मंगलवार, 21 जनवरी 2020

सुलझा '312 लापता' लोगों का रहस्य ?

चंडीगढ़ः स्मार्ट शहर स्मार्ट पुलिस, फिर भी आज तक नहीं सुलझा 312 लापता लोगों का रहस्य



अमित शर्मा


चंडीगढ़। शहर स्मार्ट, पुलिस स्मार्ट, फिर भी 312 लापता लोगों का रहस्य अभी तक अनसुलझा है। ये लोग पिछले पांच साल से अपनों से दूर हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2015 से अब तक 1728 लोग लापता हुए हैं। इनमें से 1416 लोगों को तलाशा जा चुका है, जबकि 312 ऐसे हैं जिनका अब तक कोई पता नहीं चला है। सबसे ज्यादा लापता होने का आंकड़ा मलोया, मनीमाजरा और सेक्टर-11 थाने के अंतर्गत है, जहां क्रमश: 100, 77 और 41 लोगों को आंकड़ा है। पुलिस इन्हें अब तक तलाशने में नाकाम साबित हुई है। जनवरी 2015 से शहर के अलग-अलग जगहों से 1728 लोगों के लापता होने की पुलिस को सूचना मिली। इनमें से ज्यादातर बच्चे, स्कूली छात्रा, महिलाएं समेत बुजुर्ग हैं। शिकायत पर संबंधित थाना पुलिस ने कुछ केसों में डीडीआर और बाकी के मामलों में केस दर्ज किया। इनमें अधिकतर लापता लोग बाद में अपने आप ही घर लौट आए। कई मामलों में पुलिस ने इनकी तलाश कर घरवालों के चेहरे पर खुशियां ला दीं। 1728 में से 1416 लोगों को पुलिस तलाश चुकी है। 312 मामले अब भी अनसुलझे हैं। लापता में ज्यादातर नाबालिग पुलिस आंकड़ों के मुताबिक ज्यादातर मामलों की शिकायत नाबालिगों के लापता होने की है। ज्यादातर बच्चे घर से गुस्सा होकर या फिर उनकी जिद पूरी नहीं होने पर लापता हो जाते हैं और कुछ दिन बाद घर लौट आते हैं। इनमें से कई ऐसे भी हैं जो शहर के बाहर घूमना जाना चाहते हैं, लेकिन परिवार वालों के मना करने के बावजूद वह बिना बताएं भाग जाते हैं। हाल ही में सेक्टर-41 निवासी 16 साल का 11वीं का छात्र अचानक घर लापता हो गया था। हालांकि बाद में वह खुद ही लौट आया। पूछने पर पता चला कि दिल्ली घूमने गया था। लगभग हर दिन एक शख्स हो रहा है लापता जनवरी 2015 से दिसंबर 2019 तक शहर के अलग-अलग थानों में लापता होने के 1728 मामले सामने आए। इनमें से सेक्टर-3 थाने से 30, सेक्टर-11 से 206, सेक्टर-17 से 34, सेक्टर-19 से 123, सेक्टर-26 से 121, सेक्टर-31 से 95, सेक्टर-34 से 108, सेक्टर-36 से 63, सेक्टर-39 से 178, सेक्टर-49 से 22, मलोया से 130, इंडस्ट्रियल एरिया से 69, सारंगपुर से 42, मौलीजागरां से 74, आईटी पार्क से 36 और मनीमाजरा थाने से पुलिस 130 लोगों को तलाश कर चुकी है। यानी शहर में हर दिन कोई न कोई न शख्स लापता हो रहा है।


बाल विकास विभाग भी दे गीता को सहायता

गीता देवी के परिवार को बिना शर्त के नोकरी दे प्रदेश सरकार दमयंती कहा,स्वस्थ्य विभाग सहित बाल विकास विभाग भी दे गीता के परिवार को मुआवजा


अमित शर्मा


मनाली। आंगनवाड़ी कर्मचारी जिला संघ कुल्लू  सवन्धित भारतीय मजदूर संघ की अध्यक्ष दमयंती राजपूत और जिला की समस्त कार्यकारिणी ने पोलियो डियूटी के दौरान आंगनवाड़ी कार्यरता गीता देवी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है तथा प्रभावित परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की है। उन्होंने कहा कि पोलियो डियूटी के दौरान गीता देवी की बर्फ में पांव पिसलने से मौत हो गई थी। इस घटना से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ में शोक छा गया है। दुख की घड़ी में हिमाचल का पूरा आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ गीता के परिवार के साथ  खड़ा है। दमयंती ने  कहा कि प्रदेश सरकार गीता के परिवार वालों को बिना शर्त सरकारी नोकरी दे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ  बाल विकास विभाग भी गीता के परिवार को उचित मुआवजा प्रदान करे।  राजपूत ने कहा कि गीता देवी ने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए समाज के लिये अपनी जान दी है। 
उन्होंने कहा की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सुरक्षा राम भरोसे है।  आंगनवाड़ी कार्यकर्ता  अपने कर्तव्य से पीछे नही हटती है। जिस भी क्षेत्र में उनकी डियूटी लगाई जाती है वहां वो पूरी निष्ठा व ईमानदारी से काम करती है। उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर भी विचार किया जाए और सभी के भविष्य को सुरक्षित किया जाए। दमयंती ने कहा कि सरकार उनकी इन मांगों को नही मानती है तो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सड़क पर उतरने को विवश होंगे।


शिविर में 200 ने कराई 'स्वास्थ जांच'

ॐ दुर्गा युवक मंडल व नेहरू युवा केन्द्र ने नरोगी में करवाया स्वास्थ्य शिविर 
200 लोगों ने इस कैंप में अपना स्वास्थ्य जांच करवाया 


अमित शर्मा


कुल्लू। नरोगी गांव में नेहरू युवा केन्द्र कुल्लू और ओम दुर्गा युवा मंड़ल के संयुक्त तत्वावधान में स्वास्थय और नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की ओपनिंग नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा समन्वयक सोनिका चन्द्रा और ग्राम पंचायत के उपप्रधान प्यारे लाल ने की । युवक मंडल के प्रधान रविन्द्र ठाकुर ने युवक मंडल की ओर से सभी का स्वागत किया। सोनिका चन्द्रा ने नेहरू युवा केन्द्र के बारे में जानकारी दी और कहा कि युवक मंडल गांव के विकास के लिए बेहतर कार्य कर रहे हैं। अगर जिला के प्रत्येक पंचायत में युवक मंडल गांव के विकास के लिए कार्य करे तो गांव के विकास में योगदान सराहनीय है। आज पुरे भारत वर्ष में युवक मंडल और महिला मंडल देश के विकास में बेहतर कार्य कर रहे हैं। लोगों को आने वाले पंचायती राज के चुनावों में ज्यादा से ज्यादा वोट करने की अपील की और जिन युवाओं की आयु 18 वर्ष हो चुकी है, वो वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल करे और 2020 में होने वाले चुनावों में अपनी सहभागिता करें। वहीं ग्राम पंचायत के उपप्रधान प्यारे लाल और सोनिका चन्द्रा ने और ने गांव में पोधा रोपण भी किया। युवक मंडल के रविन्द्र ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि नरोगी गांव में पहली बार इस तरह के स्वस्थय शिविर का आयोजन किया गया। जोकि नरोगी गांव के इतिहास में पहली बार हुआ है। रविन्द्र ने कहा की युवक मंडल गांव के विकास के लिए हर तरह के जागरूकता शिविर आयोजित कर रहा है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुविधा उपलब्ध करवा रहा। शिविर के दौरान 70 लोगों के नेत्र जांच की गई जिसमें 6 लोगों को सरर्जरी के लिए सलाह दी गई। दूसरी ओर 130 लोगों ने स्वस्थय जांच करवाई। कुल 200 लोगों ने इस कैंप में अपना स्वस्थय जांच करवाया जिसमें 75 साल की मायादासी ने भी अपना स्वस्थय जांच करवाई। कार्यक्रम के दौरान डाक्टर निर्मल शर्मा, विशाल कुमार, प्रीतमसिंह,ओम दुर्गा युवा मंड़ल,शक्ति महिला मंडल शौरन,भागा सिद्व महिला मंडल के सदस्य शिविर के दौरान उपस्थित रहे।


सबसे पुराने सेक्टर की हालत देहात के जैसी

चंडीगढ़ शहर का सबसे पुराना सेक्टर-20, लेकिन हालात गांव जैसे


अमित शर्मा


चंडीगढ़। शहर के सबसे पुराने सेक्टर-20 की अगर बात करें तो आजादी के 72 साल के बाद भी यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। सेक्टर-20 के हालात शहर के गांवों से बदतर हो चुके हैं। सेक्टर की सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे और पार्किग की समस्या से आए दिन यहां के लोग जूझ रहे हैं। प्रशासन और नगर निगम यहां की सुध तक लेने के लिए तैयार नहीं। सेक्टर-20 के रेजिडेंट्स लगातार अपनी समस्या नगर निगम और प्रशासन को बताते आ रहे हैं। लेकिन अफसरशाही पर कोई असर नहीं दिख रहा है। सेक्टर-20 की सड़कों की वर्षो से नहीं हुई रीकारपेटिग सेक्टर-20 में सड़कों की हालत खस्ता हो चुकी है। जगह-जगह सड़कों पर गड्ढे हैं। इन गड्ढों की वजह से दोपहिया वाहन सवार चोटिल हो रहे हैं। यहां के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन और सीनियर सिटीजन एसोसिएशन की ओर से कई बार नगर निगम को सड़कों की रीकारपेटिग को लेकर कहा जा चुका है। लेकिन सेक्टर-20 की खस्ता हालत सड़कों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पार्किग की नहीं जगह, सड़कों पर लगता है जाम। सेक्टर-20 में लोगों को आए दिन पार्किंग की समस्या झेलनी पड़ती है। पार्किंग की पर्याप्त जगह न होने के कारण लोगों को मजबूरन अपनी गाड़ियां घर के बाहर सड़कों और पार्कों में खड़ी करनी पड़ती है, जिससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है और लोगों में भी विवाद होता है। वहीं, बच्चों के खेलने के लिए बने पार्कों में रेजिडेंट्स अपनी गाड़ियां पार्क करने के लिए मजबूर हैं। जिसकी वजह से बच्चों को पार्क में खेलने को नहीं मिलता। बच्चों के लिए जो पार्क बनाए गए हैं, उनमें नगर निगम द्वारा लगाए झूले टूट चुके हैं। बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं के लिए पार्क में बैठने के लिए लगे बेंच भी टूट चुके हैं। लेकिन नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं देर रहा है। सेक्टर-20 में अकसर सीवरेज की प्रॉब्लम रहती है। ग्रीन बेल्ट में बच्चों के खेलने के लिए लगे झूले टूटे पड़े हैं। सड़के की हालत खस्ता हो चुकी है। सालों से सेक्टर-20 की सड़कों की रीकारपेटिग नहीं हुई है। रजेश गुप्ता, रेजिडेंट, सेक्टर-20 आजाद मार्केट में लोगों के बैठने के लिए बेंच तक नहीं हैं। सेक्टर की बाकी सभी मार्केट में लोगों के बैठने के लिए बेंच लगे हैं। सड़कों में जगह-जगह गड्ढे हैं, जिनसे हादसे हो रहे हैं। पार्किग की जगह न होने के कारण लोगों को अपने घरों के बाहर सड़कों के किनारे गाड़ी पार्क करनी पड़ती है। जिसकी वजह से अकसर सेक्टर में ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। सोनू, रेजिडेंट, सेक्टर-20 सेक्टर-20 में मस्जिद के पास अकसर कूड़ा जमा रहता है। यहां सफाई नहीं की जाती है। जिसके कारण मस्जिद के आसपास के घरों में रहने वाले लोगों को बहुत दिक्कत होती है। लोगों को रोजाना पार्किंग के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हरमेल केसरी, रेजिडेंट, सेक्टर-20 सेक्टर-20 में जितने भी पार्क हैं, उनमें चूहों ने सुरंग बना ली हैं। जिसकी वजह से बच्चे पार्क में खेलने नहीं जाते हैं। पार्कों की मेंटेनेंस सही ढंग से नहीं हो रही है। सेक्टर-20 ए की तरह सरोवर पथ पर गारबेज बिन में सफाई नहीं होती है। यहां से कूड़े नहीं उठाया जाता है।


रिश्वत लेते 'सहायक थानेदार' रंगे हाथ काबू

20 हजार रिश्वत लेते सहायक थानेदार रंगे हाथ काबू


अमित शर्मा


डेराबस्स। विजिलेंस ब्यूरो, फ्लाइंग स्क्वायड, पंजाब पुलिस के उपकप्तान बरजिन्दर सिंह के नेतृत्व मेें विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने ट्रैप लगाकर सहायक थानेदार ओंकार सिंह को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। टीम ने यह कार्रवाई शिकायत पर की है। परमजीत सिंह विर्क पीपीएस एआईजी फ्लाइंग स्क्वायड विजिलेंस ब्यूरो, पंजाब ने बताया कि राजू पुत्र बालक राम निवासी वार्ड नंबर 11 डेराबस्सी ने शिकायत दी थी कि वह ट्रक चलाता है। उसकी लड़की की शादी फरवरी 2018 में हुई थी। कुछ समय बाद ही लड़की का ससुराल परिवार दहेज के लिए उसे परेशान करने लगा था। इसके चलते उसने अप्रैल 2019 में एक शिकायत एसएसपी मोहाली को दी थी जिसकी जांच एएसआई ओंकार सिंह कर रहे थे। ओंकार सिंह शिकायतकर्ता को बार-बार अपने पास बुला लेता था लेकिन उसकी शिकायत पर कोई काम नहीं करता था। इसके बाद ओंकार सिंह ने शिकायतकर्ता को बुलाकर रिपोर्ट उसके हक में लिखने के बदले 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। इस पर उसने विजिलेंस के पास उसकी शिकायत कर दी।
इसके बाद शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सहायक थानेदार को ट्रैप लगाकर सोमवार को विजिलेंस की टीम ने थाना डेराबस्सी से रिश्वत लेते हुए दो सरकारी गवाहों की हाजिरी में रंगे हाथों गिरफ्तार किया और उससे रिश्वत के 20 हजार रुपये की रकम भी बरामद की गई है। मामले की पूरी जानकारी लेने के लिए एसएचओ डेराबस्सी को फोन किया पर उन्होंने फोन नहीं उठाया।


खतराः ज्यादा टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

स्पेशल रिपोर्ट: छात्र अपनी पढ़ाई के प्रति कम रुचि दिखा रहे हद से ज्यादा कर रहे है टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल


अमित शर्मा


चंडीगढ़। हद से ज्यादा टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाले छात्र अपनी पढ़ाई के प्रति कम रुचि दिखा रहे हैं। इसके अलावा वे टैस्ट का पता लगते ही बेचैन भी हो जाते हैं। यूके की स्वानसी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने शोध के दौरान छात्रों के डिजिटल टेक्नॉलजी इस्तेमाल  करने के पैटर्न, उनकी चिंता, अकेलापन, पढ़ाई और प्रेरणा का आंकलन किया है। जनरल ऑफ कंप्यूटर असिस्टेड लर्निंग में हुए इस शोध में 285 छात्रों को शामिल किया गया, जो हेल्थ से जुड़े एक डिग्री कोर्स की पढ़ाई कर रहे थे। इस दौरान पाया गया कि जिन छात्रों को इंटरनेट की लत पड़ जाती है उनके लिए पढ़ाई करना कठिन हो जाता है और एग्जाम आने पर वे ज्यादा बेचैन होने लगते हैं। शोधकर्ताओं ने तो यह भी बताया है कि इंटरनेट की लत से छात्रों को अकेलापन भी महसूस होता है, जिससे पढ़ाई कर पाना और भी मुश्किल हो जाता है। स्टडी के मुताबिक, छात्र मुख्यतौर पर इंटरनेट का इस्तेमाल 40% सोशल नेटवर्किंग और 30% जानकारी प्राप्त करने के लिए कर रहे हैं। इसके बाद शोधकर्ताओं ने कहा कि लत और कम सामाजिक मेलजोल मिलकर ही व्यक्ति को अकेलापन महसूस कराते हैं।


कमल के भरोसे चुनाव लड़ने को 'कमर कसी'

अकाली उम्मीदवार कमल के फूल के भरोसे चुनाव लडऩे के लिए तैयार बैठे 


अमित शर्मा


नई दिल्ली।  शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह आजकल दिल्ली डेरे लगाकर अपने हिस्से आती 4 विधान सभा सीटों कालका, शाहदरा, रिजौरी गार्डन और हरि नगर में अकाली तकड़ी के चुनाव निशान और चुनाव के लिए जुगतबंदी बनाकर अड़े बताए जा रहे हैं। इन हलकों में चुनाव लडऩे वाले दिल्ली के अकाली उम्मीदवार कमल के फूल के भरोसे चुनाव लडऩे के लिए तैयार बैठे बताए जा रहे हैं, क्योंकि दिल्ली बैठे इन उम्मीदवारों को पता है, कि पिछले 2 सालों में अकाली-भाजपा में आई खटास व हरियाणा में अकाली दल की तरफ से अलग होकर लड़े चुनाव एवं लोक सभा चुनाव में मिली हार को लेकर भाजपा लीडरशिप तथा वर्कर अकाली दल के साथ अब वह पहले वाला प्यार और सांझ नहीं दिखा रहे। जबकि भाजपा भी इस बार दिल्ली में ‘करो या मरो लेकिन राज हासिल करो’ की स्थिति के चलते एक भी सीट गंवाने से पहले सौ बार सोच रही है। दिल्ली से मिली खबरों के मुताबिक दिल्ली भाजपा 2015 के चुनाव के उनके नतीजे को आगे रखकर तत्कालीन हालात को आज के हालात के साथ जोड़कर अकाली दल के साथ सीधे मुंह बात भी नहीं कर रही क्योंकि 2015 में इन 4 सीटों में से 3 स्थानों पर कमल फूल और अकाली उम्मीदवारों ने चुनाव लड़े थे। और 1 सीट रजौरी गार्डन से सिरसा ने तकड़ी चुनाव निशान पर चुनाव लड़ा था, ये चारों हार गए थे। और बाद में जनरल के इस्तीफे के बाद रजोरी गार्डन के उपचुनाव में सिरसा जीते थे। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में अकाली समर्थक उम्मीदवार तकड़ी की अपेक्षा कमल के फूल पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। अब फैसला ऊपरी हाईकमान के पास जाने के बाद सुखबीर सिंह बादल चारों सीटों पर चुनाव लडऩे के लिए अड़े बताए जा रहे हैं।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...