं बिलासपुर से भी एक मरीज मिला है।इसे मिलाकर अब छत्तीसगढ़ में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 20 हो गई है। रविवार को जो पॉजीटिव सामने आए हैं, उनके चारों मरीज कटघोरा से ही हैं। जो कि एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं। कलेक्टर किरण कौशल ने इस खबर की पुष्टि कर दी है।


मालूम हो, कि 8 अप्रैल की रात को कटघोरा से 1 पॉजिटिव मरीज को भर्ती किया गया था। इसके बाद 9 अप्रैल को 7 मरीज और 11 अप्रैल को 7 नये कोरोना पॉजिटिव मिले थे, जिसके बाद आज फिर 4 नए कोरोना पॉजिटव केस कटघोरा से ही सामने आए हैं। सभी एम्स रायपुर के लिए रवाना किया गया है। अब एम्स रायपुर में कटघोरा और बिलासपुर के कुल 20 कोरोना प्रभावित मरीज भर्ती होंगे, इलाज के बाद स्वस्थ हुए 10 मरीज को मिलाकर राज्य में अब तक कुल 30 केस पाये गए हैं।


 


पुलिस पर तलवार से हमला, काटे हाथ

चडीगढ़। पटियाला की सब्जी मंडी सनौर रोड पर कर्फ्यू के दौरान सब्जी लेने पहुंचे लोगों ने पुलिस की टीम पर तलवार से हमला कर दिया. इस हमले में एक पुलिसवाले की हाथ कट गई, जबकि दो पुलिसवाले बुरी तरह जख्मी हो गए


निहंगों ने किए हमलेः पुलिस ने बताया कि चार-पांच ‘निहंगों’ (परंपरागत हथियार रखने वाले और नीली लंबी कमीज पहनने वाले सिख) का एक समूह एक गाड़ी में यात्रा कर रहा था और मंडी बोर्ड के अधिकारियों ने सुबह करीब सवा छह बजे एक सब्जी बाजार के पास उन्हें रुकने के लिये कहा. पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा, ‘उनसे (कर्फ्यू) पास दिखाने को कहा गया, लेकिन उन्होंने अपनी गाड़ी से दरवाजे और वहां लगाए गए अवरोधकों पर टक्कर मार दी।’


तलवार से काटा हाथः उन्होंने कहा, ‘तलवार से एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) का हाथ काट डाला गया, पटियाला सदर थाने के प्रभारी की कोहनी में चोट आई है जबकि एक अन्य पुलिस अधिकारी की बांह में भी इस हमले में चोट आई है’।  एएसआई को राजेंद्र अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के लिये रेफर कर दिया गया. एसएसपी ने कहा कि हमले के बाद निहंग मौके से फरार हो गए, उनकी गिरफ्तारी के लिये प्रयास किये जा रहे हैं. यह वारदात तब हुई जब कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर राज्य में पाबंदियां लागू हैं. पंजाब में पिछले 24 घंटों में कर्फ्यू और लॉकडाउन के नियमों की पालना करवा रही।


झारखंडः दो की मौत ,17 संक्रमित

रांची। कोरोना वायरस के संक्रमण से खुद को काफी दिनों तक बचाकर रखने वाले झारखंड में अब मामलों में बढ़ोत्तरी होती जा रही है। रांची के राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित 65 वर्षीय बुजुर्ग की रविवार तड़के मौत हो गई। इसके साथ ही झारखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जान गंवाने वालों की संख्या 2 हो गई है। राज्य में 15 अन्य लोग कोविड-19 से संक्रमित हैं।


रांची के सभी मरीज जमात के कार्यक्रम से जुड़ेः रिम्स के निदेशक डॉक्टर डी के सिंह ने बताया कि रिम्स में भर्ती किडनी की मरीज एवं कोरोना वायरस से संक्रमित 54 वर्षीय महिला के 8 अप्रैल को भर्ती हुए 65 वर्षीय पति की रविवार तड़के मौत हो गई। उन्हें अपने अन्य परिजनों के साथ संक्रमित पाए जाने के बाद 8 अप्रैल को रिम्स में भर्ती किया गया था। रांची में अब तक कुल 8 संक्रमित मरीज पाए गए हैं और सभी का निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम से संपर्क रहा है।


8 अप्रैल को हुई थी सूबे की पहली मौतः राज्य में इस संक्रमण से अब तक कुल 2 लोगों की मौत हो गई है। इससे पूर्व 72 वर्षीय बुजुर्ग की मौत बोकारो में 8 अप्रैल को हो गयी थी। वह बोकारो के गोमिया प्रखंड के साड़म गांव का रहने वाला था। इस बुजुर्ग को भी तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लेकर लौटे व्यक्ति से ही संक्रमण हुआ था। राज्य में संक्रमण से मारे गए 2 लोगों के अलावा अब तक कुल 15 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इस प्रकार राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 17 है।


गुजरातः 23 की मौत, 493 संक्रमित

गुजरात। गुजरात स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, गुजरात में कोरोना वायरस के 25 और मामले सामने आए हैं । अहमदाबाद में 75 वर्षीय एक बुजुर्ग की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई मौत के बाद प्रदेश में इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। हालांकि, राज्य में 44 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि राज्य में संक्रमण के 25 नए मामले सामने आए हैं और इन्हें मिलाकर राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 493 हो गई है। राज्य की प्रमुख सचिव जयंती रवि ने कहा कि व्यक्ति की मौत शनिवार देर रात यहां एलजी अस्पताल में हुई। उन्होंने कहा कि वह हाइपरटेंशन से पीड़ित था। इसके साथ ही अहमदाबाद में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गयी है। रवि ने बताया कि राज्य में सामने आए 25 नए मामलों में से 23 अहमदाबाद से मिले हैं जबकि दो आणंद जिले से हैं। उन्होंने बताया कि 426 मरीजों में से 422 की हालत स्थिर है जबकि चार की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि अब तक 44 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।


ब्रिटिश एयरवेज लॉकडाउन के चलते गुजरात में फंसे 900 ब्रिटिश नागरिकों को वापस ले कर जाएगा। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र और तेलंगाना समेत कई राज्यों ने लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। हालांकि पूरे देश में लॉकडाउन 14 अप्रैल तक लागू किया गया है और लॉकडाउन को लेकर पीएम मोदी के संबोधन का इंतजार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि वैश्विक कोरोना महामारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं।
किस जिले में कितने कोरोना पॉजिटिव केसः गुजरात में कोरोना संक्रमित मामलों की जिलेवार संख्या इस प्रकार है। अहमदाबाद में 266, वडोदरा में 95, सूरत में 28, भावनगर में 23, राजकोट में 18, गांधीनगर में 15, पाटन में 14, भरुच में आठ, आणंद में 7, कच्छ में 4, पोरबंदर और छोटा उदयपुर में तीन-तीन, गिर सोमनाथ और मेहसाणा में दो-दो एवं पंचमहल, जामनगर, मोर्बी, साबरकांठा और दाहोद में एक-एक।


एलओसी पर पाक की जबर्दस्त फायरिंग

नीरज जिंदल


जम्मू कश्मीर। कोरोना वायरस के संकट के बावजूद पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ और कठुआ जिलों में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पाकिस्तानी सेना ने रात भर गोलाबारी और छोटे हथियारों से गोलीबारी की, जिसमें 45 वर्षीय एक महिला घायल हो गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार देर रात पुंछ जिले के बालाकोट सेक्टर में लांजौत गांव की निवासी सलीमा बीवी घायल हो गई, जब उसके घर के पास मोर्टार का एक गोला फट गया। उन्होंने बताया कि भारी गोलाबारी के बीच सेना, पुलिस कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों के एक संयुक्त दल ने महिला को बचाया और उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई है।
अधिकारियों ने कहा कि बालाकोट के साथ मेंढर में शनिवार रात कई घंटों तक पाकिस्तान की तरफ से संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया जिससे सेना को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी गोलाबारी में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास हीरानगर सेक्टर में रात भर पाकिस्तानी रेंजर्स और सीमा सुरक्षा बल के बीच भारी गोलीबारी हुई।


पीएम राहत कोष में बुजुर्ग ने 1लाख दिया

एसके विरमानी


हरिद्वार।12 अप्रैल 2020 को प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी की अपील पर भारत सरकार को सहयोग करते हुए हदीबपुर रायसी निवासी वरिष्ठ बीजेपी कार्यकर्ता 70 वर्षीय ऋषिपाल सिंह ने आज जिलाधिकारी सी रविशंकर को एक लाख रुपये धनराशि का चैक प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए दिया। अधिक आयु व स्वास्थ्य कारणों के चलते वह स्वयं रोशनाबाद नहीं आ सके। उन्होंने यह चैक बीजेपी जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान तथा विधायक सुरेश राठौर के माध्यम से प्रेषित किया। आपको बता दें जिलाधिकारी ने इस आयु में भी राष्ट्र सेवा की भावना से प्रेरित ऋषिपाल को धन्यवाद दिया और आभार जताया।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...